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विकास के लिए हठयोग रत योगी आदित्यनाथ ….
योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन इस वर्ष गंगा दशहरा को पड़ रहा है जो पर्यावरण दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है। हम सभी जानते हैं कि पर्यावरण को लेकर के योगी आदित्यनाथ जी की प्रतिबद्धता अद्वितीय है, अभूतपूर्व है। एक मुख्यमंत्री के रूप में, एक जनप्रतिनिधि के रूप में, एक नागरिक के रूप में और एक संन्यासी के रूप में उन्होंने हमेशा अपना सरोकार पर्यावरण से जोड़े रखा है जिसमें नदियों की सेवा की बात हो या गौ…
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कैलेंडर बदलने का समय आ गया
यह कविता बार-बार पढ़नी चाहिए वैसे वर्ष में एक बार जरूर पढ़ने का मौका मिलता है,31 दिसंबर की रात अथवा 1 जनवरी।दुनिया में अनेक कैलेंडर प्रचलन में उसमें भारतीय कैलेंडर विक्रम संवत 2081 चल रहा है जो चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को बदलता है। यह भारतीय मौसम और ऋतु की दृष्टि से,आर्थिक दृष्टि से एक तार्किक आधार पर अपनाया जाता है परंतु यह अंग्रेजी नव वर्ष हम उष्णकटिबंधीय देश के लोगों को कतई अनुकूल प्रतीत नहीं…

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कैलेंडर बदलने का समय आ गया
Skip to content Politics Public and We जन की बात Menu कैलेंडर बदलने का समय आ गया bjpcbpandey Uncategorized December 31, 2024 1 Minute यह कविता बार-बार पढ़नी चाहिए वैसे वर्ष में एक बार जरूर पढ़ने का मौका मिलता है,31 दिसंबर की रात अथवा 1 जनवरी।दुनिया में अनेक कैलेंडर प्रचलन में उसमें भारतीय कैलेंडर विक्रम संवत 2081 चल रहा है जो चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को बदलता है। यह भारतीय मौसम और ऋतु की…

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कैलेंडर बदलने का समय आ गया
यह कविता बार-बार पढ़नी चाहिए वैसे वर्ष में एक बार जरूर पढ़ने का मौका मिलता है,31 दिसंबर की रात अथवा 1 जनवरी।दुनिया में अनेक कैलेंडर प्रचलन में उसमें भारतीय कैलेंडर विक्रम संवत 2081 चल रहा है जो चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को बदलता है। यह भारतीय मौसम और ऋतु की दृष्टि से,आर्थिक दृष्टि से एक तार्किक […] कैलेंडर बदलने का समय आ गया

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कांग्रेस को शुतुरमुर्गी मुद्रा से बाहर आना चाहिए....
कांग्रेस को शुतुरमुर्गी मुद्रा से बाहर आना पड़ेगा, सच का सामना करना पड़ेगा नहीं तो हालात जस की तस रहेगा अथवा और खराब हो ज��एगा। कांग्रेस को अपनी कमजोरियां तलाशने की जरूरत है परन्तु वह अपनी कमजोरियों और विफलताओं का ठिकरा निर्वाचन आयोग, भारत सरकार और भाजपा पर फोड़ने की बार-बार कोशिश करती है और अपनी ���मजोरियों पर पर्दा डालकर मैदान छोड़कर भाग निकले की फिराक में रहती है परन्तु सच यह है कि लोकतांत्रिक…
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गांधी के सपने का गांव, दीनदयाल जी के मन के गांव से निकले की राह...
