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चूत की लीला-1 हेलो दोस्तों में अमन आज आपको एक एसी कहानी बताने जा रहा हूँ जो सेक्स ,प्यार ,हवस ,परिवार ,और सबसे जरूरी ‘चूत’ इस शब्द के पीछे की सारी कहानी बताने जा रहा हूँ जो पूरी तरह से सच्छी है ,मेने आपके मजे के लिए थोडा तड़का जरूर लगाया है .कहानी थोड़ी लम्बी है पर में आशा करता हु की आपको पूरा मजा आएगा ..मेरी उम्र 25 साल है और में राजस्थान का रहने वाला हूँ. मेरे लंड का साइज़ 7’’ का है जो किसी के लिए भी काफी है अब में कहानी पर आता हूं | ‘’अरे कहा जा रहे हो खाना तो खाके जाओ ....कभी तो सुन लिया करो मेरी’’ ..ये है रजनि .उम्र 45 के आस पास पर हुस्न एक दम गदराया हुआ इनकी चार लडकिया है और 3 लड़के .. ‘’वो यार एक जरूरी फ़ोन आ गया अभी जाना पड़ेगा ..’’ ये है रजनी के पति जगदीश ..उम्र 50 |ज्यादातर घर से बहार ही रहते है पर कम कुछ नही करते .. रजनी:इतना भी कोनसा जरूरी कम है की अपनी पत्नी की भी बात नही सुन सकते ..| जगदीश:अरे मेरी जान गुस्सा मत हो सारी रात तुम्हरे साथ ही तो कटनी है ...इतना कह के दोनों हसने लगे और रजनी किसी से फ़ोन पे बात करने लगी | अब यहाँ कोई काम नही ....दूसरी ओर देखते है ‘’हेलो मेरी जान क्या कर रहे हो ..बहुत दि�� हो गए अब चूत में भी आग लगी है .अब तो उंगली से भी काम नही चलता जल्दी से मेरी आग भुजा दो’’..’बस कुछ पल की ही तो बात है जान बस फिर तुम्हरी चूत में मेरा लंड होगा और चूत को चाट चाट कर सारा माल पी जाऊंगा ‘’.........दोस्तों ये है संजू .क्या माल है जो भी एक बार इसकी गांड देख लेगा वो अपने लंड को हिलाए बिना नही मानेगा ...भरे भरे दूद और बाहर को निकली उसकी बड़ी से गांड ..एसा लगता है मनो कह रहे हो की आअह्ह्ह्ह कोई तो मुझे दबाओ |देखने में ज्यादा सुन्दर नही पर दोस्तों किसी का भी लंड खड़ा करने के लिए काफी है और ये अपने दोस्त से बात कर रही है ... संजू: क्या यार तुम कब आओगे साली इस चूत की आग दिन पर दिन बडती ही जा रही है ...अगर तुम नही आ सकते तो बोल दो में किसी का भी लंड देख लूंगी| संजय:तो देख लो यार किसी का भला हो जायेगा .हा हा हा . वेसे ही संजू की चूत में आग लगी हुई थी एसा बोल कर संजय ने उसे अपनी आग को भुझाने की हरी झंडी दे दी..... ..उधर जगदीश के जाने के बाद रजनी ने फ़ोन को बंद किया और कपडे पहनने लगी ….’’कहा जा रही हो माँ ‘’...ये है रजनी की बड़ी लड़की अनीता ,उम्र 25 ,दूध की तरह गोरी ..कहा हुआ शरीर .,चुचे ऐसे की हाथ में लेने के बाद छोड़ने का मन ही न करे ..जब गांड मटकाकर चलती हा ना तो देखने वाले के शरीर में आग लग जाती है अब तो आप समज ही गए होंगे की जब लड़की इतनी बड़ी माल है तो इसकी माँ भी कैसी होगी ....इस उम्र में भी उन्होंने अपने शरीर को तरासा हुआ है ...’’ रजनी:कही नही बस यही जा रही हूँ अभी आती हु एक घंटे में ..और तुम लोग घर से बाहर मत जाना ...