Tumgik
#मंदी का डर
mwsnewshindi · 2 years
Text
बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों की छंटनी, एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि, मंदी का डर: तकनीकी विशेषज्ञों का क्या होगा'
बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों की छंटनी, एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि, मंदी का डर: तकनीकी विशेषज्ञों का क्या होगा’
पिछले साल अमेजन, सेल्सफोर्स, मेटा, ट्विटर और उबर सहित कई बड़ी टेक कंपनियों ने कर्मचारियों की छंटनी की और साथ ही नई भर्तियों पर पूरी तरह रोक लगा दी। 2022 के अंत में कई भारतीय मूल के कर्मचारियों को भी हटा दिया गया था। यह वर्ष बहुत अलग नहीं है, क्योंकि अमेज़ॅन छंटनी के साथ जारी है और अन्य बड़ी टेक फर्म मंदी की आशंकाओं और वैश्विक व्यापक आर्थिक स्थितियों के बीच पालन करने के लिए तैयार हैं। अमेरिकी…
View On WordPress
0 notes
livenews24x7hindi · 2 months
Text
अमेरिका में मंदी का डर वास्तविक है, लेकिन इसके संभावित प्रभाव और भारतीय शेयर बाजार पर इसके प्रभाव को समझना महत्वपूर्ण है।
अगर आप नाश्ते में कुछ मसालेदार और हेल्दी खाना चाहते हैं, तो एक बार यह दही टोस्ट रेसिपी जरूर ट्राई करें। नाश्ते में ऐसा क्या बनाएं जो स्वादिष्ट भी हो और हेल्दी भी… ये सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है। इसलिए आज हम आपके लिए एक बेहतरीन रेसिपी लेकर आए हैं। नाश्ते में दही टोस्ट बनाएं। इसका स्वाद इतना लाजवाब है कि अगर आप इसे एक बार खाएंगे तो बार-बार बनाएंगे। सबसे अच्छी बात ये है कि इसे बनाने में ज्यादा…
0 notes
iammanhar · 4 months
Text
Day☛1298✍️+91/CG10☛In Home☛16/05/24 (Thu) ☛ 21:43
उनका चलना, नामझ में आने वाली शब्दों को बोलना, मना करने पर कही चले जाना, सामान को इधर उधर रखना और भी बहुत सारे क्रियाकलाप करना बिटिया की दैनिक आदत हो गई है, जब को घर में नहीं रहती तो उनकी याद बहुत आती है, सारा घर उसे याद करते हैं। आज वो अपने मौसी के घर ताला पारा गई है। दो चार दिन बाद वापस लौट आएगी, आज मैं अकेला घर पर हूं। देखो न आज सुबह बिटिया रानी कैसे बिस्तर पर सोई हुई थी
आधा शरीर बिस्तर से बाहर थी, बिंदास अंदाज में सोई रहतीं हैं, बिना डर भय के....🥳👍
आज भी ऑफीस नही गया था, वैसे भी ऑफीस मे कोई काम धाम भी तो नहीं है, एक समय था जब ऑफीस जाने का मन करता था परंतु आज कुछ भी नहीं बचा है। मेरे लिए अब इंटरनेट ही ऑफीस बन गया है, सभी काम ऑनलाइन।
आज शेयर बाजार में नुकसान हो गया, जब जब इंट्राडे में ट्रेड किया हूं तब तब नुकसान ही हुआ है, अब से इंट्राडे नही करूंगा, बाकी सब ट्रेडिंग करूंगा। वैसे भी जब तक इलेक्शन नही हो जाता तब तक शेयर बाजार में यूं ही मंदी का दौर रहेगा।
शुभ रात्रि मित्रो
0 notes
Text
Tumblr media
Today's Horoscope-
बुधवार को वृष राशि के लोग यदि किसी कंपनी के मालिक है तो चतुर्थ श्रेणी के लोगों का भी सम्मान करें, वहीं वृश्चिक राशि के व्यापारी वर्ग को उधारी लेने से बचना चाहिए, क्योंकि आज की उधारी भविष्य में परेशानी को बढ़ा सकती है.
