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#मेरा भारत महान
vibrantlearn · 1 year
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mrrachnakar · 25 days
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।। मेरा भारत महान है।।
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राखी बांधने की प्रथा की सर्वप्रथम शुरूआत किसने की
राखी बांधने की प्रथा की सर्वप्रथम शुरूआत किसने की, कब और कैसे शुरू हुई यह परंपरा
सावन के महीने के अंतिम दिन यानी सावन माह की पूर्णिमा तिथि रक्षाबंधन का त्योंहार मनाया जाता है. रक्षाबंधन का त्योंहार भाई-बहनों के बीच अटूट प्यार को दर्शाता है. रक्षाबंधन यानी रक्षा का बंधन. राखी के दिन बहनें पूजा करके भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधकर उनके लिए मंगल कामना करती हैं. वहीं भाई अपनी बहनों को रक्षां करने का वादा करते हैं।
इस साल रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त 2024, सोमवार के दिन मनाया जाएगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रक्षाबंधन मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई. साथ ही सबसे पहले किसने किसे राखी बांधी थी?
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का उत्सव है. यह पर्व अपने भाई की कलाई पर धागा बांधने और उपहार देने से कहीं अधिक है. यह आपकी गहरी भावनाओं को व्यक्त करने और कभी ना टूटने वाले बंधन का उत्सव मनाने का प्रतीक है. भारत में एक पारंपरिक हिंदू त्योहार, रक्षाबंधन, भाई-बहनों के रिश्ते को याद करता है. ये उत्सव, जैविक संबंधों से बाहर, वैश्विक एकता के भारतीय मूल्य (वसुधैव कुटुंबकम) का प्रतीक है, जिसका मतलब है कि पूरी दुनिया एक परिवार है।
क्या आप जानते हैं कि रक्षाबंधन पौराणिक काल से पहले ही मनाया जाता था? ऐसा माना जाता है कि इस उत्सव की शुरुआत सतयुग में हुई थी और मां लक्ष्मी ने राजा बलि को रक्षासूत्र बांधकर इस परंपरा का शुभारंभ किया। रक्षाबंधन की शुरुआत को लेकर बहुत सी कहानियां और पौराणिक मान्यताएं भी प्रचलित हैं.
रक्षाबंधन का इतिहास
रक्षा बंधन का त्यौहार भाई-बहन के प्यार और भाइयों द्वारा बहनों की रक्षा का प्रतीक है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं. इस दिन भाई बहनों की रक्षा करने का वचन लेते हैं।
1. इंद्र और इंद्राणि की कथा
भविष्य पुराण में इंद्र देवता की पत्नी शुचि ने उन्हें राखी बांधी थी. एक बार देवराज इंद्र और दानवों के बीच एक भयानक युद्ध हुआ था. दानव जीतने लगे तो देवराज इंद्र की पत्नी शुचि ने गुरु बृहस्पति से कहा कि वे देवराज इंद्र की कलाई पर एक रक्षासूत्र बांध दें. तब इंद्र ने इस रक्षासूत्र से अपने और अपनी सेना को बचाया. वहीं, एक और कहानी के अनुसार, राजा इंद्र और राक्षसों के बीच एक क्रूर युद्ध हुआ, जिसमें इंद्र पराजित हो गए. इंद्र की पत्नी ने गुरु बृहस्पति से कहा कि शुचि इंद्र की कलाई पर एक रक्षा सूत्र बांध दे. राजा इंद्र ने इस रक्षा सूत्र से ही राक्षसों को हराया था. रक्षाबंधन का त्यौहार तब से मनाया जाता था।
2. राजा बलि को मां लक्ष्मी ने बांधी थी राखी
राजा बली का दानधर्म इतिहास में सबसे महान है. एक बार मां लक्ष्मी ने राजा बलि को राखी बांधकर भगवान विष्णु से बदला मांगा. कहा जाता है कि राजा बलि ने एक बार एक यज्ञ किया. तब भगवान विष्णु ने वामनावतार लेकर दानवीर राजा बलि से तीन पग जमीन मांगी. श्रीहरि ने वामनावतार ने दो पग में पूरी धरती और आकाश को नाप लिया. राजा बलि ने समझा कि भगवान विष्णु स्वयं उनकी जांच कर रहे हैं. उन्होंने तीसरा पग रखने के लिए भगवान के सामने अपना सिर आगे कर दिया।
