बीजेपी ने जारी की 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, पीएम मोदी बनारस से करेंगे दावेदारी
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 100 से ज्यादा कैंडिडेट्स के नाम घोषित किए गए हैं। पहली लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भी नाम शामिल है। पीएम मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे। 34 केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्री के नाम पहली सूची में है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का भी नाम इस लिस्ट में हैं। 34 केंद्रीय मंत्री, लोकसभा स्पीकर, दो पूर्व मुख्यमंत्री, 28 महिलाओं को पहली सूची में जगह मिली है। 50 से कम उम्र वाले 47 उम्मीदवार इस लिस्ट में हैं।
बीजेपी की पहली लिस्ट की बड़ी बातें
बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में एससी से 27, एसटी से 18 और ओबीसी से 57 उम्मीदवार हैं। इसमें यूपी से 51, बंगाल से 20, एमपी से 24, गुजरात से 15, राजस्थान से 15, केरल से 12 तेलंगाना से 9, असम से 11 झारखंड से 11, छत्तीसगढ़ से 11 उम्मीदवारों को टिकट मिला है। दिल्ली से 5 सीट, जम्मू कश्मीर 2, उत्तराखंड 3, गोवा 1, त्रिपुरा 1, अंडमान और निकोबार 1, दमन दीव 1 सीट पर नाम का ऐलान किया गया है। केरल में शशि थरूर के सामने राजीव चंद्रशेखर को टिकट दिया गया है।
बीजेपी की पहली लिस्ट में किस-किस को मिला टिकट
दिल्ली चांदनी चौक- प्रवीण खंडेलवाल उत्तर पूर्वी दिल्ली- मनोज तिवारीनई दिल्ली- बांसुरी स्वराज पश्चिमी दिल्ली- कमलजीत सहरावत दक्षिण दिल्ली- रामवीर सिंह विधूड़ीयूपी में इन सीटों पर उम्मीदवार घोषितवाराणसी- नरेंद्र मोदीकैराना- प्रदीप कुमारमुजफ्फरनगर- संजीव कुमार बालियाननगीना- ओम कुमाररामपुर- घनश्याम लोधीसंभल- परमेश्वर लाल सैनीअमरोहा- कंवर सिंह तोमरगौतमबुद्ध नगर- महेश शर्माबुलंदशहर- डॉ भोला सिंहमथुरा- हेमा मालिनीआगरा- सत्यपाल सिंह बघेलफतेपुर सीकरी- राजकुमार चाहरएटा- राजवीर सिंह राजू भैयाआंवला- धर्मेंद्र कश्यपशाहजहांपुर- अरुण कुमार सागरखीरी- अजय मिश्रा टेनीधौरहरा- रेखा वर्मासीतापुर- राजेश वर्माहरदोई- जयप्रकाश रावतमिसरिख- अशोक कुमार रावतउन्नाव- साक्षी महाराजमौहनलाल गंज- कौशल किशोरलखनऊ- राजनाथ सिंहअमेठी- स्मृति इरानीप्रतापगढ़- संगम लाल गुप्ताइटावा- रामशंकर कठेरियाकन्नौज- सुब्रत पाठकअकबरपुर- देवेंद्र सिंह भोलेझांसी- अनुराग शर्माहमीरपुर- पुष्पेंद्र सिंह चंदेलबांदा- आरके सिंह पटेलफतेहपुर- साध्वी निरंजन ज्योतिबाराबंकी- उपेंद्र सिंह रावतफैजाबाद- लल्लू सिंहअंबेडकरनगर- रितेश पांडेयश्रावस्ती- साकेत मिश्रागोंडा- कीर्तिवदन सिंहडुमरियागंज- जगदंबिका पालबस्ती- हरीश द्विवेदीसंत कबीरनगर- प्रवीण निषादमहाराजगंज- पंकज चौधरीगोरखपुर- रवि किशनकुशीनगर - विजय कुमार दुबेबांसगांव- कमलेश पासवानलालगंज- नीलम सोनकरआजमगढ़- दिनेश लाल यादव निरहुआसलेमपुर- रवींद्र कुशवाहाजौनपुर - कृपाशंकर सिंहचंदौली- महेंद्र नाथ पांडेयफर्रुखाबाद- मुकेश राजपूतमध्य प्रदेशमुरैना- शिवमंगल सिंह तोमरभिंड- संध्या रायग्वालियर- भारत सिंहगुना- ज्योतिरादित्य सिंधियासागर- लता वानखेड़ेटीकमगढ़- वीरेंद्र