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astrologylalkitab · 7 years
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astrologylalkitab · 7 years
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astrologylalkitab · 7 years
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Rahu in second House Lal Kitab
Rahu in second House Lal Kitab
#lalkitabhindi #freelalkitab #lalkitabremedies #lal kitab #astrology #kundli #kundlihindi #janamkundli #freekundli #dailyhoroscope #lovehoroscope #horoscopetoday #freehoroscope राहू खाना नंबर 2 लाल किताब 
उम्र गुजरी मंदिर जो मुफ्त माल खाते, मिले दिल कहाँ फिर जो खैरात बाटें।
लेख पंगूड़ा 2-8 घूमे, मिटटी सोना दो मिलता हो। 
भूचाल माया जर चन्द्र रोके, राजा सुखी वो होता हो। 
उम्र लम्बी गुजरान हो उम्दा,…
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astrologylalkitab · 7 years
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Rahu in second House Lal Kitab
राहू खाना नंबर 2 लाल किताब 
उम्र गुजरी मंदिर जो मुफ्त माल खाते, मिले दिल कहाँ फिर जो खैरात बाटें।
लेख पंगूड़ा 2-8 घूमे, मिटटी सोना दो मिलता हो। 
भूचाल माया जर चन्द्र रोके, राजा सुखी वो होता हो। 
उम्र लम्बी गुजरान हो उम्दा, जगतवासी चाहे राजा हो।
बचत शुन्य या हो गुना 11, लिखा झलक दो रंगा हो। 
लेख धुँआ जब शनि हो मंदा, मदद* चन्द्र गुरु करता हो।
चांदी की ठोस गोली या गुरु की पीली चीजे 
शनि केतु बुध फ़ौरन उम्दा, मंगल शुक्र घर भरता हो। 
धर्म मंदिर का पापी दुनियां, कब्र बैठा खुद तरसता हो। 
जुल्म जमाना बेशक कितना, कैद राजा न होता हो।
गुरु हालत पर माया चलती, धुआं निशानी होता हो।
वर्षा मगर जर उस दिन होगी, शनि तख़्त गुरु उम्दा हो। 
                                                                                                       बृहस्पति के बुर्ज पर राहू के जाल का निशान।   →
भावार्थ   अब राहु की चाल खाना नंबर 2 में मध्यम दर्जे की न होगी। आखिरी दर्जा होगा (नेक या बुरी) होगी।   गृहस्थ दर्जा बेहद लम्बा मगर धन – दौलत की अच्छी या बुरी हालात् का फैसला  बृहस्पति पर होगा। जिसकी निशानी राहु स्वयं ही अपनी चीजे काम या सम्बन्धी राहु से सम्बंधित दृष्टि गोचर होगा। मगर धन की बरसात उस दिन होगी जब शनि नंबर एक में और गुरु भी उत्तम हो।  यदि शनिचर के अपने जाती उसूल पर या शनि नं 1 के हिसाब से उत्तम हो तो राहु का धुंआ उत्तम बरसाती बादल या आगे आने वाले अच्छे समय की निशानी होगी और शनि नं 1 या गुरु के उत्तम होते ही धन की वर्षा होगी।    
शनि जाति स्वभाव से मंदा हो तो राहू के जहर का मंदा कडवा धुआं होगा और उस धुआं से दम भी घुटता होगा।
खाना नंबर 2 वास्तव में राहू के लिये उसकी असल बैठक या गुरु का पक्का घर है 
जिसमे राहू राजा सामान है मगर वो इस घर में चलता गुरु की आज्ञा से ही है. 