फिर उन्��ोंने प्रभु से कहा कि अब मेरा सब कुछ चला गया है, कृपया मेरी विनती सुनें और मेरे साथ पाताल में रहो. भक्त भी भगवान को बैकुंठ छोड़कर पाताल चले गए. यह जानकर देवी लक्ष्मी ने गरीब महिला के रूप में राजा बलि के पास गई और उन्हें राखी बांधी. फिर राजा बलि ने कहा- मेरे पास तुम्हें देने के लिए कुछ भी नहीं है. इसके बाद देवी लक्ष्मी अपने असली स्वरूप में आ गई. देवी ने राजा से कहा- आपके पास भगवान विष्णु है और मुझे वहीं चाहिए. राजा बलि ने भगवान विष्णु को हर साल चार माह पाताल लोक में रहने के लिए कहा. इसलिए चार महीने चतुर्मास का समय होता है जब विष्णु जी चार माह के लिए विश्राम पर होते है. यही चार महीने का समय चातुर्मास कहे जाते हैं।
महाभारत में द्रौपदी ने कृष्ण को बांधी राखी
शिशुपाल भी इंद्रप्रस्थ में राजसूय यज्ञ में उपस्थित था. जब शिशुपाल ने श्रीकृष्ण का अपमान किया, तो श्रीकृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से शिशुपाल को मार डाला. लौटते समय कृष्णजी की छोटी उंगली सुदर्शन चक्र से घायल हो गई और रक्त बहने लगा. तब द्रौपदी ने श्रीकृष्ण की उंगली पर अपनी साड़ी का पल्लू बांधा. तब श्रीकृष्ण ने द्रौपदी से कहा कि वह इस रक्षा सूत्र को पूरा करेंगे. जब द्रौपदी को कौरवों ने चीरहरण किया, तो श्रीकृष्ण ने चीर बढ़ाकर द्रौपदी की रक्षा की. मान्यता है कि श्रावण पूर्णिमा का दिन था जब द्रौपदी ने श्रीकृष्ण की उंगली पर साड़ी का पल्लू बांधा था।
यमराज और यमुना की कथा
पौराणिक कथाओं के अनुसार, यमुना मृत्यु के देवता यमराज को अपना भाई मानती थी. एक बार यमुना ने अपने छोटे भाई यमराज को लंबी उम्र देने के लिए रक्षासूत्र बांधा था. इसके बदले में यमराज ने यमुना को अमर होने का वरदान दे दिया. प्राण हरने वाले देवता ने अपनी बहन को कभी न मरने का वरदान दिया. तभी से यह परंपरा हर श्रावण पूर्णिमा को निभाई जाती है. मान्यता है कि जो भाई रक्षा बंधन के दिन अपनी बहन से राखी बंधवाते हैं, यमराज उनकी रक्षा करते हैं।
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djfloops · 1 month
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15 अगस्त Special | देश भक्ति गीत Non Stop Desh Bhakti Geet | Desh Bhakti Song ,Independence Day Song
15 अगस्त Special | देश भक्ति गीत Non Stop Desh Bhakti Geet | Desh Bhakti Song ,Independence Day Song 1 जन गण मन , राष्ट्र गान – 00:00 2 वंदे मातरम – 01:03 3 तू वतन हमारा है – 04:59 4 मेरे देश का क्या कहना -10:38 5 अपना भारत सुंदर देश -19:16 6 ओ माँ तुझे नमन – 24:41 7 ऐ भारत देश महान – 31:07 8 ऐ देश मेरे – 36:27 9 तुझे छोड़ के ऐ धरती माँ – 42:45 10 ये मेरा प्यारा हिंदुस्तान – 49:11 11 आज़ादी का…
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chutneymusic · 1 month
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15 अगस्त Special | देश भक्ति गीत Non Stop Desh Bhakti Geet | Desh Bhakti Song ,Independence Day Song
15 अगस्त Special | देश भक्ति गीत Non Stop Desh Bhakti Geet | Desh Bhakti Song ,Independence Day Song 1 जन गण मन , राष्ट्र गान – 00:00 2 वंदे मातरम – 01:03 3 तू वतन हमारा है – 04:59 4 मेरे देश का क्या कहना -10:38 5 अपना भारत सुंदर देश -19:16 6 ओ माँ तुझे नमन – 24:41 7 ऐ भारत देश महान – 31:07 8 ऐ देश मेरे – 36:27 9 तुझे छोड़ के ऐ धरती माँ – 42:45 10 ये मेरा प्यारा हिंदुस्तान – 49:11 11 आज़ादी का…
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hindidp · 2 months
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jyotis-things · 3 months
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart-5 के आगे पढिए.....)
