संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पवित्र पुस्तक जीने की राह को ऑडियो बुक की मदद से सुने पवित्र पुस्तक जीने की राह से जानिए कैसे था कल मृत्यु से बचा जा सकता है।
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में संत गरीबदास जी के बोध दिवस पर 19-21 मार्च 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
आदरणीय संत गरीबदास जी महाराज का जन्म धनखड़ जाट परिवार में वैशाख के उत्तरार्ध की पूर्णिमा के दिन सन् 1717 ई. (विक्रमी संवत 1774) में ग्राम छुड़ानी, जिला झज्जर, हरियाणा में हुआ था। उनके पिता श्री बलराम जी थे और उनकी माता श्रीमती रानी देवी थीं।