चीन को उसी के घर में घेरने की तैयारी, भारत की इस देश से दोस्ती देख टेंशन में ड्रैगन, पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने बताया गेम चेंजर
हनोई: वियतनाम के पीएम फाम मिन्ह भारत के दौरे पर आए हैं। इस दौरान भारत और वियतनाम के संबंध मजबूत होते दिख रहे हैं। भारत ने वियतनाम को 300 मिलियन डॉलर का ऋण देने की पेशकश की है, ताकि वियतनाम अपनी समुद्री सुरक्षा बेहतर कर सके। यह हिंद प्रशआंत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए जरूरी है। भारत ने 300 मिलियन डॉलर का लाइन ऑफ क्रेडिट दिया है। यानी वियतनाम इस धन के जरिए भारत से हथियार खरीद सकता है। संभव है कि ब्रह्मोस मिसाइल वह खरीदे। हालांकि भारत और वियतनाम की करीबी से चीन परेशान होने वाला है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके वियतनामी समकक्ष फाम मिन्ह चिन्ह के बीच नई दिल्ली में गुरुवार को हुई मीटिंग में लाइन ऑफ क्रेडिट देने का ऐलान किया गया। वियतनाम चीन का पड़ोसी है। इसके अलावा दोनों एक युद्ध भी लड़ चुके हैं। इसकी एक बड़ी सीमा दक्षिण चीन सागर के साथ जुड़ती है, जहां चीन की आक्रामकता किसी से छिपी नहीं है। फिलीपींस के साथ चीन दक्षिणी चीन सागर में तनाव बढ़ाता रहता है। आए दिन दोनों के बीच झड़प होती रहती है। फिलीपींस ने चीन से मुकाबला करने के लिए भारत की ब्रह्मोस मिसाइल खरीदी है।
भारत का क्या है प्लान?
वियतनाम के प्रधानमंत्री के सामने पीएम मोदी ने चीन पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत विकासवाद का पक्षधर है, विस्तारवाद का नहीं। दरअसल चीन लगातार समुद्री सीमा को लेकर अपने पड़ोसियों से विवाद करता रहता है। वियतनाम इससे अछूता नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा संबंधों को बढ़ावा देने के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें तटीय शहर न्हा ट्रांग में एक सेना सॉफ्टवेयर पार्क का उद्घाटन शामिल है। भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के लिहाज से वियतनाम काफी महत्वपूर्ण है। भारत के पड़ोसियों के साथ जिस तरह चीन अपने संबंध मजबूत कर रहा है। उसी तरह भारत के लिए भी जरूरी है कि दक्षिण चीन सागर में सहयोगियों के साथ रिश्ते बेहतर हों।
पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स ने गिनाए फायदे
पाकिस्तानी पत्रकार कमर चीमा ने कहा कि चीन के करीब के देशों को भारत लड़ने के लिहाज से तैयार कर रहा है। चीमा ने कहा, 'भारत के पास फायदा है कि वह गुटनिरपेक्ष रहा है। यह छोटे देशों को ताकत देता है कि वह किसी वैश्विक ताकत के दबाव में आए बिना अपनी मर्जी से काम कर सकें।' उन्होंने भारत की ओर से वियतनाम को लाइन ऑफ क्रेडिट लाइन देने के फायदे गिनाए। चीमा ने कहा, 'लाइन ऑफ क्रेडिट से भारत को बड़े फायदे हैं। एक तो भारत को सपोर्ट मिलेगा। दूसरी इनकी मैन्युफैक्चरिंग की ताकत बढ़ेगी। तीसरा पश्चिमी देशों की तुलना में भारत सस्ता हथियार मुहैया कराएगा।' उन्होंने कहा कि भारत चीन के सभी करीबियों को मजबूत कर अपना दोस्त बना रहा है। http://dlvr.it/TBP3pm
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ड्रैगन हरकतों से बाज नहीं आ रहा; विदेशी मेहमानों के मेजबानी की तैयारी अरुणाचल सीमा पर, ये नेता आएंगे
चीन इस सप्ताह भारत के अरुणाचल प्रदेश से केवल 160 किलोमीटर दूर तिब्बत के न्यिंगची में तीसरे ट्रांस-हिमालय फोरम फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन की मेजबानी करने के लिए तैयार है, जिससे नई दिल्ली और बीजिंग के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है।
चीन ने एशियाई खेलों के लिए अरुणाचल प्रदेश के भारतीय एथलीटों को वीजा देने से इनकार कर दिया था। पाकिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी भी इस कार्यक्रम में शामिल…
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LAC पर तनाव के बीच अरुणाचल में गरज रहे बोफोर्स तोप, सेना कर रही बड़ा युद्धाभ्यास
Delhi: Indian Army News: बुलंद भारत यु���्धाभ्यास कर भारतीय सेना ने बॉर्डर पर अपना दमखम दिखाया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तोपें गरजी हैं। चीन ने पिछले कुछ समय में कई बार बॉर्डर पर हरकतें की हैं। सीमा पर चीन के साथ तनाव को देखते हुए भारतीय सेना हर स्थिति के लिए तैयार रहना चाहती है। http://dlvr.it/SnVjkW