📖📖📖
#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart-6
"दूसरा अध्याय"
"पवित्र हिन्दू शास्त्र V/S हिन्दू"
[हिन्दू धर्म को सनातन धर्म तथा वैदिक धर्म भी कहा जाता है।]
"पवित्र हिन्दू धर्म के मुख्य शास्त्र"
धर्मनिष्ठ हिन्दू समाज की धार्मिक पुस्तक इस प्रकार हैं पवित्र चारों वेद (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद), पवित्र श्रीमद्भगवत गीता, अठारह पुराण, महाभारत ग्रन्थ, श्रीमद्भागवत् (सुधा सागर) तथा ग्यारह उपनिषद् आदि-आदि। हिन्दुओं का मानना है कि इन सर्व पवित्र शास्त्रों में परमात्मा की जानकारी है, भक्ति की जानकारी है, ये सत्य ज्ञान युक्त हैं। इन्हीं को आधार मानकर अपने धार्मिक अनुष्ठान व भक्ति कर्म करता है। अधिक संख्या में हिन्दुओं का निवास स्थान होने के कारण महान भारत देश का नाम हिन्दुस्तान भी है।
"पवित्र हिन्दू (सनातन) धर्मग्रंथों की अच्छी बातें"
पवित्र गीता की अच्छी बातें :- 1. श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में कहा है कि :-
गीता अध्याय 16 श्लोक 23:- हे अर्जुन! जो व्यक्ति शास्त्रविधि को त्यागकर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण करता है। उसको न सुख प्राप्त होता है, न
सिद्धि प्राप्त होती है तथा न उसकी गति यानि मुक्ति (मोक्ष प्राप्ति) होती है।
गीता अध्याय 16 श्लोक 24: इससे तेरे लिए अर्जुन! कर्तव्य (जो साधना करनी चाहिए) तथा अकर्तव्य (जो साधना नहीं करनी चाहिए) की व्यवस्था में शास्त्र ही प्रमाण हैं। तू शास्त्रोक्त भक्ति कर।
* गीता अध्याय 4 श्लोक 5, गीता अध्याय 2 श्लोक 12, गीता अध्याय 10 श्लोक 2 में कहा है कि हे अर्जुन! तेरे और मेरे बहुत जन्म हो चुके हैं। तू
नहीं जानता, मैं जानता हूँ। तू, मैं और ये राजा लोग पहले भी जन्में थे और आगे भी जन्मेंगे। • मेरी उत्पत्ति को ऋषिजन व देवतागण नहीं जानते क्योंकि ये मेरे से
उत्पन्न हुए हैं। (स्पष्ट है गीता ज्ञान कहने वाला नाशवान है।) • गीता अध्याय 2 श्लोक 17, गीता अध्याय 15 श्लोक 17 में कहा है कि हे अर्जुन! अविनाशी तो उसको जान जिसे मारने में कोई सक्षम नहीं है। जिससे सारा संसार व्याप्त है यानि जिसने संसार की उत्पत्ति की है। जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। परमात्मा कहा जाता है। अविनाशी परमेश्वर है। वह (उत्तम पुरुषः तू अन्य) पुरूषोत्तम यानि समर्थ श्रेष्ठ परमात्मा तो मेरे से अन्य ही है जो परमात्मा कहलाता है। वह अविनाशी परमेश्वर है।
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में गीता ज्ञान देने वाले ने कहा है कि हे
भारत! तू सर्वभाव से उस परमेश्वर यानि परम अक्षर ब्रह्म की शरण में जा, उसकी कृपा से परमशांति को तथा (शाश्वतम् स्थानम्) सनातन परम धाम यानि अविनाशी लोक (सत्यलोक) को प्राप्त होगा।
"जिस परमेश्वर की शरण में जाने को कहा है, उसके विषय में गीता अध्याय 8 श्लोक 1,3,8,9,10, 20-22, गीता अध्याय 15 श्लोक 17 में इस प्रकार कहा है" :- अर्जुन ने गीता अध्याय 8 श्लोक 1 में प्रश्न किया कि आपने गीता अध्याय 7 श्लाक 29 में जिस तत् ब्रह्म के विषय में कहा है वह तत् ब्रह्म क्या है? गीता अध्याय 8 श्लोक 3 में उत्तर दिया कि "वह परम अक्षर ब्रह्म है। उसी के विषय में श्लोक 89,10, 20-22 में कहा है कि जो तत् ब्रह्म" यानि परम अक्षर ब्रह्म की भक्ति करता है, वह उसी को प्राप्त होता है। वह (उत्तमः पुरुषः तू अन्यः) पुरुषोत्तम तो मेरे से अन्य है। वह परमात्मा कहा जाता है, जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। अविनाशी परमेश्वर है।
• अपने विषय में गीता ज्ञान दाता ने इस प्रकार कहा है : गीता अध्याय 8 श्लोक 5 व 7 में कहा है कि जो मेरी भक्ति करेगा, वह मुझे प्राप्त होगा। युद्ध भी कर, मेरा स्मरण भी कर। गीता ज्ञान देने वाले ने गीता अध्याय 2 श्लोक 12, गीता अध्याय 4 श्लोक 5, गीता अध्याय 10 श्लोक 2 में अपनी स्थिति बताई है कि तू, मैं और ये राजा लोग सब जन्म व मृत्यु को प्राप्त होते हैं। तेरे व मेरे अनेकों जन्म हो चुके हैं। (स्पष्ट है कि गीता ज्ञान कहने वाला नाशवान है।)
• गीता शास्त्र में पित्तर व भूत पूजा, देवताओं की पूजा निषेध कही है। व्रत करना व्यर्थ कहा है। कर्म सन्यास गलत कहा है। कर्म करते-करते भक्ति करना उत्तम बताया है।
प्रमाण :- गीता अध्याय 9 श्लोक 25, गीता अध्याय 7 श्लोक 12-15, 20- 23, गीता अध्याय 6 श्लोक 16, गीता अध्याय 5 श्लोक 2-6, गीता अध्याय 3 श्लोक 49 में।
