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#सुरक्षित इलाका
dainiksamachar · 25 days
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भारत की तरह बांग्लादेश के पास भी चिकन नेक, गर्दन मरोड़ी तो टूट जाएगा चटगांव से कनेक्शन
ढाका: भारत के चिकन नेक के नाम से मशहूर सिलीगुड़ी कॉरिडोर अक्सर सुर्खियों में छाया रहता है। यह वही कॉरिडोर है, जो शेष भारत को पूर्वोत्तर से जोड़ता है। दशकों से इस कॉरिडोर पर चीन की बुरी नजर है। इसी कारण भारत और चीन में जून 2017 में डोकलाम सैन्य गतिरोध की शुरुआत हुई थी। चीन की कोशिश इस कॉरिडोर के नजदीक पहुंचने की है, जहां से वह भारत के इस संकरे गलियारे पर कब्जा जमा सके। लेकिन, बहुत कम लोगों को पता है कि भारत की तरह बांग्लादेश में भी एक चिकन नेक है, जो सिलीगुड़ी कॉरिडोर की तरह ही संकरा है। यह बांग्लादेश की मुख्य भूमि से उसके सबसे बड़े बंदरगाह शहर चटगांव को अलग करता है। बांग्लादेश का चिकन नेक कितना महत्वपूर्ण बांग्लादेश की इस संकरी पट्टी को बंद करने से उसकी 20 प्रतिशत भूमि देश के बाकी हिस्से से अलग हो सकती है। अगर यह गलियारा कभी बंद हो जाता है तो उसका सबसे बड़ा बंदरगाह और शहर चटगांव अलग-थलग पड़ सकता है। हालांकि, इस गलियारे का महत्व भारत के सिलिगुड़ी कॉरिडोर की तरह उतना गंभीर नहीं है। इसका प्रमुख कारण बांग्लादेश की मुख्य भूमि का चटगांव से समुद्री संपर्क ज्यादा होना है। चटगांव का यह इलाका घने वनों और पानी की धाराओं से भरा हुआ है। अपने भूभाग और द्वीपीय प्रकृति के यह भारत, बांग्लादेश और म्यांमार के विद्रोहियों को सुरक्षित पनाहगाह भी प्रदान करता है। भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर को जानें भारत का सिलीगुड़ी कॉरिडोर पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी शहर के पास स्थित है। यह बेहद संकरा गलियारा है, जो शेष भारत को पूर्वोत्तर के राज्यों से जोड़ता है। इस गलियारे के कई संकरे हिस्सों में इसकी चौड़ाई 20 से 22 किमी ही है। यह गलियारा तीन देशों से भी सटा हुआ है। जिसमें नेपाल, बांग्लादेश और भूटान शामिल हैं। पहले सिक्किम साम्राज्य इस गलियारे के उत्तरी किनारे पर स्थित था, हालांकि, 1975 में उसका भारत में विलय हो गया। पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी शहर इस क्षेत्र का प्रमुख शहर है। http://dlvr.it/TCg1Q2
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navinsamachar · 1 year
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Hospital Atikraman : जिला चिकित्सालय की भूमि पर अब गरजीं जेसीबी, आधे से अधिक भवन ध्वस्त
नवीन समाचार, नैनीताल, 18 सितंबर 2023 (Hospital Atikraman)। बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में पिछले 4 दिनों से चल रहा ध्वस्तीकरण अभियान सोमवार को जेसीबी मशीनों के जोर पकड़ गया और प्रभावित क्षेत्र के साथ पूरा इलाका तीन भीमकाय जेसीबी मशीनों के पीले पंजों की गरज से दहल उठा। इनके घरों की दीवारों, कॉलमों व लिंटरों पर चोट मारने से क्षेत्र के सुरक्षित घरों में भी कंपन और लोगों के दिलों पर थर्राहट महसूस की…
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wikinews-in · 2 years
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श्रीलंका के पोर्ट पर खड़ा चीनी ‘जासूसी’ जहाज Yuan Wang 5 भारत के लिए कितना बड़ा खतरा? मिसाइल-सैटेलाइट ट्रैक करने की है क्षमता
श्रीलंका के पोर्ट पर खड़ा चीनी ‘जासूसी’ जहाज Yuan Wang 5 भारत के लिए कितना बड़ा खतरा? मिसाइल-सैटेलाइट ट्रैक करने की है क्षमता
चीन की तकनीक और सैन्‍य क्षमताएं पूरी दुनिया को चिंता में डाल रही हैं। भारत और चीन के रिश्‍ते उत्तर में गलवान से लेकर अरुणाचल तक बॉर्डर पर आमने-सामने डटी सेनाओं के साथ नाजुक मोड़ पर हैं। देश का दक्षिणी इलाका आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। यहां के समुद्र यानी हिंद महासागर में भी भारतीय नेवी का दबदबा है। लेकिन श्रीलंका के हंबनटोटा पोर्ट पर बीते 16 अगस्‍त से खड़ा एक चीनी पोत भारत के लिए बड़ी चुनौती…
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nainitaltourism · 2 years