खटीकदमोह- राहुल लोधीखजुराहो- वीडी शर्मासतना- गणेश सिंहरीवा- जनार्दन मिश्रसीधी- राजेश मिश्राशहडोल- हिमाद्रि सिंहजबलपुर- आशीष दुबेमंडला- फग्गन सिंह कुलस्तेहोशंगाबाद- दर्शन सिंह चौधरीविदिशा- शिवराज सिंह चौहानभोपाल- अनूप शर्माराजगढ़- रोडमल नागरदेवास- महेंद्र सिंह सोलंकीमंदसौर- सुधीर गुप्तारतलाम- अनिता नागर सिंह चौहानखरगौन- गजेंद्र पटेलखंडवा- ज्ञानेश्वर पाटिलबैतूल- दुर्गादासछत्तीसगढ़सरगुजा- चिंतामणि महाराजरायगढ़- राधेश्याम राठियाजागीरचंपा - कमलेश जांगडेकोरबा - सरोज पांडेबिलासपुर - तोकल साहूराजनंदगांव- संतोष पांडेदुर्ग - विजय बघेलरायपुर- बृजमोहन अग्रवालमहासमुंद- रूपकुमारी चौधरीबस्तर- महेश कश्यपकांकेर- भोजराज नागगुजरातकच्छ- विनोदभाई चावड़ाबनासकांठा- रेखाबेन हितेशबाई चौधरीपाटन- भरत सिंह जी दादीगांधीनगर- अमित शाहअहमदाबाद पश्चिम- धीरेशभाई मकवानाराजकोट- पुरुषोत्तम भाई रुपालापोरबंदर- मनसुखभाई मंडावीयाजामनगर- पूनमबेन माडवआणंद- नीतेशभाई पटेलखेड़ा -देवुसिंह चौहानपंचमहल- राजपाल सिंह जाधवदाहोद- जसवंत सिंहभरूच- मनसुख भाई वसावाबारडोली- प्रभुभाई नागर भाई वसावानवसारी- सीआर पाटिलझारखंडराजमल- ताला मरांडीदुमका- सुनील सोरेनगोड्डा- निशिकांत दुबेकोडरमा- अन्नपूर्णा देवीरांची- संजय सेठजमशेदपुर- विद्यु महतोसिंहभूम- गीता कोडाकुंटी- अर्जुन मुंडालोहरदगा- समीर उरांवपलामू- विष्णुदयाल रामहजारीबाग- मनीष जयसवालकेरलकासरवड- एमएल अश्विमीकन्नूर- सी रघुनाथवडकरा- प्रफुल्ल कृष्णकोझिकोड- एमटी रमेशमंगलापुरम- अब्दुल सलामपोन्नामी- निवेदिता सुब्रमण्यमपल्लकड- सी कृष्णकुमारत्रिशूर- सुरेश गोपीअलकुजा- शोभा सुरेंद्रनपत्तनमटिटा - अनिल एंटनीअटिंगल- वी मुरलीवरन जीतिरुअनंतपुरम- राजीव चंद्रशेखरअरुणाचलअरुणाचल प्रदेश वेस्ट- किरण रिजिजूअरुणाचल ईस्ट… http://dlvr.it/T3WYdP
0 notes
#LokSabha लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की पहली लिस्ट,मोदी फिर लड़ेगे बनारस से चुनाव !
#LokSabhaElection2024 #BJP4India #NarendraModi #BJPGovernment #AmitShah
0 notes
मैनपुरी से भाजपा ने डिंपल के खिलाफ रघुराज सिंह शाक्य को उतारा, अन्य राज्यों के ByPoll के लिए भी लिस्ट जारी
मैनपुरी से भाजपा ने डिंपल के खिलाफ रघुराज सिंह शाक्य को उतारा, अन्य राज्यों के ByPoll के लिए भी लिस्ट जारी
छवि स्रोत: पीटीआई
डिंपल यादव अपने पति अखिलेश यादव के साथ
यूपी मैनपुरी उपचुनावयूपी की पूरी विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए बीजेपी ने सपा नेता अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ रघुराज सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाया है। मैनपुरी सीट सपा के पूर्व अध्यक्ष और यूपी के सीएम रहे सिंह यादव के निधन के बाद खाली हो गए हैं। पहले ऐसा माना जा रहा था कि घिरे सिंह के सम्मान में बीजेपी इस सीट से अपना कोई उम्मीदवार…
View On WordPress
0 notes
BJP Candidate List: अवध में बीजेपी ने खेला सेफ गेम, पुराने चेहरों पर भरोसा पड़ेगा भारी...या सीटें बहुत सारी?
BJP Candidate List: अवध में बीजेपी ने खेला सेफ गेम, पुराने चेहरों पर भरोसा पड़ेगा भारी…या सीटें बहुत सारी?
