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दूध के फायदे – Benefits of Milk (Doodh ke fayde) in Hindi
दूध आपके स्वास्थ्य को अच्छा रखता है और आपको ऊर्जा (Energy) से भरपूर रखने में मदद करता है। नीचे हम आपको दूध पीने के फायदे बता रहे हैं:
1. मांसपेशियों और हड्डियों के लिए दूध के फायदे :- Benefits of milk for muscles and bones
दूध आपकी हड्डियों(Bones)और मांसपेशियों को मजबूत बनाने का काम करता है। यह आपको हड्डियों की समस्या से राहत दिलाता है। दूध में भरपूर मात्रा में कैल्शियम(Calcium)होता है, जो हड्डियों(Bones)के लिए जरूरी है। इसके अलावा, दूध(Milk)में प्रोटीन भी काफी मात्रा में होता है, जो आपकी मांसपेशियों(Muscles) के लिए फायदेमंद होता है।
2. दांतों के लिए दूध के फायदे :- Benefits of milk for teeth
दूध दांतों को भी मजबूत करने का काम करता है। दूध में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम(Calcium), फास्फोरस और आयोडीन(Iodine)पाया जाता है, जो दांतों के लिए फायदेमंद होता है। दूध में मौजूद ये सभी गुण दांतों(Teeth)के लिए जरूरी होते हैं। अगर आप दांत मजबूत(strong)रखना चाहते हैं, तो रोजाना दूध पिएं। दूध आपको दांतों की कई तरह की समस्याओं से बचाता है।
3. डायबिटीज में दूध पीने के फायदे :- Benefits of milk in diabetes
शोध में यह बात सामने आई है कि रोजाना दूध पीने से मधुमेह(diabetes)का खतरा कम हो जाता है। इसमें मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम(Magnesium)व पेप्टाइड्स शरीर में ग्लूकोज टोलरेंस और इंसुलिन सेंसटिविटी को संतुलित करते हैं।
दूध का उपयोग – How to Use Milk (Doodh) in Hindi
दूध पीने का सही समय क्या है? :- What is the right time to drink milk?
अगर आप मजबूत मांसपेशियां(muscles)चाहते हैं, तो सुबह के समय दूध पीना सबसे उचित समय है, क्योंकि ज्यादातर शारीरिक श्रम (Labour)दिन के समय किया जाता है। वहीं, अगर आप बेहतर नींद (Sleep) चाहते हैं, तो रात को सोने से पहले दूध पीना(drink)उचित रहता है।
दूध के नुकसान – Side Effects of Milk in Hindi
भले ही दूध काफी फायदेमंद (Beneficial)होता है, लेकिन कभी-कभी दूध के नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं। नीचे हम आपको दूध के इन्हीं नुकसानों के बारे में बता रहे हैं :
१. जैसा कि हमने बताया दूध में लैक्टोज होता है, जो कभी-कभी पाचन(Digestion)को खराब कर सकता है। इस कारण दूध पीने से किसी-किसी को दस्त(Diarrhea), ब्लोटिंग या गैसकी समस्या हो सकती है।
२. कुछ लोगों को दूध से एलर्जी भी हो जाती है। इसका कारण भी लैक्टोज(Lactose)होता है। ऐसे में यह इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकता है।
३. एक ओर जहां कुछ लोग मानते हैं कि दूध गैस से राहत दिलाता है, तो वहीं कुछ लोगों की राय इससे विपरीत है। उनके मुताबिक दूध में मिनरल(Mineral)और पैप्टाइड्स(Peptides)की मौजूदगी के कारण गैस्ट्रिक(Gastric) की समस्या बढ़ सकती है।
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एरोमा थेरेपी के फायदे
अरोमा थेरेपी क्या है? - What is Aromatherapy in Hindi?