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केदारनाथ दैवीय जल प्रलय आपदा की आज 9 वी बरसी सभी मृत पुण्य दिवंगत आत्मा को भगवान हमेशा अपने चरणों मै स्थान दे । जय केदार https://www.facebook.com/998907656900843/ हर हर महादेव ॐ नमः शिवायः - केदारनाथ उत्तराखंड - केदारनाथ मन्दिर 1 करोड़ शिव भक्त जोड़ने का लक्ष्य https://www.facebook.com/groups/KedarnathDhamMandir/ केदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है। उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। यहाँ की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर माह के मध्‍य ही दर्शन के लिए खुलता है। पत्‍थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण पाण्डव वंश के जनमेजय ने कराया था। यहाँ स्थित स्वयम्भू शिवलिंग अति प्राचीन है। आदि शंकराचार्य ने इस मन्दिर का जीर्णोद्धार करवाया। जून २०१३ के दौरान भारत के उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश राज्यों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण केदारनाथ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रहा। मंदिर की दीवारें गिर गई और बाढ़ में बह गयी। इस ऐतिहासिक मन्दिर का मुख्य हिस्सा और सदियों पुराना गुंबद सुरक्षित रहे लेकिन मन्दिर का प्रवेश द्वार और उसके आस-पास का इलाका पूरी तरह तबाह हो गया। #Kedarnath #KedarnathDham #KedarnathMandir #KedarnathTemple #केदारनाथ #केदारनाथधाम #केदारनाथमंदिर #Chamoli #Garhwal #Mandakini #CharDham #Haridwar #Uttarakhand #केदारनाथमन्दिर (at Kedarnath Dham Mandir केदारनाथ मन्दिर) https://www.instagram.com/p/Ce2hGxTJNYq/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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vedantbhoomidigital · 2 years
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जांजगीर-चाम्पा: 105 घण्टे बाद राहुल को बोरवेल से बाहर निकाला गया
जांजगीर-चाम्पा: 105 घण्टे बाद राहुल को बोरवेल से बाहर निकाला गया
रायपुर: बोरवेल में फंसे राहुल को आखिरकार 105 घण्टे रेस्क्यू के पश्चात सकुशल बाहर निकाल लिया गया। ऑपरेशन राहुल-हम होंगे कामयाब के साथ राहुल के बचाव के लिए लगभग 65 फीट नीचे गड्ढे में उतरी रेस्क्यू दल ने कड़ी मशक्कत के बाद राहुल को सुरक्षित बाहर निकाला। राहुल जैसे ही सुरंग से बाहर आया। उसने आँखे खोली और एक बार फिर दुनिया को देखा। यह क्षण सबके लिए खुशी का एक बड़ा पल था। पूरा इलाका राहुलमय हो…
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4rtheyenews · 2 years
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देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन सफल,राहुल के बाहर आते ही हर तरफ बिखरी खुशी,सीएम ने कहा-हमारा बच्चा बहुत बहादुर है…
ऑपरेशन राहुल कंप्लीट, कड़ी मेहनत और अथक प्रयास से बोरवेल से निकाला गया बाहर #capitalcom #BrahmastraTrailer #IStandWithZubair #WorldBloodDonorDay #GiveBlood🩸 #FastToEndHunger #RanbirKapoor
रायपुर। बोरवेल में फंसे राहुल को आखिरकार 105 घण्टे रेस्क्यू के पश्चात सकुशल बाहर निकाल लिया गया। ऑपरेशन राहुल- हम होंगे कामयाब के साथ राहुल के बचाव के लिए लगभग 65 फीट नीचे गड्ढे में उतरी रेस्क्यू दल ने कड़ी मशक्कत के बाद राहुल को सुरक्षित बाहर निकाला। राहुल जैसे ही सुरंग से बाहर आया। उसने आँखे खोली और एक बार फिर दुनिया को देखा। यह क्षण सबके लिए खुशी का एक बड़ा पल था। पूरा इलाका राहुलमय हो…
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asr24news · 2 years
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जहांगीरपुरी हिंसा के बाद जामा मस्जिद क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी की गई
जहांगीरपुरी हिंसा के बाद जामा मस्जिद क्षेत्र म���ं सुरक्षा कड़ी की गई
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में हनुमान जयंती पर जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद जामा मस्जिद क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी की गई है। निगरानी रखने के लिए पुलिस द्वारा ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। सेंट्रल जिले की डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि इलाके में हमने ज्यादा से ज्यादा पुलिसबल की तैनाती कर रखी है। लोगों के साथ हम समन्वय बनाकर चल रहे हैं। हमारा इलाका पूरी तरह से सुरक्षित है। अगर…
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ashokgehlotofficial · 3 years