• पवित्र वेदों की अच्छी बातें : परमात्मा सबसे ऊपर के लोक में विराजमान (बैठा) है। वह राजा के समान दिखाई देता है यानि सिहांसन पर बैठा है। सिर के ऊपर मुकट है, सफेद छत्र है, नराकार है।
• परमात्मा ऊपर के लोक से गति करके (चलकर) पृथ्वी पर आता है। अच्छी आत्माओं को मिलता है। उनके संकटों को समाप्त करता है।
• कवियों जैसा आचरण करता हुआ घूमता है। अपने मुख कमल से वार्ण बोलकर भक्ति करने के लिए प्रेरणा करता है। भक्ति के गुप्त नामों (मंत्रों) का आविष्कार करता है।
• परमात्मा तत्त्वज्ञान यानि सम्पूर्ण अध्यात्म ज्ञान को (काव्येना) कवित्व से यानि दोहों, शब्दों, चौपाईयों के रूप में बोलता है। इस कारण से प्रसिद्ध कवियों में से एक कवि की उपाधि भी प्राप्त करता है यानि उसी कारण से परमात्मा कवि भी कहलाता है।
* परमेश्वर तीन प्रकार की लीला करता है :-
1. प्रत्येक युग में अपने लोक से सशरीर आकर किसी सरोवर में कमल के फूल पर नवजात शिशु के रूप में विराजमान होता है। उस शिशु की परवरिश (पोषण) की लीला कंवारी गायों द्वारा होती है। बड़ा होकर तत्त्वज्ञान प्रचार करता है।
2. परमात्मा कभी भी किसी स्थान पर प्रकट होकर भक्तों को वेश बदलकर मिलता है। उनकी रक्षा करता है। भक्ति का सच्चा मार्ग बताता है। 3. वेश बदलकर किसी स्थान पर संत वेश में कुछ समय रहता है। वहाँ कुटिया या आश्रम बनाकर अच्छी आत्माओं को भक्ति की सच्ची विधि व तत्त्वज्ञान सुनाता है।
• पुराणों की अच्छी बातें: सब तीर्थों में श्रेष्ठ तीर्थ चित्तशुद्धि तीर्थ है। उदाहरण दिया है कि "तीर्थों के जल में स्नान करने से शरीर का मैल तो धुल जाता है, परंतु मन का मैल नहीं धुलता। उसके लिए तत्त्वदर्शी संत का सत्संग सुनना चाहिए। सत्संग चित्तशुद्धि करता है। यह चित्तशुद्धि तीर्थ कहा जाता है। गीता अध्याय 4 श्लोक 32 तथा 34 में भी इसी कथन का समर्थन है। • एक समय ऋषि वशिष्ठ जी तथा ऋषि विश्वामित्र जी गंगा दरिया के किनारे आश्रमों में रहते थे। गंगा तीर्थ के जल में प्रतिदिन स्नान करते थे। उसी गंगा जल को पीते थे। एक बार किसी बात पर दोनों का क्लेश हो गया। दोनों ने शस्त्र निकाल लिए, एक-दूसरे को मारने को तैयार हो गए। उनका बीच-बचाव करवाकर युद्ध समाप्त करवाया।
• सूक्ष्मवेद में कहा है कि :- कबीर, गंगा कांडै घर करें, पीवै निर्मल नीर।
मुक्ति नहीं सत्यनाम बिन, कह सच्च कबीर ।। कबीर, तीर्थ कर-कर जग मुआ, ऊड़े पानी न्हाय । सत्यनाम जपा नहीं, काल घसीटें जाय ।।
अर्थात् गंगा नदी के किनारे निवास करें, मोक्षदायिनी मानकर तथा गंगा का निर्मल पानी पीते हैं, परंतु भक्ति के सत्य शास्त्र प्रमाणित नाम बिना मोक्ष संभव नहीं है।
कबीर परमेश्वर जी आगे बताते हैं कि भ्रमित ज्ञान के आ��ार से संसार के व्यक्ति तीर्थों पर जाते हैं। आजीवन यह साधना करते हैं। जब मृत्यु हो जाती है तो उनको राहत उस साधना से नहीं मिलती। काल के दूत उनको बलपूर्वक (घसीटकर) खींचकर ले जाते हैं, दंडित करते हैं।
•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••
आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। Sant Rampal Ji Maharaj YOUTUBE चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
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airnews-arngbad · 7 months
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date: 28 February 2024
Time: 01.00 to 01.05 PM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक: २८ फेब्रुवारी २०२४ दुपारी १.०० वा.
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विधानसभेत आज कामकाज सुरु होताच विरोधी पक्षनेते विजय वडेट्टीवार यांनी, राज्यात परवा गारपिटीमुळे झालेल्या नुकसानीचा मुद्दा उपस्थित केला. अवकाळी पाऊस आणि गारपिटीमुळे नुकसान झालेल्या क्षेत्राचा अहवाल मागवला असून, तातडीने मदत दिली जाईल, असं आश्वासन उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी यावेळी दिलं.
मुंबईच्या विविध प्रश्नांसंदर्भात भाजपचे आशिष शेलात यांनी नियम २९३ अन्वये चर्चा उपस्थित केली. मुंबईत झालेल्या विविध विकास कामांवर श्वेतपत्रिका काढण्याची त्यांनी मागणी केली.
दरम्यान, शेतपिकांना योग्य भाव द्या, अशी मागणी करत सरकारने हमीभाव कमी करून शेतकऱ्यांची फसवणूक केली आहे, अशी टीका करत विरोधी पक्षातल्या नेत्यांनी विधिमंडळाच्या पायऱ्यांवर आंदोलन केलं.
