44 US lawmakers write letter to Trump administration to include India in GSP trade program
GSP कार्यक्रम में शामिल होगा भारत ! 44 अमेरिकी सांसदों ने ट्रंप को लिखा पत्र
हाईलाइट
जीएसपी व्यापार कार्यक्रम में शामिल हो सकता है भारत
44 अमेरिकी सांसदों ने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर से की अपील
जीएसपी के तहत भारत को अमेरिका से व्यापार में लाभार्थी का विशेष दर्जा मिला था
भारत को फिर से जीएसपी व्यापार कार्यक्रम में शामिल करने के लिए अमेरिका के 44 सांसदों ने ट्रंप प्रशासन को पत्र लिखा है। ये पत्र दोनों देशों के बीच व्यापारिक समझौते को मजबूत और आसान बनाने के लिए लिखा गया है। अमेरिकी सांसद जिम हाइम्स और रॉन एस्टेस की तरफ से लिखे पत्र में कुल 26 डेमोक्रेट्स और 18 रिपब्लिकन सासंदों ने हस्ताक्षर किए हैं। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर को लिखे पत्र में सांसदों ने कहा है कि भारत को इस कार्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। भविष्य को ध्यान में रखते हुए हमें अपने उद्योगों के लिए बाजारों की उपलब्धता सुनिश्चित करानी होगी। कुछ छोटे मुद्दों पर मोल-भाव की वजह से इस पर असर नहीं पड़ना चाहिए।
1 note
·
View note
भारत का ‘मेक इन इंडिया’ अभियान अमेरिका- भारत व्यापार संबंधों में चुनौती: यूएसटीआर रिपोर्ट Divya Sandesh
#Divyasandesh
भारत का ‘मेक इन इंडिया’ अभियान अमेरिका- भारत व्यापार संबंधों में चुनौती: यूएसटीआर रिपोर्ट
वाशिंगटन, दो मार्च (भाषा) बाइडेन प्रशासन ने अमेरिकी संसद से कहा है कि भारत में हाल में शुरू किया गया ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों में खड़ी होने वाली चुनौतियों का प्रतीक बन गया है। अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) ने अपनी 2021 की व्यापार नीति एजेंडा और 2020 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि 2020 के दौरान अमेरिका ने लगातार भारत के साथ बाजार पहुंच से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिये प्रयास जारी रखा। यूएसटीआर की सोमवार को कांग्रेस को सौंपी गई इस रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘भारत का बड़ा बाजार, आर्थिक वृद्धि और विकास की ओर अग्रसर उसकी अर्थव्यवस्था जहां उसे अमेरिकी निर्यातकों के लिये आवश्यक बाजार बनाती है वहीं दूसरी तरफ भारत में सामान्य तौर पर व्यापार पर प्रतिबंध लगाने वाली नीतियों के चलते द्विपक्षीय व्यापार संभावनाओं को कम किया है। भारत में हाल में आयात के विकल्प के तौर पर शुरू किये गये ‘मेक इन इंडिया’ अभियान ने द्विपक्षीय व्यापार संबंधों के समक्ष चुनौतियों को बढ़ा दिया है। अमेरिका ने 5 जून 2019 से सामन्यीकृत तरजीही प्रणाली (जीएसपी) कार्यक्रम के तहत भारत की पात्रता को समाप्त कर दिया था। अमेरिका ने यह कदम जीएसपी बाजार पहुंच मानदंड के मामले में भारत के अनुपालन पात्रता को लेकर उठी चिंताओं की समीक्षा के बाद उठाया। जीएसपी के तहत भारत को मिलने वाले व्यापार लाभ निलंबित कर दिये जाने के बाद से ही अमेरिका और भारत 2019 से तार्किक बाजार पहुंच पैकेज पर काम करने में जुटे हुये हैं। वर्ष 2020 में भी यह काम जारी रहा। इस बातचीत में अमेरिका का उद्देश्य भारत में कई तरह की गैर- शुल्कीय बाधाओं को दूर करना, विभिन्न शुल्कों में लक्षित कमी लाना और भारत में अमेरिकी उत्पादों के लिये बाजार पहुंच में सुधार लाना शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2019 में अमेरिका में आयात की गई सेवाओं में 62.3 अरब डालर के साथ ब्रिटेन लगातार सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना रहा। वहीं भारत 29.7 अरब डालर की सेवाओं के आयात के साथ छठा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना रहा। कनाडा से 38.6 अरब डालर, जापान से 35.8 अरब डालर, जर्मनी से 34.9 अरब डालर और मैक्सिको से 29.8 अरब डालर की सेवाओं का आयात किया गया।