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कल शाम को फोन पर बात होने के बाद यूक्रेन के कीव में भारतीय दूतावास के डिफेंस अटैची कोमोडोर संजय देशमुख ने वहां फंसे विद्यार्थियों से मुलाकात की। उन्होंने अवगत करवाया कि युद्ध के कारण परिवहन व्यवस्था बिगड़ी हुई है इसलिए इन विद्यार्थियों को निकालने में अतिरिक्त समय लग रहा है। भारतीय दूतावास जल्द से जल्द सभी विद्यार्थियों को वहां से निकालने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए ट्रेन के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। मैं आशा करता हूं कि हमारे सभी भारतीय सुरक्षित देश वापस लौट आएंगे।
कल देर रात यूक्रेन के खारकीव में फंसे अजमेर के श्री किशोर गुरनानी से भी फोन पर बात हुई। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती इलाका होने के कारण वहां परिस्थितियां थोड़ी जटिल हैं पर वो अपने परिवार के साथ सकुशल हैं। आशा करता हूं कि श्री किशोर सपरिवार जल्दी ही भारत सुरक्षित लौटेंगे।
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himaanshutyagi · 3 years
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यह पौराणिक “घूमेश्वर महादेव मन्दिर” दिल्ली - मेरठ नेशनल हाइवे से मुरादनगर के पश्चिम में 13 किलोमीटर दूर हिण्डन नदी के तट पर स्थित है। हिण्डन नदी इस मन्दिर की दीवार को छूती हुई बहती है। हरनन्दी ( हिण्डन ) नदी के तट पर स्थित इस पौराणिक शिव मन्दिर की स्थापना के बारे में लोगों के अपने अपने विचार हैं। लेकिन इस बात से सभी लोग सहमत हैं कि यह मन्दिर सैकड़ों वर्ष पुराना है। कुछ लोगों का यह मानना है कि यह शिव मन्दिर भी बागपत जिले के पुरा महादेव मन्दिर के समकालीन है। पहले यह सारा इलाका कजरी वन के नाम से विख्यात था। कजरी वन में भगवान परशुराम के पिता जमदग्नि ऋषि अपनी पत्नी रेणुका के साथ आश्रम में रहकर तपस्या करते थे। कहते हैं कि पण्डित दुर्गा दत्त शर्मा ( जो संस्कृत के उच्च कोटि के विद्वान और शिव भक्त थे ) के प्रयासों से गाँव सुराना के प्रमुख लोगों ने “चैत्र शुक्ला सप्���मी, बुधवार सम्वत् 1927 में” इस मन्दिर को विशाल रूप देने के लिए निर्माण कार्य शुरू कराया। इस मन्दिर के वास्तुकार जसोई के सौदागर नाम के व्यक्ति थे और उनके मार्गदर्शन में यह कार्य लगभग चालीस वर्षों में पूरा हुआ। इस मन्दिर की ऊँचाई लगभग 110 फुट और यह लगभग ढाई एकड़ भूमि में फैला है। मन्दिर की गुम्बद में बनाई गई अद्भुत कलाकृतियों को पक्षियों से सुरक्षित रखने के लिए मन्दिर के अन्दर ऊपर की ओर जाल लगाया गया है। मन्दिर में बनी इन कलाकृतियों की छटा भी देखते ही बनती है। मन्दिर में लाल रंग का बड़ा शिवलिंग है। उनके सामने शिव दरबार और विशालकाय नंदी भी आकर्षण के केन्द्र हैं। मन्दिर के बाहर गहरा कुआँ है। पहले उसके जल से ही शिवभक्त बाबा का जलाभिषेक करते थे। मन्दिर के बराबर में राधा-कृष्ण का प्राचीन मन्दिर है। इस मन्दिर में स्थित राधा-कृष्ण की मूर्तियों की भी अद्भुत छटा है। उसकी स्थापना के बारे में गाँव के बुजुर्गों बताते आए हैं कि यहाँ पहले शिव मन्दिर बना उसके बाद उसके बराबर में राधा-कृष्ण मन्दिर की स्थापना हुई। इस बात के प्रमाण भी हैं कि राधा-कृष्ण मन्दिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा सम्वत 1979 में पण्डित रामचन्द्र शास्त्री जी ने की और इस काम में भी पण्डित दुर्गादत्त शर्मा जी ने अहम भूमिका निभाई। हर वर्ष श्रावण में महाशिवरात्रि पर यहाँ विशाल मेला लगता है। उस समय यहाँ पश्चिमी उत्तरप्रदेश के शहरों और गाँवों से अनेक श्रद्धालु तो आते ही हैं, उसी के साथ साथ राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी अच्छी खासी होती है। दर्शन हेतू अवश्य पधारें। घूमेश्वर महादेव की जय। 🕉️ हर हर महादेव। 🕉️ (at Surana) https://www.instagram.com/p/CaBYgHIJ4el/?utm_medium=tumblr
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dainiksamachar · 7 months
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मालदीव की सीमा के पास गरजेंगे राफेल फाइटर जेट, मुइज्‍जू को भारी पड़ेगी चीन की गुलामी, ऐक्‍शन में भारत