अरोमा थेरेपी (Aromatherapy) एक ऐसी पद्धति है, जिसमें सुगंध की सहायता से चिकित्सा (treatment) की जाती है। इसमें विभिन्न प्रकार के सुगंधों का प्रयोग करने से मस्तिष्क(Brain) को लाभ पहुंचता है। इसके लिए विभिन्न प्रकार की सुगंधित वस्तुएँ इस्तेमाल की जाती है। इसमें डिस्टीलेशन पद्धति( Distillation method)
से फूलों का अर्क(Extract)निकाला जाता है। हर अर्क की अपनी अलग खुशबू और पहचान होती है। इन्ही अर्क से दिये जानेवाले उपचार को अरोमा थेरेपी (Treatment by Aromatherapy) कहते हैं।
अरोमा थेरेपी के फायदे (Benefits of aroma therapy):
तनाव से बचने के लिए यह बहुत ही कारगर उपचार है। इस उपचार के दौरान मस्तिष्क(Brain) को बहुत शांति मिलती है। सुगंधित फूलों(Fragrant flowers)के साथ तेल की मालिस से तनाव तुरंत गायब हो जाता है। इससे शरीर में ऊर्जा का संचार(Communications)होता है और शरीर सक्रिय हो जाता है। यह शरीर को ऊर्जावान बना देता है। हमारे मस्तिष्क में इन सुगंधों(Fragrances) को पहचानने वाले न्यूरोन्स(Neurones)होते हैं। ये न्यूरोन्स सुगंध के कारण मस्तिष्क को एनर्जेटिक(Energetic) बना देते है। यह चेहरे की चमक निखरता है तथा कील-मुहाँसे(Pimples) भी ठीक करता है। त्वचा पर होने वाली खुजली और घमौरियाँ(Itching and rash)से भी बचाता है।
जोड़ों के दर्द में अरोमा थेरेपी के फायदे :- (Benefits of aroma therapy in joint pain)
जोड़ों के दर्द को अक्सर हम बढ़ती उम्र से जोड़कर देखते हैं। लेकिन अब युवाओं और प्रौढ़ उम्र के लोगों को भी जोड़ों के दर्द की शिकायत रहने लगी है। वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति(Alternative medicine method)में जोड़ों के दर्द और अर्थराइटिस(Arthritis) से राहत पाने के लिए कई तरीके बताए गए हैं, उन्हीं में से एक अरोमा थेरेपी। इस पद्धति में एसेंशियल ऑयल्स(Essential oils)का इस्तेमाल किया जाता है।
रूखी व ऑयली त्वचा में अरोमा थेरेपी के फायदे :- (Benefits of aroma therapy in dry and oily skin)
रूखी ( ड्राय ) त्वचा के लिए जिरेनियम, रोज, चंदन, नरोली, पचौली कैमोमायिल तेल(Patchouli chamomile oil)की थैरेपी देते है। इससे त्वचा का रूखापन खत्म (Roughness over)होता है। रक्त संचार(Blood circulation)बढ़ता है। त्वचा स्वस्थ व चमकदार बनती है। इसके अलावा ऑयली त्वचा(Oily skin)के लिए लेमन, बरगामोट, लैवेंडर, मिंट, बेसिल के ऑयल(Basil Oil)से थैरेपी देते हैं। इससे त्वचा की तैलीय सतह साफ हो जाती है। स्किन की चमक(Skin glow)बढ़ती है। दाने भी कम होते हैं।
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ग्रीन-टी के फायदे – Benefits of Green Tea in Hindi
ग्रीन-टी के फायदे – Benefits of Green Tea in Hindi यहां हम सेहत, बालों व त्वचा(Hair and skin)से जुड़े ग्रीन-टी के ऐसे फायदे आपको बता रहे हैं, जिनके बारे में आपको शायद ही पता हो।
सेहत के लिए ग्रीन-टी के फायदे – Health Benefits of Green Tea in Hindi
जब भी ग्रीन-टी(Green Tea) का नाम लिया जाता है, तो सबसे पहले फिटनेस (Fitness)की बात आती है, लेकिन ग्रीन-टी (Green Tea) के इसके अलावा भी कई फायदे हैं। ग्रीन-टी में मौजूद पोषक तत्व(Nutrients) स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। सेहत से जुड़े ग्रीन-टी के फायदों की लिस्ट हम आपको नीचे बता रहे हैं।
1. मुंह के लिए ग्रीन-टी के फायदे :- Green tea for the mouth
अध्ययनों के अनुसार, जो लोग हरी चाय यानी ग्रीन-टी का सेवन करते हैं, उनके मुंह में किसी प्रकार का संक्रमण(Infection) नहीं होता। एक भारतीय अध्ययन में बताया गया है कि किस प्रकार ग्रीन-टी, पेरियोडोंटल(Periodontal) (एक प्रकार की मंसूड़ों की बीमारी) में वरदान है। ग्रीन-टी, बैक्टीरियल प्लाक(Bacterial plaque)(दांतों की मैल) को नियंत्रित कर दांतों को खराब होने से बचाती है। ग्रीन-टी में मौजूद पॉलीफेनोल्स(Polyphenols), ग्लोक्सीलट्रांसफरेस (एक तरह का बैक्टीरिया, जो चीनी खाने से मुंह में पैदा होता है) का अंत करके प्लाक से लड़ता है।
