समुद्र में जंग के लिए ऑपरेशनल हुआ स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत
– पश्चिमी बेड़े में शामिल करने से नौसेना के ‘स्वॉर्ड आर्म’ की समुद्री शक्ति और बढ़ी
– पोत के डेक पर 30 विमानों के बेड़े में 18 मिग-29 और 12 कामोव हेलीकॉप्टर होंगे
नई दिल्ली, 20 सितम्बर (हि.स.)। आख़िरकार लम्बे इन्तजार के बाद भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत समुद्र में जंग के लिए ऑपरेशनल हो गया है। तैनाती के रूप में जहाज को पहली बार पश्चिमी बेड़े में शामिल किया गया है, जिससे भारतीय…
डेनमार्क पहुंचा भारतीय नौसेना का जहाज 'तबर', समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर
भारतीय नौसेना का फ्रंटलाइन फ्रिगेट (युद्ध पोत) आईएनएस ‘तबर’ दो दिवसीय यात्रा के लिए डेनमार्क के एस्बर्ज पहुंच गया है। रविवार को नौसेना के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पोस्ट में इस बात की जानकारी दी। बताया गया है कि कैप्टन एमआर हरीश के नेतृत्व में भारतीय नौसेना का फ्रंटलाइन फ्रिगेट आईएनएस तबर नॉर्डिक देश डेनमार्क के एस्बर्ज बंदरगाह पर पहुंच गया है। डेनिश सशस्त्र बलों ने उसका भव्य स्वागत किया। इस यात्रा…
“आईएनएस इंफाल भारत की बढ़ती समुद्री शक्ति का प्रतीक है और यह इसे और मजबूत करेगा। यह भारत-प्रशांत क्षेत्र में 'जलमेव यस्य, बलमेव तस्य' (जो समुद्र को नियंत्रित करता है, वह सर्वशक्तिमान है) के हमारे सिद्धांत को मजबूत करेगा���''
इस जहाज की लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर है और यह 7,400 टन का विस्थापन करता है। आईएनएस इम्फाल, भारत में निर्मित सबसे शक्तिशाली युद्धपोतों में से, एक है। यह संयुक्त गैस और गैस विन्यास में चार शक्तिशाली गैस टर्बाइनों द्वारा संचालित है, और यह 30 नॉट्स से भी अधिक की गति करने में सक्षम है।
रक्षा मंत्री ने आईएनएस इम्फाल को राष्ट्र की विभिन्न शक्तियों के समूह के रूप में परिभाषित किया। “ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने इस जहाज पर ब्रह्मोस मिसाइल स्थापित की है। टॉरपीडो ट्यूब लॉन्चर लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के हैं। रैपिड गन माउंट भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) द्वारा स्थापित किया गया है, और मध्यम दूरी की मिसाइलें भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) द्वारा स्थापित की गई हैं। इसके अलावा, कई स्टार्ट-अप और एमएसएमई इसके निर्माण में शामिल हैं। जैसे कई तत्वों ने आईएनएस इम्फाल को एक ठोस रूप दिया है, वैसे ही हमें 'विकसित भारत' बनाने के लिए सभी क्षेत्रों के लोगों को मिलकर काम करना चाहिए। प्रत्येक नागरिक भारत की सुरक्षा और प्रगति का वाहक है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई काम करता है, तो उसको राष्ट्र की भलाई को ध्यान में रखना चाहिए।”
शिक्षा के जुनून के साथ जन्म लेने वाले श्री शांतनु प्रमाणिक ने 2012 में प्रमाणिक ट्यूटोरियल की स्थापना की, जिसे अब होम ट्यूटर या प्रमाणिक ग्रुप ऑफ एजुकेशन के नाम से जाना जाता है।
अपने विजन के प्रति दृढ़ संकल्प और अटूट प्रतिबद्धता के साथ श्री प्रमाणिक ने देश में सबसे पुरानी ट्यूटोरियल और शैक्षिक परामर्शदात्री के रूप में शिक्षा के प्रमाणिक समूह की स्थापना की। उनके नेतृत्व में, शिक्षा के शिक्षक या प्रमाणिक समूह में तेजी से व���द्धि हुई है और अब पश्चिम बंगाल के 10 से अधिक जिलों में काम कर रहा है।
