IAS Puja Khedkar : पूजा खेडकर को बड़ा झटका,आईएएस की नौकरी रद्द
IAS Puja Khedkar : विवादों में फंसी प्रशिक्षु आईएएएस अधिकारी पूजा खेडकर को बड़ा झटका लगा है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने पूजा खेडकर की अस्थाई उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है। इसके अलावा खेडकर पर भविष्य में होने वाली किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगाई गई है।
Dr. Premchand Aggarwal : प्रदेश के कोचिंग सेंटर को लेकर चलेगा अभियान; दिशा-निर्देश जारी
यूपीएससी ने पहले ही दे दिए थे कार्रवाई के…
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दिल्ली में विकास दिव्यकीर्ति का कोचिंग सेंटर 'दृष्टि आईएएस' हुआ सील
नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम ने यूपीएससी की कोचिंग कराने वाली प्रतिष्ठ कोचिंग संस्थान के सेंटर को सील कर दिया है। एमसीडी ने बताया कि नेहरू विहार में सर्वे के दौरान फील्ड टीम को बेसमेंट के अंदर कोचिंग चलती मिली, इसके बाद दृष्टि विजन के सेंटर को सील कर दिया गया है। इस दौरान भारी पुलिस फोर्स मौजूद थी। यह कार्रवाई ओल्ड राजेंद्र नगर में एक सेल्फ स्टडी सेंटर में डूबने से 3 छात्रों की मौत के दो दिन बाद…
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प्रेशर कम करने का ‘वैक्सीन’ है कोटा कोचिंग सिस्टम- डॉ.विक्रांत पांडे
एलन एलुमनी मीट-2024 ‘समानयन’ : केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव डॉ.विक्रांत पांडे ने कोटा में अपनी पढाई के अनुभव साझा किये
अरविंद
न्यूजवेव @कोटा
‘कोचिंग ऐसा टूल है जो विद्यार्थी के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। रोज क्लास में उसे कंफर्ट जोन से बाहर आने का डोज दिया जाता है, जिससे उसकी इम्यूनिटी बढ़ती जाती है। पढाई करते समय प्रेशर कम करने का वैक्सीन कोटा कोचिंग सिस्टम ही देता है।' केंद्रीय गृह मंत्रालय, नईदिल्ली में संयुक्त सचिव वरिष्ठ आईएएस डॉ विक्रांत पांडे एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट की दो दिवसीय एलुमनी मीट-2024 ‘समानयन’ में भाग लेने के लिये कोटा पहुंचे। एक विशेष बातचीत में उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि यहां का कोचिंग सिस्टम आपको अपनी छिपी हुई क्षमता को पहचानने की ताकत देता है। यह आप पर निर्भर है प्रेशर में कितना खिलकर बाहर आते हैं।
कोटा में पढने का अनुभव
मैने झालावाड जिले के बकानी कस्बे में हिंदी माध्यम से स्कूली पढाई की। शिक्षक पिता ने कहा कि मैं डॉक्टर नहीं बन सका, तुम कोशिश करो। उनके संस्कार लेकर मैने 1996 में कोटा आकर एलन से पीएमटी की तैयारी की। गांव से शहर में आकर अकेले किराये के कमरे में रहकर पढाई की। एलन के शिक्षकों ने मनोबल बहुत बढाया। पहले प्रयास में ही चयन हो गया। उदयपुर से एमबीबीएस करते हुये आईएएस बनने का सपना देखा। पहले प्रयास में इंटरव्यू में सफल नहीं हुआ लेकिन कोटा कोचिंग की बदलौत हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास में यूपीएससी में अच्छी रैंक से चयनित हो गया। गत 19 वर्षों से सिविल सेवा में रहते हुये बलसाड, भरूच व अहमदाबाद में जिला कलक्टर रहा। इन दिनों गृह मंत्रालय, नईदिल्ली में सेवारत हूं।
चट्टान की तरह खडे रहो
एक सवाल के जवाब में डॉ. पांडे ने कहा कि हमारा पूरा जीवन एक कॉम्पिटीशन है। हर मुकाम पर लाइनें लंबी मिलेगी, आप चट्टान की तरह खडे रहो। यह मानकर चलें कि मेरी सीट तो फिक्स है। मुझे 100 प्रतिशत मेहनत करना है। मैने 2005 में यूपीएससी दी, तब 50 आईएएस के लिये 11 लाख परीक्षार्थी थे। जज्बा ऐसा हो कि मैदान में रोकने वाले कितने भी खिलाडी हों, आपको अपनी गेंद बाउंड्री के बाहर ही भेजना है। कोचिंग सिस्टम आपकी राह में वेलवेट नहीं बिछाता है, दबाव या दर्द सहने की ताकत पैदा करता है। भीतर से बहुत मजबूत बना देता है। आईएएस इंटरव्यू में भी कोटा कोचिंग से मिला आत्मविश्वास ही काम आया।