हरी चाय में फ्लोराइड(Fluoride) भी होता है, जो दांतों को खराब होने से बचाता है। यह चाय स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स (Streptococcus mutans) नामक बैक्टीरिया से भी लड़ती है, जो आमतौर पर दांतों में प���ए जाते हैं।
2. डायबिटीज़ के लिए ग्रीन-टी के फायदे :- Green tea for diabetes
ग्रीन-टी शरीर की कोशिकाओं(Cells)को संवेदनशील कर सकती है, ताकि वो चीनी(sugar) को अच्छे से हजम कर सकें और मधुमेह(diabetes)के प्रभाव को कम कर सकें। इस तरह से कह सकते हैं कि ग्रीन-टी से डायबिटीज़(Diabetes)का खतरा कम हो सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स (polyphenols) शरीर में ग्लूकोज (Glucose) के स्तर को संतुलित करते हैं।
एक अध्ययन के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति पूरे दिन में छह या उससे अधिक कप ग्रीन-टी(Green-Tea)का सेवन करे, तो टाइप-2 डायबिटीज़(Diabetes) का ख़तरा कुछ प्रतिशत तक कम हो सकता है। हालांकि, इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेना भी ज़रूरी है, क्योंकि एक दिन में 6 कप ग्रीन-टी(Green tea)पीना स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है।
ग्रीन-टी, एंजाइम गतिविधि को रोकता है, जिससे रक्त प्रवाह(blood flow)में अवशोषित चीनी की मात्रा कम हो जाती है। ग्रीन-टी खासकर के टाइप-2 डायबिटीज़ में ज़्यादा फायदेमंद है, क्योंकि इसमें एंटी-डायबिटिक(Anti-diabetic)गुण मौजूद हैं।
3. कोलेस्ट्रॉल के लिए ग्रीन-टी के फायदे :- Green-Tea for Cholesterol
हार्��र्ड मेडिकल स्कूल(Harvard Medical School)की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रीन-टी दिल की बीमारी से रक्षा कर सकता है। ग्रीन-टी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल(Cholesterol), जिससे ह्रदय रोग होने की आशंका बढ़ती है, उसके स्तर को कम कर सकती है। अधिकांश अध्ययन ग्रीन-टी कैप्सूल(Green-Tea Capsule)के उपयोग पर किए गए हैं, लेकिन चाय भी यह काम बखूबी कर सकती है।
4. पाचन के लिए ग्रीन-टी के फायदे :- Green-tea for digestion
ग्रीन-टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट(Anti-oxidant)पाचन क्रिया को सुधरता है। ग्रीन-टी में मौजूद कैटेकिन पाचन एंजाइम(Catechin digestive enzymes)की क्रिया को धीमा करता है। इसका मतलब है कि आंत सारे कैलोरी(Calorie)को अवशोषित नहीं करती, जिससे वज़न कम करने में मदद मिलती है। ग्रीन-टी में ईजीसीजी (EGCG) होता है, जो कोलाइटिस(Colitis)के लक्षणों में सुधार करता है। कोलाइटिस(Colitis)एक प्रकार की सूजन होती है, जिससे पाचन क्रिया प्रभावित होती है। ग्रीन-टी में विटामिन-बी(Vitamin B in Green Tea), सी और ई भी होता है, जो पाचन के लिए महत्वपूर्ण हैं। ग्रीन-टी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर (gastrointestinal cancers) दर को भी कम करता है।
5. ब्लड प्रेशर के लिए ग्रीन-टी के फायदे :- Green tea for blood pressure
ऑक्सीडेटिव(Oxidative)तनाव से खून में फैट बढ़ता है, जिससे धमनियों में सूजन आ जाती है और यह उच्च रक्तचाप का कारण बनता है। वहीं, ग्रीन-टी पीने से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करके रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकते हैं। यहां तक कि ग्रीन-टी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल(Cholesterol)को भी कम करता है, जिससे ह्रदय संबंधी परेशानियां कम हो सकती हैं। ग्रीन-टी के लगातार सेवन से ब्लड प्रेशर स्तर(Blood pressure level)में सुधार होता है । 3 से 4 कप ग्रीन-टी के सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित(Blood pressure controlled)हो सकता है। इसके अलावा, कम रक्तचाप के मरीज़ों में कोरोनरी(Coronary)हृदय रोग और दिल के दौरे का ख़तरा कुछ प्रतिशत तक कम हो सकता है।
