Explore Tumblr blogs with no restrictions, modern design and the best experience.
Fun Fact
Kazakhstan’s Minister of Communications and Informatics has blocked the Tumblr site because it contained 60 sites of terrorism, extremism, and pornography in 2015.
प्रशांत किशोर का बड़ा ऐलान
प्रशांत किशोर, जो अपनी चुनावी रणनीतियों के लिए मशहूर हैं, ने जनसुराज पदयात्रा के माध्यम से बिहार की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। रविवार को उन्होंने एक बड़ा ऐलान किया कि उनकी पार्टी, जनसुराज, 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही, उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए कम से कम 40 महिला उम्मीदवारों को नामांकित…
=II=
👉2024 में महाराष्ट्र, झारखण्ड, हरियाणा,
👉2025 में दिल्ली, बिहार,
👉2026 में असम, पश्चिमी बंगाल, तमिलनाडु, पुदुचेरी व केरल,
👉2027 में मणिपुर, गोवा, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात तथा हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में…
पोस्टरबाजी, नेताओं का समर्थन, रैली, रोड़ शो, मीडियाबाजी, धार्मिक आडम्बर, प्रेस कॉन्फ्रेंसबाजी, जातीय समीकरण, डोरटूडोर जन सम्पर्क इत्यादि के बिना ही किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से अपनी मनपसंद या अन्य किसी भी पार्टी की टिकट (चुनाव आयोग के नियमानुसार) पाने के लिए याद रखें.
उपेंद्र कुशवाहा को पीएम मोदी देने जा रहे 'वफादारी' का तोहफा, राज्यसभा के लिए टिकट कन्फर्म
पटना: से बड़ी खबर आ गई है। काराकाट सीट पर लोकसभा चुनाव हार चुके के नुकसान की भरपाई बीजेपी ने करने की पहल कर दी है। इसके लिए पीएम मोदी ने उन्हें खुद तोहफा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा को बीजेपी से राज्यसभा टिकट मिल गया है। बताया जा रहा है कि बिहार बीजेपी अध्यक्ष और डेप्युटी सीएम सम्राट चौधरी ने इसकी पुष्टि भी की है। हालांकि इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा के विधानपरिषद में जाने की चर्चा थी, लेकिन वो टिकट उन्हें नहीं मिला। कहा जा रहा है कि बीजेपी ने पहले से ही उनके लिए कुछ बड़ा सोच रखा था।
उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा का टिकट
इस लोकसभा चुनाव उपेंद्र कुशवाहा की किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया था। साथ ही NDA के कुशवाहा वोट तक उन्हें ढंग से ट्रांसफर नहीं हो पाए थे। काराकाट में इसी वजह से उपेंद्र कुशवाहा को माले के राजाराम कुशवाहा ने हार का मुंह दिखा दिया। यही नहीं उपेंद्र कुशवाहा इस चुनाव में तीसरे नंबर पर आ गए। ऐन वक्त पर बीजेपी से 'दगा' कर चुनाव में खड़े होने वाले भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह दूसरे नंबर पर रहे। अगर हार जीत का अंतर देखें तो उपेंद्र कुशवाहा को विजयी उम्मीदवार राजाराम कुशवाहा से 1,26,705 वोटों से पीछे रह गए। लेकिन अंत तक कुशवाहा ने NDA यानी पीएम मोदी का साथ नहीं छोड़ा। हारने के बाद भी उम्मीद थी कि उपेंद्र कुशवाहा विधानपरिषद जाएंगे। लेकिन वहां भी उन्हें टिकट नहीं मिला। आखिर में पीएम मोदी ने उपेंद्र कुशवाहा को NDA से वफादारी का इनाम दे दिया।
उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा टिकट देने का मतलब
बीजेपी ने सम्राट चौधरी पर कुशवाहा वोटों के लिए दांव लगाया था। उन्हें बीजेपी ने पहले बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया और फिर बाद में उपमुख्यमंत्री। कहा जा रहा है कि सम्राट चौधरी कुशवाहा वोटों को बीजेपी के पाले में पूरी तरह से लाने में नाकाम रहे। वोट बैंक की बात करें तो उपेंद्र कुशवाहा के इधर-उधर जाने से उनका वोट बैंक थोड़ा बहुत ही छिटका है। ऐसे में बीजेपी को उम्मीद है कि सम्राट न सही लेकिन कुशवाहा इन वोटों को विधानसभा चुनाव में वापस लाने में कारगर साबित हो सकते हैं। इसीलिए अब सम्राट और कुशवाहा की जोड़ी को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में आगे करने की तैयारी है। http://dlvr.it/T92jpp
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अंतरात्मा फिर जगी तो...