श्री प्रमाणिक के समर्पण और कड़ी मेहनत ने शिक्षा और शैक्षणिक परामर्श उद्योग में प्रमुख नाम के रूप में होम ट्यूटर या प्रमाणिक समूह की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह अपनी टीम के लिए एक प्रेरणा रहे हैं और उन्होंने हमेशा उन्हें अपने काम में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
संस्थापक, अध्यक्ष और मुख्य शिक्षा अधिकारी के रूप में श्री प्रमाणिक कंपनी के विकास और सफलता के प्रत्येक पहलू में शामिल रहे हैं। उनके व्यावहारिक दृष्टिकोण और नेतृत्व कौशल ने कंपनी के परिचालन के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आज, गृह शिक्षक या शिक्षा के प्रमाणिक समूह को उसकी असाधारण शिक्षा और शैक्षिक परामर्श के लिए पहचाना जाता है और श्री प्रमाणिक के दृष्टिकोण और नेतृत्व कंपनी को अधिक सफलता की दिशा में मार्गदर्शन देते हैं। उत्कृष्टता के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के प्रति उनके जुनून ने उन्हें उद्योग में अपने साथियों का सम्मान और प्रशंसा अर्जित की है।
ईमानदारी, सहानुभूति और सटीकता की प्रतिबद्धता के साथ, होम ट्यूटर या प्रमाणिक समूह शिक्षा शिक्षा और शैक्षिक परामर्श उद्योग में एक विश्वसनीय सेवा प्रदाता के रूप में खुद को स्थापित करने में सक्षम रहा है। कंपनी का मुख्यालय पश्चिम बंगाल कोलकाता में स्थित है और वर्तमान में यह क्षेत्र के 10 से अधिक जिलों में कार्य कर रहा है।
एक गूगल-सर्टिफाइड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में, प्रमाणिक ग्रुप ऑफ एजुकेशन कक्षा i-xii और कॉलेज स्तर की शिक्षा प्रदान करता है और प्रतियोगी परीक्षा (एनडीए, एसएससी, सीजीएल,एपीटीईटी टेस्ट, जेईई एडवांस्ड, एसबीआई पीओ, एम्स, बिट्सैट, डिफेंस परीक्षा, सीईईडीबी परीक्षा, लॉ एंट्रेंस एग्जाम, सीएसई, भारत में बैंकिंग प्रतियोगी परीक्षा, आईबीपीएस पीओ, जेईई मेन, वीआईटीईई,सीएलएटी, भारतीय आर्थिक सेवा परीक्षा,आईएनएस, एलएसएटी इंडिया, रेलवे बोर्ड परीक्षा, सीटीईटी, एम्स, नीट, एम्स, एम्स आदि) प्रदान करता है। शिक्षा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट https://linktr.ee/home.tutters और कंपनी का आधिकारिक फोन नंबर + 918420597201 और आधिकारिक व्हाट्सएप नंबर + 918420597201 है जो अपनी सेवाओं और सुविधाओं के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करता है।
श्री प्रमाणिक के नेतृत्व कौशल और उद्यमिता की भावना ने शिक्षा के प्रमाणिक समूह की प्रगति और सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी आधिकारिक वेबसाइट https://linktre.ee/santanu.pramanik उनके जीवन और कार्य के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करती है।
मालदीव की सीमा के पास गरजेंगे राफेल फाइटर जेट, मुइज्जू को भारी पड़ेगी चीन की गुलामी, ऐक्शन में भारत
माले: चीन के इशारे पर भारत को आंखें दिखा रहे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को अब करारा जवाब मिलने जा रहा है। भारत मालदीव से मात्र 507 किमी दूरी पर बसे लक्षद्वीप के मिनिकोय में अपने एयर और नेवल बेस आईएनएस जटायु का अगले सप्ताह उद्घाटन करने जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि भारत का यह नेवल बेस अरब सागर में एक तरह से मालदीव का विकल्प है। लक्षद्वीप में भारतीय नौसैनिक अड्डे का निर्माण पूरा होने का मतलब है कि अब जल्द ही राफेल