India-China Clash: LAC पर हो रही बर्फबारी, चीन देखेगा भारत की ताकत. भारतीय वायु सेना
India-China Clash: LAC पर हो रही बर्फबारी, चीन देखेगा भारत की ताकत. भारतीय वायु सेना
भारत बांग्लादेश में, 2 मैचों की टेस्ट सीरीज़, 2022 , दूसरा टेस्ट | शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम, मीरपुर – 22 दिसंबर, भारतीय समयानुसार सुबह 09:00 बजे
(मैच अभी शुरू होना बाकी है)
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अरुणाचल में एलएसी पर भारतीय, चीनी सैनिकों में झड़प: रिपोर्ट
अरुणाचल में एलएसी पर भारतीय, चीनी सैनिकों में झड़प: रिपोर्ट
द्वारा ऑनलाइन डेस्क
तवांग (अरुणाचल प्रदेश): भारत और चीनी सैनिकों के बीच शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में आमना-सामना हुआ। 9 दिसंबर को यांग्त्से में अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के विवादित खंड के साथ झड़प की सूचना मिली थी।
2020 के मध्य में पड़ोसियों के बीच आक्रामक हाथापाई के बाद कथित तौर पर यह पहली ऐसी घटना है। इस झड़प में दोनों पक्षों को मामूली चोटें आईं।
आईएएनएस…
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तवांग में भारतीय सैनिकों ने चीन को करारा जवाब दिया
तवांग में भारतीय सैनिकों ने चीन को करारा जवाब दिया
नई दिल्ली, 12 दिसंबर। तवांग में आमने-सामने के क्षेत्र में भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया है।
अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर भारत-चीन की सेनाओं के आमने-सामने आने की खबरें हैं।टीवी चैनलों ने सूत्रों के हवाले से सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा है कि 9 दिसंबर को भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी।अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में…
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चीन भारत के खिलाफ रच रहा बड़ी साजिश, लद्दाख के पास हेलीस्ट्रिप गयायी में बनाई छह हेलीस्ट्रिप
China Helistrip on LAC: एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर भारत के साथ शांति से मुखर चीन अपनी नई साजिश में लगा हुआ है. बुधवार को सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए खुलासा हुआ कि चीन ने लद्दाख से सटी एलएसी पर 6 नई हेलीस्ट्रिप बनाई हैं. लद्दाख के डेमचोक से इन हेलीस्ट्रिप की दूरी महज 160 किलोमीटर है.
भारत और चीन के बीच कई दौर की बैठकों के बाद भी साल 2020 में गलवान घाटी विवाद को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई है.…
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LAC पर चीन के साथ क्यों नहीं बन पा रही बात? नो-पेट्रोलिंग या फिर नियंत्रित पेट्रोलिंग, जानें कहां है गतिरोध
नई दिल्ली : ईस्टर्न लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच गतिरोध खत्म करने के लिए एक बार फिर बुधवार को इंडिया- चीन बॉर्डर अफेयर्स पर WMCC की मीटिंग हुई। WMCC यानी वर्किंग मेकेनिजम फॉर कंसल्टेशन एंड कॉर्डिनेशन। अब उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही भारत और चीन की सेना के बीच कोर कमांडर स्तर की मीटिंग होगी। डेपसांग और डेमचॉक दो ऐसे पॉइंट हैं जहां अब भी विवाद बना हुआ है। हर मीटिंग में इन दो पॉइंट को लेकर बातचीत हो रही है।
पेट्रोलिंग हो या नहीं इस पर अटकी है बात
