संत रामपाल जी महाराज ने बताया कि परमेश्वर कबीर है जोकि साकार है, राजा के समान दर्शनीय है, सिंहासन/तख्त पर बैठा है। - प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1 - 2, सूक्त 86 मंत्र 26, 27, कुरान शरीफ़ सूरत फुरकान 25 आयत 59
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने ही यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15 तथा अध्याय 5 मंत्र 1 को प्रमाण के साथ बताया कि
अग्ने: तनूर असि, विष्णवे त्वा सोमस्य तनूर असि
इस मंत्र में दो बार वेद गवाही दे रहा है कि वह सर्वव्यापक, सर्व का पालनहार परमात्मा सशरीर है, साकार है। जबकि अन्य धर्मगुरुओं ने परमात्मा को आज तक निराकार ही बताया है।
8 सितंबर 1951 को उस महापुरुष का अवतरण दिवस है जिसके विषय में नास्त्रेदमस ने लिखा है कि वह तत्वदर्शी संत अपने तत्वज्ञान का सत्संग करके प्रथम अज्ञान निंद्रा में सोए हुए अपने धर्म बंधुओं (हिंदुओं) को जागृत करके अंधविश्वास के आधार पर साधना कर रहे श्रद्धालुओं को शास्त्रविधि रहित साधना का बुर्का फाड़कर अपने गूढ गहरे ज्ञान (तत्व ज्ञान) का प्रकाश करेगा।
वह महापुरुष जगत के तारणहार संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
*🎐जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के अवतरण दिवस पर विशेष🎐*
*समस्त मानव कल्याण के लिए सतगुरु रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य*
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि, समस्त मानव समाज सतभक्ति करके अपना जीवन सफल बनाएं। पूर्ण मोक्ष प्राप्त करके अपने निजघर सतलोक को जाएं, जहां जाने के बाद कभी जन्म मृत्यु नहीं होती।
"रामपाल जी सतगुरु आए , पूर्ण ब्रह्म अवतार।
विश्व मैत्री पूर्ण मोक्ष होगा समाज सुधार।।"
समाज में फैल रही बुराइयों को जड़ से खत्म करना तथा सत भक्ति माध्यम से मानव जीवन का मूल उद्देश्य बताकर मोक्ष कराना, साथ ही एक ऐसे स्वच्छ समाज का निर्माण करना जहां सभी मानव समाज नशा, दहेज, चोरी, ठगी, बेईमानी, मृत्यु भोज, भ्रष्टाचार, भ्रूणहत्या, छुआछूत तथा जाति मजहब मुक्त होकर आपस में प्यार से मिल-जुलकर शांति से सुखी जीवन व्यतीत करें। विश्व में अमन-चैन कायम हो। और यह सब संत रामपाल जी महाराज जी अपने सत्संगों से कर रहे हैं। जन जन तक सतभक्ति पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताए गए सत्य ज्ञान से आज विश्व भर में शांति का माहौल बन रहा है। आध्यात्मिक ज्ञान के माध्यम से आज लाखों लोग नशे की लत से दूर हो रहें हैं। सत भक्ति करने से सभी दुखों से मुक्ति और आश्चर्यजनक लाभ भी परमात्मा से मिल रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी अपने आध्यात्मिक ज्ञान से युवाओं में नैतिक और आध्यात्मिक जागृति ला रहे हैं। समाज में अंधविश्वास, दहेज रूपी कुरूतियों को जड़ से खत्म करना तथा समस्त धार्मिक ग्रंथों में प्रमाण के आधार पर शास्त्र अनुकूल साधना से रूबरू कराना। जिसका परिणाम आज हम देश ही नहीं बल्कि विश्वभर में देख सकते हैं। न जाने कितनी ही बहन बेटियों की दहेज मुक्त शादी हो रही है बिना किसी आडंबर, बिना किसी दहेज, बिना किसी बैंड बाजा के मात्र 17 मिनट में पूर्ण परमात्मा को साक्षी मानकर रमैणी द्वारा। साथ ही साथ युवाओं को भी नशे जैसी बुरी लत से निजात मिल रही है। यह केवल और केवल संत रामपाल जी महाराज जी के आध्यात्मिक ज्ञान से हो रहा है।
"सतगुरु आये दया करी ऐसे दिन दयाल ।"
सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की दया से उनके बताए भक्ति मार्ग के माध्यम से समाज में आज जाति भेदभाव का अंत हो रहा।
