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चोरी करके बुरे फंसे AAP नेता कुमार विश्वास, अमिताभ बच्चन ने भेजा लीगल नोटिस: पढ़ें क्यों
चोरी करके बुरे फंसे AAP नेता कुमार विश्वास, अमिताभ बच्चन ने भेजा लीगल नोटिस: पढ़ें क्यों
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3520
आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास बुरी तरह फंस गए हैं, उन्होंने अमिताभ बच्चन के पिताजी हरिवंश राय बच्चन की कविता ‘नीड़ का निर्माण फिर फिर, नेह का आह्वान फिर फिर’ की नक़ल कर ली और खुद के मुंह से गाते हुए VIDEO बना डाली और ABP न्यूज़ के साथ मिलकर प्रमोट भी कर दिया, कुमार विश्वास ने ऐसा करने से पहले अमिताभ बच्चन से पूछा तक नहीं, जैसे ही अमिताभ बच्चन को कुमार विश्वास की इस चोरी के बारे में पता चला, उन्होंने कहा कि आपने कॉपीराइट नियम का उल्लंघन किया है, हमारी लीगल टीम एक्शन लेगी.
इसके बाद कुमार विश्वास घबरा गए क्योंकि कॉपीराइट नियम तोड़ना बहुत बुरा काम है और इसके लिए बहुत बड़ा जुर्माना देना पड़ता है, कुमार विश्वास ने तुरंत ही अमिताभ बच्चन से माफी मांगते हुए कहा ‘सर पूरे कवि परिवार ने मेरी तारीफ की लेकिन आपने नोटिस भेज दिया, मैं आपके बापू की कविता डिलीट कर रहा हूँ साथ ही इस कविता से कमाए गए 32 रुपये भी लौटा रहा हूँ.
बात दरअसल ये थी कि जब भी किसी कविता को कॉपी करना हो तो पहले उसके लेखक से परमिशन लेनी चाहिए, अगर लेखक जिन्दा ना हो तो उसके परिवार से परमिशन लेनी चाहिए, कुमार विश्वास को अगर हरिवंश राय की कविता की कॉपी करना था तो पहले उन्हें अमिताभ बच्चन से परमिशन लेनी चाहिए थी, उसके बाद अमिताभ बच्चन उन्हें मना नहीं करते लेकिन कुमार विश्वास ने चोरी की जो अमिताभ बच्चन को पसंद नहीं आई, इसीलिए उन्होंने कुमार विश्वास को लीगल एक्शन की चेतावनी दी है.
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अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमला: श्रद्धालुओं की बस पर फायरिंग, 7 की मौत, 15 घायल
अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमला: श्रद्धालुओं की बस पर फायरिंग, 7 की मौत, 15 घायल
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3486
ये हमला तब हुआ जब यात्री बस के जरिये अमरनाथ गुफा से वापस आ रहे थे।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है। यहां पर एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस घटना 7 अमरनाथ यात्रियों के मारे जाने की खबर है और लगभग 15 यात्री घायल हो गये हैं। ताजा जानकारी ये मिल रही है कि इस घटना में मारे गये सभी यात्री गुजरात के हैं। घायलों में से 3 यात्रियों की हालत गंभीर है, इनका स्थानीय सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रा से वापस आ  रहे यात्रियों की बस पर फायरिंग की है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ये हमला तब हुआ जब यात्री बस के जरिये अमरनाथ गुफा से वापस आ रहे थे। फायरिंग की चपेट में लगभग 15 यात्री आए हैं, सुरक्षा में तैनात कुछ 3 पुलिसकर्मियों को भी गोलियां लगी है।
शुरुआती मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये आतंकी हमला 3  जगहों पर हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पहला हमला जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के बटेंगों में हुआ, बटेंगों में ही गुजरात की बस पर आतंकवादियों ने फायरिंग की। खबरों के मुताबिक ये बस काफिले से अलग चल रही थी और रास्ते में एक स्थान पर रुकी थी। मारे गये 7 अमरनाथा यात्रियों में 5 यात्री महिलाएं हैं। इलाके से मिल रही खबरों के मुताबिक, दूसरी गोलीबारी खानाबल चौक पर हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये हमला रात 8 बजकर 20 मिनट पर हुआ है। ताजा जानकारी के मुताबिक इस वक्त जम्मू-कश्मीर मार्ग को सील कर दिया गया है और आत��कियों की तलाशी के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। आस पास इलाके को सील कर दिया गया है।
#WATCH Visuals from Anantnag attack site: 2 Amarnath yatra pilgrims killed, many injured after terrorists attacked their bus in Batingu(J&K) pic.twitter.com/DZORy6DWvE
— ANI (@ANI_news) July 10, 2017
2 Amarnath yatra pilgrims killed, many injured after terrorists attacked their bus in Batingu area of J&K’s Anantnag. pic.twitter.com/0VUhq77r2u
— ANI (@ANI_news) July 10, 2017
#Visuals from attack site: 2 Amarnath yatra pilgrims killed, many injured after terrorists attacked their bus in Batingu of J&K’s Anantnag. pic.twitter.com/oAlXQseroo
— ANI (@ANI_news) July 10, 2017
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर इस घटना की कड़ी निंदा की है और आतंकियों को कश्मीरियत का दुश्मन बताया है।
Very sad news. The attack cannot be condemned strongly enough. My sympathies to the families & prayers for the injured.
