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#गायब होने वाला मैसेज
rudrjobdesk · 2 years
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Whatsapp यूजर हो जाएं सावधान! सेफ नहीं है आपके चैट, जल्द बदलें सेंटिंग्स
Whatsapp यूजर हो जाएं सावधान! सेफ नहीं है आपके चैट, जल्द बदलें सेंटिंग्स
नई दिल्ली. अगर आप वॉट्सऐप यूजर हैं और एक्स्ट्रा प्राइवेसी चाहते हैं, तो आपको एक अद्भुत केवल एक फीचर एक्टिवेट करने की जरूरत है और आपकी वॉट्सऐप चैट और अधिक सुरक्षित हो जाएगी. दरअसल, लोकप्रिय एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप में एक disappearing मैसेज फीचर होता, जहां आपके द्वारा भेजा गया कोई भी टेक्स्ट एक टाइम के बाद गायब हो जाएगा. इस टूल को मैसेज टाइमर कहा जाता है. यह आपके मैसेज अपने आप गायब कर देता है. आप…
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jadonsias-psc · 3 years
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"साइबर क्राइम एवं सुरक्षा"
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जादौन आई.ए.एस. संस्थान एवं आर्यांश काॅलेज के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘साइबर क्राइम एण्ड सिक्योरिटी‘‘ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एडि. एस.पी. श्री राजेश दण्डोतिया जी, विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में सी.एस.पी. श्री नागेन्द्र सिकरवार जी उपस्थित रहें कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ शिक्षक श्री आनन्द जादौन सर ने की। मुख्य अतिथि श्री राजेश दण्डोतिया जी ने छात्र/छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज साइबर क्राइम हमारे समाज की महत्वपूर्ण समस्याओं में से एक है। जिसके लिए "जागरूकता ही निदान" है। क्योंकि क्राइम करने वाला हमसे बहुत दूर होता है और उसकी पहचान करना बहुत कठिन होता है परन्तु कठिन प्रयासों से पुलिस उसे पकड़ पाती है जिसमें कई बार समय ज्यादा लग जाता है इसीलिए यदि हम सजग रहें तो साइबर क्राइम पर काबू पाया जा सकता है। मुख्य वक्ता सी.एस.पी. नागेन्द्र सिकरवार जी ने कहा कि साइबर क्रइम एक ऐसी स्थिति है जिसमें कहीं न कहीं साइबर क्राइम से पीड़ित व्यक्ति अनजाने में ठगी करने वाले व्यक्ति को अपराध करने का मौका दे देता है। और अपराध होने के बाद उसे समझ आता है कि यह तो हम से ही भूल हो गई है परन्तु तब कुछ शेष नहीं रहता। अतः यदि हम सजग और सतर्क रहें तो हम साइबर क्राइम पर कन्ट्रोल कर सकते है। उन्होंने बताया साइबर अपराध कैसे होता है और किन परिस्थितियों में हो सकता है?  मोबाइल या कंप्यूटर में  इंटरनेट का इस्तेमाल कर किसी व्यक्तिगत या सरकार की आर्थिक संपत्ति संबंधित आर्थिक अपराध करना।  डिवाइस में ऐसा वायरस पहुंचना जिससे आपके डाटा को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।  आपके नेटवर्क को आपकी जानकारी के बिना गलत कार्यों में इस्तेमाल करना जो कि गैर कानूनी हो।  आपके निजी या किसी प्राइवेट या किसी शासकीय कार्यों में उपयोग होने वाले कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल फोन के जीमेल / ईमेल  पर ऐसे मेल करना जिस पर आप गलती से क्लिक करते है या कोई गलती से उपयोगी मेल समझ कर पर्सनल जानकारी देने की स्थिति में साइबर अपराध होने की संभावना हो सकती है।  इंटरनेट की मदद से सोशल साइट्स पर गैर कानूनी फोटो या ऐसी भ्रांतियां फैलाना से भी साइबर क्राइम हो सकता है।  मोबाइल फोन में किसी बैंक के नाम से या किसी सरकारी योजना के नाम से मैसेज में कोई फर्जी लिंक शेयर करना भी साइबर अपराध होता है।  किसी फर्जी वेबसाइट द्वारा असली वेबसाइट्स से मिलता जुलता नाम रख पब्लिक को ऑनलाइन फ्राउड करना भी साइबर क्राइम कहलाता है।  फोन पे, गूगल पे, पे टी एम  का इस्तेमाल करते है तो आपके पास फर्जी पेमेंट नोटिफिकेशन भेजा जाता है आपकी मोबाइल स्क्रीन पर Pay और later का ऑप्शन आएगा अगर आपने pay पर क्लिक कर अपना पासवर्ड इंटर कर दिया तो आपको आर्थिक छती पहुचाई जा सकती है। इस प्रकार गैर कानूनी तरीके से भेजे गए नोटिफ���केशन साइबर अपराध की श्रेणी में आते हैं।  किसी बैंक के नाम से आपके पास कोई मैसेज या कॉल के द्वारा आपके अकाउंट में कोई जानकारी परिवर्तन करने के नाम से या कोई सरकारी योजना के नाम से की आपके अकाउंट में पैसा आया है अगर आप लेना चाहते है तो आपसे आपके ATM नंबर लेना या CVV नंबर मांग कर आपके बैंक अकाउंट से पैसा गायब कर सकते हैं। उक्त गैर कानूनी तरीके से किया गया कार्य भी साइबर अपराध है।  सोशल साइट एप जैसे वॉट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम पर फर्जी नाम या फर्जी आईडी बना कर गैर कानूनी तरीके से किया गया ऐसा कार्य जो आपको आर्थिक छती या आपके आईडी को हैक करने का प्रयास या आपके चाट पर कोई ऐसी लिंक सेंड करना जो आपके डाटा चुराने या आपके डाटा को नुकसान पहुंचाने का कार्य करे। इस तरह इंटरनेट द्वारा किया गया कृत्य भी साइबर अपराध कहलाता है।  कोरोना वैक्सीन लगवाने के नाम पर आपके मोबाइल पर आया कोई गैर कानूनी तरीके का मैसेज जिसकी लिंक पर क्लिक कर जानकारी देने पर भी साइबर क्राइम हो सकता है। साइबर अपराध से बचने के उपाय साइबर अपराध से बचने के लिए साइबर सुरक्षा को निम्नानुसार समझते हैं।  अपनी ईमेल आईडी का पासवर्ड कही पर ना लिखे और ना ही कोई मोबाइल नोटपैड एप  पर लिखें। आईडी पासवर्ड हमेशा याद रखें।  समय समय पर अपनी आईडी का पासवर्ड बदलते रहे।  लॉगिन यूजरनेम और पासवर्ड भी गोपनीय रखे।  मोबाइल फोन और लैपटॉप में ANTIVIRUS रखें जो समय समय पर ऑटोमैटिक वायरस को नष्ट करता रहता है।
 मोबाइल या कंप्यूटर किसी दूसरे व्यक्ति को बेचने से पहले Google Account मे जाकर अपनी आईडी रिमूव जरूर करें।  अनजान मैसेज लिंक या मोबाइल पर आए नोटिफिकेशन पर बिना जानकारी के क्लिक ना करे उसे remove कर दे। मनी ट्रांसफर एप जैसे एसबीआई नेटबैंकिंग, फोन पे, गूगल पे व अन्य जो भी आप उपयोग करते हो काम होने पर तुरंत लॉगआउट करे।
कार्यक्रम के अन्त में अध्यक्षता कर रहे श्री जादौन सर ने कहा कि सजगता और सतर्कता हमारे आधुनिक जीवन का मूल मन्त्र है। सोश ल मीडिया हमें समाज से जोड़ता तो है परन्तु इसे उपयोग करते समय सोच समझकर प्रतिक्रिया देने की जरूरत होती है। अपनी भावनाओं पर कन्ट्रोल करने की भी जरूरत होती है। अधिक पाॅपुलर होने या लालच में आकर हम साइबर क्राइम करने वालों को अवसर देते है। अतः सजगता ओर सतर्कता की विशेष आवश्यकता  होती है जिसमें निश्चित ही पुलिस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उनके द्वारा जागुरूकता हेतु किये जाने वाले प्रयास सराहनीय है। कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों को स्मृति चिन्ह संस्थान के सी.ई.ओ. रणविजय सिंह जी द्वारा भेंट किये गये। इस अवसर पर कॉलेज डायरेक्टर श्री सी पी एस जादौन जी सहित समस्त स्टाफ एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ धर्मेंद्र ख्याति सेंगर जी ने किया।