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पंतप्रधान नरेंद्र मोदी तामिळनाडुच्या दौऱ्यावर असून, तुतुकुडी इथं इथं सुमारे १७ हजार ३०० कोटी रुपयांच्या विविध विकास प्रकल्पांचं उद्घाटन आणि पायाभरणी त्यांच्या हस्ते करण्यात आली. देशातल्या दहा राज्यं आणि केंद्रशासित प्रदेशातल्या ७५ दीपगृहांच्या ठिकाणी उभारण्यात आलेल्या पर्यटन सुविधांचं लोकार्पण, तसंच भारतातल्या पहिल्या स्वदेशी हरित हायड्रोजन इंधनावरील देशांतर्गत प्रवासी जहाजाचं उद्घाटनही त्यांनी यावेळी केलं.
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दरम्यान, पंतप्रधान मोदी आज यवतमाळ दौऱ्यावर येत आहेत. महाराष्ट्रातल्या चार हजार नऊशे कोटी रुपयांहून जास्त खर्चाच्या रेल्वे, रस्ते आणि सिंचन संबंधित विविध पायाभूत सुविधा आणि प्रकल्पांचं उद्घाटन तसंच लोकार्पण त्यांच्या हस्ते होणार आहे. यामध्ये वर्धा-कळंब ब्रॉडगेज रेल्व��� मार्ग, नवीन आष्टी - अमळनेर ब्रॉडगेज रेल्वे मार्ग, यांचा समावेश आहे. या मार्गांवरच्या दोन रेल्वे गाड्यांनाही पंतप्रधान हिरवा झेंडा दाखवतील. 
राज्यातल्या सुमारे साडेपाच लाख महिला बचत गटांना आठशे पंचवीस कोटी रुपये फिरता निधी वितरण, आणि एक कोटी आयुष्मान कार्ड वितरणासह, ओबीसी प्रवर्गातल्या लाभार्थ्यांसाठी मोदी आवास घरकुल योजनेचा शुभारंभही पंतप्रधान करणार आहेत. प्रधानमंत्री किसान सन्मान निधी योजनेचा सोळावा हप्ता तर नमो शेतकरी महासन्मान निधी योजनेचा दुसरा आणि तिसरा हप्ता ते आज जारी करतील.
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भारतीय नौदल, अंमली पदार्थ नियंत्रण पथक, आणि गुजरात दहशतवाद विरोधी पथकानं संयुक्तरित्या केलेल्या कारवाईत गुजरातच्या पोरबंदरमधून अंमली पदार्थांची मोठी खेप जप्त करण्यात आलीआहे. तब्बल तीन हजार शंभर किलोचा हा अंमली पदार्थांचा साठा असून ही भारतीय उपखंडातली अंमली पदार्थांची आतापर्यंतची सर्वात मोठी जप्ती आहे. याप्रकरणी चार आरोपींना ताब्यात घेण्यात आलं आहे.
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निवडणुकांमधे युवकांचा सहभाग वाढवण्यासाठी केंद्र सरकार आजपासून देशभरातल्या उच्च शिक्षण संस्थांमधे मेरा पहला वोट देश के लिए हा कार्यक्रम आयोजित करत आहे. राष्ट्राच्या व्यापक हितासाठी मतदानाचं महत्त्व बिंबवणं आणि तरुण मतदारांना मतदानासाठी प्रोत्साहित करणं, हा कार्यक्रमामागचा उद्देश आहे. येत्या ६ मार्चपर्यंत हा कार्यक्रम चालू राहील.
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छत्रपती संभाजीनगर महानगरपालिका क्षेत्रात आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनेअंतर्गत लाभार्थ्यांच्या कार्डांचं ई केवायसी करण्याचं काम सुरू आहे. शहरात चार लाख पासष्ट हजार सहाशे पंधरा लाभार्थ्यांना या योजनेची कार्डस् देण्याचं उद्दिष्ट निर्धारित आहे. आतापर्यंत चौऱ्याहत्तर हजार एकशे एक कार्डांचं ई केवायसी काम पूर्ण केल्याची माहिती महानगरपालिकेचे आरोग्य अधिकारी डॉक्टर पारस मंडलेचा यांनी दिली आहे.
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सोलापूर इथं आज मतदार जनजागृतीसाठी सायकल रॅली काढण्यात आली. उपजिल्हाधिकारी आमृत नाटेकर यांच्या हस्ते हिरवा झेंडा दाखवून या रॅलीला सुरुवात झाली. यावेळी सहायक्क निवडणूक निर्णय अधिकारी सदाशिव पडदुणे यांनी उपस्थितांना निर्भय आणि निर्भिडपणे मतदान करण्याची शपथ दिली. नागरीकांनी या रॅलीत उस्फुर्तपणे सहभाग घेतला होता.
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अकोला जिल्ह्यात बार्शीटाकळी तालुक्यातल्या महान आणि लगतच्या परिसरात परवा झालेल्या अवकाळी पाऊस आणि गारपिटीमुळे ज्वारी, गहू, हरभरा आणि कांदा या पिकांचं अतोनात नुकसान झालं आहे. या नुकसानाकडे शासनाने लक्ष देऊन शेतकऱ्यांना भरीव मदत द्यावी अशी मागणी महान परिसरातल्या शेतकऱ्यांनी केली आहे.