जैसे भारत के सबसे घातक फाइटर जेट लक्षद्वीप में उतर सकेंगे। यही नहीं भारतीय लड़ाकू विमानों की यह गर्जना मालदीव के मुइज्जू के रास्ते चीन तक सुनाई देगी। इसका असर पूरे पश्चिमी हिंद महासागर में देखा जाएगा। यह वही इलाका है जहां पर चीन के जासूसी जहाज और युद्धपोत पहुंचते रहते हैं और ड्रैगन बहुत तेजी से अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। भारत अगले सप्ताह इस नेवल बेस का उद्घाटन करने जा रहा है जो ठीक उसी समय हो रहा है जब मालदीव से भारतीय सैनिकों का पहला दल वहां से आने वाला है। मुइज्जू के आदेश पर भारतीय सैनिकों को वापस बुलाया जा रहा है। इससे पहले मुइज्जू ने चुनाव प्रचार के दौरान इन सैनिकों के खिलाफ 'इंडिया आउट' कैंपेन चलाया था। मुइज्जू ने भारत के साथ मालदीव की परंपरागत दोस्ती में जहर बो दिया है और अब वह चीन के इशारे पर लगातार जहर उगल रहे हैं। चीन के दौरे से लौटने के बाद मुइज्जू ने तुर्की से यूक्रेन वाले बायरकतार हमलावर ड्रोन लेने का ऐलान किया है। मुइज्जू ने कहा कि इसके जरिए वह भारतीय सीमा से सटे मालदीव के इलाके की निगरानी करेंगे।
मालदीव पर क्यों है चीन की नजर?
मालदीव ने तुर्की के साथ यह करोड़ों डॉलर की ड्रोन डील ऐसे समय पर की है जब उनका देश कर्ज में डूबा हुआ है। मालदीव पर सबसे ज्यादा कर्ज चीन का है। मालदीव में नई सरकार ने भारत को छोड़कर चीन के प्रति अपनी निष्ठा बना ली है, जिसे भारत के रणनीतिक हितों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। मालदीव का रणनीतिक महत्व उसके आकार से ज्यादा उसकी लोकेशन में है। यह 960 किलोमीटर लंबी पनडुब्बी रिज पर स्थित है जो उत्तर से दक्षिण तक जाती है, जो हिंद महासागर के बीच में एक दीवार के रूप में काम करती है। हिंद महासागर क्षेत्र में संचार के दो महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग हैं जो दक्षिण पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया के बीच समुद्री व्यापार को सुविधाजनक बनाते हैं। ये मार्ग मालदीव के दक्षिणी और उत्तरी छोर पर स्थित हैं। मलक्का जलडमरूमध्य, अदन और होरमुज की खाड़ी अंतरराष्ट्रीय व्यापार और ऊर्जा प्रवाह के लिए इन मार्गों पर बहुत अधिक निर्भर करती हैं। अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए हिंद महासागर के प्राथमिक मार्ग होने के बावजूद, मालदीव इसके लिए एक 'प्रवेश द्वार' की भूमिका निभाता है। लक्षद्वीप द्वीप समूह में नौसैनिक हवाई अड्डे के निर्माण के साथ, भारत का लक्ष्य हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति और प्रभाव बनाए रखना है।
मालदीव को जवाब है मिनिकोय
अपने रणनीतिक हितों को सुरक्षित करने और एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को बनाए रखने के लिए भारत का यह कदम जरूरी है। भारत का आईएनएस जटायु नाम का बेस, इस क्षेत्र में नौसेना की मौजूदगी को बढ़ाएगा। आईएनएस जटायु बेस मिनिकॉय द्वीप पर होगा, जो लक्षद्वीप के खूबसूरत द्वीपों में से एक है। मिनिकॉय द्वीप 9-डिग्री चैनल के पास स्थित है, जो एक व्यस्त शिपिंग रूट है, जो मालदीव के सबसे उत्तरी द्वीप से लगभग 130 किलोमीटर दूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब लक्षद्वीप का द्वीप का दौरा किया था, तब भारत और मालदीव के बीच एक कूटनीतिक विवाद हो गया था। मालदीव की नई सरकार ने भारत से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा और एक चीनी जासूसी