मेष - इस राशि के नौकरीपेशा लोग कार्यस्थल पर महिला सहकर्मियों का सम्मान करें, उनसे किसी भी तरह की वाद-विवाद की स्थिति से बचें. ग्रहों का सहयोग व्यापारी वर्ग के लिए उन्नति के कई द्वार खोलेगा, जो आर्थिक ग्राफ का स्तर ऊंचा करेगा साथ ही व्यापार के विस्तार में भी सहायक होगा. खेल जगत से जुड़े छात्रों को आगे बढ़ने के नए अवसर प्राप्त होंगे, सफलता का परचम लहराने के लिए तैयारी अभी से शुरू कर दें. मित्रों के साथ विवाद हो सकता है, अपने स्वभाव की कमियों को दूर करने का प्रयास करें. निरंतर संबंधों में आंच आना अच्छी बात नहीं है. काम के बोझ से माइग्रेन की समस्या उभर सकती है, इसकी दवा लेने में किसी भी तरह की लापरवाही मत दिखाएं.
वृष - वृष राशि के लोग यदि किसी कंपनी के मालिक है तो चतुर्थ श्रेणी के लोगों का भी सम्मान करें. ऊंच नीच का फर्क किए बिना सभी को एक समान समझें. ऐसे लोग जो पार्टनरशिप में व्यापार करते हैं, पार्टनर की सहायता से व्यापारिक समस्या का समाधान होगा. जिन युवाओं का आज इंटरव्यू है, उनकी इंटरव्यू में सफल होने की प्रबल संभावना है. संतान की इच्छा रखने वाले दंपत्तियों को सुखद समाचार मिल सकता है, जिसे जानने के बाद सभी के चेहरे खुशी से खिल उठेंगे. जो लोग जोड़ों के दर्द से परेशान थे, आज के दिन उन्हें दर्द में कुछ राहत मिलती दिखाई दे रही है.
मिथुन - इस राशि के लोग कार्यस्थल पर अच्छे लोगों की संगति का प्रयास करें, उनकी संगति आपको आगे बढ़ने में मदद करेगी. जिन व्यापारियों की भाषा कटु है, उन्हें ग्राहकों के साथ विनम्रता से पेश आना होगाजिससे आपके और उनके संबंध अच्छे बने रहे. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को पढ़ाई में लापरवाही करने से बचना होगा, आज की लापरवाही आने वाले कल को खराब कर सकती हैं. परिवार में यदि छोटी बहन का विवाह होना है तो उसका रिश्ता जल्दबाजी में न करें, पहले अच्छी तरह से वर पक्ष की जांच पड़ताल कर लें तभी हां कहें. लापरवाही के चलते हेल्थ से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं, इसलिए अभी से अलर्ट हो जाएं और स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
कर्क - कर्क राशि के सरकारी विभाग में कार्यरत लोगों को सरकार की ओर से सम्मान मिलने की संभावना है. जिन लोगों का व्यापार साझेदारी में चलता है, साझेदार के संग अहंकार के टकराव से व्यापारिक संबंध बिखर सकता है इस बात का खास ध्यान रखें. युवा वर्ग को मन में अहंकार की भावना लाने से बचना होगा, अन्यथा अहंकार के कारण पुण्यों का क्षय हो सकता है. यदि आप घर के मुखिया हैं तो परिवार के छोटे बड़े सभी सदस्यों के साथ सामंजस्य बनाकर चलें, जिससे घर का वातावरण प्रफुल्लित और आनंदित बना रहे. हेल्थ में हल्के और सुपाचय भोजन को प्राथमिकता दें क्योंकि गरिष्ठ भोजन कब्जियत की समस्या को बढ़ा सकता है.
सिंह - इस राशि के लोग घर और ऑफिस में तालमेल बनाकर चलें,क्योंकि आपकी भागीदारी दोनों ही जगह जरूरी है. निवेश की प्लानिंग कर रहे है व्यापारियों को योजनाबद्ध तरीके से निवेश करने पर जोर देना चाहिए, जिससे मुनाफा भी मन मुताबिक हो सके. लव लाइफ में जी रहे युवाओं को सजग रहने की सलाह है, क्योंकि किसी तीसरे के कारण ब्रेकअप होने का डर है. यदि संभव हो तो घर में पूजा-पाठ, धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन कराए. पूजा पाठ से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार महसूस करेंगे. खानपान के मामले में सतर्क रहें क्योंकि तकलीफ ज्यादा होने पर अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है.
