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#हिरासत में हत्याएं
dainiksamachar · 2 years
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कनाडा टु कैलिफोर्निया... मूसेवाला मर्डर का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ कौन? पढ़ें पूरी कुंडली
चंडीगढ़: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेमाला मर्डर केस का दूसरा मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ हिरासत में ले लिया गया है। गोल्डी बराड़ विदेश में छिपा बैठा था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक गोल्डी बराड़ की गिरफ्तारी कैलिफोर्निया से हुई है। सूत्रों के मुताबिक, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को 20 नवंबर के आसपास हिरासत में लिया गया था। दावा किया जा रहा है कि वह पुलिस कस्टडी में ही है। इसी साल 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की मानसा में उनके गांव में हत्या कर दी गई थी। जिस समय यह हत्याकांड हुआ, मूसेवाला थार जीप में सवार होकर कहीं जा रहे थे। इसी दौरान छह हमलावरों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और फायरिंग शुरू कर दी। इस मामले में चार शूटर गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि दो एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। तिहाड़ जेल में बैठे मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई को पंजाब पुलिस पहले ही अरेस्ट कर चुकी है। फिलहाल बिश्नोई एनआईए की हिरासत में है। हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ ही है। सूत्रों का कहना है कि गोल्डी बराड़ को भारत लाने की राह बहुत मुश्किल नहीं है, क्योंकि भारत-अमेरिका के बीच संबंध अच्छे हैं और दोनों के बीच जो प्रत्यर्पण संधि है, उसके हिसाब से भारत वहां रह रहे किसी दोषी या आरोपी को वापस भारत ला सकता है। हालांकि इस राह में एक रोड़ा अटक सकता है। वो होगा बराड़ का कोर्ट चले जाना। अगर वह कोर्ट जाता है तो उसे भारत लाने में कुछ समय लग सकता है। कनाडा से भाग गया था कैलिफोर्निया खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मूसेवाला मर्डर के ठीक बाद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने कथित तौर पर हमले की जिम्मेदारी ले ली थी। बराड़ के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा था। शुरुआत से इनपुट थे कि वो कनाडा में है। इंटरपोल सक्रिय था। कनाडा में पुलिस कभी भी उस तक पहुंच सकती थी, इस कारण वह अमेरिका भाग गया। मगर अमेरिका में भी इंटरपोल के जरिए उसके बारे में काफी जानकारी पहले दे दी गई थी। सूत्र उसके कैलिफोर्निया पुलिस के हिरासत में होने की पुष्टि कर रहे हैं। गोल्डी का पूरा नाम सतविंदरजीत सिंह गोल्डी बराड़ का असली नाम सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ है। गोल्डी बराड़ 1988 में पैदा हुआ था। मतलब वह 34 साल का है। उसने बीए की पढ़ाई की। कम उम्र में सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ बड़ा आतंक का नाम हो गया है। वह विदेश में बैठकर भारत को दहलाने की साजिश रचता है। वह पंजाब से लेकर देश में कई हत्याएं करवा चुका है। पंजाब पुलिस में एएसआई थे पिता गोल्डी बराड़ के पिता शमशेर सिंह पंजाब पुलिस में एएसआई हुआ करते थे। उनके बेटे गोल्डी बराड़ के आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने के बाद सरकार ने उन्हें 2021 में जबरन रिटायरमेंट दे दिया था। गोल्डी का एक चचेरा भाई गुरलाल बारड़ था, जिसकी हत्या 11 अक्टूबर 2020 को चंडीगढ़ के इम्पोरियम मॉल के बाहर कर दी गई थी। हुलिया बदलने में माहिर गोल्डी बराड़ पंजाब पुलिस के डोजियर में गोल्डी बराड़ की 5 अलग-अलग तस्वीरें हैं। इस तस्वीरों के देखने से साफ पता चलता है कि छिपने के लिए गोल्डी अपना हुलिया बदलता रहता है। इतना ही नहीं वह इतना शॉर्प है कि वह अपने ठिकाने भी बदलता रहता था। पंजाब में कई केस दर्ज गोल्डी बराड़ पर हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। अकेले पंजाब पुलिस में गोल्डी पर 16 से ज्यादा अपराधिक केस