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azimfancy · 3 years
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Top 10 Online Scam Frauds In India
दोस्तों इंटरनेट की इस मायावी दुनिया में बहुत सारे तरह-तरह के सकेम (कोभांड) हो रहे हैं बहुत सारे Frauds(धोका धडी)हो रहे हैं ऐसे में आप और हम जैसे लोग ही हैं जो इसका हिस्सा बन जात�� हैंजिसकी वजह से हम
काफी सारे पैसे हम लुटावादेते हैं तो आप इस आर्टिकलTop 10 Online Scam Frauds In Indiaको पूरा पढ़ लीजिए क्योंकि आज मैं आपसे बात करने वाला हूं बहुत सारे सकेम की जो इस समय पर चल रहे हैं मार्केट में
खतरा बहुत ज्यादा है ऐसे में आपको कैसे बच के रहना है इन सारे सकेम(कोभांड) से ,दोस्तों आप सभी ने सुना तो जरूर होगा इंटरनेट के जरिए होने वाले सकेम(कोभांड)के बारे में काफी सारे स्कैम्स आपने खुद ने भी एक्सपीरियंस किया होंगे लेकिन
आज की डेट में इतने नए-नए और इनोवेटिव तरीके से सकेम(कोभांड)चल रहे हैं कि हम भी सोचते हैं कि यार इतना दिमाग कहां से लोगों के पास आता है,और ऐसे में चारों तरफ बहुत ज्यादा Frauds (धोका धडी) फैला हुआ है इंटरनेट की दुनिया पर
और यहां पर दोस्तों अगर एक सर्वे की हम माने तो इंडिया में हर दसवें में से 7 लोग जो हैं वह ऐसे ही किसी ने किसी स्कैम का हिस्सा बन गए हैं और स्कैम एक से बढ़कर एक अलग-अलग नए-नए तरीकों से किए जा रहे हैं
तो यहां पर दोस्तों मैं आपसे 10 ऐसे स्कैम के बारे में जानकारी शेयर करूंगा, कुछ ऐसे सिनेरियोज़ आपके सामने रखूंगा की आप भी सोचोगे की ऐसे भी स्कैम हो सकते हें?तो दोस्तों आर्टिकल ( Top 10 Online Scam Frauds In India )को पूरा पढ़ लीजिए क्योंकि आप तो इनसे बचोगे ही साथ ही दूसरे लोगों को भी आप इसके जरिए बचा पाओगे और अगर आप सोच रहे हो कि भैया मैं तो
बिल्कुल यंग डायनेमिक और ब्राइट Independent सोच रखने वाला इंसान हूं तो में कैसे फंस जाऊंगा ऐसे स्कैम्स में मेरे हिसाब से तो यहां पर वह लोग फंस सकते हैं जिनको इतना नॉलेज नहीं है इंटरनेट के बारे में या जो नए-नए इंटरनेट पर आए हैं तो नहीं दोस्तों बिल्कुल भी ऐसी भूल मत करन।
काफी सारे यहाँ पर प्रो अल्ट्रामैग लीजेंट लोग है वह भी इन सकेम(कोभांड)का हिस्सा बन चुके हैं वो भी यहां पर फंस चुके हैं क्योंकि जो हम समझते हैं कि हम बहुत ज्यादा इंटेलिजेंट है तभी वो टाइम होता है जब हमें जो है वो कोई ना कोई आ के ऐसे अपने जाल में फंसा कर चला जाता है मतलब यार तरह-तरह के स्कैम है
तो आइये दोस्तों बढ़ते हें टॉपिकTop 10 Online Scam Frauds In Indiaकी तरफ ,फ्रेंड्स देखा जाए तो सकेम(कोभांड) तो सेंकडों में हो रहे हे लेकिन मेन यहाँ पर 10 ऐसे स्कैम जो हाल में बोहोत ज्यादा हमारे देश में ट्रेंड पर हें उनके बारे में आपको जानकारी देनेवाला हूँ
Top 10 Online Scam Frauds In India
(1) अभी जो कॉमन सकेम है जो निचले लेवल पर चल रहा है जिस में आपको मैसेज आएगा ईमेल आएगा ,की आपकी लॉटरी लग गई या आपका नंबर लकी ड्रा में सिलेक्ट हुआ है हमे और हम चाहते हे की आपके अकाउंट में आपका पैसा भेज्दें लेकिन
किया हेना की सरकार को टेक्स देना पढता हे इसलिए आपके इतने अमाउंट पर आपको इतना पैसा टेक्स के लिए हमे भेजन होगा तभी हम आपको लकी ड्रा में जीती हवी रकम या लौटरी में खुली हवी रकम दे पायेंगे इसके अलावा आपको यहां पर तरह-तरह के लिंक्स भेजे जाएंगे और आपसे कहा जायेगा की
अधिक जानकारी के लिए आप इस लिंक के उपर क्लिक करें और आगे की प्रोसेस जाने कि कैसे आप वह पैसा कलेक्ट कर सकते हैं और दोस्तों ये जो स्कैम है यह बहुत ही कॉमन स्कैम है आप लिंक पर क्लिक करोगे वो कुछ पैसे आपसे मांग ल��ंगे एडवांस में शिपिंग चार्जेस या प्रोसेसिंग
फीस वगैरह के नाम पर और आपके पैसे लेकर हो जायेंगे वो गायब तो दोस्तों यह तो बहुत ही शुरुआती स्कैम है लेकिन देखो आगे आगे और क्या-क्या तरह के स्कैम्स चल रहे है
(2) एक स्कैम जो चलता है दोस्तों वह है ऑर्डर वाला स्कैम मतलब आपको सिंपल एक कॉल आएगा कस्टमर केयर टाइप के नंबर से वह यह बोलेंगे कि भैया आपका अमेजॉन का अकाउंट या फ्लिपकार्ट का या किसी भी ऑनलाइन वेबसाइट का अकाउंट जो है उससे एक ट्रांजैक्शन हुआ है
आपके अकाउंट से एक iphoneऑर्डर कर लिया है या इस तरह का कुछ भी आपको बताएँगे और कहेंगे की हमें यह ट्रांजैक्शन थोड़ा संगधित और शंका जनक लग रहा है तो आप एक बार अपनी डिटेल हमें प्लीज कंफर्म करवा दीजिए और कुछ डिटेल हमें दे दीजिए
अब यहां पर आपने तो ऑर्डर किया ही नहीं है आप सोचोगे कि यार अचानक मेरे अकाउंट में किसने आर्डर कर दिया कहीं मेरी बैंक से पैसे कट जाएंगे तो,वगैरा-वगैरा दोस्तों अगर आप उसे अपनी डिटेल वेरीफाई के नाम पर दे दोगे तो आप फस जाओगे
वह आपसे पूछेंगे आपका बैंक अकाउंट नंबर क्या है हमको रिफंड करना है मतलब इस तरह के अलग-अलग सवाल पूछे जाएंगे और आखिर में खुलासा किया निकलता है आपने वह सारी चीजें बता दी जो उन्हें चाहिए थी और आप फंस गए पैसे कट गए और उसके बाद में आप जानते हैं कि आप जो है वो इस फ्रॉड में सीधा फस चुके हैं
(3) इसके अलावा दोस्तों यहां पर बोहोत सारे तरह-तरह के फेक जॉब्स स्कैम भी होते हैं मतलब आज के डेट में यार नौकरी काफी लोगों को चाहिए और ऐसे में लोग कोशिश करते हैं और यह चाहते हैं कि कहां से वह पैसा कमा सकते हैं
और बहुत सारे तरह-तरह के झूठे वादे किए जाते हैं कि भैया हर महीने इतना पैसा कमा लोगे ,ये कर लोगे वो कर लोगे , स्कैमर द्वारा आपको प्रोसेसिंग फीस के नाम पर या आपको कोई किट भेजने के नाम पर या किसी और नाम पर आप से 500 1000 1500 ₹2000 का एडवांस लिया जाता है
और उसके बाद में अगर आपने एडवांस दे दिया क्योंकि आपको चाहिए था क्या की आपको नौकरी मिल जाए पैसा कमाना स्टार्ट कर दो कोई बिजनेस स्टार्ट कर लो तो आखिर यहां पर भी हुआ क्या आपको मिला बाबाजी का ठुल्ल्लू ,,,और आप बन गए ऑनलाइन जॉब स्कैम का हिस्सा
(4) दोस्तों इसके अलावा एक जो स्कैम हे वो हे की आपसे कहा जायेगा की मोबाइल का टावर लगवा लो घर में और यह जो आप देखते हैं ना चारों तरफ मोबाइल टावर लगवाने की बोलबाला तो यह भी कहीं ना कहीं इस स्कैम का ही एक हिस्सा है और इस तरह के कॉल्स भी स्कैम का हिस्सा होते हैं
