06.02.2024, लखनऊ | भारत की 'स्वर कोकिला' तथा भारत रत्न लता मंगेशकर जी की द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "श्रद्धांपूर्ण पुष्पांजलि" का आयोजन ट्रस्ट के इंदिरा नगर स्थित कार्यालय, 25/2G, सेक्टर-25 में किया गया | कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल व ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने 'स्वर कोकिला' भारत रत्न लता मंगेशकर जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण कर उन्हें श्रद्धापूर्ण पुष्पांजलि अर्पित की |
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि "बॉलीवुड की स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर दीदी की आज दूसरी पुण्यतिथि है । 06 फरवरी 2022 को लता जी पूरी दुनिया के संगीत प्रेमियों को छोड़कर चली गईं । लता मंगेशकर जी का जीवन उपलब्धियों से भरा रहा है । वह न केवल संगीतकारों की आइडियल रहीं, बल्कि संगीत से प्रेम करने वालों के बीच हमेशा चर्चा में रहीं । उन्होंने हिंदी समेत 36 भाषाओं में 50 हजार से अधिक गानों में अपनी आवाज दी । भले ही आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन हिंदी सिनेमा में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा । बतौर एक महिला वह नारी शक्ति की बेहतरीन मिसाल हैं । बिना किसी पर निर्भर हुए उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी खुद की पहचान बनाई और कई उपलब्धियां अपने नाम की | लता मंगेशकर दीदी भले ही इस दुनिया से चली गईं हों, लेकिन उनकी मखमली आवाज हमेशा-हमेशा के लिए हम सब के दिल में उतर गई है । जमाना किसी का भी हो, लता जी की रुहानी और खनकती आवाज का जादू आज भी हर उम्र-हर वर्ग के लोगों के सिर चढ़ कर बोलता है | ऐसी महान शख्सियत को हमारा शत शत नमन |"
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जीएलबीयन्स ने पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह की धुनों पर नृत्य किया
जीएलबीयन्स ने पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह की धुनों पर नृत्य किया
अपनी जादुई आवाज से करोड़ों भारतीयों के दिलों में जगह बनाने वाले पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह ने शुक्रवार की शाम जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में ऐसा माहौल बनाया कि हर कोई झूमने पर मजबूर हो गया। एक के बाद एक जय हो, अज्जा अज्जा गुल्लक फोड़े, होले होले हो जाएगा प्यार, बीड़ी जलाए जिगर से पिया जैसे गाने बजाकर विद्यार्थियों को जोश से भर दिया।
जीएल बजाज के सालाना कार्यक्रम 'टूनव-2024' में शुक्रवार शाम संगीत की ऐसी महफिल सजी कि मंच के सामने मौजूद हजारों छात्र-छात्राएं सुपरहिट गायक सुखविंदर सिंह के साथ मस्ती में नाचते-गाते नजर आए. इस संगीत सभा में पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह ने एक के बाद एक हिंदी गानों की दमदार प्रस्तुतियां दीं. जैसे ही थिएटर के सुरों के जादूगर सिंह ने रीमिक्स म्यूजिक के साथ 1998 की सुपरहिट फिल्म दिल से का गाना चल छैयां-छैयां और फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर का गाना जय हो बजाया तो छात्र खुशी से नाचने लगे।हिंदी गानों के बाद सुखविंदर सिंह ने पंजाबी गानों की ओर रुख किया और चोरी-चोरी मेरा दिल ले गया…गाकर माहौल को मस्ती से भर दिया। दर्शक हर जगह नाचते रहे और 'वन्स मोर, वन्स मोर' का शोर संगीतमय माहौल में घुल गया। हालात ऐसे थे कि कोई बैठकर डांस कर रहा था तो वहीं हजारों छात्र-छात्राएं खड़े होकर डांस कर रहे थे. पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह ने मथुरा नगरी और जीएल बजाज ने रंगमंच के विद्यार्थियों की सराहना की। मंचीय कार्यक्रम के बाद संक्षिप्त बातचीत में पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह ने कहा कि संगीत की कोई जाति या धर्म नहीं होता. जब कोई गाना लिखा जाता है तो वह कलाकार या गायक को ध्यान में रखकर नहीं लिखा जाता, बल्कि फिल्म की कहानी और कलाकारों की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर गाना तैयार किया जाता है। उन्होंने कहा कि गाना चुनते समय वह इस बात का बहुत गंभीरता से ख्याल रखते हैं कि गाने के बोल में कोई गाली-गलौज न हो. हिंदी गानों के बाद सुखविंदर सिंह ने पंजाबी गानों की ओर रुख किया और चोरी-चोरी मेरा दिल ले गया…गाकर माहौल को मस्ती से भर दिया। दर्शक हर जगह नाचते रहे और 'वन्स मोर, वन्स मोर' का शोर संगीतमय माहौल में घुल गया। हालात ऐसे थे कि कोई बैठकर डांस कर रहा था तो वहीं हजारों छात्र-छात्राएं खड़े होकर डांस कर रहे थे. पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह ��े मथुरा नगरी और जीएल बजाज ने रंगमंच के विद्यार्थियों की सराहना की। मंचीय कार्यक्रम के बाद संक्षिप्त बातचीत में पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह ने कहा कि संगीत की कोई जाति या धर्म नहीं होता. जब कोई गाना लिखा जाता है तो वह कलाकार या गायक को ध्यान में रखकर नहीं लिखा जाता, बल्कि फिल्म की कहानी और कलाकारों की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर गाना तैयार किया जाता है। उन्होंने कहा कि गाना चुनते समय वह इस बात का बहुत गंभीरता से ख्याल रखते हैं कि गाने के बोल में कोई गाली-गलौज न हो.