कन्या - कन्या राशि के लोगों को काम के साथ आराम के लिए भी समय निकालना होगा, क्योंकि जरूरत से ज्यादा काम बीमार कर सकता है. यदि आपका का बिजनेस गाड़ी की डीलरशिप जुड़ा है तो यह दिन फायदे का रहेगा. युवाओं को अपनी क्रिएटिविटी को और बेहतर करने का प्रयास करना होगा, आपका टैलेंट भी आपको करियर में आगे ले जाने में मदद करेगा. जीवन साथी के साथ ससुराल पक्ष के किसी सदस्य के विवाह में शामिल होने जा सकते हैं, अपनों के साथ समय व्यतीत करके अच्छा महसूस होगा. बढ़ता तापमान सेहत में नरमी की वजह बन सकता है, ऐसे में तरल पदार्थ अधिक लेने की कोशिश करें जिससे शरीर में पानी की कमी न हो.
तुला - इस राशि के लोग नए माहौल में ढलने के लिए खुद को पहले से ही तैयार कर लें, क्योंकि कार्यस्थल पर कई बदलाव की सूचना मिलने की संभावना है. आज के दिन व्यापारी वर्ग को मंदी का सामना करना पड़ सकता है, जिसे देखकर आपको परेशान होने से बचना है. युवा वर्ग दूसरों के मामलों में हस्तक्षेप करने से बचें अन्यथा वह स्वयं ही वाद विवाद की स्थिति में आ सकते हैं,वरना उन्हें प्रशासन के कोप का भाजन बनना पड़ सकता है. फाइनेंशियल प्लानिंग से परिवार का भविष्य सुरक्षित करने की कोशिश करें, आने वाले समय के लिए अभी से निवेश करना बहुत जरूरी है. हेल्थ में किसी तरह की शारीरिक क्षति, चोट लगने या दुर्घटना होने की आशंका रहेगी. आज के दिन इन बातों का ध्यान ��खते हुए अपना कार्य करें.
वृश्चिक - वृश्चिक राशि के लोग घर से ऑफिस का काम कर रहे हैं तो आज पेंडिंग कामों को सबसे पहले समाप्त कर लीजिए. व्यापारी वर्ग को उधारी लेने से बचना चाहिए, क्योंकि आज की उधारी भविष्य में परेशानी को बढ़ा सकती है. युवा वर्ग को ज्ञानार्जन के लिए कुछ धार्मिक ग्रंथों को भी पढ़ना चाहिए, इससे उनके मन को शांति मिलेगी तो वही ज्ञान में वृद्धि भी होगी. नकारात्मक ग्रहण पारिवारिक कलह करा सकते हैं, छोटी-छोटी बातों पर तूल देने से बचें और घर की सुख शांति को बनाए रखने का प्रयास करें. सेहत की बात करें तो डायबिटीज जैसी बड़ी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं, इस ओर सचेत रहते हुए खानपान पर सख्ती रखें.
धनु - इस राशि के नौकरीपेशा लोगों की बात करें तो कामकाज के लिए सहयोगी की मदद करें, और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करें. व्यापारी वर्ग काम करते वक्त डाटा सिक्योर करते चले, क्योंकि महत्वपूर्ण डेटा या कंटेंट का नुकसान हो सकता है. आज का दिन युवा वर्ग के लिए शुभ संकेत लेकर आया है, क्योंकि मन को प्रसन्नता दिलाने वाली कई घटनाएं घट सकती हैं. परिवार को आप से बहुत अधिक उम्मीदें हैं, अपने फैसलों में इस चीज का ध्यान रखें. प्रयास करें कि ऐसा कोई भी फैसला न ले जिससे किसी का दिल दुखे. सेहत की बात करें तो आज स्वास्थ्य सामान्य है, आगे भी ऐसे ही हेल्थ का ध्यान रखें.
मकर - मकर राशि के लोग कामों में गलती की गुंजाइश न रखें, काम में त्रुटि पाए जाने पर नौकरी पर आंच आ सकती है. व्यापारी वर्ग को अपना अकाउंट को साफ सुथरा रखना होगा, क्योंकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर आप पर कभी भी पड़ सकती है. अध्यापन क्षेत्र से जुड़े युवाओं की कार्यों के प्रति रुचि बढ़ेगी, जिससे वह अपने करियर में आगे बढ़ेंगे. परिवार से संबंधित किसी भी तरह के निर्णय लेते समय रिलेशनशिप संबंधी हर पहलू को ध्यान में रखकर निर्णय लें. सेहत में ठंडा गरम की स्थिति से बचना होगा, क्योंकि जुकाम के कारण सिर दर्द और हरारत होने की आशंका है.