माले: चीन के इशारे पर भारत को आंखें दिखा रहे मालदीव के राष्‍ट्रपति मोहम्‍मद मुइज्‍जू को अब करारा जवाब मिलने जा रहा है। भारत मालदीव से मात्र 507 किमी दूरी पर बसे लक्षद्वीप के मिनिकोय में अपने एयर और नेवल बेस आईएनएस जटायु का अगले सप्‍ताह उद्घाटन करने जा रहा है। विश्‍लेषकों का कहना है कि भारत का यह नेवल बेस अरब सागर में एक तरह से मालदीव का विकल्‍प है। लक्षद्वीप में भारतीय नौसैनिक अड्डे का निर्माण पूरा होने का मतलब है कि अब जल्‍द ही राफेल जैसे भारत के सबसे घातक फाइटर जेट लक्षद्वीप में उतर सकेंगे। यही नहीं भारतीय लड़ाकू विमानों की यह गर्जना मालदीव के मुइज्‍जू के रास्‍ते चीन तक सुनाई देगी। इसका असर पूरे पश्चिमी हिंद महासागर में देखा जाएगा। यह वही इलाका है जहां पर चीन के जासूसी जहाज और युद्धपोत पहुंचते रहते हैं और ड्रैगन बहुत तेजी से अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। भारत अगले सप्‍ताह इस नेवल बेस का उद्घाटन करने जा रहा है जो ठीक उसी समय हो रहा है जब मालदीव से भारतीय सैनिकों का पहला दल वहां से आने वाला है। मुइज्‍जू के आदेश पर भारतीय सैनिकों को वापस बुलाया जा रहा है। इससे पहले मुइज्‍जू ने चुनाव प्रचार के दौरान इन सैनिकों के खिलाफ 'इंडिया आउट' कैंपेन चलाया था। मुइज्‍जू ने भारत के साथ मालदीव की परंपरागत दोस्‍ती में जहर बो दिया है और अब वह चीन के इशारे पर लगातार जहर उगल रहे हैं। चीन के दौरे से लौटने के बाद मुइज्‍जू ने तुर्की से यूक्रेन वाले बायरकतार हमलावर ड्रोन लेने का ऐलान किया है। मुइज्‍जू ने कहा कि इसके जरिए वह भारतीय सीमा से सटे मालदीव के इलाके की निगरानी करेंगे। मालदीव पर क्‍यों है चीन की नजर? मालदीव ने तुर्की के साथ यह करोड़ों डॉलर की ड्रोन डील ऐसे समय पर की है जब उनका देश कर्ज में डूबा हुआ है। मालदीव पर सबसे ज्‍यादा कर्ज चीन का है। मालदीव में नई सरकार ने भारत को छोड़कर चीन के प्रति अपनी निष्ठा बना ली है, जिसे भारत के रणनीतिक हितों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। मालदीव का रणनीतिक महत्व उसके आकार से ज्यादा उसकी लोकेशन में है। यह 960 किलोमीटर लंबी पनडुब्बी रिज पर स्थित है जो उत्तर से दक्षिण तक जाती है, जो हिंद महासागर के बीच में एक दीवार के रूप में काम करती है। हिंद महासागर क्षेत्र में संचार के दो महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग हैं जो दक्षिण पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया के बीच समुद्री व्यापार को सुविधाजनक बनाते हैं। ये मार्ग मालदीव के दक्षिणी और उत्तरी छोर पर स्थित हैं। मलक्का जलडमरूमध्य, अदन और होरमुज की खाड़ी अंतरराष्ट्रीय व्यापार और ऊर्जा प्रवाह के लिए इन मार्गों पर बहुत अधिक निर्भर करती हैं। अंतरराष्‍ट्रीय व्‍यापार के लिए हिंद महासागर के प्राथमिक मार्ग होने के बावजूद, मालदीव इसके लिए एक 'प्रवेश द्वार' की भूमिका निभाता है। लक्षद्वीप द्वीप समूह में नौसैनिक हवाई अड्डे के निर्माण के साथ, भारत का लक्ष्य हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति और प्रभाव बनाए रखना है। मालदीव को जवाब है मिन‍िकोय अपने रणनीतिक हितों को सुरक्षित करने और एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को बनाए रखने के लिए भारत का यह कदम जरूरी है। भारत का आईएनएस जटायु नाम का बेस, इस क्षेत्र में नौसेना की मौजूदगी को बढ़ाएगा। आईएनएस जटायु बेस मिनिकॉय द्वीप पर होगा, जो लक्षद्वीप के खूबसूरत द्वीपों में से एक है। मिनिकॉय द्वीप 9-डिग्री चैनल के पास स्थित है, जो एक व्यस्त शिपिंग रूट है, जो मालदीव के सबसे उत्तरी द्वीप से लगभग 130 किलोमीटर दूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब लक्षद्वीप का द्वीप का दौरा किया था, तब भारत और मालदीव के बीच एक कूटनीतिक विवाद हो गया था। मालदीव की नई सरकार ने भारत से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा और एक चीनी जासूसी पोत का स्वागत किया जिसे श्रीलंका ने अपने यहां रुकने की अनुमति देने से पहले ही मना कर दिया था। इसका भारतीय जनता ने पर्यटन के लिए देश का बहिष्कार करके करारा जवाब दिया था। यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लिए इस क्षमता को विकसित करना जरूरी था। आईएनएस जटायु में एक विमानन सुविधा होगी। यह न केवल भारत की समुद्री डोमेन जागरूकता को बढ़ाएगा बल्कि हमारे समुद्री पड़ोस में विकास की बेहतर निगरानी भी करेगा। शुरुआत में, आईएनएस जटायु को अध���कारियों और जवानों के एक छोटे से दल के साथ चालू किया जाएगा। हालांकि, इसे विस्तारित करने की योजना है ताकि राफेल जैसे लड़ाकू विमान यहां से उड़ान भर सकें। आईएनएस जटायु का उद्घाटन समारोह चुपके से नहीं होने जा रहा है। भारत यह सुनिश्चित कर रहा है कि क्षेत्र की शक्तियां इस पर ध्यान दें, क्योंकि समारोह के दौरान भारतीय नौसेना के दोनों ही विमानवाहक पोत वहां मौजूद रहेंगे, जो पूरी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और कुल 15 युद्धपोत 4-5 मार्च को होने वाले… http://dlvr.it/T3W29B
