27.05.2023 | गो कैंपेन (अमेरिकी संस्था) के सहयोग से और हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में, शेरवुड कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट, सेक्टर 25, इंदिरा नगर, लखनऊ में "निःशस्त्र आत्मरक्षा कला प्रशिक्षण कार्यशाला" (Self Defence Training Workshop) का संचालन किया गया l कार्यशाला में प���रशिक्षित व कुशल प्रशिक्षकों द्वारा करीब 70 छात्राओं को आत्म रक्षा के गुर सिखाये गए I "निःशस्त्र आत्मरक्षा कला प्रशिक्षण कार्यशाला" (Self Defence Training Workshop) का शुभारम्भ राष्ट्रगान से हुआ तथा दीप प्रज्ज्वलित हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी श्रीमती (डॉ०) रूपल अग्रवाल, डॉ सत्या सिंह व सुश्री लक्ष्मी विश्वकर्मा ने किया गया l
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी श्रीमती डॉ० रूपल अग्रवाल ने कहा कि, "आज हम जिस दुनिया में रहते हैं, उसमें आत्मरक्षा विशेष रूप से लड़कियों / महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है । लड़कियों / महिलाओं को आम तौर पर समाज में आनंद की वस्तु के रूप में देखा जाता है और उन्हें आसानी से निशाना बनाया जाता है । देश में लैंगिक हिंसा से संबंधित मामलों में अधिकांश पीड़ित लड़कियां / महिलाएं इस प्रकार की हिंसा के खिलाफ रिपोर्ट नहीं करती हैं, ऐसे में लड़कियों / महिलाओं के लिए आत्मरक्षा अधिक आवश्यक है । लड़कियों / महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे आम रूप बलात्कार, छेड़छाड़, अपहरण और हत्या हैं । एसिड अटैक और छेड़छाड़ से भी समाज में लड़कियां असुरक्षित महसूस करती हैं । वर्तमान समय में लोगों की मानसिकता ऐसी हो गई है कि वे किसी पीड़ित के साथ हो रही हिंसा को नजरअंदाज कर बिना प्रतिक्रिया दिए चले जाते हैं । लड़कियों / महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न की ये छोटी-छोटी घटनाएं दूसरे बड़े अपराधों का रूप ले सकती हैं और उन्हें तभी रोका जा सकता है जब महिलाएं खुद आत्मरक्षा की तकनीक सीख लें । आत्मरक्षा प्रशिक्षण एक जीवन कौशल है जो किसी को अपने परिवेश के बारे में अधिक जागरूक होने और किसी भी क्षण अप्रत्याशित घटना होने पर तैयार रहने में मदद करता है । आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से, लड़कियों को मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक और शारीरिक रूप से इतना मजबूत बनाना सिखाया जाता है कि वे संकट के समय अपनी रक्षा कर सकें क्योंकि: "हमला आत्मरक्षा का सबसे अच्छा तरीका है" I इसी क्रम में आज इस निःशस्त्र आत्मरक्षा कला प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है और मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि हमारे कुशल प्रशिक्षकों द्वारा दिए जा रहे आत्मरक्षा प्रशिक्षण से आप सभी निश्चय ही लाभान्वित होंगी अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकेगी |"
कार्यशाला में डॉ सत्या सिंह, पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा कि, "आज हमारे समाज में महिलाओं व बालिकाओं की स्थिति अत्यंत शोचनीय है ! आज का युवा वर्ग अपना कैरियर व स्टेटस बनाने के लिए किसी भी हद तक जा रहा है जो कि सही नहीं है I आज के युवा वर्ग में सोशल मीडिया का क्रेज बढ़ता जा रहा है जिससे कि यौन अपराध व छेड़छाड़ की घटनाएं मूर्त रूप ले रही है I बच्चे अपनी समस्याएं अपने माता पिता को ना बताकर अनजान लोगों से साझा कर रहे हैं जो उन्हें गलत राह पर ले जा रहा है I मेरा यह मानना हैं कि हर माता पिता को अपने बच्चे का दोस्त बनकर रहना चाहिए जिससे बच्चे अपनी हर बात उनसे साझा करें और समाज मे अपराध कम हो सके I"
निःशस्त्र आत्मरक्षा कला प्रशिक्षण कार्यशाला के अंतर्गत विभिन्न आत्मरक्षा तकनीकों और कलाओं का प्रशिक्षण दिया गया, जो बिना हथियार के खुद को सुरक्षित रखने के लिए उपयोगी हैं । प्रशिक्षण में शारीरिक, मानसिक और तार्किक तरीकों से आत्मरक्षा की कलाएं सिखाई गई | इसमें आपातकाल में स्वयं को बचाने के लिए विभिन्न साधनों का उपयोग सिखाया गया, जैसे कि शारीरिक संघटना, अंतर्दृष्टि, संतुलन, ताकत और न्यायसंगत विचार शक्ति का विकास करना ।
कार्यशाला में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्षवर्धन अग्रवाल, शेरवुड कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट के उप प्राचार्य श्री करणवीर सिंह, शिक्षिकाओं डॉ प्रतिभा यादव, श्रीमती गरिमा चौधरी, श्रीमती मनीषा श्रीवास्तव, श्रीमती मधु सिंह, तान्या देवगन, शिखा सिंह, रेड ब्रिगेड लखनऊ से लक्ष्मी विश्वकर्मा, पूजा विश्वकर्मा, ललित कुमार, दीपक विश्वकर्मा, अन्नू तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही |
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दिल्ली एसिड अटैक में बड़ा खुलासा, लड़की से दोस्ती तोड़ने पर सबक सिखाने के लिए ऑनलाइन खरीदा एसिड
दिल्ली एसिड अटैक में बड़ा खुलासा, लड़की से दोस्ती तोड़ने पर सबक सिखाने के लिए ऑनलाइन खरीदा एसिड
युवती पर तेजाब फेंकने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। तेजाब के हमले में 12वीं कक्षा की एक छात्रा बुरी तरह झुलस गई, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दिल्ली के द्वारका मोड़ इलाके में हुई इस घटना को सुबह साढ़े नौ बजे अंजाम दिया गया.
