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subhashdagar123 · 1 month
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aryasamaj0 · 8 months
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thebharatexpress · 2 years
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Aaj Ka Rashifal 24 March: मेष, मिथुन और सिंह राशि वालों की परेशानियां होंगी खत्म, मिलेंगे सफलता के अच्छे अवसर
ज्योतिषशास्त्र (Astrology) में राशिफल के माध्यम से विभिन्न काल-खण्डों के बारे में भविष्यवाणी की जाती है। जहां दैनिक राशिफल रोजाना की घटनाओं को लेकर भविष्यकथन करता है,वहीं साप्ताहिक, मासिक एवं वार्षिक राशिफल में क्रमशः सप्ताह, महीने और साल की भविष्यकथन होते हैं। दैनिक राशिफल (Dainik Rashifal) ग्रह-नक्षत्र की चाल पर आधारित फलादेश है, जिसमें सभी राशियों (मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला,…
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mwsnewshindi · 2 years
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छुट्टी की भीड़ को कम करने के लिए मुंबई हवाईअड्डे ने यात्रियों के लिए जारी की सलाह: 'जल्दी आओ'
छुट्टी की भीड़ को कम करने के लिए मुंबई हवाईअड्डे ने यात्रियों के लिए जारी की सलाह: ‘जल्दी आओ’
यह पहला छुट्टियों का मौसम है जब कोविड-19 का डर डैमोकल्स की तलवार की तरह सिर पर नहीं लटक रहा है। जबकि लोग छुट्टी पर जाने के लिए उत्साहित हैं, मुंबई हवाईअड्डे पर सर्पीली कतारें, आप्रवासन संबंधी परेशानियां, सुरक्षा जांच के साथ अराजकता चरम पर है। छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CSMIA) ने सोशल मीडिया पर दिसंबर के महीने में यात्रा करने वाले यात्रियों को एक एडवाइजरी जारी की है, जो छुट्टियों के…
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helputrust · 8 months
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लखनऊ, 26.01.2024 | आज हमारे भारत देश ने गणतंत्र के 75 वर्ष पूर्ण कर लिये हैं, इसी खुशी में पूरा देश लोकतांत्रिक गणतंत्र के रूप में गणतंत्र दिवस मना रहा है | इसी कड़ी में आज 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के इंदिरा नगर स्थित कार्यालय में ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया | आयोजन के अंतर्गत ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने ध्वजारोहण किया तथा न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल, ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य श्री अशोक कुमार जयसवाल, डॉ एस.के. श्रीवास्तव, श्री पंकज अवस्थी, श्री के.पी.एस. चौहान, ट्रस्ट की सिलाई कौशल प्रशिक्षण कार्यशाला में सहभागिता करने वाले लाभार्थियों तथा स्वयंसेवकों ने राष्ट्रगान गाकर तिरंगे को सलामी दी I साथ ही भारत सरकार के स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम में आए सभी बच्चों को हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा स्टेशनरी तथा जलपान वितरित किया गया जिसे पाकर बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे | जनमानस से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील करते हुए डॉ एस.के. श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को मतदाता शपथ दिलाई | डॉ एस.के. श्रीवास्तव ने सभी को मतदाता शपथ दिलाते हुए कहा, हम भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे | इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, आज हम भारत के 75वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए एक साथ इकट्ठा हुए हैं । इस अवसर पर मेरा सभी से यही निवेदन है कि हम सब भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मूल मंत्र "सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विश्वास" को अपनाते हुए जनहित एवं देशहित में निरंतर कर्म करते रहे तथा समाज में एकता एवं अखंडता बनाए रखने हेतु प्रयास करते रहें | श्री अशोक कुमार जायसवाल ने कहा कि, भारत सरकार द्वारा महिलाओं के हित में अनेक योजनाएं चलाई जा रही है, आप सभी उन योजनाओं का लाभ उठाएं और यदि किसी को कोई भी परेशानियां दिक्कत आती है तो हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट हमेशा आपके साथ है | सिलाई कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी महिलाओं ने अपने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित सिलाई कौशल प्रशिक्षण कार्यशाला में सहभागिता के बाद अब वे आत्मनिर्भर हो गई है तथा आत्म सम्मान से अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं |
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sstkabir-0809 · 11 months
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( #MuktiBodh_Part116 के आगे पढिए.....)