0 notes
ट्रम्प ने मोदी को सख्त नेगोशिएटर बताया, कहा- दोनों देशों के बीच एक बड़ी ट्रेड डील पर बातचीत हो रही
अमेरिका भारतीय सुरक्षा बलों को 3 अरब डॉलर के हेलिकॉप्टर बेचने की डील भी साइन करेगा
पिछले वित्त वर्ष में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार में 18% की बढ़ोतरी हुई
Dainik BhaskarFeb 24, 2020, 06:49 PM IST अहमदाबाद. भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि दोनों देशों के बीच एक शानदार व्यापार समझौते पर चर्चा चल रही है। यह अब तक की सबसे बड़ी ट्रेड डील में से एक होगी। ट्रम्प ने कहा कि दोनों देशों के बीच निवेश को आसान बनाने के लिए बातचीत शुरुआती दौर में है। हालांकि, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेहद सख्त नेगोशिएटर (मोल-भाव करने वाले) हैं। ट्रम्प ने यह भी कहा कि हम भारतीय सुरक्षा बलों को 3 अरब डॉलर के हेलिकॉप्टर बेचने की डील साइन करेंगे। मुझे लगता है कि अमेरिका को भारत का प्रमुख डिफेंट पार्टनर होना चाहिए। हम साथ मिलकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और स्वतंत्र बनाएंगे।
दुनिया को भारत के कारोबारी माहौल में तेजी से सुधार की उम्मीद: ट्रम्प
ट्रम्प ने कहा कि इस दौरे में दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्ते बढ़ाने की कोशिशों पर चर्चा होगी। अमेरिका एक्सपोर्टर्स के लिए भारत एक बड़ा बाजार है। भारत से भी सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट अमेरिका में हो रहा है। अमेरिका की तरक्की भारत और पूरी दुनिया के लिए अच्छी बात है। इसलिए, हमें इस बात की खुशी है कि अमेरिका अर्थव्यवस्था अब तक के सबसे अच्छे दौर में है। ट्रम्प ने कहा कि भारत में मोदी भी सुधार के कई बड़े कदम उठा चुके हैं। दुनिया भारत के कारोबारी माहौल में और भी तेजी से सुधार की उम्मीद कर रही है। मोदी ऐसा कर भी रहे हैं।
ट्रेड डील में अमेरिका की 4 प्रमुख मांगें
1. अमेरिका भारत के बाजार में अपने डेयरी और फार्म उत्पादों की पहुंच बढ़ाना चाहता है।
2. कोरोनरी स्टेंट जैसी मेडिकल डिवाइस की कीमतों पर लिमिट हटाने की मांग कर रहा है।
3. अमेरिका से आने वाली 1600सीसी बाइक पर कस्टम ड्यूटी घटाई जाए।
4. इन्फॉर्मेशन-कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी से जुड़े कुछ उत्पादों पर इंपोर्ट ड्यूटी कम हो।
भारत की 4 प्रमुख मांगें
1. अमेरिका उसे जनरलाइज्ड सि��्टम और प्रिफरेंसेज (जीएसपी) कार्यक्रम में फिर से शामिल करे।
2. भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए अमेरिकी वीजा की फीस घटाई जाए।
3. स्टील-एल्युमिनियम उत्पादों पर शुल्क में छूट दी जाए।
4. देश के एग्रीकल्चर, ऑटोमोबिल कंपोनेंट और इंजीनयिरिंग जैसे सेक्टर की अमेरिकी बाजार में पहुंच बढ़े।
चीन को पीछे छोड़ अमेरिका बना भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर, एक साल में व्यापार 18% बढ़ा
अमेरिका, चीन को पीछे छोड़ भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर बन गया है। इससे भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार संबंधों का पता चलता है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2018-19 में भारत और अमेरिका के बीच 8,795 करोड़ डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ। इस दौरान भारत का चीन के साथ द्विपक्षीय व्यापार 8,707 करोड़ डॉलर का रहा। 2017-18 में भारत-अमेरिका के बीच 7,448 करोड़ डॉलर का व्यापार हुआ था। एक साल में दोनों देशों के बीच व्यापार में 18.09% की बढ़ोतरी हुई है।
भारत-अमेरिका के बीच पिछले 5 साल में व्यापार
साल
भारत का अमेरिका को निर्यात
भारत का अमेरिका से आयात
कुल व्यापार
2014-15
4,244
2,181
6,426
2015-16
4,033
2,178
6,211