कुंभ - इस राशि के लोग सहकर्मियों पर भरोसा कर काम की जिम्मेदारी दे सकते हैं, ऐसे में विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करें. ग्रहों की स्थिति को देखते हुए व्यापारी वर्ग के लिए आर्थिक दृष्टि से समय अनुकूल है. योजनाओं को साकार रूप देने के लिए युवाओं को भरपूर मेहनत करनी होगी, मेहनत करने से जी न चुराएं. रिश्तेदारों की आवाजाही से खर्चे बने रहेंगे, जिसका असर घरेलू बजट पर भी पड़ेगा. ऐसे में आपको फाइनेंशियल प्लानिंग के साथ सभी कार्य करने चाहिए. सेहत की दृष्टि खानपान में अनियमितता सेहत में गिरावट का कारण बन सकती है, इसलिए काम के साथ-साथ सेहत पर भी ध्यान दें.
मीन - मीन राशि के लोग रिजेक्शन को असफलता कतई न समझें, असफलता ही सफलता की सीढ़ी होती है. व्यापारी वर्ग मौजूद कारोबार के अलावा नए क्षेत्रों में निवेश के बारे में विचार बनाना चाहिए, जिससे लाभ प्रतिशत में बढ़ोतरी हो सके. युवाओं का मन आज के दिन कुछ अशांत रहेगा, ईश्वर का ध्यान लगाएं व्यथित मन को चैन मिलेगा. जब भी मौका मिले बिना समय गवाएं बड़ों की सेवा करें, उनके आशीर्वाद से आपके समृद्धि के द्वार खुलेंगे. सेहत की बात करें तो प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से कमजोरी महसूस हो सकती है, स्वास्थ्य के ऊपर खास ध्यान देने की जरूरत है.
आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।
समस्या चाहे कैसी भी हो 100% समाधान प्राप्त करे:-
स्पेशलिस्ट-
मनचाही लव मैरिज करवाना, पति या प्रेमी को मनाना, कारोबार का न चलना, धन की प्राप्ति, पति पत्नी में अनबन और गुप्त प्रेम आदि समस्याओ का समाधान।
एक फोन बदल सकता है आपकी जिन्दगी।
Pt. Arun Shastri Ji
Love Problem Solution Guru
Call Now: - +91-9784323501
फीस संबंधी जानकारी के लिए #Facebook page के message box में #message करें। आप Whatsapp भी कर सकते हैं।
#famousastrologer#astronews#astroworld#Astrology#Horoscope#Kundli#Jyotish#yearly#monthly#weekly#numerology#rashifal#RashiRatan#gemstone#real#onlinepuja#remedies#lovemarraigespecilist#prediction#motivation
0 notes
todaymandibhav · 1 year
Text
धनिए की कीमत कम होने से आवक घटी, फिलहाल बड़ी तेजी-मंदी की नहीं संभावना, देखें रिपोर्ट
Coriander Price : मंडियों में धनिये का भाव किसानों की उम्मीद से नीचे होने के कारण बिकवाली सीमित होने की वजह से प्रमुख उत्पादक राज्यों में धनिए की आवक सीमित बनी हुई है। अत: आगामी दिनों में हाजिर में धनिए में मंदी का डर अब करीब-करीब खत्म हो गया है लेकिन अभी लंबी तेजी की उम्मीद भी नहीं दिख रही है। देश के प्रमुख धनिया उत्पादक राज्यों में मौसम फिलहाल साफ बना हुआ है। अब मौसम में हुए इस बदलाव के बाद भी…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
365store · 2 years
Text
मंदी का डर:- ! आर्थिक संकट की ओर
मंदी का डर:- ! आर्थिक संकट की ओर
मंदी में अमेरिकी अर्थव्यवस्था: (गूगल) है है है है है है: विज्ञापन के विज्ञापनों में परिवर्तन के समय में परिवर्तन होता है। अल्फाबेट के अप्रत्याशित रूप से खराब होने वाले उत्तरोत्तर आर्थिक (अमेरिकी अर्थव्यवस्था) के विकास की गति में परिवर्तन के साथ प्रतिक्रिया (मंदी) होगी। 2022 की समस्या में है। 2013 के बाद प्रदर्शनकोरोना महामारी के अवधि को छोड़ दें तो 2013 के बाद सबसे धीमी रफ्तार से Alphabet का…
View On WordPress
0 notes
sabkuchgyan · 2 years
Text