📖📖📖
#MuktiBodh_Part117
हम पढ़ रहे है पुस्तक "मुक्तिबोध"
पेज नंबर 229-230
कथा :- शंकर जी का मोहिनी स्त्री के रूप पर मोहित होना
जिसमें दक्ष की बेटी यानि उमा (शंकर जी की पत्नी) ने श्री रामचन्द्र जी की बनवास में सीता रूप बनाकर परीक्षा ली थी। श्री शिव जी ऐसा न करने को कहकर घर से बाहर चले गए थे। सीता जी का अपहरण होने के पश्चात् श्रीराम जी अपनी पत्नी के वियोग में विलाप कर रहे थे तो उनको सामान्य मानव जानकर उमा जी ने शंकर भगवान की उस बात पर विश्वास नहीं हुआ कि ये विष्णु जी ही पृथ्वी पर लीला कर रहे हैं। जब उमा जी सीता जी का रूप बनाकर श्री राम जी के पास गई तो वे बोले, हे दक्ष पुत्र माया! भगवान शंकर को कहाँ छोड़ आई। इस बात को श्री राम जी के मुख से सुनकर उमा जी लज्जित हुई और अपने निवास पर आई। शंकर जी की आत्मा में प्रेरणा हुई कि उमा ने परीक्षा ली है। शंकर जी ने विश्वास के साथ कहा कि परीक्षा ले आई। उमा जी ने कुछ संकोच करके
भय के साथ कहा कि परीक्षा नहीं ली अविनाशी। शंकर जी ने सती जी को हृदय से त्याग दिया था। पत्नी वाला कर्म भी बंद कर दिया। बोलना भी कम कर दिया तो सती जी अपने घर राजा दक्ष के पास चली गई।
राजा दक्ष ने उसका आदर नहीं किया क्योंकि उसने शिव जी के साथ विवाह पिता की इच्छा के विरूद्ध किया था। राजा दक्ष ने हवन कर रखा था। हवन कुण्ड में छलाँग लगाकर सती जी ने प्राणान्त कर दिया था। शंकर जी को पता चला तो अपनी ससुराल आए। राजा दक्ष का सिर काटा, फिर उस पर बकरे का सिर लगाया। अपनी पत्नी के कंकाल को उठाकर दस हजार वर्ष तक उमा-उमा करते हुए पागलों की तरह फिरते रहे। एक दिन भगवान विष्णु जी ने सुदर्शन चक्र से उस कंकाल को टुकड़े-टुकड़े कर दिया। जहाँ पर धड़ गिरा, वहाँ पर वैष्णव देवी मंदिर बना। जहाँ पर आँखें गिरी, वहाँ पर नैना देवी मंदिर बना।
जहाँ पर जीभ गिरी, वहाँ पर ज्वाला जी का मंदिर बना तथा पर्वत से अग्नि की लपट निकलने लगी। तब शंकर जी सचेत हुए तथा अपनी दुर्गति का कारण कामदेव (sex) को माना। कामदेव वश हो जाए तो न स्त्री की आवश्यकता हो और न ऐसी परेशानी हो। यह विचार करके हजारों वर्ष काम (sex) का दमन करने के उद्देश्य से तप किया। एक दिन कामदेव उनके निकट आया और शंकर जी की दृष्टि से भस्म हो गया। शंकर जी को अपनी सफलता पर असीम प्रसन्नता हुई। जो भी देव उनके पास आता था तो उससे कहते थे कि मैंने कामदेव को भस्म कर दिया है यानि काम विषय पर विजय प्राप्त कर ली है। मैं कभी भी किसी सुंदरी से प्रभावित नहीं हो सकता। अन्य जो विवाह किए हुए हैं, वे ऊपर से सुखी नजर आते हैं, अंदर से महादुःखी रहते हैं। उनको सदा अपनी पत्नी की रखवाली, समय पर घर पर न आने से डाँटें खाना आदि-आदि परेशानियां सदा बनी रहती हैं। मैंने यह दुःख निकट से देखा है। अब न रहेगा बाँस, न बजेगी बाँसुरी।