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अंतरात्मा फिर जगी तो.....
क्या 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव तक एनडीए में रहेंगे नीतीश कुमार
कौशलेन्द्र झा, KKN न्यूज। बिहार की राजनीति ने करबट बदल ली है। तेज़ी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 28 जनवरी की सुबह अपना इस्तीफ़ा दे दिया और शाम को पुनः मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली। इस नाटकीय घटनाक्रम के साथ नौवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने का रिकार्ड नीतीश कुमार के नाम बन गया। नया ये हुआ कि राजद…
भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य पवन मिश्रा ने महागठबंधन को लेकर दिया बड़ा बयान
भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य पवन मिश्रा ने महागठबंधन को लेकर दिया बड़ा बयान
भाजपा के कार्य समिति सदस्य पवन मिश्रा ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, सहित परिवारों पर निशाना साधते हुए कहा, जिस तरह E D ने राजद सुप्रीमो पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार का करोड़ों की अटैच संपत्ति जप्त किया है । बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफा का मांग कर रहे हैं।
RCTC घटोला में लालू परिवार के सभी सदस्य घटोलौ में संलिप्त जिस तरह दिल्ली गाजियाबाद के कई ठिकानों पर,ED के द्वारा संपत्ति जप्त किया गया है। इससे साफ होता हैं। अपने परिवार को बचाने के लिए 26 दलों की मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया है। इसमें देश के बेईमान पार्टी के सभी नेता जांच एजेंसी से बचने के लिए अपनी जमात खड़ा कर रहा है।
पवन मिश्रा ने यह भी कहा , नीतीश कुमार जी को भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए । इससे पहले 2015 में ऐसा करके दिखाएं हैं। नहीं तो आने वाले 2024 लोकसभा और 2025 विधानसभा के चुनाव में जनता खुद निर्णय लेगी। और
बिहार में कमल खिलाने का काम करेंगी।
भाजपा नेता एवं केसरिया रक्षा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविरल मलिक का बड़ा बयान बोले वर्ष 2025 दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा 70 में से 70 सीटें जीतकर दिल्ली में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी| 2025 में दिल्ली में भाजपा का मुख्यमंत्री होगा|
CIN ब्यूरो /जदयू और राजद का विलय लगभग तय- जितेन्द्र कुमार सिन्हा,सीनियर एडिटर
CIN ब्यूरो /जदयू और राजद का विलय लगभग तय- जितेन्द्र कुमार सिन्हा,सीनियर एडिटर
CIN ब्यूरो /बिहार में महागठबंधन विधानमंडल दल की मंगलवार को हुई बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि 2025 बिहार विधानसभा का चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी ऐलान किया कि मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूँ, लेकिन हम सब चाहते हैं बीजेपी को हराना है। उन्होंने यह साफ किया है कि ना तो अब मैं सीएम पद का उम्मीदवार बनना चाहता हूं और न ही…
Nitish Kumar: 2025 का विधानसभा चुनाव पीएम कैंडिडेट नहीं, तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा
Nitish Kumar: 2025 का विधानसभा चुनाव पीएम कैंडिडेट नहीं, तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा
Nitish Kumar: बिहार की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि साल 2025 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं. हम सब बस बीजेपी को हटाना चाहते हैं। इसके साथ ही बैठक में नशाबंदी को…
वर्ष 2025 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा:-नीतीश कुमार
वर्ष 2025 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा:-नीतीश कुमार
सीएम नीतीश ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वर्ष 2025 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं है.
वह सबके साथ मिलकर बीजेपी को हटाना चाहते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह चौंकाने वाला और बड़ा बयान महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक खत्म होने के बाद दिया है. सीएम नीतीश ने अचानक से एनडीए का…
बीजेपी-जदयू मिलकर लड़ेंगे 2024 का लोकसभा चुनाव, मोदी होंगे पीएम पद के उम्मीदवार: अमित शाह
बीजेपी-जदयू मिलकर लड़ेंगे 2024 का लोकसभा चुनाव, मोदी होंगे पीएम पद के उम्मीदवार: अमित शाह
एक्सप्रेस समाचार सेवा
पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी.