(5) इसके अलावा यहां पर दोस्तों जो स्कैम के हिस्से हैं वह ये की आपको सीधा गवर्नमेंट की तरफ से फेंक ई-मेल आते हैं या फिर आपको फेंक मैसेजेस आते हैं और यह खासतौर तब होता हे जब यह चल रहा होता है ना टैक्स फाइलिंग वाला पीरियड मतलब के मार्च एंडिंग जैसा सीजन
उस टाइम पर कि भैया आपका जो है वह टैक्स का रिफंड लेलो इस लिंक पर चले जाओ अपना टैक्स बचा लो,या यह की लास्ट डेट आ गई है अपना टैक्स भर दो वगैरा-वगैरा तो यहां पर यह भी बहुत सारे तरह-तरह के स्कैम्स होते हैंजहां पर सीधा मासूम लोगों को टारगेट किया जाता है और उसके बाद में होता क्या है होतावही है कि
भैया आप फसे तो फंसे और फिर फंसे तो ऐसा फंसे कि बाद में शिकायत ही करते रहोगे तो मतलब के काफी लोग तो रिपोर्ट भी नहीं करते हैं की छोड़ो 500 रुपए या1000 रुपये लूट गए है अब इतने पैसों के लिए कौन रिपोर्ट लीखाएगा लेकिन आप सोचो इतने सारे बड़े लेवल पर स्कैम चल रहा होता है और आप जैसे कितने लोग इस स्कैम में फ़सते होंगे
(6) इसके अलावा OLX,Quikr,वाला स्कैम या जो सेकंड हैंड चीजों का स्कैम होता है ना जिसमें हम ऑनलाइन चीजें खरीदते ओर बेचते है तो वह तो भयंकर स्कैम चल रहा है मतलब गाड़ियों में क्या मोबाइल में की भैया ऐड दिख रहा है वह आप को बोलते हैं की
हमारी डील पक्की हो गई हे आपको मैं ये प्रोडक्ट शिप कर दूंगा आप थोड़ा सा एडवांस दे दो कुरियर के लिए ये कर दो वो कर दो हम क्या करते हैं कि कई बार तो हम मन में जानते हैं कि कहींना कहीं हम स्कैम में फंस रहे हैं मतलब केवल हमें अगर बोहोत जरूरत होती है उस चीज़ की या हमें लालच होती है तो हम सोचते हैं कि चलो यार ले लेते हैं इतना तो रिस्क लेना बनता है
और इसी के चलते आपके पैसे भी चले जाते हैं और यहां पर जो OLX,Quikr, वाले स्कैम है इसमें आपको बहुत से वैरीअंट और नये नये तरीके के स्कैमर देखने को मिलेंगे स्कैमर लोगों की कलाकारी उनलोगों की भेजे बाजियां आपको देखने को मिलेगी की वो किस किस तरह से लोगों को बे वकूफ बनाते हें
बहुत सारे स्कैमर आपको आर्मी पर्सन बन कर अपना आधार कार्ड दिखाएंगे फोटो दिखाएंगे मेरा यह वैलिड है ये वैलिड है और उसके बाद में आपका भरोसा जित लेने के बाद में पैसे लेकर सकैमर गायब ,और आप हाथ मसलते रह जाते हें
(7) इस के अलावा बहुत सारे लोग जो है वह एक का डबल वाला जो हीसाहब वाला स्कैम होता हे उस में फस जाते हैं मतलब के 25 दिन में आपकापैसा…………
दोस्तोंआर्टिकल अभी बाकी हे अगर आपको पसंदआया हो औरआगे का हिससा आप पढना चाहते होतो निचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें,आपके कीमती समय के लिए धन्यवाद
https://articlemaza.com/top-10-online-scam-frauds-in-india/
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जल्द ही, व्हाट्सएप संदेश 90 दिनों के बाद गायब हो सकते हैं: नई सुविधा के बारे में और जानें | प्रौद्योगिकी समाचार
जल्द ही, व्हाट्सएप संदेश 90 दिनों के बाद गायब हो सकते हैं: नई सुविधा के बारे में और जानें | प्रौद्योगिकी समाचार
नई दिल्ली: व्हाट्सए�� कई ऐसे फीचर्स पर काम कर रहा है जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हमारे मैसेजिंग अनुभव को बदलने के लिए तैयार हैं। ऐसे में फेसबुक के स्वामित्व वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फिलहाल एक ऐसे फीचर की टेस्टिंग कर रहा है जो 90 दिनों के बाद अपने आप मैसेज डिलीट कर देगा। व्हाट्सएप ने हाल ही में एक गायब होने वाला संदेश फीचर लॉन्च किया था जो सात दिनों से अधिक पुरानी बातचीत को स्वचालित रूप से हटा…
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hindistoryblogsfan · 4 years
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी Facebook (फेसबुक) के स्वामित्व वाले Whatsapp (व्हाट्सएप) ने अपनी पेमेंट सेवा भारत में शुरू कर दी है। यानी कि अब से भारत में WhatsApp यूजर्स एक दूसरे को पैसे ट्रांसफर कर पाएंगे। दरअसल, व्हाट्सएप को भारत में UPI बेस्ड पेमेंट सर्विस लॉन्च करने की इजाजत मिल गई है।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने गुरूवार को WhatsApp को अप्रूवल दे दिया है। व्हाट्सएप अपने UPI को समय के साथ बढ़ा सकता है। भारत में फिलहाल 40 करोड़ व्हाट्सएप यूजर हैं जिनमें से चुनिन्दा 2 करोड़ लोगों के लिए व्हाट्सएप पेमेंट ऑप्शन मौजूद होगा।
व्हाट्सएप लाया मैसेज गायब कर देने वाला टूल, 7 दिन की होगी लिमिट
बता दें कि लगभग 3 साल से WhatsApp को इसका इंतजार था। WhatsApp UPI बेस्ड पेमेंट ��ी टेस्टिंग पहले ही की जा चुकी है। वहीं अब कम्पनी ने ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिये इस फीचर के रोलआउट होने की जानकारी दी है।  
वहीं फेसबुक इंडिया हेड अजीत मोहन ने कहा है, ‘भारत में WhatsApp पर पेमेंट लाइव हो चुका है और लोग WhatsApp के जरिए पैसे भेज सकेंगे। हम इस बात को लेकर उत्साहित हैं कि कंपनी भारत के डिजिटल पेमेंट शिफ्ट में योगदान दे सकेगी।
भारत में WhatsApp Payment दस क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। WhatsApp ने पेमेंट सर्विस के लिए पाँच बड़े बैंकों से साथ करार किया है। इनमें ICICI Bank, HDFC Bank, Axis Bank, SBI और JIo Payments Bank शामिल हैं।
Samsung W21 5G हुआ लॉन्च, जानें कितना खास है ये फोल्डेबल फोन
कंपनी के अनुसार WhatsApp से पेमेंट करना सिक्योर होगा और हर ट्रांजैक्शन के लिए UPI पिन की जरूरत होगी। WhatsApp payments एंड्रॉयड और आईओएस दोनों ही प्लैटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। जानकारी के लिए बता दें कि WhatsApp Payment यूज करने के लिए आपके पास डेबिट कार्ड होना जरूरी है जो UPI सपोर्ट करता है।
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WhatsApp users will be able to transfer money From today, company confirm
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technewscdd · 4 years
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WhatsApp में आ रहा है कमाल का फीचर
whatsapp में आ रहा है कमाल का फीचर, फोन बदलने पर भी डिलीट नहीं होगी चैट हिस्ट्री
WhatsApp नए-नए फीचर को लेकर लगातार काम कर रहा है। हाल ही में व्हाट्सएप ने फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए सर्च फीचर जारी किया है, वहीं अब कंपनी एक ऐसे फीचर पर काम कर रही है जिसके आने के बाद डिवाइस बदलने पर भी आपके व्हाट्सएप चैट की हिस्ट्री डिलीट नहीं होगी। आइए जानते हैं इसके बारे में...