2016-17
4,221
2,230
6,451
2017-18
4,787
2,661
7,448
2018-19
5,240
3,554
8,795
(आयात-निर्यात और कुल व्यापार के आंकड़े करोड़ डॉलर में)
Source link
Read the full article
0 notes
खत्म होगी अमेरिका से भारत को मिलने वाली व्यापारिक छूट अमेरिका 5 जून से इस फैसले को करेगा लागू अमेरिका ने भारत को मिले सामान्य तरजीही प्रणाली (GSP) दर्जे को खत्म कर दिया है। अमेरिका का ये फैसला पांच जून से लागू हो जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में इसकी घोषणा की है। ट्रंप ने चार मार्च को इस बात का ऐलान किया था कि वह जीएसपी कार्यक्रम से भारत को बाहर करने वाले हैं।
0 notes
अमेरिका ने भारत से GSP दर्जा खत्म किया वाशिंगटन: अमेरिका ने भारत को मिले सामान्य तरजीही प्रणाली (GSP) दर्जे को खत्म कर दिया है, जो पांच जून से लागू हो जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने वाइट हाउस में इसकी घोषणा की है। ट्रंप ने चार मार्च को इस बात की घोषणा की थी कि वह जीएसपी कार्यक्रम से भारत को बाहर करने वाले हैं। इसके बाद 60 दिनों की नोटिस अवधि तीन मई को समाप्त हो गई। अब इस संबंध में किसी भी समय औपचारिक अधिसूचना जारी की जा सकती है। इस बीच भारत ने पहली प्रतिक्रिया में कहा है कि इस मुद्दे के समाधान के लिए अमेरिका के सामने प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन उन्हें स्वीकार नहीं हुआ।
0 notes
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जीएसपी के तहत भारत के लिए अधिमान्य व्यापार की स्थिति को समाप्त कर दिया 4 मार्च को, श्री ट्रम्प ने घोषणा की कि यूएस भारत के पदनामों को जीएसपी कार्यक्रम के तहत एक लाभार्थी के रूप में विकासशील देश के रूप में समाप्त करना चाहता है। 60 दिन की नोटिस अवधि 3 मई को समाप्त हुई। Follow @tarunmitrnewspaper #donaldtrump #trump #usa #washingtondc #california #newyork #losangeles #sanfrancisco #chicago #trumpadministration #india #gsp #gsp #sensex #bse #nse #stockmarket #indianstocks #stocks #invest #intelligentinvestor #indianinvestors #investor #newspaper #jaunpur #india #world #narendramodi #modi #congress #rahulgandhi #priyankagandhi #samajvadiparty #govermentofindia https://www.instagram.com/p/ByKlC2nJSbs/?igshid=1ukv2rwhnqo94
0 notes
भारत की बढ़ी मुश्किलें, अमेरिका खत्म कर सकता है GSP का दर्जा
अमेरिका की ट्रंप की सरकार ने कहा है कि वह भारत को मिले जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस (GSP) दर्जे को समाप्त करने के अपने निर्णय से पीछे हटने वाली नहीं है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते 4 मार्च को इस बात की घोषणा थी कि जल्द ही भारत को जीएसपी कार्यक्रम से बाहर कर दिया जाएगा। इसके लिए भारत को 60 दिनों का नोटिस दिया गया था।
नोटिस की अवधि 3 मई को समाप्त हो गई। अब इस संबंध में किसी भी समय औपचारिक अधिसूचना जारी की जा सकती है। अमेरिका के एक अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर कहा, ‘‘पिछले एक साल से भारतीय समकक्षों के साथ जारी बातचीत के बाद अंततः मार्च में हमें यह घोषणा करनी पड़ी कि भारत को अब जीएसपी के तहत मिलने वाले लाभ से वंचित रखा जाए।’’ Read more
0 notes
खत्म होगी अमेरिका से भारत को मिलने वाली व्यापारिक छूट अमेरिका 5 जून से इस फैसले को करेगा लागू अमेरिका ने भारत को मिले सामान्य तरजीही प्रणाली (GSP) दर्जे को खत्म कर दिया है। अमेरिका का ये फैसला पांच जून से लागू हो जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में इसकी घोषणा की है। ट्रंप ने चार मार्च को इस बात का ऐलान किया था कि वह जीएसपी कार्यक्रम से भारत को बाहर करने वाले हैं। जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफरेंसेज या सामान्य तरजीही प्रणाली (जीएसपी) अमेरिका की ओर से बाकी देशों को बिजनेस में दी जाने वाली छूट की सबसे पुरानी और बड़ी प्रणाली है। इसके तहत दर्जा पाने देशों को हजारों सामान बिना किसी शुल्क के अमेरिका को एक्सपोर्ट करने की छूट मिलती है। व्हाइट हाउस की घोषणा के मुताबिक भारत का जीएसपी दर्जा 5 जून 2019 को खत्म हो जाएगा।