पापी मंदिर में भी नहीं छुपते. जिस घर की कभी चोरी न हुई हो या वह घर जिससे   चोर 
कोसों दूर भागे रहे वेह भी राहू की चोरी और दिन दहाडे सीना जोरी से बरी न होगा.   राहु खाना नं 2 याने मंदिर में बैठा हो और उसे चुराने के लिय वहां कुछ भी न मिले तो राहु पुजारी की आँखों के सामने से और उनके पूजा करते करते ही मंदिर की मुतियाँ बाँध कर भाग जायगा। इस का अर्थ क्या हुआ? अर्थ यह है की राहु चोरो का स्वामी है। और चोरी की वाक्यात, माल या नकदी, आम होमय और वह भी जातक के सामने और वो भी दिन दहाडे। राहु का धर्म इतना ही होगा की रात को कोई नुक्सान न होगा। लेकिन दिन के समय राहु की शरारत और चोरी सरे आम होगी। अपनी जेब में संभाल कर रखी हुई धन दौलत गुम या चोरी होगी। टेवे वाले के चोर होने की शर्त नहीं है। उसके अपने पीछे चोर होगे। अब राहु की शरारत से बचने के लिए चांदी की ठोस सहायक होगी। ससुराल के मंदा हाल का बचाव होगा।  ऐसा व्यक्ति राजा या अधिकारी होगा। चाहे जंगल का ही क्यों न हो। चाहे धर्म मंदिर साधू भी क्यों न हो पर ऐसा टेवे वाला हाथिऒ को खाना देने की शक्ति रखता है।   भाग्य का लेख दो रंग होगा। भाग्य का लेख पघुडा होगा। मिटटी का सोना सोना हो और सोना मिटटी होगा। पर उत्तम जीवन होगा। नेक हालत में शुक्र का 25 साला उम्र आयु धन के आराम का होगा। कंगाल हो या घर छोड़ कर भागे। राज छोडे चाहे दरबार छूटे कुछ भी हो पर राजा की कैद में न होगा। मगर खैरात के जमा माल से चोरी का दाग न धो सकेगा। यानी जिस जगह लोग अपनी मुसीबत की हालत के लिये धन दौलत खैरात में दे रहे होंगे वहां उससे चोरी हो जाया करती है। गुरु शुक्र चन्द्र जमा शनि केतु एक के बाद दूसरा चाहे मंदा होता जावे, तो भी ऐसे टेवे वाले को राहु की सबसे ऊपर सहायता होगी।
मंदी हालत  राहु के समय 42-21-10 पर अगर जद्द्दी मकान के उ-प कोने पर पूर्व की तरफ मुहँ करके रोटी पकाने धुआं निकालने की जगह हो तो टेवे वाले के ससुराल और उसके अपने घर खानदान का धुंआ निकाल देगा। 21 से 42 साला समय मंदी हालत प्रभाव देता जायगा। भाग्य का हाल ऊपर से नीचे घूमते पूंघडे की तरह होगा। मंदे वाकया, गबन चोरी धन हानि बहुत होगी। कैदखाना, बेइतबारी होगी। चन्द्र और गुरु का उपाय करे। अपने पास रखे या शारीर पर। या उ-प कोने में।  
मुफतखोर पर भिक्षा कभी न देगा। अपना आखिर समय (कब्र) खराब कर लेगा। 25 साल तक उत्तम पर 26 साल से राहु 2 और केतु 8 का मंदा समय शुरू होगा। 
माता से नेक सम्बन्ध उत्तम।
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astrologylalkitab · 7 years
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राहु लाल किताब
#lalkitabhindi #freelalkitab #lalkitabremedies #lal kitab #astrology #kundli #kundlihindi #janamkundli #freekundli #dailyhoroscope #lovehoroscope #horoscopetoday #freehoroscope राहु लाल किताब  राहु मंदा तो दक्षिण मकान हद से जयादा मंदा होगा। धन की भारी हानि और यहाँ तक की हाथी चींटी से मर जाए।  गर चन्द्र या खाना नं ४ अच्छा तो राहु मंदा न होगा। चन्द्र का उपाय जरूरी होगा।   मंगल १२ या ३ या…
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astrologylalkitab · 7 years
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#lalkitabhindi #freelalkitab #lalkitabremedies #lal kitab #astrology #kundli #kundlihindi #janamkundli #freekundli http://astro.omaaa.com/%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%ac/