मुद्रास्फीति और आर्थिक मंदी के डर से कॉर्पोरेट आय कम होने का अनुमान
मुद्रास्फीति और आर्थिक मंदी के डर से कॉर्पोरेट आय कम होने का अनुमान
ब्रोकरेज हाउस के विश्लेषकों ने कमजोर मांग और इन्वेंट्री पर लगातार दबाव के कारण भारतीय आर्थिक मंदी कंपनियों के लिए लाभ अनुमानों में कटौती की है। यह बदलाव पिछले 4 हफ्तों से देखा जा रहा है। एनएसई 500 में कम से कम 100 कंपनियों ने अपनी कमाई का अनुमान घटा दिया है। जिसमें मुख्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी, ऑटो, धातु, ऊर्जा और उपभोक्ता सामान बेचने वाली कंपनियों की आय का अनुमान कम किया गया है। ब्रोकरेज हाउस…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
trendingwatch · 2 years
Text
$20 ट्रिलियन के नुकसान के बाद, निवेशक अधिक विशाल धन के लिए तैयार हैं पोंछे
$20 ट्रिलियन के नुकसान के बाद, निवेशक अधिक विशाल धन के लिए तैयार हैं पोंछे
जनवरी में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद से विश्व के शेयरों में 20 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की गिरावट आई है जनवरी की चोटियों के बाद से इस साल दुनिया के शेयरों में 20 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है, और तेज स्लाइड वैश्विक वित्तीय बाजारों में 2020 की शुरुआत में महामारी से प्रेरित मंदी की चिंताओं को प्रभावित करती है। उस नुकसान की भयावहता को संदर्भ में रखने के लिए, इस साल वैश्विक इक्विटी…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
Text
समरथ को नहिं दोष गुसाईं !
आज कल की खबरों से मन हताश होता है , एक  कर्नाटका राज्य में कुमार स्वामी परिवार में शादी को अनुमति,जिसमें मुख्यमंत्री खुद दिख रहे और दूसरी, ई-कॉमर्स कंपनिया , अमेजन फ्लिपकार्ट स्नैपडील को व्यापार की अनुमति। यह दोनों निर्णय निराश करने वाले हैं. आर्थिक मंदी के इस दौर में विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों जिनके इस कठिन घड़ी में किसी भी प्रकार  का योगदान के बारे में कोई सूचना नहीं है, इनके  द्वारा बेचा जाने वाला सामान कोई जीवन रक्षक सामान नहीं है की खुदरा दुकानदारों की कीमत पर उन्हें यह अग्रिम अनुमति दी जाए. यह कदम उन रिटेल दुकानदारों जिन्होंने लॉकडाउन का पालन किया है और व्यापार बंद करके नुकसान भी सहा है उनके लिए किसी मानसिक और आर्थिक आघात से कम नहीं होगा, इससे उनका बचा हुआ बाज़ार भी टूटने का डर है। उनके पास पूंजी और बैंक सहायता की इतनी ताकत नहीं जितनी इन विदेशी कंपनी के पास। लाख तर्कों के बाद भी मेरा मन स्वीकार नहीं कर पा रहा. इसी तरह लाख सुरक्षा के उपाय किए गए हो, इस बात की गारंटी भी अगर हो, कि कुमार स्वामी की फैमिली की शादी में हर तरीके के खतरे को दूर करने हर उपाय किए गए हों, तो भी समाज में सार्वजनिक जीवन के लिए इतना तो त्याग किया ही जा सकता था। इस शादी समारोह ने फिर साबित किया है कि समरथ को नहिं दोष गुसाईं। कानून की अपेक्षा सिर्फ़ समाज के अक्षम और निचले वर्ग के लिए है।जहां आम जनता राजनीतिक विचार को लेकर अपने संबंध खराब करती है वहीं सारे राजनीतिक दल और बड़े नेता,व्यक्तिगत मसलों में एक दूसरे की पीठ खुजाते नजर आते हैं और इसमें कोई राजनीतिक दल अपवाद नहीं।
1 note · View note
bakaity-poetry · 5 years
Text
बरसों बाद वामपंथियों के खुश होने का मुहूर्त आया है । किसी से भी बात करिये, पता नहीं क्यों सब मन ही मन खुश लग रहे हैं । चेहरे पर भले 370 बजा है, लेकिन दिल में अचानक एक उम्मी‍द जगी है । यह उम्मीद गहराती आर्थिक मंदी की ख़बरों से पैदा हुई है ।
