Tumgik
#capitalofAssaminHindi
indiainfobiz · 5 years
Text
Assam ki Rajdhani | Capital of Assam | आसाम की राजधानी क्या है?
Assam ki Rajdhani दोस्ती इस पोस्ट में जानिए भारत के राज्य आसाम की राजधानी क्या है ? Capital of Assam in Hindi: भारत में अगर ख़ूबसूरत राज्यों की बात करें तो उसमे आसाम का नाम हमेशा श्रेष्ट स्थान पर आता है. आसाम उत्तर पूर्वी भारत में एक राज्य है। आसाम अन्य उत्तर पूर्वी भारतीय राज्यों से घिरा हुआ है। आसाम भारत का एक सीमांत राज्य है जो चतुर्दिक, सुरम्य पर्वतश्रेणियों से घिरा है। भारत - भूटान तथा भारत - बांग्लादेश सीमा कुछ भागो में असम से जुडी है। इस राज्य के उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पूर्व में नागालैंड तथा मणिपुर, दक्षिण में मिजोरम तथा मेघालय एवं पश्चिम में बंग्लादेश स्थित है।
Tumblr media
दिसपुर (आसाम की राजधानी)
इसी खूबसूरत Assam का एक हिस्सा है और Assam की Rajdhani दिसपुर. दिसपुर भारत के पूर्वोत्तर मे स्थित बड़े राज्य असम की राजधानी है। यह असम के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी के एक सिरे पर बसा एक नगर है। इसे सन 1973 मे राज्य की राजधानी का दर्जा मिला क्योंकि इससे पहले राज्य की राजधानी शिलाँग थी लेकिन मेघालय के गठन के पश्चात शिलौंग मेघालय के हिस्से मे आ गया।दिसपुर की आधिकारिक भाषा आसामी, बंगाली और हिंदी हैं. दिसपुर के दक्षिण में पौराणिक वशिष्ठ आश्रम और शंकरदेव कलाक्षेत्र स्थित हैं। शंकरदेव कलाक्षेत्र सन 1990 मे अस्तित्व मे आया था क्योंकि क्षेत्र मे एक कला केन्द्र की कमी पिछले कई वर्षों से महसूस की जा रही थी।दिसपुर के पडो़स मे एक पुरातन नगर जतिया स्थित है जहां पर राज्य का सचिवालय स्थित है।
जनसँख्या और क्षेत्रफल / Population and Area
असम का क्षेत्रफल (Area of Assam)  कुल 78, 438 km तक फैला है.  साल 2011 की जनसंख्या के अनुसार असम की कुल आबादी 3 करोड़ 12 लाख है और यह भारत का 15 वां सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य बन गया है. वहीं बात करें आसाम की राजधानी दिसपुर की तो यह स्थान गुवाहाटी का ही एक भाग है और यहाँ का क्षेत्रफल कुल 328 km² तक फैला है. यहाँ की आबादी कुल 9.57 लाख है. असम की कुल आबादी में लगभग 61 प्रतिशत आबादी हिन्दू है जबकि 35 प्रतिशत आबादी मुस्लिम, 4 प्रतिशत इसाई और बाकी जैन, बौद्ध आदि धर्मों से संबंधित होते हैं.
दिसपुर के बारे में रोचक तथ्य /  Facts about Dispur (Capital of Assam)
 1) दिसपुर से 6 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद नीलांचल पर्वत पर स्थित मां भगवती कामाख्या का सिद्ध शक्तिपीठ सती के इक्यावन शक्तिपीठों में सर्वोच्च स्थान रखता है। यहीं भगवती की महामुद्रा (योनि-कुण्ड) स्थित है। 2) दिसपुर आसाम के गुवाहाटी का ही एक भाग है. दरअसल दिसपुर में आसाम का सचिवालय स्थित है जिस कारण दिसपुर को आसाम की राजधानी माना जाता है.हालांकि, असम का हाईकोर्ट, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, आईआईटी, डीजीपी हेडक्वार्टर और सारे महत्वपूर्ण दफ्तर गुवाहाटी में स्थित हैं. गुवाहाटी असम के गैर-आधिकारिक राजधानी के तौर पर काम करता है. ये भी जानिए Delhi NCR का फुल फॉर्म क्या है?