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के लिए प्रत्याशियों की एक और लिस्ट (BJP Candidate List 2022) जारी कर दी है। इस लिस्ट में 91 प्रत्याशियों के नाम है। टिकटों के बंटवारे में अगर अवध क्षेत्र (Avadh Kshetra BJP Candidates) की सीटों को देखें तो पार्टी ने ज्यादातर पुराने चेहरों यानी सिटिंग एमएलए पर भरोसा जताया है। अयोध्या सीट (Ayodhya) पर वर्तमान विधायक वेद…
View On WordPress
0 notes
UP Health Department Transferred Doctors In UP Without Asking Deputy CM Brajesh Pathak Ann
UP Health Department Transferred Doctors In UP Without Asking Deputy CM Brajesh Pathak Ann
Government Doctor’s Transfered In UP: यूपी (UP) में सरकारी डाक्टरों के तबादले को लेकर हंगामा मच गया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) के पास स्वास्थ्य विभाग (Health Department) है. लेकिन उनसे पूछे बिना ही सैकड़ों डॉक्टरों का ट्रांसफ़र कर दिया गया. डाक्टरों के तबादले की लिस्ट जब आई तब डिप्टी सीएम हैदराबाद (Hyderabad) पहुंच गए थे, जहां बीजेपी (BJP) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी (National…
View On WordPress
0 notes
यूपी विधानसभा चुनाव 2022: बीजेपी ने जारी की 91 उम्मीदवारों की एक और नई लिस्ट
यूपी विधानसभा चुनाव 2022: बीजेपी ने जारी की 91 उम्मीदवारों की एक और नई लिस्ट
नई दिल्ली: भाजपा ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 91 और उम्मीदवारों के नाम जारी किए। सूची में प्रमुख नामों में इलाहाबाद पश्चिम से क्रमश: मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा क्षेत्रों से नान कुमार गुप्ता ‘नंदी’ शामिल हैं।
View On WordPress
0 notes
यूपी चुनाव 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवारों की पहली सूची में दिए 21 विधायक को टिकट | देखिये पूरी लिस्ट यहाँ पर
यूपी चुनाव 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवारों की पहली सूची में दिए 21 विधायक को टिकट | देखिये पूरी लिस्ट यहाँ पर
समाजवादी पार्टी ने सोमवार को अपने 159 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की. इसमें अखिलेश यादव शिवपाल सिंह यादव , आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम का नाम शामिल है. समाजवादी पार्टी ने जो लिस्ट जारी की है, उसमें 28 सीटें ऐसी हैं, जहां उसने 2017 के चुनाव में जीत दर्ज की थी. समाजवादी पार्टी ने इनमें से 21 विधायकों पर फिर भरोसा जताया है.
समाजवादी पार्टी के विधायक गए बीजेपी में
वहीं जिन विधायकों को टिकट…
View On WordPress
0 notes
1. इन 6 राज्यों में कोरोना ने बढ़ाई आफत, स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकड़े जारी कर जताई चिंता
2. वही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, दिल्ली तथा चुनावी प्रदेश यूपी में अभी भी कोरोना परेशानी का विषय बना हुआ है.
3. LG ने वीकेंड कर्फ्यू खत्म करने का प्रस्ताव ठुकराया , निजी दफ्तरों में 50 % उपस्थिति पर सहमति जताई
4. आज़ादी के बाद दिल्ली में कुछ गिने - चुने परिवारों के लिए ही नया निर्माण हुआ : PM मोदी
5. UP Election 2022 : राहुल का बीजेपी पर बड़ा अटैक , बोले प्रतिवर्ष 2 करोड़ नौकरी का खोखला शब्द नहीं , हम दिलाएंगे आपको रोजगार
6दिल्ली में जारी रहेगा वीकेंड कर्फ्यू, उपराज्यपाल ने खारिज किया आप सरकार का प्रस्ताव
7. दिल्ली में आज 10,500 कोरोना मामले दर्ज होने की संभावना : स्वास्थ्य मंत्री
8. UP चुनाव के लिए राहुल-प्रियंका ने जारी किया 'भर्ती विधान', कहा- युवाओं से बातचीत कर तैयार किया मेनिफेस्टो, 20 लाख लोगों को देंगे नौकरी
9. सोमनाथ मंदिर के पास नए सर्किट हाउस का उद्घाटन, पीएम बोले- तीर्थ स्थलों से बढ़ती है भारतीय एकता
10. मेघालय बना टीकों की आपूर्ति करने वाला पहला राज्य, मोदी बोले- रेल, सड़क और हवाई संपर्क के लिए काम जारी
11. राजस्थान : सीएम गहलोत ने दिया बयान, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही सरकार
12. 7th Pay Commission Latest News : खुशखबरी, महंगाई भत्ते के साथ इस भत्ते में भी बढ़ोतरी का हो सकता है ऐलान, जाने
केंद्र सरकार के 31 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों (Central Government Employees) के लिए एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी सरकार (Modi Government) महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में बढ़ोतरी के साथ ही आवास भत्ते (House Rent Allowance-HRA) में भी बढ़ोतरी कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार जल्द ही कर्मचारियों के लिए इस तोहफे का ऐलान कर सकती है.
कितना बढ़ सकता है HRA
बता दें कि मौजूदा समय में सरकारी कर्मचारियों को कैटेगरी के हिसाब से 9 फीसदी, 18 फीसदी और 27 फीसदी की दर से HRA मिलता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार इस भत्ते में 3 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकती है.
जानकारों का कहना है कि सरकार (7th CPC) द्वारा अगर इस भत्ते में बढ़ोतरी की जाती है तो इससे सिर्फ केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को ही फायदा मिलेगा. रक्षा क्षेत्र के कर्मचारियों को इसका फायदा नहीं मिलेगा.