पोत का स्वागत किया जिसे श्रीलंका ने अपने यहां रुकने की अनुमति देने से पहले ही मना कर दिया था। इसका भारतीय जनता ने पर्यटन के लिए देश का बहिष्कार करके करारा जवाब दिया था। यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लिए इस क्षमता को विकसित करना जरूरी था। आईएनएस जटायु में एक विमानन सुविधा होगी। यह न केवल भारत की समुद्री डोमेन जागरूकता को बढ़ाएगा बल्कि हमारे समुद्री पड़ोस में विकास की बेहतर निगरानी भी करेगा। शुरुआत में, आईएनएस जटायु को अधिकारियों और जवानों के एक छोटे से दल के साथ चालू किया जाएगा। हालांकि, इसे विस्तारित करने की योजना है ताकि राफेल जैसे लड़ाकू विमान यहां से उड़ान भर सकें। आईएनएस जटायु का उद्घाटन समारोह चुपके से नहीं होने जा रहा है। भारत यह सुनिश्चित कर रहा है कि क्षेत्र की शक्तियां इस पर ध्यान दें, क्योंकि समारोह के दौरान भारतीय नौसेना के दोनों ही विमानवाहक पोत वहां मौजूद रहेंगे, जो पूरी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और कुल 15 युद्धपोत 4-5 मार्च को होने वाले… http://dlvr.it/T3W29B
Indian Navy में शामिल हुई, समंदर की साइलेंट किलर है सबमरीन 'वागीर'
नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। भारतीय नौसेना में कलवरी क्लास सबमरीन यानी पनडुब्बी INS वागीर को आज शामिल किया गया. नौसेना की ताकत को बढ़ाने के लिए आईएनएस वागीर को आज 23 जनवरी के दिन शामिल किया गया. जैसे-जैसे भारतीय सीमाओं की सुरक्षा को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है वैसे ही अब इस सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य, अखंड बनाने की तैयारी भी की जा रही है. अब इसी कड़ी में भारतीय नौसेना की ताकत को और बढ़ाने के लिए आईएनएस वागीर आ गई है.
कलवरी क्लास की पांचवीं पनडुब्बी आइएनएस
आईएनएस वागीर, कलावरी क्लास की पांचवीं सबमरीन है. परियोजना-75 के तहत पहली सबमरीन INS कलवरी को भारतीय नौसेना में दिसंबर 2017, दूसरी सबमरीन INS खंडेरी को सितंबर 2019 में, तीसरी सबमरीन INS करंज को मार्च 2021 में और चौथी INS वेला को नवंबर 2021 में सेवा में शामिल किया गया था. आज आईएनएस वागीर भी हिन्द महासागर की शान बन गई. छठी और आखिरी सबमरीन वाग्शीर को 2023 के अंत तक नौसेना को सौंपे जाने की उम्मीद है.
नौसेना के अनुसार यह पनडुब्बी भारतीय सेना की क्षमता को बढ़ावा देने का काम करेगी और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देगी। यह खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) पर काम करती है।
भारतीय नौसेना के अनुसार, पनडुब्बी दुश्मन को रोकने की भारतीय नौसेना की क्षमता में इजाफा करके भारत के समुद्री हितों को आगे बढ़ाएगी। यह संकट के समय में निर्णायक वार करने के लिए खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) अभियान के संचालन में भी मददगार साबित होगी।” नौसेना के अनुसार, ‘वागीर’ का अर्थ ‘सैंड शार्क’ है, जो तत्परता एवं निर्भयता के भाव को प्रतिबिंब करती है।
पनडुब्बी भारतीय नौसेना की क्षमता को बढ़ावा देगी ताकि दुश्मन को रोकने में भारत के समुद्री हितों को आगे बढ़ाया जा सके और संकट के समय में निर्णायक वार के लिए खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) का संचालन किया जा सके. ‘वागीर’ का अर्थ रेत शार्क है, जो तत्परता और निडरता का प्रतिनिधित्व करती है, ये दो गुण एक पनडुब्बी के लोकाचार के पर्याय हैं.