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दरअसल व्हाट्सएप सिंकिंग फीचर पर काम करा है। इसका मतलब यह है कि यदि आप अपना फोन बदलते हैं तो भी आपके पहले फोन वाली चैट हिस्ट्री नए फोन में दिखेगी, जबकि फिलहाल ऐसी कोई सुविधा नहीं है। फिलहाल फोन बदलने पर हिस्ट्री गायब हो जाती है।
WABetaInfo के रिपोर्ट के मुताबिक WhatsApp जल्द ही चैट सिंकिंग फीचर जारी करने वाला है। यह फीचर मल्टी डिवाइस सपोर्ट फीचर के साथ ही रिलीज हो सकता है। बता दें कि व्हाट्सएप जल्द ही मल्टी डिवाइस सपोर्ट देने वाला है जिसके बाद आप एक ही व्हाट्सएप अकाउंट एक साथ चार डिवाइस पर इस्तेमाल कर सकेंगे। गौरतलब है कि व्हाट्सएप का चैट सिंकिंग फीचर पहले से ही डेस्कटॉप वर्जन पर मौजूद है। वहीं डिवाइस के लिए इस फीचर की टेस्टिंग बीटा वर्जन पर हो रही है।
व्हाट्सएप एक्सपायरिंग मैसेज (expiring messages) फीचर की टेस्टिंग भी बीटा वर्जन पर कर रहा है। इस फीचर का फायदा यह होगा कि एक तय समय के बाद कोई मैसेज अपने आप ही डिलीट हो जाएगा। एक्सपायरिंग मैसेज व्हाट्सएप की सिक्योरिटी का ही एक हिस्सा है।
यह फीचर तब आपके लिए उपयोगी होगा जब आप किसी के साथ कुछ ऐसी जानकारी साझा करेंगे जिसकी जरूरत काम खत्म होने के बाद ना हो। उदाहरण के तौर पर यदि आप किसी के साथ कोई पासवर्ड शेयर करते हैं तो कुछ देर आप उसे डिलीट कर सकेंगे।
WhatsApp में जल्द ही जुड़ेगा ये नया फीचर, ऐप में ही ले सकेंगे ShareChat वीडियो का मजा
WhatsApp जल्द ही Android, iOS यूजर को पिक्चर-इन-पिक्चर (Picture in Picture) मोड में ShareChat वीडियो देखने के लिए परमिशन दे सकता है.
WhatsApp में शामिल होगा नया फीचर
इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस वॉट्सऐप (WhatsApp) आए दिन अपने यूजर के लिए नए-नए फीचर लेकर आता रहता है. कई दिनों से वॉट्सऐप एक नए फीचर पर काम कर रहा है जिससे सोशल मीडिया ऐप शेयरचैट (ShareChat) यूजर्स को पिक्चर-इन-पिक्चर (Picture in Picture) मोड में ऐप के अंदर ही वीडियो चलाने की सुविधा देगा. वॉट्सऐप बीटा को ट्रैक करने वाली वेबसाइट WABetaInfo के अनुसार, शेयरचैट वीडियो iOS और Android के लिए बीटा वर्जन पर उपलब्ध होगी.
WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार, इस फीचर को चलाने के लिए यूजर को iOS के 2.20.81.3 और Android के 2.20.197.7 वर्जन को इंस्टॉल करना होगा. इस सुविधा की मदद से जब आप शेयरचैट वीडियो के प्ले आइकन पर टैप करते हैं, तो वॉट्सऐप पिक्चर-इन-पिक्चर मोड में वीडियो स्टार्ट हो जाएगा.
सोशल प्लेटफॉर्म ShareChat हिंदी, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, तेलुगु, तमिल, बंगाली, ओडिया, कन्नड़, असमिया, हरियाणवी, राजस्थानी, भोजपुरी और उर्दू सहित 15 भाषाओं में उपलब्ध है. ShareChat के 60 मिलियन से ज्यादा मंथली एक्टिव यूजर हैं. WABetaInfo के अनुसार वॉट्सऐप ने हाल ही में कई फीचर पर काम करना शुरू किया है. जिसमें एक्सपायरिंग मैसेज फीचर भी शामिल है. जो यूजर्स को सात दिनों के भीतर संदेशों को ऑटो-डिलीट करने की अनुमति देता है.
अगर आपके पास बाहर से कोई वीडियो आता है तो आप WhatsApp से बाहर जाए बगैर वहीं पर उस वीडियो को देख सकते हैं. यानी, अगर आपके पास WhatsApp पर Youtube का कोई लिंक आया तो आप उसे वहीं देख सकते हैं.
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toldnews-blog · 6 years
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Love affair & Murder ऐसे हुआ ट्विंकल मर्डर केस का खुलासा, BJP नेता ने रची थी साजिश - mp indore congress woman leader murder abduction corpse accused bjp leader arrested
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इंदौर में कांग्रेस की एक युवा नेता अचानक रहस्यमयी तरीक़े से गायब हो जाती है. घरवाले पुलिस में रिपोर्ट लिखवाते हैं और बीजेपी के एक कद्दावर नेता पर अपनी बेटी को गायब करने का इल्ज़ाम लगाते हैं. इसी बीच पुलिस को खबर मिलती है कि उन्हीं नेता जी ने अपने घर में हाल ही में गड्ढे खुदवा कर उसमें लाश दबाई है. पुलिस मान बैठी केस सुलझ गया. मगर जब गड्ढे की खुदाई होती है तो उसमें से लाश तो मिलती है, पर गुमशुदा नेता की नहीं. अब केस एक बार फिर वहीं आकर खड़ा हो जाता है जहां से शुरू हुआ था.
16 अक्टूबर 2016, बाणगंगा पुलिस स्टेशन, इंदौर
इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी की सचिव 22 साल की ट्विंकल डागरे अचानक गायब हो जाती है. उनका मोबाइल फोन भी बंद हो जाता है. 24 घंटे बीत जाते हैं. कोई खबर नहीं मिलती. लिहाज़ा मजबूरन बाणगंगा पुलिस स्टेशन में ट्विंकल के पिता संजय डागरे अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा देते हैं. पुलिस सबसे पहले उसकी कॉल डिटेल और मोबाइल फोन की लोकेशन चेक करती है. पता चलता है कि आखिरी बार इंदौर से होते हुए बदनावर पहुंचकर फोन बंद किया गया है. जिसके बाद फिर फोन ऑन नहीं किया गया. जांच में पता चला कि ये वही बदनावर है, जहां के रहने वाले अमित से ट्विंकल का रिश्ता हुआ था. जल्द ही दोनों की शादी होने वाली थी.
पहला शक- मंगेतर अमित पर
ट्विंकल डागरे अमित की मंगेतर थी और अमित बदनावर का ही रहने वाला था जहां ट्विंकल की आखिरी मोबाइल लोकेशन ट्रेस हुई थी. लिहाज़ा पहला शक़ अमित पर गया. पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि 15 अक्टूबर के बाद उसकी ना तो ट्विंकल से बात हुई और ना ही वो उससे मिला. पुलिस बदनावर से बैरंग लौट आई..
दूसरा शक- माता-पिता पर
पुलिस ने ट्विंकल के बारे में बारीकी से पता करना शुरू किया तो पता चला कि वो खुद अपने ही मां-बाप से परेशान थी और कई बार थाने में उसने शिकायत भी दर्ज कराई थी. मगर मां-बाप से पूछताछ के बाद पुलिस को अंदाज़ा हो गया कि ट्विंकल की गुमशुदगी में उनका कोई हाथ नहीं. लेकिन मां-बाप से एक नई जानकारी पुलिस को जरूर मिली. पता चला कि ट्विंकल एक स्थानीय बीजेपी नेता और पूर्व महामंत्री जगदीश करोतिया के काफी करीब थी. ट्विंकल के मां-बाप अकसर इसी बात पर उसे डांटते थे.