दरअसल, रक्षा क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए वेतन और भत्तों की पूरी अलग व्यवस्था है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में तकरीबन 38 लाख पद हैं और उनमें से करीब 31.1 लाख पदों पर लोग काम कर रहे हैं. ऐसे में अगर सरकार एचआरए को बढ़ाने का फैसला करती है तो इन 31.1 लाख लोगों को फायदा मिलेगा
बता दें कि महंगाई की स्थिति को देखते हुए सरकार ने HRA में बदलाव के लिए महंगाई भत्ते (DA latest news today) का स्तर 25 से 50 फीसदी तय किया हुआ है. सरकार ने पिछले साल जुलाई में महंगाई भत्ते को बढ़ाकर 28 फीसदी कर दिया था.
अब चूंकि यह 25 फीसदी से ज्यादा हो गया था तो ऐसी स्थिति में एचआरए को भी बढ़ाया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार महंगाई भत्ते को बढ़ाकर 34 फीसदी कर सकती है और अगर ऐसा हुआ तो यह आंकड़ा 50 फीसदी के पार चला जाएगा जिससे एचआरए में दूसरी बार बढ़ोतरी करने का रास्ता साफ हो जाएगा.
13. Punjab Election 2022 : भाजपा ने जारी की 32 प्रत्याशियों की लिस्ट , किसान से लेकर डॉक्टर तक को बनाया प्रत्याशी
14. आने वाले दिनों में सर्दी दिखाएगी अपना रौद्र रूप, यहां होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने दी ऐसी बड़ी चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 25 जनवरी तक देश के कई राज्यों में बारिश की भविष्यवाणी (rain forecast) की, जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में घना कोहरा छाया रहेगा। वहीं उत्तर प्रदेश में अगले 24 घंटों तक शीतलहर का दौर जारी रहेगा।
आईएमडी (IMD) ने अपने दैनिक मौसम अपडेट में 22 और 23 जनवरी के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश (rain forecast) और बर्फबारी की भविष्याणी की है। वहीं आज पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बारिश हो सकती है। इसके बाद 22 और 23 जनवरी को तेज बारिश के आसार बन रहे हैं। वहीं 21 से 22 जनवरी के बीच राजस्थान (Rajasthan rain forecast), 22-24 जनवरी के दौरान छत्तीसगढ़ और 22-23 जनवरी को मध्य प्रदेश में छिटपुट वर्षा की संभावना है। वहीं 22 जनवरी को उत्तरी पंजाब और हरियाणा में अलग-अलग भारी बारिश हो सकती है।
इसके साथ ही 22 से 24 जनवरी यानी तीन दिनों तक बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम (Sikkim rain forecast) में भारी बारिश के आसार हैं। 21 और 22 तारीख को पश्चिम मध्य प्रदेश और राजस्थान में, 22 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश में, 22 और 23 तारीख को उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश (UP rain forecast), बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और 23 जनवरी, 2022 को झारखंड, छत्तीसगढ़ और गंगीय पश्चिम बंगाल में बिजली के साथ ओले गिरने की संभावना है
0 notes
कमजोर सीट, स्टार कैंडिडेट... बीजेपी के मिशन 2024 का बड़ा प्लान समझिए
नई दिल्ली: अब की बार 400 पार... बीजेपी इस स्लोगन के साथ चुनावी मैदान में उतर गई है। पीएम मोदी खुद चुनावी रैलियों में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। बीजेपी जल्द ही लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। उम्मीदवारों के नाम पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की एक लंबी बैठक में तय किए गए। एक बीजेपी नेता ने कहा, 'यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि कितने उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी, लेकिन सूची काफी बड़ी होने की उम्मीद है।' पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, उम्मीदवारों की लिस्ट में कुछ बड़े नाम, जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और वो क्षेत्र भी शामिल हो सकते हैं जहां पिछली बार पार्टी हार गई थी।
हारी हुई सीटों पर खास फोकस
सत्तारूढ़ पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि पिछली बार हारी हुई सीटों के लिए उसके उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार करने और मतदाताओं तक पहुंचने के लिए पर्याप्त समय मिले। उत्तर प्रदेश में, एक नेता ने (अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर) बताया, 'मैंने सुना है कि कुछ सीटों पर जहां पार्टी को पिछली बार हार मिली थी, वहां बीजेपी ने अनौपचारिक रूप से कुछ प्रभारियों को तैनात किया है। पार्टी के महासचिव सुनील बंसल उन सीटों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। पार्टी को उम्मीद है कि वो इन सीटों को जीत लेगी। पिछले चुनाव में उत्तर प्रदेश की 78 लोकसभा सीटों में से 62 सीटें बीजेपी ने जीती थीं। इस बार अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के एनडीए में शामिल होने और कमजोर विपक्ष को देखते हुए पार्टी को इन सीटों को जीतने की उम्मीद है।
कांग्रेस को खुली चुनौती
एक बीजेपी नेता ने कहा कि 'कांग्रेस अगर अपने उम्मीदवारों को चुनने से पहले हमारे (बीजेपी) उम्मीदवारों को भी जान ले, तब भी उनके लिए फायदा नहीं होगा, पीएम मोदी की लोकप्रियता इतनी ज्यादा है कि बीजेपी आसानी से चुनाव जीत लेगी।' एक और बीजेपी नेता ने कहा कि पार्टी ने चुनाव की तारीखों से पहले मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। लोकसभा उम्मीदवारों के जल्दी ऐलान से यह संदेश जाएगा कि बीजेपी एक अनुशासित पार्टी है जिसका 'दृढ़ नेतृत्व' है।
यूपी में बीजेपी की क्या प्लानिंग?
