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#महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की आलोचना की
lok-shakti · 3 years
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गिलानी के शव को पाकिस्तान के झंडे में लपेटने पर प्राथमिकी दर्ज करने पर महबूबा ने केंद्र की आलोचना की
गिलानी के शव को पाकिस्तान के झंडे में लपेटने पर प्राथमिकी दर्ज करने पर महबूबा ने केंद्र की आलोचना की
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के शव को पाकिस्तानी झंडे में लपेटने और उनकी मौत के बाद कथित तौर पर ‘राष्ट्र विरोधी’ नारे लगाने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर रविवार को केंद्र सरकार की आलोचना की। बडगाम पुलिस ने एक वीडियो क्लिप का संज्ञान लेते हुए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत अज्ञात लोगों के…
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realtimesmedia · 3 years
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गिलानी के पार्थिव शरीर को पाकिस्तानी झंडे में लपेटने पर दर्ज प्राथमिकी, महबूबा ने जताई अपत्ति
गिलानी के पार्थिव शरीर को पाकिस्तानी झंडे में लपेटने पर दर्ज प्राथमिकी, महबूबा ने जताई अपत्ति
श्रीनगर। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारे लगने और उनके पार्थिव शरीर को पाकिस्तानी झंडे में लपेटने पर प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर रविवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार की आलोचना की। एक वीडियो क्लिप में गिलानी के पार्थिव शरीर को पाकिस्तानी झंडे में लिपटा दिखाया गया था जिसका संज्ञान लेते हुए बड़गाम पुलिस…
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thesandhyadeepme · 5 years
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कश्मीर को लेकर दोनों पक्ष शांति बनाए रखें : अमेरिका
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वाशिंगटन, 06 अगस्त (वार्ता) अमेरकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोर्गन ओरात्गस ने मंगलवार को कहा है कि जम्मू-कश्मीर के मामले को लेकर भारत और पाकिस्तान शांति कायम रखें।
श्री ओरात्गस ने कहा, “हम दोनों पक्षों से नियंत्रण रेखा पर शांति और स्थिरता कायम रखने की अपील करते हैं।”
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प पेश किया था। इसके तुरंत बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को विशेष अधिकार देने वाले संविधान के अनुच्छेद 35 ए को समाप्त करने से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी थी।
लीबिया में हवाई हमले में 40 से अधिक लोगों की मौत
भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए को हटाने तथा राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख में बांटने का निर्णय लिया है।
इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की थी और भारत सरकार के इस फैसले को खारिज कर दिया था।
श्री ओरात्गस ने कहा कि अमेरिका जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात पर अपनी नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा, “हम भारत सरकार के कश्मीर को लेकर फैसला करने और उसे केंद्र शासित दो राज्य बनाने पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।” अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने हालांकि भारत सरकार के इस फैसले की निंदा या आलोचना नहीं की है।
श्री ओरात्गस ने कहा, “हमें ज्ञात है कि भारत सरकार इसे अपने देश का आंतरिक मामला बता रही है लेकिन हम लोगों को हिरासत में लेने की खबरों को लेकर चिंतित हैं।”
गौरतलब है कि सोमवार की शाम जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्लाह को हिरासत में लिया गया था।
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aapnugujarat1 · 5 years
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जलकर राख हो जाएंगे ३५ ए की तरफ उठने वाले हाथ : महबूबा मुफ्ती