वर्तमान में बच्चों तथा युवाओं को नास्तिक तथा उनके नैतिक पतन करने, समाज में अश्लीलता, छोटे अर्ध नग्न कपड़े पहनना, हत्या, चोरी, गुंडागर्दी, घरेलू हिंसा, सास-बहू के झगड़े तथा रेप, अपहरण, बलात्कार जैसी घटनाओं का कारण फिल्में, सिरियल आदि ही है। ये सब चरम सीमा पर होने के कारण समाज में अंशाति बनी हुई है।
लेकिन संत रामपाल महाराज जी के आध्यात्मिक ज्ञान से भ्रष्टाचार को भी रोका जा रहा है। फ़िल्मों तथा सिरियल, नाच गाना आदि से होने वाले नुक़सान के बारे में भी सत्संग में विस्तार से बताया जाता है। जिससे आज़ देश विदेश में लाखों करोड़ों युवाओं के जीवन को नई दिशा मिली है। लोग बुराईयों को त्यागकर सतभक्ति करने लगे हैं। जिससे समाज में शांति स्थापित हो रही है। जहां बच्चे फिल्म, सिरियल, कार्टून, गाने आदि देखा करते थे। वहीं बच्चे आज़ इन बुराईयों से दूर होकर परमात्मा की सतभक्ति करने लगे हैं। इससे हमारी आने वाली पीढ़ी अच्छे संस्कारों वाली बन रही है।
आज वर्तमान में यदि कोई ऐसा संत नहीं है, जो इस प्रकार बुराईयों का अंत कर रहा हो। यहां तक कि सरकार भी लाखों कोशिशों के बाद भी नाकाम रही।
लेकिन संत रामपाल जी महाराज जी ने यह कर दिखाया और आज भी कर रहे हैं, क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी का आध्यात्मिक तत्वज्ञान शास्त्रों में प्रमाणित सत्य ज्ञान है और
इसी सत्यता के आधार पर ही संत रामपाल जी महाराज जी का अपना मिशन मानव जीवन का कल्याण करना और विश्व में शांति बनाए रखना है। इस उद्देश्य को पूर्ण तरीके से फलीभूत करने के लिए जगह-जगह सत्संग किए जाते हैं। टीवी के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान युवाओं, बड़े बुजुर्गों और बच्चों को सुनाया जा रहा है। उनके ज्ञान से प्रभावित होकर आज लाखों लोग उनसे जुड़े रहे हैं।
आध्यात्मिक ज्ञान के साथ-साथ मानव समाज में किस तरह से भाई बहनों का व्यवहार होना चाहिए, किस तरह से अपने बड़े बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए, ये भी संत रामपाल जी महाराज जी ने भलीभांति से अपने सत्संग द्वारा समझाया है।
"सिद्ध तारें पिंड आपणा, साधू तारे खंड।
उसको सतगुरु जानिए, जो तार देवे ब्रह्मंड"।।
संत रामपाल जी महाराज जी ही सच्चे सतगुरु हैं, जिनका उद्देश्य है कि, विश्व के सभी मानव सत्य ज्ञान और सतभक्ति प्रदान करके सुखमय शांति पूर्ण जीवन जीकर अपना जीवन सफल बनाएं। धरती पर स्वर्ग जैसा माहौल बनाने के लिए दिन रात प्रयास कर रहे हैं। जो सफल भी हो रहा है।
इसीलिए संत रामपाल जी महाराज जी को आज विश्वगुरु, विश्व विजेता, जगतगुरु तथा धरती पर अवतार, महापुरुष आदि नाम से भी पुकारा जाता है क्योंकि आज उनके द्वारा बताए गए आध्यात्मिक ज्ञान से मानव जीवन का कल्याण और विश्व मे शांति का माहौल बन रहा है।
उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक जिनमें संपूर्ण ज्ञान शास्त्र अनुसार प्रमाणित है :- जीने की राह, गीता तेरा ज्ञान अमृत, ज्ञान गंगा ये सभी अनमोल पुस्तकें पढ़ रहे।
अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj Youtube Channel पर Visit करें |
#8thSeptember_AvataranDiwas
संत रामपाल जी महाराज जी के 71वें अवतरण दिवस पर देखिये विशेष कार्यक्रम का सीधा प्रसारण
साधना चैनल पर 11:00 AM - 01:00 PM
MH1 श्रद्धा चैनल पर 10:00 AM - 01:00 PM
यह कार्यक्रम हमारे निम्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव भी देख सकते हैं :-