पीड़ित छात्र को दिल्ली पुलिस ने सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक तेजाब फेंकने वाला आरोपी लड़का लड़की का…
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UP Cabinet Decision: एसिड अटैक पीड़ित को मिलेगा दिव्यांग आरक्षण
UP Cabinet Decision: एसिड अटैक पीड़ित को मिलेगा दिव्यांग आरक्षण
लखनऊ। UP Cabinet Decision: उत्तर प्रदेश में अब एसिड अटैक पीड़ित को भी दिव्यांग आरक्षण का लाभ मिलेगा। योगी आदित्यनाथ सरकार ने बौनापन, रोगमुक्त कुष्ठ और बौद्धिक दिव्यांगता को भी नई आरक्षण सूची में शामिल किया है। बुधवार को मंत्रिपरिषद की मंजूरी के बाद और पदों के पुनर्चिन्हांकन से नई श्रेणी के दिव्यांगों को लाभ मिलेगा।
Monsoon Session Updates: संसद में विपक्ष का हंगामा
UP Cabinet Decision: दिव्यांगजन…
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डायबिटीज से छुटकारा और वजन कम करने में मददगार है अंकुरित मेथी
आप सब को यह तो पता ही होगा कि मेथी के दाने पाचन शक्ति के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। सब्जी में या कोई भी खाने में मेथी का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए, यह हमारे शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। अगर आपको साबुत मेथी के दाने खाना पसंद नहीं है तो आप अंकुरित मेथी के दाने या स्प्राउट मेथी के दाने भी खा सकते हैं।
अंकुरित मेथी खाने से डायबिटीज नियंत्रण में रहत��� है साथ में मोटापा, दिल से जुड़ी बीमारियां, ब्लड प्रेशर और थायराइड जैसी तमाम बीमारियों से हमें निजात दिलाने में अंकुरित मेथी के दाने मदद करते हैं। अंकुरित मेथी खाने से हमारे शरीर के अंदर फोटोकेमिकल्स नाम के एक तत्व में इजाफा आता है जो बहुत फायदेमंद है। इस लेख को पढ़िए और अंकुरित मेथी के अनेक फायदों के बारे में जानिए।
आयुर्वेद में भी बताए गए हैं अनेक फायदे
आयुर्वेद के ज्ञाता यह बताते हैं कि मेथी वात और पित्त को खत्म करने में सक्षम है। आयुर्वेद के अनुसार मेथी पाचन क्रिया को बढ़ाता है और दिल के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखता है। कई शोध में यह पता चला है कि मेथी के ��ंदर मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, मैंगनीज, विटामिन बी6 और कई महत्वपूर्ण तत्व मौजूद रहते हैं जो बीमारियों से लड़ने के लिए हमारे शरीर को दुरुस्त बनाता है।
वजन कम करने में मेथी है कारगर
अगर आप अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको अंकुरित मेथी जरूर खानी चाहिए। मेथी के अंदर गैलेक्टोमैनन मौजूद होता है जिसकी वजह से हंगर पैंग्स महसूस नहीं होते हैं। साथ ही मेथी के अंदर करीब 75 प्रतिशत फाइबर होता है जो पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभदायक है। मेथी का एक और फायदा है कि हमारे शरीर के अंदर इकट्ठा हो गए वसा को यह कम करता है। आपको हर सुबह खाली पेट अंकुरित मेथी जरूर खानी चाहिए इसके मदद से चर्बी कम होती है।
दिल के स्वास्थ्य के लिए है बहुत हितकारी
आपको बता दें कि अंकुरित मेथी खाने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में रहता है, जिसकी वजह से हार्ट अटैक का रिस्क कम होता है। मेथी खाने से खून के अंदर मौजूद ट्राइग्लिसराइड्स कम होता है जिसकी वजह से दिल से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं।
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को मेथी जरूर खानी चाहिए
अगर आप गर्भवती महिला हैं तो आपके लिए मेथी बहुत लाभदायक है। इस समय मेथी खाने से आपको बहुत सारे पोषक तत्व मिलते हैं जो आपके और आपके बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद है। अंकुरित मेथी में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आयरन प्रसव पीड़ा को कम करने में काफी लाभदायक साबित होता है साथ ही यह गर्भाशय के संकुचन को भी सुधारने में मदद करता है। मेथी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि हर्बल गैलेक्टैगोगू की तरह पेश आता है।
डायबिटीज को रखता है नियंत्रण में
अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को डायबिटीज है तो अंकुरित मेथी का सेवन करना बहुत लाभदायक माना जाता है। डॉक्टर्स बताते हैं कि मेथी खाने से ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है। उनकी मानें तो मेथी खाने से इंसुलिन बढ़ता है। कई शोधकर्ता यह बताते हैं कि अंकुरित मेथी को नियमित रूप से खाने में शुगर लेवल नियंत्रित हो सकता है। मेथी के अंदर एमिनो एसिड होता है जो डायबिटीज से पीड़ित लोगों के शरीर के अंदर इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है।