कश्मीर में ३५ए को लेकर छिड़ी बहस जोर पकड़ रही है । पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक भाषण के दौरान यहां तक कह दिया कि ३५ए की तरफ उठने वाले हाथ राख हो जाएंगे । दरअसल केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में अर्द्धसैनिक बलों की १०० अतिरिक्त कंपनियां तैनात करने के फैसले से पीडीपी और नैशनल कॉन्फ्रेंस बेहद नाराज हैं । जबकि केंद्र सरकार के सूत्रों का कहना है कि कश्मीर में पाक आतंकियों द्वारा हमले की साजिश के इनपुट के बाद अतिरिक्त बल तैनात करने का फैसला लिया गया है । महबूबा मुफ्ती ने कहा, ३५ए के साथ छेड़छाड़ करना बारूद को हाथ लगाने के बराबर होगा । जो हाथ ३५ए के साथ छेड़छाड़ करने के लिए उठेंगे, वो हाथ ही नहीं बल्कि पूरा जिस्म जलकर राख हो जाएगा । इससे पहले शनिवार को भी मुफ्ती ने अतिरिक्त १०० कंपनियों को तैनात करने के केंद्र के फैसले की आलोचना करते हुए कहा था कि यह एक राजनीतिक समस्या है, जिसे सैन्य तरीके से हल नहीं किया जा सकता है । पीडीपी ने कहा था, केंद्र को अपनी कश्मीर नीति पर पुनर्विचार और उसे दुरुस्त करना होगा । महबूबा ने ट्‌वीट करते हुए कहा, अतिरिक्त १० हजार सैनिकों की तैनाती के फैसले ने घाटी के लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया है । कश्मीर में सुरक्षा बलों की कोई कमी नहीं है । जम्मू-कश्मीर एक राजनीतिक समस्या है, जो सैन्य ��ाधनों से हल नहीं होगी । भारत सरकार को अपनी नीति पर पुनर्विचार और सुधार करने की आवश्यकता है । Read the full article
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sgtechs-in · 6 years
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पुलिसकर्मियों की हत्या पर बोलीं महबूबा- 'बातचीत से ही निकल सकता है समस्या का हल'
पुलिसकर्मियों की हत्या पर बोलीं महबूबा- ‘बातचीत से ही निकल सकता है समस्या का हल’
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श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा पुलिसकर्मियों को अगवा कर हत्या की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने आलोचना की है. हिजबुल के आतंकियों की धमकी के बाद हत्या किए जाने पर महबूबा ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया और केंद्र सरकार की योजनाओं की आलोचना की. महबूबा ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘तीन और पुलिसकर्मी आतंकवादियों की गोली पर जान गवां चुके हैं. आक्रमण, सदमे और निंदा सभी के लिए व्यक्त की जाएगी,…
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spthakurnews-blog · 6 years
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#अमित_शाह के आरोपों पर मुफ्ती महबूबा का जोरदार पलटवार, बोली- हर फैसले में साथ थी BJP. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आरोपों का पुरजोर खंडन करते हुए पीडीपी प्रमुख एवं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी के खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए , जबकि वह साझा न्यूनतम कार्यक्रम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से कभी पीछे नहीं हटी. राज्य में पूर्व सहयोगी दल भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए महबूबा ने कहा कि यह देखना दुखद है कि भगवा पार्टी ने अपने कदम पीछे खींच लिए. राज्य में महबूबा नीत पीडीपी - भाजपा की गठबंधन सरकार कुछ दिन पहले गिर गई क्योंकि भगवा पार्टी ने गठबंधन से बाहर होने का फैसला किया था. पीडीपी प्रमुख ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि उनकी सरकार ने जमीन पर विश्वास बहाल करने के लिए जो कदम उठाए , उसे भाजपा सरकार ने भी मान्यता और सहमति दी थी. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 पर यथास्थिति , पाकिस्तान और हुर्रियत के साथ वार्ता ‘ गठबंधन के एजेंडा ’ का हिस्सा थे. वार्ता को प्रोत्साहित करना , पत्थरबाजों के खिलाफ मामले वापस लेना और आतंकवादियों के खिलाफ अभियान को एकतरफा तौर पर स्थगित करना शांति बहाली के लिए बहुत जरूरी कदम थे. भाजपा ने भी इस कदम का समर्थन किया था. महबूबा ने पूर्व गठबंधन साझेदार की आलोचना करते हुए कहा कि जम्मू में शनिवार को शाह द्वारा लगाए गए आरोपों का हकीकत में कोई आधार नहीं है. उन्होंने कहा कि जम्मू और लद्दाख के साथ भेदभाव किए जाने के आरोपों का वास्तव में कोई आधार नहीं है. हां , घाटी लंबे समय से अशांत है और 2014 में आई बाढ़ ने भी समस्या बढ़ाई , इसलिए , काफी ध्यान दिए जाने की जरूरत थी. लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि कहीं भी कम विकास हुआ. शाह ने शनिवार को कहा था कि कानून व्यवस्था के बदतर होने और खासतौर पर जम्मू तथा लद्दाख में समान विकास करने में राज्य सरकार की नाकामी के चलते भाजपा ने गठबंधन सरकार से बाहर होने का फैसला किया. महबूबा ने भाजपा से अपने मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा करने को कहा , जिन्होंने भेदभाव होने के बारे में पिछले तीन साल में राज्य या केंद्र स्तर पर कभी नहीं बोला. कठुआ बलात्कार - हत्या मामले के विषय पर उन्होंने कहा कि सीबीआई को यह मामला नहीं सौंपना और गुज्जर तथा बकरवाल समुदायों में सुरक्षा की भावना लाने के उद्देश्य से उन्हें प्रताड़ित नहीं करने का आदेश जारी करना मुख्यमंत्री के तौर पर उनका कर्तव्य था. महबूबा ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक चौधरी लाल सिंह द्वारा कश्मीरी पत्रकारों को धमकी दिए जा
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onlineadspost · 7 years
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कश्मीर में तिरंगा हाथ में थामने वाला कोई नहीं मिलेगा : महबूबा मुफ्ती
कश्मीर में तिरंगा हाथ में थामने वाला कोई नहीं मिलेगा : महबूबा मुफ्ती
कश्मीर में तिरंगा हाथ में थामने वाला कोई नहीं मिलेगा : महबूबा मुफ्ती,
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती के तिरंगा पर बयान की आलोचना की है। पीएमओ में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, “मुफ्ती का बयान बेतुका और बहुत चौंकाने वाला है। तिरंगा हमारे लिए पवित्र है। यह जम्मू-कश्मीर में उतना ही ऊंचा लहराएगा जितना किसी और राज्य में। सत्ता में होने के चलते कोई इसका दुरुपयोग नहीं कर सकता।”…
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mypali · 7 years
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अगले सप्ताह कश्मीर में लग सकता हैं राष्ट्रपति शासन, पीडीपी-बीजेपी में जंग हुई तेज़
न्यूज़ चैनल आजतक के मुताबिक बीजेपी हाईकमान राज्य में राष्ट्रपति शासन पर जल्द फैसला ले सकती है. अमित शाह 29 और 30 अप्रैल को राज्य का दौरा करने वाले हैं. माना जा रहा है कि इस दौरे के बाद महबूबा सरकार का नसीब तय हो सकता है. हाल ही में भुवनेश्वर में हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी ये मुद्दा उठ चुका है. बीजेपी खेमे में कुछ लोग मानते हैं कि महबूबा सरकार अलगाववादी हिंसा से सख्ती के साथ निपटने में नाकाम रही है. पार्टी की रणनीतिकार पीडीपी के साथ रिश्तों में बढ़ती खटास से भी ज्यादा खुश नहीं हैं. राज्य में बीजेपी के कई नेता मानते हैं कि महबूबा सरकार न्यूनतम ��ाझा कार्यक्रम पर काम नहीं कर रही है. इस बीच, मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती शनिवार को दिल्ली आकर बीजेपी के आला नेताओं से मिलने वाली हैं. गठबंधन में गांठ? राज्य में सत्ताधारी गठबंधन में कलह की एक नजीर गुरुवार को सामने आई जब पीडीपी विधायकों और मंत्रियों विधानपरिषद् के नए सदस्यतों के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया. शुक्रवार को दोनों पार्टियों में बैठकों का दौर चलता रहा. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर मामलों के प्रभारी राम माधव ने राज्य के वित्त मंत्री और पीडीपी के सीनियर नेता हसीब द्राबू से मुलाकात की. खबरों के मुताबिक द्राबू ने बीजेपी नेता चंद्र प्रकाश गंगा के उस बयान की आलोचना की जिसमें उन्होंने पत्थरबाजों को गोली से जवाब देने की बात कही थी. उन्होंने एमएलसी चुनाव में पीडीपी उम्मीदवार अब्दुल कयूम की हार का मुद्दा भी उठाया. कयूम बीजेपी के असर वाली जम्मू सीट से प्रत्याशी थे. लेकिन फिर भी महज एक वोट से हार गए थे. इस मुलाकात के बाद माधव गवर्नर एन एन वोहरा से भी मिले. घाटी में बिगड़ते हालात पिछले साल हिज्बुल के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. राज्य की महबूबा मुफ्ती सरकार हिंसा को काबू करने में नाकाम रही है. दक्षिणी कश्मीर के अलावा अब उत्तरी हिस्सों में भी हिंसा फैल रही है. सरकार के अपने आंकड़ों के मुताबिक पिछले 9 महीनों में 250 से ज्यादा नौजवानों से हथियार उठाए हैं. इस महीने श्रीनगर लोकसभा उप-चुनाव में महज 7.14 फीसदी वोटिंग ने केंद्र की चिंता को और बढ़ाया है.
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