राहु लाल किताब
राहु लाल किताब 
राहु मंदा तो दक्षिण मकान हद से जयादा मंदा होगा। धन की भारी हानि और यहाँ तक की हाथी चींटी से मर जाए।  गर चन्द्र या खाना नं ४ अच्छा तो राहु मंदा न होगा। चन्द्र का उपाय जरूरी होगा।
  मंगल १२ या ३ या सूर्य + बुध नं ३ तो राहु मंदा न होगा। गोया सूर्य + बुध नं ३ क्यों? 🙂
  राहु नं ४ अकेला मंदा नहीं होता।
  दुनिया के फर्जी डर का सोच विचार, जागते दिमाग के कयासी ख्याल की नकली लहर , खराबी का 
४२ साल का समय राहु का होगा।       
  सब कुछ होते हुए भी कुछ न होना राहु शरीफ की वास्तविकता है। दिमागी लहर का स्वामी, सब शत्रुओ से बचाव और उसका नाश करने वाला है। 
    आम हालत १ २ घर 
हाथी तख़्त पर ग्रहण रवि का , दसवे शक्की खुद होता है।
लेख पगूडा गुरु मंदिर का, रोता गुरु घर १ १ हो।
आयु धन का राखा तीजे, गोली पक्का बंदूकची हो। 
पाप कसम वो करता चौथे, संतान बची न पांच की हो।
धुआँ बुध शुक्र सातवे उड़ता, कटती फाँसी घर ६ से हो।
मौत नकारा घर ८ वे बनता, जहरी चन्द्र जब सांप से हो। 
जले धर्म ९ राहु भट्टी, पर शफा पागल को देता हो। 
लाख उमींदे १२ फर्जी, हाथी खर्च न रुकता हो। 
  सफ़ेद रंग का मानिंद हाथी फूंक मार कर नीला हो चुके शरीर को ठीक कर सकता है. 🙂
  आसमान का गुम्बद और समुंद्र दोनों ही नीले है। जब दोनों और का नीलापन मदद पर हो तो संसार उसके सामने झुक जाता है। मंगल के साथ या दृष्टि होने पर तो गोया केतु का असर होगा। 
जब टेवे में मंगल नेक + शनि तो क्या कहना; माशाल्लाह! गर सूर्य + बुध खाना नं ३, राहु नं ४, या  उत्तम तो ऐसी किस्मत का मालिक की पूछो मत। मंगल १ २  हो तो भी राहु नेक होता है। 
मंगल बद जो लिखावे और शनि जो लिखे उसे स्वप्न में जान लेने की शक्ति राहु में है यानी वो पहले ही जान लेगा।       
गर राहु शनि के बाद के घरो में तो शनि का हुक्म चलता है पर शनि से पहले तो खुद हाकिम होगा और यहाँ तक की शनि को हुक्म देगा।
चन्द्र के साथ मानो बंधा हुआ हाथी। 
सूर्य के साथ तो ग्रहण तो है पर स्वयं हिलने वाला हाथी यानी मंदा फल अपना भी। गुरु के शेर – साधू  को दमा कोढ़ देगा,    मगर बुध के पक्षी और शनि के कौवे को न सिर्फ उड़ने की शक्ति देगा बल्कि उच्च कर देगा। एक और राहु शुक्र का जानी शत्रु और केतु को रास्ता दिखाने वाला सरदार तो दूसरी और साँप की मणि और    मँगल के महावत के साथ शेरो का शिकारी हाथी। 
राहु का मंदा असर ४ २ वर्ष बाद जा कर ख़त्म होगा और फ़ालतू धन, सांसारिक आराम, बरकत होगी।    
कड़कती बिजली, भूचाल, आग का लावा, पाप की एजेंसी में बड़ी का स्वामी, हर मंदे काम में मौत का बहाना घड़ने वाली शक्ति, ठगी, चोरी, अय्यारी का सरगना, आनन फानन में चोट मार के नीले रंग कर देने वाली छुपी लहर का नामी फ़रिश्ता कभी छुपा नहीं रहता।
सूर्य + शुक्र मुश्तरका अमूमन राहु नेक नहीं होता और जब शनि + सूर्य हो और मंदे भी हो गोया राहु नीच और मंगल बद। बेडा गर्क। 
केतु पहले और राहु बाद में अच्छा नहीं मानते है। राहु यहाँ मंदा और केतु सिफर होगा।
राहु शत्रु ग्रह को साथ लेकर केतु को देखे तो केतु का फल मंदा। पूरा मंदा सब और से। सब कारक। 
सूर्य देखे राहु या सूर्य साथी राहु तो साथ वाले घर का हाल भी मंदा होगा। 
मंदे राहु के समय क्या करे? 