यूपी में, जहां सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं, सूत्रों के मुताबिक, पहली लिस्ट में करीब 20 उम्मीदवारों के नाम हो सकते हैं। पार्टी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के लिए भी दो सीटें छोड़ सकती है, जो पिछले महीने एनडीए में शामिल हुई थी। जयंत चौधरी की अगुवाई वाली रालोद ने 27 फरवरी के राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के आठवें उम्मीदवार को भी वोट दिया था, जिससे उसे समाजवादी पार्टी के तीसरे उम्मीदवार को हराने में मदद मिली थी। माना जा रहा है कि बीजेपी अपना दल (एस) के लिए एक या दो सीटें, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के लिए एक सीट और निषाद पार्टी के लिए एक सीट भी छोड़ सकती है।
हरियाणा में राजनीतिक समीकरण समझिए
हरियाणा में 10 लोकसभा सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट बीजेपी नेतृत्व को मिल गई है। इससे हरियाणा में एनडीए (NDA) के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं। दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) एनडीए की सहयोगी पार्टी है और राज्य की सत्ता में भी शामिल है। हरियाणा के एक बीजेपी नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'हमने सभी 10 सीटों के लिए नामों की लिस्ट दे दी है, लेकिन ये केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वो जेजेपी के लिए कोई सीट छोड़ना चाहते हैं या नहीं. ये फैसला हम नहीं ले सकते।' पिछले चुनाव में बीजेपी ने हरियाणा की सभी 10 सीटें जीत ली थीं।
शिवराज सिंह चौहान को लेकर अटकलें तेज
बीजेपी के सूत्रों ने खुलासा किया है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा से चुनाव लड़ सकते हैं। बीजेपी की पहली सूची में 29 में से 10 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होने की उम्मीद है। छत्तीसगढ़ में, पहली सूची में सरगुजा और बस्तर, दो आदिवासी क्षेत्रों की सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम शामिल होने की संभावना है। http://dlvr.it/T3Vnkw
0 notes
Explained : जातीय जनगणना बस सियासी धोखा, नहीं सुलझ पाएगा आरक्षण का पेच, जानें क्यों Divya Sandesh
#Divyasandesh
Explained : जातीय जनगणना बस सियासी धोखा, नहीं सुलझ पाएगा आरक्षण का पेच, जानें क्यों
नई दिल्ली
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की 10 पार्टियों ने जाति जनगणना करवाने का मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों ओर की छोटी-बड़ी सभी पार्टियों के नेता शामिल थे। पीएम से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जनगणना में जब धर्म का लेखो-जोखा लिया ही जाता है तो एक कॉलम बढ़ाकर जाति का भी विवरण लिया जा सकता है, इसके लिए अलग से खर्च भी नहीं होगा। उनकी दलील है कि अनुसूचित जनजाति (ST) और अनुसूचित जाति (SC) के लिए अलग-अलग कोष्ठक होते ही हैं, तो एक और कॉलम बनाने में क्या हर्ज है। आप भी इस दलील से सहमत हो सकते हैं, लेकिन इससे जाति जनगणना का मकसद पूरा होगा, इस पर संदेह है। ऐसा क्यों? आइए समझते हैं…
बढ़ रही है ओबीसी की जनसंख्या
पता होना चाहिए कि भारत में वर्ष 1931 के बाद से सभी जातीय जनगणना नहीं हुई है। फिर भी जातियों की जनसंख्या का मोटा-मोटा आकलन सरकार के पास होता है। ब्रिटिश राज में 1881 से 1931 तक जातीय जनगणना हुई थी, लेकिन भारत आजाद हुआ तो स्वदेशी सरकार ने इसकी परंपरा खत्म कर दी। हालांकि, जनगणना में एससी-एसटी समूह के लोगों की आबादी का उल्लेख होता है। आंकड़े बताते हैं कि 1971 में एससी-एसटी वर्ग की देश की आबादी में भागीदारी 21.54 प्रतिशत थी जो 2011 में बढ़कर 25.26 प्रतिशत रह गई। इसका कारण यह है कि ये दोनों वर्ग देश में सबसे ज्यादा पिछड़े हैं, इस कारण उनमें अशिक्षा, गरीबी ज्यादा है जो सीधा प्रजनन दर को प्रभावित करते हैं।
जातीय जनगणना की मांग के पीछे यह है असली मकसद
ध्यान रहे कि जातीय जनगणना की मांग करने वाले नेताओं का कहना है कि एक बार आबादी में किसी जाति की हिस्सेदारी का पता चल जाने पर उनके लिए कल्याणकारी योजनाओं का खाका खींचने में मदद मिलेगी। इससे विभिन्न मापदंडों पर पिछड़े लोगों का तेजी से विकास हो सकेगा। मतलब साफ है कि जातीय जनगणना का मकसद सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण से जुड़ा है। कुछ जातियां खुद को ओबीसी लिस्ट में शामिल करने का आंदोलन चला रही हैं तो वहीं राजनीतिक दल सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आरक्षण के लिए तय की गई 50% की सीमा हटाने की मांग कर रहे हैं।
वर्ग और जाति पर धोखा खा रहे हैं नेता?