मेथी खाएं, बालों को मजबूत बनाएं
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मेथी के दाने में प्रोटीन और निकोटीनिक नाम का एसिड पाया जाता है जो हमारे बालों को घना और मजबूत बनाते हैं। मेथी खाने का फायदा यह भी है कि यह हमारे बालों को जुंए और रूसी जैसी परेशानियों से दूर रखता है। अगर आपको यह परेशानी है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है, एक कटोरी में थोड़ा-सा नारियल का दूध लीजिए और उसमें दो बड़े चम्मच मेथी के दाने डाल दीजिए। फिर पेस्ट बनाकर अपने बालों पर लगा लीजिए और 30 मिनट बाद धो लीजिए। बाल धोने के बाद आप यह देखेंगे की आपके बालों से जुंए और रूसी कम हो गई हैं।
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डीआईजी सुजीत कुमार ने शनिवार को ललमटिया ओपी के थानेदार ओम प्रकाश को सस्पेंड कर दिया है। छात्रा से छेड़खानी, ब्लैकमेल से संबंधित एक मामले में थानेदार ने पीड़ित के आवेदन पर 7 दिन बाद केस दर्ज किया था और आवेदन देने की तारीख को ओवरराइटिंग कर 19 से 26 बना दिया था। यही नहीं, आरोपी पक्ष का भी काउंटर केस दर्ज कर लिया था। कहा जा रहा है कि खुद और आराेपी पक्ष काे सरंक्षण देने के लिए उन्हाेंने कऐसा किया।
पीड़ित सीटीएस में तैनात बैंड सिपाही है और उसकी बेटी से छेड़खानी करने वाला आरोपी भी सीटीएस में तैनात एक दूसरे हवलदार का बेटा है। पीड़िता और उसके परिजनों की शिकायत के बाद डीआईजी ने जांच सिटी एएसपी पूरन झा से कराई। जिसमें पीड़ित द्वारा लगाए गए आरोपी की पुष्टि भी हो गई। जिसके आधार पर डीआईजी ने थानेदार को सस्पेंड करते हुए विभागीय कार्यवाही चलाने का आदेश जारी किया है।
छेड़खानी और ब्लैकमेल और एसिड अटैक की धमकी का मामला
सीटीएस में तैनात बैंड सिपाही ने 19 अक्टूबर 2020 को ललमटिया थाने में आवेदन देकर अपनी 18 साल की पुत्री से छेड़खानी और ब्लैकमेल और एसिड अटैक की धमकी देने से संबंधित आवेदन देकर आरोपी पर कार्रवाई की मांग की। मामले में सीटीएस में तैनात एक दूसरे हवलदार के पुत्र विकास पर आरोप लगाया गया था। थानेदार ने उक्त आवेदन पर केस दर्ज नहीं किया।
जब छात्रा के परिजन सीनियर अधिकारियों के पास जाने लगे तो 26 अक्टूबर 2020 को केस दर्ज किया। साथ ही छात्रा के पिता के आवेदन में लिखी तारीख को ओवरराइटिंग कर 19 से 26 बना दिया था। 26 अक्टूबर ही आरोपी विकास की मां से आवेदन लेकर छात्रा के भाई और मां पर मारपीट, गाली-गलौज और चेन छिनतई का काउंटर केस दर्ज कर लिया था।
छात्रा के पिता का कहना था कि अक्सर विकास उनकी बेटी को कॉलेज और कोचिंग जाने के दौरान रास्ते में रोक कर छेड़खानी करता है। सोशल मीडिया में फोटो देकर बदनाम करने की धमकी देता है। मोबाइल पर गंदा मैसेज करता और बात करने का दबाव बनाता था। साथ ही 50 हजार रंगदारी मांगता है। पैसे नहीं देने पर बेटी को एसिड से जलाने की भी धमकी देता है।
टेक्निकल सेल में तैनात भाई का दिखाता था डर
छात्रा के पिता का कहना है कि आरोपी विकास का पिता हवलदार है तो भाई बच्चन कुमार राम सिपाही है, जो एसएसपी आवास में संचालित टेक्निकल सेल में तैनात है। विकास अक्सर धमकी देता था कि केस करने से कोई फायदा नहीं होगा। क्योंकि उसके भाई की पहुंच सीधे एसएसपी के पास है।
14 लाख लूट मामले में भी दारोगा हुए थे सस्पेंड
मार्च 2019 में संस्कृत कॉलेज के पास गैस एजेंसी के कर्मी से 14 लाख लूट मामले में भी ओमप्रकाश को तत्कालीन एसएसपी आशीष भारती ने सस्पेंड कर दिया था। उस समय ओम प्रकाश विवि थाने के थानेदार थे। उन्होंने वारदात के बाद उसकी जानकारी भी सीनियर अधिकारियों को नहीं दी थी।
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पीड़ित के आवेदन में ओवरराइटिंग कर 19 को 26 बनाया गया। (लाल घेरे में)
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छात्रा पर हुए एसिड अटैक पर बोले सीएम केजरीवाल इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
छात्रा पर हुए एसिड अटैक पर बोले सीएम केजरीवाल इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
देश की राजधानी दिल्ली में एक छात्रा पर तेजाब फेंकने का मामला सामने आया है। इस तेजाब हमले में 12वीं कक्षा की एक छात्रा बुरी तरह झुलस गई। यह मामला द्वारका इलाके का है, जहां बाइक सवार दो लड़कों ने सुबह करीब 9 बजे इस घटना को अंजाम दिया. जिसके बाद पीड़ित छात्रा को सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. वहीं, अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बयान सामने आया है। सीएम…
