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#इसे बदलने की जरूरत _ पीएम मोदी
abhay121996-blog · 3 years
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कोरोना से जंग है जारी....फ्री वैक्‍सीन का तोहफा दे PM ने देशवासियों को किया आगाह Divya Sandesh
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कोरोना से जंग है जारी....फ्री वैक्‍सीन का तोहफा दे PM ने देशवासियों को किया आगाह
नई दिल्लीकोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ी है। इसे देखते हुए कई राज्‍यों ने दी है। हालांकि, ने लोगों को आगाह किया है। उन्‍होंने कहा है कि जारी है। इस अदृश्‍य और रूप बदलने वाले दुश्मन से लड़ाई में सबसे कारगर हथियार प्रोटोकॉल का पालन करना है।
कोविड-19 के घटते मामलों के मद्देनजर कई राज्यों की ओर से पाबंदियों में ढील दिए जाने के बीच सोमवार को पीएम ने यह बात कही। प्रधानमंत्री बोले, ‘कई जगहों पर में ढील दी जा रही है। इसका मतलब यह नहीं है कि कोरोना वायरस चला गया है। हमें सतर्क रहना होगा। साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा। मुझे विश्वास है कि हम इस लड़ाई को जीतेंगे। भारत कोरोना वायरस के खिलाफ जीतेगा।’
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि बीते 100 वर्षों में आई यह सबसे बड़ी महामारी है। इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने न कभी देखी थी, न अनुभव की थी। इस महामारी के खिलाफ भारत कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा है।
पीएम ने कोविड अस्पताल बनाने, आईसीयू बेड बढ़ाने, वेंटिलेटर के निर्माण और प्रयोगशालाओं के नेटवर्क के विस्तार समेत अन्य कदमों का जिक्र किया। कहा कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई को मजबूती मिली है।
प्रधानमंत्री बोले कि पिछले डेढ़ साल में महामारी से लड़ने के लिए देश भर में एक नया स्वास्थ्य ढांचा तैयार किया गया है। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ देश की लड़ाई जारी है।
पीएम ने जताया शोक प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्‍होंने कहा कि इस लड़ाई के दौरान भारत बहुत दर्द से गुजरा है। कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया। दूसरी लहर के दौरान भारत में मेडिकल ऑक्सि‍जन की मांग अप्रैल और मई के महीनों में अकल्पनीय रूप से बढ़ी। देश के इतिहास में कभी भी इतनी मात्रा में मेडिकल ऑक्सि‍जन की आवश्यकता नहीं हुई। इस मांग को पूरा करने के लिए सरकार के समूचे तंत्र ने एक साथ युद्धस्तर पर काम किया।
मोदी ने ‘ऑक्सि‍जन रेल’ चलाने और नौसेना तथा वायु सेना की तैनाती जैसे उपायों का उल्लेख किया। कहा कि कम समय में लिक्विड मेडिकल ऑक्सि‍जन का उत्पादन 10 गुना से अधिक बढ़ा है। आवश्यक दवाओं के उत्पादन में भी इजाफा हुआ है।
मोदी ने लगभग आधे घंटे के अपने संबोधन में कहा, ‘कोरोना वायरस जैसी महामारी के खिलाफ कोविड प्रोटोकॉल सबसे महत्वपूर्ण हथियार है। यह ऐसा अदृश्य वायरस है जो अपना रूप बदलता रहता है। लिहाजा, मास्क, ‘दो गज की दूरी’ और ऐसे अन्य सुरक्षात्मक उपाय जरूरी हैं।’
फ्री वैक्‍सीन देगी केंद्र सरकार राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम ने कहा कि पूरे देश में 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों के वैक्‍सीनेशन के लिए केंद्र सरकार 21 जून से राज्यों को फ्री टीके देगी। आने वाले दिनों में देश में टीकों की आपूर्ति बढ़ेगी। प्रधानमंत्री ने बताया कि केंद्र ने टीका निर्माताओं से राज्य के 25 फीसदी कोटे समेत 75 फीसदी डोज खरीदने और इसे राज्य सरकारों को मुफ्त देने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की, ‘देश में बन रहे टीके में से 25 फीसदी निजी क्षेत्र के अस्पताल सीधे ले पाएं, ये व्यवस्था जारी रहेगी। निजी अस्पताल वैक्सीन की निर्धारित कीमत के ऊपर एक डोज पर अधिकतम 150 रुपये ही सर्विस चार्ज ले सकेंगे। इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के ही पास रहेगा।’
अफवाहों से रहें दूर मोदी ने टीके के बारे में लोगों से जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया। उन्‍होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीका सुरक्षा कवच की तरह है। देश में सात कंपनियां वैक्‍सीन प्रोडक्शन पर काम कर रही हैं। तीन और टीकों के परीक्षण अग्रिम चरण में हैं। दूसरे देशों की कंपनियों से टीके हासिल करने की प्रक्रिया भी तेज की गई है।
वायरस से बच्चों के प्रभावित होने को लेकर कुछ विशेषज्ञों की ओर से जताई गई चिंताओं के बीच मोदी ने कहा कि इस दिशा में दो टीकों के परीक्षण चल रहे हैं। नेजल स्प्रे टीके पर भी रिसर्च जारी है। अगर इसमें कामयाबी मिली तो भारत के टीकाकरण अभियान को गति मिलेगी।
कोविड मामलों में कमी आने पर महाराष्ट्र और दिल्ली समेत कुछ राज्यों में पाबंदियों में ढील के बीच मोदी ने लोगों से लापरवाही नहीं बरतने को कहा। प्रधानमंत्री ने टीकाकरण के बारे में अफवाहें फैलाने वाले लोगों के खिलाफ भी चेताया और कहा कि ऐसे लोग दूसरों की जान के साथ खेल रहे हैं। इन्‍हें लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।
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