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#घर का मुख्य दरवाजा वास्तु शास्त्र के अनुसार है
astroclasses · 4 months
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lokkesari · 3 years
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वास्तु शास्त्र: ये पांच दोष, जो घर में लाते हैं दरिद्रता और अशांति
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वास्तु शास्त्र: ये पांच दोष, जो घर में लाते हैं दरिद्रता और अशांति
वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर परिवार के सदस्य बीमार और तनाव में हैं तो यह घर के मुख्य द्वार के कारण हो सकता है। मुख्य द्वार से जुड़े वास्तु दोषों के कारण घर के सदस्य शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं। वास्तु शास्त्र के विभिन्न ग्रंथ घर के मुख्य द्वार से संबंधित विशेष जानकारी देते हैं जिसे तनाव, बीमारी और अनावश्यक खर्चों पर ध्यान देकर टाला जा सकता है।साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में ऐसे पांच दोषों का उल्लेख है जो घर में दरिद्रता का कारण बनते हैं।
घर का मुख्य द्वार लकड़ी का और बाहर की ओर खुला होना चाहिए। घर का दरवाजा अंदर से खुलने से मूली को तनाव और कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। धातु का दरवाजा होने से धोखे का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, फेंगशुई का कहना है कि घर के अंदर का दरवाजा खोलना बेहतर है।फेंग शुई के अनुसार, घर के अंदर का दरवाजा खोलने का मतलब है आमंत्रित करना और इस तरह दरवाजा खोलना फेंग शुई ऊर्जा में लाता है।फेंगशुई यह भी कहता है कि ऊर्जा पोषण के लिए घर का दरवाजा बहुत महत्वपूर्ण है।
घर का मुख्य द्वार घर के अन्य दरवाजों से बड़ा होना चाहिए। यदि यह छोटा है, तो इसे वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
सूर्योदय के समय घर की खिड़कियां और दरवाजे खुले होने चाहिए। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने में मदद करता है। इस समय जब खिड़कियाँ बंद होती हैं, तो परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
घर के किसी भी दरवाजे पर या उसके पीछे चाकू सहित कोई नुकीली चीज नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से परिवार के सदस्यों के बीच कलह और तनाव बढ़ सकता है।
घर के किसी भी शयनकक्ष में कोई लिविंग बेसिन नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर दाम्पत्य जीवन में विश्वास की कमी होती है। यदि पहले से रखा है, तो पर्दे को बेसिन के सामने रखें।
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hindistoryblogsfan · 4 years
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वास्तुशास्त्र कहता है किसी घर में सुख-समृद्धि और दुख की एक वजह मेन गेट भी होता है। ज्योतिष ग्रंथ बृहत्संहिता, मत्स्य पुराण और महाभारत में घर के मुख्य दरवाजे से जुड़ी जरूरी बातें बताई गई हैं। आचार्य वराहमिहिर ने अपने ग्रंथ में कहा है कि घर का मुख्य द्वार यानी मेनगेट लकड़ी से बना होना चाहिए। जो न तो ज्यादा बड़ा हो न ही छोटा होना चाहिए। एक आदर्श साइज में घर का मेन गेट होना चाहिए। जो कि दो पल्ले से बना होना चाहिए। वराहमिहिर ने घर के दरवाजों के बारे में ये भी कहा है कि अपने आप खुलने और बंद होने वाले दरवाजे उस घर में दोष पैदा करते हैं। इसलिए दोष से बचने के लिए वास्तु के अनुसार मेन गेट से जुड़ी कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक मेन गेट से जुड़ी जरूरी बातें
वास्तु के अनुसार, घर के मेन गेट के लिए लकड़ी का दरवाजा सबसे शुभ माना गया है। मेन गेट बनवाते समय ध्यान रखें कि धातु का जितना कम इस्तेमाल हो, उतना अच्छा होगा।
मेन गेट का आकार आयताकार रखना शुभ माना जाता है। इससे उस घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
कुछ घरों में कम जगह की वजह से दरवाजा बाहर की ओर खोल दिया जाता है लेकिन वास्तु के अनुसार यह अशुभ है। इससे घर में रोग और खर्च बढ़ते हैं।
घर का मेन गेट हमेशा अंदर की ओर खुलना चाहिए, इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
घर का मेन गेट हमेशा साफ रखना चाहिए। मुख्य द्वार पर रात में भी पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए। ऐसा करने पर घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
अगर संभव हो तो प्रवेश द्वार पर लकड़ी की थोड़ी ऊंची देहली जरूर बनवाएं। बिना देहली वाले मकान में वास्तुदोष बढ़ता है।
मेन गेट को खोलते समय किसी भी तरह की आवाज नहीं आनी चाहिए और ना ही गेट कहीं से रगड़ाना चाहिए। ऐसा दरवाजा घर का दोष बढ़ाता है।
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main gate entrance according to Vastu, astrology Told that the main gate entrance Should be made by wood and opens inwards.