रक्तचाप(blood pressure)आमतौर पर एंजियोटेनसिन-कंवर्टिंग एंजाइम (ACE – यह किडनी से निकलता है) के कारण होता है। ज़्यादातर ब्लड प्रेशर(blood pressure)की दवाइयां एसीई अवरोधक के रूप में काम करती हैं, लेकिन ग्रीन-टी प्राकृतिक एसीई अवरोधक है। यह एंजाइम(Enzyme) की क्रिया को रोकता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
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अंगूर के फायदे
अंगूर खाने के बेमिसाल फायदे :- The unique benefits of eating grapes
अंगूर एक बहुत ही स्वादिष्ट फल होता है, इसका खट्टा-मीठा स्वाद सभी लोगो को बहुत पसंद आता है, पर क्या आपको पता है की खाने में स्वस्दिष्ट(Self-contained)होने के साथ साथ ये हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है, अंगूर में भरपूर मात्रा में प्रोटीन(Protein), कार्बोहाइड्रेट(Carbohydrate), फैट, मैगनीशियम(Magnesium), सोडियम फाइबर विटामिन ए(Sodium fiber vitamin a), सी, ई के, कैल्शियम, कॉपर, जिंक आयरन(Zinc iron)मौजूद होते है, जो इसे हमारी सेहत के लिए फायदेमंद बनाने का काम करते है, इसके अलावा अंगूर में भस्म, अम्ल, शर्करा, गौंद, ग्लूकोज, हाइट्रिक, सोडियम, रैसेमिक, कषाय द्रव्य, पोटेशियम(Potassium), क्लोराइड मेग्रीनशियम(Chloride magnesium) आदि की भी भरपूर मात्रा पायी जाती है।
1. स्तन कैंसर के लिए अंगूर के फायदे :- Benefits of grapes for breast cancer
आजकल कैंसर(cancer) सर्दी-जुकाम जैसी सामान्य बीमारी बन चुकी है। स्तन का कैंसर उन्हीं में से एक है, महिलाओं की जीवनशैली(lifestyle) और कुछ अन्य कारणों से यह किसी को भी हो सकता है। इसलिए, जरूरी है कि आप पहले से ही इससे बचने के कुछ उपाय कर लें। आप अपनी डाइट में अंगूर(grapes) को जरूर शामिल करें। अंगूर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट(Antioxidant)गुण एंटीकैंसर(Anticancer) का प्रभाव डालते हैं, जिससे कैंसर(cancer) का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। सिर्फ अंगूर में ही नहीं, बल्कि अंगूर से बने किसी ���ी उत्पाद के सेवन से कैंसर खासकर स्तन और पेट(Breast and stomach)के कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
2. पाचन के लिए अंगूर के फायदे :- Benefits of grapes for digestion
अगर शरीर(body)को स्वस्थ रखना है, तो सही पाचन क्रिया होनी जरूरी है। इसलिए, अपनी जीवनशैली में हर सब्जियों के साथ-साथ फलों को भी शामिल करें। अगर फल की बात करें, तो अंगूर अच्छा विकल्प है। अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल(Polyphenol)के कारण पाचन क्रिया में काफी हद तक सुधार हो सकता है। इसलिए, अपनी रोज की डाइट(Diet) में अंगूर को शामिल किया जा सकता है।
3. माइग्रेन के लिए अंगूर के फायदे :- Benefits of grapes for migraine
आजकल हर दूसरे-तीसरे व्यक्ति को माइग्रेन(Migraine)की समस्या होती है। अब यह बीमारी(disease) आम हो चुकी है। लगातार सिरदर्द(Headache), कभी-कभी तो दो से तीन दिन तक सिरदर्द रहता है। ऐसे में इसका सबसे पहला उपाय है डाइट बदलना। अगर डाइट सही होगी, तो माइग्रेन(Migraine) की परेशानी काफी हद तक ठीक हो सकती है। अपनी डाइट में अंगूर को शामिल कर सकते हैं, इसके सेवन से माइग्रेन(Migraine) से राहत मिल सकती है।
4. आंखों के लिए अंगूर के फायदे :- Benefits of grapes for eyes
