CM साय 4 मार्च को राजिम कुंभ में होंगे शामिल
रायपुर। राजिम कुंभ कल्प मेला में 4 मार्च जानकी जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल होंगे। अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का शिव महापुराण कथा सहित अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री अरूण साव करेंगे। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, वाणिज्य और उद्योग…
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भजनलाल के मंत्रियों को महकमों का इंतजार, 'मलाईदार' विभाग के लिए दिल्ली तक लॉबिंग
जयपुर: लंबे इंतजार के बाद राजस्थान में भजनलाल मंत्रिमंडल का गठन हो गया है। नए साल के पहले दिन आधा दर्जन से ज्यादा मंत्रियों ने सचिवालय पहुंचकर कार्यभार ग्रहण किया। मंगलवार 2 जनवरी को भी कुछ मंत्री सचिवालय पहुंचे और पूजा अर्चना के बाद पदभार ग्रहण किया। भजनलाल मंत्रिमंडल ने 30 दिसंबर को मंत्री पद की शपथ ली थी। लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी मंत्रिमंडल के गठन के 5-6 दिन बाद विभागों का बंटवारा हुआ था। ऐसे में राजस्थान में भी विभागों के बंटवारे में कुछ दिन का समय लगने की संभावना जताई जा रही है।
बड़े विभाग की जुगत में जुटे मंत्री
सरकार में कुछ विभाग ऐसे होते हैं जो सबसे अहम माने जाते हैं। इनमें गृह, नगरीय विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, बिजली, जलदाय, खनिज, उद्योग, परिवहन, कृषि, सहकारिता और राजस्व विभाग शामिल हैं। इन विभागों को 'मलाईदार' विभाग यानी कमाई के विभाग माना जाता है। मंत्रिमंडल में शामिल हर मंत्री चाहते हैं कि उन्हें बड़े विभाग मिले ताकि करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट उनकी देखरेख में हों। बताया जा रहा है कि शपथ के बाद कई मंत्री दिल्ली तक इस लॉबिंग में जुट गए हैं। पसंदीदा विभाग लेने के लिए अलग अलग संपर्क तलाशे जा रहे हैं। केबनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा सोमवार देर रात को दिल्ली पहुंच गए। वे मंगलवार दिनभर दिल्ली ही रहेंगे। बुधवार को जयपुर लौटेंगे।
तजुर्बे को देखकर दिए जाएं विभाग: खींवसर
कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने सोमवार को पदभार ग्रहण किया। इस दौरान मीडियाकर्मियों की ओर से उनसे पूछा गया कि आप कौन सा विभाग लेना चाहते हैं। इसका जवाब देते हुए गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि तजुर्बे के हिसाब से विभागों का बंटवारा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व में वे ऊर्जा विभाग के मंत्री रह चुके हैं। यह बड़ा महत्वपूर्ण विभाग है। अनुभव को देखते हुए उन्हें फिर से ऊर्जा विभाग ही दिया जाना चाहिए ताकि अनुभव का फायदा मिल सके।
बड़े विभाग सीएम के पास रहने की संभावना
गृह और वित्त जैसे बड़े विभाग पूर्ववर्ती सरकार के समय मुख्यमंत्री के पास रहे थे। हालांकि वसुंधरा राजे के कार्यकाल में गुलाबचंद कटारिया गृह मंत्री थे। इस बार वित्त विभाग तो मुख्यमंत्री के पास रहने की संभावना है जबकि गृह विभाग का जिम्मा कैबिनेट मंत्री को दिया जा सकता है ताकि प्रदेश के कानून व्यवस्था की सही मॉनिटरिंग हो सके। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में पूरे पांच साल तक गृह विभाग सीएम के पास ही था। ऐसे में बीजेपी ने कई बार सवाल भी उठाए थे।
डिप्टी सीएम को भी मिलेंगे विभाग
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में डेढ़ साल तक सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री रहे लेकिन पायलट के पास कोई भी विभाग नहीं था। ऐसे में वे सिर्फ नाम के डिप्टी सीएम थे जबकि उनके पास कोई काम नहीं था। भजनलाल सरकार में दीया कुमारी और डॉ. प्रेमचंद बैरवा दो डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। दोनों डिप्टी सीएम को इस बार कुछ विभाग दिए जा सकते हैं। पिछले काफी दिनों से इस संबंध में मांग भी उठ रही है। इसे देखते हुए विभागों के बंटवारे के दौरान डिप्टी सीएम को विभाग दिया जाना तय माना जा रहा है। http://dlvr.it/T0s2s4
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कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश.