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सीमा पर तनाव के बावजूद तवांग आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में फलता-फूलता है
सीमा पर तनाव के बावजूद तवांग आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में फलता-फूलता है
हालांकि तवांग हाल ही में 9 दिसंबर के भारत-चीन सीमा विवाद के लिए खबरों में रहा है, जो कि सुरम्य शहर है अरुणाचल प्रदेश कई लोगों द्वारा अक्सर पूर्वोत्तर के मुकुट में गहना के रूप में वर्णित किया गया है। बहुतों का यह प्राचीन केंद्र पर्यटकनूरानंग जलप्रपात, नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान, सेला और बुमला पास, तवांग मठ, युद्ध स्मारक, माधुरी झील, पंगाटेंग त्सो सहित योग्य स्थान सबसे आकर्षक स्थानों में से एक में…
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India trade with China: सीमा पर तनाव के बावजूद चीन के साथ भारत का व्यापार 100 अरब डॉलर के पार
India trade with China: सीमा पर तनाव के बावजूद चीन के साथ भारत का व्यापार 100 अरब डॉलर के पार
India trade with China: भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद के बाद भी आयात और निर्यात में कोई बदलाव नहीं आया है। इसके बजाय, यह पिछले 30 महीनों में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। चीन से भारत की औसत मासिक आय 2020 और 2021 में 5.43 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2021 22 में 7.88 बिलियन डॉलर हो जाएगी।
India trade with China: हम चीन के साथ व्यापार बंद क्यों नहीं कर देते?
चीन के साथ व्यापार बंद करने की मांग…
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Chinese Air Force Builds Infra In Eastern Ladakh Theatre Amid Tense Lac - विवाद: अरुणाचल में तनाव के बीच लद्दाख में बुनियादी ढांचा बढ़ा रहा चीन, मिसाइल-रडार से लेकर एयरबेस तक में इजाफा
Chinese Air Force Builds Infra In Eastern Ladakh Theatre Amid Tense Lac – विवाद: अरुणाचल में तनाव के बीच लद्दाख में बुनियादी ढांचा बढ़ा रहा चीन, मिसाइल-रडार से लेकर एयरबेस तक में इजाफा
भारत-चीन के बीच तनाव
– फोटो : अमर उजाला
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भारत के साथ तनाव के बीच चीन अपनी सक्रियता बढ़ाने से बाज नहीं आ रहा है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक चीनी वायुसेना ने पूर्वी लद्दाख सीमा के पास बुनियादी ढांचे का निर्माण कर अपनी तैनाती और बढ़ा दी है। ड्रैगन की इस तरह की हरकत से विवाद और अधिक बढ़ सकता है। दोनों देशों के रिश्तों में खटास आने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। मामले की जानकारी…
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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने भारत-चीन सीमा तनाव को कम करने का आह्वान किया
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने भारत-चीन सीमा तनाव को कम करने का आह्वान किया
एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को भारत-चीन सीमा पर तनाव कम करने का आह्वान किया।
संयुक्त राष्ट्र:
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प के कुछ दिनों बाद भारत-चीन सीमा पर तनाव को कम करने का आह्वान किया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को मामूली चोटें आईं। .
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद…
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भारत-चीन सीमा पर सामने आई ड्रैगन की गलवान से भी बड़ी साजिश, LAC की ये रिपोर्ट उड़ा देगी नींद
भारत-चीन सीमा पर सामने आई ड्रैगन की गलवान से भी बड़ी साजिश, LAC की ये रिपोर्ट उड़ा देगी नींद
छवि स्रोत: एपी
संकेत की तस्वीर
India_china सीमा समाचार @ एलएसी: भारत-चीन की सीमा पर इस वक्त से फिर से बड़ी हलचल मची है। खुफिया के मुताबिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर इस दौरान भारत और चीन के बीच के हालात साल 2020 से भी बहुत ज्यादा तनाव होने वाले हैं। वजह साफ है कि इस बार चीन मैसेज क्षेत्र में गलवान से भी बड़ी साजिश को अंजाम देने के फिराक में है। हालात यह हैं कि चीनी सैनिकों ने एलएसी के कई…
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चीन पर बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर, नाम बदल दूं तो आपका घर मेरा हो जाएगा?