रविवार को पटना में पार्टी के सात प्रमुख संगठनों की कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक में इस आशय का प्रस्ताव पारित किया गया.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उन प्रमुख नेताओं में शामिल थे, जो पहली बार बिहार में हुई बैठक में शामिल हुए थे। बैठक की अध्यक्षता शाह ने…
समान विचारधारा पार्टी के साथ गठबंधन या विलय करेगी जाप पार्टी, पप्पू यादव
समान विचारधारा पार्टी के साथ गठबंधन या विलय करेगी जाप पार्टी, पप्पू यादव
Bihar: बिहार के पटना स्थित आदिति कम्युनिटी हॉल में जाप की कार्यकारिणी बैठक में जाप के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पप्पू यादव ने संबोधित किया, इस दौरान जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने इस मौके पर पार्टी के विलय को लेकर बड़ी बात कही पप्पू यादव ने कहा जाप अपने समान विचारधारावाली पार्टी के साथ गठबंधन या विलय करेगी, पार्टी के नेता व कार्यकर्ता मिलजुल कर इसका फैसला करेंगे, हमारे लिए कार्यकर्ता और विचारधारा…
बजट में फुलझड़ी नहीं, बस आमदनी-खर्च का हिसाब.. निर्मला के बजट का प्लस-माइनस समझिए
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहले ही कह दिया था, माफ करना- में कोई धमाका नहीं होगा, बस सरकार आमदनी-खर्च का हिसाब दे देगी। वह अपनी बात पर कायम रहीं। बजट में कोई फुलझड़ी नहीं थी लेकिन आप इसे उनकी आलोचना मत समझिए, यह तो उनकी प्रशंसा है। निर्मला के अंतरिम बजट से अर्थशास्त्री झूम उठे हैं। उन्होंने इसमें रेवड़ियां नहीं बांटीं और राजकोषीय घाटे में कमी का वादा किया। राजकोषीय घाटे का मतलब है, सरकार की आमदनी से अधिक खर्च। निर्मला ने बताया कि वित्त वर्ष 2024 में यह घाटा GDP का 5.8 प्रतिशत रहा, जबकि पिछले बजट में इसके लिए 5.9 प्रतिशत का अनुमान रखा गया था। सरकार ऐसा इसलिए कर पाई क्योंकि उसे अच्छी आमदनी हुई। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2025 में यह 5.1 प्रतिशत रहेगा और उससे अगले साल 4.5 प्रतिशत। कोरोना महामारी, यूक्रेन युद्ध और अल निनो जैसी चुनौतियों के बीच यह बात खास मायने रखती है। कुछ आलोचक कह सकते हैं कि राजस्व घाटा तो वित्त वर्ष 2024 में GDP का 2.8 प्रतिशत रहा, जिसे कभी खत्म करने की बात कही गई थी और अगले वित्त वर्ष में भी यह 2 प्रतिशत रहने वाला है। कुछ अर्थशास्त्री यह भी कहेंगे कि सरकारी खजाने की सेहत तभी अच्छी मान�� जाती है, जब प्राथमिक घाटा खत्म हो जाए। राजकोषीय घाटे में से सरकार की ब्याज देनदारी निकालने बाद जो रकम बचती है, उसे प्राथमिक घाटा कहते हैं। प्राथमिक घाटा शून्य हो तो उसका मतलब है कि सरकार जो भी उधार ले रही है, वह उससे निवेश करेगी। वित्त वर्ष 2024 में प्राथमिक घाटा 2.3 प्रतिशत रहा, लेकिन अगले साल इसके 1.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। शायद यह आने वाले वर्षों में खत्म हो जाए।
बाजार पर असर
सवाल यह भी है कि राजकोषीय घाटे को लेकर अंतरिम बजट से जो अच्छी खबर आई, उसका शेयर बाजार पर पॉजिटिव असर क्यों नहीं पड़ा? असल में मार्केट टैक्स छूट की उम्मीद कर रहा था, जो पूरी नहीं हुई और बजट से पहले शेयर बाजार में यूं भी अच्छी तेजी आ चुकी थी। इसलिए गुरुवार को इसमें मामूली गिरावट आई और निफ्टी 50 इंडेक्स 0.13 प्रतिशत नीचे बंद हुआ।कई जानकारों को लग रहा था कि वित्त मंत्री कुछ रेवड़ियों का ऐलान करेंगी। यूं तो अंतरिम बजट में ऐसा नहीं करना चाहिए, लेकिन पहले के कुछ वित्त मंत्रियों ने इस बंधन को नहीं माना था। 5 साल पहले पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था और तब उन्होंने पर्सनल इनकम टैक्स से छूट की सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था। उन्होंने सैलरीड क्लास के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन में छूट के साथ अन्य रियायतें भी दी थीं। उन्होंने दावा किया था कि इससे मध्यवर्ग के 3 करोड़ करदाताओं को फायदा होगा, जो BJP का वोट बैंक माने जाते हैं।
चुनाव और बजट