जहां तक सुखविंदर सिंह की बात है तो उन्हें बचपन से ही गाने का शौक रहा है. उन्होंने आठ साल की उम्र में स्टेज परफॉर्मेंस देना शुरू कर दिया था. जब वह 13 साल के हुए तो उन्होंने गायक मलकीत सिंह के लिए तूतक तूतक तूतिया गाना बनाया। सुखविंदर सिंह न केवल एक बेहतरीन गायक हैं बल्कि एक शानदार संगीतकार भी हैं। उन्होंने कई फिल्मों में अपना संगीत दिया है। सुखविंदर सिंह ने बॉलीवुड में फिल्म कर्मा से डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज वह सफलता के शिखर पर हैं। सुखविंदर सिंह स्टेज शो करने में भी माहिर हैं.हली बार उन्होंने स्टेज पर लता मंगेशकर के साथ जुगलबंदी की थी। सुखविंदर ने अपने करियर में कई दिग्गज संगीत निर्देशकों के साथ भी काम किया है, जिनमें देश के जाने-माने संगीतकार एआर रहमान भी शामिल हैं। दोनों ने अपने फैंस को कई सुपरहिट गाने दिए, जिसमें फिल्म दिल से का गाना चल छइयां-छइयां भी शामिल है. सुखविंदर सिंह और एआर रहमान की जोड़ी ने फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर का गाना जय हो बनाया था, जिसने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था. इस गाने को ऑस्कर अवॉर्ड से भी नवाजा गया था. सुखविंदर सिंह न केवल एक अच्छे गायक हैं बल्कि एक दयालु इंसान भी हैं। उन्होंने मंच से नीचे आकर एजुकेशनल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल और उनकी पत्नी श्रीमती विनय अग्रवाल से आशीर्वाद लिया। इस मौके पर डॉ. अग्रवाल ने उनकी जमकर तारीफ की.
कार्यक्रम में आर.के. एजुकेशनल ग्रुप के उपाध्यक्ष श्री पंकज अग्रवाल, उनकी पत्नी श्रीमती अंशू अग्रवाल, प्रबंध निदेशक श्रीमती मनोज अग्रवाल, जीएल बजाज के सीईओ श्री कार्तिकेय अग्रवाल, महाप्रबंधक श्री अरुण अग्रवाल, जीएल बजाज मथुरा की निदेशक प्रोफेसर नीता अवस्थी, के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर के डीन एवं प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोक, के.डी. डेंटल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के डीन डॉ. मनेश लाहौरी, बड़ी संख्या में प्रोफेसर, डॉक्टर, कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित थे।
गायक सुखविंदर सिंह का स्वागत आर.के. ने किया। एजुकेशनल ग्रुप के उपाध्यक्ष श्री पंकज अग्रवाल एवं प्रबंध निदेशक श्री मनोज अग्रवाल ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया।
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Kavita Krishnamurthy Birthday : Wishes from Bandya Mama
जब 8 साल की उम्र में लता मंगेशकर के साथ मिला गाने का मौका, फिर बदल गई किस्मत.
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Lata Mangeshkar Birthday Special: Wishes from Pradip Madgaonkar
11 साल की उम्र से गाने लगी थीं लता मंगेशकर, क्यों रहीं ताउम्र कुंवारी, स्वर कोकिला के जीवन से जुड़ी जानिए कहानी.