काल ब्रह्म को चिंता बनी कि यदि सब इस प्रकार स्त्री से घृणा करेंगे तो संसार का अंत हो जाएगा। मेरे लिए एक लाख मानव का आहार कहाँ से आएगा? इस उद्देश्य से नारद जी को प्रेरित किया। एक दिन नारद मुनि जी आए। उनके सामने भी अपनी कामदेव पर विजय की कथा सुनाई। नारद जी ने भगवान विष्णु को यथावत सुनाई। श्री विष्णु जी को काल ब्रह्म ने प्रेरणा की। भाई की परीक्षा करनी चाहिए कि ये कितने खरे हैं। काल ब्रह्म की प्रेरणा से एक दिन शिव जी विष्णु जी के घर के आँगन में आकर बैठ गए। सामने बहुत बड़ा फलदार वृक्षों का बाग था। भिन्न-भिन्न प्रकार के फूल खिले थे। बसंत जैसा मौसम था। श्री विष्णु जी, शिव जी के पास बैठ गए। कुशलमंगल जाना। फिर विष्णु जी ने पूछा, सुना है
कि आपने काम पर विजय प्राप्ति कर ली है। शिव जी बोले, हाँ, मैंने कामदेव का नाश कर दिया है। कुछ देर बाद शिव जी के मन में प्रेरणा हुई कि भगवान मैंने सुना है कि सागर मंथन के समय आप जी ने मोहिनी रूप बनाकर राक्षसों को आकर्षित किया था। आप उस रूप में कैसे लग रहे थे? मैं देखना चाहता हूँ। पहले तो बहुत बार विष्णु जी ने मना किया, परंतु शिव जी के हठ के सामने स्वीकार किया और कहा कि कभी फिर आना। आज मुझे किसी आवश्यक कार्य से कहीं जाना है। यह कहकर विष्णु जी अपने महल में चले गए। शिव जी ने कहा कि जब तक आप वह रूप नहीं दिखाओगे, मैं भी जाने वाला नहीं हूँ। कुछ ही समय के बाद शिव जी की दृष्टि बाग के एक दूर वाले कोने में एक अपसरा पर पड़ी जो सुन्दरता का सूर्य थी। इधर-उधर देखकर शिव जी उसकी ओर चले पड़े, ज्यों-ज्यों निकट गए तो वह सुंदरी अधिक सुंदर लगने लगी और वह अर्धनग्न वस्त्र पहने थी। कभी गुप्तांग वस्त्र से ढ़क जाता तो कभी हवा के झोंके से आधा हट जाता। सुंदरी ऐसे भाव दिखा रही थी कि जैसे उसको कोई नहीं देख रहा। जब शिव जी को निकट देखा तो शर्मशार होकर तेज चाल से चल पड़ी। शिव जी ने भी गति बढ़ा दी। बड़े परिश्रम के पश्चात् तथा घने वृक्षों के बीच मोहिनी का हाथ पकड़ पाए। तब तक शिव जी का शुक्रपात हो चुका था। उसी समय सुंदरी वाला स्वरूप श्री विष्णु रूप था। भगवान विष्णु जी शिव जी की दशा देखकर मुस्काए तथा कहा कि ऐसे उन राक्षसों से अमृत छीनकर लाया था। वे राक्षस ऐसे मोहित हुए थे जैसे मेरा छोटा भाई कामजीत अब काम पराजित हो गया। शिव जी ने उसके पश्चात् हिमालय राजा की बेटी पार्वती से अंतिम बार विवाह किया। पार्वती वाली आत्मा वही है जो सती जी थी। पार्वती रूप में अमरनाथ स्थान पर अमर मंत्रा शिव जी से प्राप्त करके अमर हुई है। इस प्रकार वाणी में कहा है कि शंकर जी की समाधि तो अडिग (न डिगने वाली) थी जैसा पौराणिक मानते हैं। वह भी मोहे गए। माया के वश हो गए।