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chaitanyabharatnews · 3 years
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आग 48 घंटे में 10 गुना बढ़ी कैलिफोर्निया में लगी आग, दिल्ली से दोगुना क्षेत्र जलकर हुआ खाक
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चैतन्य भारत न्यूज कैलिफोर्निया के जंगलों की आग ने पिछले 48 घंटों में अपना रौद्र रूप ले लिया है। वह 10 गुना तेजी से बढ़ी है। इस अमेरिकी प्रांत में लगी आग की वजह से अब तक 65,474 एकड़ की जमीन खाक हो चुकी है। ये आग लगातार तेजी से फैलती जा रही है। 14 अगस्त को शुरु हुई ये आग बहुत तेजी से बड़े इलाके को जला चुकी है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि जिस गति से तेज हवा चल रही है, उसके अनुसार ये आग अन्य इलाकों में भी फैल सकती है।
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कैलिफोर्निया के गवर्नर ऑफिस ऑफ इमरजेंसी ने बयान दिया है कि इस आग की वजह से एल-डोराडो काउंटी से 25 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। आग को काबू करने के लिए 653 अग्निशमन कर्मी लगाए गए हैं। लेकिन अभी तक इस भयावह आग पर एक फीसदी भी नियंत्रण नहीं हो पाया है। गुरुवार तक कैलिफोर्निया के डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेस्ट एंड फायर प्रोटेक्शन ने बताया कि इस आग की वजह से 86 ढांचे पूरी तरह से खाक हो चुके हैं। इसके अलावा करीब 7000 इमारतों को जलने का खतरा है। इसबीच, कैलिफोर्निया के इतिहास में दूसरी सबसे भयावह आग डिक्सी फायर ने अब तक 60 हजार एकड़ जमीन को सिर्फ दो दिनों में जलाकर खाक कर दिया था। डिक्सी फायर देश का पहली ऐसी जंगल की आग थी जिसने सियेरा नेवादा के रेंज को जलाकर खाक कर दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब इस आग ने सियेरा नेवादा रेंज के पहाड़ के एक हिस्से को पूरा जला दिया। यहां तक कि इसका असर घाटी के निचले इलाकों तक देखने को मिला है। The North Californian #wildlfire has scorched 65,474 acres of land so far, and grown 10 times in size in just 48 hours.#CaliforniaWildfires #GlobalWarming #ClimateChange #ClimateActionNow Read: https://t.co/CR1g2Anyxx (📸: IANS) pic.twitter.com/tB4cFDpMax — The Weather Channel India (@weatherindia) August 20, 2021 कैल्डोर फायर की वजह से इंटरस्टेट हाइवे का 74 किलोमीटर लंबा इलाका बंद कर दिया गया है। हवा की गति करीब 65 किलोमीटर प्रतिघंटा है। इस इंटरस्टेट के दूसरी तरफ आग न फैले इसके प्रयास युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं। कैलिफोर्निया के उत्तरी इलाके में 15 लाख एकड़ का हिस्सा जला हुआ है। सबसे ज्यादा दिक्कत ये है कि घास, झाड़ियां और जंगल सूखे हैं, उनमें तेज चलती हवा की वजह से आग लग रही है।   Read the full article
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abhay121996-blog · 3 years
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भारत के सामने अब क्या विकल्प, जानिए तालिबान पर क्या बता रहे विदेशनीति के 'चाणक्य' Divya Sandesh
#Divyasandesh
भारत के सामने अब क्या विकल्प, जानिए तालिबान पर क्या बता रहे विदेशनीति के 'चाणक्य'
नई दिल्ली का कब्जा लगातार बढ़ता जा रहा है और तालिबान के आतंकी अब काबुल के काफी नजदीक पहुंच गए हैं। अफगानिस्तान के मौजूदा हालात का असर भारत समेत दुनिया के तमाम देशों पर पड़ने वाला है। भारत से अफगानिस्तान को मिलने वाली मदद की तारीफ करने वाले इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन तालिबान ने साथ में चेतावनी भी दी है कि अगर भारतीय सेना वहां जाती है तो यह ‘अच्छा नहीं होगा।’ ऐसे में यह जानना बेहद अहम हो जाता है कि तालिबान की मौजूदा स्थिति का भारत पर क्या असर होने वाला है क्योंकि भारत ने अफगानिस्तान में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए कई सारे प्रोजेक्ट्स लगा रखे हैं।
अलग-अलग देशों के प्रोजेक्ट में भी काम करते हैं भारतीय अफगानिस्तान में काम कर चुके पूर्व भारतीय राजदूत राकेश सूद का तालिबान मामले पर कहना है कि अफगानिस्तान में भारत ने अपने बड़े प्रोजेक्ट्स को करीब 5 साल पहले ही पूरा कर लिया है। अब कुछ छोटे-छोटे प्रोजेक्ट हैं जो अफगानिस्तान के हर प्रांत में हैं। ऐसा नहीं है कि भारतीय लोग सिर्फ भारतीय प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। तमाम ऐसे भारतीय हैं जो यूएन, अमेरिका और ब्रिटेन के प्रोजेक्ट में भी काम कर रहे हैं। हालांकि जब किसी दिक्कत की बात होती है तो किसी भी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे भारतीय इंडियन एंबेसी से ही संपर्क करते हैं और यह हमारी जिम्मेदारी भी है कि हम सभी भारतीयों को सुरक्षित निकालें, भले ही वह यूएन, अमेरिका या ब्रिटेन के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हों।