0 notes
मोदी सरकार बनते ही ट्रंप ने दिया झटका, भारत का तरजीही व्यापार दर्जा किया खत्म
मोदी सरकार बनते ही ट्रंप ने दिया झटका, भारत का तरजीही व्यापार दर्जा किया खत्म
Trump Modi
नरेंद्र मोदीके दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद अमेरिका और भारत के रिश्तों में मजबूती आने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। लेकिन शुक्रवार रात अमेरिका ने भारत को बड़ा झटका दे दिया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने भारत को मिले जीएसपी दर्जे को समाप्त कर दिया है। ट्रंप ने इससे पहले चार मार्च को इस बात की घोषणा की थी कि वह जीएसपी कार्यक्रम से भारत को बाहर करने वाले हैं।…
View On WordPress
0 notes
Trump terminated preferential trade status for India under GSP
भारत को झटका, अमेरिका ने GSP दर्जा छीना, 5 जून से होगा लागू
हाईलाइट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भारत को मिलने वाले GSP दर्जे को खत्म किया
अमेरिका की यह घोषणा 5 जून से लागू हो जाएगी
जीएसपी अमेरिका का सबसे बड़ा और पुराना व्यापार तरजीही कार्यक्रम है
व्यापार के क्षेत्र में भारत को अमेरिका से बड़ा झटका लगा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को मिले सामान्य तरजीही प्रणाली (GSP) दर्जे को खत्म कर दिया है। यह फैसला 5 जून से लागू हो जाएगा। डोनल्ड ट्रंप ने वाइट हाउस में इसकी घोषणा की है। बता दें कि जीएसपी कार्यक्रम में शामिल विकासशील देशों को अमेरिका में आयात शुल्क से छूट मिलती है। इसके तहत भारत करीब 2000 उत्पाद अमेरिका भेजता है।
आगे पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें - https://www.bhaskarhindi.com/news/us-president-donald-trump-terminated-united-states-preferential-trade-programme-with-india-69412
0 notes
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप सोमवार को भारत आ रहे हैं। वह भारत में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम देखेंगे और सेवन वंडर्स में से ताजमहज का दीदार भी करेंगे। पीएम मोदी और ट्रंप एक बार फिर अपनी दोस्ती दुनिया को दिखाएंगे। इस दौरे को भव्य रूप देने में भारत ने कोई कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन इस बीच ‘ट्रेड डील’ को लेकर कुछ साफ नहीं हो पाया है।
ट्रंप ने भारत आने से पहले साफ कर दिया है कि वह अमेरिका के हित आगे रखकर ही कुछ बात करेंगे। उधर, कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि सरकार ट्रंप को यहां से चुनाव प्रचार का मौका ना दे और भारत के हित में कुछ ठोस हासिल करे।
भारत पर अधिक टैक्स वसूलने का कई बार आरोप लगा चुके डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका और भारत के बीच शानदार डील हो सकती है। लेकिन उन्होंने यह भी इशारा किया कि वह डील को अभी टाल सकते हैं और जब भी इस डील को फाइनल करेंगे वह अमेरिका का हित पहले देखेंगे। ऐसे में पीएम मोदी को एक बार फिर ‘टफ निगोशिएटर’ बनना पड़ेगा, जैसा कि ट्रंप भारत के लिए कहते रहे हैं। डील को भारतीय हित में झुकाना पीएम मोदी के लिए चुनौती होगी।
ट्रंप ने गुरुवार को लास वेगास में एक कार्यक्रम में कहा, ‘हम भारत जा रहे हैं और हम वह शानदार डील कर सकते हैं। हो सकता है कि हम इसे अभी टाल दें और इसे चुनाव के बाद करें। हम देखेंगे कि क्या होता है। लेकिन हम तभी डील करते हैं जब वह अमेरिका के हित में हो, क्योंकि हम ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति पर चल रहे हैं। चाहे किसी को यह पसंद हो या नहीं।’