◆ वाणी नं. 140 में बताया है कि भगवान शिव की पत्नी पार्वती तीनों लोकों में सबसे सुंदर स्त्रियां में से एक है। शिव राजा ऐसी सुंदर पत्नी को छोड़ मोहिनी स्त्री के पीछे चल पड़े। पहले अठासी हजार वर्ष तप किया। फिर लाख वर्ष तप किया काम (sex) पर विजय पाने के लिए और भर्म भी था कि मैनें काम जीत लिया। फिर हार गया।
◆ पारख के अंग की वाणी नं. 145 :-
गरीब, कष्ण गोपिका भोगि करि, फेरि जती कहलाय। याकी गति पाई नहीं, ऐसे त्रिभुवनराय।। 145।।
◆ सरलार्थ :- श्री कृष्ण के विषय में श्रीमद् भागवत (सुधा सागर) में प्रमाण है कि श्री कृष्ण मथुरा वृंदावन की गोपियों (गोपों की स्त्रियों) के साथ संभोग (sex) किया करते थे। वे फिर भी जती कहलाए। (अपनी स्त्री के अतिरिक्त अन्य की स्त्री से कभी संभोग न करने वाला या पूर्ण रूप से ब्रह्मचारी को जती कहते हैं।) उसका भेद ही नहीं पाया। ऐसे ये तीन लोक के मालिक {श्री कृष्ण के अंदर प्रवेश करके काल ब्रह्म गोपियों से सैक्स करता था। स्त्रियों को तो श्री कृष्ण नजर आता था। काल ब्रह्म सब कार्य गुप्त करता है।} हैं।
◆ वाणी नं. 142-144 :-
गरीब, योह बीजक बिस्तार है, मन की झाल किलोल। पुत्र ब्रह्मा देखि करि, हो गये डामांडोल।।142।।
गरीब, देह तजी दुनियां तजी, शिब शिर मारी थाप।
ऐसे ब्रह्मा पिता कै, काम लगाया पाप।।143।।
गरीब, फेरि कल्प करुणा करी, ब्रह्मा पिता सुभान।
स्वर्ग समूल जिहांन में, योह मन है शैतान।।144।।
◆ सरलार्थ :- एक समय ब्रह्मा जी देवताओं तथा ऋषियों को वेद ज्ञान समझा रहे थे। मन तथा इंद्रियों पर संयम रखने पर जोर दे रहे थे। ब्रह्मा जी की बेटी सरस्वती पति चुनने के लिए अपने पिता की सभा में गई जिसमें युवा देवता तथा ऋषि विराजमान थे। उनको आकर्षित करने के लिए सब श्रृंगार करके सज-धजकर गई थी। अपनी पुत्र की सुंदरता देखकर काम (sex) के वश होकर संयम खोकर विवेक का नाश करके अपनी बेटी से संभोग (Sex) करने को उतारू हो गया था। ब्रह्मा पाप के भागी बने। मन तो कबीर परमात्मा की भक्ति तथा तत्वज्ञान से काबू में आता है।
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क्रमशः__________
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आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। साधना चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
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horoscope1726 · 7 months
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कुंडली में आंशिक काल सर्प दोष होने से जीवन में क्या दुष्प्रभाव होते है ?