अफगानिस्तान को तत्काल मदद की जरूरत है अफगान मामलों के विशेषज्ञ डॉ. अखलाक उस्मानी ने तालिबान से भारतीय पक्ष की बातचीत को लेकर कहा- पिछले एक हफ्ते में अफगानिस्तान अपने 6 राज्य खो चुका है। बीते 24 घंटे को दौरान ही अफगानिस्तान के तीन स्टेट तालिबान के कब्जे में आ गए हैं। उधर अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने भी कहा है कि 90 दिनों में तालिबान काबुल पर कब्जा कर लेगा। वॉर को कवर करने वाली एक वेबसाइट के मुताबिक, 233 जिलों (प्रॉविन्स) पर तालिबान ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है, 109 जिलों में तालिबान और अफगान सुरक्षाबलों के बीच जंग चल रही है जबकि 65 अफगान सरकार के पास सुरक्षित हैं। तालिबान सिर्फ काबुल पर कब्जा करने के उद्देश्य से आगे नहीं बढ़ रहा बल्कि उसने दूसरे देशों से लगने वाले बॉर्डर के इलाकों पर भी कब्जा कर लिया है। ऐसे में समय बहुत कम है और अफगानिस्तान को तत्काल मदद की जरूरत है।
90 दिनों के अंदर तालिबान के फुल कंट्रोल में होगा काबुल
अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसियों ने भी आशंका जाहिर की है कि तालिबान आने वाले 30 दिनों के भीतर काबुल शहर का संपर्क सबसे काट सकता है और फिर 90 दिनों के अंदर वह इस शहर का पूरा कंट्रोल अपने हाथ में ले सकता है। एजेंसियों के मुताबिक, अगर अफगान सुरक्षाबल ज्यादा ताकत लगाएं तो तालिबान की रफ्तार को कम किया जा सकता है। दरअसल, तालिबान अमेरिका की उम्मीद से ज्यादा तेजी से अफगानिस्तान के शहरों पर कब्जा कर रहा है।
अफगानिस्तान में भारत का 3 बिलियन डॉलर का इन्वेंस्टमेंट रक्षा विशेषज्ञ कर्नल (रि.) संजीव कुमार ने कहा कि तालिबान की वजह से भारत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि भारत ने इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलप करने के लिए अफगानिस्तान में जो 3 बिलियन डॉलर की इन्वेस्टमेंट की है, ये प्रोजेक्ट्स हॉल्ट हो जाएंगे। आज के समय में भारत के तकरीबन 2200 लोग अलग-अलग प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, इनकी सुरक्षा भी काफी चुनौतीपूर्ण होने वाली है।
पाक से हाथ मिलाकर कश्मीर को फिर डिस्टर्ब न करे
पूर्व राजनयिक पिनाक चक्रवर्ती ने अफगानिस्तान के हालातों पर कहा- भारत की चिंता इसलिए भी बड़ी है कि जब शुरू में तालिबान आया था तो हाइजैकिंग, पाकिस्तान के साथ हाथ मिलाकर कश्मीर को डिस्टर्ब करने की कोशिश जैसी बातें दोबारा न हों। तालिबान के अंदर कुछ बदलाव तो आया नहीं है, लेकिन जहां तक पॉलिसी लेवल की बात है तो अगर तालिबान सत्ता में आता है तो अंतरराष्ट्रीय स्तर उसे भी कुछ परेशानी होगी। पाकिस्तान तालिबान की जीत पर भले ही खुश हो रहा हो, लेकिन तालिबान कहां तक पाकिस्तान की हर बात मानेगा, ये देखने वाली बात होगी।
ये तालिबान की नहीं, बहुत ऊंचे स्तर की स्ट्रैटजिक प्लानिंग है
रक्षा विशेषज्ञ ध्रुव कटोच कहते हैं कि जिस प्रकार से तालिबान ने ऐसा काम किया है, इससे साफ जाहिर होता है कि ये प्लानिंग उनकी नहीं है, ये बहुत ऊंचे स्तर की स्ट्रैटजिक प्लानिंग है जिसमें साफ-साफ पाकिस्तान की सेना का हाथ दिखाई देता है। कम से कम 70 फीसदी इलाका अब तालिबान के कंट्रोल में आ गया है।
दूसरे देशों के रूख पर निर्भर करता है भारत का रूख
पूर्व राजदूत मीरा शंकर ने कहा कि जब पहली बार तालिबान सरकार में आया था तो पाकिस्तान के अलावा सऊदी अरब और UAE ने ही उसे मान्यता दी थी, लेकिन अब सऊदी अरब और UAE अलग पॉलिसी फॉलो कर रहे हैं। वहीं, भारत पर तालिबान के असर पर मीरा शंकर ने कहा कि भारत के पास ऑप्शन बहुत कम हैं। वैसे भी भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि अगर अफगानिस्तान में हिंसा से तालिबान की सरकार बनती है तो उस सरकार को हम नहीं मानेंगे। अमेरिका और ब्रिटेन ने भी कमोबेश यही बात कही है। हालांकि चीन तालिबान की मदद कर सकता है, ऐसे में भारत को देखना होगा कि तालिबान को लेकर किस देश का क्या रूख होगा
