हजरत मुहम्मद को कुआर्न शरीफ बोलने वाला प्रभु (अल्लाह) कह रहा है कि यह कबीर अल्लाह वही है जिसने जमीन तथा आसमान के बीच में जो भी विद्यमान है सर्व सृष्टी की रचना छः दिन में की तथा सातवें दिन ऊपर अपने सत्यलोक में सिंहासन पर विराजमान हो (बैठ) गया। उसकी जानकारी बाखबर से पूछ कर देखो। वह बाखबर कौन है? जानने के लिए पढ़िए पाक पुस्तक "मुसलमान नही समझे ज्ञान कुरान"।
हजरत मुहम्मद जी ने पवित्र कुरान शरीफ के अनुसार इबादत करी और 63 वर्ष की आयु में सख्त बीमार होकर तङपते-2 भी नमाज़ की। तथा घर पर आकर असहनीय पीडा में सारी रात तङफ कर प्राण त्याग दिए। क्या कुरान शरीफ में सही इबादत करने का मार्ग है?
Those who don't possess true spiritual knowledge, they believe in nine avatars (incarnations) only and because of that, they consider them to be incarnations of Vishnu. But, the reality lies in the fact, that all the divine plays are done by Sat Purush "Lord Kabir", alone.
कुरान शरीफ में मांस खाने का संकेत अल्लाह का नहीं है।
वास्तव में हजरत मुहम्मद जी को एक जिब्राईल नामक फरिश्ते ने नहीं सम गला घोंट-घोंट कर जबरदस्ती डरा धमका कर कुरान शरीफ का ज्ञान लिखवाया था, अपने ही बनाये जीवों को मार कर खाने का आदेश कभी अल्लाह का नहीं हो सकता। (प्रमाण- पुस्तक जीवनी हजरत मुहम्मद, सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम, पृष्ठ 307-315)
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही वह बाखबर, जिंदा महात्मा हैं।
सुरत-फुर्कानि नं. 25 आयत 58:- कुरान ज्ञान दाता अल्लाह (प्रभु) किसी और पूर्ण प्रभु की तरफ संकेत कर रहा है कि ऐ पैगम्बर, उस कबीर परमात्मा पर विश्वास रख जो तुझे जिंदा महात्मा के रूप में आकर मिला था।
जिस बाख़बर (संत) का वर्णन पवित्र कुरान शरीफ सुरत फुर्कानि 25 आयत नंबर 52 से 59 में किया गया है, वह बाख़बर "संत रामपाल जी महाराज जी" के रूप में भारत की पवित्र भूमि पर आ चुके हैं।
अल्लाह कबीर अपने बंदों के सभी गुनाह माफ कर देता है।
मुस्लिम धर्म के अनुसार हमारे गुनाहों की माफी के लिए रोजा, बंग नमाज अदा की जाती हैं जो कुराने पाक अनुसार गलत है। कुराने पाक अनुसार हमें उस बखाबर की तलाश करनी चाहिए जिसकी बताई इबादत से हमारे सारे गुनाह माफ हो जाते है।