काल सर्प दोष एक ज्योतिषीय दोष है जो कुंडली में राहु और केतु की विशेष स्थिति को संकेत करता है। इसे कुंडली में 'राहु-केतु सर्प दोष' भी कहा जाता है। काल सर्प दोष के होने से जीवन में कई प्रकार के दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे:
धन संबंधी परेशानी: काल सर्प दोष के कारण धन संबंधी परेशानी हो सकती है। धन की निर्धारितता, धन का बिगड़ना, वित्तीय संकट आदि के लिए यह दोष जिम्मेदार हो सकता है।
परिवारिक समस्याएं: काल सर्प दोष के कारण परिवारिक संबंधों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। परिवार के बीच विवाद, असंतुलन, और विवाह संबंधों में कठिनाई का सामना किया जा सकता है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: काल सर्प दोष के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह विभिन्न प्रकार की रोगों और तकलीफों का कारण बन सकता है।
करियर में असफलता: काल सर्प दोष के कारण करियर में असफलता और परेशानियां हो सकती हैं। कठिनाईयों, रोक-टोकों, या निराशा का अनुभव किया जा सकता है।
मानसिक तनाव: काल सर्प दोष से युक्त व्यक्ति में मानसिक तनाव और चिंता की समस्याएं हो सकती हैं। यह उन्हें चिंतित, अस्थिर, और असंतुष्ट बना सकता है।
आध्यात्मिक प्रगति में बाधाएं: काल सर्प दोष के कारण आध्यात्मिक प्रगति में भी बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं। व्यक्ति की मानसिक शक्ति और आत्म-विश्वास पर असर पड़ सकता है।
काल सर्प दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिषियों द्वारा कुछ उपायों की सिफारिश की जाती हैं, जैसे कि मंत्र जाप, दान-धर्म, पूजा-अर्चना, यंत्र-तंत्र, आदि। इन उपायों का उचित अनुसरण करने से व्यक्ति की स्थिति में सुधार हो सकता है।
कृपया ध्यान दें कि काल सर्प दोष का प्रभाव व्यक्ति की कुंडली के अनुसार भिन्न हो सकता है, और और अधिक जानकरी के लिए आप टोना टोटक सॉफ्टवेयर की मदद ले सकते है।
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पश्चिम बंगाल के नदिया के शांतिपुर की रहने वाली पियाशा महलदार की हाइट भले ही महज़ 3 फिट है, लेकिन उनका जज़्बा बेहद ऊंचा है। बचपन से ही दिव्यांगता के बावजूद, यूजीसी-नेट परीक्षा-2022 में उन्होंने 99.31 प्रतिशत अंक हासिल कर कमाल कर दिखाया है। बचपन से कई तरह की परेशानियां झेलने के बाद भी, पियाशा ने बिना निराश हुए कड़ी मेहनत की।
जन्म से ही दुर्लभ फिजिकल कंडिशन की वजह से पियाशा की लंबाई महज़ 3 फीट है, वह अपने आप ज्यादा चल- फिर भी नहीं पाती हैं। यहां तक कि उन्हें UGC नेट परीक्षा भी लेटे-लेटे ही कंप्यूटर पर देनी पड़ी। लेकिन बचपन से ही कई तरह की शारीरिक परेशानियों से जूझ रहीं 25 साल की पियाशा ने न सिर्फ पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी, बल्कि बेहद अच्छे अंकों के साथ सफलता भी हासिल की। पियाशा की मेहनत इस बात की मिसाल हैं कि यदि हम कुछ करने की ठान ले तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं है।
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#InspirationalStory #Motivation #DrVivekBindra #BadaBusiness #tumbler
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indlivebulletin · 2 days
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शारदीय नवरात्रि 2024: नागरवेल के पत्ते के इस उपाय से प्रसन्न होंगी मां दुर्गा
नवरात्रि के नौ दिनों में नागरवेल के पत्तों, जिन्हें कपूर के पत्ते भी कहा जाता है, का प्रयोग चमत्कारी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि अगर नवरात्रि के दौरान नागरवेल के पत्तों का विधिपूर्वक उपयोग किया जाए तो देवी दुर्गा घर से सभी परेशानियां दूर कर देती हैं। इन उपायों को करने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। आइए जानें नागरवेल के पत्तों से जुड़े इन 4 चमत्कारी उपायों के बारे में जो देवी…
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drcare4u · 2 days
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बढ़ता मोटापा शरीर को बना देगा गंभीर बीमारियों का घर, डाइट में इन चीज़ों को शामिल कर फटाफट घटा सकते हैं वजन