जब चन्द्र खराब हो यानी मन अशांत हो तो चन्द्र का उपाय करे. चाँदी हमेशा डाल कर रखे
दाल मसूर भंगी को प्रातः दे। या पैसा खैरात। 
मरीज के वजन के बराबर जौ (अनाज कनक जौ) चलते पानी में बहा दे। 
जौ रात्रि सिरहाने रख कर प्रातः जानवरों – गरीब को बाँट दे। 
राजदरबार या व्यापार के झगडे, और शनि के समय, कच्चा कोयला वजन बराबर दरिया में बहा दे। 
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astrologylalkitab · 7 years
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Artificial Planets मसनुई ग्रह
Artificial Planets मसनुई ग्रह
#lalkitabhindi #freelalkitab #lalkitabremedies #lal kitab #astrology #kundli #kundlihindi #janamkundli #freekundli #dailyhoroscope #lovehoroscope #horoscopetoday #freehoroscope मसनुई ग्रह लाल किताब  मसनुई ग्रह लाल किताब में समझने इतने जरूरी हे जैसे गाडी चलाने से पहले लाइसेंस। सिर्फ मसनुई ग्रह कौन है यह जानने से मतलब नहीं , क्यों है ? ऐसा जानना जरूरी। 
लाल किताब की व्याकरण पर रिसर्च करना बहुत…
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astrologylalkitab · 7 years
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Artificial Planets मसनुई ग्रह
मसनुई ग्रह लाल किताब 
मसनुई ग्रह लाल किताब में समझने इतने जरूरी हे जैसे गाडी चलाने से पहले लाइसेंस। सिर्फ मसनुई ग्रह कौन है यह जानने से मतलब नहीं , क्यों है ? ऐसा जानना जरूरी। 
लाल किताब की व्याकरण पर रिसर्च करना बहुत अच्छी बात है पर अपने लाल किताब मित्रो को यह कहना चाहता हूँ की लाल किताब का हर पन्ना उतना ही जरूरी है।  मुझे बहुत सी शिकायते मिले की में यहाँ हिंदी में पोस्ट करता हूँ। सच कहूँ तो मेरे हिंदी इतनी अच्छी नहीं पर लाल किताब को  इंग्लिश में  ट्रांसलेट करने का अब मन नहीं करता। गोया, लाल किताब के रंग में खुद को रंगने का वैसा ही मजा है जैसा मित्रो के संग होली खेलने का।   
  बृहस्पति  मसनुई सूर्य + शुक्र असर औलाद की पैदाईश का मालिक। 
गोया सूर्य और शुक्र तो शत्रु है तो फिर गुरु के मसनुई कैसे बन गए? 