इनकी दलील है कि सभी धर्मों की पिछड़ी जातियों के लोग देश की आबादी के 52 प्रतिशत हैं, इसलिए केंद्र सरकार के सभी पदों की 52% नौकरियां ओबीसी समूह के लोगों को दी जाएं। यह मांग करने वाले ही जातीय जनगणना करवाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन, वो शायद यह नहीं समझ पा रहे हैं कि अन्य पिछड़े वर्ग को आरक्षण दिया जा रहै है, अन्य पिछड़ी जातियों को नहीं। इसका सबूत यह है कि एसटी-एसटी में कोई क्रीमि लेयर तय नहीं है जबकि ओबीसी दर्जा प्राप्त जातियों में क्रीम लेयर के लोग आरक्षण नहीं ले सकते हैं। यानी, एससी-एसटी की सभी जातियों का एक-एक व्यक्ति आरक्षण के योग्य है जबकि ओबीसी दर्जे की सभी जातियों के सिर्फ वही लोग आरक्षण ले पाते हैं जो क्रीमि लेयर के दायरे में नहीं आते हैं। ध्यान रहे कि क्रीमि लेयर के निर्धारण के लिए सालाना आमदनी समेत कई अन्य कारकों की परख की जाती है।
बढ़ रही है आरक्षण में ओबीसी की भागीदारी
केंद्र सरकार की नौकरियों में ओबीसी को अभी 21.57 प्रतिशत प्रतिनिधित्व हासिल है जो उनकी आबादी के अनुपात के लिहाज से बहुत कम है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जीतेंद्र सिंह ने 17 जुलाई, 2019 को लोकसभा को लिखित जवाब में बताया था कि 1 जनवरी, 2012 को केंद्र सरकारी की नौकरियों में ओबीसी के 16.55 प्रतिशत लोग थे जो 1 जनवरी, 2016 को 21.57 प्रतिशत हो गए। यानी, साल दर साल आरक्षण में ओबीसी की भागीदारी बढ़ रही है।
जातियों के अंदर उपजातियों का पचड़ा
समस्या यह है कि देश में एक जाति के अंतर्गत कई उपजातियां हैं। यही वजह है कि मोदी सरकार ने 2017 में जस्टिस रोहिणी आयोग का गठन किया था। केंद्र सरकार की सूची में 2,633 जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किया गया है। आयोग ने इस वर्ष सरकार को सुझाव दिया था कि इन्हें चार वर्गों में बांटकर इन्हें क्रमशः 2, 6, 9 और 10 प्रतिशत आरक्षण दे दिया जाए। इस तरह, ओबीसी के लिए तयशुदा 27 प्रतिशत का आरक्षण उपजातियों के चार वर्गों में बंट जाएगा।
बीजेपी का रानीतिक निशाना
सीएसडीएस-लोकनीति के सर्वे में दावा किया गया है कि आरक्षण में ओबीसी ग्रुप की दबंग जातियों, मसलन बिहार और यूपी में यादव, से अपेक्षाकृत कमजोर जातियों को तवज्जो देने पर चुनावों में बीजेपी को फायदा हुआ है। 2009 में बीजेपी को ओबीसी का 22% वोट मिला था जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में ओबीसी में अपेक्षाकृत कमजोर तबकों से 47% वोट मिला। वहीं, उत्तर प्रदेश और बिहार में बीजेपी को यादवों का समर्थन घटता दिख रहा है। यूपी में 2014 के लोकसभा चुनाव में यादवों का 14 प्रतिशत वोट मिला था जो 2019 के चुनाव में घटकर 9 प्रतिशत रह गया। वहीं, बिहार में यह क्रमशः 26 प्रतिशत से घटकर 24 प्रतिशत रह गया।
जातीय जनगणना से पूरा होगा मकसद?ऊपर बताए गए दो तथ्यों- जाति नहीं वर्ग और उपजातियों में वर्गीकरण, से स्पष्ट होता है कि जातीय जनगणना से आरक्षण में ओबीसी को उचित प्रतिनिधित्व दिलाने का मकसद पूरा नहीं हो पाएगा। इसके लिए ओबीसी की उपजातियों की आर्थिक-सामाजिक स्थिति का गहराई से जायजा लेना होगा। ऐसा जनगणना में संभव नहीं है। हालांकि, 2011 की सामाजिक-आर्थिक आधार पर जातीय जनगणना में इसकी प्रतिबद्धता जताई गई है। लेकिन, आज तक उसके आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं।
राजनीतिक दलों से भी पूछने होंगे सवाल
यह अलग-अलग आकलनों में साबित हो चुका है कि ओबीसी की आर्थिक-सामाजिक स्थिति इलाकों और राज्यों के आधार पर अलग हो जाती है। ऐसे में जातीय जनगणना के आधार पर ओबीसी के लिए आरक्षण या कल्याणकारी योजनाओं का खाका खींचने की परिकल्पना त्रुटिपूर्ण है। नेताओं में भी जाति के नाम पर अपने राजनीतिक फायदे की चिंता ज्यादा दिखती है। वो पिछड़े वर्ग के उत्थान को लेकर कितने कृतसंकल्पित हैं, इस बारे में विचार करेंगे तो दिल दुखाने वाली कई बातें सामने आएंगी। मसलन, बिहार में 15 साल तक लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी की सरकार रही, तो क्या ओबीसी वो सब मिल गया जो मिलना चाहिए था? ऐसे ही प्रश्न देश के अन्य राज्यों और वहां के शासन में रही पार्टियों से भी पूछना काफी प्रासंगिक होगा।
0 notes
UP पंचायत चुनाव: भाजपा ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट, देखें आपके यहां से किसे मिला टिकट
UP पंचायत चुनाव: भाजपा ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट, देखें आपके यहां से किसे मिला टिकट
लखनऊ: यूपी में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जोरों- शोरों से तैयारियां चल रही है. चुनाव के लिए नामांकन प्रकिया भी शुरू हो चुकी है. 7 और 8 अप्रैल को दूसरे चरण की नामांकन प्रकिया होगी. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी ने पंचायत चुनावों को लेकर एक और सूची जारी कर दी है. बीजेपी ने 16 जिलों के जिला पंचायत वार्ड प्रत्याशियों की सूची जारी की है.
