आइये जानते है किस मन्त्र से गणेश जी प्रसन्न होते है,जंय गणेश जंय गणेश देवा,इस मंत्र से गणेश जी प्रसन्न नही होंगे,गणेश जी का वास्विक मन्त्र अलग है,जिसे तत्वदर्शी सन्त ही बता सकते हूं,जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञानगंगा पुस्तक
गणेश जी का मतलब गणों का ईश,वास्तव में सभी गनोंके ईश कबीर भगवान है,हम सबके जन्म सारी सृष्टि के रचनहार,सभी आत्माओंके जनक,सभी देविदेवताओंकी उतपत्ति संसारकी उतपत्ति के जनक कबीरजी हैं,उनकी प्राप्ति शास्र अनुकूल साधना से होगी,अवश्य पढ़ें ज्ञानगंगा पुस्तक
संत रामपाल जी के सभी आश्रर्मो मे एक परिवार जैसे सब रहते है,आश्रम में नियम में रहकर रहना,सेवा भक्ति दान धर्म करना,कोई किसी से झगड़ा नही,सभी हाथ जोड़कर सत साहेब कहकर परिवार जैसे रहते है,कोई जात पात नही,उच्च नीच नही,अमीर गरीब नही,
संत रामपाल जी के सभी आधर्मो मे अनुयायियोंको रहने,खाने,सोनेका,इतना ही नही नहाने का,जूता भी संभलकर रखना इतनी सुविधांए दी जाती है,ताकि किसी को तकलिप न हो,दहेज विरहित विवाह,नशा मुक्ति,पर स्री को बहन बेटी समझकर बर्ताव करना
सन्त रामपाल जी के अनुयायियोने किया हजारों यूनिट रक्तदान,समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहे है,और मानवता की ओर चल रहे है सन्त रामपाल जी के अनुयायी,क्यों कि रक्तदान श्रेष्ठ दान,समाज कार्य करके चल रहे है सत मार्ग पर,
सतलोक आश्रम धुरी पंजाब में सन्त रामपाल जी के अनुयायियोने किया 80 यूनिट रक्तदान समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहे है,और मानवता की ओर चल रहे है सन्त रामपाल जी के अनुयायी,
सन्त रामपालजी का अवतरण दिवस पर रक्तदानका महत्व,युवाओने ब्लड कैंप में भाग लेकर रक्तदान शिविर में रक्तदान किया,किसी भी वक्त ब्लड की जरूरत हो तो काम आ सके,किसीकी मृत्युभी टल सकती है,आजकी युवा पीढ़ी सन्त रामपाल के अध्यात्मिक ज्ञान से परिचित होकर अपना कर्तव्य निभा रहे है,
रक्तदान करके सन्त रामपाल जी के अनुयायियोने विश्व रेकॉर्ड किया है,देशपर कोई भी आपत्ति हो उस समय रक्तदान जैसे महादान करके लोगोंकी मद्त की है,जान बचाने के लिए ऐसे महान कार्य कर रहे है,74वे अवतरण दिवस पर किया सैकड़ो यूनिट रक्तदान ,
मानवताकी मिसाल,के लेकर सन्त रामपाल जी के सामाजिक कार्य से प्रेरित,उनके ज्ञान से प्रभावित होकर उनके अनुयायियोने पंजाब खमानो आश्रम में 200 यूनिट रक्तदान जैसे महान कार्य करके समाज सेवे का उदाहरण बने
हर आसी हरियाले तोरण,रंग री रित चुकासी।सुंदर खाती अगम भाषिया,जग चौथा मे होसी।
राजस्थानके प्रसिद्ध सन्त बाबा रामदेव पीर जिन्होंने500 वर्ष पूर्व अपनी पुस्तक में चौबीस प्रमाण में भविष्य वाणीकी है चौथा कलियुग में हरियाणा में परमात्मा प्रकट होंगे,वर्तमान में सन्त रामपाल ही हरियाणा में अवतरित है
भविष्य वक्ताओने जिनके बारे में लिखा है वो है सन्त रामपाल जी महाराज,तेजोमय तारा,पृथ्वीपर उदय हुआ है,ऐसा तारा,जिसके तेजसे सारा विश्व तेजोमय हो रहा है,वो और दूसरा कोई नही,खुद कबीर भगवान ने भी कहा है,वो कबीर साहेब का ही अंश होगा,
तत्वदर्षि सन्त रामपाल जी महाराज,जिनके ज्ञान से अज्ञान का अंधार दूर होगा,जिनकी कीर्ति सारे विश्व मे हुई है,