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लातूर जिल्ह्यात औसा इथला पशुधन विकास अधिकारी हिरालाल निंबाळकर आणि उंबडगाव ग्रामपंचायत कार्यालयातला संगणक परिचालक माधव संग्राम येवतीकर यांना एक हजार रुपयांची लाच घेताना काल पकडण्यात आलं. महाराष्ट्र ग्रामीण रोजगार हमी योजनेंतर्गत पशुधन गोठ्याचा प्रस्ताव पुढे पाठवण्यासाठी आणि त्याचे पैसे मंजूर करण्यासाठी त्यांनी ही लाच मागितली होती.
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परभणीच्या बालविकास प्रकल्प कार्यालयाकडून लेक लाडकी, ही योजना राबवण्यात येत आहे. जिल्ह्यातल्या १ एप्रिल २०२३ नंतर जन्मलेल्या मुलींच्या पालकांनी विहित नमुन्यातले अर्ज जवळच्या अंगणवाडी केंद्रात सादर करावेत, असं आवाहन प्रशासनानं केलं आहे.
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bikanerlive · 7 months
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आजाद को किया पुण्यतिथि पर याद
बीकानेर। आजादी के रखवाले क्रांतिकारी शहीद चंद्र शेखर आजाद की 93वीं पुण्यतिथि पर मेरा बीकानेर मेरा गौरव के जिला अध्यक्ष त्रिलोक सिंह चौहान ने कहा कि चंद्रशेखर आज़ाद के द्वारा किया बलिदान आज भी भारतीय जनता याद रखती है,वे कहते थे “मैं आजाद हूँ, आजाद रहूँगा और आजाद ही मरूंगा” यह नारा था भारत की आजादी के लिए अपनी जान की कुर्बानी देने वाले देश के महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी असल में चंद्र शेखर…
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abhinews1 · 8 months
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ग्रेटर नोएडा स्थित जीएल बजाज एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में ‘श्री राम महोत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया
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ग्रेटर नोएडा स्थित जीएल बजाज एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में ‘श्री राम महोत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया ग्रेटर नोएडा स्थित जीएल बजाज एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में ‘श्री राम महोत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में राज्यसभा सांसद, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं शिक्षाविद् सुधांशु त्रिवेदी, श्री रामकिनकर विचार मिशन के संस्थापक अध्यक्ष, संत मैथिली शरण और कवि, गीतकार एवं संवाद लेखक मनोज मुन्ताशिर उपस्थित रहे। इस मौके पर उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का जीएल बजाज एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने भव्य स्वागत किया और अपने संस्थान को प्रभु श्री राम के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से अप्रत्यक्ष रूप से जोड़ा। उन्होंने कहा कि कलयुग में त्रेता युग की झलक पाना पौष के महीने में दीपावली मानना और राम लला का 500 साल बाद पुनः अयोध्या लौटना हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है। और ये सौभाग्य हमें ईश्वर की कृपा और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार के निरंतर प्रयासों से मिला है। राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने इस खास मौके पर सभागार को संबोधित करते हुए कहा कि “महात्मा गांधी ने सोचा था कि भारत का शासन रामराज्य के आधार पर होना चाहिए। स्वाधीनता तो हमें 1947 में मिल गई थी पर स्वतंत्रता नहीं मिली थी। तंत्र में हमारा स्व का तत्व नहीं था आज उस स्व के तंत्र की प्राण -प्रतिष्ठा होने जा रही है। और भारत धर्म प्राण देश है इसकी यह मूल प्रवर्ती है। छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गुलामी की सोंच से बाहर निकलकर अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व करें। देश के युवाओं को रामायण पढ़नी और उससे सीख लेनी चाहिए रामायण आपको जीवन के सत्य और त्याग का ज्ञान कराती है। हमारे भगवान सभी को प्यारे है जिनकों भारत ही नहीं विश्व के बहुत सारे देशों में माना और पूजा जाता है इंडोनेसिया से लेकर हिंडौरास तक राम का गुणगान किया जाता है। विशेष आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि आज से उत्सव शुरू हो गया है हम उसमें अप्रत्यक्ष रूप में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें और मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के आदर्शों को अपने आचरण में अपने परिवार में समाज में स्थापित करें और बच्चों को अवश्य समझाएं। क्योंकि तुलसीदास ने भी कहा है ‘रामचरितमानस’ तो राम के चरित्र को मानस