सूत्रों के मुताबिक बातचीत इस पर अटकी हुई है कि विवाद के इन दो पॉइंट यानी डेपसांग और डेमचॉक में पेट्रोलिंग यानी सैनिकों की गश्ती हो या नहीं। सूत्रों के मुताबिक चीन की तरफ से हर मीटिंग में यह कहा जा रहा है कि यहां नो-पेट्रोलिंग जोन बना दिया जाए यानी न तो चीनी सैनिक गश्ती करें ना ही भारतीय सैनिक। लेकिन भारत की तरफ से कहा जा रहा है कि नो-पेट्रोलिंग की बजाय कंट्रोल्ड पेट्रोलिंग यानी नियंत्रित पेट्रोलिंग की जाए। इसी बिंदु पर बात अटकी है। सूत्रों का कहना है कि भारत नहीं चाहता कि वहां नो-पेट्रोलिंग जोन बनाया जाए। अब तक कोर कमांडर स्तर की 21 मीटिंग हो चुकी हैं। 21 वें दौर की मीटिंग फरवरी में हुई थी। उसमें भी बात नहीं बनी। हालांकि दोनों तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि दोनों पक्ष गतिरोध को बातचीत के जरिए सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और लगातार बातचीत जारी रहेगी साथ ही दोनों पक्ष जमीनी स्तर पर शांति बनाए रखने पर राजी हैं।
चार जगह पहले ही बने हैं नो-पेट्रोलिंग जोन
मई 2020 में ईस्टर्न लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव शुरु हुआ था, जब चीनी सैनिक कई जगहों पर आगे आ गए थे। बातचीत के बाद चार जगहों पर डिसइंगेजमेंट हुआ। यानी दोनों देशों के सैनिकों ने अपने सैनिकों को पीछे किया। सबसे पहले पैंगोंग एरिया यानी फिंगर एरिया और गलवान में पीपी-14 में डिसइंगेजमेंट हुआ, फिर गोगरा में पीपी-17 से सैनिक हटे, फिर गोगरा-हॉट स्प्रिंग एरिया में पीपी-15 से सैनिक पीछे हटे । जिन जगहों पर डिसइंगेजमेंट हुआ वहां पर नो-पेट्रोलिंग जोन बने हैं। यानी जब तक दोनों देश मिलकर कुछ रास्ता नहीं निकाल लेते तब तक इन चारों जगहों पर 1 किलोमीटर से लेकर 3 किलोमीटर तक का एरिया नो-पेट्रोलिंग जोन है यानी यहां कोई पेट्रोलिंग (गश्ती) नहीं करेगा।
स्थिति सामान्य होने में लगेगा लंबा वक्त
ईस्टर्न लद्दाख में स्थिति पहले की तरह सामान्य होने में लंबा वक्त लगेगा। जब तक दोनों देश सैनिकों को पीछे हटाकर और हथियारों को तैनाती से हटाकर पीस पोजिशन नहीं भेज देते तब तक स्थिति सामान्य नहीं कही जा सकती। डिसइंगेजमेंट के बाद की प्रक्रिया है डी-एस्केलेशन। जिसका मतलब है कि दोनों देशों के सैनिक और सैन्य साजोसामान जो इस तरह तैनात किया गया है कि जरूरत पड़ने पर कभी भी एक दूसरे पर हमला हो सकता है, उसे सामान्य स्थिति में लाना। जिन चार पॉइंट पर डिसइंगेजमेंट हुआ हैं वहां अभी भी सैनिक और हथियार दोनों एक दूसरे की रेंज पर हैं। डिसइंगेजमेंट और डीएस्केलेशन के बाद की प्रकिया होगी डी-इंडक्शन। यानी जो भारी तादाद में सैनिक और सैन्य साजो सामान वहां तैनात है उसे वापस अपनी पुरानी पोजिशन में भेजना। अभी वहां दोनों तरफ से 50-50 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात हैं। http://dlvr.it/TBMnLC
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‘नेशनल डाक्टर्स डे‘ पर सेवा और समर्पण के लिए सम्मानित किए गए 22 डॉक्टर और 13 संस्थाओं के प्रतिनिधि, धामी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बनाया मजबूत : प्रेमचंद
देहरादून। आज नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर देहरादून में चिकित्सा सेवा सम्मान-2024 समारोह का आयोजन किया गया। देहरादून के सहारनपुर चौक स्थित होटल एलएसी में उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन व विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर विचार गोष्ठी व चिकित्सा सेवा सम्मान-2024 का आयोजन किया गया। इस मौके पर चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान दे रहे राज्य के विभिन्न जनपदों के 22 चिकित्सकों के…
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LAC के लिए 'रिजर्व' सैनिक ले रहे हैं लद्दाख में ट्रेनिंग, आखिर क्या जरूरत आ पड़ी है?