कहा जाता है आंखें किसी के व्यक्तित्व(the personality)का आईना होती हैं। शरीर के अन्य अंगों की तरह आंखों(eyes) का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। बढ़ती उम्र के साथ आंखों की रोशनी पर भी प्रभाव पड़ता है। इस स्थिति में पौष्टिक तत्वों(Nutritious elements)का सेवन बहुत जरूरी होता है। आप आंखों के लिए अंगूर का सेवन कर सकते हैं। अंगूर में ल्यूटिन और जियाजैंथिन (lutein and zeaxanthin) मौजूद होता है, जो आंखों को स्वस्थ रख सकता है। इसलिए, नियमित तौर पर अंगूर या अंगूर के सप्लीमेंट का सेवन जरूर करें।
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लीची खाने के फायदे व नुकसान
लीची के फायदे (litchi benefits in hindi) :
लीची का वैज्ञानिक नाम लीची चिनेन्सिस(Lychee chinensis) है और सोपबैरी परिवार की सदस्य है। इसके पेड़ की ऊँचाई 15 से 20 मीटर तक होती है और इसकी पत्तियां लगभग 15 से 25 सेंटीमीटर लंबी होती हैं। लीची हमेशा तरोताजा(Freshen up)रहने वाले पेड़ों पर लगती है। घनी हरी पत्तियों के बीच गहरे लाल रंग के बड़े-बड़े गुच्छों में लटके लीची के फल दिखाई देते हैं।
पहल�� शताब्दी में दक्षिण चीन से प्रारंभ होने वाली लीची की खेती(Litchi farming)आज के समय में थाइलैंड, बांग्लादेश, उत्तर भारत, दक्षिण अफ्रीका, हवाई और फ्लोरिडा तक फैल चुकी है। इन प्रदेशों की जलवायु लीची के लिए उपयुक्त पाई जाती है। अन्य फलों की तरह लीची भी पौष्टिक तत्वों(Nutritious elements) का भंडार है। लीची का सेवन शरीर में पानी के अनुपात को संतुलित(Balanced)रखता है जिससे शरीर और पेट को ठंडक मिलती है। पाचन क्रिया सही रखने के साथ ही मष्तिष्क(Brain) के विकास में भी इसकी बड़ी भूमिका है।
1. डाइजेशन में लीची के फायदे (Benefits of litchi in digestion) :-
लीची डाइजेशन में बहुत अधिक फायदेमंद होती है। लीची में मौजूद विटामिन लाल रक्त कोशिकाओं(Cells) के निर्माण में और पाचन क्रिया के लिए बहुत जरुरी है। इससे बीटा कैरोटीन(beta carotene) को जिगर और दूसरे अंगों को संग्रहित करने में मदद मिलती है। फोलेट हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल(Cholesterol) के स्तर को नियंत्रित रखता है इससे हमारा तंत्रिका तन्त्र(Nervous system) स्वस्थ रहता है।
2. इम्यूनिटी में लीची के फायदे (Benefits of litchi in immunity)
लीची हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है। लीची एक अच्छा एंटीओक्सिडेंट(Antioxidant) भी है। इसमें उपस्थित विटामिन सी हमारे शरीर में सकत कोशिकाओं(Cells) के निर्माण और लोहे के अवशेषों में भी सहायता करता है जो एक प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए जरुरी है। रक्त कोशिकाओं(Cells) के निर्माण और पाचन क्रिया में सहायक लीची में बीटा कैरोटीन(beta carotene), राइबोफ्लेविन(Riboflavin), नियासिन और फोलेट काफी मात्रा में पाया जाता है।
3. सर्दी जुकाम में लीची खाने के फायदे (Benefits of eating litchi in cold) :-
लीची में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिसकी वजह से खांसी-जुकाम, बुखार और गले के संक्रमण को फैलने से रोकती है। यह संक्रामक एजेंटों(Infectious agents)के विरुद्ध प्रतिरोधक के रूप में काम करती है और हानिकारक मुक्त कणों को हटाती है। गंभीर सुखी खांसी के लिए तो लीची(litchi) रामबाण का काम करती है। ऑलिगनॉल(Olignol) नामक रसायन की मौजूदगी के कारण लीची एन्फ्लूएंजा(Influenza)के वायरस से आपका बचाव करती है।
लीची के नुकसान (Side Effects Of Litchi In Hindi) :
1. सिमित मात्रा में सेवन : एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक कटोरी या 10 से 11 डेन लीची का सेवन हितकर है। ज्यादा खाने से नकसीर(Hemorrhage) या सर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कई बार तो लीची की अधिकता से एलर्जी(Allergies) भी हो सकती है। शरीर में खुजली होना, जीभ तथा होंठ में सूजन आना और साँस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं सामने आती हैं।