न्यूक्लियर डील पर नजर
ट्रंप के इस दौरे पर भारत-अमेरिका के बीच न्यूक्लियर डील हो सकती है। भारत को छह रिएक्टर सप्लाई के लिए नए समझौते पर हस्ताक्षर हो सकता है। यदि ट्रेड डील नहीं होता है तो ट्रंप के इस दौरे पर अमेरिका के वेस्टिंगहाउस और भारत के एनपीसीआईएल के बीच होने वाला यह समझौता ही केंद्र में होगा। सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका के ऊर्जा मंत्री को भी ट्रंप के संग आ रहे प्रतिनिधिमंडल में शुक्रवार को शामिल कर लिया गया है।
कांग्रेस ने कहा, चुनाव प्रचार ना करें ट्रंप
कांग्रेस पार्टी ने ट्रंप के दौरे का स्वागत करते हुए कहा है कि भारत अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने जीएसपी, H1B वीजा जैसे मुद्दों को उठाए जो भारत के हित में महत्वपूर्ण हैं। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता आनंद शर्मा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ऐसा ना हो कि ट्रंप इस दौरे को अपने लिए चुनाव प्रचार के रूप में इस्तेमाल करें, जैसा कि उन्होंने हाउडी मोदी का किया।
Share this:
Like this:
Like Loading...
Related
source https://lendennews.com/archives/67726 https://ift.tt/39TRzyE
0 notes
राष्ट्रपति ट्रम्प बोले- भारत व्यापार में हमें बड़ी चोट पहुंचा रहा, लोग पसंद करें या नापसंद अमेरिका को हमेशा आगे रखेंगे
New Post has been published on https://apzweb.com/%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%aa-%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%ad/
राष्ट्रपति ट्रम्प बोले- भारत व्यापार में हमें बड़ी चोट पहुंचा रहा, लोग पसंद करें या नापसंद अमेरिका को हमेशा आगे रखेंगे
ट्रम्प ने कहा- ऊंचे टैरिफ के चलते भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय व्यापार पर असर पड़ रहा
‘मैं प्रधानमंत्री मोदी को पसंद करता हूं और इस दौरे पर हमारे बीच बिजनेस की बात होगी’
गुड्स और सर्विसेज सेक्टर में अमेरिका- भारत के बीच 2018 में 142.6 अरब डॉलर का व्यापार हुआ
Dainik Bhaskar
Feb 21, 2020, 10:42 PM IST
वॉशिंगटन/अहमदाबाद. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत दौरे से ठीक पहले ऊंचे टैरिफ को लेकर शिकायत की है। उन्होंने कोलारेडो में हुई रैली में गुरुवार को कहा- भारत अमेरिका को ऊंचे टैरिफ रेट के जरिए पिछले कुछ सालों से व्यापार में बड़ी चोट पहुंचा रहा है। उन्होंने अपने समर्थकों को कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी को पसंद करता हूं और इस दौरे पर हमारे बीच बिजनेस की बात होगी। हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया कि दोनों देशों के बीच बातचीत में वे अमेरिका को पहले रखेंगे। ट्रम्प 24 फरवरी को दो दिन के भारत दौरे पर आ रहे हैं। वह सबसे पहले अहमदाबाद पहुंचेंगे। इसके बाद उनका आगरा और दिल्ली में कार्यक्रम है। उनके साथ पत्नी मेलानिया, बेटी ��वांका और दामाद जेरेड कुश्नर भी होंगे।
ट्रम्प के दौरे को लेकर रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारत-अमेरिका के बीच बड़ी ट्रे़ड डील से पहले यह दोनों देश एक बड़े व्यापारिक समझौते की तरफ बढ़ रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने लास वेगास में हुए कार्यक्रम में भी यह बात दोहराई कि मैं भारत जा रहा हूं और वहां दोनों देशों के बीच एक बड़ी डील की संभावना है। लेकिन, इशारा किया कि अगर डील अच्छी नहीं हुई तो बातचीत पर ब्रेक लग सकता है। इसलिए हम इस पर राष्ट्रपति चुनाव के बाद आगे बढ़ेंगे।
दोनों देशों के बीच पिछले साल 142.6 अरब डॉलर का व्यापार
