Don't wanna be here? Send us removal request.
Text
🎺श्रीमद्भगवद्गीता में केवल "ॐ" और "ॐ तत् सत्" मंत्रों की बात की गई है। भगवद्गीता में कहीं भी 'राम', 'हरि ओम' 'हरे कृष्ण' आदि मनमाने नामों का उल्लेख नहीं है। ये अज्ञानी संतों और गुरुओं की स्वयं निर्मित रचनाएँ हैं। यहाँ "ॐ" एक सीधा मंत्र है लेकिन "तत्" और "सत्" सांकेतिक मंत्र हैं।


3 notes
·
View notes
Text

#ஆன்மீகத்தில் அடியெடுத்து வைக்க தயாரா? இந்த பொங்கலுக்கு#ஞான கங்கை நூலை இலவசமாகப் பெற்று#அமைதியை நோக்கிய உங்கள் பயணத்தைத் தொடங்குங்கள்.#இந்தப் பொங்கல் திருநாளில்#ஆன்மீக உண்மைகளைக் கண்டறியும் ஆயிரக்கணக்கானோருடன் இணையுங்கள். இன்றே ஞான கங்கை நூலை இலவசமாக
1 note
·
View note
Text
🎺श्रीमद्भगवद्गीता में केवल "ॐ" और "ॐ तत् सत्" मंत्रों की बात की गई है। भगवद्गीता में कहीं भी 'राम', 'हरि ओम' 'हरे कृष्ण' आदि मनमाने नामों का उल्लेख नहीं है। ये अज्ञानी संतों और गुरुओं की स्वयं निर्मित रचनाएँ हैं। यहाँ "ॐ" एक सीधा मंत्र है लेकिन "तत्" और "सत्" सांकेतिक मंत्र हैं।


3 notes
·
View notes