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) July 10, 2017
Holy Lord, No. The worst fears coming true. https://t.co/rr5qHHvk0t
— Sushant Singh (@SushantSin) July 10, 2017
Every right thinking Kashmiri must today condemn the killing of the Amarnath yatris and say, unequivocally – this is #NotInMyName
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) July 10, 2017
These terrorists are the enemies of Kashmir & Kashmiriyat @sardesairajdeep no two ways about that. https://t.co/qwoHkadVIl
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) July 10, 2017
40 दिन चलने वाली यह वार्षिक तीर्थयात्रा 29 जून को शुरू हुई थी और सात अगस्त को समाप्त होगी। सुरक्षाबलों ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा, ड्रोन, बुलेटप्रूफ मोबाइल बंकर सहित अन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तीर्थयात्रा के शांतिपूर्ण संचालन के लिए राज्य सरकार की मदद हेतु अतिरिक्त 40,000 केंद्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती की है।
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राजद प्रमुख लालू यादव के बेटे और नीतीश कुमार के ड‍िप्‍टी तेजस्‍वी यादव ने ल‍िखी ऐसी पोस्‍ट क‍ि पीछे पड़ गए लोग
राजद प्रमुख लालू यादव के बेटे और नीतीश कुमार के ड‍िप्‍टी तेजस्‍वी यादव ने ल‍िखी ऐसी पोस्‍ट क‍ि पीछे पड़ गए लोग
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3477
तेजस्वी यादव ने लिखा है, ‘ जनता के अधीन, विकास में लीन, न सम्मान का मोह, न अपमान का भय, जनहित सर्वोपरि, ग़रीब हमारे मुकुटमणि।
अपनी कुर्सी पर मंडराते खतरे के बीच बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक फेसबुक पोस्ट लिखा है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर करप्शन का आरोप है और सीबीआई ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है। पोस्ट का मजमून देखकर लगता है कि तेजस्वी यादव यूं तो इस पोस्ट के जरिये लोगों की सहानूभुति पाना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें लोगों की आलोचना सुननी पड़ी हालांकि कुछ लोगों ने उनकी लिखी राय से सहमति भी जताई है। तेजस्वी यादव ने लिखा है, ‘ जनता के अधीन, विकास में लीन, न सम्मान का मोह, न अपमान का भय, जनहित सर्वोपरि, ग़रीब हमारे मुकुटमणि। डिप्टी सीएम के इस पोस्ट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। अनूप शर्मा नाम के यूजर ने लिखा है, ‘ 25 साल में लालू यादव की सम्पति 2000 करोड़ के पार चली गयी। हैरानी इस पर नही है, हैरानी तो इस बात पर है कि आज भी वो अपने आप को गरीब आदमी बुलाते हैं।’
अनूप शर्मा आगे लिखते हैं, ‘सुना है लालू की दोनों मिसाइलों तेज 1 और तेज 2 के फ्यूज कंडक्टर सीबीआई ने निकाल दिए हैं।’ प्रतीक सत्यार्थ नाम के यूजर ने लिखा, ‘ हमें चिंता लालू प्रसाद जी की नहीं हैं (वह आदमी हर मुसीबत से निपटना जानता है, क्योंकी वह अपनी राख से पुन: पैदा होता है)…हमें चिंता उनके बाद की है। अमरदीप कुमार ने तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए लिखा, ‘ पटना में मां मरिछिया देवी कॉम्पलेक्स, 36 फ्लैट्स और गरीब।’ संजीव कुमार यादव ने लिखा, ‘सिर्फ़ बातें ही अच्छी ! ना काम अच्छा न नीयत अच्छी।’ प्रेम कुमार गौतम का कहना है कि, ‘फिर भी बिहार को लूट रहे हो।’ कृष्णा शर्मा ने प्रतिक्रिया दी है और लिखा है कि, ‘यंहा बिहार का गरीब रिक्शा चला रहा है,लंच में 5 रूपए का बिस्किट खा पैसे बचा रहा है अपने परिवार के लिए,और ये लालू प्रसाद बीस साल पहले नमक सत्तू खाता था,आज फार्म हाउसे, बंगले, मॉल,पेट्रोल पम्प,ज़मीनों के ढेर पर बैठा है।’
  बता दें कि सीबीआई ने करप्शन के एक मामले पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव और तेजस्वी की मां राबड़ी देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। लालू यादव पर 2004 में रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के होटलों के टेंडर में गड़बड़ी का आरोप है। इस मामले में सीबीआई ने लालू यादव के ठिकानों पर छापा भी मारा है।
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मनोज तिवारी बोले, एक वर्ग पहले मिलजुल कर रहेगा लेकिन जैसे ही बहुसंख्यक होगा दूसरे वर्ग को...
मनोज तिवारी बोले, एक वर्ग पहले मिलजुल कर रहेगा लेकिन जैसे ही बहुसंख्यक होगा दूसरे वर्ग को...
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3517
नई दिल्ली: बंगाल और कश्मीर को देखकर हर किसी के दिमाग में यही ख्याल आता है कि दोनों राज्यों में इसलिए दंगे-फसाद शुरू हुए हैं क्योंकि एक वर्ग के लोग बहुसंख्यक हो रहे हैं, इसकी शुरुआत कश्मीर से हुई, वहां पर जब एक वर्ग बहुसंख्यक हो गया तो आजादी की मांग उठने लगी और हिंसा शुरू हो गयी, अगर वहां पर वह वर्ग बहुसंन्ख्यक ना हुआ होता तो ना ही आजादी की मांग उठती और ना ही हिंसा शुरू होती.
अब बंगाल भी कश्मीर के रास्ते पर चल पड़ा है, जिन जिन क्षेत्रों में एक वर्ग के लोगों की संख्या बढ़ रही है, वहां पर हिंसा, दंगे और मारकाट मच रही है, ना पुलिस का बस चलता है, ना कानून का राज है, सिर्फ उसी वर्ग के लोग राज करना चाहते हैं, अपराधियों को खुद सजा देना चाहते हैं, जब उनकी नहीं सूनी जाती तो दंगे शुरू कर देते हैं, हजारों दुकानें जला देते हैं, मारकाट शुरू कर देते हैं.
ब��गाल दंगे और देश के खतरनाक माहौल को देखकर दिल्ली के बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी भी टेंशन में आ गए हैं, उन्होंने आज दिल्ली में एक सेमिनार को संबोधित किया, उन्होंने कहा कि ऐसे गन्दी मानसिकता वाले लोगों की गन्दी मानसिकता द्वारा किये गए कार्यों को हमें गाँव गाँव, नगर नगर पहुंचाना पड़ेगा ताकि ये लोग हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई को बाँट ना सकें.
मनोज तिवारी ने कहा कि मुझे सोचते हुए डर लगता है, ऐसे दंगों से एक एक वर्ग के लोगों में ऐसी मानसिकता आएगी कि हम जहाँ रहें एक साथ रहें और जब हमारी संख्या अधिक हो जाए तो हम एक साथ दुश्मन समझ कर अटैक कर दें, अगर इन लोगों में ऐसी मानसिकता आएगी तो जहाँ जो ज्यादा रहेगा उसके अन्दर गुस्सा आएगा, उबाल आएगा, ये हम कहाँ जा रहे है, हम कहाँ से देश के नागरिकों की रक्षा की बात कर रहे हैं, हम तो जहर परोसते हैं और किसलिए सिर्फ वोट के लिए.
मनोज तिवारी ने कहा कि बंगाल में ये सब वोट के लिए हो रहा है, ये लोग सोचते है कि इनकी संख्या इतनी प्रतिशत है, ऐसा करने से इतना वोट आ जाएगा, इनकी सोच वोट से अधिक बढ़ेगी भी नहीं, वोट की सोचने वाले किसी का भला कर ही नहीं सकते. जिनसे मोब लिंचिंग कराई जाती है अगर उस मोब के लोग अकेले किसी नेता के पास पहुँच जाँय तो इनकी कोई मदद भी नहीं करेगा.