हैं। हालांकि 4 ऐसे मामले हैं, जिनसे गोल्डी बराड़ बरी हो चुका है। कनाडा भागने से पहले गोल्डी पंजाब के फिरोजपुर और श्री मुक्तसर साहिब में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा। स्टूडेंट वीजा पर कनाडा गया था गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब निवासी गोल्डी बराड़ साल 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा गया था और वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है। बराड़ के खिलाफ नवंबर 2020 और फरवरी 2021 में हत्या, हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम के तहत दो मामले दर्ज किए गए थे। एक कॉल से करवा सकता है हत्या सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का आरोपी लॉरेंस विश्नोई गिरफ्तार हुआ था। सूत्रों की मानें तो भारत में गोल्डी बराड़ के काम की सारी कमान लॉरेंस ही संभालता था। उसके गिरफ्तार होने के बाद गैंग की कमान कनाडा में बैठकर सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ संभालने लगा रहा था। गोल्डी बराड़ के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और हिमाचल समेत कई राज्यों में कई शार्प शूटर्स बैठे हैं जो उसके इशारों पर काम करते हैं। http://dlvr.it/Sdk1jT
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chaitanyabharatnews · 4 years
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पालघर मॉब लिंचिंग: एक अफवाह ने ले ली दो साधुओं समेत तीन बेगुनाहों की जान, अखाड़ा परिषद ने दी आंदोलन की चेतावनी
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चैतन्य भारत न्यूज पालघर. एक तरफ जहां देश कोराना वायरस संकट से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ फैल रही अफवाह नए संकट पैदा कर रही है। महाराष्ट्र के पालघर में अफवाह के चलते तीन लोगों की हत्या कर दी गई। भीड़ ने दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से 101 लोगों को 30 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है और 9 नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। मुंबईसे सूरत जानेवाले ३ लोगों की पालघर में हुई हत्या के बाद मेरे आदेश से इस हत्याकांड में शामिल १०१ लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है। साथ ही उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं। इस घटना को विवादास्पद बनाकर समाज में दरार बनाने वालों पर भी पुलिस नज़र रखेगी।#LawAndOrder — ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 19, 2020 यह है मामला जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की शाम दो साधु कांदिवली से ड्राइवर के साथ सूरत के लिए निकले थे। भीड़ के हत्थे चढ़े साधु मुंबई के जोगेश्वरी पूर्व स्थित हनुमान मंदिर के थे। ये साधु मुंबई से सूरत अपने गुरू के अंतिम संस्कार में जा रहे थे। उसी समय पालघर के ​गड़चिनचले गांव में अपहरण और चोरी की अफवाह फैली थी। अफवाह उड़ा दी कि कुछ चोर भाग रहे हैं और वो लोगों की किडनी निकालकर बेचते हैं। इसी अफवाह की चपेट में गांव से गुजरने वाले ये तीनों लोग आए। इसके बाद भीड़ साधुओं के ऊपर टूट पड़ी। वहां मौजूद लोगों ने साधुओं और उनके ड्राइवर पर हमला कर दिया। हमले के बाद साधुओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि पूरी घटना के समय वहां पुलिसकर्मी भी मौजूद थे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। भीड़ द्वारा किए गए हमले में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। आईजी स्तर पर हो रही जांच इस मॉब लिंचिंग का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। साधुओं की हत्या को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि, 'ये हत्याएं धर्म विशेष को लेकर नहीं हुई हैं।' पुलिस ने हत्या, दंगा करने और सरकारी कर्मचारी पर हमला करने के केस दर्ज किए हैं। पूरे मामले की जांच आईजी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। राज्य ग्रहमंत्री का बयान महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि, 'हमला करने वाले और जिनकी