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में सर्विस सेक्टर का बड़ा योगदान है। अमेरिका गुड्स एंड सर्विसेज सेक्टर में दोनों देशों के बीच जो व्यापार है, वह अमेरिका के कुल वर्ल्ड ट्रेड का 3% हिस्सा है। गुड्स और सर्विसेज में अमेरिका और भारत के बीच 2018 में 142.6 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। भारत ने अमेरिका को 83.9 अरब डॉलर का निर्यात किया जबकि 58.7 अरब डॉलर का आयात किया। अमेरिकी कॉमर्स डिपार्टमेंट के अनुसार भारत को गुड्स और सर्विसेज के निर्यात से अमेरिका में 1.97 लाख नौकरियां पैदा होती हैं। चीन के बाद अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव की प्रमुख वजहें
जीएसपी से हटाना : जीएसपी प्रोग्राम के तहत अमेरिका 129 विकासशील देशों को व्यापार में छूट प्रदान करता है। 2018 में इस प्रोग्राम से फायदा लेने वाले देशों में भारत पहले नंबर पर था।
वीजा मुद्दा : अमेरिका ने एच1-बी वीजा देने पर शिकंजा कसा है। वीजा फीस को दोगुना करने के साथ योग्यता के लिए सालाना आय को भी बढ़ा दिया गया है। इससे भारतीयों के लिए अमेरिका में अवसर कम हुए हैं।
डेटा लोकजाइजेशन : डिजिटल क्षेत्र में भारत डेटा लोकलाइजेशन को लेकर विदेशी आईटी कंपनियों पर लगातार दबाव बना रहा है। गूगल, अमेजन, फेसबुक, फ्लिपकार्ट समेत सभी बड़ी कंपनियां भारत के इस कदम का विरोध कर रही हैं।
कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आई
पिछले साल अमेरिका के कुछ तरह के स्टील और एल्युमीनियम उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के बाद भारत और अमेरिका के बीच खटास बढ़नी शुरू हुई थी। इसके अलावा अमेरिका ने भारत को जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफ्रेंसेज (जीएसपी) प्रोग्राम से भी बाहर कर दिया था। इस प्रोग्राम के तहत अमेरिका विकासशील देशों को निर्यात में छूट देता है। इस प्रोग्राम के तहत भारत ने अमेरिका को करीब 600 करोड़ डॉलर के उत्पादों का निर्यात किया था।
हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल पर टैरिफ कम होने की संभावना
अमेरिका के इस कदम के बाद भारत ने जून 2019 में बादाम, अखरोट, सेब और स्टील समेत 28 प्रोडक्ट्स पर टैरिफ बढ़ा दिया था। इससे अखरोट पर ड्यूटी 120%, काबुली चने और कुछ दालों पर ड्यूटी 70% बढ़ गई। ट्रम्प ने हार्ले डेविडसन मोटरबाइक पर ज्यादा टैरिफ का भी मुद्दा उठाया था। अमेरिका को आईटी प्रोडक्ट्स पर लगने वाली ड्यूटी पर आपत्ति है। मेडिकल उपकरणों की कीमत नियंत्रण पर भी अमेरिका को ऐतराज है। डेटा लोकलाइजेशन को लेकर अमेरिकी कंपनियां लगातार शिकायत कर रही हैं।
Source link
0 notes
भारत को अमेरिका से सहूलियतें मिलने की उम्मीद है, दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ने की उम्मीद है
भारत को अमेरिका से सहूलियतें मिलने की उम्मीद है, दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ने की उम्मीद है
नई दिल्ली।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने पहले दौरे में भारत आ रहे हैं। इसमें भारत को व्यापारिक सहूलियतें मिलने की उम्मीद है। पिछले साल अमेरिका के कुछ तरह के स्टील और एल्युमिनीय उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के बाद भारत और अमेरिका के बीच खटास बढ़नी हुई थी। इसके अलावा अमेरिका ने भारत को जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफ्रेंसेज (जीएसपी) प्रोग्राम से भी बाहर कर दिया था। इस कार्यक्रम के तहत…
View On WordPress
0 notes
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिए संकेत, भारत के साथ हो सकती हैं ट्रेड डील
अमेरिका के राष्ट्रपति इस माह के अंत में भारत दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरे पर आने से पहले उन्होने भारत के साथ ट्रेड डील होने के लिए सकरात्मक संकेत दिए है india hindi news. ट्रंप ने कह वो भारत दौरे के लिए बहुत रोमांचित है. और अगर मुनासिब हुआ तो वह भारत के साथ व्यापार सौदा करेगें.