लाल किताब के हर वाक्य को सोचते सोचते किसी निष्कर्ष पे पहुँचाना इतना आसन नहीं था जितना  वैदिक ज्योतिष। मैंने वैदिक ज्योतिष पर सालो साल दिन रात २४ घंटे उठते बैठते रिसर्च किया। यहाँ तक की गाडी चलाते हुए भी ज्योतिष का ख्याल मन में गहरा था और मेरे गाडी ऐसे ही चलती थी जैसी शुक्र नं ६ वाले की जिन्दगी। शुरू शुरु में तो लाल किताब कुछ भी समझ नहीं आती पर कई कई बार पढ़ा, रात को अचानक उठ कर पढ़ा, नतीजा सिफर। ऐसी मुश्किल!! तोबा, वैदिक में कभी नहीं आई। अभी भी लगता है बहुत कुछ बाकी है लाल किताब में सिखने को और जिन्दगी बहुत छोटी।
  गोया बृहस्पति के मसनुई सूर्य तो ठीक पर यह सूर्य + शुक्र क्यों? सोचते सोचते दिमाग सुन्न हो गया। अल्लाह की मेहरबानी से धीरे धीरे समझ में आता गया पर यह सब ब्लॉग पे लिखना नामुमकिन है
सूर्य मसनुई ग्रह बुध + शुक्र  चन्द्र मसनुई ग्रह गुरु + सूर्य 
शुक्र – राहु + केतु   मंगल : सूर्य + बुध मंगल नेक,  सूर्य + शनि मंगल बद  बुध: राहु + गुरु  शनि : गुरु + शुक्र (केतु जैसा) मंगल + बुध (राहु जैसा)  राहु : मंगल + शनि (उच्च), सूर्य + शनि (नीच) केतु: शनि + शुक्र (उच्च), शनि + चन्द्र (नीच) 
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astrologylalkitab · 7 years
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astrologylalkitab · 8 years
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90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं
90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं
90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं। पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए। अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेगी।
2. – कुल 13 अधारणीय वेग हैं 3. – 160 रोग केवल मांसाहार से होते है।
4. – 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते हैं। भोजन के 1 घंटे बाद ही जल पीना चाहिये।
5. – 80 रोग चाय पीने से होते हैं।
6. – 48 रोग ऐलुमिनियम के बर्तन या कुकर के खाने से होते हैं।
7. – शराब, कोल्डड्रिंक और चाय के सेवन से हृदय रोग…
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astrologylalkitab · 8 years
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90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं
90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं
90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं। पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए। अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेगी। 2. – कुल 13 अधारणीय वेग हैं 3. – 160 रोग केवल मांसाहार से होते है। 4. – 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते है���। भोजन के 1 घंटे बाद ही जल पीना चाहिये। 5. – 80 रोग चाय पीने से होते हैं। 6. – 48 रोग ऐलुमिनियम के बर्तन या कुकर के खाने से होते हैं। 7. – शराब, कोल्डड्रिंक और चाय के सेवन से हृदय रोग…
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astrologylalkitab · 8 years
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90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं
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90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं
90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं। पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए। अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेगी।
2. – कुल 13 अधारणीय वेग हैं 3. – 160 रोग केवल मांसाहार से होते है।
4. – 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते हैं। भोजन के 1 घंटे बाद ही जल पीना चाहिये।
5. – 80 रोग चाय पीने से होते हैं।
6. – 48 रोग ऐलुमिनियम के बर्तन या कुकर के खाने से होते हैं।
7. – शराब, कोल्डड्रिंक और चाय के सेवन से हृदय रोग होता है।
