bhanuprakash123
bhanuprakash123
Untitled
313 posts
Don't wanna be here? Send us removal request.
bhanuprakash123 · 6 days ago
Text
संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेने के बाद सब तरह के नशे छूट जाते हैं।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 8 days ago
Text
संत रामपाल जी महाराज का प्रमुख उद्देश्य समाज को नशा मुक्त बनाना है, जिसके लिए वे अपने अनुयायियों को नशे से दूर रहने की शिक्षा देते हैं।
Tumblr media
0 notes
bhanuprakash123 · 10 days ago
Text
संत रामपाल जी के सान्निध्य में सतलोक आश्रमों में लगाई जाने वाली आध्यात्मिक प्रदर्शनी में प्रमाण सहित जानने को मिलता है आदि सनातनी भक्ति का रहस्य, जिससे होता है मोक्ष।
Tumblr media
0 notes
bhanuprakash123 · 12 days ago
Text
मानवता की सेवा में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों का रक्तदान में अनमोल योगदान देखने को मिला, जिसके तहत सतलोक आश्रम शामली (उत्तरप्रदेश) में संत रामपाल जी के सानिध्य में 100 यूनिट रक्तदान हुआ।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 17 days ago
Text
संत रामपाल जी महाराज के सान्निध्य में
परमेश्वर कबीर जी का 628 वां प्रकट दिवस
11th June 2025
ना मेरा जन्म, ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया । काशी नगर जल कमल पर डेरा तहाँ जुलाहे ने पाया ।
ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3 में कहा गया है कि परमात्मा का जन्म नहीं होता, वह परमेश्वर कबीर जी हैं। जिनका जन्म नहीं हुआ, सशरीर प्रकट हुए थे। इसलिए उनका प्रकट दिवस मनाया जाता है।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 19 days ago
Text
सपरिवार आमंत्रित कबीर साहेब प्रकट दिवस
के उपलक्ष्य में 9, 10 और 11 जून 2025 को 12 सतलोक आश्रमों में संत रामपाल जी के सान्निध्य में
आयोजित होने वाली आध्यात्मिक प्रदर्शनी व भंडारे में अवश्य पधारें।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 19 days ago
Text
एक तरफ तो आप भक्ति करते हो, और दूसरी तरफ आप बेजुबान निदीष जानवरों की हत्या कर उनका मांस खाते हो। सभी जीव परमात्मा की प्यारी आत्मा हैं, तो फिर मांस खाने से परमात्मा प्राप्ति कैसे होगी?
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 22 days ago
Text
गरीब, हम सुलतानी नानक तारे, दादू कूँ उपदेश दिया । जात जुलाहा भेद न पाया, काशी माहीं कबीर हुआ ।॥
आई विटनेस संत गरीबदास जी ने अपनी वाणी में बताया है कि अब्राहिम सुल्तान, नानक जी, दादू जी और मुझे सदुपदेश देकर मोक्ष प्रदान करने वाला स्वयं कबीर परमात्मा है जिन्होंने काशी में जुलाहे की भूमिका की थी।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 1 month ago
Text
क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष और उत्तम पुरुष (परम अक्षर ब्रह्म) में क्या अंतर है ?
जानने के लिए देखिए वीडियो
SA News Channel YouTube पर
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 2 months ago
Text
क्या देवकीनंदन जी की बताई विधि से पाप नष्ट हो सकते हैं ?
जानने के लिए देखें विशेष वीडियो Factful Debates YouTube Channel पर।
Tumblr media
2 notes · View notes
bhanuprakash123 · 2 months ago
Text
अनिरुद्धाचार्य कहते हैं कि निर्वस्त्र होकर नहाने से अपराध लगता है। अनिरुद्धाचार्य जी आप यह कहते हैं कि मैं कोई बात बिना प्रमाण के नहीं कहता तो दिखाएं जनता को कि कौनसे धर्म ग्रन्थ में यह बात लिखी है। नहीं तो कृपया शांत रहें। समाज को भ्रमित न करें।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 2 months ago
Text
अनिरुद्धाचार्य जी का कहना है कि कबीर दास जी राम के पुजारी हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी ने बताया कि परमात्मा स्वयं बताते हैं हम ही अलख अल्लाह हैं, कुतुब गोस और पीर। गरीबदास खालिक धनी हमरा नाम कबीर ।।
हाड़ चाम लहू न मेरे, जाने कोई सतनाम उपासी।
तारण तरण अभय पद दाता, मैं हूँ कबीर अविनाशी।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 2 months ago
Text
नही बोलना आवे तो, बंद राखे वाणी को ।
अनिरुद्धाचार्य जी का कहना है कि मन को सारा सुख दुख होता है, मन मोक्ष का अधिकारी है।
क्या है इनको शास्त्रों का कोई ज्ञान ?
शास्त्रों की वास्तविक जानकारी के लिए अवश्य देखें
FACTFUL DEBATES YOUTUBE CHANNEL
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 2 months ago
Text
अनिरुद्धाचार्य जी श्री कृष्ण जी को ही गीता का ज्ञानदाता मानते हैं। परंतु गीता अध्याय 11 श्लोक 32 में गीता ज्ञानदाता स्वयं को काल कहता है, जो सबको नष्ट करने के लिए आया है।
सत रामपाल जी महाराज इस श्लोक के आधार पर स्पष्ट करते हैं कि गीता का ज्ञानदाता ब्रह्म (काल) है, न कि श्री कृष्ण जी। इस प्रकार,
अनिरुद्धाचार्य जी का यह दावा गीता के श्लोक के विपरीत है।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 2 months ago
Text
एक बार अपने पिता राजा दक्ष के हवन कुंड में पार्वती जी कूद गई थी और मृत्यु को प्राप्त हो गयी थी। उनके जले हुए शेष शरीर को लेकर भगवान शंकर 10 हजार वर्स तक पार्वती पार्वती करते हुए पागलों की तरह घूमते रहे। भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से उनके कंकाल के टुकड़े कर दिए। जहां नैन गिरे नैना देवी मंदिर बना दिया। जहां धड़ गिरा वहां वैष्णो देवी। इस प्रकार यादगारें बनाई। लेकिन वहां देवी नहीं है।
देवी की शास्त्रविधि अनुसार पूजा जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही बताते हैं।
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 3 months ago
Text
क्या आप जानते हैं कि
अयोध्या से जाने के बाद हनुमान जी को मुनीन्द्र ऋषि रूप में पूर्ण परमात्मा मिले थे,
जिन्होंने हनुमान जी को अपना अमरलोक दिखाया था और सतभक्ति प्रदान की थी।
जानिए हनुमान जी को मिलने वाले मुनीन्द्र ऋषि कौन थे?
Tumblr media
1 note · View note
bhanuprakash123 · 3 months ago
Text
देखिये श्री राम के बारे में यह विशेष वीडियो
FACTFUL DEBATES YOUTUBE CHANNEL
Tumblr media
1 note · View note