बात गूढ़ है । समझने की है । एक दौर था जब लोग पैंट के नीचे कच्छा पहनते थे और वामपंथी चुन-चुन के कच्छे का रंग बताते थे । फिर आया मज़बूती का दौर । शर्ट का साइज़ छप्पन इंच हुआ तो कमर से नीचे का पहनावा भी उलट गया । 2014 के बाद अचानक लोगों की शर्म चली गई । आम आदमी सुपरमैन बन गया । पतलून के ऊपर कच्छां पहनने लगा । खुलकर अब वामपंथियों के पास सुरागदेही का कोई काम बचा नहीं । जिसे देखो वही निक्करधारी, कच्छाधारी  सरेआम ।
सच्चे वामपंथियों ने कभी पैंट के नीचे कच्छा नहीं पहना । पाखंड से उन्हें आजीवन सख्त नफरत रही । इस मुल्क के स्तर साल में जो पाखंड पोसा गया, एक मज़बूत नेता ने आकर उसे तार-तार कर दिया । लोगों को हिम्म‍त दी कि वे सच्चे  बनें, ईमानदार बनें । जो पहनें, खुलकर पहनें, दिखाकर पहनें । अपना लक पहन कर चलें । पांच साल तक लगातार ईमानदारी से अपना लक पहन कर चलने की सबकी आदत ने वामपंथियों को खुश होने का कारण मुहैया कराया है ।
बरसों पहले वामपंथियों के एक दुश्मन ने मंदी पर ज्ञान दिया था। उनका नाम था एलन ग्रीनस्पैन। बाद में वे अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मुखिया भी रहे । वे कहते थे कि आर्थिक मंदी आने के तमाम संकेतों में एक प्रमुख संकेत यह है कि लोग कच्छा  खरीदना कम कर देंगे । जून के आंकड़े इस बात की तसदीक करते हैं। जॉकी से लेकर काल्विन क्लीन, डॉलर आदि कंपनियों के कच्छों की बिक्री में भारी कमी देखी गयी है ।
अर्थशास्त्रियों ने कच्छे का नाड़ा पकड़ा, तो पाया कि ऑटो सेक्टर भी मंदी में फंस चुका है। ब्रिटेनिया के मालिक कह रहे हैं कि लोग पांच रुपया का बिस्कुट खरीदने से पहले सोच रहे हैं। लार्सन एंड टुब्रो के मुखिया कह रहे हैं कि मेक इन इंडिया फेल हो गया। टाटा के कारखाने बंद हो गए । हिंडाल्को  निपट गया। मारुति की उड़ान थम गई। कैफे कॉफी डे के मालिक ने तो जान ही दे दी। पता चला कि बीजेपी के एक नेता का बेटा भी बेरोजगार होकर मर गया।
मने मामला कच्छे से चलते-चलते खुदकुशी तक पहुंच गया लेकिन यह देश मुसलमानों के मरने से ही संतुष्ट  होता रहा। वामपंथी चालाक होते हैं। भावनाओं के चक्कर में नहीं पड़ते। सीधे सुषुम्ना नाड़ी पकड़ते हैं। अर्थव्य‍वस्था की नब्ज़ो पर उनका डेढ़ सौ साल से हाथ है । वे भांप गए कि अब कोई संकटमोचक, कोई रामचंद्र काम नहीं आने वाला । सबके कच्छे तार-तार होकर गिरेंगे क्योंकि कच्छे खरीदने की बुनियादी औकात ही जाने वाली है। अपना क्या  है, हम तो वैसे भी न सुपरमैन हैं न निक्करधारी। जोजो ने सेक्रेड गेम्स  के दूसरे मौसम में कहा है न- जो पेलेगा, वो झेलेगा।
एक और बात है जिससे वामपंथी मन ही मन हुलसे हुए हैं। वे जानते हैं कि मज़बूत नेता के पास अर्थशास्त्र जानने वाला कोई नहीं है। सब भाग गए हैं मौका देख के। बस समय की बात है, ये सरकार अब पटकायी तब पटकायी। उनकी इस सदिच्छा में कुछ तार्किकता हो सकती है, लेकिन दिक्कत ये है कि जनता के साथ इनका जुड़ाव नहीं है। ये लोग जनता के फार्मूलों को नहीं जानते। वरना मंदी की खबरों से वाकिफ़ होने के बावजूद मदमस्त जनता का राज़ खोज पाते।
परसों चौराहे पर पार्षदी के सक्षम एक बजरंगी उम्मीदवार से बात हो रही थी मंदी पर। मैंने उन्हें ऑटो सेक्टर में जाने वाली नौकरियों का ज्ञान दिया। वे ऐसे मुस् राये जैसे विष्णु भगवान से लक्ष्मी  ने कुछ मूर्खतापूर्ण बात कह दी हो। बोलते भये- ”चलिए, इसी बहाने फिरोजवा का धंधा बंद होगा। न गाड़ी बिकेगी, न पंचर होगी, न इसकी दुकान रहेगी।”