दुनिया के कुछ बेहतरीन सेंसर से लैस, इसके हथियार पैकेज में पर्याप्त वायर गाइडेड टॉरपीडो और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं, जो दुश्मन के बड़े से बड़े बेड़े को बेअसर कर सकती हैं. नौसेना ने कहा कि पनडुब्बी में विशेष अभियानों के लिए समुद्री कमांडो को लॉन्च करने की क्षमता भी है, जबकि इसके शक्तिशाली डीजल इंजन साइलेंट (खुफिया) मिशन के लिए बैटरी को जल्दी से चार्ज कर सकते हैं.
आत्मरक्षा के लिए इसमें अत्याधुनिक टारपीडो डिकॉय सिस्टम है. हिंद महासागर में चीनी नौसेना की बढ़ती उपस्थिति के बीच आईएनएस वागीर (INS VAGIR) को शामिल किया गया है.
आईएनएस वागीर कलवारी क्लास की 5वीं पनडुब्बी है, जो कि काफी घातक है. इसमें सारे हाईटेक हथियार है. इसकी स्पीड भी अच्छी है और इसका सोनार और रडार सिस्टम भी सबसे बेहतरीन है.
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भारत-फ्रांस द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास 'वरुण'- 2023 का 21वां संस्करण शुरू हुआ।
द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास का 21वां संस्करण – भारत ���र फ्रांस के बीच वरुण अभ्यास 16 जनवरी 2023 को पश्चिमी समुद्र तट से शुरू हुआ। यह अभ्यास 20 जनवरी तक चलेगा।
इस संस्करण में स्वदेशी गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस चेन्नई, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तेग, समुद्री गश्ती विमान पी-8आई और डोर्नियर, अभिन्न हेलीकॉप्टर और मिग29के लड़ाकू विमान की भागीदारी देखी जाएगी।
फ्रांसीसी नौसेना का…
नौसेना में शामिल विध्वंसक की ताकत / खासियत को समझें - INS Murmugao आईएनएस मोरमुगाओ (INS Mormugao) प्रोजेक्ट- 15B के तहत 2nd (चार में से दूसरा) स्टील्थ-गाइडेड मिसाइल विध्वंसक युद्धपोत है। 18 दिसंबर, 2022 को भारतीय नौसेना में शामिल यह युद्धपोत आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया की मिसाल है इसमें लगे सामान का 75 फीसदी भारत में ही बना है। इस विडियो के माध्यम से हम समझेंगे की आईएनएस मोरमुगाओ (INS Mormugao) कैसे भारत की ताकत बढ़ता है और रणनीतिक रूप से भारत के नेवी को ताकतवर बनाता है। https://youtu.be/FdR9e7Mb2VE https://www.instagram.com/p/CmY785kvoaH/?igshid=NGJjMDIxMWI=
रियर एडमिरल एएन प्रमोद ने महाराष्ट्र नेवल एरिया के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग (एफओएमए) के रूप में कार्यभार संभाला
रियर एडमिरल एएन प्रमोद ने महाराष्ट्र नेवल एरिया के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग (एफओएमए) के रूप में कार्यभार संभाला
रियर एडमिरल संदीप मेहता, वीएसएम ने 28 नवंबर 2022 को आईएनएस कुंजली परेड ग्राउंड में आयोजित एक भव्य औपचारिक परेड में महाराष्ट्र नौसेना क्षेत्र के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग की बैटन रियर एडमिरल एएन प्रमोद को सौंपी।
1 जुलाई 1990 को भारतीय नौसेना में नियुक्त रियर एडमिरल प्रमोद एक योग्य नेवल एयर ऑपरेशन्स ऑफिसर और एक संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ हैं। वह प्रतिष्ठित नौसेना अकादमी, गोवा, रक्षा सेवा…
भारतीय नौसेना ने परियोजना 15बी के दूसरे जहाज आईएनएस मोरमुगाओ की डिलीवरी प्राप्त की
भारतीय नौसेना ने परियोजना 15बी के दूसरे जहाज आईएनएस मोरमुगाओ की डिलीवरी प्राप्त की