अपने बच्चों में अलख जगाओ
डॉ. पांडे ने माता-पिता को सलाह दी कि वे बच्चों से आशा रखें लेकिन अति महत्वाकांक्षी नहीं बनें। अपने बच्चों को प्रतिस्पर्धा में आगे निकलने के लिये अलख जगाओ। कोचिंग शिक्षक उत्प्रेरक का कार्य करेंगे, आप कूलेंट बनकर शांत रहो। जो आप नहीं कर पाये, उसकी अपेक्षा बच्चे से नहीं करें। बच्चे की मानसिकता को भांप लें। जीवन बहुत लंबा है, हर बात पर उसे दाद देते हुये कहें कि अगली बार इससे भी अच्छा होगा। किसी अन्य से तुलना कभी मत करो। पढाई के दौरान कई टेस्ट होंगे, हमें गोल पर नजरें टिकानी हैं। परीक्षायें मौज-मस्ती नहीं है, स्वाध्याय और मेडिटेशन है। परीक्षा के बाद बच्चे से मार्क्स पर नही करंे। उससे संवाद कर भावनात्मक लगाव महसूस करायें। जिस भूमि पर पानी के छींटे गिरेंगे, खाद डलेगी, वह बंजर नहीं रहेगी। कोचिंग सिस्टम भी बच्चों को वैज्ञानिक ढंग से स्मार्ट थिंकिंग देता है। उसके मस्तिष्क को उपजाऊ बना देता है।
थ्योरी पढ़��े का तरीका बदलो
एक सवाल के जवाब में वरिष्ठ आईएएस डॉ.पांडे ने कहा कि हम स्कूली पढाई में जो थ्योरी पढते हैं, उसका तरीका प्रवेश परीक्षाओं में बदल जाता है। स्कूल में नंबर आ जाते हैं लेकिन कंसेप्ट क्लियर नहीं होते हैं। कोचिंग में थ्योरी के चेप्टर के कंसेप्ट को समझाते हैं। प्रश्नों का एनालिसिस करना सिखाते हैं। इससे सोचने की सही क्षमता आ जाती है। थ्योरी के प्रत्येक चेप्टर से 100 प्रश्न हल करने की प्रेक्टिस करने पर पढाई करने का तरीका ही बदल जाता है। तेजी से प्रश्न हल करने का स्किल कोचिंग से ही मिलता है। हर शिक्षक थ्योरी चेप्टर को प्रवेश परीक्षाओं से जोड़कर पढाते हैं। यह आप पर निर्भर है कि प्रेशर से कितना खिलकर बाहर आते हैं। कोचिंग सिस्टम आपको दौडने का रास्ता दिखाता है, राह में कंसेप्ट क्लियर कर पत्थर हटाता है तो कठिन प्रश्न देकर पत्थर डालता भी है। जिससे आप कम्पीटिशन की बाधाओं को पार कर लक्ष्य को पा सको।
ये हैं कोटा कोचिंग की खास बातें
आज दुनियाभर में कोटा कोचिंग की अलग पहचान है। यहां के शिक्षक बच्चों के साथ कडी मेहनत कर उन्हें लक्ष्मण रेखा से बाहर निकालते हैं। बच्चे खुद का विश्लेषण करें। ओवर थिंकिग व सोशल प्रेशर से खुद को दूर रखें। जल्दी से किसी सफलता की कोशिश न करें। कोटा कोचिंग में पीयर गु्रप आपको पढने का माहौल देता है। टाइम मैनेजमेंट, कंसेप्ट समझने, समर्पित होकर पढाई करने से आप खुद को अपग्रेड करना सीख जायेंगे। कोटा कोचिंग का स्वस्थ वातावरण आपको कम्फर्ट जोन से बाहर निकालने में सक्षम है। इसलिये अपने टारगेट के आगे 1-2 साल सोशल मीडिया व स्मार्ट फोन को भूल जायें।
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मां बीड़ी कारखाने में मजदूर, पापा थे कंडक्टर, बेटी का हौसला तो देखिए... क्रैक कर दिखाया UPSC
नई दिल्ली: एक बहुत पुरानी कहावत है, जहां चाह...वहां राह। मतलब, अगर आपने कुछ करने का ठान लिया, तो फिर मंजिल तक पहुंचने का रास्ता खुद-ब-खुद बन जाता है। और, तमिलनाडु के तेनकासी जिले की रहने वालीं एस इनबा ने इस कहावत को पूरी तरह से सही साबित कर दिखाया है। इनबा के पिता श्रीनिवासन राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर के पद से रिटायर हैं। मां एस स्टेला बीड़ी बनाने के एक कारखाने में काम करती हैं। वक्त बचता है, तो कुछ और पैसे कमाने के लिए पास की दुकान पर फूल माला बनाने चली जाती हैं। इनबा ने जब यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर जॉइन किया, तो कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लग गया। ऐसी कई मुश्किलों के बावजूद इनबा ने यूपीएससी की परीक्षा क्रैक की है।