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kisansatta · 4 years
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आपके काम में आ रही है रुकावट कहीं आपके घर में ये वास्तु दोष तो नहीं
वास्तु एक पूल है मानव और प्रकृति के बीच। हम जितने आधुनिक हो रहे है उतना ही दूर हो रहे हमारे वेदों से। वास्तु एक विज्ञानं है सभी चीज़ो को सही जगह पर रखना और प्रकृति के तत्वों क साथ संतुलन बनाये रखने का। अगर कोई घर या काम करने की जगह कोई भी वास्तु का सिद्धांत का उल्लंघन करता है तो फिर उससे वास्तु दोष कहा जाता है। कई बार हम दिन-रात कड़ी मेहनत करते है, इसके बाबजूद हमें सफलता प्राप्त नहीं होती है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें घर में वास्तुदोष भी एक कारण हो सकता है। वास्तु दोष उत्पन्न होने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है, जिसके कारण हमारे साथ दुःख और अशुभ घटनाएं घटित होने लगती हैं।अगर घर में कोई वास्तु दोष है तो न केवल घर के सदस्यों की तरक्की में दिक्कत आएगी बल्कि उनके दैनिक जीवन में भी कई परेशानियां आ सकती हैं।इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए वास्तुशास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं-  
वास्तु दोष के कारन बहुत सारे है। कुछ वास्तु दोष के कारन हो सकते है जैसे की घर मे रह रहे लोगो की वजह से भी वास्तु खराब होता है। अगर घर मे रहने वाले लोग अनैतिक आचरण करते हो तोह उस वजह से भी घर का वास्तु ख़राब होता है। कई बार ऐसा भी होता है की घर का वास्तु सही है पर फिर भी घर मे सब सही नहीं लगता। इसका एक ही कारन है जो की है नकारात्मक ऊर्जा जो घर मे होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की उत्तर-पश्चिम दिशा धन से सम्बंधित है। इसलिए इस दिशा में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। यहां भूलकर भी अंधेरा नहीं होना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, खराब और बंद हो चुकी घड़ियां घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है। ऐसी घड़ियों को घर से बाहर निकाल देना चाहिए।
वास्तु के मुताबिक़, अगर आपने दान के लिए कुछ निकाला है या ऐसा कुछ सोचा है तो उसे तत्काल दान कर देना चाहिए । इसे ज्यादा दिन तक घर में संचित नहीं करना चाहिए।
गलत दिशा में रखी गईं धार्मिक पुस्तकें वास्तु दोष का कारण बनती हैं । वास्तु के अनुसार धार्मिक पुस्तकों और ग्रंथों को  हमेशा पश्चिम की तरफ ही रखना चाहिए। किसी दूसरी दिशा में,बेड के अंदर अथवा गद्दे या तकिये के नीचे धार्मिक पुस्तकें रखना शुभ नहीं होता।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सीढ़ियों के नीचे या बिस्तर के नीचे कभी भी कोई सामान या जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए। ऐसा करने से घर में निगेटिविटी पैदा होती है जोकि कई बार घर के सदस्यों की परेशानी का कारण बनती है।
यदि आप सर्दी झुकाम से ज्यादा पीड़ित रहते है तो इसका मतलब है की मकान मे ब्रह्मस्थल पे दोष है।
वास्तु दोष अगर घर के लोग हीन भावना रखते है तो इसका मतलब है की माकन के उत्तर पश्चिम या दक्षिण पश्चिम प्रकार मे वास्तु दोष है।
अगर घर पर किसी भी वृक्ष या मंदिर की छाया पढ़ रही है तोह घर के सदस्य ज्यादातर किसी न किसी रोग क शिखर रहते है।
अगर नैऋृत्य कोण मे कोई कुवां है तो फिर उस घर के सदस्यों की आयु क्षय होती है।
बाथरूम में या वॉश बेसिन का नल से पानी नहीं टपकना चाहिए। यह भी वास्तु संबंध दोष होते हैं।
घर के आस-पास अगर कोई सूखा पेड़ या बिजली का खंभा है तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए। यह भी वास्तु दोष का कारण बनता है और घर में आर्थिक परेशानियां आती हैं।
घर में टूटा कांच और बिखरा हुआ सामान नेगेटिव एनर्जी फैलती है इससे परिवार के सदस्यों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मुख्य दरवाजा घर के अन्य दरवाजों से बड़ा होना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर उस घर में हमेशा पैसों से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं।
घर के किसी भी बेडरूम में वॉश बेसिन नहीं होना चाहिए।
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gd-vashist-blog · 5 years