8. – अण्डा खाने से हृदयरोग, पथरी और गुर्दे खराब होते हैं।
9. – ठंडेजल (फ्रिज) और आइसक्रीम से बड़ीआंत सिकुड़ जाती है।
10. – मैगी, गुटका, शराब, सूअर का माँस, पिज्जा, बर्गर, बीड़ी, सिगरेट, पेप्सी, कोक से बड़ी आंत सड़ती है।
11. – भोजन के पश्चात् स्नान करने से पाचनशक्ति मन्द हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है।
12. – बाल रंगने वाले द्रव्यों (हेयरकलर) से आँखों को हानि (अंधापन भी) होती है।
13. – दूध(चाय) के साथ नमक (नमकीन पदार्थ) खाने से चर्म रोग हो जाता है।
14. – शैम्पू, कंडीशनर और विभिन्न प्रकार के तेलों से बाल पकने, झड़ने और दोमुहें होने लगते हैं।
15. – गर्म जल से स्नान से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है। गर्म जल सिर पर डालने से आँखें कमजोर हो जाती हैं।
16. – टाई बांधने से आँखों और मस्तिश्क हो हानि पहुँचती है।
17. – खड़े होकर जल पीने से घुटनों (जोड़ों) में पीड़ा होती है।
18. – खड़े होकर मूत्रत्याग करने से रीढ़ की हड्डी को हानि होती है।
19. – भोजन पकाने के बाद उसमें नमक डालने से रक्तचाप (ब्लडप्रेशर) बढ़ता है।
20. – जोर लगाकर छींकने से कानों को क्षति पहुँचती है।
21. – मुँह से साँस लेने पर आयु कम होती है।
22. – पुस्तक पर अधिक झुकने से फेफड़े खराब हो जाते हैं और क्षय (टीबी) होने का डर रहता है।
23. – चैत्र माह में नीम के पत्ते खाने से रक्त शुद्ध हो जाता है मलेरिया नहीं होता है।
24. – तुलसी के सेवन से मलेरिया नहीं होता है।
25. – मूली प्रतिदिन खाने से व्यक्ति अनेक रोगों से मुक्त रहता है।
26. – अनार आंव, संग्रहणी, पुरानी खांसी व हृदय रोगों के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
27. – हृदयरोगी के लिए अर्जुन की छाल, लौकी का रस, तुलसी, पुदीना, मौसमी, सेंधा नमक, गुड़, चोकरयुक्त आटा, छिलकेयुक्त अनाज औशधियां हैं।
28 – भोजन के पश्चात् पान, गुड़ या सौंफ खाने से पाचन अच्छा होता है। अपच नहीं होता है।
29. – अपक्व भोजन (जो आग पर न पकाया गया हो) से शरीर स्वस्थ रहता है और आयु दीर्घ होती है।
30. – मुलहठी चूसने से कफ बाहर आता है और आवाज मधुर होती है।
31. – जल सदैव ताजा (चापाकल, कुएं आदि का) पीना चाहिये, बोतल बंद (फ्रिज) पानी बासी और अनेक रोगों के कारण होते हैं।
32. – नींबू गंदे पानी के रोग (यकृत, टाइफाइड, दस्त, पेट के रोग) तथा हैजा से बचाता है।
33 . – चोकर खाने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। इसलिए सदैव गेहूं मोटा ही पिसवाना चाहिए।
34. – फल, मीठा और घी या तेल से बने पदार्थ खाकर तुरन्त जल नहीं पीना चाहिए।
35. – भोजन पकने के 48 मिनट के अन्दर खा लेना चाहिए। उसके पश्चात् उसकी पोशकता कम होने लगती है। 12 घण्टे के बाद पशुओं के खाने लायक भी नहीं रहता है।
36. – मिट्टी के बर्तन में भोजन पकाने से पोशकता 100:ए कांसे के बर्तन में 97:ए पीतल के बर्तन में 93:ए अल्युमिनियम के बर्तन और प्रेशर कुकर में 7-13: ही बचते हैं।
37. – गेहूँ का आटा 15 दिनों पुराना और चना, ज्वार, बाजरा, मक्का का आटा 7 दिनों से अधिक पुराना नहीं प्रयोग करना चाहिए।
38. – 14 वर्श से कम उम्र के बच्चों को मैदा (बिस्कुट, बे्रड, समोसा आदि) कभी भी नहीं खिलाना चाहिए।
39. – खाने के लिए सेंधा नमक सर्वश्रेश्ठ होता है उसके बाद काला नमक का स्थान आता है। सफेद नमक जहर के समान होता है।
40. – जल जाने पर आलू का रस, हल्दी, शहद, घृतकुमारी में से कुछ भी लगाने पर जलन ठीक हो जाती है और फफोले नहीं पड़ते।
41. – सरसों, तिल, मूंगफली या नारियल का तेल ही खाना चाहिए। देशी घी ही खाना चाहिए है।
42. – पैर के अंगूठे के नाखूनों को सरसों तेल से भिगोने से आँखों की खुजली लाली और जलन ठीक हो जाती है।
43. – खाने का चूना 70 रोगों को ठीक करता है।
44. – चोट, सूजन, दर्द, घाव, फोड़ा होने पर उस पर 5 से 20 मिनट तक चुम्बक रखने से जल्दी ठीक होता है। हड्डी टूटने पर चुम्बक का प्रयोग करने से आधे से भी कम समय में ठीक होती है।