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कश्‍मीर: SHRC का निर्देश: सेना द्वारा मानव ढाल बनाए गए शख्‍स को सरकार दे 10 लाख रुपए ‘हर्जाना’, मंत्री बोले- सवाल ही नहीं उठता
कश्‍मीर: SHRC का निर्देश: सेना द्वारा मानव ढाल बनाए गए शख्‍स को सरकार दे 10 लाख रुपए ‘हर्जाना’, मंत्री बोले- सवाल ही नहीं उठता
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3488
फारुक अहमद डार को जीप के बोनट से बांधकर पत्थरबाजों को नियंत्रित करने की घटना नौ अप्रैल की है।
जम्‍मू-कश्‍मीर में श्रीनगर उप-चुनाव के दौरान एक कश्‍मीरी नागरिक को सेना द्वारा मानव ढाल बनाए जाने पर राज्‍य मानवाधिकार आयोग ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। आयोग ने राज्‍य सरकार को निर्देश दिए हैं कि जीप से बांधे गए फारुक अहमद डार को बतौर ‘हर्जाना’ 10 लाख रुपए की राशि दी जाए। हालांकि केंद्र सरकार ने स्‍पष्‍ट कहा है कि ‘पत्‍थर फेंकने वालों को हर्जाना देने का सवाल हीं नहीं उठता।’ केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि ”उनके (मानवाधिकार आयोग) रवैये से सहमत नहीं, पता नहीं किसने और कैसे यह आदेश दिया है।” गौरतलब है कि सेना व सरकार ने पहले भी उस मेजर का समर्थन और सम्‍मान किया था, जिसने कश्‍मीरी युवक को मानव ढाल बनाया।
फारुक अहमद डार को जीप के बोनट से बांधकर पत्थरबाजों को नियंत्रित करने की घटना 9 अप्रैल, 2017 की है। उस दिन श्रीनगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान कराए जा रहे थे। 53 राष्ट्रीय राइफल के मेजर लीतुल गोगोई बडगाम में अपने साथी सैनिकों, चुनावी ड्यूटी के लिए तैनात 12 अधिकारियों, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के नौ सैनिकों और दो पुलिसकर्मियों के पांच वाहनों वाले काफिले का नेतृत्व कर रहे थे। इस काफिले को पत्थरबाजों ने घेर लिया था। सुरक्षा कर्मियों पर पत्थर बरसाए जाने लगे। भीड़ से अपने काफिले को बचाने के लिए मेजर गोगोई ने प्रदर्शनकारियों में शामिल कश्मीरी युवक को जीप की बोनट से बांधकर मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तीखी टिप्पणी की थी। वीडियो वायरल होने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए सेना ने मेजर और सुरक्षा बलों के अन्य अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट आॅफ इंक्वॉयरी बिठाई थी। कोर्ट आॅफ इंक्वॉयरी ने जांच के बाद मेजर के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं करने की सिफारिश की थी। सेना के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने मेजर के इस फैसले की सराहना की। उन्होंने मेजर द्वारा मौके पर लिए गए फैसले को सही ठहराते हुए इसे पत्थरबाजी से निपटने का बेहतर तरीका बताया।
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विराट से सलाह के बाद होगा कोच का ऐलान, रवि शास्त्री रेस में पिछड़े
विराट से सलाह के बाद होगा कोच का ऐलान, रवि शास्त्री रेस में पिछड़े
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3460
नई दिल्ली: टीम इंडिया के नए मुख्य कोच पद के लिए इंटरव्यू खत्म हो गया. आज क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली ने इशारों में कहा कि कप्तान विराट कोहली से सलाह के बाद नए मुख्य कोच का नाम तय होगा. आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांगुली ने बताया कि अभी कोच के ऐलान में करीब एक सप्ताह का वक्त लग सकता है. आपको बता दें कि कोच पद के लिए पांच उम्मीदवारों ने इंटरव्यू दिया.
सौरव गांगुली ने यह भी कहा कि टीम इंडिया के नए कोच को चुनने में अभी कोई जल्दबाजी नहीं है. अभी इस पर फैसला लेने के लिए बातचीत करने का वक्त चाहिए. सौरव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि कोच का चुनाव किसी एक सीरीज के लिए नहीं बल्कि साल 2019 में होने वाले वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर किया जाएगा.
आपको बता दें कि टीम इंडिया के कोच पद की दौड़ में रवि शास्त्री, वीरेंदर सहवाग और टॉम मूडी का नाम सबसे आगे माना जा रहा था. लेकिन सौरव ने यह भी कहा  कि कप्तान विराट कोहली को भी यह समझना होगा कि कोच किस तरह से काम करते हैं.
गांगुली ने कहा, “हम किसी बात की जल्दी में नहीं है. हम कुछ लोगों से बात करके, जिसमें कप्तान कोहली का नाम भी शामिल है, फिर कोच पद का फैसला लेंगे. हम कुछ दिनों के बाद इस पर अंतिम फैसला लेंगे.”
बीसीसीआई के सूत्रों की माने तो रवि शास्त्री कोच पद की रेस से बाहर हो गए हैं. ऐसे में वीरेंदर सहवाग या टॉम मूडी में से कोई एक दिग्गज टीम इंडिया के नए कोच हो सकते हैं.
इससे पहले कोच के तौर रवि शास्त्री का नाम सबसे आगे चल रहा था और कप्तान विराट कोहली की भी पहली पसंद शास्त्री ही थे. माना जाता है कि कोहली को शास्त्री के काम करने का तरीका भी पसंद है.
