Tumgik
anonymous-feelings · 3 years
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तुम ठीक तो हो ?
कहीं भी सोशल मीडिया पर उसे ना पाकर मन बेचैन सा हो उठा है | हाल भी नहीं पूछ सकता की क्या बात है पर शांत भी नहीं बैठ सकता बिना जानकारी लिए अरे हम तो बस तुम्हे देख लिया करते थे, सोशल मीडिया प्रोफाइल से पता लग जाया करता था तुम ठीक तो हो, बस अपने को इसी से तसल्ली मिल जाया करती थी , लेकिन अब जब मन कभी कभी तुम्हारे बारे में अनायास सोच पड़ता है तो मन को तसल्ली देने के लिए कुछ सटीक नहीं होता |
बस बैठ के कयास लगाया करता हूँ, की क्या हुआ होगा ? कोई आ गया है जीवन में तुम्हारे और अब तुम उसी में रहने लगी हो या , कुछ दिक्कतें आ गयी हैं जीवन में तुम्हारे, या तुम निराश हो किसी बात से आज कल कोरोना जोरों पर है, दिल घबरा सा जाता है |
माना ये सब सोचने का हक़ नहीं मेरा, मेरा कोई रिश्ता नहीं दूर दूर तक पर मै अपने दिल को कैसे समझाऊं ये बात जो आज भी बस ये सोचता है कि तुम किसी से कमिटेड ना हो, मै कुछ बढ़िया कर जाऊं और फिर तुम्हारे पास फुल कॉन्फिडेंस से अपने प्यार का इजहार करूं |
दिल बार बार कोसता है मुझे की कैसा इंशान है रे तू जिसे चाहता है वो कैसी हालत में है ये भी नहीं पता कर सकता पर कैसे समझाऊं इस दिल को की यूं ही टांग नहीं अड़ाने चाहिए उसने मुझे वो अधिकार नहीं दिया है | दिल को नहीं समझ आती ये दुनियादारी की बातें , उसे तो बस इतना पता है कि मै तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ और मुझे तुम्हारे अच्छे बुरे हालात की जानकारी होनी चाहिए।
स्टाल्कर नहीं हूँ मै , और नहीं मै तुम्हे चेज करता हूँ इनके इरादे में खोट होती है, मै बस ये जानना चाहता हूँ तुम खुश तो हो, और ये जानने का मेरे पास कोई जरिया नहीं है शुभचिंतक कहते हैं इसे |
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