दुनिया की चुनौतियों का समाधान भारत के गांव से निकलेगा… गांधीजी आज भी प्रासंगिक है… भारत की आजादी की लड़ाई के पर्याय मोहनदास करमचंद गांधी जन-गण के नायक थे, सत्य-अहिंसा के पुजारी थे और उन्होंने निश्चित रूप से अपनी सूझ-बूझ से बाहुबली और हिंसा के सहारे देश पर शासन कर रहे अंग्रेजों को पठकनी दिया। गांधी जी के जीवन दर्शन ने भारत और भारतीयों को बहुत प्रभावित किया है इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता है।आज…

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भारत बना दुनिया के लिए लोकतंत्र की पाठशाला
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए हमें गर्व है कि हम दुनिया के सबसे मजबूत और शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित हो रहे हैं। एक नया भारत खड़ा हो रहा है जिसमें आम आदमी की आवाज है; समाज के वंचित-पीड़ित- परेशान की आवाज देश की आवाज बन गई है। आज हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि दुनिया हमें गंभीरता से सुनती है और हम दुनिया के रोल मॉडल के रूप में उभर रहे हैं। जगतगुरु भारत…
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https://youtu.be/ctgmvLLmomI?si=nhlNDCsnep7gaByN
youtube
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भारतीय राजनीति के चेहरे पर लगी कांग्रेसी कालिख पर सफेदी लगाता नया भारत।
राजनीतिक दूषण का कारक बनी कांग्रेस। राजनीतिक हिंसा, तुष्टिकरण संप्रदायीकरण,जातिवाद और भ्रष्टाचार के सहारे वोट बैंक की राजनीति को मजबूत करने तथा अपनी राजनीति को धारदार बनाने के लिए लोकतंत्र का गला घोटने का कुत्सित प्रयास कांग्रेस के राजनीतिक इतिहास में काले अक्षरों से अंकित है। जिसे देश का नागरिक सुनकर, पढ़कर और देखकर शर्मसार होता रहता है। वोट बैंक की राजनीति को सुदृढ़ करने के लिए कांग्रेस…
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कुछ लोग देश को बचाने के लिए निकले हैं उनकी संख्या लगभग 28 बताई जा रही है उनको देखकर भारतवासी सोच रहा है उनसे देश को कैसे बचाया जाए?
कुछ लोग देश को बचाने के लिए निकले हैं उनकी संख्या लगभग 28 बताई जा रही है उनको देखकर भारतवासी सोच रहा है उनसे देश को कैसे बचाया जाए? विश्व की प्राचीनतम सभ्यता भारत के शरीर पर बहुत से घाव लगे हैं और आज भी कई घाव जिंदा है जहां से खून रिस रहा है। दुनिया को वेद और उपनिषद का पाठ पढ़ाने वाला भारत, अंतरिक्ष और ब्रह्मांड का रहस्य समझाने वाला भारत,दुनिया को विज्ञान के विविध क्षेत्रों में मानवता को पारंगत…
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मोदीमय भारत की विकास की रोशनी में विपक्ष की चौंधियाई आंखें; अंधी सुरंग में भटक रहे हैं इंडी-एलायंस के लोग।
देश में व्यापक राजनीतिक परिवर्तन जब भ��� हुआ है उसके पहले सामाजिक हवा में बदलाव देखने को मिला है, लोगों में असंतोष की भावना दिखाई पड़ने लगी है, लोगों का जीवन असहज रहा है और लोगों के सपने के साथ सत्ता में बैठी सरकार कदमताल करती हुई नहीं दिखाई पड़ रही थी अथवा जनाकांक्षाओं पर जब निर्वाचित सरकार विफल होती हुई दिखाई देने लगी है तब जनता सड़कों पर उतरी है अथवा उसके मन में उतरने का भाव जगा है और जो चुनाव…
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इंडिया (I.N.D.I.A) को भारत से प्यार करने वाले नेता की दरकार!
इंडिया (I.N.D.I.A)को भारत से प्यार करने वाले नेता की दरकार!क्या राहुल गांधी इस रिक्ति को भर पाएंगे? क्या 2024 में एक प्रभावी विपक्ष का नेता राहुल गांधी बन पाएंगे?राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने का नोटिफिकेशन लोकसभा सचिवालय ने जारी कर दिया है। इस पृष्ठभूमि में विगत साढ़े चार महीने बहुत चर्चा रही कि अगर लोकसभा में राहुल गांधी होते हैं तो यह कर देते हैं, वह कर देते, ऐसा कर देते, वैसा कर देते…
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5 अगस्त के महापर्व पर मोदी की पूजा क्यों न हो?