में धारण करने की आवश्यकता है। और पीएम मोदी जी के नेतृत्व में भारत महान बनने की दिशा में अग्रसर हो चुका है और आगामी 22 जनवरी को ‘राम की नगरी’ अयोध्या धाम में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की भव्य प्राण- प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होना है। आराध्य प्रभु के आगमन को लेकर पूरा विश्व इन दिनों राममय है। महोत्सव के दूसरेे सत्र में सनातन संस्कृति और श्रीराम पर संत मैथली शरण जी ने विस्तृत व्याख्यान दिया उन्होंने कहा की सनातन का तात्पर्य है जो पहले भी था आज भी है और कल भी रहेगा। वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी और आकाश सनातन है उन्होंने कहा की राम में मर्यादा का सार है और कृष्ण में संहार की मर्यादा उन्होंने भगवान राम की मर्यादा के सार को समझाते हुए कहा की अपने जीवन में माता सीता और लक्ष्मण के आदर्शो को ग्रहण करना चाहिए। अंत में मनोज मुन्तशिर ने अपने भक्तिमयी शब्दों से सभागार में जोश भर दिया उन्होंने कहा कि जिस देश में श्री राम का उत्सव मानाने के लिए इतने लोग इकठ्ठा हो जाए वो भारत ही हो सकता है इस देश को जवान और किसान सींचते है और मेरा सारा अर्जित सम्मान ये दोनों ही है हमने आकाश में उड़ना सीख लिया लेकिन हमें धरती पर रहना केवल श्री राम ही सीखा सकते है उन्होंने छात्रों से कहा कि हमने कलाई पर महंगी घड़ी तो बाँध ली लेकिन अपनों के लिए ही समय नहीं है हम लोग दिखावा ज्यादा करते है लेकिन घर परिवार और दोस्तों को खोते जा रहे है। हमारे जीवन के इस खाली पन को भरने के लिए श्री राम के आदर्शो की जरुरत है। उन्होंने राम के जीवन चरित्र का विस्तृत वर्णन किया जिस पर छात्र भाव विभोर हो गए। कहा कि देश का सम्मान हमारा सम्मान है। जो राम और उसकी धरती को समझ ही नहीं पाए उन्हें बताना चाहता हूँ की हम ही वो है जो एक बाण मारकर धरती से पानी निकाल लेते थे और पत्थर के टुकड़ो से समुन्दर पर सेतु बना देते थे। राम प्राण प्रतिष्ठा के बारे में कहा कि ये 22 तारीख हमें बड़े बलिदानो के बाद मिली है इसलिए उन बलिदानियों के प्रति सम्मान बनाए रखियेगा। उनके डायलॉग से छात्रों में जोश भर गया और पूरा सभागार जय श्री राम के जयघोष से गुंजायमान हो गया। इस मौके पर संस्थान के छात्र–छात्राओं एवं विशेष आमंत्रित गणमान्यों में उत्साह एवं जोश देखने लायक था।
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mrrachnakar · 25 days
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।। मेरा भारत महान है।।
सबसे बड़ा प्रजातंत्र और, दुनिया में बडा़ ही मान है। विश्व विजेता, विश्व गुरु है, मेरा भारत महान है।। सबसे बड़ी है अर्थव्यवस्था, और सब धर्मों का सम्मान है। चांद और मंगल जीत चुके हैं, मेरा भारत महान है।। नहीं झुके है, नहीं झुकेंगे, तीनों सेना बलवान है। तकनीक और विज्ञान में भी, मेरा भारत महान है।।                     ————–“प्रकाश “
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kumaralok · 8 months
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दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी
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ये कुछ दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी हैं। ये शायरी हमें अपने देश के प्रति प्रेम, सम्मान और गौरव की भावना जगाती हैं। ये हमें देश की सेवा करने और देश को मजबूत बनाने के लिए प्रेरित करती हैं।
मेरा भारत महान
मेरा भारत महान, मेरी मातृभूमि है, यहाँ की मिट्टी पवित्र है, यहाँ के लोग भक्त हैं।
यहाँ का इतिहास गौरवमय है, यहाँ की संस्कृति अद्वितीय है, यहाँ के लोग मेहनती हैं, यहाँ का भविष्य सुनहरा है।
वतन की शान
वतन की शान, मेरा भारत है, यहाँ की हवा, यहाँ का पानी है।
यहाँ के लोग, यहाँ की मिट्टी है, यहाँ का धर्म, यहाँ की संस्कृति है।
शहीदों का बलिदान
शहीदों का बलिदान, बेकार नहीं गया, उनके खून से, देश का निर्माण हुआ।
उनकी शहादत, हमें प्रेरित करती है, देश की सेवा करने के लिए, और देश को मजबूत बनाने के लिए।
देशभक्ति
देशभक्ति एक भावना है, जो हर भारतीय के दिल में होनी चाहिए, देशभक्ति एक कर्तव्य है, जो हर भारतीय को निभाना चाहिए।
देशभक्ति एक जिम्मेदारी है, जो हर भारतीय को उठानी चाहिए, देशभक्ति एक आदर्श है, जो हर भारतीय को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
मातृभूमि
मातृभूमि, तुम मेरी जान हो, तुम्हारे बिना, मेरा जीवन अधूरा है।
तुम मेरे लिए सब कुछ हो, तुम मेरी रक्षा करो, मैं हमेशा तेरा ऋणी रहूँग���, मैं हमेशा तेरा भक्त रहूँगा।