इन 16 जिलों की सूची की जारीहमीरपुर ,फिरोजाबाद,…
View On WordPress
0 notes
UP Panchayat Chunav: आज जारी हो सकती है आरक्षण सूची, 26 मार्च को आएगी फाइनल लिस्ट |
UP Panchayat Chunav: आज जारी हो सकती है आरक्षण सूची, 26 मार्च को आएगी फाइनल लिस्ट |
भाजपा के ग्राम चौपाल का आज अंतिम दिन, यूपी के जिले में आज जारी कर अंतरिम आरक्षण सूची है। 26 मार्च को आरक्षण की अंतिम लिस्ट आयागी। ये 2015 को आधार बना कर आवंटन किया जाएगा। बीजेपी के ग्राम चौपाल अभियान का आज अंतिम दिन है। अब बचे।
Source link
View On WordPress
0 notes
पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी ने घोषित की 323 सदस्यीय कार्यसमिति, देखें पूरी लिस्ट [Source: Patrika : India's Leading Hindi News Portal]
पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी ने घोषित की 323 सदस्यीय कार्यसमिति, देखें पूरी लिस्ट [Source: Patrika : India’s Leading Hindi News Portal]
पत्रिका न्यूज नेटवर्कलखनऊ. यूपी पंचायत चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कार्य समिति के 323 सदस्यीय पदाधिकारियों की घोषणा कर दी है। इस लिस्ट में अनुभवी के साथ युवा नेताओं को भी जगह दी गई है साथ ही 94 विशेष आमंत्रित सदस्यों के नामों का एलान किया गया है। बीजेपी की सूची में 28 स्थायी आमंत्रित सदस्यों के भी नाम हैं। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी तथा रक्षामंत्री राजनाथ…
View On WordPress
0 notes
पहले 3 चरणों के उम्मीदवारों के नामों पर विचार के बाद बीजेपी की फाइनल लिस्ट जल्द
पहले 3 चरणों के उम्मीदवारों के नामों पर विचार के बाद बीजेपी की फाइनल लिस्ट जल्द
UP Assembly Election 2022: यूपी में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सियासी दल उम्मीदवारों को लेकर मंथन में जुटे हुए हैं. इस बीच राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने भी गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक के दौरान शुरुआती तीन चरणों के उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया गया. इस दौरान महिलाओं, पिछड़ा…
View On WordPress
0 notes
1. राहुल गांधी ने साधा PM पर निशाना , बोले- LAC पर चीन द्वारा निर्मित पुल का उद्घाटन कहीं मोदी न कर दें
2. यूपी का चुनावी घमासान : अखिलेश ने अपर्णा यादव को बीजेपी में शामिल होने पर दी बधाई
3. UP Election 2022 : भाजपा ने जारी की 30 स्टार प्रचारकों की लिस्ट , केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को रखा दूर
4. 28 फरवरी तक रहेंगी सस्पेंड , विदेश आना - जाना हुआ मुश्किल अंतरराष्ट्रीय उड़ानें
5. भारत में 15 फरवरी तक चरम पर होगा ओमीक्रॉन , स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने किया दावा- तीसरी लहर जल्द हो सकती है समाप्त
6. UP में अमित शाह और नरेंद्र मोदी को लेकर बीजेपी का बड़ा प्लान, विरोधियों पर होगा डबल अटैक, ये है प्रचार का पूरा ब्लूप्रिंट
7. उत्तर प्रदेश में कोरोना की रफ्ता��� कम करने में जुटे सीएम योगी, टीम-9 के साथ की महत्वपूर्ण बैठक
8. Manipur election 2022: भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ने के दिए संकेत, गठबंधन को किया दरकिनार
9. रेल यात्रियों को अब नहीं ले जाना होगा चादर-कंबल, मिलेगा ऐसा बेड रोल
10. रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी है कि अब उन्हें सफर के दौरान अपने साथ चादर या कंबल ले जाने की जरूरत नहीं। क्योंकि भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दे दी है। अब यात्रियों के लिए सफर के दौरान डिस्पोजेबल बेडरोल की सुविधा शुरू की गई है। आपको बता दें कि कोरोना महामारी की वजह से पिछले 2 साल से इंडियन रेलवे ने ट्रेनों में बेडरोल की सेवा बंद कर दी थी।
11. पूर्वोत्तर के इस राज्य पर कहर बनकर टूटा कोरोना वायरस, एक झटके में सामने आए इतने मामले