इस हमले में जान गई- दोनों अलग धर्मीय नहीं हैं। बेवजह समाज में धार्मिक विवाद निर्माण करने वालों पर पुलिस और महाराष्ट्र साइबर सेल को कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। इस घटना को विवादास्पद बनाकर समाज में दरार बनाने वालों पर भी पुलिस नजर रखेगी।' केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट सोमवार को गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से मॉब लिंचिंग के मामले की रिपोर्ट मांगी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सोमवार को ही गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर बात की। इस बातचीत के बाद ऊद्धव ने कहा कि, 'उन्होंने अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बारे में जानकारी दी है। राज्य सरकार ने इस मामले में कार्रवाई की है। 110 लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया था, इसमें कुछ नाबालिग भी थे।' उद्धव ने आगे कहा कि, 'हमने दो पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है।' मुख्यमंत्री का बयान मुख्‍यमंत्री ने कहा कि, 'कोई भी ये न सोचे की पाबंदी हटा दी गयी है हमने सिर्फ अर्थव्यवस्था के पहिये को थोड़ा सा घुमाने की कोशिश की है। अगर इस तरह की घटना सामने आती रही तो हम सख्‍त कदम उठायेंगे, इसके लिए जरूरी है की ऐसी घटना दोबारा न हो।' अखाड़ा परिषद की चेतावनी- आंदोलन करेंगे इलाहाबाद में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि, महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक गांव में ब्रह्मलीन संत को समाधि देने जा रहे साधु-संतों पर पुलिस की मौजूदगी में एक धर्म विशेष के लोगों ने हमला कर हत्या कर दी। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी भी दी है कि, 'यदि सरकार ने हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो सभी अखाड़े बैठक कर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद करेंगे।' ये भी पढ़े... पैसा वसूलने आए किसानों को बताया बच्‍चा चोर, भीड़ लाठी-पत्थरों से मारती रही, 1 की मौत, 5 की हालत गंभीर म��ब लिंचिंग पर कमलनाथ सरकार बना रही कड़ा कानून, अब होगी पांच साल की जेल मॉब लिंचिंग पर पीएम मोदी को चिट्ठी लिखने वाली हस्तियों पर भड़कीं कंगना, 49 लोगों को दिया जवाब Read the full article
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केरल : राजनीतिक हिंसा पर विधानसभा बाधित has been published on PRAGATI TIMES
केरल : राजनीतिक हिंसा पर विधानसभा बाधित
तिरुवनंतपुरम,(आईएएनएस)| कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को राज्य में बढ़���ी राजनीतिक हिंसा को लेकर केरल विधानसभा की कार्यवाही बाधित की।
हाल में हुई राजनीतिक हिंसा में मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ ही भाजपा व आरएसएस शामिल रहे हैं। राज्य में जारी हिंसक झड़पों पर ध्यान दिलाने के लिए कांग्रेस सदस्यों के बैनरों के साथ सदन में पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्न काल के बाद सत्र के पहले दिन की कार्यवाही स्थगित कर दी। कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य के.मुरलीधरन ने माकपा व भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्य की शांति को नष्ट किए जाने को लेकर एक स्थगन प्रस्ताव लाए जाने की अनुमति देने की मांग की। मुरलीधरन ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच किसी तरह का समझौता हुआ दिख रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक हिंसा से भाजपा को अपनी प्रोफाइल बढ़ाने में मदद मिली है। उन्होंने कहा, “भाजपा की राज्य इकाई, जो एक घोटाले के मद्देनजर अपना चेहरा बचाने के प्रयास में जुटी थी, माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा उसके कार्यालय में तोड़फोड़ व आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या से उसे एक नई जीवनरेखा मिल गई।” उन्होंने कहा, “राज्यपाल ने अंतत: मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को तलब किया।” विजयन ने कहा कि केरल के हालात के बारे में अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा, “हमारे राज्य में अतीत में भी हिंसा हुई है, लेकिन इस बार बेबुनियादी खबरें फैलाई जा रही हैं और इसे एक मकसद के तहत किया जा रहा है।” उन्होंने कहा, “ध्यान देने वाली बात यह है कि पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की है। हमले में शामिल सभी आरोपियों को हिरासत में लिया गया है–इसमें भाजपा कार्यालय पर हमले व आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या में शामिल दोनों लोग हैं।” मुख्यमंत्री ने देश के बाकी हिस्सों में हुई कुछ घटनाओं का भी जिक्र किया, जहां उनके अनुसार सांप्रदायिक ताकतों ने मुसलमानों की हत्याएं की हैं। विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने इस पर कहा कि यह सुनने में अजीब लगता है कि विजयन मुस्लिमों की हत्या का जिक्र करते हैं, लेकिन अपनी पार्टी द्वारा केरल में की गई हत्या को नजरअंदाज करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, “क्या आप ने गुजरात में राहुल गांधी पर हुए हमले पर एक शब्द बोला? आप को चीजों को समग्रता से देखना चाहिए, लेकिन आप ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि आप ने सिर्फ एक माकपा नेता की तरह व्यवहार किया।”
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गोवाः विदेशी युवतियों की हत्याएं पहली बार नहीं, स्कारलेट हत्याकांड भी कुछ ऐसा ही यूथ इण्डिया न्यूज, संवाददाता। गोवा के बीच पर आइरिश महिला की सनसनीखेज हत्या के आरोपी को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने अपना गुनाह कबूल लिया है। मीडिया की खबरों के मुताबिक उसने बताया कि वह विदेशी महिला से संबंध बनाना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बात से नाराज शख्स ने महिला की हत्या कर दी।  गोवा के बीच पर ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी विदेशी महिला का बेरहमी के कत्ल कर दिया गया है। दरअसल, इस खूनी खेल ने एक बार फिर स्कारलेट किलिंग की हत्या को हरा कर दिया है। स्कारलेट की हत्या लंबे समय तक सुर्खियों में बनी रहीए जानें आखिर क्या हुआ था स्कारलेट के साथ.... दरअसल, स्कारलेट अपने पूरे परिवार के साथ साल 2007 में आई और कर्नाटक में रहने लगी। इस बीच साल 2008 के फरवरी का महीना था, जब स्कारलेट और उसका परिवार वेलेंटाइन की पार्टी की तैयारी कर रहे थे।वो परिवार के साथ गोवा के अंजुना बीच पर पार्टी करनी पहुंची, इस दौरान उसका ब्वॉयफ्रेंड भी मौजूद था। स्कारलेट और परिवार पार्टी की मस्ती मेें डूबा हुआ था, लेकिन स्कारलेट के साथ कुछ ऐसा होने जा रहा था, जिसका दर्द उसका परिवार आज तक नहीं भूल पाया। इस बीच मां फिओना ने स्कारलेट को 25 साल के गाइड के साथ घूमने की अनुमति दे दी और वह बाकी बच्चों के साथ एंजॉय करने लगी। लेकिन अगले दिन सुबह स्कारलेट की लाश अर्ध नग्न हालत में बीच पर मिली। मीडिया की खबरों के मुताबिक स्कारलेट को बड़ी बेरहमी से खत्म किया गया था। उसके शरीर पर 50 चोटों के निशान पाए गए थे। हालांकि, इस आरोप में बीच पर काम करने वाले सैमसन डिसूजा और प्लैसिडो पर कार्रवाई की गई। लेकिन हाल ही में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। दरअसल, स्कारलेट की जिस दिन मौत हुई उस दौरान वह 15 साल की थी। केस पहले गोवा पुलिस के हाथ में था, लेकिन बाद में केंद्रीय जांच (सीबीआई) को दे दिया गया।
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ckpcity · 4 years
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तमिलनाडु कस्टोडियल डेथ्स: मद्रास एचसी समन 3 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, समसामयिकी के मामले
तमिलनाडु कस्टोडियल डेथ्स: मद्रास एचसी समन 3 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, समसामयिकी के मामले
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पी जयराज, 60, और जे बेनिक्स, 31 की फाइल फोटो।
एक अन्य आदेश में, मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै खंडपीठ ने संतनकुलम पुलिस पर गाज गिराई और थूथुकुडी कलेक्टर को राजस्व अधिकारियों को मामले के संबंध में प्रासंगिक दस्तावेज एकत्र करने के लिए पुलिस स्टेशन पर नियंत्रण करने का निर्देश देने का निर्देश दिया।