अगस्त माह में सामान्य तौर पर 15 अगस्त,आजादी दिवस के रूप में मनाया जाता है परंतु इस माह में एक और तिथि देश के इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठ पर आकर्षक अक्षरों में अंकित हो गई है जिसे 5 अगस्त के रूप में जाना जाएगा। सबसे पहले बात करते हैं राम जन्मभूमि अयोध्या की, जिसकी लड़ाई ��गभग 500 वर्षों से देश का हर हिंदू लड़ रहा था। विषय था राम जन्मभूमि पर 16 वीं शताब्दी में कुछ लुटेरों ने तोड़फोड़ किया और उसके…
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पिछड़ी जाति के गरीब घर में पैदा नरेंद्र दामोदर मोदी क्यों बने हैं विपक्षियों की आंख की किरकिरी?
इंडिया (INDIA ) पर शुरू से सवाल खड़ा हो रहा था,बात की जाती थी संविधान के पहले पन्ने की “इंडिया दैट इज भारत” जन मन में सवाल आता था सीधे-सीधे भारत क्यों नहीं? भारत की पहचान भरत से थी, राम से थी,कृष्ण से थी,बुद्ध से थी,महावीर से थी,गुरु नानक से थी,रविदास से थी,कबीर दास जी से थी,तुलसीदास जी से थी,बाल्मीकि से थी,एकनाथ से थी,सत्य हरिशचंद्र से थी,भर्तृहरि से थी,राजा हर्ष से थी, पृथ्वीराज चौहान से थी,…
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झूठे हथियारों के सामने है सत्य की तोप
झूठे हथियारों से सत्य की तोप से मुकाबला है।हथियार निपट झूठे ही नहीं हैं अपितु आउटडेटेड भी है। एक ही स्क्रिप्ट है जो नई पैकेजिंग के साथ आ जाती है। मोदी जी उनकी टारगेट पर है क्योंकि विपक्षी नेताओं के कच्चे चिट्ठे जनता के सामने आ चुके हैं, वे बेनकाब हो चुके हैं, उनकी काली करतूतें जन चर्चा की विषय बन चुकी है और उनका अतीत पब्लिक को डराता है इसलिए उन्हें अपना भविष्य अंधकार में दिखता है परिणाम है कि…
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खंभा नोचता विपक्ष
आज माननीया राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश के बजट सत्र के संयुक्त अधिवेशन में अपना अभिभाषण पढ़ा। अभिभाषण के दौरान विपक्षी विधायकों के द्वारा शोरगुल का कीर्तिमान बनाया जा रहा था। हमें यह नहीं समझ में आता कि यह कौन सी परिपाटी है? संसद में आपको समय मिलता है, आप किसी भी विषय को उठा सकते हैं,नियम के अनुसार आप अपनी बात रख सकते हैं,जनता की पीड़ा को अभिव्यक्त कर सकते हैं. यह दुनिया में उपलब्ध श्रेष्ठतम…
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मोदी के राज में रामराज जमीन पर उतरा
“नया भारत” को गांधी जी से भी मिलती है शक्ति! गांधी अपने सिद्धांत और दर्शन पर वर्षों तक बिना भटके चलते रहे। साम्राज्यवादी ताकतों से लड़ने के लिए उन्होंने भारतीय सभ्यता के मूल में वर्षों से स्थापित सिद्धांतों का सहारा लिया जिसमें उनका सत्य और अहिंसा का प्रयोग पूरी दुनिया को न केवल प्रभावित किया अपितु आतताई ताकतों से मोर्चा लेने के लिए निर्बल वह असंगठित लोगों का मजबूत हथियार मिल गया। गांधी की सरलता…
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