इनबा को यूपीएससी में 851वीं रैंक मिली है। हालांकि, इस रैंक तक पहुंचने से पहले इनबा के सामने चुनौतियों का एक बड़ा पहाड़ खड़ा था। आर्थिक समस्याएं थी, लॉकडाउन था और ऐसी ही कई अन्य परेशानियां थीं। लेकिन, इन सबके ऊपर इनबा का हौसला भारी पड़ा। करीब ढाई साल तक उन्होंने अपने जिले की स��कारी लाइब्रेरी को ही अपना घर बना लिया। वो 12-12 घंटे तक मेहनत करती थीं। विपरीत हालातों पर जीत हासिल करने के जज्बे और उनकी लगन ने उन्हें आज पूरे देश के लिए एक मिसाल बना दिया है। वासुदेवनल्लूर के नादर कम्युनिटी हायर सेकेंडरी स्कूल से उन्होंने अंग्रेजी मीडियम में 10वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद 12वीं के लिए उन्होंने तेनकासी जिले के ही एमकेवीके मैट्रिकुलेशन स्कूल में एडमिशन लिया। 2020 में इनबा ने कोयंबटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर ली। अब वो वक्त आ चुका था, जब इनबा को अपने करियर का फैसला लेना था। उन्होंने तय किया कि वो यूपीएससी परीक्षा पास कर सिविल सर्विस में जाएंगी। इनबा ने सिविल सर्विस की कोचिंग के लिए चेन्नई में शंकर आईएएस अकादमी में एडमिशन ले लिया।
लॉकडाउन की वजह से छोड़नी पड़ी कोचिंग
परिवार की आर्थिक समस्याओं के बावजूद यहां तक पहुंची इनबा के सामने मुश्किलों का असली दौर अब शुरू हुआ। जैसे ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर में एडमिशन लिया, देश में कोरोना वायरस की वजह से ल़ॉकडाउन लग गया। उन्हें कोचिंग सेंटर छोड़ना पड़ा। अब इनबा ऑनलाइन कोचिंग लेने के लिए मजबूर थी। समस्या ये थी कि उनके घर पर इंटरनेट की सुविधा नहीं थी। ऐसे में शेंगोट्टई इलाके की सरकारी लाइब्रेरी उनके काम आई। इनबा ने अगले ढाई साल तक इस लाइब्रेरी को ही अपना दूसरा घर बना लिया। वो सुबह 8 बजे ही लाइब्रेरी आ जातीं और रात को 8 बजे इसके बंद होने पर ही घर जातीं।
दो बार प्री परीक्षा में हुईं फेल
लाइब्रेरी में इनबा को अखबारों, किताबों के साथ-साथ फ्री वाईफाई की भी सुविधा मिली। अब उनके लिए ऑनलाइन कोचिंग हासिल करने में कोई मुश्किल नहीं थी। इसके बाद अब वो दिन आया जब इनबा यूपीएससी की परीक्षा में बैठी। हालांकि, उन्हें पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली। इसके बाद दिसंबर 2022 में एक प्रवेश परीक्षा पास करके उन्होंने चेन्नई के एक निःशुल्क सरकारी कोचिंग संस्थान 'अखिल भारतीय सिविल सेवा संस्थान' में एडमिशन ले लिया। इस बीच आया और दूसरी बार भी उन्हें असफलता हाथ लगी।
और आखिरकार इनबा ने हासिल की कामयाबी
दो-दो असफलताओं से जूझने के बावजूद इनबा ने हिम्मत नहीं हारी। वो फिर से यूपीएससी की परीक्षा में बैठीं और इस बार उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। इनबा ने पूरी रणनीति के साथ इंटरव्यू की तैयारी की और जब 16 अप्रैल 2024 को यूपीएससी का रिजल्ट घोषित हुआ तो इनबा का नाम मेरिट लिस्ट में था। उन्हें 851वीं रैंक मिलीं। इनबा बताती हैं कि उनकी प्रेरणा कोई और नहीं, बल्कि उनकी मां हैं, जिन्होंने हर मुश्किल के बावजूद इनबा की पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ने दिया। वहीं, इनबा की कामयाबी पर उनकी मां भी बेहद खुश हैं और हर किसी से अपनी बेटी के संघर्ष की कहानी बता रही हैं। http://dlvr.it/T6Hx5z
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मुंबई में सर्वश्रेष्ठ आईएएस कोचिंग
