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E-Kalam-Saurabh-Say
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Poems in Hindi, Motivational Stories and Many More......
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e-kalam-saurabh-say · 2 years ago
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e-kalam-saurabh-say · 2 years ago
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मैं ख़ुश कैसे रहूँ - Main Khush Kaise Rahun
मैं ख़ुश कैसे रहूँ 
मैं ख़ुश कैसे रहूँ 
रोज रोज केवल 
राग न अलापे 
न ही इसे खोज़ने 
गूगल में छापे 
ख़ुश रहना हमारा स्वभाव है 
इसे अपने आप में ही तलाशें 
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e-kalam-saurabh-say · 2 years ago
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पापा की परी-बेटियाँ - Papa Ki Pari-Betiyaan
सोने से भी खरी  करीने सी ढली  इतनी महान  बड़ो से भी बड़ी  होती हैं बेटियाँ  निष्ठुर से निष्ठुर को भी  प्यार आ ही जाता है  जब वो नन्ही बच्ची को  कस के गले लगाता है  उनकी मुस्कान में  प्रभु की छाँया है  दौलतमंद है वो पिता  जिसके घर यह माया है  बस एक यह अफ़सोस  हमेशा दिल को सालता है  फिर क्यों बेटियों को  मनुष्य गर्भ में ही  मार डालता है  उनको जीने दो  उनको भी जीने का हक़ है  बेटियां आफ़त नहीं  हमारा गोल्डन लक है 
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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पिता जैसा सुपरमैन
कहीं नहीं मिलता
जादूगर है वो
बच्चों के सपनों में
जान डाले बिना
उन्हें चैन नहीं मिलता
खुद के सपने छोड़ देता
बच्चो, परिवार के खातिर
पिता से बढ़कर कोई
ख़ुदा नहीं होता
अपने से बढ़कर जो
बच्चों की तरक्की चाहता
ये गुण सिर्फ और सिर्फ
एक पिता में आता
पिता जैसी सोच
पिता बन के आती है
जब तक ज़िन्दगी
आधी निकल जाती है
बड़े खुशनसीब है वो
जिनके सर पर
मात-पिता का सायाँ हैं
निश्चय ही वो ऊपर से
बड़े भाग लिखा के आया है
सेवा लगो, सजदा करो
ये सर्वसुख प्रदाता हैं
बच्चो के भाग्यविधाता हैं।
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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डम डम डम डमरू बाजे
तीन लोक में डंका बाजे
कर एकलिंगी पूजा
श्री राम लंका राजे
हर पल, घर-घर
नभ में गूंजे
देवों के देव
महादेव हर हर
नीलकंठ, रामेश्वर
जय जय हे शिव! 
सदाशिव भोला शंकर
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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डम डम डम डमरू बाजे
तीन लोक में डंका बाजे
कर एकलिंगी पूजा
श्री राम लंका राजे
हर पल, घर-घर
नभ में गूंजे
देवों के देव
महादेव हर हर
नीलकंठ, रामेश्वर
जय जय हे शिव! 
सदाशिव भोला शंकर
कंठ सर्पमाल, नागों के ईसर
शिव नागराज, नागेश्वर
अत्र तू तत्र तू
यत्र भी, तू ही सर्वत्र 
तेरे अधीन सारी सिद्धि
यंत्र, मंत्र और तंत्र
शिव बिन शक्ति अधूरी
बिन शक्ति शिवमूरत न पूरी
शक्ति से शिव मिलें
शिव से शक्ति सारी
अर्द्ध रूप नर नारी
शिव रूप संसारी
पार्वती, शिवपटरानी
शिवाप्रिय बाबा बर्फानी
��घोर, मशानी, अविनाशी
भूतनाथ, भूतेश्वर, कैलाशी
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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पॉकेट मनी बिन कमाए 
मिल जाती एक रुपये में 
इतनी टॉफ़ी आती जेब पूरी भर जाती रात को छत में सोकर तारे गिनना, सोचना की चाँद आकाश में टिका कैसे है बारिश का पानी कहाँ से आता बादल में पानी रुका कैसे है माँ की रोटी, गोल कैसे कोंन भरता रंग पँख में रंगीन इतना मोर कैसे फ्रिज में बल्ब जलता फिर बुझता कैसे है छूक-छुक इंजन चलता कैसे है बचपन मे सवाल तो और भी कई थे जिनके उत्तर, कभी मिले नही थे
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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प्यार आत्मा की शुद्धि है  वो हरता नहीं किसी की बुद्धि है 
Saurabhh Goswami
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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बेलन टाइन डे या वेलेंटाइन डे- एक व्यंग - Belantines Day Ya Valentines Day-Ek Vyang😍
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बहुत दिनों से एक ख्याल आ रहा है
दिल में एक सवाल आ रहा है
सुनो जी वेलेंटाइन डे आ रहा है
इसे हम कैसे मना रहे है इस दिन हम कहाँ जा रहे है मेरे अनुसार वेलेंटाइन डे
एक दिवस, प्यार का बाकी दिन तकरार का है वेलेंटाइन डे मनाने में पत्नियां,  अविवाहित लड़कियों से भी  चार कदम आगे है पति के सामने रख देती अपन�� ढेर सारी मांगे है सुनो जी वेलेंटाइन डे  आ रहा है, इस बार किस होटल में ले जाओगे गिफ्ट में क्या दिलवाओगे इस बार तो चुनिंदा  होटल में ले जाना पिछली बार की तरह सहेलियों के बीच  ना शर्मिंदा करवाना
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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वेलेटाइन्स डे आ गया है - Velentines Day Aa Gaya Hai
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हर सिक्के के दो पहलू होते है फिर क्यूँ वेलेंटाइन को एक हिस्से में बांट रहे हो इस दिन केवल प्रियतम को ही क्यों छाँट कर फूल बाँट रहे हो प्यार को बीस रुपये का गुलाब सौ रुपये का कार्ड, दो सौ रुपये की चॉकलेट में क्यों जता रहे हो प्यार कोई प्रोडक्ट नहीं प्रतीकों में क्यों बता रहे हो प्यार गलियों, बाजारों में नही मिलता प्यार का फूल केवल एक से हजारों से नही खिलता प्यार कोई इवेंट नहीं ना ही ये कोई इन्वेस्टमेंट है प्यार केवल पाने का नाम नही प्यार का दूसरा नाम ही त्याग, बलिदान और एडजस्टमेंट है
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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प्रकृति प्रेरणा देती है - Prakriti Prerna Deti Hai
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पंछी से सीखो  उड़ान क्या होती है  सारा आकाश नाप लेता  थकान, क्या होती है चुग्गा, ढूंढ - ढूंढ के लाता  उसके लिए  राशन की दुकान  थोड़े न होती है तिनका-तिनका  जमा कर  बच्चो के लिए  घोंसला बुनता है  अपनी मेहनत से  सर्वश्रेस्ठ चुनता है काम सब जल्दी होते  मेहनत अपनाने से  वरना बाल पूरे  सफ़ेद हो जाते है 
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e-kalam-saurabh-say · 3 years ago
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