2. लीची का गर्म होना : लीची को गर्म भोजन माना जाता है जिसका अर्थ है कि लीची कभी-कभी शरीर के पोषक तत्वों(Nutrients) के स्तर को असंतुलित कर सकती है।
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जैतून के तेल के फायदे – Benefits of Olive Oil in Hindi

जैतून के तेल के फायदे – Benefits of Olive Oil in Hindi
जैतून (Olive) का तेल गुणों का भंडार है। स्वास्थ्य, त्वचा और बालों के लिए इसके कई फायदे हैं। चाहे वजन कम करना हो, शुगर (Sugar) कम करनी हो, डैंड्रफ हटाना हो, बालों को बढ़ाना हो या पिंपल हटाने हों, हर काम में जैतून का तेल इस्तेमाल होता है। नीचे हम जैतून (Olive) के तेल के फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
1. वजन कम करने के लिए जैतून तेल के फायदे :- Benefits of olive oil to lose weight
आजकल की जीवनशैली(lifestyle) में कोई भी खान-पान पर ध्यान नहीं देता। वक्त की कमी के कारण लोग बाहर का तला-भूना खा लेते हैं और कभी-कभी काम में इतने व्यस्त होते हैं कि खाना खाते तक नहीं हैं। परिणामस्वरूप वजन (Weight) बढ़ने लगता है। हालांकि, कुछ लोग डाइटिंग(Dieting) करने की कोशिश करते हैं, लेकिन ऐसा ज्यादा दिन तक नहीं चल पाता। ऐसे में कैसा हो कि अगर आप अपने पसंद की चीज भी खाएं और वजन भी न बढ़े। इसमें चौंकने की बात नहीं है, ऐसा ऑलिव ऑयल (olive oil) की मदद से हो सकता है। आप अपने पसंदीदा खाने में थोड़ा-सा ऑलिव ऑयल(olive oil) मिलाएं, जिससे खाने का स्वाद तो बढ़ेगा ही साथ ही वजन भी कम होगा। एक शोध के अनुसार एक मेडिटेरेनियन डाइट(Mediterranean Diet) में ऑलिव ऑयल(Olive Oil) का इस्तेमाल किया गया था। इस डाइट को लेने वाले लोगों में वजन कम होते हुए देखा गया। साथ ही उनके खून में एंटीऑक्सीडेंट(Antioxidant)की बढ़ोतरी भी पाई गई।
2. कब्ज में जैतून तेल के फायदे :- Benefits of olive oil in constipation
सही खान-पान न होने की वजह से आए दिन लोगों को पेट(stomach) संबंधी परेशानियां लगी रहती हैं। कब्ज(Constipation)उन्हीं समस्याओं में से एक है। कब्ज की परेशानी में अगर जैतून के तेल का सेवन किया जाए, तो इससे काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है। जैतून(olive) का तेल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (gastrointestinal tract) और पेट(stomach) के लिए बहुत फायदेमंद होता है। जैतून के तेल का गाढ़ापन और टेक्सचर(Texture) पाचन तंत्र की क्रिया को बढ़ाता है। इसके नियमित सेवन से कब्ज से आराम मिल सकता है।
3. दिमाग के लिए जैतून के तेल के फायदे :- Benefits of olive oil for the brain
तनाव, चिंता और अन्य कई कारणों से लोगों की मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में कई लोग उम्र के साथ-साथ अल्जाइमर (Alzheimer’s) जैसी बीमारी का शिकार होने लगते हैं। इसमें व्यक्ति उम्र बढ़ने के साथ-साथ अपनी याददाश्त(memory) खोने लगता है। ऐसे में ऑलिव ऑयल या वर्जिन ऑलिव ऑयल के सेवन से अल्जाइमर(Alzheimer's)जैसी याददाश्त(memory) संबंधी परेशानी से बचा जा सकता है। जैतून के तेल में पॉलीफेनोल(Polyphenol) होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट(Antioxidant) का काम करते हैं।
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मूंगफली खाने के फायदे
मूंगफली खाने के फायदे और नुकसान :- Advantages and disadvantages of peanuts मूंगफली ( peanuts ) सर्दियों का सबसे प्रचलित (Popular)टाइम पास है. ठंड में दोस्तों, के साथ बैठकर मूंगफली ( peanuts) खाने का मजा ही कुछ और है. इसे सस्ता बादाम(Almond) भी कहा जाता है. इससे यह अनुमान ( an estimate) लगाया जा सकता है कि इसमें लगभग वो सारे तत्व पाए जाते हैं जो बादाम (Almond)में होते हैं.
��िल ( Heart ) के लिए मूंगफली के फायदे :- Benefits of peanuts for heart मूंगफली दिल ( Heart ) के लिए बहुत अच्छी व फायदेमंद ( Beneficial) होती है. यह बुरे कोलेस्ट्रॉल ( Bad cholesterol) को घटाता है और अच्छे Cholesterol ( Good Cholesterol) को बढ़ाता है. मूंगफली पेट के कैंसर ( Stomach cans), ब्रैस्ट कैंसर ( Breast cancer) और fungal infection ( fungal infection) होने की सम्भावनाएं कम करता है.
बच्चों के शारीरिक विकास में मूंगफली के फायदे :- Benefits of peanuts in physical development of children: - अच्छे विकास ( Growth) के लिए बच्चों को मूंगफली ( peanuts )का सेवन अवश्य करवाएं. मूंगफली (peanuts) में शरीर के लिए आवश्यक कई एमिनो एसिड्स ( Amino acids) और प्रोटीन की उचित मात्रा पायी जाती है जोकि शरीर(body) के वृद्धि के लिए असर दार होते हैं.
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अखरोट (Walnut) न सिर्फ सेहत लिए , बल्कि त्वचा ( skin )के लिए भी बहुत ज्यादा फायदेमंद है। सर्दियों में अखरोट ( Walnut ) के इस्तेमाल से शरीर में गर्मी ओर ऊर्जा (Energy)बनाए रखता है । इसकी तासीर गर्म होती है यह दिमाग(Brain) सबंधी दिक्क्तों रोग -प्रतिरोधकता (Antidote) बढ़ाने में मदद करता है । अखरोट को दूध (Milk)के साथ लेने से फायदेमंद होता है ।पांच साल तक के बच्चो को अखरोट देने से दिमाग (Mind) का ठीक से विकास होता है।
दिल के स्वास्थ्य के लिए अखरोट खाने के फायदे :- (Benefits of Walnut in Hindi)
अखरोट (Walnut) दिल को स्वस्थ बनाए रखने में फायदेमंद रहता है। इसमें प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो आपकी हृदय ( heart) के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा, अखरोट में यह भी पाया गया है कि जिन्हें उच्च रक्तचाप (high blood pressure) की समस्या होती है, उनके लिए भी अखरोट (Walnut) बहुत लाभकारी होता है। आपको बता दें कि ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल(Cholesterol) के निर्माण में मदद करता है।
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अंडे के फायदे – Egg Benefits
सेहतमंद होना हर किसी को पसंद है क्योकि व्यक्ति की सबसे बड़ी संपत्ति सेहत ही तो होती है | लेकिन इस सेहत को maintain रखने के लिए सबसे जरुरी होता है पौष्टिक खाना (Nutrients) | यह पौष्टिक खाना हमें मिलता है पौष्टिक तत्वों (Nutrients) अर्थात Proteins, Carbohydrates, Fat, Vitamins और Minerals से | अगर इन सभी पौष्टिक तत्वों के फायदे किसी एक ही चीज से प्राप्त करना चाहते है तो आपके लिए अंडा ( Egg ) एक बेहतरीन विकल्प हो सकता |
मस्तिष्क के विकास के लिए अंडे के फायदे : Egg Benefits for brain development
अंडा मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत ही उपयोगी ( Useful) आहार माना जाता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड व विटामिन-बी12 होते हैं, जो आपके मस्तिष्क ( Brain) को काफी फायदा पहुंचाते हैं। इसलिए, अगर आपको अपना दिमाग तेज करना है, तो अंडे का सेवन जरूर करें अंडे के फायदे बहुत है बस इसका सेवन सही टाइम पर करे और इसे अपनी डाइट में शामिल करे|
कैंसर के लिए:- (For cancer)