नई दिल्ली, पेइचिंग: चीन ने अरुणाचल प्रदेशों के कुछ और जगहों के नए नाम दिए हैं। उसकी चौथी सूची में 30 जगहों के नए नाम शामिल हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपने दावे को मजबूती देने के लिए यहां की जगहों के नए नाम जारी करता रहा है। हालांकि भारत इन्हें खारिज करता रहा है। उसका कहना है कि चीन के नए नामों से सच्चाई नहीं बदलेगी और वो ये कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है।क्या है विवाद की जड़?चीन के सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' की रिपोर्ट में कहा गया कि चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने जांगन (अरुणाचल प्रदेश के लिए चीन की ओर से दिया गया नया नाम) में 30 जगहों के नए नाम जारी किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के नए नामों की पहली सूची जारी की थी। इसमें छह नए नाम शामिल थे। 2021 में 15 जगहों के नए नाम दिए गए थे। वहीं 2023 में 11 नए नाम की सूची जारी की गई थी। वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन द्वारा बार-बार किए जा रहे दावे को 23 मार्च को बेतुका करार देते हुए इसे खारिज कर दिया था और कहा था कि यह सीमांत राज्य ‘भारत का स्वाभाविक हिस्सा’ है।कैसे शुरू हुई हालिया बयानबाजीअरुणाचल प्रदेश पर दावे को लेकर चीन की ओर से हालिया बयानबाजी तब शुरू हुई थी जब पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था। उस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश के 13 हजार फुट की ऊंचाई पर बनी सेला सुरंग को राष्ट्र को समर्पित किया था। चीन में भारत के राजदूत रह चुके जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि सीमा पर तनाव ने भारत-चीन संबंधों को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, जैसा कि आप जानते हैं , सीमा पर (चीन के साथ) तनाव है और इससे हमारे संबंधों में विसंगति आई है। इसके लिए हमारी सोच बहुत साफ है कि जब तक सीमा पर शांति और स्थिरता नहीं होगी, तब तक रिश्ते नहीं सुधरेंगे। सीमा पर शांति के बिना रिश्ते नहीं सुधर सकते: जयशंकरविदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मोर्चे पर चीन से मुकाबला करने के लिए भारत को विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा प्रमुख क्षेत्र है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 में सत्ता में आने से पहले की सरकारों ने नजरअंदाज किया था। उन्होंने कहा कि चीन के साथ सीमा पर तनाव के चलते नई दिल्ली-पेइचिंग संबंधों में असामान्यता पैदा हुई है। भारत की सोच बिलकुल स्पष्ट है कि जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता नहीं होगी, तब तक दोनों एशियाई शक्तियों के बीच संबंधों में सुधार नहीं होगा। जयशंकर ने सूरत में एक कार्यक्रम में उद्योग जगत के नेताओं के साथ चर्चा के दौरान कहा, ‘अगर हमें चीन से मुकाबला करना है, जो करना भी चाहिए, तो इसका समाधान यही है कि हम यहीं विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करें। पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद विनिर्माण के प्रति हमारा दृष्टिकोण बदल गया है। इससे पहले लोग विनिर्माण पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे।’ http://dlvr.it/T4xFjB
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भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ यूएस विल वर्किंग टू टैकल थ्रेट टू चाइना, सीस सीनेटर मार्क वार्नर
भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ यूएस विल वर्किंग टू टैकल थ्रेट टू चाइना, सीस सीनेटर मार्क वार्नर
प्रतिनिधित्व के लिए छवि।
बीजिंग के साथ व्यापार करने वाले संगठनों के हर पहलू पर चीनी निगरानी पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए, वार्नर ने कहा कि अमेरिका चीन, चीन और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ मिलकर चीन से खतरे से निपटने के लिए काम करेगा।
PTI वाशिंगटन
आखरी अपडेट: 23 जुलाई, 2020, सुबह 9:24 बजे IST
अमेरिका ने भारत, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ मिलकर चीनी निगरानी के खतरे से निपटने…
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संघर्ष से इंकार नहीं किया जा सकता: एलएसी विवाद पर राजनाथ | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
संघर्ष से इंकार नहीं किया जा सकता: एलएसी विवाद पर राजनाथ | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
चीन के साथ सीमा पर बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण निवेश किया गया है
