Devar Bhabhi Affair एक-दूसरे के इश्क में पागल थे देवर और भाभी, रिश्तों में दीवार बन रहे भैय्या को दे डाली खौफनाक मौत
Devar Bhabhi Affair : Bihar : बेगूसराय पुलिस ने 30 अप्रैल की रात हुई हत्या का खुलासा कर लिया है। हत्या में शामिल मृतक की पत्नी, छोटे भाई और भाई के दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हत्याकांड की साजिश मृतक के छोटे भाई ने की थी। उसका अपनी ही भाभी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे लेकिन रास्ते में आ रहे भाई को हटाने की साजिश देवर भाभी ने मिलकर रची थी।
भाभी का आशिक…
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🕯️हम एक दूसरे की रक्षा नहीं कर सकते। न जन्म देने वाले माता-पिता न भाई बहन, न दोस्त, न रिश्तेदार, न ही कोई डॉक्टर। रक्षा तो केवल वो कर सकता है जिसने मां के पेट में भी हम सबका पालन पोषण किया। परमात्मा ही जीव का असली रक्षक है।
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Bharat Jodo Yatra : प्रादेशिक भारत जोड़ो यात्रा में आपस में ही भिड़े कांग्रेसी, जमकर चले लाठी डंडे
Bharat Jodo Yatra : प्रादेशिक भारत जोड़ो यात्रा में आपस में ही भिड़े कांग्रेसी, जमकर चले लाठी डंडे
कौशांबी: नगर पालिक भरवारी के रेलवे फाटक के करीब कांग्रेस की प्रादेशिक भारत जोड़ो यात्रा में सोमवार को जमकर लाठी-डंडे व पत्थर चले। करीब 15 मिनट तक सड़क पर अराजकता के चलते कई राहगीर, स्थानीय पटरी दूकानदार प्रभावित हुए। किसी को चोट आई तो किसी का पूरा ठेला ही मारपीट में पलट गया। बताया जा रहा है कि पार्टी में पीसी सदस्य व पूर्व प्रधान के 2 गुट आपसी रंजिश में विवाद कर बैठे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में…
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फेडरर-नडाल प्रतिद्वंद्विता ने खेल का उत्थान किया, और दोनों खिलाड़ियों को उद्देश्य की भावना दी
फेडरर-नडाल प्रतिद्वंद्विता ने खेल का उत्थान किया, और दोनों खिलाड़ियों को उद्देश्य की भावना दी
दोनों ने अपना पहला मैच मार्च 2004 में मियामी मास्टर्स में खेला, जहां नडाल ने फेडरर को सीधे सेटों में हराया
दोनों ने अपना पहला मैच मार्च 2004 में मियामी मास्टर्स में खेला, जहां नडाल ने फेडरर को सीधे सेटों में हराया
एक खेल प्रतिद्वंद्विता में निवेश करने के लिए शुद्ध भावना के क्षणों का अनुभव करना है। यह उत्साह और निराशा की भावनाओं के माध्यम से प्रशंसकों को खेल से घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ छोड़ देता…
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दो अलग-अलग दुर्घटना में एक महिला एक पुरुष की मौत, एक के पानी में डूबकर जबकि दूसरे ने ट्रैक्टर के नीचे थोड़ा अपना दम
दो अलग-अलग दुर्घटना में एक महिला एक पुरुष की मौत, एक के पानी में डूबकर जबकि दूसरे ने ट्रैक्टर के नीचे थोड़ा अपना दम
Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर एवं चांद थाने में दो अलग-अलग घटनाओं में एक महिला एवं एक युवक की मौत होने का मामला सामने आया है प्रथम मामला चैनपुर थाना क्षेत्र के उदयरामपुर पंचायत के ग्राम इशापुर की है शनिवार की सुबह घूमने फिरने निकले एक युवक की नहर में डूबने से मौत हो गई, मृतक युवक की पहचान ग्राम इशापुर के निवासी लक्ष्मण पासवान के 17 वर्षीय पुत्र रवि पासवान के रूप में हुई है।
घटना से संबंधित मिली…
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Kumkum Bhagya : Kahani Mein Confusion ! | SBS
Kumkum Bhagya : Kahani Mein Confusion ! | SBS
#KumkumBhagya #KKB #PranBir #MugdhaChaphekar #KrishnaKaul
On one hand, Prachi is angry at Ranbir as she thinks that Ranbir is cheating her, on the other hand, Ranbir is also upset with Prachi for wearing heels even after she is pregnant.
क्या प्राची और रणबीर का प्यार उनके ग़ुस्से को दूर कर पाएगा?
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बंदरों ने मिलकर कुत्ते को रगड़-रगड़कर नहलाया, साबुन-शैम्पू से की जमकर धुलाई, वीडियो वायरल
बंदरों ने मिलकर कुत्ते को रगड़-रगड़कर नहलाया, साबुन-शैम्पू से की जमकर धुलाई, वीडियो वायरल
जानवरों की मस्ती के भी क्या ही कहने. कई बार जानवरों की अजीब हरकतों वाली कई तस्वीरें हैरान कर जाती हैं. तो कभी-कभी हंसने की वजह बन जाती है. एक से एक हरकतें कर वो सोचने पर मजबूर कर जाते हैं कि आखिर वो इंसानों वाले ये अंदाज कैसे अपनाने लगे हैं. इंसानों के साथ बिल्कुल किसी साथी की तरह ही पेश आते हैं. कभी खिलाते-पिलाते हैं तो कभी घिस-घिसकर नहलाते भी हैं.
@MorissaSchwartz ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक…
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वाणी:- गुरु बिनु काहु न पाया ज्ञाना। ज्यों थोथा भुस छड़े किसाना।।
सरलार्थ:- गुरु जी के बिना किसी को आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त नहीं होता। जो नकली गुरु से ज्ञान प्राप्त करके शास्त्रविरुद्ध साधना करते हैं या मनमुखी साधना स्वयं एक-दूसरे को देखकर करते हैं, वे तो ऐसा कर रहे हैं कि जैसे मूर्ख किसान थोथे भूस अर्थात् धान की पराल (भूसा) या सरसों का झोड़ा (भूसा) जिसमें से चावल या धान तथा सरसों निकल गयी हो और भूखा पड़ा हो, इस भूसे को कूट रहा हो या छिड़ रहा हो। वर्तमान में धान को पटक-पटककर धान तथा भूसा भिन्न-भिन्न करते हैं, परन्तु केवल भूस को छिड़ाने यानि कूटने से धान-सरसों प्राप्त नहीं होती। प्रयत्न मेहनत उतनी ही करता है जो व्यर्थ रहती है और कुछ हाथ नहीं लगता। ठीक उसी प्रकार पूर्ण गुरु से दीक्षा तथा ज्ञान प्राप्त किए बिना किया गया भक्ति कर्म उसी प्रकार व्यर्थ है जैसे भूसा छिड़ाने (कूटने) वाले को कुछ भी प्राप्ति नहीं होती।
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