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wikistudynews · 9 months
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हुसैन का कहना है कि सूर्यकुमार को नहीं पता कि वनडे में क्या करना है, लेकिन टी20 क्रिकेट में वह एक सनकी खिलाड़ी हैं।
इंग्लैंड के क्रिकेट कप्तान नासिर हुसैन. | फोटो साभार: रॉयटर्स इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी का मानना ​​है कि सूर्यकुमार यादव 50 ओवर के क्रिकेट में थोड़ा अनभिज्ञ हैं, लेकिन यह धाकड़ बल्लेबाज "एक सनकी" है, जो सबसे छोटे प्रारूप में पूरी तरह से कमांड में है और इस साल के अंत में टी 20 विश्व कप में उन पर सबकी निगाहें होंगी। कप्तान नासिर हुसैन. 2021 में भारत के लिए अपनी टी20 यात्रा शुरू करने के बाद से, सूर्यकुमार ने 60 टी20 में चार शतक और 17 अर्द्धशतक बनाकर खुद को खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक के रूप में स्थापित किया है। उनके प्रभावशाली प्रदर्शन ने उन्हें 2022 में T20I बल्लेबाजों की ICC रैंकिंग में नंबर 1 स्थान दिलाया, जिस पर वह तब से कायम हैं। हालाँकि, बड़े हिट बल्लेबाज़ को वनडे में समान प्रभाव डालने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। आईसीसी ने हुसैन के हवाले से कहा, "टी20 में इस समय जिस व्यक्ति पर दुनिया की नजर रहेगी, वह सूर्यकुमार यादव हैं।" "मेरा मतलब है, वह आदमी एक सनकी है। मिस्टर 360 का घिसा-पिटा नाम, लेकिन कुछ शॉट्स वह खेलता है... और वह थोड़ा सनकी है क्योंकि पचास ओवरों के क्रिकेट में, वह नहीं जानता कि कब खेलना है जाना है, कब नहीं जाना है, क्या करना है. हुसैन ने कहा, "लेकिन टी20 क्रिकेट में, वह पूरी तरह से जानता है कि हर समय क्या करना है, और यह एक मजेदार खेल है, टी20 क्रिकेट और स्काई देखना, यह बिल्कुल मजेदार है।" टी20 विश्व कप जून में कैरेबियाई और संयुक्त राज्य अमेरिका में होने वाला है और हुसैन ने दक्षिण अफ्रीका को उसकी पहली आईसीसी ट्रॉफी जीतने का समर्थन किया है। "वास्तव में मैंने इस बारे में बहुत अधिक नहीं सोचा है... लेकिन मैं दक्षिण अफ्रीका के साथ जाने वाला हूँ। "इंग्लैंड हैं चैंपियन, लेकिन इस समय विशेष रूप से अच्छा नहीं खेल रहा। यह कैरेबियन में है और वेस्ट इंडीज ठीक चल रही है, फिर आपके पास पाकिस्तान है, तो क्या मैं इन सभी टीमों को चुन सकता हूं?" दक्षिण अफ्रीका ने पिछले साल विश्व कप में कुछ रिकॉर्ड तोड़ने वाले प्रदर्शन किए थे, इससे पहले कि वे सेमीफाइनल में अंतिम चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से हार गए थे . "मैं फाइनल में दक्षिण अफ्रीका बनाम इंग्लैंड के लिए जा रहा हूं।" "मैं यहां (साथी कमेंटेटर) साइमन डूल का थोड़ा अनुसरण कर रहा हूं। (50 ओवर के) विश्व कप से पहले, उन्होंने उन्हें इसे जीतने के लिए सुझाव दिया था और यह थोड़ा सा मैदान छोड़ दिया गया था। मेरा मतलब है, यह अभी भी दक्षिण अफ्रीका है, एक महान क्रिकेट खेलने वाले देशों, खेल खेलने वाले देशों में से, लेकिन मुझे लगा कि यह डौली की ओर से एक अच्छा चिल्लाहट थी। और उन्होंने उस विश्व कप में कुछ शानदार क्रिकेट खेला।" हुसैन को लगता है कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका की टी20 लीग - एसए20, जिसे पिछले साल लॉन्च किया गया था - ने राष्ट्रीय टीम को फायदा पहुंचाया है। "मुझे लगता है कि उनकी (घरेलू) SA20 प्रतियोगिता ने वास्तव में उनके कुछ खिलाड़ियों को ऊपर उठाया है और उनमें अब वह गहराई, वह वर्ग और वह प्रतिभा है। दक्षिण अफ्रीका वनडे विश्व कप में एनरिक नॉर्टजे और सिसंडा मगाला की घायल तेज जोड़ी के बिना था, लेकिन इन दोनों के टी20 इवेंट के लिए उपलब्ध होने की उम्मीद है। "मुझे नहीं पता कि वह इस समय अपनी चोट के कारण कहां हैं, लेकिन विश्व कप के अंत में, उन महत्वपूर्ण खेलों में शायद एनरिक नॉर्टजे जैसे खिलाड़ी की कमी खल रही थी। हुसैन ने कहा, "तो मुझे लगता है, शायद, अगर नॉर्टजे कैरेबियन में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए और अपनी गतिशील बल्लेबाजी लाइन-अप के साथ फिट हो सकते हैं, तो मैं दक्षिण अफ्रीका की तरफ देखूंगा।" Read the full article
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cubetech · 10 months
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bhargavnimavat · 1 year
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मेरा भारत महान है, क्योंकी मेरे देश की पहचान किसान है।।
चार दिन मेहनत कर के क्यों रुक जाते हो,अरे वक़्त लगता है, बीज को फसल बनने में।।
💪🧑🏻‍🌾🇮🇳
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