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Twitter - @SaintRampalJiM
आप सभी से विनम्र निवेदन है जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
*🎐जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के अवतरण दिवस पर विशेष🎐*
मानव कल्याण व धरती पर पुनः राम राज्य स्थापित करने के लिए संत रामपाल जी महाराज के संघर्ष
ये एक सार्वभौमिक सत्य है कि जब-जब भी धरती पर महापुरुषों ने जन्म लिया है, उन्होंने अत्यधिक संघर्ष किया है।
वर्तमान में 8 सिंतबर 1951 से जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज इस धरती पर आये हुये है और जीव कल्याण के लिए अनेकों संघर्ष कर रहे हैं। हम तुच्छ जीवों के कल्याण के लिए देशद्रोह जैसे संगीन आरोप भी झेल रहे हैं। सलाखों के पीछे होकर भी हमारा कल्याण सुनिश्चित कर रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया हम भटके हुए जीवो के कल्याण के लिए। आज अनेकों संघर्षों को झेलते हुए भी सतभक्ति और सतज्ञान हम तक पहुँचा दिया। आज सलाखों के पीछे होकर भी जन कल्याण की आंधी तूफान ला रखी है।
संत रामपाल जी महाराज जी के गुरु स्वामी रामदेवानंद जी महाराज ने सन् 1993 में उन्हें सत्संग करने की तथा 1994 में नाम दान करने की आज्ञा प्रदान की। संत रामपाल जी महाराज ने भक्ति में लीन होने के कारण जे.ई. की पोस्ट से त्यागपत्र दे दिया और सन 1994 से 1998 तक घर-घर, गाँव-गाँव, नगर-नगर में जाकर सत्संग किया और अज्ञानी संतो का विरोध भी बढ़ता गया।
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो मेरा सच्चा संत सतनाम के विषय में दृढ़ता से बताएगा उसके साथ उस समय के संत तथा महंत झगड़ा करेंगे क्योंकि वह सच्चा ज्ञान उन नकलियों के नकली ज्ञान का पर्दाफाश करेगा
"जो मम संत सत शब्द दृढ़ावै, वाकै संग सब राड़ बढ़ावै। ऐसे संत महंतन की करणी, धर्मदास मैं तोसे वरणी॥"
संत रामपाल जी महाराज सर्व शास्त्रों को प्रोजेक्टर के द्वारा सत्संग में श्रोताओं को प्रमाण रुप में रुबरु कराते हैं। जिससे अन्य गुरुओं के अनुयायी शास्त्रों में लिखी प्रमाणित भक्ति विधि को अपनी आँखों देखकर जान लेते हैं कि उनके गुरु द्वारा बताई गई भक्ति शास्त्रों वाली नहीं है। वह उन नकली गुरुओं को त्यागकर संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा लेकर सतभक्ति करते हैं जिससे उन्हें सर्व लाभ और सुख मिलते हैं। इस कारण से ईष्यावश अन्य गुरुजन, राजनेताओं से मिलकर संत रामपाल जी महाराज जी को बार- बार बदनाम कर रहे हैं।
जहाँ इस संसार मे बिना स्वार्थ के कोई कार्य होता दिखलाई नहीं पड़ता वही संत रामपाल जी ने मानव समाज पर परोपकार करते हुए सत्यज्ञान युक्त करोड़ों पुस्तकें आम समाज मे फ्री वितरित की ताकि भोली जनता भगवान की सत्य महिमा जानकर उसे पहचानकर अपना कल्याण कर सकें।
अलग-अलग पंथों द्वारा फैलाये गए अज्ञान के किलों का नाश करने के लिए संन्त रामपाल जी को घोर विरोध का सामना करना पड़ा । अपने जीवन के 10 वर्ष जेल में भी बिताने पड़े लेकिन फिर भी उन्होंने इस अद्वितीय कार्य को सिरे तक पहुंचाया। जिससे आज सर्व भगत समाज को सत्यभक्ति सुलभ हुई।
सत्य कहने के कारण संत रामपाल जी ने अपने सत्संगों में भयंकर विरोध का सामना किया । जो लोग न सत्य को स्वीकार कर सकते थे, न सुन सकते थे उन्होंने उनके सत्संगों में पत्थर, उपले आदि भी उछाले। लेकिन संत रामपाल जी ने निर्भीकता से इस मार्ग को उसके अंजाम तक पहुंचाया जिसके परिणाम स्वरूप आज उनके सत्य ज्ञान की पहुंच जन-जन तक संभव हो पाई है।