मुंबई में सर्वश्रेष्ठ आईएएस कोचिंग
मुंबई में सर्वश्रेष्ठ आईएएस कोचिंग कौन सी है वही हमें पूरे आर्टिकल में जानेंगे।
अगर आप मुंबई में रहते हैं और आपको मुंबई की सबसे अच्छी यूपीएससी कोचिंग भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी के लिए जाना है तो यह पूरा आर्टिकल आपको सबसे अच्छी आईएएस कोचिंग मुंबई शहर में बताएगा।
मुंबई में आईएएस की तैयारी
अगर आप भी भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी करना चाह रहे हैं और सबसे अच्छी आईएएस कोचिंग की तलाश में है तो…
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UPSC Civil Services Result 2019: भोपाल के अभिषेक सर्राफ ने आठवीं रैंक पाई, बोले-मेरी मां ने ही की प्रेरणा 28 साल के भोपाल के अभिषेक सर्राफ ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में आठवीं रैंक हासिल की है। मंगलवार को संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे जारी किए। अभिषेक ने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की ...। Source link
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Where are the questions asked in UPSC Mains Exam, IAS Avneesh Sharan gave the answer - Rojgar Samachar
Where are the questions asked in UPSC Mains Exam, IAS Avneesh Sharan gave the answer – Rojgar Samachar
यूपीएससी परीक्षा युक्तियाँ: केंद्रीय लोक सेवा आयोग के माध्यम से सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (UPSC IAS Mains 2022) 16 सितंबर से शुरू हो रही है। इस बीच, आईएएस अवनीश शरण ने ट्वीट कर कहा कि मुख्य परीक्षा में अब तक पूछे गए सभी प्रश्न कहां से पूछे गए हैं। अवनीश शरण ने कहा कि सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के अब तक जितने भी प्रश्न हैं, वे सभी प्रश्न दिल्ली के सभी कोचिंग सेंटरों के क्लासरूम और टेस्ट सीरीज के…
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Sonu Sood Free IAS Coaching Scholarships 2021
Sonu Sood Free IAS Coaching Scholarships 2021
बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद एक और परोपकारी पहल के साथ आए हैं। उन्होंने सिविल सेवा में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए सोनू सूद मुफ्त आईएएस कोचिंग छात्रवृत्ति 2021 शुरू की है। सूद चैरिटी फाउंडेशन ने संभवम लॉन्च करने के लिए डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन (DIYA) के साथ हाथ मिलाया है, जो एक अनूठा कार्यक्रम है जो भारतीय छात्रों को गुणवत्तापूर्ण मुफ्त IAS कोचिंग प्रदान करता है। यूपीएससी सिविल सेवा…
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अवध ओझा: एक लोकप्रिय यूपीएससी शिक्षक जो ओसामा बिन लादेन को मूर्तिमान करता है और इतिहास को विकृत करना पसंद करता है
अवध ओझा: एक लोकप्रिय यूपीएससी शिक्षक जो ओसामा बिन लादेन को मूर्तिमान करता है और इतिहास को विकृत करना पसंद करता है
हाल ही में विजन आईएएस ने खुद को विवादों में घिरा पाया। विजन आईएएस एक यूपीएससी कोचिंग संस्थान है, जो कठिन और उच्च क्षमता वाली परीक्षाओं को सफलतापूर्वक पास करने के लिए उम्मीदवारों को तैयार करता है। ऐसा लगता है कि हिंदूफोबिया का खतरा, इस्लामवादी सफेदी, और एक रंगीन किस्म की विकृतियां, वास्तव में, भारत में कई यूपीएससी कोचिंग संस्थानों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हाल की खबरों में, अवध प्रताप ओझा, जो…
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पहले प्रयास में दूसरा स्थान हासिल कर आईएएस बनीं ये महिला... कड़ी मशक्कत से हासिल की ये मंजिल..