गोयल के बजट से कुछ सप्ताह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को सालाना 6,000 रुपये देने की घोषणा की थी। इसे तेलंगाना की रायतू बंधु, ओडिशा की KALIA और राहुल गांधी की चुनाव जीतने पर हर किसान परिवार को 72,000 रुपये देने के वादे के मुकाबले में लाया गया था। रायतू बंधु योजना के तहत तेलंगाना में हर कटाई सीजन में किसानों को 4,000 रुपये प्रति एकड़ और KALIA के तहत ओडिशा के ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को 10,000 रुपये का भुगतान किया जाता है। 2019 में BJP को भरोसा नहीं था कि वह आम चुनाव जीत जाएगी। दरअसल, कुछ महीने पहले मध्य भारत के तीन राज्यों में हुए चुनाव में वह हार गई थी। यूं तो मोदी अक्सर कहते हैं कि चुनाव रेवड़ियां बांटकर नहीं, परफॉरमेंस से जीते जाते हैं। इसके बावजूद BJP को तब रेवड़ियां बांटनी पड़ी थीं, भले ही दूसरी पार्टियों की तुलना में उसने कम फ्रीबीज दिए। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले हालात बिल्कुल अलग हैं। BJP को आम चुनाव में जीत का भरोसा है। मोदी की अप्रूवल रेटिंग 90 प्रतिशत तक है। किसी अन्य लोकतांत्रिक देश के लीडर के लिए ऐसी रेटिंग सपना है। कुछ समय पहले हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी को शानदार जीत मिली। मध्य प्रदेश में तो सत्ता में रहते हुए भी उसकी सीटें बढ़ गईं। आज उसे सत्ता विरोधी लहर का डर नहीं है इसलिए 5 साल पहले भले ही गोयल के लिए रेवड़ी बांटना राजनीतिक मजबूरी थी, निर्मला के सामने ऐसी मजबूरी नहीं है। BJP को परफॉरमेंस के दम पर लोकसभा चुनाव जीतने का यकीन है। इसलिए अंतरिम बजट में जब वह अपनी सरकार की एक के बाद एक उपलब्धियां बता रही थीं तो उनकी पार्टी के सांसद हर बड़े दावे पर मेजें थपथपा रहे थे। उन्होंने यह वादा भी किया कि पिछले 10 वर्षों में BJP के नेतृत्व में देश ने क्या हासिल किया है और उससे पहले के दशक में कांग्रेस सरकार ने क्या हासिल किया था, इस पर रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगी।
देश की इकॉनमी
आज भारत दुनिया के बड़े देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। पहले अग्रिम अनुमान में बताया गया कि वित्त वर्ष 2024 में देश की ग्रोथ 7.3 प्रतिशत रह सकती है,… http://dlvr.it/T2BzQX
क्या बीजेपी 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी? बीजेपी नेता के बयान से एनडीए में तनातनी भाजपा 2025 में अकेले बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी। एनडीए में तनाव बढ़ा
क्या बीजेपी 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी? बीजेपी नेता के बयान से एनडीए में तनातनी भाजपा 2025 में अकेले बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी। एनडीए में तनाव बढ़ा
वीडियो बिहार के पंचायती राज मंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी के एक बयान से बिहार के सियासी गलियारों में खलबली मच गई है. दरअसल, सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में दबाव में आकर दूसरों का नेतृत्व स्वीकार करना पड़ता है. उन्होंने यह बयान भाजपा की वैशाली जिला कार्यसमिति की बैठक में दिया। सम्राट चौधरी ने कहा कि आप एक ताकत हैं, अगर हम 2015 से नहीं हारे होते तो क्या हम गठबंधन में शामिल होते। आज, अगर हमें…
सीतामढ़ी /CM नीतीश कुमार की विश्वसनीयता जनता के बीच कितनी है ये जनता जान चुकी है- प्रशांत किशोर
सीतामढ़ी /CM नीतीश कुमार की विश्वसनीयता जनता के बीच कितनी है ये जनता जान चुकी है- प्रशांत किशोर
प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट – सीतामढ़ी में राजनीत रणनीतिकार प्रशांत किशोर का दौरा हुआ। जनसुराज के मद्देनजर जिले का दौरा किया इस दौरान प्रेस वार्ता कर इन्होंने बिहार मेंa हुई राजनीति घटना चक्र पर भी चर्चा की और आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर एक नई सोंच के साथ जनसंपर्क अभियान में जुट गए है। नीतीश कुमार के तीन दिवसीय दिल्ली दौरा पर इन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को फिलहाल बिहार पहली…
कौन हैं मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले राजीव चंद्रशेखर? देखें संक्षिप्त परिचय Divya Sandesh
#Divyasandesh
कौन हैं मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले राजीव चंद्रशेखर? देखें संक्षिप्त परिचय