नई दिल्ली: यह देखते हुए कि मौजूदा अनिश्चित माहौल में किसी भी तरह के संघर्ष की संभावना से इंकार नहीं किया जा सक���ा है, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को 24 नए पुलों और तीन सड़कों को राष्ट्र को समर्पित करते हुए सीमा बुनियादी ढांचे को और विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। “हमने हाल ही में उत्तरी…
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राहुल गांधी ने सरकार से चीन पर 'सच्चाई मानने' को कहा
राहुल गांधी ने सरकार से चीन पर ‘सच्चाई मानने’ को कहा
कांग्रेस चीन के साथ सीमा पर तनाव से निपटने के लिए सरकार पर हमला करती रही है, उस पर भारत की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता करने का आरोप लगा रही है, केंद्र ने इस आरोप से इनकार किया है।
“चीनी कब्जे” की सच्चाई को भी अब स्वीकार किया जाना चाहिए, गांधी ने मोदी सरकार की पृष्ठभूमि में पिछले साल बनाए गए तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए आंदोलनकारी किसानों और विपक्षी दलों की मांग पर सहमति जताते हुए…
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लद्दाख में तनाव के बीच ग्लोबल टाइम्स ने दी भारत को 'धमकी', 'अगर युद्ध हुआ तो करना पड़ेगा हार का सामना'
लद्दाख में तनाव के बीच ग्लोबल टाइम्स ने दी भारत को ‘धमकी’, ‘अगर युद्ध हुआ तो करना पड़ेगा हार का सामना’
पेइचिंगभारत और चीन के बीच सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। 13वें दौर की बातचीत के बाद भी मई 2020 जैसी स्थिति बहाल नहीं हो सकी। इसी बीच चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारत को ‘धमकी’ देते हुए कहा है कि अगर युद्ध होता है तो नई दिल्ली की हार होगी। दोनों पक्षों की बातचीत के बाद भारतीय सेना ने सोमवार को कहा कि उसकी तरफ से दिए गए ‘सकारात्मक सुझावों’ पर चीनी सेना सहमत नहीं हुई।ग्लोबल टाइम्स में…
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Eastern Ladakh dispute: ताइवान-दक्षिण चीन पर ध्यान देंगे शी जिनपिंग!, क्या यह पूर्वी लद्दाख विवाद के समाधान का संकेत है?
Eastern Ladakh dispute: ताइवान-दक्षिण चीन पर ध्यान देंगे शी जिनपिंग!, क्या यह पूर्वी लद्दाख विवाद के समाधान का संकेत है?
Eastern Ladakh dispute: लद्दाख में सीमा विवाद भारत और चीन के बीच तनाव के समय भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को एचटी लीडरशिप समिट में स्पष्ट किया कि बीजिंग को सीमा से संबंधित समझौतों को स्वीकार करना होगा। साथ ही चीन को दोनों देशों के बीच सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए 3488 किलोमीटर लंबी एलएसी पर एकतरफा सैन्य कार्रवाई से बचना होगा। उल्लेखनीय है कि चीन और भारत के बीच सीमा मुद्दे को लेकर…
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LAC standoff: India, China disengage in Gogra in eastern Ladakh after 12th round of Corps Commander talks
LAC standoff: India, China disengage in Gogra in eastern Ladakh after 12th round of Corps Commander talks
छवि स्रोत: पीटीआई
पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील क्षेत्र के किनारे से भारतीय और चीनी सैनिक और टैंक अलग हो गए। (फ़ाइल/प्रतिनिधि छवि)
भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में गोगरा के क्षेत्र में विघटन पर सहमत हुए हैं, सेना ने शुक्रवार को कोर कमांडर वार्ता के 12 वें दौर के बाद कहा।
कोर कमांडर वार्ता के दौरान हुए समझौते के अनुसार, दोनों पक्षों (भारत-चीन) ने चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से पीपी-17 में…
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कब सुलझेगा LAC विवाद? भारत-चीन के बीच कल मोल्डो में 12वें राउंड की होगी सैन्य स्तर की वार्ता
कब सुलझेगा LAC विवाद? भारत-चीन के बीच कल मोल्डो में 12वें राउंड की होगी सैन्य स्तर की वार्ता
भारत चीन सीमा विवाद: भारत और चीन के बीच में ही बना हुआ है। लेकिन अस्त अब कलीका को भारत और चीन के 12वें वैले की शुरुआत में वैसी ही सही ढंग से समाप्त होने के बाद समाप्त हो जाएगा।
बार-बार चर्चा करने के लिए
समाचार एक ऐसी घटना के लिए है, जैसे कि भारत और चीन के बीच बैठक के दौरान, गोगारा हाइट्स की घटना होने की घटना होने की उम्मीद है।” IQ ।
भारत और चीन के बीच 12वें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता कल…
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