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स्वास्तिका मुखर्जी ने बलात्कार, एसिड अटैक के खतरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोलकाता पुलिस का धन्यवाद किया छवि स्रोत: TWITTER / SWASTIKA MUKHERJEE स्वास्तिका मुखर्जी ने कहा कि ऑनलाइन धमकी मानसिक पीड़ा और पीड़ित और उनके परिवारों को नुकसान पहुंचाती है।
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मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में टैक्स फ्री हुई फिल्म 'छपाक'
चैतन्य भारत न्यूज
भ��पाल. बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक' रिलीज से पहले विवादों के घेरे में है। सोशल मीडिया पर फिल्म को बॉयकोट करने की मांग उठ रही है। इसी बीच 'छपाक' को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है। अब फिल्म को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में टैक्स फ्री कर दिया गया है।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। कमलनाथ ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि, 'दीपिका पादुकोण अभिनीत एसिड अटैक सर्वाइवर पर बनी फिल्म छपाक जो 10 जनवरी को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है उसे मध्यप्रदेश में टैक्स फ्री करने की घोषणा करता हूं।'
कमलनाथ ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि, 'यह फिल्म समाज में एसिड पीड़ित महिलाओं को लेकर एक सकारात्मक संदेश देने के साथ-साथ उस पीड़ा के साथ आत्मविश्वास, संघर्ष, उम्मीद, और जीने के जज्बे की कहानी पर आधारित है। ऐसे मामलों में समाज की सोच में बदलाव लाने के संदेश पर आधारित है।'
क्या है फिल्म की कहानी?
यह फिल्म एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल की कहानी पर आधारित है। फिल्म में दीपिका ने एसिड अटैक पीड़िता मालती अग्रवाल का किरदार निभाया है। फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह एसिड हमला होने के बाद मालती का पूरा चेहरा जल गया और उसकी जिंदगी तबाह हो गई। फिर मालती किसी तरह हिम्मत कर आगे बढ़ती है और खुद की लड़ाई लड़ती है। इस फिल्म का निर्देशन मेघना गुलजार ने किया है। फिल्म में दीपिका एसिड अटैक सर्वाइवर बनी हैं। वहीं विक्रांत मैसी उनके पार्टनर और सोशल एक्टिविस्ट के किरदार में हैं।
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शारीरिक शोषण होने पर नाबालिग पीड़िता को मिलेगा दो लाख का मुआवजा शिमला: हिमाचल प्रदेश में शारीरिक शोषण होने पर नाबालिग पीड़िता को दो लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। राज्य में एसिड अटैक और दुराचार की पीड़िताओं को हिमाचल सरकार तीन-तीन लाख रुपये देगी। भ्रूण हत्या से हानि पर पीड़िता को 50 हजार रुपये का मुआवजा देय होगा। राज्य सरकार ने इसके लिए मुआवजा योजना लागू कर दी है। राज्य सरकार के गृह विभाग ने वीरवार को हिमाचल प्रदेश अपराध से पीड़ित व्यक्ति प्रतिकर स्कीम 2019 को लागू करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
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ऊंटनी के दूध के फायदे और नुकसान – Camel Milk Benefits and Side Effects in Hindi
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ऊंटनी के दूध के फायदे और नुकसान – Camel Milk Benefits and Side Effects in Hindi
सेहत के लिए दूध कितना फायदेमंद है, आप शायद बचपन से सुनते आ रहे होंगे। दूध के स्वास्थ्य फायदों को देखते हुए इसे दैनिक आ��ार में शामिल करने की सलाह दी जाती है। वहीं, बात करें इसके स्रोत की तो गाय और भैंस को इसका मुख्य स्रोत माना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। विश्व भर के कई देशों में गाय-भैंस के अलावा ऊंटनी के दूध का भी सेवन किया जाता है। जानकर हैरानी होगी कि शरीर के लिए ऊंटनी के दूध के फायदे कई सारे हैं। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम ऊंटनी के दूध के लाभ साझा करने जा रहे हैं।
लेख के अंत में ऊंटनी के दूध के नुकसान पर भी प्रकाश डाला गया है। पाठक इस बात पर भी ध्यान दें कि ऊंटनी का दूध लेख में शामिल की गईं बीमारियों के प्रभाव को वैकल्पिक रूप से कम करने में मदद कर सकता है, इसे इनका इलाज किसी भी तरीके से समझा न जाए।
तो आइये लेख की शुरुआत ऊंटनी के दूध के लाभ जानने से करते हैं।
विषय सूची
ऊंटनी के दूध के फायदे – Benefits of Camel Milk in Hindi
1. लिवर के लिए फायदेमंद