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लता दीदी ने सात दशकों तक अपनी मधुर आवाज के संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज किया : डा. नम्रता आनंद
पटना। मध्य प्रदेश के इंदौर में 28 सिंतबर 1929 को जन्मीं लता मंगेशकर (मूल नाम हेमा हरिदकर) के पिता दीनानाथ मंगेशकर मराठी रंगमंच से जुड़े हुये थे। पांच वर्ष की उम्र में लता ने अपने पिता के साथ नाटकों में अभिनय करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही लता संगीत की शिक्षा अपने पिता से लेने लगीवर्ष 1942 मे लता को ‘पहली मंगलगौर’ में अभिनय करने का मौका मिला। संगीत की देवी लता मंगेश्कर ने जितने भी गाने गाए हैं सभी…
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लता मंगेशकर ⬧ लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को मराठी और कोंकणी संगीतकार पंडित दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ था। ⬧ उनका मूल नाम हेमा था। ⬧ इन्हें वर्ष 2001 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। ⬧ अनुभवी गायिका आशा भोसले सहित पाँच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। ⬧ लता मंगेशकर ने 13 साल की उम्र में एक मराठी फिल्म, 'किती हसाल' के लिए अपना पहला पार्श्व गीत रिकॉर्ड किया और वर्ष 1942 में एक मराठी फिल्म, 'पहिली मंगलागौर' में अभिनय भी किया। ⬧ वर्ष 1946 में, उन्होंने वसंत जोगलेकर द्वारा निर्देशित 'आप की सेवा में' के लिए अपना पहला हिंदी फिल्म पार्श्व गीत रिकॉर्ड किया। ⬧ वर्ष 1972 में, लता मंगेशकर ने फिल्म 'परिचय' के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पहला राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। ⬧ पिछले कुछ वर्षों में, उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते; इनमें ऑफिसर ऑफ़ फ्रेंच लीजन ऑफ ऑनर का खिताब, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, चार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार, फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और कई अन्य पुरस्कार शामिल हैं। ⬧ वर्ष 1984 में, मध्य प्रदेश की राज्य सरकार ने लता मंगेशकर पुरस्कार की स्थापना की, महाराष्ट्र सरकार ने भी गायन प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए 1992 में लता मंगेशकर पुरस्कार की घोषणा की थी। ⬧ 6 फरवरी, 2022 को 92 वर्ष की आयु में लता मंगेशकर का निधन हो गया। (at Madhya Pradesh) https://www.instagram.com/p/CoT3RuQvyzy/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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Rolling Stone 2023: 'स्वर कोकिला' का नाम बेस्ट सिंगर लिस्ट में शामिल
Rolling Stone 2023: ‘स्वर कोकिला’ का नाम बेस्ट सिंगर लिस्ट में शामिल
स्वर कोकिला और दिवंगत गायिका लता मंगेशकर को प्रसिद्ध अमेरिकी पत्रिका रॉलिंग स्टोन की 200 सर्वश्रेष्ठ गायकों की सूची में शामिल किया गया है। इस पत्रिका में लता मंगेशकर को सूची में 84वें स्थान पर रखा गया है। इस लिस्ट में दिवंगत पाकिस्तानी सिंगर नुसरत फतेह अली खान का नाम भी शामिल है। इसके अलावा अन्य सिंगर्स में साउथ कोरियन सिंगर ली जी-उन शामिल हो गए हैं। लिस्ट में बीटीएस के सबसे कम उम्र के सिंगर…
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गेम में खेल खेलने की स्थिति में गेम खेलने के लिए मज़ेदार खेल खेलते हैं
गेम में खेल खेलने की स्थिति में गेम खेलने के लिए मज़ेदार खेल खेलते हैं
जया प्रदा पर लता मंगेशकर गीत: लता मंगेशकर (लता मंगेशकर) धूम्रपान करने वाले आवाज़ में जलन हो रही है… लता मंगेशकर पंख में एक जो मधुबाला (मधुबाला) से प्रीती जिंतांत तक के लिए गाए गए हैं। अभिनय में अभिनय करने वाले हर अभिनेता की आवाज और अभिनेत्र में लगे लोग जया प्रदा भी। जया प्रदा (जया प्रदा) में लता मंगेशकर ने कहा। और इस सुन्दर ध्वनि की शुद्धता के साथ. हम बात कर रहे हैं।
गोरी हैं कलाइयां (गोरी हैं…
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स्वर कोकिला लाता मंगेशकर के निधन पर केंद्रीय सरकार ने धोषित किया दो दिन का राष्ट्रीय शोक…
स्वर कोकिला लाता मंगेशकर के निधन पर केंद्रीय सरकार ने धोषित किया दो दिन का राष्ट्रीय शोक…
स्वर कोकिला लता मंगेशकर का मुंबई में आज (रविवार को) निधन हो गया. लता मंगेशकर की याद में केंद्र सरकार ने दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है. इस दौरान देश का तिरंगा झंडा लता मंगेशकर की याद में आधा झुका रहेगा.