सत्य ज्ञान को जन जन तक पहुंचाने के लिए संत रामपाल जी ने गाँव- गाँव, नगर- नगर, दिन रात सत्संग किये व नकली गुरुओं द्वारा फैलाये गए अज्ञान को जनता के रूबरू किया जिससे उन्हें नकली गुरुओं के बहकावे में आये श्रद्धालुओं के घोर विरोध का सामना करना पड़ा। लेकिन संत रामपाल जी ने अपने इस अनमोल मिशन को जारी रखा व अपने सत्य ज्ञान को मानने पर भगत समाज को मजबूर कर दिया।
आसानी से जनता तक सत्य प्रमाणित ज्ञान पहुंचाने के लिए संत रामपाल जी महाराज ने सभी संतो को आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा के लिए निमंत्रण भेजे ताकि सत्य क्या है, जनता इसे खुद अपनी आँखों से देखें लेकिन किसी भी संत ने इस निमंत्रण को स्वीकार नहीं किया जिसके कारण प्रोजेक्टर के माध्यम से लोगों को सच्चाई से परिचित करवाने में संत रामपाल जी महाराज को लंबा समय लगा ।
पाखंड फैलाकर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले नकली संतों, आचार्यों के अज्ञान की पोल संत रामपाल जी महाराज जी ने खोल दी जिसका परिणाम यह निकला कि उन नकली सन्तों ने मिलकर करौंथा कांड तथा बरवाला कांड करवाया और संत रामपाल जी महाराज के आश्रमों को तहस-नहस कर दिया ।
जो महापुरुष हजारों कष्टों को सहन कर अपनी तपस्या के सत्य पर अधिक रहता है उनकी बात असत्य नहीं हो सकती यदि आज के करोड़ों मानव उस परम तत्व के ज्ञाता संत को ढूंढ कर स्वीकार कर उनके बताए पथ अनुसार अपनी जीवन शैली को सुधार लेंगे तो पूरे विश्व में सद्भावना, आपसी भाई-चारा तथा सद्भक्ति का वातावरण हो जाएगा।
"कबीर, और ज्ञान सब ज्ञानडी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान, जैसे गोला तोब का, करता चले मैदान "
यह तत्वज्ञान इतना प्रबल है कि इसके समक्ष अन्य संत व त्रषियो का ज्ञान टिक ��हीं पाएगा जैसे तोब यंत्र का गोला जहाँ पर गिरता है वहां पर सर्व किलों तक को ढ़हाकर, साफ मैदान बना देता है।
वर्तमान का मानव बुद्धि जीवी है इसलिए वह जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज विचारों को अवश्य स्वीकार करेगा तथा धन्य होगा।
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www jagatgururampalji.org
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संत रामपाल जी महाराज जी के 71वें अवतरण दिवस पर देखिये विशेष कार्यक्रम का सीधा प्रसारण
साधना चैनल पर 11:00 AM - 01:00 PM
MH1 श्रद्धा चैनल पर 10:00 AM - 01:00 PM
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आप सभी से विनम्र निवेदन है जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
The struggle of Sant Rampal Ji Maharaj ji starts from the year 1994. After 1994, Sant Rampal Ji Maharaj left the job of Junior Engineer and started working in awakening the souls of the whole world. After that, Saint Rampal Ji Maharaj ji made the devotee society aware day and night and never looked back while showing the way of salvation to the lost souls.
जहां आज़ दहेज के कारण न जाने कितनी ही बहन बेटियों को समाज में जिंदा जला दिया जाता है, या फिर बहुत से कष्ट दिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर समाज सुधारक परम संत रामपाल जी महाराज जी अपने अनुयायियों को दहेज मुक्त विवाह करने की शिक्षा देकर दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं। बहन बेटियों को समाज में सम्मान के साथ जीने का अधिकार दे रहे हैं। 8 सितंबर को संत रामपाल जी महाराज का अवतरण दिवस है।