पहले प्रयास में दूसरा स्थान हासिल कर आईएएस बनीं ये महिला… कड़ी मशक्कत से हासिल की ये मंजिल..
संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा (UPSC Civil Service Exam) की तैयारी के लिए छात्र कई साल तक तैयारी करते हैं और इसके लिए कई कोचिंग ज्वाइन करते हैं, लेकिन पंजाब के गुरदासपुर की रहने वाली रुक्मिणी रियार (Rukmani Riar) ने बिना कोचिंग यूपीएससी एग्जाम की तैयारी की और पहले प्रयास में ऑल इंडिया में दूसरा स्थान हासिल कर आईएएस अफसर (IAS Officer) बनने का सपना पूरा किया.
छठी क्लास में हो गई थीं…
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दूध बेचकर पिता करा रहे थे श्रेया को IAS की तैयारी, राव कोचिंग में डूबने से हुई मौत
दिल्ली: दिल्ली के राजेन्द्र नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से वहां यूपीएससी की तैयारी कर रही अम्बेडकर नगर की रहने वाली होनहार छात्रा श्रेया यादव की भी मौत हो गई। देश की सबसे बड़ी परीक्षा पास करने का सपना लेकर दिल्ली गई श्रेया अब हमेशा के लिए परिवार से दूर चली गई। बेटी को अधिकारी बनाने का उसके मां-बाप का सपना एक झटके में टूट गया। इस हादसे में कुल 3 छात्र, छात्राओं की मौत…
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पीडब्ल्यू विद्याापीठ ने नये सत्र में सफलता की तैयारी के लिये किया- आरंभ
आरंभ - फिजिक्स वाला विद्यापीठ के कोटा में मेगा ओरियेंटेशन सेशन में अभिभावकों के साथ पहुंचे 5 हजार से अधिक विद्यार्थी
अरविंद
न्यूजवेव @ कोटा
शिक्षा नगरी कोटा में नये शैक्षणिक सत्र 2023-24 का आगाज प्रचंड उत्साह के साथ हुआ। सोमवार को ब्रांड कोचिंग संस्थान फिजिक्स वाला विद्यापीठ ने तलवंडी के श्यामप्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में मेगा ओरियेंटेशन सेशन आयोजित किया। देश के विभिन्न राज्यों से कक्षा-10 बोर्ड परीक्षा के बाद हजारों विद्यार्थियों ने जेईई-मेन, एडवांस्ड एवं नीट की सर्वश्रेष्ठ क्लासरूम कोचिंग के लिये ब्रांड कोचिंग संस्थान पीडब्ल्यू विद्यापीठ में एडमिशन लिया है।
नये सत्र के प्रथम मेगा ओरियेंटेशन सत्र में मुख्य अतिथि कोटा जिला कलक्टर आईएएस ओपी बुनकर ने कहा कि बाहरी राज्यों से इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थी पहली बार कोचिंग के लिये कोटा आये हैं। देशभर में कहा जाता है कोटा मतलब सक्सेस। यहां के कोचिंग संस्थान, फैकल्टी, विद्यार्थी मिलकर बहुत मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे हर समय अपने माता-पिता के सपनों का ध्यान रखें। अपनी प्लानिंग को कभी कमजोर नहीं होने दें। जो चीज हाथ में नहीं है, उसकी परवाह न करें। कडी मेहनत करेंगे तो सफलता आपके पीछे खडी होगी।
कोचिंग को एक यात्रा समझें