तालिबान ने कहा- भारतीयों को हमसे कोई खतरा नहीं इस बीच तालिबान ने अफगानिस्तान में रहने वाले भारतीय लोगों की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान में रहने वाले भारतीयों को उनसे कोई खतरा नहीं है। तालिबान ने भरोसा दिलाया है कि वो अफगानिस्तान में मौजूद भारतीय दूतावासों को निशाना नहीं बनाएगा। तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने कहा, ‘हम भारतीय राजदूतों और दूतावास को आश्वास्त करना चाहते हैं कि हमारी तरफ से उन्हें खतरा नहीं है। हम दूतावासों को निशाना नहीं बनाएंगे। ये बात हमने अपने बयान में एक नहीं बल्कि कई बार कही है। ये हमारा वादा है जो मीडिया में भी है।’ अफगानिस्तान में भारत की सहायता से चल रही परियोजनाओं पर तालिबान ने कहा, ‘हम अफगान के लोगों के लिए किए ग�� हर काम की सराहना करते हैं जैसे बांध, इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट और जो भी अफगानिस्तान के विकास, पुनर्निर्माण और आर्थिक समृद्धि के लिए किया गया है।
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ihlnews · 3 years
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कानपुर: चार फैक्टरियों और गोदाम में भीषण आग, केमिकल भरे ड्रम फटने से दहला इलाका
कानपुर: चार फैक्टरियों और गोदाम में भीषण आग, केमिकल भरे ड्रम फटने से दहला इलाका
कानपुर में गोविंद नगर के दादा नगर इंडस्ट्रियल एरिया में बुधवार देर रात जूते की फैक्टरी से भड़की आग से कोयला गोदाम, प्रिटिंग फैक्टरी और केमिकल गोदाम भी पूरी तरह जल गया। तेज धमाकों के साथ केमिकल ड्रम फटने से लोगों में दहशत बनी रही। फैक्टरी में फंसे चौकीदार के परिवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फजलगंज समेत अन्य फायर स्टेशनों से पहुंची दमकल की दस गाड़ियां आग बुझाने में रात से सुबह तक जुटी रहीं।…
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vilaspatelvlogs · 3 years
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फ्रांस में आतंकी घटना: महिला पुलिसकर्मी की हत्या के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- हम इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे
फ्रांस में आतंकी घटना: महिला पुलिसकर्मी की हत्या के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- हम इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे
Hindi News International Three People Arrested For Murder Of Female Policeman, French President Macron Said We Will Not Back Down In The Fight Against Islamic Terrorism Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप पेरिस9 मिनट पहले कॉपी लिंक घटना दोपहर 2.20 बजे कम्युटर टाउन स्थित एक पुलिस स्टेशन के एंट्रेस गेट के पास हुई है। यह सबसे सुरक्षित इलाका माना जाता है। (फाइल…
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prerananews24 · 3 years
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फ्रांस में आतंकी घटना: महिला पुलिसकर्मी की हत्या के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- हम इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे
फ्रांस में आतंकी घटना: महिला पुलिसकर्मी की हत्या के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- हम इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे
Hindi News International Three People Arrested For Murder Of Female Policeman, French President Macron Said We Will Not Back Down In The Fight Against Islamic Terrorism Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप पेरिस8 मिनट पहले कॉपी लिंक घटना दोपहर 2.20 बजे कम्युटर टाउन स्थित एक पुलिस स्टेशन के एंट्रेस गेट के पास हुई है। यह सबसे सुरक्षित इलाका माना जाता है। (फाइल…
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dainiksamachar · 2 years
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सॉरी बोला, चाय पी और फिर... दिल दहला रही दिल्ली में पति, पत्नी और मेड के मर्डर की वजह