रायपुर । छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने निवास कार्यालय में कृषि विभाग के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। कृषि मंत्री का पदभार मिलने के बाद साहू ने पहली बार अधिकारियों की बैठक ली और उनसे कहा कि राज्य सरकार का मुख्य फोकस किसान और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर है। साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप मैदानी अमले कृषि और उससे जुड़े विभागों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान…
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छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के बैनर तले आज किसानों ने दुर्ग के पटेल चौक में प्रदर्शन किया किसान बघेल सरकार को पिछले विधानसभा चुनाव में किये गये उन वायदों की याद दिलाने वाले नारे लगा रहे थे।
किसानों का आरोप है कि बघेल सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में चना, गेहूं की खरीद करने, किसान पेंशन लागू करने और दो साल का बोनस देने का वायदा पूरा नहीं किया है।
किसान 28 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीद करने की घोषणा करने, सिंचाई पंपों की बिजली कटौती बंद करने और किसान न्याय योजना की राशि को 18 हजार घोषित करने की मांग कर रहे थे किसान संगठन ने अपनी मांगों से संबंधित मुख्यमंत्री के नाम संयुक्त कलेक्टर मिरी को ज्ञापन सौंपा।
प्रदेश के थोक सब्जी मंडियों में कमीशन की अलग अलग राशि वसूलने से नाराज़ किसान एक समान नियम बनाने की मांग से संबंधित मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के नाम अलग से ज्ञापन सौंपा उल्लेखनीय है कि 5 जुलाई को संगठन ने मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के रायपुर निवास कार्यालय में ज्ञापन दिया था जिस पर सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं किया है।
आज के प्रदर्शन में राजकुमार गुप्त, आई के वर्मा,झबेंद्र भूषण वैष्णव, पुरुषोत्तम बाघेला, बद्रीप्रसाद पारकर, बाबूलाल साहू, मेघराज मढरिया,कल्याण सिंह ठाकुर, संतु पटेल, राजेन्द्र साहू, प्रमोद पवार, परमानंद यादव, पुकेश साहू, वेदनाथ हिरवानी, भगतराम, राम नारायण वर्मा,मनीराम, पंचराम साहू, रामकुमार साहू, कैलाश देवांगन, विष्णु टंडन,बहुर सिंह, जितेंद्र निषाद, गांधी धनकर, खिलावन देवांगन, बालाराम साहू, द्वारका साहू, संतोष साहू,लोचन सिंहा, पितांबर साहू आदि शामिल थे।
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मातृ शक्ति को समर्पित विश्व का एकमात्र कौशल्या माता मंदिर छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में स्थित है। नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए मंदिर प्रांगण में तीन दिवसीय माता कौशल्या महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। आज महोत्सव के तीसरे दिन का समापन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के विशिष्ट आतिथ्य में होगा। इस दौरान देश के मशहूर गायक पद्म श्री कैलाश खेर अपने भक्तिमय गीतों से माता कौशल्या धाम में दर्शकों के सामने अपनी मनमोहक प्रस्तुति देंगे।
इसके साथ ही मुंबई की मशहूर गायिका तृप्ति शाक्या, रायगढ़ के देवेश शर्मा के भक्तिमय गीत संगीत के साथ ही स्थानीय महिला मानस मंडली के द्वारा रामायण मानस गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। गौरतलब है कि राम रामायणी परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए रामायण मानस मंडली कलाकारों को सम्मान देने की परंपरा की शुरूआत की गयी है। इसके तहत राज्य सरकार द्वारा प्रति मानस मंडली को 5 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है।
माता कौशल्या महोत्सव के समापन अवसर पर अध्यक्ष के तौर पर संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, विशिष्ट अथिति के रूप में गृह एवं पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे तथा नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया उपस्थित रहेंगे।
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गोधन न्याय योजना को एक औऱ राष्ट्रीय पुरस्कार
छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना को फिर से एक राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने प्रदेशवासियों एवं कृषि विभाग के समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं.