आसाम में दार्शनिक स्थान / Places to Visit in Assam 
असम को अपने वन्‍यजीव पर्यटन के लिए जाना जाता है। राष्‍ट्रीय उद्यान और अन्‍य अभयारण्‍य, असम के प्रमुख पर्यटन स्‍थल है। यह सभी राष्‍ट्रीय उद्यान, कई प्रकार के दुर्लभ जीवों व अन्‍य प्रजातियों का घरौंदा है। यहां आकर कई प्रकार की साहसिक गतिविधियां भी की जा सकती है। https://www.youtube.com/watch?v=Fmh_Ogk-ZAY 1- दिफू दिफू भी असम के छोटे शहरों में ग‍िना जाता है लेक‍िन इसकी भी जि‍तनी तारीफ की जाए कम है। दिफू में भी घूमने की एक से बढ़कर एक खूबसूरत जगहे हैं। यहां पर बॉटनिकल गार्डन, जिला संग्रहालय, अर्बोरेटम, तरलांगो सांस्कृतिक केंद्र जैसी जगहें घूमने के स्‍थान हैं। जहां बड़ी संख्‍या में पयर्टक आते हैं। 2- गोलाघाट गोलाघाट भी यहां के पयर्टन स्‍थलों में एक है क्‍योंक‍ि यहां काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान स्‍थ‍ित है। यूनेस्को के विश्व विरासत में शामि‍ल यह उद्यान जहां गैंडों के ल‍िए प्रसि‍द्ध है। यहां हाथी, एशियाई भैंसे, धमाचौकड़ी करते ह‍िरन और बाघ भी देखने को म‍िलते हैं। वहीं रंग-ब‍िरंगे पक्षी भी पयर्टकों को अ‍ाकर्ष‍ित करते हैं। 3- स‍िलचर सुरमा नदी पर स्थित सिलचर भी असम की शान को बढ़ाने वाले स्‍थलों में शाम‍िल हैं। यहां चाय के बागानों के अलावा चावल की खेती भी होती है। स‍िल्‍चर में पयर्टकों को घूमने के ल‍िए भुवन मंदिर, कंचन कांति काली मंदिर, खासपुर, मणि हरण सुरंग, गांधी बाग के अलावा इस्कॉन मंदिर आद‍ि हैं। 4- ड‍िब्रूगढ़ असम का ड‍िब्रूगढ़ इलाका भी बहुत ही खूबसूरत है। असम के डिब्रूगढ़ में ब्रम्‍हपुत्र नदी के क‍िनारे शाम के समय डूबता हुआ सूरज देखना पयर्टकों को काफी अच्‍छा लगता है। इसके अलावा ड‍िब्रूगढ़ में घूमने के ल‍िए द‍िन्‍जोय सतरा, द‍िहिंग सतरा और कोलीआई थान जैसे क‍ई दूसरे ऐत‍िहास‍िक व प्राचीन स्‍थल बने हैं। 5- शिवसागर दिखो नदी के किनारे पर बसे शिवसागर को सिबसागर के नाम से भी जाना जाता है। यहां की पहचान यहां पर बना प्राचीन सरोवर है। इस सरोवर के पास शिवडोल, विष्णुडोल और देवीडोल के नाम से सैकड़ों साल पुराने मंद‍िर बने हैं। यहां रंग घर, उत्तरन संग्रहालय और तलातल घर जैसे दार्शन‍िक स्‍थल हैं। आसाम की राजधानी (Capital of Assam) की और जानकारी विकिपीडिया में पढ़िए 
गुवाहाटी में घुमने वाली जगह कौन सी है? / Places to Visit in Guwahati
1- कामाख्या मंदिर असम की राजधानी गुवाहाटी बेहद खूबसूरत जगह है। ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसे इस शहर में आपको अध्‍यात्‍म की एक अनोखी छव‍ि देखने को म‍िलेगी। गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर प्रस‍िद्ध है। इसके अलावा यहां नवग्रह मंदिर, उमानन्दा मंदिर भी हैं। यहां पयर्टक असम जू एवं बॉटनिकल गार्डन्स भी घूम सकते हैं। 2- रीजनल साइंस सेंटर म्यूजियम गुवाहाटी का रीजनल साइंस सेंटर म्यूजियम उन 27 साइंस सेंटर में से एक है जिसका प्रबंधन भारत सरकार के नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम के हाथों में है। यह साइंस सेंटर छात्रों और विज्ञान बिरादरी के लोगों के बीच काफी चर्चित हैं। 3- असम स्टेट म्यूजियम अगर आप असम की परंपरा और संस्कृ���ि से रू-ब-रू होना चाहते हैं तो असम स्टेट म्यूजियम जरूर जाइए। यह म्यूजियम गुवाहाटी के बीचों-बीच दिघालीपुखुरी तालाब के दक्षिणी छोर पर स्थित है। यहां पुरातत्व, पुरालेख, मुद्राशास्त्र और आइकॉनोग्राफी से जुड़ी कई रोचक शिल्पकृति मौजूद है। 4- गुवाहाटी तारामंडल गुवाहाटी तारामंडल शरह के बीचों-बीच एमजी रोड पर स्थित है। इसकी गितनी भारत सबसे बेहतरीन तारामंडल में होती है। इसका विशिष्ट गुंबद और ढालू दीवार इसे देश के अन्य तारामंडल से अलग करता है। 5- सिद्ध भुवनेश्वरी मंदिर  सिद्ध भुवनेश्वरी मंदिर नीलाचल की पहाड़ी पर स्थित है। इसे भुवनेश्वरी देवी के सम्मान में बनवाया गया था। हिन्दू धर्म के अनुसार भुवनेश्वरी देवी 10 महाविद्या देवी में चौथी देवी है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच करवाया गया था। दोस्तों आपको हमने Assam ki Rajdhani - Dispur के बारे में information दी और Places to visit in Gujarati Assam ki information आपको यह पोस्ट कैसी लगी हमें comment करके बताइए और हमारे Facebook page को सोशल मीडिया में लाइक और फॉलो करिए. धन्यवाद्. Read the full article
0 notes