सीएनएन-News18 चेन्नई
आखरी अपडेट: 29 जून, 2020, 11:24 PM IST
पी। जयराज-जे बेनिक्स हत्याकांड में…
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chaitanyabharatnews · 5 years
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महाराष्ट्र: बदमाशों ने घर में घुसकर बीजेपी नेता और उनके भाई को गोलियों से भूना, भाई, बेटों और पत्नी को भी चाकू से गोदा
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चैतन्य भारत न्यूज भुसावल. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के पहले बीजेपी के एक नेता की परिवार समेत हत्या कर दी। सूत्रों के मुताबिक, नेता और उनके परिवार के तीन सदस्यों और बेटे के दोस्त की तीन अज्ञात हमलावरों ने उनके ही घर के बाहर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, हमलावरों ने पहले गोलीबारी की और फिर चाकूओं से हमला किया। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); यह घटना महाराष्ट्र के जलगांव जिले के भुसावल शहर की है, जहां बीजेपी पार्षद रविंद्र खरात (55) समेत 5 लोगों की हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, यह घटना रविवार रात करीब 9 बजे की बताई जा रही है। जब खरात शहर स्थित समता नगर परिसर में अपने घर के बाहर बैठे थे, उस दौरान दो लोगों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में खरात बुरी तरह से घायल हो गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गोलीबारी की आवाज सुनते ही खरात के भाई सुनील बाबू राव खरात (56) तुरंत बाहर आए। तभी हमलावरों ने उन पर भी गोली चला दी। जब सुनील अपनी जान बचाने के लिए पड़ोस के घर में घुस गए, तो हमलावर वहां पर भी उनका पीछा करते हुए पहुंच गए। इसके बाद हमलावरों ने सुनील पर चाकू से बुरी तरह से हमला किया और उनका गला काट दिया। सुनील की भी वहीं पर मौत हो गई। Maharahstra:BJP leader Ravindra Kharat,3 members of his family&his son's friend, died after being attacked by unidentified miscreants in Bhusawal, Jalgaon. Police say,'Miscreants fired at deceased people&attacked them with knives outside their house,3 arrested, probe on.' (06.10) pic.twitter.com/ZjAmL6V5h6 — ANI (@ANI) October 6, 2019 फिर हमलावरों ने रविंद्र खरात के दोनों बेटों रोहित (25) और प्रेम सागर (26) को अपना निशाना बनाया। उन्होंने रोहित और प्रेम के साथ ही उनके एक दोस्त पर भी चाकू से हमला कर दिया और तीनों को बुरी तरह से घायल कर दिया। बदमाशों ने रविंद्र खरात की पत्नी पर भी चाकू से हमला किया, जिससे वह भी घायल हो गईं। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर तुरत ही फरार हो गए। इस घटना में रविंद्र और सुनील की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रोहित, प्रेम और उनके दोस्त ने अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में ही दम तोड़ दिया। वहीं घायल पत्नी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना से पूरे भुसावल शहर में डर का माहौल बना हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, घटना के आधे घंटे के बाद जलगांव के पुलिस विभाग ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि, घटना के समय हाथापाई भी हुई थी, जिसमें दो आरोपी जख्मी हुए थे। फिलहाल पुलिस इस घटना की जांच कर रही है। शहर के समता नगर में पुलिस बंदोबस्त बढ़ा दी गई है। कहा जा रहा है कि आपसी रंजिश में यह सभी हत्याएं की गईं हैं। हालांकि, वारदात के पीछे की असल वजह अभी पता नहीं चल सकी है। ये भी पढ़े... 14 साल में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत, पुलिस ने कब्र खोदकर निकालीं 5 लाशें, बहू गिरफ्तार 50 लाख के बीमा के लिए करवाया खुद का मर्डर, 80 हजार में दी अपनी ही मौत की सुपारी घर में मृत पाए गए ISRO के साइंटिस्ट, हत्या की आशंका Read the full article
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