अमेरिकन जर्नल ऑफ एथनोमेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि ऊंटनी के दूध का उपयोग लिवर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। दरअसल, लिवर की कार्यप्रणाली में कुछ खास एंजाइम को रक्त में डालना भी शामिल है। वहीं, जब किसी वायरस अटैक की वजह से लिवर डैमेज की स्थिति बनती है, तो इन एंजाइम का स्तर बढ़ जाता है। हेपेटाइटिस-सी के मरीजों पर किए गए अध्ययन में देखा गया है कि ऊंटनी का दूध लिवर एंजाइम्स के बढ़े हुए स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जो कि लिवर स्वास्थ्य की दृष्टि से एक सकारात्मक संकेत है। वहीं, दूसरी ओर शोध में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि ऊंटनी का दूध बढ़े हुए ग्लोब्युलिन (ब्लड में मौजूद एक प्रकार के प्रोटीन) के स्तर को कम कर सकता है और लिवर की बीमारी के दौरान कम होने वाले टोटल प्रोटीन, प्लेटलेट्स (एक प्रकार के ब्लड सेल्स) और एल्ब्यूमिन (लिवर द्वारा बनाए जाने वाले प्रोटीन) के स्तर को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है (1)।
2. मधुमेह को नियंत्रित करे
ऊंटनी के दूध के लाभ ब्लड शुगर (खून में शक्कर का स्तर) को नियंत्रित करने में भी मिल सकते हैं, क्योंकि इसमें एंटीहाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव (ब्लड शुगर को कम करने वाला गुण) पाए जाते हैं (2)। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म द्वारा की गई रिसर्च में यह पाया गया है कि ऊंटनी का दूध लिपिड प्रोफाइल में सुधार करके और इन्सुलिन रेजिस्टेंस (जब कोशिकाएं इंसुलिन को प्रतिक्रिया देना बंद कर देती हैं, जिससे ब्लड शुगर बढ़ता है) को कम करके मधुमेह के घरेलू उपचार के रूप में काम कर सकता है (3)।
3. कैंसर से बचाव में मददगार
ऊंटनी का दूध कैंसर से बचाव कर सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से पता चलता है कि ऊंटनी के दूध का उपयोग ऑटोफैगी (Autophagy) को बढ़ावा देकर आंत और स्तन कैंसर कोशिकाओं पर एंटीप्रोलिफेरेटिव प्रभाव (बढ़ती कोशिकाओं को रोकने का प्रभाव) डाल सकता है। बता दें कि ऑटोफैगी सेल्स से जुड़ी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कोशिकाएं स्वयं से अनावश्यक घटकों को हटाने का काम करती हैं (4)। पाठक ध्यान दें कि घरेलू उपचार कैंसर के जोखिम को कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकते हैं। अगर काई व्यक्ति कैंसर की चपेट में आ गया है तो डॉक्टरी इलाज करवाना सबसे जरूरी है।
4. किडनी के लिए ऊंटनी का दूध
ऊंटनी का दूध अप्रत्यक्ष रूप से किडनी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इस बात को कम ही लोग जानते हैं कि जेंटामाइसिन (बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लिए उपयोग में लाई जाने वाली एंटीबायोटिक) का दुष्प्रभाव नेफोटॉक्सिक प्रभाव (किडनी को नुकसान पहुंचाने वाला) का कारण बन सकता है। यहां ऊंटनी का दूध प्रभावी रूप से सामने आ सकता है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया है कि ऊंटनी का दूध इस प्रभाव को कम कर सकता है और इसके कारण होने वाले किडनी फेल्योर और सेल डैमेज से बचाने में मदद कर सकता है (5)।
5. आटिज्म के लक्षणों को कम करे
आटिज्म, तंत्रिका और विकास संबंधी एक विकार है, जो संचार और बातचीत की क्षमता को बाधित करता है। यह बचपन में शुरू होता है और यह जीवन भर रह सकता है (6)। इसके होने के पीछे कई कारण हैं, जिनमें एक नाम ऑक्सीडेटिव तनाव का भी है। यहां ऊंटनी के दूध के लाभ देखे जा सकते हैं, क्योंकि इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट विटामिन (ए, सी और ई) और मिनरल्स (मैग्नीशियम और जिंक) पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव को बढ़ा कर आटिज्म के लक्षण को कम करने में मदद कर सकते हैं (7)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है। वहीं, आटिज्म से संबंधित पेशेंट रिपोर्ट में ऊंटनी के दूध का उपयोग से पीड़ित एक बच्चे में व्यवहारिक (Behavioral), भावनात्मक (Emotional) और बातचीत (Communication) से जुड़े सकारात्मक परिवर्तन देखे गए हैं (8)।
6. माइक्रोबियल संक्रमण से आराम दिलाए
स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक होने के साथ, ऊंटनी के दूध के फायदे माइक्रोबियल इंफेक्शन से लड़ने में भी देखे जा सकते हैं। इस दूध में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण एक नहीं बल्कि कई तरह के बैक्टीरिया जैसे ई.कोलाई और एस.औरियस से लड़ने में सहायक हो सकते हैं। साथ ही, ऊंटनी के दूध में पाया जाने वाला लैक्टोपेरोक्सिडेस, (Lactoperoxidase – एक तरह का एंजाइम) एंटीबैक्टीरियल गतिविधि को बढ़ाकर ग्राम नेगेटिव बैक्टीरिया को खत्म करने का काम कर सकता है (9)। ऊंटनी के दूध में पाए जाने वाले लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया में भी एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो कई तरह के माइक्रोबियल संक्रमण फैलाने वाले जीवाणुओं को खत्म करने में मदद कर सकते हैं (10)।