Image Source : SOCIAL weight loss tips आज अस्वस्थ जीवनशैली के कारण उत्पन्न बीमारियों में से सबसे बड़ी बीमारी मोटापा है। यह बीमारी पूरी दुनिया में एक महामारी बन गई है। भारत में अनेक लोग मोटापा के शिकार हैं। मोटापे के कारण शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। जब परेशानियां बढ़ने लगती हैं तो लोग मोटापा कम करने के लिए उपाय (motapa kaise kam kare) खोजने लगते हैं। कई बार उचित जानकारी नहीं हो…
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ragbuveer · 4 days
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23 सितम्बर 2024 : आपका जन्मदिन
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*🚩🏵️ऊँ गं गणपतयेनमः🏵️🚩*
*🌹सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है #वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 23 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी : 23 का अंक देखने पर ॐ का आभास देता है। जो कि भारतीय परंपरा में शुभ प्रतीक है। आप बेहद भाग्यशाली हैं कि आपका जन्म 23 को हुआ है। 23 का अंक आपस में मिलकर 5 होता है। जबकि 5 का अंक बुध ग्रह का प्रतिनिधि करता है। ऐसे व्यक्ति अधिकांशत: मितभाषी होते हैं। कवि, कलाकार, तथा अनेक विद्याओं के जानकार होते हैं।
आपमें किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना मुश्किल है। अर्थात अगर आप अच्छे स्वभ��व के व्यक्ति हैं तो आपको कोई भी बुरी संगत बिगाड़ नहीं सकती। अगर आप खराब आचरण के हैं तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको सुधार नहीं सकती। लेकिन सामान्यत: 23 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति सौम्य स्वभाव के ही होते हैं। आपमें गजब की आकर्षण शक्ति होती है। आपमें लोगों को सहज अपना बना लेने का विशेष गुण होता है। अनजान व्यक्ति की मदद के लिए भी आप सदैव तैयार रहते हैं।
शुभ दिनांक : 1, 5, 7, 14, 23, 27, 29
शुभ अंक : 1, 2, 3, 5, 9, 21, 25, 29, 32, 41, 50
शुभ वर्ष : 2025, 2027, 2029, 2030, 2032, 2034, 2050, 2059, 2052
ईष्टदेव : हनुमानजी, देवी महालक्ष्मी, गणेशजी, मां अम्बे।
शुभ रंग : लाल, हरा, गुलाबी जामुनी, क्रीम
कैसा रहेगा यह वर्ष
वर्ष आपके लिए सफलताओं भरा रहेगा। अभी तक आ रही परेशानियां भी इस वर्ष दूर होती नजर आएंगी। परिवारिक प्रसन्नता रहेगी। संतान पक्ष से खुशखबर आ सकती है। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह वर्ष निश्चय ही सफलताओं भरा रहेगा। दाम्पत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा। अविवाहित भी विवाह में बंधने को तैयार रहें। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति से प्रसन्नता रहेगी।
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drsunildubeyclinic · 6 days
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Best Sexologist in Patna, Bihar at Dubey Clinic | Dr. Sunil Dubey
क्या आप एक विवाहित महिला हैं? अभी आप भारत के बिहार राज्य में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। विगत कुछ दिनों से, आप योनि सूखापन यौन रोग से पीड़ित हैं जिसके परिणामस्वरूप आपका यौन जीवन में उथल-पुथल मच रहा है। इस यौन समस्या के कारण आप दोनों पार्टनर उदास रहते हैं। न तो आप अपने यौन जीवन को सही से आनंद ले पा रही है और न ही आपके पार्टनर आपसे खुश है।
योनि के सूखेपन यौन रोग के बारे में :-
योनि का सूखापन महिलाओं में होने वाला एक यौन समस्या है जो  उनके यौन जीवन में होता है। इस स्थिति में, पीड़ित महिला को यौन जीवन में कई परेशानियां झेलनी पड़ती है। उन्हें बैठने-बैठने, पेशाब करने और व्यायाम करने के दौरान वैजिनल दर्द महसूस होता है। दरअसल, महिलाओं के प्राइवेट पार्ट को प्राकृतिक रूप से पर्याप्त नमी नहीं मिलने के कारण वह रूखा और शुष्क हो जाता है। जिससे उन्हें जलन या चिरचिरेपन का आभास भी होता है।  विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और पटना, बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे का कहना है कि महिलाओं में योनि के इस सूखेपन के कई कारण होते हैं। चलिए जानते है, योनि के सूखेपन के कुछ प्रमुख कारणों को जो निम्नलिखित हैं :-