बता दें कि लता मंगेशकर ने आज सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली. ब्रीच कैंडी अस्पताल के मुताबिक, स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के कारण हुआ. निधन के व��्त उनकी उम्र…
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न्यूज़27/उदयपुर/भरत/92 साल की उम्र में लता मंगेशकर का निधन, कोरोना होने के बाद हुई थीं अस्पताल में भर्ती
न्यूज़27/उदयपुर/भरत/92 साल की उम्र में लता मंगेशकर का निधन, कोरोना होने के बाद हुई थीं अस्पताल में भर्ती
“92 साल की उम्र में लता मंगेशकर का निधन, कोरोना होने के बाद हुई थीं अस्पताल में भर्ती”
लता मंगेशकर लगभग एक महीने से बीमार चल रही थीं. उन्हें 8 जनवरी को मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लता मंगेशकर को कोरोना के साथ निमोनिया भी हुआ था. लता दीदी की उम्र को देखते डॉक्टर्स ने उन्हें आईसीयू में एडमिट किया था. तब से वो लगातार संघर्ष ही कर रही थीं.
हिंदी सिनेमा और म्यूजिक जगत को…
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28.09.2023, लखनऊ | स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी की 93 वी जन्म जयंती के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "श्रद्धांपूर्ण पुष्पांजलि" कार्यक्रम का आयोजन ट्रस्ट के इंदिरा नगर स्थित कार्यालय, 25/2G, सेक्टर-25 में किया गया | कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल व ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण कर उन्हें सादर नमन किया |
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी ने अपनी आवाज और अपनी सुर साधना से बहुत छोटी उम्र में ही गायन में महारत हासिल की और विभिन्न भाषाओं में गीत गाए । पिछली पीढ़ी ने जहां लता जी की शोख और रूमानी आवाज का लुत्फ उठाया, वहीं मौजूदा पीढ़ी उनकी समन्दर की तरह ठहरी हुई परिपक्व गायकी को सुनते हुए बड़ी हुई है । लता जी एक ऐसी शख्सियत थी जिनकी गायकी के मुरीद माननीय तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, श्रीमती इंदिरा गाँधी से लेकर वर्तमान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी हैं | उनकी गायिकी को सुनने के बाद ऐसा लगता था जैसे मां सरस्वती उनके कंठ में खुद विराजमान हैं | आज सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर जी भले ही इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन अपनी आवाज और गाने की वजह से वो लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी |
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Veteran lyricist Yogesh Gaur dies at 77, Lata Mangeshkar pays tribute छवि स्रोत: GOOGLE वयोवृद्ध गीतकार योगेश गौर का 77 वर्ष की आयु में निधन, लता मंगेशकर ने दी श्रद्धांजलि …
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Lata Mangeshkar Birthday Special: Wishes from Bandya Mama
11 साल की उम्र से गाने लगी थीं लता मंगेशकर, क्यों रहीं ताउम्र कुंवारी, स्वर कोकिला के जीवन से जुड़ी जानिए कहानी.
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मणिके मगे हिते -एक श्रीलंकन गाना क्यों भारत में सुना जा रहा है ?
मणिके मगे हिते -एक श्रीलंकन गाना क्यों भारत में सुना जा रहा है ?