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चीनी मीडिया की गीदड़भभकी: डोकलाम विवाद में अगर खेला ‘तिब्बत कार्ड’ तो जल उठेगा हिन्दुस्तान
चीनी मीडिया की गीदड़भभकी: डोकलाम विवाद में अगर खेला ‘तिब्बत कार्ड’ तो जल उठेगा हिन्दुस्तान
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3481
चीनी अखबार ने लिखा है, “यह पहला मौका है, जब उत्तरी भारत में रह रही तिब्बत की निर्वासित सरकार ने यहां झंडा फहराया है।”
भारत-चीन के बीच सिक्किम सीमा विवाद पर तनातनी के बीच चीनी मीडिया ने एक बार फिर धमकी दी है। चीन के सरकारी टैबलॉयड ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार (10 जुलाई) को अपने संपादकीय में तिब्बती झंडा फहराए जाने का उल्��ेख करते हुए लिखा है कि अगर भारत ने डोकलाम विवाद पर तिब्बत कार्ड खेला तो हिन्दुस्तान खुद जल जाएगा। भारतीय मीडिया का हवाला देते हुए, चीनी अखबार ने लिखा है कि “तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज, तिब्बत की निर्वासित सरकार द्वारा अपनाया गया आजादी के पूर्व का एक प्रतीक है, जिसे बंगोंग झील के किनारे फहराया गया था। इसे भारत में लोग पैंगोंग झील कहते हैं जो भारत-चीन सीमा के पास है। लद्दाख में इस झील को सामरिक तौर पर वास्तविक नियंत्रण रेखा के रूप में माना जाता है।
चीनी अखबार ने लिखा है, “यह पहला मौका है, जब उत्तरी भारत में रह रही तिब्बत की निर्वासित सरकार ने यहां झंडा फहराया है।” नई दिल्ली की तरफ निशाना साधते हुए चीनी अखबार ने लिखा है, “अगर नई दिल्ली तिब्बती बंधुओं द्वारा झंडा फहराकर राजनीतिक कोशिश कर रहा है तो इससे वह खुद जल उठेगा। दोनों सीमा मुद्दे चीन से जुड़े हैं और चीन ऐसे मामलों में चिंतित नहीं होगा।” बता दें कि कुछ दिनों पहले राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी के तिब्‍बत के आध्‍यात्मिक नेता दलाई लामा से मुलाकात को लेकर भी चीन ने कड़ा एतराज जताया था।
अखबार ने लिखा है कि भारत जब चीन की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, उस वक्त चीन विरोधी राजनीतिक गतिविधियों को वह मजबूती से नियंत्रित करता है मगर जब चीन के साथ रिश्तों में तल्खी है तब वह चीन विरोधी ताकतों को हवा दे रहा है। अखबार यह भी लिखता है कि शायद ऐसा कर भारत निर्वासित तिब्बती सरकार को ज्यादा तवज्जो दे रहा है।
चीन के इस सरकारी अखबार ने धमकी देते हुए लिखा है कि जारी सीमा विवाद के मद्देनजर जारी तनातनी को भारत सरकार  शीघ्रता और मजबूती के साथ कम करे। साथ ही चीन विरोधी किसी भी तरह की राजनीतिक गतिविधि के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल ना होने दे।
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नीतीश कुमार को बीजेपी का बड़ा ऑफर, तेजस्वी को बर्खास्त करें हम बाहर से समर्थन देंगे
नीतीश कुमार को बीजेपी का बड़ा ऑफर, तेजस्वी को बर्खास्त करें हम बाहर से समर्थन देंगे
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3472
बीजेपी ये चाहती है कि लालू के समर्थन की परवाह न करें नीतीश. नीतीश तेजस्वी को बर्खास्त करें इसके बाद अगर सरकार पर संकट आएगा तो बीजेपी बचा लेगी.
नई दिल्ली: बिहार की राजनीति में लालू यादव और नीतीश कुमार का रिश्ता कल किस करवट बैठेगा इसका कोई अनुमान लगा नहीं सकता है. इस अनिश्चितता पर बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय ने बड़ा बयान दिया है. नित्यानंद राय ने कहा है कि बीजेपी नीतीश को बाहर से समर्थन दे सकती है.
इसका मतलब ये है कि बीजेपी ये चाहती है कि लालू के समर्थन की परवाह न करें नीतीश. नीतीश तेजस्वी को बर्खास्त करें इसके बाद अगर सरकार पर संकट आएगा तो बीजेपी बचा लेगी.
नित्यानंद राय ने कहा, ”अगर किसी व्यक्ति ने अघोषित संपत्ति अर्जित की है तो ऐसे व्यक्ति को मंत्रिमंडल में नहीं रखना चाहिए. अगर समर्थन की जरूरत पड़ती है तो हम बाहर से समर्थन देने के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार में शामिल नहीं होंगे.”
लालू ने आज बुलाई थी विधायकों की बैठक लालू यादव ने आज आरजेडी के विधायकों के साथ पटना स्थित अपने आवास पर बैठक की है. बैठक के बाद आरजेडी ने दो टूक कहा है कि तेजस्वी बिहार के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे.
कल नीतीश कुमार ने बुलाई बड़ी बैठक कल नीतीश कुमार भी बड़े नेताओं और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे हैं. इस बैठक के एजेंडे के बारे में एबीपी न्यूज़ को जानकारी मिली है. इस बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ पार्टी को एकजुट दिखाने की कोशिश होगी.
बिहार में सरकार का समीकरण क्या है?
बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं. जबकि सरकार बनाने के लिए 122 सीटें चाहिए. बिहार में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस का महागठबंधन है. महागठबंधन के पास राज्य में जेडीयू की 71, आरजेडी की 80 और कांग्रेस की 27 विधायकों को मिलाकर 178 सीटें हैं. अगर नीतीश महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल होते हैं तो जेडीयू की 71, बीजेपी की 53, आरएलएसपी और एलजेपी की 2-2 और हम की एक सीट को मिलाकर आंकड़ा 129 हो जाएगा जो बहुमत से सात ज्यादा है.
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मोसुल में फंसे 39 भारतीयों को लाने वीके सिंह इराक जाएंगे
मोसुल में फंसे 39 भारतीयों को लाने वीके सिंह इराक जाएंगे
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3468
दरअसल इराक में भारत के 39 नागरिक लंबे वक्त से लापता हैं. खबर थी कि सभी भारतीयों को आतंकी संगठन आईएस के कब्जे वाले मोसुल में रखा गया था.
नई दिल्ली: विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह इराक के इरबिल के लिए रवाना होने वाले हैं. दरअसल इराक में भारत के 39 नागरिक लंबे वक्त से लापता हैं. खबर थी कि सभी भारतीयों को आतंकी संगठन आईएस के कब्जे वाले मोसुल में रखा गया था.
मोसुल को आईएस के चंगुल से छुड़ाने के बाद पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को टवीट करके मोसूल में लापता 39 भारतीयों की याद दिलाई. सुषमा स्वराज ने अमरिंदर को भरोसा दिलाया है कि उनका मंत्रालय 39 लापता भारतीयों का पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहा है. विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह का इरबिल दौरा इसी के तहत हो रहा है.
इराक में फंसे सभी 39 भारतीय पंजाब के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं. जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्रालय लगातार इन 39 भारतीयों को लेकर प्रयास कर रही थी. अब वीके सिंह इराकी सेना और वहां के अधिकारियों की मदद से 39 भारतीयों को खोजने की कोशिश करेंगे.