तीसरा शक- बीजेपी नेता जगदीश करोतिया पर
चूंकि ट्विंकल कॉलेज से ही छात्र राजनीति में बहुत आगे थी. और बीजेपी की तरफ उसका झुकाव था. लिहाज़ा बीजेपी के नेता और पूर्व महामंत्री जगदीश करोतिया से उसका मिलना जुलना शुरू हुआ. मगर 65 साल के जगदीश को ट्विंकल में देश का भविष्य दिखने के बजाए कुछ और ही दिख रहा था. जल्द ही वो ट्विंकल के करीब आ गए. ट्विंकल भी उसके झांसे में आ गई. जगदीश ने उसे बीजेपी में पद भी दिलवा दिया. बाद में उसने अपने प्रभाव से ट्विंकल को शहर कांग्रेस कमेटी का सचिव बनवा दिया. कुल मिलाकर यही वो शख्स था जिससे ट्विंकल का सबसे ज़्यादा मिलना जुलना था. लिहाज़ा पुलिस ने पूछताछ शुरू की. मगर उसने पुलिस एक वॉट्सअप मैसेज दिखाया. जो ट्विकंल ने उसके बेटे को भेजा था. इसमें लिखा था कि वो अपने मां-बाप से परेशान होकर घर छोड़ कर जा रही है.
चौथा शक- ब्वॉयफ्रेंड पर
अब तक जांच में पुलिस को कोई भी सुराग नहीं मिल रहा था. तफ्तीश में ट्विंकल के किसी ब्वायफ्रैंड़ के बारे में भी जानकारी नहीं मिली. लिहाज़ा शक की सूई बार बार बीजेपी नेता जगदीश करोतिया की तरफ ही घूम जाती. इसलिए पुलिस सुराग की तलाश में करोतिया के दफ्तर और घर के आसपास लगातार खाक छान रही थी और तभी उसके हाथ लगा पहला सुराग.
पहला सुराग़- करोतिया के घर में किसी को दफ़नाया गया
ये खबर कहां से उड़ी किसी को नहीं पता. मगर उड़ते उड़ते ये खबर पुलिस को भी लगी कि बीजेपी नेता जगदीश करोतिया के घर में किसी को दफ्नाया गया है. पुलिस के लिए इतना सुराग काफी था. पुलिस ने करोतिया के घर में खुदाई शुरू करा दी. और आखिरकार फावड़े की एक मार के साथ कुछ हड्डियां बाहर आईं. इतना तो तय हो गया कि खबर सच्ची है. मगर ज़मीन को अंदर से जब पूरी लाश बाहर आई तो पता चला कि वो किसी इंसान का नहीं बल्कि कुत्ते का है. अब जगदीश करोतिया को मौका मिल गया, पुलिस को दबाव में लेने का.
पुलिस परेशान थी क्योंकि उसके सारे दांव उल्टे पड़ते जा रहे थे. उसे ट्विंकल की गुमशुदगी का ना तो कोई सुराग मिल रहा था और ना ही कोई सबूत. फिर भी इंदौर पुलिस को कहीं ना कहीं यही लग रहा था कि ट्विंकल की गुमशुदगी का राज़ राजेश करोतिया से ही जुड़ा है.
बीजेपी नेता पर शक की वजह
भाजपा नेता जगदीश करोतिया पर पुलिस के शक की दो वजह थी. अव्वल तो लड़की के घरवाले करोतिया पर सीधा-सीधा इल्ज़ाम लगा रहे थे. दूसरा करोतिया से ट्विंकल के रिश्तों को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं थीं. लेकिन करोतिया के फ़ार्म हाउस से लड़की की जगह कुत्ते की लाश बरामद करने के बाद पुलिस अब सावधानी बरत रही थी. पर केस आगे बढ़ नहीं रहा था. तभी अचानक इंदौर पुलिस ने एक फैसला किया और उस फैसले को अमल में लाने के लिए वो अदालत पहुंच गई.
अप्रैल 2018
ट्विंकल को गुम हुए लगभग डेढ़ साल बीत चुके थे. पर ना तो उसकी कोई खबर मिल रही थी और ना ही खुद वो. यहां तक कि कोई लाश भी नहीं मिली जिससे ये मान लिया जाए कि उसकी मौत हो चुकी है. लिहाज़ा पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही थी. जगदीश करोतिया के घर से कुत्ते के अवशेष मिलने के बाद उसके पास कोई और ऐसी वजह नहीं थी, जिससे वो बीजेपी नेता पर शक कर सके. और ना ही ऐसा कोई सुराग मिला जिससे शक ट्विंकल के मां-बाप या उसके मंगेतर पर जाए. पर कुल मिलाकर पूरा केस अब भी इन्हीं तीन किरदारों के ईर्द गिर्द घूम रहा था.
इधर, जैसे-जैसे वक्त बीत रहा था पुलिस की फजीहत पढ़ती जा रही थी. बीजेपी नेता जगदीश करोतिया से पुलिस को कुछ खास सुनारग मिल नहीं रहा था. वहीं ट्विंकल के घरवाले बार बार करोतिया की तरफ ही इशारा कर रहे थे. लिहाज़ा तय किया गया कि ट्विंकल गुमशुदगी केस की गुत्थी सुलझाने के लिए सूबे की पुलिस पहली बार वैज्ञानिक तरीके का इस्तेमाल करेगी. जिसे बीईओएस यानी ब्रेन इलेक्ट्रिकल आसलेशन सिग्नेचर टेस्ट कहते हैं. आसान ज़बान में इसे ब्रेन मैपिंग टेस्ट समझिए. केस ऐसे मोड़ पर था कि पुलिस अकेले बीजेपी नेता जगदीश करोतिया का टेस्ट नहीं करा सकती थी लिहाज़ा उसके दो बेटों. ट्विंकल के मां-बाप और मंगेतर अमित का भी ब्रेन मैपिंग टेस्ट जगदीश करोतिया के साथ कराने का फैसला लिया गया.
ट्विंकल के मां-बाप और मंगेतर अमित ब्रेन इलेक्ट्रिकल आसलेशन सिग्नेचर टेस्ट में साफ निकल गए. मगर जब ये टेस्ट जगदीश करोतिया और उनके बेटों पर कराया गया तो ट्विंकल गुमशुदगी केस मे अचानकं भूचाल आ गया. पता चला कि पुलिस और ट्विंकल के मां-बाप का शक़ सौ फीसदी सही है. जगदीश और उसके बेटों ने ही ट्विंकल की ना सिर्फ किडनैपिंग की. बल्कि डेढ़ साल पहले ही उसे मौत के घाट भी उतार दिया था. पर अभी भी पुलिस के लिए मुश्किल ये थी कि सबूत कहां से लाए. कत्ल का, किडनैपिंग का या फिर लाश का? क्योंकि कानूनी तौर पर सिर्फ ब्रेन मैपिंग को कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश नहीं किया जा सकता था.
लिहाज़ा पुलिस ने तय किया कि वो टेस्ट के नतीजों को तब तक गुप्त रखेगी जब तक कि सबूत ना हाथ लग जाएं. इसके बाद वो उन सबूतों-गवाहों को इकट्ठा करने में जुट गई. जिनका इन तीनों आरोपियों ने ब्रेन मैपिंग टेस्ट के दौरान खुलासा किया था. कामयाबी हाथ लगती है और फिर इसी के साथ पूरी कहानी सामने आ जाती है.
दरअसल, भाजपा नेता जगदीश करोतिया के ट्विंकल के साथ अवैध संबंध थे. ट्विंकल जगदीश करोतिया पर उसके ही घर में रहने के लिए दबाव बना रही थी. करोतिया और ट्विंकल के इस रिश्ते की वजह से उसकी पत्नी और बेटों से झगड़ा हो गया. जगदीश को राजनीतिक करियर डूबने की चिंता थी, लिहाज़ा उसने ट्विंकल के क़त्ल की साज़िश रच डाली. जगदीश करोतिया के दोनों बेटे भी साज़िश में शामिल थे. तीनों ने ट्विंकल की किडनैपिंग और मर्डर से पहले हिंदी फिल्म ‘दृश्यम’ को कई बार देखा था.