मणिके मगे हिते-
मणिके मगे हिते सांग श्रीलंका के सिंहली भाषा में है लेकिन भारत में भी बहुत ज्यादा पसंद किया जा रहा है। बहुत लोग है जिनको ये समझ नहीं आ रहा है लेकिन इसका म्यूजिक हो या जिस श्रीलंकन गायिका ने गया है उसको लोग बहुत पसंद कर रहे है। इसलिए ये सही कहा गया की म्यूजिक के लिए कोई सरहद नहीं होती न कोई देश होता है। ये तो इमोशंस समझ सकता है। योहानी ने साथी सिंगर-कंपोज़र सतीशन के साथ मिलकर ये गाना 'माणिके मगे हिते ' 22 मई को अपने यूट्यूब चैनल पर लॉन्च किया। और देखते -ही -देखते ये करोड़ो व्यू हो चूका था।गाना इतना पॉपुलर हो चुका है कि भारत में भी सेलेब्स इस पर अपने-अपने वीडियोज़ बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।और भारत में लोग इंस्टग्राम पे रील्स बनाके डाल रहे है। आपको बता दे इसके टाइटल -'मणिके मगे हिते ' का अर्थ -वो जो दिल को मेरे प्यारी /प्यारा है। ये गाना श्रीलंका के सिंहली भाषा में गाया गया है।
सिंहली भाषा के बारे में जानते है -
सिंहली भाषा श्रीलंका में बोली जाने वाली सबसे बड़ी भाषा है।सिंहली के बाद श्रीलंका में सबसे ज्यादा बोली जानेवाली भाषा तमिल है। सिंहल द्वीप की यह विशेषता है कि उसमें बसने वाली जाति भी "सिंहल" कहलाती चली आई है और उस जाति द्वारा व्यवहृत होने वाली भाषा भी "सिंहल"।अनेक भारतीय भाषाओं की लिपियों की तरह सिंहल भाषा की लिपि भी ब्राह्मी लिपि का ही परिवर्तित विकसित रूप हैं और जिस प्रकार उर्दू की वर्णमाला के अतिरिक्त देवनागरी सभी भारतीय भाषाओं की वर्णमाला है, उसी प्रकार देवनागरी ही सिंहल भाषा की भी वर्णमाला है।
योहानी के बारे में कुछ जानते है -
योहानी डिनोका डीसिल्वा श्रीलंका के कोलंबो में जन्मी सिंगर, कंपोज़र, मॉडल, राइटर हैं. उम्र 28 साल है लेकिन योहानी की वहां अच्छी-ख़ासी पहचान कायम हो चुकी है।स्कूली पढ़ाई करने के बाद योहानी ने इंग्लैंड से मैनेजमेंट इन लॉजिस्टिक्स की पढ़ाई की, लेकिन म्यूज़िक का शौक था तो पढ़ाई पूरी करने के बाद श्रीलंका वापस आकर इसी शौक को पूरा करने लगीं। 2016 से वो म्यूज़िक इंडस्ट्री में एक्टिव हैं. अब तक उनके 8 गाने आ चुके हैं।स्कूली दिनों में योहानी स्विमिंग और वॉटर पोलो की भी अच्छी खिलाड़ी रही हैं। योहानी की गिनती श्रीलंका की हिट रैप आर्टिस्ट में होती है।
आज के दौर में लोग रीजिनल गाने ज्यादा पसंद कर रहे है -
आज के दौर में रीजिनल सांग बहुत वायरल हो रहे है। अभी हाल में आपने बचपन का प्यार सांग भी देखा होगा। जो बहुत वायरल हुआ। आखिर ऐसा हो क्यों रहा या कहे ये सुचना क्रांति की वजह से है क्योकि अब ये सदूर किसी भी गांव के प्रतिभा को वहां की संस्कृति को पुरे दुनिया तक पंहुचा रहा है। लेकिन ये भी गौर करने वाली बात है की आज के लेखक कुछ को छोड़कर वही पुराने गाने के रीमिक्स ही न रहे है। उनके पास कोई कंटेंट नहीं है।इसपे कुछ दिन पहले लता मंगेशकर जी ने भी सवाल उठाया था। लिरिक्स के नाम पर कूड़ा -करकट भी चल रहा है। रही बात रीजिनल भाषा में हमेशा से कंटेंट रहा है। और पहले के लेखक और इन चीजें पर अध्ययन किया करता था। अब लेखक अगर AC कमरे से बाहर निकल के कुछ अच्छा बनान होगा। लेकिन ये सांग बहुत अच्छा बना है म्यूजिक तो बेहतरीन है। आप हमारे आर्टिकल अच्छा लगे तो हमें अपने प्यार से नवाजे।
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Bappi Lahiri Funeral Son Bappa carries singer mortal remains daughter Rema Lahiri breaks down ss
Bappi Lahiri Funeral Son Bappa carries singer mortal remains daughter Rema Lahiri breaks down ss
बप्पी लहरी के निधन (Bappi Lahiri death) के बाद से सिनेमा जगत शोक में हैं. अभी 10 दिन पहले ही लता मंगेशकर ने निधन से लोग उभरे भी नहीं थे कि 69 साल की उम्र में सिनेमा में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने वाले महान गायक-संगीतकार बप्पी लहरी ने दुनिया को अलविदा कह दिया. बप्पी लहरी के निधन के बाद उनके घर से तस्वीरें सामने आ रही हैं, वो कलेजा चीर देने वाली हैं. बप्पी लहरी के शव को देख पहले बेटी रीमा को…
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