45. – मीठे में मिश्री, गुड़, शहद, देशी (कच्ची) चीनी का प्रयोग करना चाहिए सफेद चीनी जहर होता है।
46. – कुत्ता काटने पर हल्दी लगाना चाहिए।
47. – बर्तन मिट्टी या राख (उपली की) से ही धोना चाहिए। हाथों को भी साबुन के स्थान पर मिट्टी और राख से ही धोये तो अच्छा है।
48. – टूथपेस्ट और ब्रश के स्थान पर दातून और मंजन करना चाहिए दाँत मजबूत रहेंगे। (आँखों के रोग में दातून नहीं करना)
49. – यदि सम्भव हो तो सूर्यास्त के पश्चात् न तो पढ़े और लिखने का काम तो न ही करें तो अच्छा है।
50. – निरोग रहने के लिए अच्छी नींद और अच्छा(ताजा) भोजन अत्यन्त आवश्यक है।
51. – देर रात तक जागने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कमजोर हो जाती है। भोजन का पाचन भी ठीक से नहीं हो पाता है आँखों के रोग भी होते हैं।
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astrologylalkitab · 8 years
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जल से भरे ताँबे के पात्र का यह अदभुत प्रयोग
जल से भरे ताँबे के पात्र का यह अदभुत प्रयोग
आज के समय में हर व्यक्ति  किसी न किसी कारण से परेशान है।  कारण कोई भी हो आप एक तांबे के पात्र में जल भर कर उसमें थोडा सा लाल चंदन मिला दें।  उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय।  प्रातः उस जल को तुलसी के पौधे पर चढा दें.धीरे-धीरे परेशानी दूर होगी।
#अदभत, #जल, #जवन, #तब, #समदधवास्तु -अदभुत, जल, जीवन, ताँबे, समृद्धि
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astrologylalkitab · 8 years
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जल से भरे ताँबे के पात्र का यह अदभुत प्रयोग
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जल से भरे ताँबे के पात्र का यह अदभुत प्रयोग
आज के समय में हर व्यक्ति  किसी न किसी कारण से परेशान है।  कारण कोई भी हो आप एक तांबे के पात्र में जल भर कर उसमें थोडा सा लाल चंदन मिला दें।  उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय।  प्रातः उस जल को तुलसी के पौधे पर चढा दें.धीरे-धीरे परेशानी दूर होगी।
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astrologylalkitab · 8 years
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शनिवार के दिन एक नारियल दिला सकता है आपको क़र्ज़ से छुटकारा
शनिवार के दिन एक नारियल दिला सकता है आपको क़र्ज़ से छुटकारा
शनिवार के दिन सुबह नित्य कर्म एवं स्नान आदि करने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार काला धागा लें और इसे एक  नारियल पर लपेट लें। इसका पूजन करें और इस नारियल को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही  भगवान से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना भी करें। इस छोटे से उपाय से शीघ्र ही आप कर्ज  से छुटकारा पा लेंगे।
#क़रज़सछटकर, #नरयल, #शनवरलाल किताब के अचूक उपाय -क़र्ज़ से छुटकारा, नारियल, शनिवार
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astrologylalkitab · 8 years
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शनिवार के दिन एक नारियल दिला सकता है आपको क़र्ज़ से छुटकारा
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शनिवार के दिन एक नारियल दिला सकता है आपको क़र्ज़ से छुटकारा
शनिवार के दिन सुबह नित्य कर्म एवं स्नान आदि करने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार काला धागा लें और इसे एक  नारियल पर लपेट लें। इसका पूजन करें और इस नारियल को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही  भगवान से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना भी करें। इस छोटे से उपाय से शीघ्र ही आप कर्ज  से छुटकारा पा लेंगे।
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astrologylalkitab · 8 years
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