नई दिल्ली: वेस्ट दिल्ली के हरिनगर इलाके में मंगलवार की सुबह लोग उस समय सन्न रह गए जब पॉश एरिया अशोक नगर की आलीशान कोठी में ट्रिपल मर्डर का पता चला। कोठी के अंदर युवा कारोबारी, उनकी पत्नी और मेड के शव खून से लथपथ हालत में मिले। कोठी में सिर्फ कारोबारी दंपती की मासूम बच्ची सुरक्षित मिली। मंगलवार सुबह ड्राइवर के घर आने पर वारदात का खुलासा हुआ। हत्या की जानकारी मिलते ही आला अफसर व लोकल पुलिस पहुंची। पूरा इलाका सीसीटीवी कैमरों से लैस है। लिहाजा सबसे पहले पुलिस ने आसपास सीसीटीवी कैमरे खंगाले। फुटेज में संदिग्ध आरोपी भागते नजर आए। सभी संभावित एंगल पर जांच के बाद पुलिस ने मंगलवार शाम को दो आरोपी को अरेस्ट कर लिया। बाकियों की तलाश जारी है। 10 दिन पहले नौकरी से निकाला गया था पुलिस ने आरोपियों के हवाले से खुलासा किया कि हत्या में मुख्य आरोपी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ इसी कोठी में बने सैलून में जॉब करता था। दोनों को दस दिन पहले नौकरी से निकाल दिया था। पुलिस का दावा है कि इसी का बदला लेने के इरादे से यह वारदात की गई। हत्या के समय कीमती सामान को भी आरोपी लूट ले गए थे। पुलिस ने इस केस में वारदात में इस्तेमाल हथियार, आईफोन और खून से सना तौलिया बरामद किया है। तीनों शव पोस्टमॉर्टम के लिए डीडीयू भेज दिए। आगे की जांच जारी है। चाकू और भारी चीज की मदद से किया कत्ल डीसीपी घनश्याम बंसल के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान साईं बाबा एन्क्लेव, नजफगढ़ निवासी 19 साल के सचिन व उतम नगर निवासी 21 साल के सुजीत के तौर पर हुई है। यह वारदात हरि नगर के 57/1 अशोक नगर के कॉर्नर पर बनी चार मंजिला आलीशान कोठी में हुई। मृतकों की पहचान 38 वर्षीय समीर आहूजा, उनकी पत्नी 35 वर्षीय शालू आहूजा और मेड 28 वर्षीय सपना के तौर पर हुई है। सपना दो महीने पहले ही इस कोठी में मेड के तौर पर लगी थी। सपना तिहाड़ गांव में अपने पति संदीप माथुर व एक मासूम बेटी के साथ रहती थी। तीनों के ऊपर चाकू और किसी भारी चीज से हमला किया गया था। समीर आहूजा गारमेंट्स, प्रॉपर्टी व फाइनेंस के बिजनेस से जुड़े हुए थे। दिल्ली पुलिस को जांच में क्या पता चला मंगलवार सुबह समीर आहूजा का ड्राइवर घर पर पहुंचा, जिसने घर में हालात को देख करीब 9:15 बजे पीसीआर कॉल के जरिए इस घटना की सूचना दी। प��लिस मौके पर पहुंची। जहां समीर घर की पहली मंजिल और ग्राउंड फ्लोर पर बने पार्लर में उनकी पत्नी और मेड मृत हालत में मिले। दोनों महिलाओं का गला रेता गया था। जबकि समीर के मुंह और सिर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए। घर के ग्राउंड फ्लोर पर शालू 'काव्या ब्यूटी मेकओवर' के नाम से सैलून चलाती थीं। सुबह जब मेड घर पर काम पर आई, तब पहले से बदमाश घर में घुसे हुए थे। इसके बाद बदमाशों ने मेड की भी हत्या कर दी। मौके पर पुलिस की जांच में पता चला आरोपी डीवीआर सिस्टम भी अपने साथ ले गए। बाद में घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया। फ्रेंडली एंट्री थी। आरोपी करीब 9 बजे वहां से भागते नजर आए। सुबह घर पर 8 बजे मेड आई थी, वहीं ड्राइवर करीब 9 बजे पहुंचा था। मौके के हालात को देख पता चला की सैलून में तीन लोगों ने चाय भी पी थी। चाय ताजी बनाई गई थी। मौके पर पुलिस ने क्राइम, एफएसएल और डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाकर जांच पड़ताल की। पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि इस वारदात का मुख्य आरोपी घर पर मेड के आने से दस मिनट पहले आया था। वह और उसकी गर्लफ्रेंड शालू के ह��� सैलून में काम करते थे। लेकिन ��नके आपत्तिजनक बर्ताव का दंपति को पता जैसे ही चला, उन्होंने दस दिन पहले दोनों को काम से निकाल दिया था। दावा है कि समीर ने युवक को बहुत बुरी तरह फटकार लगाई थी। इससे आरोपी ने अपनी गर्लफ्रेंड के सामने खुद को अपमानित महसूस किया और उसने समीर आहूजा से बदला लेने और सबक सिखाने की ठान ली। उसने इस वारदात की साजिश में सुजीत, सचिन और अन्य को भी शामिल कर लिया। इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी घर में रखा लैपटॉप, कैश व अन्य सामान लेकर फरार हुए थे। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने छह घंटे के अंदर ही इस वारदात से पर्दा उठा दिया। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसी साल अप्रैल में नए घर में शिफ्ट हुए थे दंपति पुलिस सूत्रों ने बताया कि इसी साल अप्रैल महीने में ही दंपति नए घर में शिफ्ट हुए थे। नवरात्र में जागरण भी कराया था। आलीशान कोठी करीब सवा चार करोड़ रुपये में खरीदी गई थी। दंपति की एक तीन साल की बच्ची भी है, जो वारदात के समय अपने घर में सो रही थी। वह सुरक्षित है। सोमवार देर रात समीर आहूजा अपनी फैमिली के साथ किसी पार्टी से घर लौटे थे। पुलिस को अब मामले में अन्य आरोपियों की तलाश है। http://dlvr.it/Sc54r4
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