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आपके घर का मुख्य द्वार बन सकता है, आपकी अच्छी या बुरी किस्मत • वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के दरवाजे से घर में सकारात्मक व नकारात्मक दोनों प्रकार की ऊर्जा का प्रवेश होता है। घर का मेन दरवाजा घर में सुख समृद्धि और उन्नति को भी प्रवेश करवाने वाला माना जाता है। • वास्तु के अनुसार घर का मेन दरवाजा हमेशा बगैर आवाज के खुलना व बंद होना चाहिए और कभी भी मेन दरवाजा आवाज नहीं करना चाहिये। • दरवाजे से निकलने वाली आवाज को अशुभ माना जाता है। इसी के साथ कहते है घर का मेन दरवाजा हमेशा ही अंदर की ओर खुलने वाला होना चाहिए, ऐसा होने से घर में समृद्धी आती है। • अगर घर का दरवाजा बाहर की ओर खुलता है तो ऐसा होने पर घर में रोग और खर्चा बढ़ता है। घर का मेन दरवाजा जमीन पर रगड़ न खाएं अगर ऐसा करता है तो तुरंत इसे सही करवा लें। • घर के मेन दरवाजे पर कभी कोई पेड़, या खंभे की छाया नहीं पड़नी चाहिये, अगर ऐसा होता है तो घर में गरीबी आती है। For Free Prediction Call Now: 01246674671 कोई समस्या है या कोई सवाल है तो दिए हुए लिंक पे क्लिक कर आप अपनी समस्या और अपने सवाल भेज सकते है :- https://goo.gl/rfz1Cb **For more,Follow us on Instagram: https://goo.gl/cxgCkS/ **For more information, visit us: www.astroscience.com **You can contact us on whatsapp : 9821599237 #GdVashist #Astrology #Vastushastra #LalKitab #VashistJyotish #BadLuck #GoodLuck https://www.instagram.com/p/BwJm01Wltup/?utm_source=ig_tumblr_share&igshid=6r2sej17duf9
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sabkuchgyan · 5 years
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पैसों की कमी को दूर करने के लिए सुबह दरवाजा खोलते ही करें ये काम
सुबह दरवाजा खोलते ही सबसे पहले करें यह काम , पैसों की कमी कभी नहीं आएगी #VastuShastra #Door #Totke
वास्तु शास्त्र : –इसमें कोई संदेह नहीं, कि घर का मुख्य द्वार ही घर के आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र होता है. ऐसे में यदि घर का द्वार वास्तु के अनुसार बना हो तो, घर में रहने वाले लोगो को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता और साथ ही घर में सदैव सुख शान्ति बनी रहती है. इसके इलावा कई बार ऐसा होता है, कि कुछ उपाय हमारे लिए काम नहीं कर पाते, तो इसका कारण ये नहीं, कि उन उपायों में कोई…
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balajiastrocenter · 6 years
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वास्तुशास्त्र के सभी प्राचीन ग्रन्थों में किसी भी घर के मुख्य द्वार के विषय में विस्तार से चर्चा मिलता है । अत: सज्जनों मुख्य द्वार को बहुत सोंच-विचार करने के उपरांत ही स्थपित किया जाना चाहिए । भवन के मुख्य प्रवेश स्थान को According to Vastu Shastra direction of your main door of your house
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किसी भी घर में वहां के मुख्य दरवाजा का खास महत्व होता है, क्योंकि यहीं से सारी पॉजिटीव एनर्जी का प्रवेश घर-परिवार में होता है। घर में सुख समृद्धि और उन्नति बनाए रखने के लिए दरवाजे से जुड़े वास्तु के कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी होता है। अगर इसकी अनदेखी की जाती है कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जानिए घर के दरवाजे से जुड़ी 5 ऐसी बातें, जो हर घर में ध्यान रखी जानी चाहिए- 1. वास्तु शास्त्र के अनुसार दरवाजा खोलते और बंद करते समय आवाज नहीं करना चाहिए। ऐसा होना अशुभ फलदायी माना जाता है। इसलिए अगर दरवाजे से आवाज आ रही है तो इसकी तुरंत उसे ठीक करवा लेना चाहिए। 2. घर का मुख्य दरवाजा हमेशा अंदर की ओर खुलना चाहिए। दरवाजा बाहर की ओर खुलना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा होने पर घर में धन टिकने में परेशानियां आती है और खर्च बढ़ता है। 3. घर का मुख्य दरवाजा जमीन से रगड़ खाकर खुलना अच्छा नहीं माना जाता है। इससे आर्थिक मामले में संघर्ष करना पड़ सकता है। 4. घर के मेन गेट पर पेड़, खंभे या अन्य किसी चीज की छाया नहीं पड़नी चाहिए। ऐसा होना भी अशुभ फलदायी माना जाता है। इससे पॉजिटिविटी घर में प्रवेश नहीं कर पाती। 5. दरवाजे के आस पास डस्टबीन, रद्दी या फिर कबाड़ नहीं रखना चहिए। ऐसा होना भी बड़ी वास्तु दोष माना जाता है, जिससे धन हानि और नुकसान के योग बनते रहते हैं। More tips, visit here: http://ift.tt/2plZBwL #astrologyinhindi #astrologytipsinhindi #astrology #astrologytips
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astroclasses · 3 years
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astroclasses · 3 years
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astroclasses · 4 years
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astroclasses · 4 years
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