दिल्ली टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी नई दिल्ली के डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना को ई-गवर्नेंस अवार्ड…
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केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्रों की 29वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्रों की 29वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आज मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) की 29वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का उद्घाटन मध्य प्रदेश के मुरैना में किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए श्री तोमर ने कहा कि कृषि का क्षेत्र विशाल और चुनौतीपूर्ण है। यह कोई एंड-टू-एंड टास्क नहीं है बल्कि यह हमेशा पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला निरंतर कार्य रहेगा। देश में कृषि के…
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केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्रों की 29वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्रों की 29वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया
कृषि विज्ञान केंद्रों का देश के कृषि विकास में अहम योगदान- श्री तोमर
प्रविष्टि तिथि: 12 NOV 2022 6:25PM by PIB Delhi
मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) की 29वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का उद्घाटन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। इस अवसर पर श्री तोमर ने कहा कि कृषि का क्षेत्र व्यापक व चुनौतीपूर्ण है, यह खत्म होने वाला कार्य नहीं है, इसमें…
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दलहनी फसलों पर छत्तीसढ़ में आज से होगा अनुसंधान|
विकास के लिए रायपुर में आज से जुटेंगे, देश भर के सौ से अधिक कृषि वैज्ञानिक
रायपुर। छत्तीसगढ़ में वर्तमान समय में लगभग 11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में दलहनी फसलें ली जा रहीं है, जिनमें अरहर, चना, मूंग, उड़द, मसूर, कुल्थी, तिवड़ा, राजमा एवं मटर प्रमुख हैं।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में दलहनी फसलों पर अनुसंधान एवं प्रसार कार्य हेतु तीन अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाएं – मुलार्प फसलें (मूंग, उड़द, मसूर, तिवड़ा, राजमा, मटर), चना एवं अरहर संचालित की जा रहीं है जिसके तहत नवीन उन्नत किस्मों के विकास, उत्पादन तकनीक एवं कृषकों के खतों पर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन का कार्य किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय द्वारा अब तक विभिन्न दलहनी फसलों की उन्नतशील एवं रोगरोधी कुल 25 किस्मों का विकास किया जा चुका है, जिनमें मूंग की 2, उड़द की 1, अरहर की 3, कुल्थी की 6, लोबिया की 1, चना की 5, मटर की 4, तिवड़ा की 2 एवं मसूर की 1 किस्में प्रमुख हैं।ये भी पढ़ें: ICAR ने बताए सोयाबीन कीट एवं रोग नियंत्रण के उपाय
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के उपरान्त पिछले 20 वर्षों में प्रदेश में दलहनी फसलों के रकबे में 26 प्रतिशत, उत्पादन में 53.6 प्रतिशत तथा उत्पादकता में 18.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके बावजूद प्रदेश में दलहनी फसलों के विस्तार एवं विकास की असीम संभावनाएं हैं। इसी के तहत देश में दलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान एवं विकास हेतु कार्य योजना एवं रणनीति तैयार करने, देश के विभिन्न राज्यों के 100 से अधिक दलहन वैज्ञानिक, 17 एवं 18 अगस्त को कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में जुटेंगे।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के सहयोग से यहां दो दिवसीय रबी दलहन कार्यशाला एवं वार्षिक समूह बैठक का आयोजन किया जा रहा है। कृषि महाविद्यालय रायपुर के सभागृह में आयोजित इस कार्यशाला का शुभारंभ प्रदेश के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे करेंगे। शुभारंभ समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के उप महानिदेशक डॉ. टी.आर. शर्मा, सहायक महानिदेशक डॉ. संजीव शर्मा, भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर के निदेशक डॉ. बंसा सिंह तथा भारतीय धान अनुसंधान संस्थान हैदराबाद के निदेशक डॉ. आर.एम. सुंदरम भी उपस्थित रहेंगे। समारोह की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल करेंगे।
इस दो दिवसीय रबी दलहन कार्यशाला में चना, मूंग, उड़द, मसूर, तिवड़ा, राजमा एवं मटर का उत्पादन बढ़ाने हेतु नवीन उन्नत किस्मों के विकास एवं अनुसंधान पर विचार-मंथन किया जाएगा।ये भी पढ़ें: MSP पर छत्तीसगढ़ में मूंग, अरहर, उड़द खरीदेगी सरकार
भारत आज मांग से ज्यादा कर रहा अनाज का उत्पादन