पूछताछ में दृश्यम फिल्म का ज़िक्र आते ही पुलिस को ये समझने में भी देर नहीं लगी कि जगदीश करोतिया के घर से निकले कुत्ते का शव इसी साज़िश का हिस्सा था. और तो और खुद जगदीश करोतिया ने ये खबर फैलाई थी कि उनके घर में किसी की लाश दफन है. ताकि पुलिस जब आए तो उसे खुदाई में कुत्ते का शव मिले और उन पर लग रहे इल्ज़ाम एक ही झटके में खत्म हो जाएं. और हुआ भी ठीक ऐसा ही.
मगर अब भी ये सवाल कायम था कि अगर जगदीश करोतिया के घर से कुत्ते का शव मिला तो ट्विंकल का शव कहां है. और इतना ही नहीं उसके मोबाइल की आखिरी लोकेशन ये क्यों बता रही थी कि वो इंदौर से करीब 100 किमी दूर बदनावर में थी. अभी इनका खुलासा होना बाकी था.
ट्विंकल की गुमशुदगी को लेकर करोतिया परिवार अब बेनक़ाब हो चुका था. लेकिन कुछ सवाल अब भी जस का तस थे. और वो ये कि आख़िर ट्विंकल का मोबाइल फ़ोन आख़िरी बार उसके मंगेतर के घर के पास जाकर क्यों बंद हुआ? और दूसरा ये कि ट्विंकल की लाश का क्या हुआ? तो ये कहानी भी आखिर में सामने आती है.
बीजेपी नेता जगदीश करोतिया ने ट्विंकल को अपनी हवस का शिकार तो बना लिया था मगर अब वो उसी के गले की हड्डी बनने लगी थी. ट्विंकल जगदीश के साथ उसी के घर में रहने की ज़िद कर रही थी. मगर ये ना तो जगदीश की पत्नी को गवारा था और ना ही उनके बेटों को. लिहाज़ा पांचों ने ��िलकर दृश्यम पार्ट टू बनाने का फैसला किया. इसमें जगदीश उसके बेटे विजय, अजय और विनय के अलावा पांचवा किरदार नीलेश कश्यप था. जिसकी ज़मीन पर ट्विंकल का कत्ल किया जाना था.
जगदीश ने ट्विंकल से कहा कि वो उसे कहीं और घर दिलाएगा. उसी बहाने उसे साजिश के तहत फंसाया गया. 16 अक्टूबर 2016 की सुबह 11 बजे मकान देखने के लिए ट्विंकल को बीजेपी नेता ने घर बुलाया. बहाने से अजय और जगदीश करोतिया उसे एमआर-10 पर दोस्त नीलेश के खेत पर ले गए. खेत पर आते ही करोतिया ने अजय के साथ मिलकर रस्सी से ट्विंकल का गला घोंट दिया. जगदीश ट्विंकल के शव को नीलेश के खेत में ही दफनाना चाहता था उसने मना कर दिया. लिहाज़ा तीनों ने शव को कपड़े में लपेटा और कार की डिक्की में रखकर घर ले आए. दूसरे दिन सुबह करीब 5 बजे कार लेकर सांवेर रोड पर अवंतिका नगर के प्लॉट पर पहुंचे. कुत्ता मरने की बात कहकर जगदीश ने निगम कर्मियों से प्लाट पर गड्ढा खुदवाया. निगमकर्मियों के जाते ही गड्डे में कचरा, लकड़ियां जमाकर ट्विंकल के शव को जला दिया. मौके पर जगदीश के अलावा उसके बेटे अजय, विनय और विजय के साथ नीलेश भी था. शव को जलाने के दो दिन बाद हड्डियां और राख बोरे में भरकर नज़दीकी नाले में बहा दी.
इसके बाद अजय ने ट्विंकल का मोबाइल इंदौर में ही ऑन कर बदनावर जाकर फेंक दिया ताकि पुलिस का शक उसके मंगेतर अमित पर जाए. मगर ब्रेन इलेक्ट्रिकल ऑसिलेशन सिग्नेचर टेस्ट में हुए खुलासे ने आरोपियों के दृश्यम की पोल पट्टी खोल दी. पुलिस को शव जलाने वाली जगह से ट्विंकल की बिछिया, ब्रेसलेट, कपड़े और कुछ सामान मिले हैं. जिसके बाद पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
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chaitanyabharatnews · 4 years
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WhatsApp पर आने वाला है ये खास फीचर, फोटो, वीडियो सेंड करने के बाद खुद हो जाएंगे डिलीट
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चैतन्य भारत न्यूज इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp हर दिन अपनी ऐप में बदलाव करता ही रहता है। अब व्हाट्सएप एक ऐसे फीचर पर काम कर रहा है जिसे Expiring Media नाम दिया गया है। इस फीचर में वीडियो, फोटोज और GIF यदि आपने किसी को भेजा है तो वो खुद ही सामने वाले के देखने के बाद गायब हो जाएगा। पिछले काफी दिनों से व्हाट्सएप इस फीचर पर काम कर रहा है। ये फीचर टाइमर बेस्ड होगा और टाइम के साथ ही मैसेज गायब हो जाएंगे। पहली नजर में Expiring Media फीचर भी Expiring Message का ही पार्ट लगता है। हाल ही में व्हाट्सएप के फीचर्स का ट्रैक रखने वाली वेबसाइट WABetainfo ने कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं जिसमें Expiring Media के लिए एक खास बटन देखा जा सकता है। इस स्क्रीनशॉट से ये अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि Expiring Media के लिए मीडिया कॉन्टेंट सेंड करते वक्त डेडिकेटेड आइकॉन यूज करना होगा। इसमें आप जैसे ही मीडिया कॉन्टेंट किसी को भेजेंगे। वीडियोज, तस्वीरें या जिफ फाइल सेंड करते वक्त आप Expiring Media सेलेक्ट कर सकते हैं। इसके बाद जिसे आपने सेंड किया है उसके देखते ही गायब हो जाएगा। गौरतलब है कि इंस्टाग्राम में ऐसा फीचर पहले से ही है। इंस्टा से भी पहले कई ऐप्स ऐसे हैं जिनमें ये फीचर दिया गया है। इंस्टाग्राम के डायरेक्ट मैसेज में आप किसी को भी Disappear होने वाले फोटोज और वीडियोज सेंड कर सकते हैं। WAbetinfo ने कहा है कि, फिलहाल ये फीचर एंड्रॉयड के लिए टेस्ट किया जा रहा है। उम्मीद की जा सकती है कि कंपनी Expiring Message के साथ ही इस फीचर को पब्लिक के लिए जारी करेगी। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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इस साल WhatsApp ला रहा ये शानदार फीचर्स, लास्ट सीन में हो सकता है बड़ा बदलाव
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चैतन्य भारत न्यूज WhatsApp के जरिए 150 करोड़ यूजर्स अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से कनेक्ट रहते हैं। यूजर्स इसके जरिए चैटिंग, फोटो और वीडियो शेयर करने के साथ ही ऑडियो और वीडियो कॉलिंग भी कर सकते हैं। खास बात यह है कि पिछले कुछ सालों में WhatsApp की पॉपुलैरिटी भारत में काफी तेजी से बढ़ी है। ऐसे में अब कंपनी 2020 में कुछ नए फीचर्स के साथ तैयार है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल WhatsApp में मैसेज खुद गायब होने वाला फीचर आ सकता है। इसकी टेस्टिंग की जा रही है। कहा जा रहा है कि यह Delete Message या Self Destructing message का फीचर खास तौर पर ग्रुप के लिए लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, Delete Message फीचर का इस्तेमाल करके ग्रुप ऐडमिन ग्रुप के मैसेज में टाइमर सेट कर सकते हैं। समय पूरा होने के बाद ये मैसेज खुद से डिलीट हो जाएंगे। इसमें तीन ऑप्शन्स दिए जाएंगे। इसके अलावा WhatsApp डार्क मोड फीचर भी ला सकता है। इसकी भी टेस्टिंग की जा रही है। डार्क मोड के तहत भी कंपनी तीन ऑप्शन देगी, जिसमें एक ऑटो होगा, दूसरा मैनुअल और तीसरा पावर सेवर का ऑप्शन होगा। यानी अगर आपका फोन डार्क मोड में है तो WhatsApp खुद से डार्क मोड में चला जाएगा। साथ ही कंपनी लास्ट सीन को लेकर भी कुछ बदलाव कर सकती है। जानकारी के मुताबिक, कंपनी लास्ट सीन को कुछ लोगों के लिए लिमिट करने का ऑप्शन दे सकती है। ये भी पढ़े... अब फोन में बिना इंटरनेट के भी चलेगा WhatsApp, जल्द लॉन्च होने वाला है ये फीचर WhatsApp में जल्द आने वाले हैं ये दो शानदार फीचर, कर देंगे यूजर्स की इस बड़ी समस्या को हल हो जाइए सावधान! MP4 फाइल के जरिए आपका वॉट्सऐप अकाउंट हो सकता है हैक, ऐसे करें बचाव Read the full article
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toldnews-blog · 6 years
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Love affair & Murder दृश्यम फिल्म पार्ट-2: कांग्रेस की महिला नेता का कत्ल, BJP नेता की खौफनाक साजिश - mp indore congress leader murder abduction corpse accused bjp leader arrested police
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इंदौर में कांग्रेस की एक युवा नेता अचानक रहस्यमयी तरीक़े से गायब हो जाती है. घरवाले पुलिस में रिपोर्ट लिखवाते हैं और बीजेपी के एक कद्दावर नेता पर अपनी बेटी को गायब करने का इल्ज़ाम लगाते हैं. इसी बीच पुलिस को खबर मिलती है कि उन्हीं नेता जी ने अपने घर में हाल ही में गड्ढे खुदवा कर उसमें लाश दबाई है. पुलिस मान बैठी केस सुलझ गया. मगर जब गड्ढे की खुदाई होती है तो उसमें से लाश तो मिलती है, पर गुमशुदा नेता की नहीं. अब केस एक बार फिर वहीं आकर खड़ा हो जाता है जहां से शुरू हुआ था.