आईएस के चंगुल से छूटा मोसुल
इराक के मोसूल शहर को आईएस के चंगुल से छुड़ा लिया गया है. मोसूल इराक के प्रमुख शहरों में है और यहां 2014 से इस्लामिक स्टेट के आतंकियों का कब्जा था. आईएस के खिलाफ विश्व व्यापी जंग में मोसूल ही कैपिटल बना. अमेरिका की अगुवाई में दुनिया के कई देशों ने मिलकर मोसूल में इराक के खिलाफ जंग छेड़ी थी. पिछले 8-9 महीने में हुई लड़ाई अब जाकर निर्णायक साबित हुई है. मोसूल में आईएस का झंडा गिरा है और इराक का झंडा फिर से लहराया है.
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चीनी राजदूत से मुलाकात पर राहुल गांधी का पलटवार- ऐसे वक्‍त मैं नहीं बैठ सकता चुप, नरेंद्र मोदी बताएं उनके तीन मंत्री क्‍यों गए थे चीन?
चीनी राजदूत से मुलाकात पर राहुल गांधी का पलटवार- ऐसे वक्‍त मैं नहीं बैठ सकता चुप, नरेंद्र मोदी बताएं उनके तीन मंत्री क्‍यों गए थे चीन?
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3476
राहुल ने कहा है कि संवेदनशील मुद्दों पर जानकारी रखना मेरा काम है, मैने चीनी राजदूत, पूर्व एनएसए शिव शंकर मेनन, उत्तर पूर्वी राज्यों से कांग्रेस क�� नेता और भूटान के राजदूत से मुलाकात की है।
चीन के राजदूत लिओ झाओहुई से मुलाकात पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सफाई दी है। राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर केन्द्र सरकार पर करारा हमला बोला है। राहुल ने कहा है कि, ‘संवेदनशील मुद्दों पर जानकारी रखना मेरा काम है, मैने चीनी राजदूत, पूर्व एनएसए शिव शंकर मेनन, उत्तर पूर्वी राज्यों से कांग्रेस के नेता और भूटान के राजदूत से मुलाकात की है।’ इसके बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष ने केन्द्र सरकार पर हमला बोला है।
राहुल ने अगला ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ‘यदि केन्द्र सरकार एक राजदूत से मेरी मुलाकात को इतना बड़ा मुद्दा बना रही है तो उन्हें देश को ये बताना चाहिए कि जब सीमा विवाद का मुद्दा अपने चरम पर है तो केन्द्र के 3 मंत्री इस वक्त क्यों चीनी मेहमाननवाजी का लुत्फ उठा रहे हैं।’ इसके बाद राहुल गांधी ने एक अखबार की रिपोर्ट को लगाकर एक और ट्वीट किया है। इस ट्वीट में वो तस्वीर लगी है जिसमें पीएम नरेन्द्र मोदी चीनी के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ झूले पर बैठे हैं, ये तस्वीर तब की है जब चीन के राष्ट्रपति भारत दौरे पर आए थे और अहमदाबाद में मौजूद थे। इस दौरान पीएम के साथ वे एक झूले पर बैठे थे।
राहुल गांधी ने इस तस्वीर को लगा लिखा है कि, ‘मैं रिकॉर्ड के लिए बता दूं कि झूले पर बैठा ये मैं नहीं हूं, वो भी उस वक्त जब लगभग एक हजार चीनी सैनिक भारत की सीमा में घुसपैठ कर आए थे।’ दरअसल सितंबर 2014 में जब चीनी राष्ट्रपति भारत के दौरे पर थे उसी वक्त चीन के कुछ सैनिक लद्दाख के चुमुर सेक्टर में भारतीय सीमा में घुस आए थे।
It is my job to be informed on critical issues. I met the Chinese Ambassador, Ex-NSA, Congress leaders from NE & the Bhutanese Ambassador
— Office of RG (@OfficeOfRG) July 10, 2017
If Govt is so concerned abt me meeting an Amb,they shld explain why 3Ministers are availing Chinese hospitality while the border issue is on pic.twitter.com/4FCuu9SiAe
— Office of RG (@OfficeOfRG) July 10, 2017
And for the record I am not the guy sitting on the swing while a thousand Chinese troops had physically entered India pic.twitter.com/THG4sULJJC
— Office of RG (@OfficeOfRG) July 10, 2017
बता दें कि सोमवार को ही कांग्रेस नेता रणदीप सुरेजवाला ने इसी मुद्दे पर सफाई दी थी और कहा कि था राहुल गांधी ने चीन के राजदूत समेत भूटान के राजदूत और पूर्व एनएसए शिवशंकर मेनन से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि शिष्टाचारवश कई देश के नेता और राजदूत कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष से मुलाकात करते हैं, और इसे मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है। लेकिन लोगों के लिए आश्चर्य का विषय ये है कि इसी कांग्रेस ने 10 जुलाई यानी कि सोमवार की सुबह इस मीटिंग को फर्जी खबर करार दिया था। लेकिन दोपहर होते-होते कांग्रेस को अपना रूख बदलना पड़ा। ये मामला मीडिया के सामने तब आया जब नयी दिल्ली स्थित चीन के दूतावास ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान जारी कर कहा कि चीनी राजदूत ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मुलाकात की थी। हालांकि कुछ ही देर बाद चीनी दूतावास ने अपनी वेबसाइट से इस बयान को हटा लिया था।
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कनाडा ओपन : मनु, सुमीत की नजरें खिताब बरकरार रखने पर, प्रणय और कश्यप भी दौड़ में...
कनाडा ओपन : मनु, सुमीत की नजरें खिताब बरकरार रखने पर, प्रणय और कश्यप भी दौड़ में...
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3446
गत चैंपियन मनु अत्री और बी सुमीत रेड्डी मंगलवार से यहां शुरू हो रहे कनाडा ओपन ग्रां प्री में पुरुष युगल खिताब बरकरार रखने उतरेंगे.
केलगारी: गत चैंपियन मनु अत्री और बी सुमीत रेड्डी मंगलवार से यहां शुरू हो रहे कनाडा ओपन ग्रांप्री में पुरुष युगल खिताब बरकरार रखने उतरेंगे. राष्ट्रमंडल खेल चैंपियन पारूपल्ली कश्यप और जाइंट किलर एचएस प्रणय की नजरें सत्र के पहले खिताब पर होंगी. पिछले साल कनाडा ओपन में भारत के लिए बीसाई प्रणीत और रियो ओलिंपिक खेल चुके मनु और सुमीत ने दोहरे खिताब जीते थे.