Delhi: एलएसी पर लंबे समय से गतिरोध बना हुआ है। चीन एलएसी पर अपनी ताकत बढ़ा रहा है। भारत भी उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। एलएसी के लिए रिजर्व सैनिक ट्रेनिंग में जुटे हैं। इस तरह की ट्रेनिंग में सैनिकों को हाई एल्टीट्यूड में जंग लड़ने के पहलुओं के बारे में तैयार किया जाता है। http://dlvr.it/SvcvvH
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China passes new land border law
India-China Dispute: चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के स्थाई सदस्यों की तरफ से नया भूमि सीमा कानून पास किया गया है. भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चल रही तनातनी के बीच चीन ने नई चाल चली है.
इस कानून के अंतर्गत चीन सीमावर्ती इलाकों में अपनी दखल बढ़ाने जा रहा है. वे इन इलाकों में आम नागरिकों को बसाने की तैयारी कर रहा है, जिससे किसी भी अन्य देश के लिए इन इलाकों में सैन्य कार्रवाई और भी…
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10TAK: पीएम मोदी की जिनपिंग को दो टूक, चीन को LAC पर कम करना होगा तनाव - 10Tak: PM Modi & Xi Jinping had an informal meet
ब्रिक्स की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अनौपचारिक मुलाकात हुई है. इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने एलएसी का मुद्दा उठाया. श्वेता सिंह के साथ देखिए 10तक.
Prime Minister Narendra Modi and Chinese President Xi Jinping had an informal meeting during the BRICS meeting. During this meeting, PM Modi raised the issue of LAC. Watch 10Tak with Shweta…
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दिल्ली /सेना कमांडरों के सम्मेलन में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह-LAC पर तनाव कायम -सेना सतर्क रहें
कौशलेन्द्र पाराशर -दिल्ली ब्यूरो /सेना कमांडरों के सम्मेलन में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह-LAC पर तनाव कायम -सेना सतर्क रहें।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन सीमा पर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत जारी रहेगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि तनाव कम करना ही सबसे बेहतर कदम है। भारतीय थल सेना चीन से लगी एलएसी पर कड़ी निगरानी रखें। क्योंकि चीनी सैनिकों की तैनाती को देखते हुए उत्तरी क्षेत्र…
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स्थिति सामान्य नहीं हुई है: पूर्वी लद्दाख सीमा पंक्ति पर MEA
स्थिति सामान्य नहीं हुई है: पूर्वी लद्दाख सीमा पंक्ति पर MEA
द्वारा पीटीआई
NEW DELHI: भारत ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति पूर्ण सामान्य स्थिति में नहीं लौटी है क्योंकि इसके लिए कुछ कदम उठाए जाने बाकी ��ैं।
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची की टिप्पणी चीनी दूत सुन वेइदॉन्ग द्वारा दावा किए जाने के कुछ दिनों बाद आई है कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति “समग्र रूप से स्थिर” है क्योंकि दोनों पक्ष “आपातकालीन प्रतिक्रिया” से चले गए हैं जो…
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Financetime.in पीएम मोदी ने चीनी सीमा पर सेना भेजी, राहुल गांधी ने नहीं: एस जयशंकर
एस जयशंकर ने कहा कि कांग्रेस को ‘सी’ से शुरू होने वाले शब्दों को समझने में समस्या होनी चाहिए।
नयी दिल्ली:
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन की आक्रामकता को लेकर सरकार पर निशाना साधने वाले राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि यह कांग्रेस नेता नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जिन्होंने लाइन पर सेना भेजी है। या वास्तविक भेजा गया। 1962 में जो हुआ उसे…
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Budget Session Live:राष्ट्रपति मुर्मू बोलीं- हमें ऐसे भारत का निर्माण करना है जिसमें अतीत का गौरव जुड़ा हो - Parliament Budget Session Live: Draupadi Murmu, Pm Modi Speech, Fm Nirmala Sitharaman Economic Survey News
11:18 AM, 31-Jan-2023
मेरी सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा: राष्ट्रपति
मेरी सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा है। नीति और फैसलों में इच्छाशक्ति दिखाई है। सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर जवाबी कार्रवाई तक। एलओसी से लेकर एलएसी तक सरकार ने हर तरफ काम किया है। मेरी सरकार ने 370 से लेकर तीन तलाक तक हर तरफ काम किया है। आज दुनिया के कई देश संकट से घिरे हैं, लेकिन मेरी सरकार ने जो भी निर्णय लिए, उनकी वजह से भारत…
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यह सुनकर चीन की उड़ जाएगी नींद... वायुसेना प्रमुख ने बताया गलवान के बाद बदल गया है सीन!