उल्लेखनीय है कि भारत में हरित क्रांति अभियान के उपरान्त देश ने अनाज उत्पादन के क्षेत्र में आत्म निर्भरता हासिल कर ली है और आज हम मांग से ज्यादा अनाज का उत्पादन कर रहे हैं। लेकिन, आज भी हमारा देश दलहन एवं तिलहन फसलों के उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर नहीं बन सका है और इन फसलों का विदेशों से बड़ी मात्रा में आयात करना पड़ता हैै।
वर्ष 2021-22 में भारत ने लगभग 27 लाख मीट्रिक टन दलहनी फसलों का आयात किया है। देश को दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लगातार प्रयास किये जा रहें हैं। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों को दलहनी फसलें उगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वैसे तो भारत विश्व का प्रमुख दलहन उत्पादक देश है और देश के 37 प्रतिशत कृषि क्षेत्र में दलहनी फसलों की खेती की जाती है। विश्व के कुल दलहन उत्पादन का एक चौथाई उत्पादन भारत में होता है, लेकिन खपत अधिक होने के कारण प्रतिवर्ष लाखों टन दलहनी फसलों का आयात करना पड़ता है।
यह समन्वयक करेंगे चर्चा
इस दो दिवसीय कार्यशाला में इन संभावनाओं को तलाशने तथा उन्हें मूर्त रूप देने का कार्य किया जाएगा। कार्यशाला में अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना चना के परियोजना समन्वयक डॉ. जी.पी. दीक्षित, अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना मुलार्प के परियोजना समन्वयक डॉ. आई.पी. सिंह, सहित देश में संचालित 60 अनुसंधान केन्द्रों के कृषि वैज्ञानिक शामिल होंगे।
Source दलहनी फसलों पर छत्तीसढ़ में आज से होगा अनुसंधान
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TV9 Baithak में बोले छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री- धान की खेती करने वाले किसानों को दे रहे प्रति एकड़ 9000 रुपए
TV9 Baithak में बोले छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री- धान की खेती करने वाले किसानों को दे रहे प्रति एकड़ 9000 रुपए
TV9 Baithak कार्यक्रम में बोलते हुए छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे
Image Credit source: YouTube Screen Grab
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित TV9Baithak कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 9000 रुपए प्रति एकड़ धान की खेती करने वाले किसानों को दिया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि हमारी सरकार में किसानों के पास…
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छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध सुगंधित चावल प्रजाति नगरी दुबराज को मिला जीआई टैग
छत्तीसगढ़ शासन एवं कृषि विश्वविद्यालय की मेहनत रंग लाई
किसानों को व्यापारीकरण का विशेषाधिकार मिलेगा, बढ़ेंगी निर्यात की संभावनाएं
रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे के प्रयासों से छत्तीसगढ़ के बासमती के नाम से प्रसिद्ध ‘‘नगरी दुबराज’’ चावल को भारत सरकार के बौद्धिक संपदा अधिकार प्राधिकरण द्वारा भौगोलिक उपदर्शन अधिकार (जी.आई. टैग) प्रदान किया गया है। इंदिरा गांधी…
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सीएम भूपेश बघेल आज हरियाणा कांग्रेस के विधायकों से करेंगे मुलाकात
सीएम भूपेश बघेल आज हरियाणा कांग्रेस के विधायकों से करेंगे मुलाकात
रायपुर। रायपुर में ठहराए गए हरियाणा के विधायकों में से एक नीरज शर्मा ने अपने राज्य के कृषि मंत्री जेपी दलाल को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ की योजनाओं को लागू करने का सुझाव दिया है। इससे पहले कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने बीती रात नया रायपुर के रिजार्ट जाकर सभी 28 विधायकों से मुलाकात की थी।
आज शाम सीएम बघेल मुलाकात करेंगे। आलाकमान ने कल ही बघेल को राज्यसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त…
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पांच दिवसीय अंतराष्ट्रीय कृषि मड़ई एग्री कार्नीवल 2022 का हुआ शुभारंभ
पांच दिवसीय अंतराष्ट्रीय कृषि मड़ई एग्री कार्नीवल 2022 का हुआ शुभारंभ
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आज पांच दिवसीय अंतराष्ट्रीय कृषि मड़ई एग्री कार्नीवल 2022 का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत और कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने किया। इस अवसर पर महंत ने कहा कि इस कृषि मड़ई में देश-विदेश से आए कृषि वैज्ञानिक शामिल हो रहे है। उनके तकनीकी ज्ञान का लाभ राज्य के कृषकों को अवश्य होगा। हमारे राज्य की बहूतायत आबादी कृषकों की है। हम गढ़वो नवा छत्तीसगढ़ के सुत्र…