7. आंत से जुड़ी समस्या से आराम
आंत से जुड़ी समस्या में भी ऊंटनी का दूध लाभदायक साबित हो सकता है। दरअसल, एक शोध में जिक्र मिलता है कि ऊंटनी का दूध पेट और आंतों से जुड़े विकारों से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। साथ ही यह इम्यून सिस्टम को मजबूती देने में भी सहयोग कर सकता है, जिससे आंतों से जुड़ी समस्याओं से लड़ने में शरीर को मदद मिल सकती है (11)। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि ऊंटनी के दूध में सायटोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो म्यूकोसल बैरियर (पेट का एक गुण, जो इसे पाचन के लिए आवश्यक गैस्ट्रिक एसिड सुरक्षित रखने में मदद करता है) को मजबूत करने का काम कर सकता है, जिससे अल्सर जैसी समस्या से आराम मिल सकता है (12)।
8. एलर्जी से आराम दिलाए
ऊंटनी के दूध के फायदे बैक्टीरिया और फंगस से होने वाली एलर्जी से आराम दिलाने में मदद कर सकते हैं। दरअसल, इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल एवं एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं, जो एलर्जी फैलाने वाले इन जीवाणुओं को खत्म करने में मदद करते हैं। साथ ही, इस दूध में एंटीइन्फ्लामेट्री गुण भी मौजूद होता है। यह एलर्जी के कारण होने वाली सूजन को कम करने में लाभदायक साबित हो सकता है (13)।
वहीं, देखा जाता है कि कई शिशुओं व बच्चों को गाय के दूध से एलर्जी होती है, जिस कारण वे उसका सेवन नहीं कर पाते। ऐसे में, ऊंटनी के दूध का उपयोग किया जा सकता है। इलेक्ट्रॉन फिजिशियन नामक एक संस्था द्वारा किए गए शोध में पाया गया है कि ऊंटनी के दूध में गाय के दूध से अलग प्रोटीन पाया जाता है, जो बच्चों को नुकसान नहीं पहुंचाता (14)।
9. ऑटोइम्यून रोगों से आराम
जब शरीर का इम्यून सिस्टम गलती से शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगता है, तो इसके कारण होने वाले रोगों को ऑटोइम्यून रोग कहा जाता है। ऑटोइम्यून रोग के कारणों के बारे में साफ तौर से कुछ नही कहा जा सकता, पर माना जाता है कि कुछ खास तरह की दवाइयां, बैक्टीरिया और वायरस, इम्यून सिस्टम की इस नकारात्मक प्रतिक्रिया का कारण बन सकते हैं (15)। यहां ऊंटनी के दूध के सकारात्मक प्रभाव देखे जा सकते हैं। माना जाता है कि ऊंटनी का दूध ऑटोइम्यून रोगों से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। फिलहाल, इस लाभ के पीछे ऊंटनी के दूध में मौजूद कौन से गुण काम करते हैं, यह जानने के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है (7)।
सेहत के लिए ऊंटनी के दूध एक फायदे जानने के बाद, लेख के अगले भाग में जानिए ऊंटनी के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में।
ऊंटनी के दूध का पोषक तत्व – Camel Milk Nutritional Value in Hindi
ऊंटनी के दूध में विटामिन, मिनरल और कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत को लाभ पहुंचाने का काम करते हैं। इसमें 3.4 प्रतिशत प्रोटीन, 3.5 प्रतिशत फैट, 4.4 प्रतिशत लैक्टोज और पानी 87 प्रतिशत पाया जाता है (16) :
इसके अलावा, ऊंटनी के दूध की प्रति 100 ग्राम मात्रा में नीचे बताए गए मिनरल, बताई गई मात्रा में पाए जाते हैं –
जिंक : 0.53 मिलीग्राम
मैंगनीज : 0.05 मिलीग्राम
मैग्नीशियम : 10.5 मिलीग्राम
आयरन : 0.29 मिलीग्राम
सोडियम : 59 मिलीग्राम
पोटेशियम : 156 मिलीग्राम
कैल्शियम : 114 मिलीग्राम
इन सभी मिनरल्स के साथ, ऊंटनी का दूध कई तरह के विटामिन से भी समृद्ध होता है, जैसे विटामिन-ए, बी, सी, डी और विटामिन-ई।
आगे जानिए ऊंटनी के दूध को उपयोग में किस तरह लाया जा सकता है।
ऊंटनी के दूध का उपयोग – How to Use Camel Milk in Hindi
कैसे उपयोग करें :
ऊंटनी के दूध का उपयोग पीने के साथ ही, कॉफी, चाय, स्मूदी, सॉस, सूप, मैक एंड चीज, पैनकेक और वैफल्स बनाने में किया जा सकता है। इसके अलावा, ऊंटनी के दूध की मदद से पनीर, योगर्ट और बटर भी बनाया जा सकता है।
कितना उपयोग करें :
डाइटिशियन के परामर्श पर एक स्वस्थ व्यक्ति दिन में एक से दो कप ऊंटनी के दूध का सेवन कर सकता है। किसी स्वास्थ्य समस्या में इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।
लेख के अंत में जानिए क्या ऊंटनी के दूध के नुकसान भी हो सकते हैं?