16 अक्टूबर 2016, बाणगंगा पुलिस स्टेशन, इंदौर
इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी की सचिव 22 साल की ट्विंकल डागरे अचानक गायब हो जाती है. उनका मोबाइल फोन भी बंद हो जाता है. 24 घंटे बीत जाते हैं. कोई खबर नहीं मिलती. लिहाज़ा मजबूरन बाणगंगा पुलिस स्टेशन में ट्विंकल के पिता संजय डागरे अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा देते हैं. पुलिस सबसे पहले उसकी कॉल डिटेल और मोबाइल फोन की लोकेशन चेक करती है. पता चलता है कि आखिरी बार इंदौर से होते हुए बदनावर पहुंचकर फोन बंद किया गया है. जिसके बाद फिर फोन ऑन नहीं किया गया. जांच में पता चला कि ये वही बदनावर है, जहां के रहने वाले अमित से ट्विंकल का रिश्ता हुआ था. जल्द ही दोनों की शादी होने वाली थी.
पहला शक- मंगेतर अमित पर
ट्विंकल डागरे अमित की मंगेतर थी और अमित बदनावर का ही रहने वाला था जहां ट्विंकल की आखिरी मोबाइल लोकेशन ट्रेस हुई थी. लिहाज़ा पहला शक़ अमित पर गया. पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि 15 अक्टूबर के बाद उसकी ना तो ट्विंकल से बात हुई और ना ही वो उससे मिला. पुलिस बदनावर से बैरंग लौट आई..
दूसरा शक- माता-पिता पर
पुलिस ने ट्विंकल के बारे में बारीकी से पता करना शुरू किया तो पता चला कि वो खुद अपने ही मां-बाप से परेशान थी और कई बार थाने में उसने शिकायत भी दर्ज कराई थी. मगर मां-बाप से पूछताछ के बाद पुलिस को अंदाज़ा हो गया कि ट्विंकल की गुमशुदगी में उनका कोई हाथ नहीं. लेकिन मां-बाप से एक नई जानकारी पुलिस को जरूर मिली. पता चला कि ट्विंकल एक स्थानीय बीजेपी नेता और पूर्व महामंत्री जगदीश करोतिया के काफी करीब थी. ट्विंकल के मां-बाप अकसर इसी बात पर उसे डांटते थे.
तीसरा शक- बीजेपी नेता जगदीश करोतिया पर
चूंकि ट्विंकल कॉलेज से ही छात्र राजनीति में बहुत आगे थी. और बीजेपी की तरफ उसका झुकाव था. लिहाज़ा बीजेपी के नेता और पूर्व महामंत्री जगदीश करोतिया से उसका मिलना जुलना शुरू हुआ. मगर 65 साल के जगदीश को ट्विंकल में देश का भविष्य दिखने के बजाए कुछ और ही दिख रहा था. जल्द ही वो ट्विंकल के करीब आ गए. ट्विंकल भी उसके झांसे में आ गई. जगदीश ने उसे बीजेपी में पद भी दिलवा दिया. बाद में उसने अपने प्रभाव से ट्विंकल को शहर कांग्रेस कमेटी का सचिव बनवा दिया. कुल मिलाकर यही वो शख्स था जिससे ट्विंकल का सबसे ज़्यादा मिलना जुलना था. लिहाज़ा पुलिस ने पूछताछ शुरू की. मगर उसने पुलिस एक वॉट्सअप मैसेज दिखाया. जो ट्विकंल ने उसके बेटे को भेजा था. इसमें लिखा था कि वो अपने मां-बाप से परेशान होकर घर छोड़ कर जा रही है.
चौथा शक- ब्वॉयफ्रेंड पर
अब तक जांच में पुलिस को कोई भी सुराग नहीं मिल रहा था. तफ्तीश में ट्विंकल के किसी ब्वायफ्रैंड़ के बारे में भी जानकारी नहीं मिली. लिहाज़ा शक की सूई बार बार बीजेपी नेता जगदीश करोतिया की तरफ ही घूम जाती. इसलिए पुलिस सुराग की तलाश में करोतिया के दफ्तर और घर के आसपास लगातार खाक छान रही थी और तभी उसके हाथ लगा पहला सुराग.
पहला सुराग़- करोतिया के घर में किसी को दफ़नाया गया
ये खबर कहां से उड़ी किसी को नहीं पता. मगर उड़ते उड़ते ये खबर पुलिस को भी लगी कि बीजेपी नेता जगदीश करोतिया के घर में किसी को दफ्नाया गया है. पुलिस के लिए इतना सुराग काफी था. पुलिस ने करोतिया के घर में खुदाई शुरू करा दी. और आखिरकार फावड़े की एक मार के साथ कुछ हड्डियां बाहर आईं. इतना तो तय हो गया कि खबर सच्ची है. मगर ज़मीन को अंदर से जब पूरी लाश बाहर आई तो पता चला कि वो किसी इंसान का नहीं बल्कि कुत्ते का है. अब जगदीश करोतिया को मौका मिल गया, पुलिस को दबाव में लेने का.
पुलिस परेशान थी क्योंकि उसके सारे दांव उल्टे पड़ते जा रहे थे. उसे ट्विंकल की गुमशुदगी का ना तो कोई सुराग मिल रहा था और ना ही कोई सबूत. फिर भी इंदौर पुलिस को कहीं ना कहीं यही लग रहा था कि ट्विंकल की गुमशुदगी का राज़ राजेश करोतिया से ही जुड़ा है.
बीजेपी नेता पर शक की वजह
भाजपा नेता जगदीश करोतिया पर पुलिस के शक की दो वजह थी. अव्वल तो लड़की के घरवाले करोतिया पर सीधा-सीधा इल्ज़ाम लगा रहे थे. दूसरा करोतिया से ट्विंकल के रिश्तों को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं थीं. लेकिन करोतिया के फ़ार्म हाउस से लड़की की जगह कुत्ते की लाश बरामद करने के बाद पुलिस अब सावधानी बरत रही थी. पर केस आगे बढ़ नहीं रहा था. तभी अचानक इंदौर पुलिस ने एक फैसला किया और उस फैसले को अमल में लाने के लिए वो अदालत पहुंच गई.