24 फरवरी को ट्रंप आएंगे भारत दौरे पर
इस साल अमेरिका में है राष्ट्रपति चुनाव
पिछले वर्ष भारत के प्रधानमंत्री अमेरिका दौरे पर गए थें जहां उनके लिए अमेरिका के ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसी थीम के तर्ज पर 24-25 फरवरी को दो दिनों के भारत दौरे पर आ रहे डोनाल्ड ट्रंप के लिए ‘केम छो ट्रंप’के नाम से कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. जिसका आयोजन गुजरात में बने रहे दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में होगा.
बता दें कि इस साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होना है, जिसके मद्देनजर ट्रंप का यह भारत दौरा काफी अहम माना जा रहा है. हाउडी मोदी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों से संबोधन के दौरान कहा था- ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’
क्या हो सकता है समझौते में
भारत कुछ स्टील एल्यूमीनियम उत्पादों पर अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी टैक्स के साथ-साथ जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ (जीएसपी) के तहत कुछ उत्पाद पर टैरिफ की बहाली चाहता है india hindi news . भारत अमेरिका में कृषि, ऑटोमोबाइल, ऑटो और इंजीनियरिंग जैसो क्षेत्रों में अपने उत्पाद के लिए अधिक बाजार पहुंच की सुविधा के लिए अमेरिका पर दबाव बना रहा है.
0 notes
यूएस ने भारत को अधिक कृषि सामान खरीदने के लिए 5-6 बिलियन डॉलर का सील व्यापार सौदा करने के लिए धक्का दिया है: रिपोर्ट
यूएस ने भारत को अधिक कृषि सामान खरीदने के लिए 5-6 बिलियन डॉलर का सील व्यापार सौदा करने के लिए धक्का दिया है: रिपोर्ट
नई दिल्ली: संयुक्त राज्य अमेरिका चाहता है कि भारत कम से कम $ 5-6 बिलियन अमेरिकी कृषि वस्तुओं की खरीद करे, अगर नई दिल्ली प्रमुख अमेरिकी व्यापार रियायत की बहाली करना चाहता है और एक व्यापक संधि को सील करना चाहता है, तो चार सूत्रों ने रायटर को बताया वार्ता से परिचित।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले साल भारत को अपने सामान्यीकृत प्रणाली (जीएसपी) कार्यक्रम से हटाते समय व्यापार बाधाओं का…
View On WordPress
0 notes
भारत को जीएसपी कार्यक्रम में शामिल करने के लिए 44 अमेरिकी सांसदों ने ट्रम्प प्रशासन को पत्र लिखा
भारत को जीएसपी कार्यक्रम में शामिल करने के लिए 44 अमेरिकी सांसदों ने ट्रम्प प्रशासन को पत्र लिखा
[ad_1]
वॉशिंगटन.अमेरिका के 44 सांसदों ने ट्रम्प प्रशासन से कहा है कि वे भारत को फिर से जीएसपी व्यापार कार्यक्रम में शामिल करें ताकि दोनों देशों के बीच व्यापारिक समझौते में आसानी हो। अमेरिका ने इसी साल जून में भारत को जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (जीएसपी) कार्यक्रम से बाहर कर दिया था। जीएसपी के तहत भारत को अमेरिका से व्यापार में लाभार्थी का विशेष दर्जा मिला था। अमेरिका के जीएसपी कार्यक्रम में…
View On WordPress
0 notes