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हार्मोनल मुद्दे के कारण।
कैंसर का उपचार के कारण।
एंटी-एस्ट्रोजन दवाएं के सेवन से।
अवसाद रोधी दवाएं के सेवन से।
अंडाशय के हटने के कारण।
कम यौन उत्तेजना के कारण।
अत्यधिक स्तनपान के कारण।
सुगंधित साबुन, स्प्रे के इस्तेमाल से।
स्जोग्रेन सिंड्रोम के कारण।
उपयुक्त सभी कारण हमेशा महिला को उसके योनि में सूखापन, यौन रोग की ओर ले जाते हैं। इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए यौन रोगी को अनुभवी और विशेषज्ञ आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। चुकि आयुर्वेदिक चिकित्सा-उपचार ही वह माध्यम है जहाँ गुप्त व यौन रोगी को उसके समस्या का जड़ से निदान संभव है।
महिला के आवरण के सूखेपन का चिकित्सा व उपचार :-
यदि आप एक महिला यौन रोगी हैं और ��पनी योनि के सूखेपन या किसी अन्य यौन रोग का स्थायी समाधान चाहती हैं तो आपको आयुर्वेद चिकित्सा या प्राकृतिक चिकित्सा को ही अपनाना चाहिए। यह शरीर में होने वाली समस्या को ठीक करने की एक प्राकृतिक प्रणाली है। इस प्राकृतिक चिकित्सा व उपचार के प्रयोग से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव या कोई अन्य समस्या नहीं होती है। यह रोग को जड़ से समाप्त कर समस्त शरीर को सुदृढ़ बनाता है।
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दुबे क्लिनिक पटना, भारत में शीर्ष पायदान का आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक में से एक है। यह एक प्रमाणित क्लिनिक और बिहार का पहला आयुर्वेदिक क्लिनिक भी है। पूरे भारत से गुप्त व यौन रोगी हमेशा इस क्लिनिक से संपर्क कर अपने बेहतर य���न स्वास्थ्य के लिए उचित आयुर्वेदिक चिकित्सा और समाधान प्राप्त करते हैं। डॉ. सुनील दुबे एक विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और आयुर्वेद व सेक्सोलोजी चिकित्सा शोधकर्ता हैं जिन्होंने पुरुषों और महिलाओं के कई गुप्त व यौन रोगों पर शोध किया है। उन्होंने नए व पुराने गुप्त व यौन रोगियों के लिए सटीक और प्रभावी आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार की खोज भी की है। अपनी खोजी आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार में माध्यम से उन्होंने भारत के साढ़े चार लाख से अधिक गुप्त व यौन रोगियों को सफलतापूर्वक ठीक किया है।
सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान और आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में उनके प्रभावशाली योगदान के लिए उन्हें राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, राज्य-स्तर और जिला-स्तर पर अनगिनत पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुए हैं। वे भारत के पहले गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट भी हैं जिन्हें उनकी कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयासों के लिए यह पदक मिला है। वह पुरुष और महिला दोनों तरह के गुप्त व यौन रोगियों का इलाज करते हैं। पुरुष गुप्त रोगी कभी भी इस क्लिनिक में आ सकते हैं जबकि महिला यौन रोगियों को अपने माता-पिता या साथी के साथ आना अनिवार्य है। इस क्लिनिक की महिला सहायक महिला यौन रोगियों की मदद करती हैं।
अगर आप एक महिला यौन रोगी हैं और अपने यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहती हैं तो अपना महत्वपूर्ण समय बर्बाद न करें। बस दुबे क्लिनिक से अपना अपॉइंटमेंट लें और अपने समस्त यौन रोग से निजात पाए।
हार्दिक सम्मान के साथ:
दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350-92586
स्थल: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04
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poonamranius · 15 days
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📅 क्यों कुछ महिलाओं को महीने में दो बार होते हैं पीरियड्स? जानें कारण और उपाय!