प्रणीत ने अप्रैल में सिंगापुर ओपन सुपर सीरीज खिताब जीता, जबकि मनु और सुमीत अंतरराष्ट्रीय सत्र पर फॉर्म हासिल करने के लिए जूझते रहे. तीसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी अधिकांश टूर्नामेंटों में दूसरे दौर तक नहीं पहुंच सकी. मंगलवार को पहले दौर में उनका सामना जापान के कोहेइ गोंडो और तत्सुया वातानाबे से होगा तो वे अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहेंगे.
पुरुष एकल में 16वीं वरीयता प्राप्त कश्यप घुटने और कंधे की चोट से उबरकर वापसी कर रहे हैं. दूसरी वरीयता प्राप्त प्रणय शानदार फॉर्म में हैं, जिन्होंने ओलिंपिक रजत और स्वर्ण पदक विजेता ली चोंग वेइ और चेन लोंग को लगातार मैचों में हराकर इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर खिताब जीता.
पहले दौर में वह मैक्सिको के जॉब केस्टिलो से खेलेंगे. अन्य भारतीयों में हर्षील दानी 11वीं वरीयता प्राप्त फ्रांस के लुकास कोरवी से खेलेंगे.
महिला एकल में राष्ट्रीय चैंपियन ऋतुपर्णा दास और रूत्विका शिवानी गाडे युवा बिग्रेड की अगुवाई करेंगी. टीम में रेशमा कार्तिक, श्रीकृष्णाप्रिया शामिल हैं.
मिश्रित युगल में सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड चैंपियन एन सिक्की रेड्डी और प्रणाव जेरी चोपड़ा का सामना पेरू के डेनियल ला टोरे रीगल और डेनिका निशिमुरा से होगा.
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जम्मू कश्मीर: सेना ने घुसपैठ को किया नाकाम, मुठभेड़ में तीन आतंकी ढेर
जम्मू कश्मीर: सेना ने घुसपैठ को किया नाकाम, मुठभेड़ में तीन आतंकी ढेर
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3467
सेना के एक अधिकारी ने बताया, ”आंतकियों की पहचान करने के बाद सुरक्षा बलों ने उन्हें चुनौती दी. जिसके बाद दोनों ओर से हुई गोलीबारी में अभी तक तीन आतंकी मारे गये.”
श्रीनगर: सेना ने जम्मू कश्मीर में एलओसी पर चलाए जा रहे जबर्दस्त ऑपरेशन में नौगाम सेक्टर में आज एक घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया. इस ऑपरेशन में में तीन आतंकी आंतकी मारे गये.
सेना के एक अधिकारी ने बताया, “नियंत्रण सीमा रेखा से सटे नौगाम सेक्टर में कल रात संदेहास्पद गतिविधियां दिखाई दी, और सुबह तक आतंकियों का पता लगा लिया गया.” उन्होंने बताया कि आंतकियों की पहचान करने के बाद सुरक्षा बलों ने उन्हें चुनौती दी. जिसके बाद दोनों ओर से हुई गोलीबारी में अभी तक तीन आतंकी मारे गये.
उन्होंने बताया कि यह अभियान अभी जारी है. अधिकारी ने बताया कि सेना ने किसी आतंकी के छिपकर आने की आशंका के कारण वन क्षेत्र में यह तलाशी अभियान चलाया था.
पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन पाकिस्तानी सेना ने पुंछ सेक्टर में एलओसी के पास चौक���यों और गांवों पर मोर्टार दागे और छोटे हथियारों से गोलीबारी की. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ”पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी जवानों ने रात भर भारी गोलीबारी और गोलाबारी की है. यह कल देर रात एक बजे तक चलता रहा.”
पाकिस्तान ने जून में 23 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, एक बार बीएटी हमला किया और दो बार घुसपैठ की कोशिश की. इन घटनाओं में तीन जवानों सहित चार लोगों की मौत हो गयी और 12 घायल हो गये.
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दशहरा पर रावण के पुतले के दहन पर नहीं लगेगी रोक, सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज की
दशहरा पर रावण के पुतले के दहन पर नहीं लगेगी रोक, सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज की
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3442
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर ने कहा कि देश में सभी धर्मों को संरक्षण देता है संविधान
नई दिल्ली: दशहरे पर रावण के पुतला दहन पर रोक की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर ने कहा कि संविधान देश में सभी धर्मों को संरक्षण देता है.
सीजेआई खेहर ने कहा कि जो धर्म जैसा है वह वैसा ही रहेगा. जिसे जो धर्म पसंद है वह उसे अपना सकता है. सुप्रीम कोर्ट क्या अच्छा है, क्या बुरा है, इस पर नहीं जाता, बल्कि कानूनी और गैरकानूनी पर विचार करता है.
दरअसल आनंद प्रकाश शर्मा ने जनहित याचिका दाखिल कर कहा था कि दशहरे पर देशभर में रावण के पुतलों का दहन किया जाता है, जबकि किसी भी ग्रंथ या धार्मिक पुस्तकों में इसका जिक्र नहीं है. यहां तक कि आखिरी वक्त में भगवान राम ने भी रावण का सम्मान किया था. रामायण में भी यही कहा गया है कि रावण बड़ा विद्वान था. इसी के चलते सुप्रीम कोर्ट देशभर में रावण के पुतलों के दहन पर रोक लगाए.
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एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप : भारत ने दर्ज की ऐतिहासिक उपलब्धि, स्टार एथलीट रहे अनुपस्थित
एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप : भारत ने दर्ज की ऐतिहासिक उपलब्धि, स्टार एथलीट रहे अनुपस्थित
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3443
शीर्ष सितारों की अनुपस्थिति से भले ही थोड़ी चमक फीकी हुई हो, लेकिन यहां समाप्त हुई 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने रिकॉर्ड पदक हासिल कर तालिका में पहली बार शीर्ष स्थान हासिल कर यादगार प्रदर्शन किया.
भुवनेश्वर: शीर्ष सितारों की अनुपस्थिति से भले ही थोड़ी चमक फीकी हुई हो, लेकिन यहां समाप्त हुई 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने रिकॉर्ड पदक हासिल कर तालिका में पहली बार शीर्ष स्थान हासिल कर यादगार प्रदर्शन किया. चार दिवसीय चैंपियनशिप छह जुलाई को शुरू होकर कल खत्म हुई. कुछ शीर्ष महाद्वीपीय स्टारों की अनुपस्थिति से हालांकि थोड़ा असर पड़ा जो हर साल की समस्या है और एशियाई एथलेटिक्स महासंघ को अभी तक इसका कोई हल नहीं मिला है.