12. पूर्वोत्तर राज्य असम में कोरोना के मामले (Corona cases in Assam) तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच असम में मंगलवार को कोरोना के सर्वाधिक 8072 मामले सामने आए हैं। ऐसे में कुल संक्रिमतों का आंकड़ा बढक़र 6,61,789 तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्री केशब महंत (Health Minister Keshab Mahant) ने कहा कि बीमारी के कारण मंगलवार को 16 और मौतें हुईं,
13. केंद्रीय कर्मचारियों की होगी बल्ले-बल्ले! इस महीने सैलरी बढ़ने समेत होंगे ये बड़े ऐलान
14. केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है कि इसी महीने उनकी सैलरी बढ़ सकती है। क्योंकि मोदी सरकार कर्मचारियों को तोहफा देने की तैयारी कर रही है। खबर है कि मुताबिक इस महीने के अंतिम हफ्ते में कर्मचारियों के DA बढ़ोतरी की जाएगी। इसके साथ ही HRA में भी बढ़ोतरी का ऐलान किया जा सकता है।
15. GST Council : आम जनता को राहत , 1 जनवरी से नहीं लागू होगी कपड़ों पर जीएसटी की बढ़ी हुई दर GST काउंसिल का फैसला
16. यूपी में बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच हुआ सीटों का बंटवारा, जेपी नड्डा बोले- फिर एक बार NDA 300 पार
17. CM योगी का विपक्ष पर वार बोले- नोएडा आने से डरते थे पहले के मुख्यमंत्री, उनके लिए जनता नहीं सत्ता जरूरी थी
0 notes
बीजेपी की पहली लिस्ट में हो सकते हैं 120 कैंडिडिट, कुछ मंत्रियों के कटेंगे टिकट
नई दिल्ली: BJP की केंद्रीय चुनाव कमिटी ने गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की। अब BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट को फाइनल कर रही है, जिसे जल्द ही जारी किया जाएगा। BJP के एक नेता के मुताबिक चुनाव कमिटी की बैठक में बड़ी संख्या में सीटें तय कर ली गई हैं। कैंडिडेट की पहली लिस्ट बड़ी होगी। माना जा रहा है कि पहली लिस्ट में 120 से 140 तक उम्मीदवारों के नाम हो सकते हैं।पहली लिस्ट में सीनियर नेताओं के होंगे नामसूत्रों के मुताबिक पहली लिस्ट में BJP के कई सीनियर नेताओं के नाम हो सकते हैं। साथ ही कई नए नाम भी होंगे। BJP इस बार बड़ी संख्या में सांसदों के टिकट काट रही है और इसमें कुछ मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक कुछ सांसदों ने सीट बदलने का अनुरोध किया था और कुछ की सीटें बदली भी गई हैं। BJP के कई सांसद जो 70 साल से ज्यादा उम्र के हो गए हैं, उन्हें टिकट मिलने की संभावना भी कम है, इसमें कुछ मंत्री भी हैं। बीजेपी ने पहले ही अपने कुछ राज्यसभा सांसदों से उनकी पसंद की तीन सीटों की लिस्ट मांगी थी। उम्मीदवारों की लिस्ट में राज्यसभा सांसदों के भी नाम होंगे, जो अब चुनाव लड़ेंगे।हर सीट पर कराया गया सर्वेबीजेपी केंद्रीय चुनाव कमिटी की बैठक गुरुवार रात 11 बजे शुरू हुई और शुक्रवार सुबह साढ़े तीन बजे तक चली। बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत पार्टी के सीनियर नेता और यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, गोवा के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। बीजेपी के एक नेता के मुताबिक हर सीट पर पार्टी ने सर्वे कराए हैं। साथ ही जहां पार्टी के सांसद हैं उनका रिपोर्ट कार्ड भी तैयार करवाया है। अलग-अलग तरीके से सांसदों का फीडबैक लिया गया है। सर्वे में जो तीन नाम सबसे ऊपर आए उन पर राज्य की चुनाव कमिटी ने विचार किया और फिर चर्चा के बाद राज्य की टीम केंद्रीय चुनाव समिति के पास नाम लेकर आई। सूत्रों के मुताबिक कई ऐसी सीटें हैं जहां पर ज्यादा विचार करने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि उन सीटों पर एक ही नाम था और वही नाम वहां फाइनल हो गया। बीजेपी ने इस बार लोकसभा चुनाव में BJP के लिए 370 सीटें और NDA के लिए 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। http://dlvr.it/T3VQml
0 notes