📅 महिलाओं के जीवन में पीरियड्स का होना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन कई बार कुछ महिलाओं को महीने में दो बार पीरियड्स आने की समस्या का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति न तो सामान्य मानी जाती है और न ही इसे नज़रअंदाज़ किया जा सकता है। इसके पीछे हार्मोनल असंतुलन, लाइफस्टाइल, तनाव, थायरॉइड समस्याएं, और यूटरस संबंधी परेशानियां जैसे कई कारण हो सकते हैं। जब शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स…
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rightnewshindi · 19 days
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दर्जी की दुकान, छोटा सा कमरा, संजौली मस्जिद में जलता था लखदाता पीर का दीया; लोग बढ़े तो बढ़ी परेशानियां
Shimla News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla Masjid Case) की शांत वादियों में इन दिनों थोड़ा तनाव चल रहा है. संजौली में मस्जिद में अवैध निर्माण को लेकर हुए विवाद के बाद यहां पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है. संजौली और उसके आसपास बंदूकधारी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. हालांकि, विवाद के बाद से यहां कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. सिर्फ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन हुए हैं. शनिवार को भी यहां…
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sharpbharat · 19 days
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Jamshedpur rural Ganesh  puja : गालूडीह क्षेत्र में धूमधाम के साथ हुई भगवान गणेश की पूजा, गणपति की पूजा-अर्चना कर की सुख-समृद्धि की कामना
गालूडीह : गालूडीह और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार को गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा कर क्षेत्र में सुख-समृद्धि की कामना की गई. गालूडीह के हाटचाली, बनियापाड़ा, नीमतल, कालीमाटी, बागाल पाड़ा, आंचलिक मैदान आदि जगहों में विधिवत पूजा-अर्चना हुई. भक्तों ने भगवान लंबोदर की आराधना की. पुजारी ने बताया कि हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान गणपति की पूजा-अर्चना करने से सभी परेशानियां दूर हो…
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panditjiujjain · 20 days
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What is Mangal Dosh
Mangal Doshज्योतिष के मुताबिक, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में होता है, तो उसे मांगलिक या मंगल दोष कहा जाता है. माना जाता है कि मंगल दोष से वैवाहिक जीवन में कई परेशानियां आ सकती हैं. मंगल दोष से जुड़ी कुछ बातें: 
माना जाता है कि मंगल दोष को खतरनाक दोषों में से एक माना जाता है.  
मंगल दोष के कुछ लक्षण:  
संपत्ति को लेकर विवाद  
रक्त से जुड़ी बीमारियां  
मुकदमे में फंसना  
आत्मविश्वास और साहस का कम होना  
हिंसक स्वभाव  
कर्ज़  
वैवाहिक जीवन में कड़वाहट  
भाई से हमेशा विवाद  
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