चीन, जापान, कतर और बहरीन के कई एथलीटों ने अगले महीने लंदन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप की तैयारी के लिए इसमें शिरकत नहीं की, जिससे चैंपियनशिप की चमक थोड़ी फीकी हो गई, जिसमें 43 देशों के 562 एथलीटों ने हिस्सा लिया.
हालांकि यह बिलकुल नया नहीं है कि यह प्रतियोगिता हर दूसरे साल, उसी वर्ष होती है जब विश्व चैंपियनशिप का आयोजन होता है.
एशियाई एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष दहलान अल हमद ने बीती रात समापन समारोह के दौरान अपने भाषण में कहा, भुवनेश्वर, तुमने प्रतियोगिता का स्तर बढ़ा दिया. उनका इशारा ओड़िशा सरकार और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के बेहतरीन आयोजन की ओर था.
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हां, राहुल गांधी ने सिक्किम गतिरोध के दौरान चीनी राजदूत से की थी मुलाकात : कांग्रेस ने की पुष्टि
हां, राहुल गांधी ने सिक्किम गतिरोध के दौरान चीनी राजदूत से की थी मुलाकात : कांग्रेस ने की पुष्टि
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3433
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, राहुल गांधी ने चीनी राजनयिक से मुलाकात की, और भूटानी राजदूत से भी – यह स्टैंडर्ड प्रोसीजर है… उन्होंने कहा, “जी-5 देश के राजदूत शिष्टाचार के नाते राहुल गांधी से भेंट किया करते हैं… हमें इन सामान्य शिष्टाचार भेंटों को ख़बर नहीं बना डालना चाहिए…”
नई दिल्ली: भारत तथा चीन के बीच सिक्किम में जारी गतिरोध के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चीन के भारत में राजदूत से मुलाकात की थी, कांग्रेस पार्टी ने इस बात की सोमवार को पुष्टि की, और पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि “बैठक को सनसनीखेज़ मुद्दा बनाने की ज़रूरत नहीं है…”
हालांकि कांग्रेस इस बात का कोई जवाब नहीं दे पाई कि सुबह 8:30 बजे तक चीनी दूतावास की वेबसाइट पर राहुल गांधी और चीनी राजदूत के बीच शनिवार, 8 जुलाई को हुई मुलाकात का ज़िक्र था, और जानकारी में इस बात पर ज़ोर दिया गया था कि दोनों ने मौजूदा भारत-चीन संबंधों पर चर्चा की (स्क्रीनशॉट समाचार के अंत में देखें). चीनी दूतावास ने अब वह पोस्ट डिलीट कर दिया है.
इस बैठक की ख़बरें सामने आ रही थीं, जिनकी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कड़ी आलोचना की थी, और जिस समय विवाद बढ़ रहा था, राहुल गांधी के कार्यालय ने कई घंटे तक न उसकी पुष्टि की थी, न खंडन किया.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्विटर पर ज़ोर देकर कहा कि भारत के चीन के साथ अब भी राजनयिक संबंध बरकरार हैं. पार्टी के सोशल मीडिया सेल की प्रमुख राम्या ने ट्विटर पर लिखा, “अगर कांग्रेस उपाध्यक्ष चीनी राजदूत से मिले भी हैं, तो मैं इसे मुद्दे के रूप में नहीं देखती…” इससे पहले सुरजेवाला ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि राहुल गांधी ने चीनी राजनयिक से मुलाकात की, और भूटानी राजदूत से भी – यह स्टैंडर्ड प्रोसीजर है… उन्होंने कहा, “जी-5 देश के राजदूत शिष्टाचार के नाते राहुल गांधी से भेंट किया करते हैं… हमें इन सामान्य शिष्टाचार भेंटों को ख़बर नहीं बना डालना चाहिए…”
पिछले सप्ताह राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चीन से जारी गतिरोध को लेकर सार्वजनिक रूप से कुछ भी नहीं कहने के लिए हमला बोला था.
सिक्किम की सीमा के निकट जिस इलाके को चीन अपना बताता है, वहां से भारत द्वारा सेना नहीं हटाने की सूरत में ‘गंभीर परिणाम’ भुगतने की चेतावनी को भारत ने नज़रअंदाज़ कर दिया है. चीन का दावा है कि भारतीय सैनिकों ने डोंगलांग इलाके में जून की शुरुआत में प्रवेश किया, और वहां सड़क बना रहे चीनी फौजियों को रोक दिया.
चीन का कहना है कि वह ज़मीन ब्रिटेन से वर्ष 1890 में हुए करार के तहत चीन की ही है.
लेकिन भारत तथा हिमालय की गोद में बसे भूटान का दावा है कि वह ज़मीन (डोकलाम) भूटान की है, जिसने उस करार पर दस्तखत नहीं किए थे, और जो राजनयिक तथा सैन्य समर्थन के लिए भारत पर निर्भर है.
पिछले सप्ताह, बेहद असामान्य रूप से रूखी टिप्पणी में चीनी राजदूत लुओ झाओहुई ने एक इंटरव्यू में कहा था कि “समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है,” और किसी भी वार्ता को शुरू करने के लिए भारत को अपने सैनिक वापस बुलाने ही होंगे. दिल्ली ने उस चेतावनी को भी नज़रअंदाज़ किया, और चीन के सरकारी मीडिया की उन चेतावनियों को भी, जिसमें भारत को 1962 जैसी ‘शर्मनाक’ हार की ओर बढ़ने से रुकने की सलाह ही गई. रक्षामंत्री अरुण जेटली ने पलटवार करते हुए कहा था कि 2017 का भारत 1962 से कतई अलग है.
इस दौरान पिछले सप्ताह जर्मनी में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच मुलाकात हुई, जबकि एक ही दिन पहले चीन ने कहा था कि द्विपक्षीय मुलाकात के लिए ‘माहौल सही नहीं है…’ हालांकि विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच ‘कई तरह के मुद्दों पर’ अनौपचारिक बातचीत हुई, और इस बात पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि सिक्किम विवाद पर वार्ता हुई या नहीं.
विवादित इलाका सुरक्षा के लिहाज़ से भारत के लिए अहम है, क्योंकि यह उस जगह स्थित है, जहां भारत, तिब्बत और भूटान मिलते हैं, और बनाई जा रही सड़क से चीन उस पट्टी तक पहुंच सकता है, जिसे ‘चिकन्स नेक’ कहा जाता है, और यही पट्टी सात पूर्वोत्तर राज्यों से शेष भारत को जोड़ती है.