”लेकिन आपकी जिंदगी पर भी तो कुछ फर्क पड़ेगा?”मेरे इस सवाल पर उन्होंने ढाई किलो का अपना हाथ बाकायदे मेरे कंधे पर रख दिया और बोले- ”झांट नहीं फ़र्क पड़ेगा। चना चबेना खाकर राम-राम करते हुए काट देंगे। अकाल मृत्यु  वह मरे जो काम करे चांडाल का, काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का।” और कल्ले‍ में पान दबाकर आगे-पीछे महाकाल लिखी हुई बाइक से वे फुर्र हो लिए ।
अर्थशास्त्र  को समझना एक बात है। जनता को समझना दूसरी बात। नोटबंदी और जीएसटी इसका उदाहरण है। और इस बार के संकट में तो नुस्खा ज्यादा आसान है। कोई भी नारा दे सकता है- अंडरवियर से लंगोट की ओर लौटो। लंगोट हिंदू है। अंडरवियर ईसाई। अगर यह बात फैला दी गयी तो मंदी तेल लेने चली जाएगी। सारे तकनीकी काम इस देश में मुसलमान करते हैं, यह धारणा अगर स्थापित हो गयी तो मंदी पानी भरती नज़र आएगी।
एलन ग्रीनस्पैन जिस देश में पैदा हुए, वहां लंगोट नहीं पहनी जाती। अपने यहां तो एक ही सूत से झोला भी सिल लो, लंगोट भी और कच्छा  भी। ऐसी परंपरागत सहूलियतें अर्थव्यहवस्था के लिए हिंदू शॉक एबजॉर्बर का काम करती हैं। याद करिये, एक ज़माने में हिंदू ग्रोथ रेट की बात होती थी कि नहीं? जहां हिंदू है, वहां मंदी भी एक बार को आने से पहले सोचती है। और गर आ ही गयी, तो हिंदू जनता को खुश कर जाएगी। उसे लगेगा चलो, एक झटके में कुछ कचरा तो साफ़ हो गया। कचरा समझते हैं न?
भारत में बेअसर मंदी की आहटों को समझने के लिए बुनियादी रूप से यह समझना ज़रूरी है कि यहां ”चांडाल” किसे समझा जाता है। फिर मंदी क्या  महामंदी भी महाकाल का प्रसाद दिखायी देगी। अपनी धर्मपारायण जनता उसके आगे नतमस्तक हो जाएगी।
मुझे डर है कि इस बार भी वामपंथियों की खुशी बीच में लटपटा न जाए। वे दुखी रहने को अभिशप्त जो हैं।
5 notes · View notes
Text
बिकवाली का बवंडर अमेरिकी शेयर बाजार में, मंदी का डर बढ़ा निवेशकों के बीच
बिकवाली का बवंडर अमेरिकी शेयर बाजार में, मंदी का डर बढ़ा निवेशकों के बीच
भारत के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में भी बिकवाली का बवंडर हावी हो गया है। यूएस बाजार में ट्रेडिंग के दौरान इंडेक्स- डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 700 अंक या 2.5% से ज्यादा गिरकर 29,500 अंक से नीचे आ गया। यह डाउ जोन्स का 2 साल का निचला स्तर है। वहीं, दूसरे इंडेक्स- एसएंडपी 500 और नैस्डैक कंपोजिट में 2% से ज्यादा की गिरावट आई। यह लगातार चौथा दिन है जब अमेरिकी शेयर बाजार रेंगते नजर आ रहे हैं। इस बिकवाली…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
mwsnewshindi · 2 years
Text
स्टैगफ्लेशन का कोई डर नहीं है क्योंकि भारत कम मुद्रास्फीति के स्तर के साथ सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है: सीतारमण
स्टैगफ्लेशन का कोई डर नहीं है क्योंकि भारत कम मुद्रास्फीति के स्तर के साथ सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है: सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को देश में मंदी की आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि भारत कम मुद्रास्फीति के स्तर के साथ सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में बोलते हुए, सीतारमण ने कहा कि सरकार आवश्यक वस्तुओं की कीमतों की स्थिति पर लगातार नजर रखकर मुद्रास्फीति को कम करने के लिए काम कर रही है। वित्त मंत्री ने पूरक अनुदान मांगों के पहले…