नई दिल्ली: गलवान की घटना के बाद से भारत और चीन के रिश्ते कभी नहीं सुधरे। इनमें लगातार गिरावट आती गई। एलएसी पर चीन अपनी आक्रामकता को बार-बार दर्शाता रहा है। भारत ने भी उसे माकूल जवाब दिया है। अब वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बड़ी बात कही है। इसे सुनकर चीन की नींद उड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि सेना 24 घंटे किसी भी स्थिति के लिए तैयार है। गलवान की घटना के बाद सर्विलांस को कई गुना बढ़ा दिया गया है। चीन की हर हरकत की सेना को जानकारी है। अगर आज दोनों देशों में युद्ध हो जाए तो चीन को भारत जितना ही नुकसान होगा। अपनी क्षमताओं को भारत लगातार बढ़ाने में जुटा है। बॉर्डर पर इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा रहा है चीन 2020 में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारत के कई सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में बराबर खटास है। रिपोर्टों के मुताबिक, चीन ने बॉर्डर पर दर्जनों एयरपोर्टों को अपग्रेड करने के साथ बनाया है। कई हेलीपोर्ट भी बनाए हैं। बॉर्डर के पास चीन ने एरियल एसेट में भी बढ़ोतरी की है। चीन की हर हरकत पर है भारत की नजरजब इस पर भारतीय वायुसेना के चीफ से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ-साफ जवाब दिया। वह शुक्रवार को में पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि गलवान के बाद सीन बिल्कुल बदल गया है। सर्विलांस को कई गुना बढ़ाया गया है। वायुसेना हर परिस्थिति के लिए हमेशा तैयार है। सेना की प्राथमिकता अभी यह जानने को लेकर है कि बॉर्डर के उस पर चीन क्या कर रहा है। इसके लिए खास तरह के बंदोबस्त किए गए हैं। चीन जो कुछ भी कर रहा है, उसकी पूरी जानकारी है। वीआर चौधरी ने बताया कि गलवान के बाद चीन पर नजर रखना जरूरी था। उस पर नजर रखने के लिए हर तरह के रडार लगाए गए हैं। 24 घंटे किसी भी स्थिति के लिए तैयारी है। भारत पर अपनी क्षमताओं को लगातार बढ़ा रहा है। http://dlvr.it/Sq2pNP
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चीन की कथनी-करनी में अंतर, ना-नुकुर के बाद भी तवांग और वलांग सेक्टर पर फौज बढ़ा रहा ड्रैगन
चीन की कथनी-करनी में अंतर, ना-नुकुर के बाद भी तवांग और वलांग सेक्टर पर फौज बढ़ा रहा ड्रैगन
एलएसी पर पीएलए अपनी सैन्य गतिविधि को कम करने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं कर रहा है। सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में सीमा पर अतिरिक्त फोर्स को वापस लेने के लिए पीएलए ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाए हैं
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LAC कैसे बनी नई LOC यह भी दिख रहा बजट में
Delhi: भारत और चीन के बीच एलएसी पर पिछले करीब 32 महीने से तनाव बरकरार है। दोनों तरफ से हजारों सैनिक कड़ाके की ठंड के बावजूद तैनात हैं। गलवान घाटी की हिंसक झड़प के बाद से ही एलएसी पर भारतीय सेनाओं की तैनाती और ऑपरेशनल कमिटमेंट काफी बढ़ गया है जो बजट से भी जाहिर होता है। http://dlvr.it/ShrVnj
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