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koshalaram5 · 23 hours ago
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#जो_सुनते_हैं_गरीबों_की भगवान उन्हीं की सुनता है संत रामपाल जी महाराज ने चलाई अजब मुहिम। सब हैरान हैं। संत रामपाल जी महाराज ने किया नारा बुलंद -
रोटी, कपड़ा, शिक्षा, मकान। गरीब, ज़रूरतमंद को देगा कबीर भगवान। संत रामपाल जी महाराज की अन्नपूर्णा मुहिम के कारण अब गरीब परिवारों को भूखा नहीं सोना पड़ेगा।
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koshalaram5 · 23 hours ago
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संत रामपाल जी महाराज का कहना है #जो_सुनते_हैं_गरीबों_की भगवान उन्हीं की सुनता है उनका लक्ष्य धरती को स्वर्ग बनाना है।
अब कोई गरीब दुखी न रहे। संत रामपाल जी महाराज के पा�� है सभी मुश्किलों का हल। संत रामपाल जी महाराज की अन्नपूर्णा मुहिम से गरीब परिवारों को मिला नया जीवन।
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koshalaram5 · 6 days ago
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गरीब, मदिरा पीवै कड़वा पानी, सत्तर जन्म स्वान के जानी।
अर्थात शराब पीने वाला वुकती स्वान/कुत्ते का जीवन प्राप्त कर्ता है। इस तरह के ज्ञान से संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में कई नशेड़ी लोगों ने नशा छोड़कर नया जीवन शुरू किया है।
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koshalaram5 · 6 days ago
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कबीर, अमल अहारी आत्मा, कबहूँ ना पावै पार।
कहै कबीर पुकार के, त्यागो सब ही विकार।।
संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संगों के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करते हैं, जो लोगों को नशे की लत छोड़ने के लिए प्रेरित करता है।
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#SantRampaljimhaRaj
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koshalaram5 · 9 days ago
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गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में जिस तीन मंत्र "ॐ-तत्-सत्" का संकेत किया गया है उसका भेद आपको संत रामपाल जी के सान्निध्य में लगाई जाने वाली आध्यात्मिक प्रदर्शनी में प्रमाण सहित जानने को मिलता है।
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koshalaram5 · 9 days ago
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#अनोखी_प्रदर्शनी आदि सनातनी भक्ति के रामचरित मानस में वर्णित द्वादशाक्षर मंत्र, दो अक्षर के सतनाम तथा सारनाम का भेद, आपको संत रामपाल जी के सान्निध्य में सतलोक आश्रमों में लगाई जाने वाली आध्यात्मिक प्रदर्शनी में प्रमाण सहित जानने को मिलता है।
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koshalaram5 · 11 days ago
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संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में बन रहा दहेज मुक्त समाज, जिसका नजारा देश की राजधानी दिल्ली स्थित सतलोक आश्रम मुंडका में देखने को मिला। जहाँ 19 जोड़ों का विवाह बिना किसी दहेज के लेनदेन के 17 मिनट में सम्पन्न हुई।
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koshalaram5 · 11 days ago
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सतलोक आश्रम सोजत, राजस्थान में शास्त्र विधि अनुसार, मात्र 17 मिनट में 47 जोड़ों की दहेज रहित शादी संपन्न हुई; जिसमें एक पैसे का भी लेन देन नहीं हुआ और यह संभव हुआ है संत रामपाल जी की अद्वितीय आध्यात्मिक व सामाजिक शिक्षा के प्रभाव से।
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koshalaram5 · 13 days ago
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संत रामपाल जी, समाज सुधार के साथ-साथ मानवहित में किए जाने वाले कार्यों के लिए जाने जाते हैं। इसी के तहत सतलोक आश्रम मुंडका, दिल्ली में उनके शिष्यों ने अपने गुरुदेव की शिक्षाओं से प्रभावित होकर 152 यूनिट रक्तदान किया ��था 180 देहदान संकल्प फॉर्म भरे।
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koshalaram5 · 13 days ago
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संत रामपाल जी बताते हैं कि मानवता की सेवा, परम कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर उनके शिष्यों ने सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा में आयोजित रक्तदान शिविर में 296 यूनिट रक्तदान किया तथा देहदान शिविर में 160 अनुयायियों ने भरे देहदान संकल्प फॉर्म भरे।
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koshalaram5 · 15 days ago
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ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 93 मंत्र 2 में कहा गया है कि परमात्मा सशरीर आता है, वह परमेश्वर कबीर जी हैं। उनका जन्म नहीं होता। वो सशरीर प्रकट होते हैं। इसी उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज के सान्निध्य में 628 वां परमेश्वर कबीर जी का प्रकट दिवस 9-11 जून को मनाया जा रहा है।
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koshalaram5 · 15 days ago
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पांच तत्त्व की देह ना मेरी, ना कोई माता जाया।
जीव उद्धारण तुम को तारन, सीधा जग में आया।।
कबीर जी, अविनाशी परमात्मा हैं जिनका न तो पाँच तत्व का शरीर था और न उनका जन्म माँ से हुआ बल्कि वे सशरीर शिशु रूप में कमल के फूल पर सन् 1398 में अवतरित हुए थे।
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koshalaram5 · 17 days ago
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ना मेरा जन्म, ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा तहाँ जुलाहे ने पाया।
ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3 में कहा गया है कि परमात्मा का जन्म नहीं होता, वह परमेश्वर कबीर जी हैं। जिनका जन्म नहीं हुआ, सशरीर प्रकट हुए थे। इसलिए उनका प्रकट दिवस मनाया जाता है।
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koshalaram5 · 17 days ago
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गरीब, साहिब पुरुष कबीर कूँ, जन्म लिया नहीं कोय।
शब्द स्वरूपी रूप है, घट घट बोलै सोय।।
ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को सन् 1398 (विक्रमी संवत् 1455) में सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कबीर परमेश्वर, सतलोक से सशरीर आकर, शिशु रूप में लहरतारा तालाब में, कमल के फूल पर विराजमान हुए थे। इसी उपलक्ष्य में परमात्मा का प्रकट दिवस मनाया जाता है।
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koshalaram5 · 19 days ago
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दोस्तों! हमने इस वीडियो मे जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के अमृतमय सत्संगों से नितिन दास जी के सम्पूर्ण अज्ञान का पर्दाफाश किया है, जिस अज्ञान को नितिन दास जी आजतक भक्त समाज में फैलाते आ रहे थे।
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koshalaram5 · 19 days ago
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जब न माँ थी, न जन्म! फिर कैसे हुआ भगवान का अवतार? SA News Rajasthan
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koshalaram5 · 19 days ago
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अल्लाह का आदेश मांस खाने का नहीं है, कुरआन मजीद में माँस खाने की आज्ञा है, परंतु सृष्टि की उत्पत्ति करने वाले कादर अल्लाह ने बाईबल ग्रंथ में उत्पत्ति विषय के अध्याय में मनुष्यों के खाने के लिए बीज वाले छोटे-छोटे पेड़ (पौधे) तथा फलदार वृक्षों के फल बताए हैं।
मांस खाने के लिए नहीं
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