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) में बनाए जा रहे प्रोजेक्ट 15B स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर के दूसरे जहाज Y 12705 (मोरमुगाओ) को 24 नवंबर 2022 को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था। प्रोजेक्ट 15B के चार जहाजों के लिए अनुबंध पर 28 जनवरी 2011 को हस्ताक्षर किए गए थे। यह परियोजना कोलकाता वर्ग (परियोजना 15ए) के विध्वंसक का अनुवर्ती है जिसे पिछले दशक में कमीशन किया गया था और परियोजना का प्रमुख…
भारतीय नौसेना 06 मार्च 2024 को नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार की उपस्थिति में नौसेना डिटैचमेंट मिनिकॉय को आईएनएस जटायु के रूप में तैनात करेगी। यह आयोजन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लक्षद्वीप समूह में सुरक्षा संबंधी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के नौसेना के संकल्प में महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
नौसेना डिटैचमेंट मिनिकॉय की स्थापना 1980 के दशक की शुरुआत में नौसेना ऑफिसर इन चीफ (लक्षद्वीप) की परिचालन कमान के तहत की गई थी। मिनिकॉय, लक्षद्वीप का सबसे दक्षिणी द्वीप है जो संचार की महत्वपूर्ण समुद्री लाइनों (एसएलओसी) तक फैला हुआ है। अ��ेक्षित बुनियादी ढांचे और संसाधनों के साथ एक स्वतंत्र नौसेना इकाई की स्थापना से द्वीपों में भारतीय नौसेना की समग्र परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी। यह बेस परिचालन पहुंच को बढ़ाएगा और पश्चिमी अरब सागर में एंटी-पायरेसी एवं एंटी नारकोटिक्स ऑपरेशंस की दिशा में भारतीय नौसेना के परिचालन प्रयासों को सुविधा प्रदान करेगा। यह क्षेत्र में पहली कार्रवाई करने वाले के रूप में भारतीय नौसेना की क्षमता को बढ़ाएगा और मुख्य भूमि के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाएगा। नौसेना बेस की स्थापना द्वीपों के व्यापक विकास की दिशा में भारत सरकार के फोकस के अनुरूप है।
कावारत्ती में आईएनएस द्वीपरक्षक के बाद आईएनएस जटायु लक्षद्वीप में दूसरा नौसेना बेस है। आईएनएस जटायु के तैनात किए जाने के साथ, भारतीय नौसेना लक्षद्वीप समूह में अपनी पैठ मजबूत करेगी और परिचालन निगरानी, पहुंच एवं जीविका को बढ़ाने के साथ-साथ यह क्षमता निर्माण व द्वीप क्षेत्रों के व्यापक विकास के एक नए युग की शुरुआत करेगी।
नोएडा में कुतों का आतंक जारी, मासूम बच्ची को बुरी तरह काटकर किया घायल, मालिक पर लगा भारी जुर्माना
नोएडा में कुतों का आतंक जारी, मासूम बच्ची को बुरी तरह काटकर किया घायल, मालिक पर लगा भारी जुर्माना
छवि स्रोत: आईएनएस/पेक्सेल
नोएडा में कुत्तों का आतंक
दिल्ली-एन में कुत्तों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। फिर ग्रेटर नोएडा में कुत्तों ने एक बच्ची को काट लिया। लेकिन इस बार हरकत में आई और कुत्ते के मालिक के ऊपर भारी जुर्माना लग गया।
नोएडा फिर ग्रेटर नोएडा में आतंक
नोएडा में भी कुत्तों ने एक बच्ची का शिकार बनाया और उसे बुरी तरह से काट लिया। जिसके बाद ग्रेटर नोएडा में जिस तरह से नोटिस काटा…
परमाणु पनडुब्बी INS Arihant से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण #news4
नई दिल्ली। सामरिक दृष्टि से भारत के साथ एक और उपलब्धि जुड़ गई है। भारत ने परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत (INS Arihant) से शुक्रवार को सफल परीक्षण किया है। बंगाल की खाड़ी में किए इस परीक्षण में मिसाइल से सटीक निशाना साधा गया। रक्षा क्षेत्र में इसे भारत की महत्वपूर्ण रणनीतिक उपलब्धि माना जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण एक पूर्व निर्धारित सीमा तक क���या गया। इसने…