View On WordPress
0 notes
livenews24x7hindi · 2 months
Text
क्या अमेरिका में मंदी का डर सच है? भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों को क्या करना चाहिए? जानिए यहाँ
अमेरिकी आर्थिक विश्लेषण ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अप्रैल से जून तिमाही के दौरान अमेरिकी जीडीपी 2.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। अमेरिकी विकास दर इतनी जल्दी नकारात्मक होने की संभावना नहीं है। अमेरिका में मंदी की आशंका से वैश्विक शेयर बाजार में उथल-पुथल मची हुई है। अमेरिका के प्रमुख सूचकांक नैस्डैक, एसएंडपी 500 और डाउ जोंस तथा ब्रिटेन के एफटीएसई, फ्रांस के सीएसी 40 और जर्मनी के…
0 notes
gyanujala · 2 years
Text
Share Market Open: SBI, Titan पर रहेगा फोकस...ग्लोबल प्रेशर में खुलते ही गिरे Sensex-Nifty - Indian share market BSE Sensex NSE Nifty global trend state bank of india titan mahindra other stocks tuts
Share Market Open: SBI, Titan पर रहेगा फोकस…ग्लोबल प्रेशर में खुलते ही गिरे Sensex-Nifty – Indian share market BSE Sensex NSE Nifty global trend state bank of india titan mahindra other stocks tuts
स्टोरी हाइलाइट्स बाजार को सता रहा है आर्थिक मंदी का डर ग्लोबल मार्केट पर हावी होने लगा प्रेशर Stock Market Today: दुनिया भर के बाजारों पर मंदी का डर (Global Recession Fears) एक बार फिर से हावी होने लगा है. इसके असर से घरेलू बाजार (Share Market) भी अप्रभावित नहीं रह सकते हैं. दूसरी ओर कंपनियों के तिमाही परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं होने से भी इन्वेस्टर्स निराश हो रहे हैं. इन कारणों से बीएसई…
View On WordPress
0 notes
dailyhantnews · 2 years
Text
GXO लॉजिस्टिक्स ग्राहक वित्तीय स्थिति के बावजूद अच्छा कर रहे हैं…
GXO लॉजिस्टिक्स ग्राहक वित्तीय स्थिति के बावजूद अच्छा कर रहे हैं…
GXO रसद सीईओ मैल्कम विल्सन ने मंगलवार को सीएनबीसी के जिम क्रैमर को बताया कि उपभोक्ता अभी भी अच्छा कर रहे हैं, यहां तक ​​​​कि वॉल स्ट्रीट को भी डर है कि अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा रही है। विल्सन ने कहा, “हमने अभी-अभी अपनी तिमाही समाप्त की है … लगभग आधे बिलियन डॉलर के नए ग्राहक अनुबंधों के साथ, और हमारा व्यवसाय 20% जैविक राजस्व से बढ़ रहा है। यह अर्थव्यवस्था का एक सच्चा बयान है। मुझे लगता है कि हम…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
newskey21 · 2 years
Text
नकदी का संरक्षण कैसे करें, मंदी के दौरान व्यवसाय के स्वामी के रूप में खर्च में कटौती करें
नकदी का संरक्षण कैसे करें, मंदी के दौरान व्यवसाय के स्वामी के रूप में खर्च में कटौती करें
दामिरकुडिक | ई+ | गेटी इमेजेज मंदी की हवाओं के घूमने के साथ, कई छोटे व्यापार मालिकों ने पहले ही कटौती कर दी है, लेकिन आने वाले आर्थिक तूफान का सामना करने के लिए और अधिक ट्रिमिंग की आवश्यकता हो सकती है। अमेरिकी आर्थिक विकास दूसरी तिमाही में 0.9% गिर गया, आर्थिक विश्लेषण ब्यूरो ने गुरुवार को नकारात्मक जीडीपी की लगातार दूसरी तिमाही की सूचना दी। वो होगा शाफ़्ट अप डर है कि अर्थव्यवस्था मंदी ��ें…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes