Don't wanna be here? Send us removal request.
Text
अरस्तू के परिवार व संपत्ति पर विचार
अरस्तु ने परिवार व संपत्ति को व्यक्तिगत विशेषता बताया है, क्योंकि इन दोनों के आधार पर ही एक व्यक्ति अपना विकास करता है और यह विकास की आवश्यक शर्तें हैं । किसी व्यक्ति के विकास के लिए संपत्ति तथा परिवार दोनों ही आवश्यक है । Pls share
Aristotle’s views on Family and Property Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, पश्चिमी राजनीतिक विचार के अंतर्गत अरस्तु के परिवार और संपत्ति संबंधी विचारों के बारे में । (Aristotle’s views on Family and Property in hindi) इस Post में हम जानेंगे अरस्तु के परिवार व संपत्ति विचार के साथ अरस्तु के त्रिकोणआत्मक संबंधों के स्वरूप, व्यक्ति की परिवार व संपत्ति की…
View On WordPress
#arastu ke family aur sampatti par vichar#B.A. important political science question DU#B.A. important question sol#B.A. political science#gyaanuday#political science in hindi#अरस्तू के नागरिकता
0 notes
Text
राजभाषा का अर्थ
भारत बहुत बड़ा देश है । भारत में विभिन्न भाषाओं को बोला जाता है । इस प्रकार समय समय पर अनेक भाषाओं को भारत में संविधान के अनुसार मान्यता दी गई और उनको आधिकारिक रूप से इस्तेमाल करने की सुविधा मिली । इस तरह से हिंदी को राजभाषा के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर
Official Language of India Hello दोस्तो ज्ञानउदय में आपका स्वागत है, आज हम बात करेंगे संविधान में राजभाषा या आधिकारिक भाषा (Official Language of India) के बारे में । साथ ही साथ इस Post में हम जानेंगे राजभाषा से संबंधित महत्वपूर्ण अनुच्छेदों के बारे में । तो जानते है आसान शब्दों में । राजभाषा (Official Language) भारत बहुत बड़ा देश है । भारत में विभिन्न भाषाओं को बोला जाता है । इस प्रकार समय समय…

View On WordPress
#B.A. important political science question DU#B.A. important question sol#B.A. political science#bharat ki adhikarik bhasha kon si hai#bharat ki adhikarik language#bharat ki rajbhasha kon si hai#gyaan uday#gyaanuday#india ki rajbhasha#official language of india#Official Language of India in hindi#political science in hindi#political science in notes#political theory in hindi#rajbhasha ka arth kya hai#rajbhasha kya hai#samvidhan kya hai#राजभाषा#राजभाषा का अर्थ
0 notes
Text
राष्ट्रपति की शक्तियां व निर्वाचन प्रणाली
राष्ट्रपति की शक्तियां व निर्वाचन प्रणाली
Powers and Selection Procedure of President of India Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम जानेंगे भारत के राष्ट्रपति की शक्तियों के बारे में और उनकी निर्वाचन प्रणाली के बारे में । साथ ही साथ हम बताएंगे राष्ट्रपति की योग्यताओं के बारे में, उनके कार्यकाल के बारे में, वेतन और भत्तों के बारे में । अक्सर Exams में प्रश्न पूँछ लिया जाता है कि भारत के राष्ट्रपति का निर्वाचन…
View On WordPress
#how to select president in india in hindi#Powers of president in hindi#president powers in hindi#president selection process in hindi#ramnath kovind powers#ramnath kovind shaktiyan#rashtrapati ka chunav#rashtrapati ki shaktiya#राष्ट्रपति की शक्तियां व निर्वाचन प्रणाली#राष्ट्रपति की शांति कालीन शक्तियों
0 notes
Text
महात्मा गांधी के साधन व साध्य संबंधी विचार
महात्मा गांधी के साधन व साध्य संबंधी विचार
Views on objective & it’s sources by Gandhi ji Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान में महात्मा गांधी जी के साध्य और साधन संबंधी विचारों (Objective & Sources) के बारे में । साथ ही साथ इस Post में हम जानेंगे इसका अर्थ, आधार और इसके साधनों के बारे में । तो चलिए शुरू करते हैं, आसान भाषा में । साध्य और साधन का अर्थ गांधीजी मानना था कि अच्छे…
View On WordPress
0 notes
Text
केन्द्र-राज्य सम्बन्ध और अंतर्राज्य परिषद
केन्द्र-राज्य सम्बन्ध और अंतर्राज्य परिषद भारत के संविधान ने केन्द्र-राज्य सम्बन्ध के बीच शक्तियों के वितरण की निश्चित और सुस्पष्ट योजना अपनायी है । संविधान के आधार पर संघ तथा राज्यों के सम्बन्धों को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है । Share with Fre
Relationship in Central and State and Inter-State council Hello दोस्तो ज्ञानउदय में आपका स्वागत है, आज हम बात करेंगे भारतीय संविधान में केंद्र राज्य संबंध और अंतरराज्य (Relationship in Central and State and Inter-State council) के बारे में । साथ ही साथ इस Post में हम जानेंगे केंद्र राज्य संबंध के महत्वपूर्ण अनुछेद के बारे में, संघ, राज्य और समवर्ती सूची के बारे में । इनके बीच शक्तियों के वितरण…

View On WordPress
#B.A. important political science question DU#B.A. important question sol#B.A. political science#gyaan uday#gyaanuday#political science in hindi#political science in notes#political theory in hindi#rajya suchi#Relationship in Central and State and Inter-State council#Relationship in Central and State and Inter-State council in hindi#samvidhan kya hai#sangh suchi#केन्द्र-राज्य सम्बन्ध और अंतर्राज्य परिषद#राज्य सूची#संघ सूची#संविधान की विभिन्न सूचियां
0 notes
Text
मार्गेनथाउ का यथार्थवादी सिद्धांत
मार्गेनथाउ का यथार्थवादी सिद्धांत जब भी हम अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बारे में पढ़ते हैं, तो हमें यथार्थवाद को भी समझना जरूरी हो जाता है । अगर इसके शब्द से अर्थ निकाला जाए तो यथार्थ का मतलब हुआ Real यानी वास्तविक । जो कुछ वास्तिवकता में हो रहा है, यानी जो
Realistic Theory of Morgenthau Hello दोस्तो ज्ञानउदय में आपका स्वागत है । आज हम बात करते हैं अंतरराष्ट्रीय राजनीति विज्ञान में मार्गेनथाऊ के यथार्थवादी सिद्धांत की या यथार्थवाद के छ: सिद्धांत (Realistic Theory of Morgenthau in hindi)। साथ ही साथ हम जानेंगे इसकी आलोचना और मूल्यांकन के बारे में । यह Topic अंतरराष्ट्रीय संबंध से Related है, जोकि राजनीति विज्ञान के 3rd Year और ऑनर्स के 2nd Year के…
View On WordPress
#B.A. important political science question DU#B.A. political science#gyaan uday#gyaanuday#political science in hindi#political science in notes#political theory in hindi#samvidhan kya hai#yathartwad morgenthau
0 notes
Text
महत्वपूर्ण संविधान संशोधन अधिनियम
महत्वपूर्ण संविधान संशोधन अधिनियम भारतीय संविधान में महत्वपूर्ण संविधान संशोधन अधिनियम (Important Amendments in Indian Constitution) के बारे में । इस Post में हम जानेंगे संविधान में अब तक के संशोधनों के बारे में । किन किन वर्षों में ये संशोधन हुए और संशोध
Important Amendments in Constitution Hello दोस्तो ज्ञानउदय में आपका स्वागत है, आज हम बात करेंगे भारतीय संविधान में महत्वपूर्ण संविधान संशोधन अधिनियम (Important Amendments in Indian Constitution) के बारे में । इस Post में हम जानेंगे संविधान में अब तक के संशोधनों के बारे में । किन किन वर्षों में ये संशोधन हुए और संशोधन किस कारण हुए उनमें क्या जोड़ा गया । तो जानते हैं, आसान भाषा में । 1st संविधान…

View On WordPress
#1952#1954#Important Amendments in Constitution in hindi#samvidhan sanshodhan#नागरिकता की व्यवस्था के लिए यहाँ Click करें ।#महत्वपूर्ण संविधान संशोधन अधिनियम#संविधान संशोधन अधिनियम#संविधान संशोधन अधिनियम 1951
0 notes
Text
समाजवाद क्या है ?
समाजवाद क्या है ? समाज में सभी तरह के लोग रहते हैं, अमीर, ग़रीब, इसी तरह इनके अलग अलग धर्म, जाति होती है । अलग रंग, रूप, खान पान आदि के आधार पर सभी तरह के लोग समाज मे निवास करते हैं । जिसके कारण इनमें आपस में संघर्ष चलता रहता है । इसी संघर्ष को दूर करने
What is Socialism ? Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका स्वागत है और आज हम जानेंगे राजनीति विज्ञान में समाजवाद (What is Socialism) के बारे में । समाजवाद एक आर्थिक सामाजिक विचारधारा है । इस Post में हम जानेंगे समाजवाद क्या है ? इसकी विशेषताएं और इसका महत्व और साथ ही साथ इस की आलोचनाओं के बारे में जानेंगे चलिए जानते हैं, आसान भाषा में । समाजवाद क्या है ? समाज में सभी तरह के लोग रहते हैं, अमीर,…
View On WordPress
#marx ka samajwadi vegyanik#samaajwaad kaya hai#samajwad ka mahatava#samajwad ka matlab#samajwad ka sidhanth#samajwad ki alochna#samajwad kya hai#socialism kya hai#what is socialism in hindi#समाजवाद का महत्व#समाजवाद का विकास#समाजवाद की आलोचना#समाजवाद की परिभाषा#समाजवाद के तत्व या सिद्धांत#समाजवाद क्या है
0 notes
Text
मैक्यावली राजनीतिक विचारक
मैक्यावली राजनीतिक विचारक मैक्यावली का पूरा नाम निकालो मैक्यावली (Niccolò Machiavelli) है । इनका जन्म 1469 में इटली के फ्लोरेंस शहर में हुआ था । प्रतिभाशाली और योग्यतावान होने के कारण मैक्यावली को फ्लोरेंस की तरफ से 23 बार राजदूत पद पर नियुक्त किया गया ।
Political thinker Niccolò Machiavelli in Hindi
Hello दोस्तों ज्ञानोदय में आपका स्वागत है और आज हम बात करेंगे राजनीति विज्ञान में पुनर्जागरण के प्रतिनिधि मैक्यावली के बारे में । (Western Political thinker Niccolò Machiavelli in Hindi), दोस्तों मैक्यावली को इटली का चाणक्य कहा जाता है । इसके अलावा मैक्यावली को ‘पुनर्जागरण का शिशु’ के नाम से भी जाना जाता है ।
मैक्यावली का पूरा नाम निकालो…
View On WordPress
#italy ka chanakya#Machiavelli in hindi#maicyawali ke bare me#maikyavali kon hai#maikyawali ke pramukh kathan#maikyawali ke vichar#maikyawali ki books#maikyawali ki pramukh rachnaye#maikyawali kon tha#Niccolò Machiavelli in Hindi#punarjagran ka shishu#The Art of War#The Discourse#Western Political thinker Niccolò Machiavelli in Hindi#पुनर्जागरण के प्रतिनिधि मैक्यावली#मैक्यावली की प्रमुख रचनाएं#मैक्यावली राजनीतिक विचारक#मैक्यावली विचार
0 notes
Text
दो तलवारों का सिद्धान्त
दो तलवारों का सिद्धान्त यह सिद्धांत चर्च और राज्य के अपने अपने अधिकार क्षेत्रों के इस्तेमाल और उनमें विवादों के रूप में जाना जाता है । इस सिद्धान्त में दोनों अपने-अपने सर्वोच्चता के दांव को प्रमाणित करने के लिए किस तरह विवादों में घिरे । यह सिद्धांत विद्
Theory of Two Swords in Hindi
Hello दोस्तों ज्ञान उदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम जानेंगे पश्चिमी राजनीति में (Western Political Thought in Hindi) एक महत्वपूर्ण Topic जिसका नाम है, दो तलवारों का सिद्धांत (Theory of Two Swords in Hindi)
यह सिद्धांत चर्च और राज्य के अपने अपने अधिकार क्षेत्रों के इस्तेमाल और उनमें विवादों के रूप में जाना जाता है । इस सिद्धान्त में दोनों अपने-अपने…
View On WordPress
#do talwaron ka siddhant#hindi me theory of two swords#Theory of two swords in hindi#two swords theory in hindi#दो तलवारों का सिद्धान्त
0 notes
Text
अस्तित्ववाद क्या है
अस्तित्ववाद क्या है व्यक्ति कई कारणों से अपना अस्तित्व खो चुका है । कई परिस्थितियां ऐसी हैं, जो व्यक्ति की सोच पर हावी हो चुकी हैं । अस्तित्ववाद कोई वैचारिक संस्था (Ideological Cult) नहीं है । ना तो यह कोई विचारधारा है और ना ही कोई व्यवस्था है । ना तो इसम
What Existentialism in Political Science in Hindi
Hello दोस्तों ज्ञानउदाय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करेंगे, राजनीति विज्ञान में अस्तित्ववाद के बारे में (Existentialism in Hindi) । इसमें हम बात करेंगे व्यक्ति के अस्तित्व के बारे में । व्यक्ति कई कारणों से अपना अस्तित्व खो चुका है । कई परिस्थितियां ऐसी हैं, जो व्यक्ति की सोच पर हावी हो चुकी हैं । अस्तित्ववाद कोई वैचारिक संस्था…
View On WordPress
#Astitava#astitvawad kya hai#astitvwad kya hai#Existence of Human#Existentialism in Political Science in Hindi#what is existentialism in hindi#अस्तित्व मूल तत्व#अस्तित्ववाद#अस्तित्ववाद क्या है
0 notes
Text
भारत की परमाणु नीति और विशेषताएं
भारत की परमाणु नीति और विशेषताएं राजनीति विज्ञान में ��ारत की परमाणु नीति के बारे में और साथ ही साथ जानेंगे इस नीति की क्या-क्या विशेषताएं हैं । और जानेंगे कि भारत ने अपनी परमाणु नीति में क्या क्या परिवर्तन किए और क्यों किये ? और भारतीय परमाणु नीति की नई
India’s Nuclear Policy and its Features
Hello दोस्तों ज्ञानोदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान में भारत की परमाणु नीति के बारे में और साथ ही साथ जानेंगे इस नीति की क्या-क्या विशेषताएं हैं । और जानेंगे कि भारत ने अपनी परमाणु नीति में क्या क्या परिवर्तन किए और क्यों किये ? और भारतीय परमाणु नीति की नई विशेषताएं क्या हैं ? तो आइए जानते हैं ।
हमारा देश भारत…
View On WordPress
0 notes
Text
नागरिकों के विशेषाधिकार
नागरिकों के विशेषाधिकार विशेषाधिकार के बारे में । यह वह 7 मूल अधिकार हैं, जो भारतीय संविधान द्वारा प्रत्येक नागरिक को प्राप्त हैं । निम्नलिखित मूल अधिकार और अधिकार संविधान में केवल नागरिकों को ही प्रदान किए गए हैं । Please Share
Privileges of Indian Citizens
(नागरिकता का महत्व)
Hello दोस्तों Gyaan Uday में आपका स्वागत है । आज हम जानेंगे, भारत में नागरिकों को प्राप्त विशेषाधिकार के बारे में । यह वह 7 मूल अधिकार हैं, जो भारतीय संविधान द्वारा प्रत्येक नागरिक को प्राप्त हैं । निम्नलिखित मूल अधिकार और अधिकार संविधान में केवल नागरिकों को ही प्रदान किए गए हैं ।
संविधान के अलग अलग अनुच्छेदों द्वारा भारतीय नागरिक को मूल…
View On WordPress
#nagriko ke visheshadikar#nagrikta ka mahatv#privileges of citizen in hindi#samvidhan me nagriko ke visheshadhikar#samvidhan me nagrikta vyavastha#samvidhan me visheshadhikar kya hai
0 notes
Text
राजनीतिक सिद्धान्त का पतन और पुनरोत्थान
राजनीतिक सिद्धान्त का पतन और पुनरोत्थान प्राचीन काल से लेकर 19वीं शताब्दी के मध्य तक राजनीतिक सिद्धांत का संबंध राजनीतिक दर्शन से रहा है । इस अवधि में इसका लगातार विकास भी हुआ । परंतु बीसवीं सदी के मध्य में लगभग 1950 के दशक में राजनीतिक सिद्धान्त का पतन
Political Theory: Decline & Resurgence
Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान में राजनीति सिद्धांत के पतन और उसके पुनरुत्थान के बारे में । हम राजनीति के सिद्धान्तों के बारे में पहले ही चर्चा कर चुके हैं । अगर आप राजनीति सिद्धांत के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए Link पर Click करके जान सकते हैं ।
राजनीति सिद्धांत के बारे में…
View On WordPress
#political theory in hindi#rajniti sidhant ka patan aur punrothan#theory of political science#राजनीतिक सिद्धान्त का पतन
0 notes
Text
राजनीति सिद्धान्त के उदय के कारण
राजनीति सिद्धान्त के उदय के कारण "राजनीति का असली मतलब है, निर्णय लेने की प्रक्रिया ।" राजनीति में निर्णय लेने की प्रकिया सार्वभौमिक है, यानी सभी जगह एक समान होती है । उल्लेखनीय है कि उथल पुथल तथा संकट के काल में राजनीतिक सिद्धांत का उदय हुआ था । यूनान,
Political Theory: Reasons for arise
Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान में राजनीति सिद्धांत के उदय के कारणों के बारे में । राजनीति के सिद्धान्त के बारे में पहले ही बता चुके हैं । अगर आप राजनीति सिद्धांत के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए Link पर Click करके जान सकते हैं ।
राजनीति सिद्धांत के बारे में जानने के लिए यहाँ Click…
View On WordPress
#arise of political theory in hindi#political theory in hindi#rajniti siddhant ka uday#rajniti siddhanth#rajniti sidhath ke uday ke karan#reason for political theory arise hundi#राजनीति सिद्धान्त के उदय#राजनीति सिद्धान्त के उदय के कारण
0 notes
Text
राजनीतिक आधुनिकीकरण के मॉडल
राजनीतिक आधुनिकीकरण के मॉडल राजनीतिक आधुनिकीकरण में सवाल पैदा होता है कि क्या आधुनिकीकरण का कोई निश्चित मॉडल या प्रतिमान होता है ? इस संबंध में दो बातें महत्वपूर्ण मानी जाती हैं । 1 राजनीतिक आधुनिकीकरण का कोई सर्वव्यापी(Omnipresent) प्रतिमान नहीं है ।
Models of Political Modernization in Hindi
Hello दोस्तों ज्ञानोदय में आपका स्वागत है और आज हम जानेंगे राजनीतिक आधुनिकीकरण के प्रतिमान यानि Models के बारे में । (Models of Political Modernisation in hindi).
राजनीति आधुनिकीकरण का अर्थ और विशेषताओं के बारे में हम पहले ही बता चुके हैं । यह राजनीति विज्ञान की एक नई अवधारणा है । जो राजनीतिक चिंतन के द्वारा में पैदा हुई है । इस अवधारणा को राजनीतिक…
View On WordPress
#Models of Political Modernisation#political modernisation kya hai#rajniti ka adhunikikaran in hindi#rajniti ka adhunikikaran model in hindi#राजनीतिक आधुनिकीकरण के मुख्य Models#राजनीतिक आधुनिकीकरण के मॉडल या प्रतिमान
0 notes
Text
संविधान लागू होने के बाद भारत में नागरिकता की व्यवस्था
संविधान लागू होने के बाद भारत में नागरिकता की व्यवस्था भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955 भारतीय संविधान द्वारा संसद को यह अधिकार दिया है कि वह भारतीय नागरिकता से सम्बन्धित सभी विषयों के सम्बन्ध में व्यवस्था करे । सन 1955 में संसद द्वारा ’भारतीय नागरिकता अधिन
Hello दोस्तों Gyaanuday में आपका स्वागत है । आज हम बात करते हैं, भारतीय संविधान के लागू होने के बाद नागरिकता से संबंधित व्यवस्था के बारे में । इससे पहले हम नागरिकता की व्यवस्था के बारे में जान सकते हैं । जो कि संविधान में अनुच्छेद 5 से लेकर 11 तक भारतीय नागरिकता के बारे में बताया गया है । जानने के लिए नीचे Link पर Click करें ।
नागरिकता की व्यवस्था के लिए यहाँ Click करें ।
निम्नलिखित…
View On WordPress
#1955#bhartiaya samvidhan riyasato ka ekikaran aur vilay#nagrikta adhiniyam 1955#samvidhan kya hai#samvidhan lagu hone ke bad nagrikta vyavastha#samvidhan me nagrikta vyavastha#नागरिकता अधिनियम#भारतीय नागरिकता अधिनियम#संविधान लागू होने के बाद भारत में नागरिकता की व्यवस्था
0 notes