नई दिल्ली। भाजपा के राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर ने आज केंद्रीय मंत्रिपरिषद में राज्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
बिजनेसमैन राजीव चंद्रशेखर (57 वर्ष) वर्ष 2018 में तीसरी बार राज्यसभा के सदस्य बने। इस समय वह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। वर्ष 2021 के पुडुचेरी विधानसभा चुनाव में वह पार्टी के सह प्रभारी थे। उनका जन्म गुजरात के गांधीनगर में 31 मई 1964 को हुआ। 90 के दशक में कैलिफोर्निया से भारत लौटे चंद्रशेखर टेलीकॉम सेक्टर को भारत में खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के सेंटर फॉर इकोनॉमिक स्टडीज के वाइस चेयरमैन हैं।
एमआईटी मणिपाल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई और इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी शिकागो से कंप्यूटर साइंस में एमएस करने कने वाले चंद्रशेखर ने करियर की शुरुआत कैलिफोर्निया में इंटेल की माइक्रोप्रोसेसर टीम में सीनियर डिजाइन इंजीनियर और सीपीयू आर्किटेक्ट के रूप में की थी। चंद्रशेखर ने विदेशों में नौकरी के बाद भारत आने का फैसला किया। एक टेक इंटरप्रेन्योर के रूप में भारतीय टेलीकॉम सेक्टर को बूस्टअप करने के लिए काम किया। 1991 में बीपीएल मोबाइल की नींव रखी। 12 सालों तक टेलीकॉम सेक्टर में एक अग्रदूत की तरह काम करते हुए इस क्षेत्र में निवेश और निर्माण से सेलुलर नेटवर्क को मजबूती प्रदान की।
यह खबर भी पढ़ें: इस मंदिर में लोग भगवान को चढ़ाते हैं घड़ियां, वजह जानकर आप भी रह जाएंगें हैरान
राजीव चंद्रशेखर ने नई दूरस���चार पॉलिसी एनटीपी 99 को लागू कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया जिससे सेलुलर उद्योग के विकास को गति मिली। यही नहीं इन्होंने टेलीकॉम रेगुलेशन के लिए स्वतंत्र नियामक इकाई ट्राई के गठन में अहम भूमिका निभाई।
यह खबर भी पढ़ें: इस गांव में एक भी चाय की दुकान नहीं है, दूध बेचना पाप…
भाजपा में 2010 में विजन 2025 कमेटी के संयोजक बनाए गए। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री चंद्रशेखर 2016 में एनडीए केरल के उपाध्यक्ष रहे, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मीडिया एवं कम्यूनिकेशन इंजार्च रहे। वह 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी मेनीफेस्टो कमेटी के थे तो 2021 के पुडुचेरी विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी थे। यही नहीं फिक्की के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष रहे हैं। राजीव चंद्रशेखर ने 2007 में सबसे पहले टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले को उठाया। संसद से लेकर हर प्लेटफार्म पर घोटाले से संबंधित डाक्यूमेंट्स को रखा।
Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐ��
सुशील कुमार मोदी का उपमुख्यमंत्री का पद छिनने के बाद छलका दर्द, बोले कार्यकर्ता का पद तो कोई नहीं छीन सकता पटना : नीतीश कुमार बिहार के 37वें मुख्यमंत्री पद के रूप में कल यानी सोमवार की शाम 4 बजे शपथ ग्रहण करेंगे। रविवार को हुई एनडीए की बैठक में नीतीश को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया और चौहान ने उन्हें इसके लिए न्योता दिया। यानी नीतीश कुमार सातवीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। इन सबके बीच उपमुख्यमंत्री को लेकर संशय अभी भी बरकरार है। हालांकि, तारकिशोर प्रसाद को बीजेपी के विधानमंडल दल (विधान परिषद और विधानसभा) का नेता चुना गया है। अब ये तय हो गया है कि बीच के कुछ साल छोड़ बीते 15 साल से जमी नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी की जोड़ी टूट गई है। बीजेपी नए उपमुख्यमंत्री की तलाश में है। ऐसा इस लिए भी माना जा रहा है क्योंकि इस चुनाव में पार्टी को सबसे अधिक सीटें मिली है और 2025 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ये सियासी पिच तैयार किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री को लेकर कई नाम रेस में आगे चल रहे हैं। इसमें सबसे प्रमुख नाम प्रेम कुमार और कामेश्वर चौपाल का है। हालांकि, अभी पार्टी की तरफ से इसकी घोषणा नहीं की गई है।