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श्री वल्लभाचार्य नमः
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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कौन कहता है कि हम जोखिम नहीं उठा सकते हम जोखिम तो उठा सकते हैं मगर हमारे अपने हमें जो खिम उठाने देना नहीं चाहते ।
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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परिणाम को ध्यान मैं रखने वालों को जीवन में कुछ कर गुजरजाने की ईच्छा रखनी चाहिए ।
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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परिवेष
आज हम जिस बातावरण मैं रह रहे हैं वही हमारा परिवेष है
यदि हम सोचें किहमारे आस पास सब गलत घटित हो रहा है तो ये सोच हमारी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाती है कयोंकि हम कैसा सोचते हैं यह हमारे ऊपर र्निभर करता है यदि हम एक सकारात्मक सोच रखते हैं तो हमें अपने आसपास के परिवेष से कोई फर्ख नहीं पढ़ना चाहिए परिवेष से एक तात्पर्य यह भी निकलता है कि आप क्या सोचते हैं यदि आपकी सोच सही दिशा इंगित करती है तो आप किसी भी प्रकार के वातावरण में रहें कोई फर्ख नहीं पड़ता ।
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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विपरीत परिस्थितियाँ जीवन जीना सिखाती हैं ।
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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बेरोजगारी
बेरोजगारी एक ज्यलंत समस्या है प्रत्येक व्यक्ति सोचता है कि वह अपने पैरों पर खड़ा हो जाए पर ऐसा हो नहीं पाता कयोंकि व्यक्ति अपने अंदर झांक कर नहीं देखता कि वह किस कार्य मे पारंगत है यदि व्यक्ति अपनी प्रतिभा को पहचान ले तो कभी भी बेरोजगार नहीं हो सकता ऐसा व्यक्ति इतना धन कमा सकता है कि अपने परिवार के साथ साथ अपने आस पास के लोगों को भी रोजगार देसकता है और इस बिकट समस्या का समाधान राष्ट्र हित से लेकर समाज हित तक होसकता है
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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जब तक आप संस्कारों से बंधे हैं तब तक आपकी उन्नति सुनिश्चित है
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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उलझन
जीवन एक उलझन है इसे जितना सुलझाओगे उतना ही उलझते जाओगे जब कोई रास्ता दिखाई नहीं दे तो शांतिपूर्वक शांत मन से अपने अंतरमन मे झांकिए एवं ध्यान पूर्वक सोचिए कि हम कहाँ गलती कर रहे हैं कुछ न कुछ समाधान अवश्य मिलेगा फिर पुनः अपने लक्ष्य की ओर दृढं संकल्प से जुट जाइये आप देखेंगे कि आपकी उलझने अपने आप सुलझती जा रही हैं ।
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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हार तब तक नहीं मानना चाहिए जब तक शरीर मे अंतिम सांस बांकी हो
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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वक्त वक्त की बात है कभी भी किसी को कम नहीं आँकना।
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krishnasharmasstuff-blog · 6 years ago
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��ब्र एक ऐसा फल है जो समय आने पर आनंद की अनुभूति कराता है।
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