ऊंटनी के दूध के नुकसान – Side Effects of Camel Milk in Hindi
एम.बोविस (Mycobacterium Bovis) एक प्रकार का बैक्टीरिया है, जो मवेशियों में टी.बी (Tuberculosis) का कारण बनता है। एनसीबीआई के एक शोध में मवेशियों के साथ ऊंटों में भी इस बैक्टीरिया के फैलने की बात कही गई है। वहीं, बहुत से संक्रमण जानवरों से इंसानों में प्रवेश करते हैं और ऐसे में ऊंटनी का दूध एम.बोविस के प्रसार का एक जोखिम कारक हो सकता है, जिससे इंसान भी संक्रमित हो सकते हैं। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है (17)।
ऊंटनी के कच्चे दूध का सेवन जूनोटिक संक्रमण (जानवरों से इंसानों में) का कारण बन सकता है, इसलिए इसके कच्चे दूध का सेवन न करने की सलाह दी जाती है (18)।
उम्मीद करते हैं कि इस लेख के जरिए आपको ऊंटनी के दूध के फायदे अच्छी तरह समझ आ गए होंगे। दैनिक आहार में शामिल कर ऊंटनी के दूध के लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। लेख में ऊंटनी के दूध का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है, इस विषय में भी बताया गया है। साथ ही ऊंटनी के दूध के नुकसान से बचने के लिए हम यही सलाह देंगे कि इसका सेवन हमेशा उबाल कर ही करें। आशा करते हैं कि यह लेख आपके लिए लाभकारी होगा।
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सौम्या व्यास ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बीएससी किया है और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बेंगलुरु से टेलीविजन मीडिया में पीजी किया है। सौम्या एक प्रशिक्षित डांसर हैं। साथ ही इन्हें कविताएं लिखने का भी शौक है। इनके सबसे पसंदीदा कवि फैज़ अहमद फैज़, गुलज़ार और रूमी हैं। साथ ही ये हैरी पॉटर की भी बड़ी प्रशंसक हैं। अपने खाली समय में सौम्या पढ़ना और फिल्मे देखना पसंद करती हैं।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/oontni-ke-doodh-ke-fayde-aur-nuksan-in-hindi/
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परिवार के अनुसार, जून 2019 को गांव के युवक दिलशाद ने नाबालिग लड़की से दुष्कर्म किया था। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी दिलशाद को जेल भेज दिया था। आरोपी अभी जेल में है। इसी केस में 7 फरवरी को कोर्ट में पीड़ित की गवाही है। मामले को लेकर राजीनामा के लिए दबाव बनाया जा रहा था। आरोप है कि इंकार करने पर रविवार को मारपीट की गई। इसके बाद पीड़ित पर तेजाब से हमला किया गया, जिससे एक पैर बुरी तरह झुलस गया। घटना की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पीड़ित को अस्पताल भेजा गया।
विवाद पुराना, एसिड अटैक के संबंध में साक्ष्य जुटाए जा रहे : पुलिस
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों पड़ोसी खानादानी हैं। रविवार को कूड़ा डालने को लेकर महिलाओं में विवाद हुआ। पहले मारपीट की गई। फिर पुरुषों में विवाद बढ़ गया। इसी दौरान नाबालिग लड़की पर एसिड अटैक हुआ। लड़की घुटने के नीचे झुलसी है। सामान्य हालत है। शुरुआती जांच में सामने आया कि दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश है। आरोपी पक्ष ने पहले रेप का केस दर्ज कराया था, जो जांच में झूठा पाया गया। इसके बाद दूसरे पक्ष ने भी रेप का केस दर्ज कराया। इसका आरोपी जेल में है। रविवार को पीड़ित पक्ष की महिला घर के बाहर पानी और कूड़ा डाल रही थी। इसी बात को लेकर विवाद हुआ। एसिड अटैक किन परिस्थितियों में हुआ, किसने किया, इसकी जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीम साक्ष्य जुटा रही है। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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पीड़ित लड़की को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
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फिल्म के सुपर फ्लॉप होने पर अपनी 5 करोड़ की फीस वापस करनी पड़ी थी इस अभिनेत्री को!