जिला कलक्टर ने स्टूडेंट्स से कहा कि वे प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग को एक यात्रा समझें। आईआईटी-जेईई में चयनित होना ही एकमात्र सफलता नहीं है, आपकी मेहनत या संघर्ष फैल्योर नही है। इसी मेहनत के दम पर आप किसी दूसरे फील्ड में ज्यादा अच्छा कर सकते हैं। चूंकि जेईई या नीट प्रवेश परीक्षायें बोर्ड की तरह पासिंग मार्क्स का खेल नहीं है। आईआईटी, एनआईटी, एम्स या मेडिकल कॉलेजों में सीटें सीमित हैं। इसलिये कुछ मार्क्स कम रहने पर अपनी परसेंटाइल से बिल्कुल विचलित न हों। मन से मजबूत बने रहें। जब भी समय मिले कुछ देर रिलेक्स रहें। कोटा में चंबल रिवर फ्रंट, वर्ल्ड क्लास सिटी पार्क आदि घूमने की कई जगह हैं, वहां घूमें। जिंदगी में अभी बहुत आगे जाना है।
ई-पोर्टल ‘कोटा कोचिंग स्टूडेंट’ से जुडें
बुनकर ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने कोचिंग विद्यार्थियों की प्रॉब्लम को 7 दिन में दूर करने के लिये ई-पोर्टल ‘कोटा कोचिंग स्टूडेंट’ शुरू किया है। वे खुद को अकेला महसूस नहीं करें। नेगेटिव बातें पेरेंट्स को अवश्य बतायें। एक अच्छा दोस्त बनायें। अपने पेरेंट्स का फोटो साथ रखें, जब भी कोई प्रॉब्लम हो, उनसे बातें करें। कोटा में कोचिंग इंस्टीट्यूट वैकल्पिक कॅरिअर काउंसलिंग भी कर रहे हैं। उसका लाभ उठायें।
आप तपने के लिये तैयार रहें- एसपी
समारोह के विशिष्ट अतिथि कोटा सिटी एसपी शरद चौधरी ने कहा कि जिस तरह चमकने के लिये सोना आग में तपता है, हीरा भी तराशने के लिये तपता है। आप अपनी क्षमतायें लेकर कोटा आयें हैं। अपने टारगेट तक पहुंचने के लिये तपने के लिये तैयार रहें। आप में उर्जा भरी है। अर्जुन की तरह तीर मारने के लिये नियमित प्रेक्टिस करें।
उन्होंनें स्टूडेंट्स से रूबरू होकर पूछा,पीडब्ल्यू ने आपको शाहरूख खान की तरह ब्लेक यूनिफार्म क्यों दी। आप सब ब्लेक बॉडी बनकर घूम रहे हो। वरिष्ठ फैकल्टी कुंदन कुमार ने कहा कि यह ब्लेक कलर स्टूडेंट में नेगेटिविटी खत्म कर देता है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिंदगी में तमाम कमजोरियों के बावजूद धारा विपरीत तैरने में आनंद आता है। इसलिये कोचिंग करते हुये हर चुनौती का हंसते हुये सामना करो। एक दिन कोहिनूर बनकर निकलोगे।
उन्होंने कहा कि कोटा में हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग पर आपका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सबकी अपनी खूबियां हैं, क्षमतायें हैं। रिजल्ट चाहे जो आये, तुरंत सत्य को स्वीकार कर आगे की तैयारी शुरू कर दें। पेरेंट्स अपनी इच्छायें नहीं थोपें। जिम्मेदारी के साथ बच्चों को नोबल गाइडेंस दें।
इसलिये सबसे खास है- पीडब्ल्यू विद्यापीठ
फिजिक्स वाला विद्यापीठ के संस्थापक निदेशक अलख पांडे के अनुसार, पीडब्ल्यू विद्यापीठ देश के लाखों विद्यार्थियों की पहली पसंद बन चुका है। यू-ट्यूब पर पीडब्ल्यू के 26 चैनल हैं। जेईई-मेन, एडवांस्ड, नीट-यूजी, यूपीएससी, क्लेट, कैट, सीए, सीयूआईटी, एडीए सहित कई राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं की ऑनलाइन कोचिंग कराते हुये देश-विदेश के 2 करोड़ से अधिक स्टूडेंट्स इससे जुडे हुये हैं। गत वर्ष से रियायती दरों पर क्वालिटी ऑफलाइन कोचिंग आरंभ कर संस्थान ने लाखों विद्यार्थियों एवं अभिभावकों का विश्वास जीता है।