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रायपुर: नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया (Dr. Shivkumar Dahria) विधानसभा क्षेत्र आरंग के ग्राम रींवा में रविवार को साहू समाज द्वारा आयोजित भक्त माता कर्मा जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने 379.31 लाख रूपये की लागत से बनने वाले जल-जीवन मिशन योजनार्न्तगत पानी टंकी और पाइप लाईन विस्तार का भूमिपूजन किया।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साहू समाज के लोगों को कर्मा जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ग्राम रीवा में 18000 मीटर पाइप लाइन का विस्तार कर जल आपूर्ति की जायेगी। इससे यहां के लगभग 900 परिवारों को पीने के लिये स्वच्छ जल उपलब्ध होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि उपज मंडी आरंग के अध्यक्ष देवनाथ साहू ने की। कार्यक्रम में जिला पंचायत रायपुर की सदस्य श्रीमती अनिता थानसिंग साहू, जनपद पंचायत आरंग की उपाध्यक्ष श्रीमती हेमलता डुमेन्द्र साहू, जिला साहू संघ रायपुर के संरक्षक डॉ. पंचराम साहू एवं प्रदेश साहू संघ के उपाध्यक्ष द्वारिका साहू सहित साहू समाज के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
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छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने केंद्र पर लगाए गंभीर आरोप, कहा - किसानों के साथ हो रहा नेशनल क्राइम
छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने केंद्र पर लगाए गंभीर आरोप, कहा - किसानों के साथ हो रहा नेशनल क्राइम
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रायपुर. छत्तीसगढ़ में खाद की कमी के मुद्दे पर कांग्रेस ने प्रेसवार्ता की और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. सूबे के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे (Ravindra Choubey) ने कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ निर्मम और क्रूरतम व्यवहार कर रही है. प्रदेश में बीजेपी का रवैया पहले से ही किसान विरोधी रहा है. बीजेपी को और उनके पदाधिकारियों को सिर्फ और सिर्फ कुर्सी का मोह है. कृषि मंत्री ने बताया कि…
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Everyone born in India must say Bharat Mata ki Jai: BJP neta
Raipur, Apr 7 (PTI) Stirring a controversy, Chhattisgarh BJP leader and Chhattisgarh minister Brijmohan Agrawal has said his party workers are capable of "breaking jaws of anti-national elements" who raise slogans against the country and demanded that those who are born in India chant Bharat Mata ki Jai.
"Even after 69 years of independence, anti-India slogans are being raised in the country. If anyone raises anti-country slogans in front of our workers, they (BJP workers) should reply them with full power," the Agriculture minister chhattisgarh and Water Resources Minister purportedly said at a function, marking the BJPs 36th Foundation Year at the party office here yesterday.
In a purported video clipping of the event, Agrawal said those who are born in India and consume the countrys food and water should chant Bharat Mata ki Jai.
In an apparent reference to Congress vice-president Rahul Gandhi over his visit to JNU in the wake of a row, he said, "It is unfortunate for the country that a leader of a big political party supported them. It is needed to tell those who raise anti-national slogans (that) we are capable of breaking their jaws."
"It is needed to tell them, if they have taken birth in Hindustan, eat and drink Hindustans food and after death cremated in this land only, then they have to chant Bharat Mata ki Jai (sic)," Agrawal said.
The minister said that no religion or religious book prevents anyone from worshipping the land or country "where you take birth, have its food and water".
When contacted by PTI today, he said, "I had said while addressing the partys 36th foundation year ceremony that if someone raises anti-national slogans, we are capable of breaking their jaws.
"No religion or any religious book (like) Quran, Bible, Geeta and Ramayan prevents anyone from worshipping ones own country".
The function was also attended by the BJP state unit president Dharamlal Kaushik and MP Ramesh Bais.
Slamming the minister, state unit Congress general secretary Shailesh Nitin Trivedi said, "BJP leaders are deliberately distorting peace and harmony in the country. Minister Agrawals statement is provocative." PTI TKP NSK SMN
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