इतना कह कर वो जल्दी से कपडे पहन कर घर से निकल गयी .... रजनी:कहा हो राकेश जल्दी करो में तुम्हरे घर के बहार हूँ ...’’एक मिनट रुको बस अभी आया’’.............और थोड़ी देर में दरवाजा खुलता है ..जल्दी से बिना देर किये रजनी गेट बंद करती है और राकेश पर टूट पड़ती है . राकेश: क्या हुआ साली ..इतना क्यों मर रही है ये लंड तुम्हारा ही है . रजनी:कुछ नही, मादरचोद पति मिला है साला .कुछ करता तो है नही ,,पता नही कहा गांड मराता रहता है ...रात को भी साला जल्दी ही झड जाता है ..पता नही साले का कभी डंग से खड़ा भी हुआ होगा ....| राकेश;अरे रंडी साली मर क्यों रही है तू कहे तो तुझे पुरे दिन चोदता रहू .. रजनी:तुझे भी देखूंगी किसी दिन साले अभी थोडा समय कम है बस अभी जल्दी से अपना इस चूत में डाल बहुत आग लगी है इसमें ... राकेश:पहले थोडा इस लंड को तो चूस रानी ...मुझे पता की तू कितनी बड़ी चुदक्कड है किसी दिन तेरी सारी चूत कि गार्मी मिटा दुगा .........रजनी ने जल्दी से राकेश का प��ंट नीचे किया और लंड को पूरा मुह में भर लिया .....आअह्ह्ह्ह मजा आ गया रानी’’..रजनी लंड को पूरा गले तक ले जाती और बाहर निकालती ..वो किसी रंडी की तरह राकेश के लंड को चूस रही थी ..राकेश भी उसके मुह को चूत समज कर उसके मुह की चुदाई कर रहा था ..’’अबे बहनचोद इस चूत को कोन चाटेगा तेरा बाप ‘’..इतना कह के रजनी ने अपनी चूत को राकेश के मुह पे रख दिया और भी किसी भूखे सेर की तरह उस पर टूट पडा ....ऊऊह्ह्ह आअह्ह्ह्ह थोड़ी देर में ही रजनी की चूत ने गरम लावा उगल दिया ....’’अब और नही रुका जाता जल्दी से अपना लंड इस चूत में डालो ...इसकी गर्मी आजकल कुछ ज्यादा ही बड गयी है ...और राकेश ने चूत के छेद को खोल कर अपना लंड रखा और एक ही झटके में पूरा लंड अन्दर डाल दिया ....रजनी की चीख निकल गयी पर अब राकेश कहा मानने वाला था ..उसने अपनी रफ़्तार और बड़ा दी ‘’आःह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह और तेज ओर तेज .मिटा दो आज इसकी सारी आग ...साली में बहुत आग है ....लगभग 30 मिनट की चुदाई के बाद दोनों पसीने से भीग चुके थे लेकिन राकेश अभी धक्के मार रहा था ‘’’तू बास्तव में बहुत बड़ी रंडी है साली नही तो इतनी देर की चुदाई के बाद तो अच्छे अच्छे चिल्लाने लगते है ......आअह्ह्ह्ह ईईस्स्स और इतना कह के राकेश ने अपना सारा माल रजनी की चूत में भर दिया ..|मजा आया की नही जान ,,’’अगर मजा नही आता तो तेरे पास क्यों आती साले ..तेरी दमदार चुदाई से ही इस साली चूत की आग मिटती है ......और दोनों हसने लगे .......कहानी जरी रहेगी .................................................................................................................... तो दोस्तों कहानी कैसी लगी ये जरूर बताये और अपने जबाब मुझे [email protected] पर दे ....आपके जबाब से मुझे कहानी लिखने में सहायता मिलेगी....|
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