पीडब्लू विद्यापीठ के देश में 32 से अधिक शहरों में क्लासरूम कोचिंग के लिये स्टडी सेंटर हैं। रोज 12 लाख से अधिक स्टूडेंट्स 90 मिनट की क्लास में पढाई कर रहे हैं। अब तक 12 हजार से अधिक स्टूडेंट्स आईआईटी-जेईई, नीट व एनडीए में सलेक्ट हो चुके हैं।
कोचिंग ब्रांड पर भरोसा करें-कुंदन कुमार
20 वर्षों से कोचिंग स्टूडेंट्स में लोकप्रिय मैथ्स के सीनियर फैकल्टी कुंदन कुमार ने कहा कि 10वीं के बाद जेईई या नीट की तैयारी के लिये दो साल का समय पर्याप्त है। 9वीं तक 90 प्रतिशत मार्क्स मिल जाते थे, अब पढाई का लेवल डिफरेंट होगा। आपने कोटा से अपनी यात्रा आरंभ की है, इसलिये जो कोचिंग ब्रांड चुना है, उस पर पूरा भरोसा करें। एक या दो टेस्ट से खुद को कमजोर नहीं समझें। स्टूडेंट्स, पेरेंट्स व टीचर्स तीनों टीम भावना से सपोर्ट करें। सक्सेस मिलकर रहेगी।
‘कम फीस पर क्वालिटी कोचिंग’- राजीव रस्तोगी
जेईई-मेन डिविजन के हेड राजीव रस्तोगी ने कहा कि वे 23 साल में हजारों विद्यार्थियों को आईआईटी में भेज चुके हैं। 2021 में पीडब्ल्यू से जुडकर गर्व महसूस हुआ। पीडब्ल्यू का उद्देश्य है-‘कम फीस पर क्वालिटी कोचिंग देना’ गरीब बच्चों के सपने भी हकीकत में बदल रहे हैं। कोचिंग में रिवाल्यूशन आ चुका है। आप समय से आगे चलो, कामयाबी पीछे खडी है। रोज का होमवर्क रोज करने की निरंतरता आपकी सबसे बडी ताकत है। हमें आज का सपना, कल हकीकत में बदलना है। कुछ बातों का ध्यान रखें- नये फ्रेंड सर्किंल से बचें, टीचर्स को बेस्ट फ्रेंड बना लें। हॉस्टल में अपनी टेबल के सामने आईआईटी या एम्स का पोस्टर लगा दें। पेरेंट्स का संघर्ष याद रखें, उनसे बात करते रहें। सातों दिन रोज शैडयूल से 7-8 घंटे पढना है।
आपकी जिद की जीत दिलायेगी- हितेश शर्मा
नीट डिविजन के हेड हितेश शर्मा ने कहा कि एक-दो साल आप विज्ञान के ज्ञान में डूब जायें। सब्जेक्ट गुरू तो ज्ञान के सागर है, हमें तो थोडा सा पानी ही पीना है। एक विद्यार्थी को काक चेष्टा, बको ध्यानी, अल्पाहारी और गृह त्यागी बनकर सफलता की सीढियां चढना है। रोज खुद से पूछें, क्या मैं अपने लक्ष्य के लिये पूरी पढाई कर रहा हंू। यही जिद आपको जीत अवश्य दिलायेगी।
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नौकरी और करियर के योग्य छात्रों को जल्द ही यूपीएससी आरपीएससी आरजेएसआर कोचिंग के लिए विशेष छात्रवृत्ति मिलेगी।
नौकरी और करियर के योग्य छात्रों को जल्द ही यूपीएससी आरपीएससी आरजेएसआर कोचिंग के लिए विशेष छात्रवृत्ति मिलेगी।
जयपुर UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2020 का परिणाम हाल ही में जारी किया गया है। देश भर से 761 उम्मीदवारों का चयन किया गया है। इस बार भी राजस्थान के कई युवाओं ने परीक्षा में अंक हासिल किए हैं। राज्य के विभिन्न संस्थानों में अध्ययन कर आईसीएस पास करने के मामले में राज्य को देश में दूसरे नंबर पर माना जाता है। राजस्थान कई बार आईसीएस (आईएएस) में भी शीर्ष पर रहा है। अगर औसत आबादी के नतीजों की बात करें तो…
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