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फिल्म के सुपर फ्लॉप होने पर अपनी 5 करोड़ की फीस वापस करनी पड़ी थी इस अभिनेत्री को!
दोस्तों बॉलीवुड फिल्म जगत में एक से बढ़ कर एक खूबसूरत और पॉपुलर अभिनेत्रिया है जो फिल्म जगत पर रा��� कर रही है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी अभिनेत्री के बारे में बताएंगे जिनको फिल्म के सुपर फ्लॉप होने के बाद अपनी 5 करोड़ की फीस वापस करनी पड़ी थी। आज ये अभिनेत्री है फिल्म जगत की टॉप अभिनेत्री।
आपको बता दे की यहाँ जिस अभिनेत्री की बात हो रही है वो है बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री दीपिका पादुकोण है। दीपिका पादुकोण आज फिल्म जगत में एक अलग पहचान बना चुकी है। दीपिका पादुकोण ने फिल्म ओम शांति ओम से शाहरुख़ खान के साथ अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म के बाद वे बहुत चर्चाओं में रही और धीरे धीरे कई सुपर हिट फिल्मो में काम किया लेकिन एक फिल्म उनकी ऐसी भी रही जिसके फ्लॉप होने पर इनको अपनी फ़ीस वापस करनी पड़ी थी
आपको बता दें फिल्म का असली नाम विंडो शीट था। लेकिन इस इस नाम को बदलकर तमाशा रख दिया गया। क्योंकि विंडो सीट लोगों को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर पाता। नाम बदलने के बाद भी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ ज्यादा कमाल नहीं कर पाई और लगभग फ्लॉप साबित हुई। इसके चलते रणवीर कपूर को अपनी फीस में से 10 करोड़ और दीपिका पादुकोण को अपनी फीस में से 5 करोड़ रुपए वापस करने पड़े थे।
दीपिका पादुकोण जल्द ही फिल्म छपाक में नज़र आने वाली। यह फिल्म 10 जनवरी 2020 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इस फिल्म को डायरेक्ट मेघना गुलजार ने किया है। यह फिल्म एसिड अटैक से पीड़ित अंजलि अग्रवाल के जीवन पर आधारित है। साथ ही दीपिका अपने पति अभिनेता रणवीर सिंह के साथ फिल्म 83 में भी नज़र आने वाली है।
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एसिड अटैक पीड़िताओं से शाहरुख ने की मुलाकात, कही दिल छू लेने वाली बात
चैतन्य भारत न्यूज
बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख रीयल लाइफ में काफी ज्यादा केयरिंग हैं। हर पल शाहरुख दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। हाल ही में उनकी एक तस्वीर सामने आई है जिसमें शाहरुख को एसिड अटैक पीड़ितों से मुलाकात करते हुए देखा जा सकता है। उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही हैं।
All of u please put ur hands in prayer...and say Bhagwan inki zindagi ki nayi shuruaat mein...inpar karam karna...May God have mercy on them...Insha Allah. These r my sisters & need ur prayers for recovery, without distinguishing between the mode of prayer https://t.co/JjE8ZM08mX
— Shah Rukh Khan (@iamsrk) March 28, 2019
शाहरुख ने की मीर फाउंडेशन की शुरुआत
जानकारी के मुताबिक, शाहरुख मीर फाउंडेशन गए थे जहां पर उन्होंने एसिड अटैक पीड़िताओं के साथ समय गुजारा। आपको बता दें साल 2017 में शाहरुख ने ही मीर फाउंडेशन की शुरुआत की थी। इस फाउंडेशन का उद्देश्य एसिड अटैक पीड़ितों को सशक्त करना है। शाहरुख खान ने इस तस्वीर को ट्विटर अकाउंट पर शेयर कर कैप्शन में लिखा- "मैं आप सभी से गुजारिश करता हूं कि इन बहादुर लड़कियों के लिए प्रार्थना करें। भगवान इनकी नई शुरुआत में इनका साथ दें। आप सभी की प्रार्थना से ये लड़कियां जल्दी ठीक हो पाएंगी।"
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A post shared by Meer Foundation (@meerfoundationofficial) on Mar 28, 2019 at 3:59am PDT
शाहरुख से मिलकर लड़कियां मुस्कुराई
शाहरुख के अलावा मीर फाउंडेशन ने भी अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से तस्वीरों को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ''एसिड अटैक से पीड़ित लड़कियां अभी करेक्टिव सर्जरी के फेज से गुजर रहीं है। इन सभी ने शाहरुख खान के साथ समय बिताया।' तस्वीरों में आप देख सकते हैं सभी लड़कियां शाहरुख खान से मिलकर बहुत खुश दिखाई दें रहीं हैं।
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