विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज गिरफ्तार
चैतन्य भारत न्यूज।
लंदन. अपनी वेबसाइट विकिलीक्स में गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित कर सनसनी फैला देने वाले जूलियन असांज को गिरफ्तार कर लिया गया। यौन उत्पीड़न के मामले में स्वीडन भेजे जाने से बचने के लिए असांज ने सात साल से इक्वाडोर के दूतावास में शरण ले रखी थी। इक्वाडोर सरकार द्वारा असांज से शरणार्थी दर्जा वापस लेने के बाद उसके राजदूत ने ब्रिटेन की पुलिस को दूतावास बुलाया और गिरफ्तार करवा दिया।
लग चुका है दुष्कर्म का आरोप
गौरतलब है कि असांज पर स्वीडन में दुष्कर्म का आरोप लगा था। असांज ने इस आरोप से इनकार भी किया था। बाद में यह आरोप हटा लिया गया लेकिन लेकिन अब भी उन पर 2012 में जमानत न लेने के आरोप लगे हैं। असांज का कहना है कि विकिलीक्स वेबसाइट में गोपनीय दस्तावेजों को प्रकाशित करने के लिए उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है।
विकिलीक्स ने लीक किए वैटिकन के दस्तावेज
उधर, इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय संधियों का लगातार उल्लंघन करने के कारण असांज को शरण देने का फैसला वापस लिया गया है। अन्य देशों के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने के बाद असांज के व्यवहार को लेकर हमारे देश का धैर्य समाप्त हो गया है। ताजा मामला जनवरी 2019 का है, जब विकिलीक्स ने वैटिकन के दस्तावेज लीक कर दिए थे। मोरेना ने यह भी कहा कि ये और अन्य प्रकाशनों से दुनिया का ये शक पुख्ता हो गया कि असांज अभी भी विकिलीक्स से जुड़े हुए हैं और अन्य देशों के भीतरी मामलों में दखल दे रहे हैं।
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