अप्रैल 2018
ट्विंकल को गुम हुए लगभग डेढ़ साल बीत चुके थे. पर ना तो उसकी कोई खबर मिल रही थी और ना ही खुद वो. यहां तक कि कोई लाश भी नहीं मिली जिससे ये मान लिया जाए कि उसकी मौत हो चुकी है. लिहाज़ा पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही थी. जगदीश करोतिया के घर से कुत्ते के अवशेष मिलने के बाद उसके पास कोई और ऐसी वजह नहीं थी, जिससे वो बीजेपी नेता पर शक कर सके. और ना ही ऐसा कोई सुराग मिला जिससे शक ट्विंकल के मां-बाप या उसके मंगेतर पर जाए. पर कुल मिलाकर पूरा केस अब भी इन्हीं तीन किरदारों के ईर्द गिर्द घूम रहा था.
इधर, जैसे-जैसे वक्त बीत रहा था पुलिस की फजीहत पढ़ती जा रही थी. बीजेपी नेता जगदीश करोतिया से पुलिस को कुछ खास सुनारग मिल नहीं रहा था. वहीं ट्विंकल के घरवाले बार बार करोतिया की तरफ ही इशारा कर रहे थे. लिहाज़ा तय किया गया कि ट्विंकल गुमशुदगी केस की गुत्थी सुलझाने के लिए सूबे की पुलिस पह��ी बार वैज्ञानिक तरीके का इस्तेमाल करेगी. जिसे बीईओएस यानी ब्रेन इलेक्ट्रिकल आसलेशन सिग्नेचर टेस्ट कहते हैं. आसान ज़बान में इसे ब्रेन मैपिंग टेस्ट समझिए. केस ऐसे मोड़ पर था कि पुलिस अकेले बीजेपी नेता जगदीश करोतिया का टेस्ट नहीं करा सकती थी लिहाज़ा उसके दो बेटों. ट्विंकल के मां-बाप और मंगेतर अमित का भी ब्रेन मैपिंग टेस्ट जगदीश करोतिया के साथ कराने का फैसला लिया गया.
ट्विंकल के मां-बाप और मंगेतर अमित ब्रेन इलेक्ट्रिकल आसलेशन सिग्नेचर टेस्ट में साफ निकल गए. मगर जब ये टेस्ट जगदीश करोतिया और उनके बेटों पर कराया गया तो ट्विंकल गुमशुदगी केस मे अचानकं भूचाल आ गया. पता चला कि पुलिस और ट्विंकल के मां-बाप का शक़ सौ फीसदी सही है. जगदीश और उसके बेटों ने ही ट्विंकल की ना सिर्फ किडनैपिंग की. बल्कि डेढ़ साल पहले ही उसे मौत के घाट भी उतार दिया था. पर अभी भी पुलिस के लिए मुश्किल ये थी कि सबूत कहां से लाए. कत्ल का, किडनैपिंग का या फिर लाश का? क्योंकि कानूनी तौर पर सिर्फ ब्रेन मैपिंग को कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश नहीं किया जा सकता था.
लिहाज़ा पुलिस ने तय किया कि वो टेस्ट के नतीजों को तब तक गुप्त रखेगी जब तक कि सबूत ना हाथ लग जाएं. इसके बाद वो उन सबूतों-गवाहों को इकट्ठा करने में जुट गई. जिनका इन तीनों आरोपियों ने ब्रेन मैपिंग टेस्ट के दौरान खुलासा किया था. कामयाबी हाथ लगती है और फिर इसी के साथ पूरी कहानी सामने आ जाती है.
दरअसल, भाजपा नेता जगदीश करोतिया के ट्विंकल के साथ अवैध संबंध थे. ट्विंकल जगदीश करोतिया पर उसके ही घर में रहने के लिए दबाव बना रही थी. करोतिया और ट्विंकल के इस रिश्ते की वजह से उसकी पत्नी और बेटों से झगड़ा हो गया. जगदीश को राजनीतिक करियर डूबने की चिंता थी, लिहाज़ा उसने ट्विंकल के क़त्ल की साज़िश रच डाली. जगदीश करोतिया के दोनों बेटे भी साज़िश में शामिल थे. तीनों ने ट्विंकल की किडनैपिंग और मर्डर से पहले हिंदी फिल्म ‘दृश्यम’ को कई बार देखा था.
पूछताछ में दृश्यम फिल्म का ज़िक्र आते ही पुलिस को ये समझने में भी देर नहीं लगी कि जगदीश करोतिया के घर से निकले कुत्ते का शव इसी साज़िश का हिस्सा था. और तो और खुद जगदीश करोतिया ने ये खबर फैलाई थी कि उनके घर में किसी की लाश दफन है. ताकि पुलिस जब आए तो उसे खुदाई में कुत्ते का शव मिले और उन पर लग रहे इल्ज़ाम एक ही झटके में खत्म हो जाएं. और हुआ भी ठीक ऐसा ही.
मगर अब भी ये सवाल कायम था कि अगर जगदीश करोतिया के घर से कुत्ते का शव मिला तो ट्विंकल का शव कहां है. और इतना ही नहीं उसके मोबाइल की आखिरी लोकेशन ये क्यों बता रही थी कि वो इंदौर से करीब 100 किमी दूर बदनावर में थी. अभी इनका खुलासा होना बाकी था.
ट्विंकल की गुमशुदगी को लेकर करोतिया परिवार अब बेनक़ाब हो चुका था. लेकिन कुछ सवाल अब भी जस का तस थे. और वो ये कि आख़िर ट्विंकल का मोबाइल फ़ोन आख़िरी बार उसके मंगेतर के घर के पास जाकर क्यों बंद हुआ? और दूसरा ये कि ट्विंकल की लाश का क्या हुआ? तो ये कहानी भी आखिर में सामने आती है.
बीजेपी नेता जगदीश करोतिया ने ट्विंकल को अपनी हवस का शिकार तो बना लिया था मगर अब वो उसी के गले की हड्डी बनने लगी थी. ट्विंकल जगदीश के साथ उसी के घर में रहने की ज़िद कर रही थी. मगर ये ना तो जगदीश की पत्नी को गवारा था और ना ही उनके बेटों को. लिहाज़ा पांचों ने मिलकर दृश्यम पार्ट टू बनाने का फैसला किया. इसमें जगदीश उसके बेटे विजय, अजय और विनय के अलावा पांचवा किरदार नीलेश कश्यप था. जिसकी ज़मीन पर ट्विंकल का कत्ल किया जाना था.
जगदीश ने ट्विंकल से कहा कि वो उसे कहीं और घर दिलाएगा. उसी बहाने उसे साजिश के तहत फंसाया गया. 16 अक्टूबर 2016 की सुबह 11 बजे मकान देखने के लिए ट्विंकल को बीजेपी नेता ने घर बुलाया. बहाने से अजय और जगदीश करोतिया उसे एमआर-10 पर दोस्त नीलेश के खेत पर ले गए. खेत पर आते ही करोतिया ने अजय के साथ मिलकर रस्सी से ट्विंकल का गला घोंट दिया. जगदीश ट्विंकल के शव को नीलेश के खेत में ही दफनाना चाहता था उसने मना कर दिया. लिहाज़ा तीनों ने शव को कपड़े में लपेटा और कार की डिक्की में रखकर घर ले आए. दूसरे दिन सुबह करीब 5 बजे कार लेकर सांवेर रोड पर अवंतिका नगर के प्लॉट पर पहुंचे. कुत्ता मरने की बात कहकर जगदीश ने निगम कर्मियों से प्लाट पर गड्ढा खुदवाया. निगमकर्मियों के जाते ही गड्डे में कचरा, लकड़ियां जमाकर ट्विंकल के शव को जला दिया. मौके पर जगदीश के अलावा उसके बेटे अजय, विनय और विजय के साथ नीलेश भी था. शव को जलाने के दो दिन बाद हड्डियां और राख बोरे में भरकर नज़दीकी नाले में बहा दी.
इसके बाद अजय ने ट्विंकल का मोबाइल इंदौर में ही ऑन कर बदनावर जाकर फेंक दिया ताकि पुलिस का शक उसके मंगेतर अमित पर जाए. मगर ब्रेन इलेक्ट्रिकल ऑसिलेशन सिग्नेचर टेस्ट में हुए खुलासे ने आरोपियों के दृश्यम की पोल पट्टी खोल दी. पुलिस को शव जलाने वाली जगह से ट्विंकल की बिछिया, ब्रेसलेट, कपड़े और कुछ सामान मिले हैं. जिसके बाद पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
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