अंडा कैंसर में भी फायदेमंद होता है। एक रिसर्च में यह साबित हुआ है कि अंडे में एंटीऑक्सीडेंट(Antioxidant) गुण होते हैं, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। विशेषतौर पर, अंडे के पीले भाग में ट्रिप्टोफैन(Tryptophan)और टायरोसिन(Tyrosine) नामक एमिनो एसिड होता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
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लौंग के फायदे, और उपयोग:- Benefits of Cloves in Hindi
लौंग बेशक आकार में छोटा है, लेकिन इसके बहुत सारे चमत्कारी फायदे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि लौंग सर्दी-खांसी (cold cough) से लेकर अस्थमा (Asthma) जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज (treatment) में भी काम आता है। लौंग, सदाबहार पेड़ की खूशबूदार सूखी पुष्प कलियां होती हैं। लौंग के फायदे ( Benefits of Clove ) बहुत है जैसे लौंग का इस्तेमाल भोजन बनाने और धार्मिक अनुष्ठानों (Religious ceremonies) में किया जाता है, लेकिन लौंग का प्रयोग प्राचीन समय से एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के रूप में भी किया जा रहा है। लौंग के औषधीय गुण (Medicinal properties) जानकर आपको हैरानी हो सकती है. तो चलिए हम आपको बताते हैं लौंग के फायदे और घरेलु नुस्खे (Benefits of Cloves )
कैंसर बीमारी में लौंग के फायदे :- Benefits of cloves in cancer disease
लौंग (cloves) आम शारीरिक समस्या से लेकर कैंसर(cancer) जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में भी इस्तेमाल किया जाता है। लौंग में एंटीसेप्टिक, जीवाणुरोधी(Antibacterial), एंटीफंगल, और एंटीवायरल(Antiviral) गुण के साथ-साथ एंटीकैंसर गुण भी पाए जाते हैं । मेडिकल शोध(Medical research) के अनुसार लौंग के औधषी गुण ट्यूमर(Tumor) को बढ़ने से रोकते हैं और कैंसर सेल्स को समाप्त करते हैं। लौंग एंटीऑक्सीडेंट(Antioxidant) का एक बड़ा स्रोत(The source) है, जो सूजन और कैंसर से हमारी रक्षा करता है। यहां जानिए किस प्रकार करें लौंग का उपाय
लौंग(cloves) का प्रयोग आप भोजन (food) में कर सकते हैं। एक कप गर्म पानी में एक चम्मच लौंग का चूर्ण (Clove powder) डालकर सुबह और रात को पी सकते हैं।
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एलोवेरा के फायदे (aloe vera benefits)
एलोवेरा के गुणों का कोई अंत नहीं है। एलोवेरा सभी बीमारियों के लिए रामबाण है यह जहां बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, पेट की खराबी, जोड़ों का दर्द, शरीर की त्वचा (skin) के लिए , मुंहासो के लिए ,रूखी त्वचा, धूप से झुलसी त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग, एलोवेरा रस आंखों के काले घेरों, फटी एड़ियों के लिए यह लाभप्रद है|
वहीं आखों के लिए एलोवेरा रामबाण है फायदेमंद तथा वजन कम करने में फायदेमंद होता है व इसके उपयोग से सिरदर्द में छुटकारा मिलता है शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। तेज धुप व गर्मी से बचने के लिए आप अपने शरीर पर एलोवेरा का जेल या खाने के रूप में एलोवेरा का उपयोग कर सकते है|
यदि आप मोटापे व ज्यादा वजन से परेशान है तो आप एलोवेरा के जूस का उपयोग करके आप अपना मोटापा व वजन कुछ सीमा तक कम कर सकते हैं| एलोवेरा के फायदे जैसे आपके बालो का रुखापन, बालों के झड़ने और रूसी (Dandruff) जैसी कई समस्याएं भी आसानी से दूर करने के लिए एलोवेरा का उपयोग मै ले सकते है|
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