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कांवड़ यात्रियों के लिये निर्देश जारी : छवि धूमिल करने वाला आचरण ना करने की हिदायत
कां��ड़ यात्रियों के लिये निर्देश जारी : छवि धूमिल करने वाला आचरण ना करने की हिदायत
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3436
गृह ��िभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि कांवड़ यात्रियों को जारी दिशानिर्देश में कहा गया है कि कांवड़ यात्रा एक धार्मिक यात्रा है इसलिए इस दौरान कोई ऐसा आचरण न करें.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गृह विभाग ने आगामी कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश जारी करते हुए ताकीद की है कि इस धार्मिक यात्रा के दौरान कांवड़िये साम्प्रदायिक सद्भाव बनाये रखें और छवि को धूमिल करने वाला कोई आचरण ना करें.
गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने सोमवार को यहां बताया कि कांवड़ यात्रियों को जारी दिशानिर्देश में कहा गया है कि कांवड़ यात्रा एक धार्मिक यात्रा है इसलिए इस दौरान कोई ऐसा आचरण न करें, जिससे उनकी छवि खराब हो. मिश्रित आबादी वाले इलाकों से गुजरते समय उत्तेजनात्मक या आपत्तिजनक नारों का प्रयोग ना करें और परम्परा से हटकर कोई मार्ग या जुलूस या कार्यक्रम ना करें.
उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान डी.जे. बजाने पर पूरी तरह पाबंदी होगी. हालांकि आदेश प्राप्त करने के बाद नियमों के अनुसार लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति होगी. रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक लाउड स्पीकर या पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रयोग नहीं किया जाएगा.
प्रवक्ता ने बताया कि सभी जिलों में धारा-144 के तहत निषेधाज्ञालागू करते हुए डी.जे. को प्रतिबन्धित किया जाएगा. कांवड़ यात्रा के सम्बन्ध में जो कांवड़ समितियां डी.जे. के इतर अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग करने की अनुमति के लिये आवेदन करना चाहती हैं, उनसे आवेदन निर्धारित प्रारूप पर प्राप्त करना होगा.
उन्होंने बताया कि इस आवेदन के सम्बन्ध में पुलिस आख्या प्राप्त कर अनुमति कांवड़ समिति के मुख्यालय के जनपद के द्वारा दी जाएगी, जो अनुमति की शर्तो के पालन की दशा में सम्पूर्ण मार्ग के लिए जिलाधिकारी द्वारा नियत अवधि के लिए मान्य होगी.
मालूम हो कि हाल के वर्षो में कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ संवेदनशील स्थानों पर कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती रही है. इस लिहाज से ये दिशानिर्देश महत्वपूर्ण हैं.
प्रवक्ता ने बताया कि कांवड़ियों को यात्रा के दौरान अपने ग्राम अथवा जत्थासमूह के लोगों के साथ ही रहने, अपने साथ अपना पहचान-पत्र (परिचय पत्र-आधार, निवार्चन कार्ड आदि) अवश्य रखने, अपने साथ एक कागज पर अपना फोन नम्बर तथा अपने साथियों का फोन नम्बर अपने बैग में रखने, कांवड़ यात्री को कोई विशेष बीमारी होने पर उसकी दवा अपने साथ रखने की सलाह दी गयी है.
उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रियों को परिचित या सुरक्षित स्थान पर रुकने, कांवड़ियों के लिए निर्धारित किये गये मार्ग का ही प्रयोग करने,पुलिस प्रशासन का सहयोग करने और उनका सहयोग प्राप्त करने, कांवड़ यात्रा के रास्तों पर चलने वाले राहगीरों के साथ सहयोग करने और आकस्मिक दशा में जा रही एम्बुलेंस के लिए मार्ग छोड़ते हुए उसको सुचारू रूप से जाने देने, किसी व्यक्ति विशेष, धर्म विशेष की भावना को चोट पहुंचाने वाले किसी भी प्रकार की पैरोडी या गीत ना बजाने के लिए कहा गया है.
प्रवक्ता ने बताया कि सभी जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि थाना स्तर पर कांवड़ समिति की गोष्ठियां अवश्य आयोजित हों, जिसमें सम्बन्धित उप जिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी भी मौजूद रहें.
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नोएडा एक्सप्रेस-वे पर घोड़ों की रेस का वीडियो वायरल, पुलिस ने जांच के आदेश दिए
नोएडा एक्सप्रेस-वे पर घोड़ों की रेस का वीडियो वायरल, पुलिस ने जांच के आदेश दिए
http://www.bharatmedia.in/hindi-news-story-3383
इस वीडियो के सामने आने के बाद एक्सप्रेस की चाकचौबंद व्यवस्था का दावा करने वाले प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े होने लगे हैं.
नोएडा: नोएडा एक्सप्रेसवे पर हादसे को दावत देनेवाली एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें तेज रफ्तार गाड़ियों के बीच दो घुड़सावर रेस लगाते दिख रहे हैं. इन लोगों को रेस लगाते देखकर कुछ बाइक सवार भी रेस में शामिल हो गए. वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. वीडियो में दिख रहा है कि एक्सप्रेसवे पर घोड़े दौड़ रहे हैं. कई लोग उनका उत्साह बढ़ाते दिख रहे हैं.  इस वीडियो के सामने आने के बाद एक्सप्रेस की चाकचौबंद व्यवस्था का दावा करने वाले प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े होने लगे हैं. हैरानी की बात यह है कि एक्सप्रेसवे पर गश्त के लिए तैनात एक भी पुलिस की गाड़ी ऐसी नहीं मिली, जो इन्हें रोकती. बताया जा रहा है कि पुलिस घोड़ों की रेस के जरिए सट्टा लगाने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए एचटीएमएस के सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- इन घोड़ों की रेस पर सट्टा लगाया गया था. सट्टा लगाने वाले अपने-अपने घोड़ों के पीछे कार और मोटरसाइकिल में दौड़ लगा रहे थे. इस दौरान पूरे एक्सप्रेस-वे पर अफरातफरी का माहौल रहा.
इससे पहले ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे से ही खबर आई थी. तेज रफ्तार के कहर से जुड़े वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे दूसरे से आगे निकलने की होड़ में इतना बड़ा हादसा हो गया. मरने वाला शख्स मारुति इको चला रहा था. दरअसल, सड़क पर चल रही स्विफ्ट डिजायर ने आगे निकलने की होड़ में अचानक कट मारकर अपना लेन बदल लिया और इससे साथ में चल रही लैंबॉर्गिनी का संतुलन बिगड़ गया और वह अपने साथ चल रही इको कार से टकराई. स्पीड की वजह से टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इको दो या तीन बार हवा में पलटी और दूर जाकर गिरी. इसी में सवार ड्राइवर की मौत हो गई.
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