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thetruthbysunanda · 7 years ago
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एक छू-मंतर आततायी..
कल की पोस्ट में मैंने लिखा था कि राम-नामी दोशाला ओढ़ कर कैसे भाजपा के एक आततायी नेता ने ब्रह्मज्ञानी हिन्दू संत पूज्य आशारामजी बापू को पिछली 6 दीवालियों से कारागार में रखा हुआ है| धर्म के पक्ष में लिखी गई मेरी इस पोस्ट का रिस्पांस कल बहुत ही शानदार मिला है, और इसका पूरा श्रेय मैं अपने उन लाखों गुरुभक्त भाई-बहनों व उन भक्तों को देना चाहती हूँ जो पिछले कई माह से लगातार मेरे साथ इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं, तथा इस पोस्ट को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा कर घर बैठ ही ‘गुरु की अंगद सेवा’ का पुण्य भी प्राप्त कर रहे हैं- किन्तु इसी समय मुझे अपने उन गुरु भाई-बहनों पर बहुत दया भी आ रही है जो संत आशारामजी बापू जैसे ब्रह्मज्ञानी संत से दीक्षा लेकर भी ‘संत व गौ’ द्रोही नेता के पक्ष में बोलते हैं या उसका समर्थन करते हैं|
मेरे गुरु भाई-बहनों, देखो गुरुगीता तो हम सब पढ़ते ही हैं, भगवान शंकर ने उसमें गुरु-निंदा करने वाले की जीभ खींच लेने के लिए कहा है, जबकि मोदी जी तो पूज्य गुरुदेव को ही नहीं उनके पूरे परिवार को ही नेस्त-नाबूद कर उनके आश्रमों को भी हड़पने की योजनायें बना रहे हैं- तो जरा विचार तो करो कि उनके साथ हम सभी साधकों व शिष्यों को कैसा व्यवहार करना चाहिए?
इस समय मुझे रामायण में कागभुसंडी जी का एक प्रसंग याद आ रहा है| कागभुसंडी जी पूर्व जन्म में जब मनुष्य शरीर में थे तो एक बार किसी शिव मंदिर में बैठे जप कर रहे थे| उसी समय सामने से अपने गुरु को आता देख कर उठकर उनका अभिवादन करने की बजाय वो अपनी आँखें मूँद कर ध्यान करने का अभिनय करने लगे|
इस पर उनके गुरु ने तो बुरा नहीं माना किन्तु भगवान शिव से शिष्य की यह उद्दण्डता सहन नहीं हुई तथा मंदिर में उसी समय आकाशवाणी हुई कि- ‘रे मूर्ख, अपने गुरु को आते देख कर भी तू आँखें मूँद कर अजगर की तरह बैठा है-जा अब तू एक सहस्त्र योनियों तक सर्प हो जा-’
कागभुसंडी जी के गुरु ने जब भगवान शिव का यह घोर श्राप सुना, तो उन्होंने अपने शिष्य की गलती को क्षमा कर देने के लिए भगवान शिव से प्रार्थना की तथा भगवान शिव की प्रसन्नता हेतु संस्कृत में एक बहुत सुंदर स्त्रोत पढ़ा- नमामि शमीशान निर्वाणरूपम...| भगवान शिव ने फिर प्रसन्न होकर कागभुसंडी जी के श्राप को बहुत सरल कर दिया तथा अंत में फिर कागभुसंडी जी को अति-दुर्लभ अविरल भक्ति भी प्राप्त हो गई थी-
आज दीपावली के बाद पहला दिन है| गुजरात में इसे वर्ष का पहला दिन भी माना जाता है| तो आज वर्ष के पहले दिन मैं अपने सभी गुरु भाई-बहनों से प्रार्थना करती हूँ कि क्यों ना हम भी आज सभी एक बार फिर से आत्म-चिन्तन कर लें कि कहीं हम भी जाने-अनजाने में ही सही इस गुरु उत्पीड़क व्यक्ति का समर्थन तो नहीं कर रहे हैं- यदि ऐसा है तो इस पर तुरंत ब्रेक लगा दें| मन में कोई भी शंका ना रखें, युगों- युगों से सत्य की विजय ही होती चली आ रही है| इस बार भी विजय सत्य की ही होगी, क्योंकि भगवान स्वयं ही ‘सत्य’ हैं| हिन्दू परिवारों में तो घर में कोई भी बड़ा मांगलिक-कार्य सम्पन्न हो जाने पर ‘सत्यनारायण’ भगवान की पूजा का भी विधान है|
संत व गौ-द्रोही इस आततायी नेता के पतन की कहानी की इबारत लिखी जानी शुरू हो चुकी है| अपराधी वृत्ति के व्यक्तियों का एक खास स्वभाव होता है कि जब उनकी अपनी जान पर बन आती है तो वो हर चीज को दाँव पर लगा कर बचने की कोशिश करने लगते हैं|
आज नरेन्द्र मोदी जी भी वही करते नजर आ रहे हैं| उन्होंने दोबारा सत्ता में आने के लिए पूरे देश को ही दाँव पर लगा दिया है| 2019 के चुनावों में जीत के लिए मोदी जी व इनकी पितृ संस्था आर.एस.एस. ने मिल कर जो ‘प्लान’ फाइनल किया है वह बहुत खतरनाक है|
प्लान यह है कि मोदी जी अब अपना ‘पीड़ित व बेचारा कार्ड’ लेकर चुनावों में उतरेंगे, कहा जाएगा कि ‘��ुप्रीम कोर्ट’ ने राम मंदिर पर फैसला टाल कर बेचारे मोदी व हिन्दुओं के साथ बहुत बड़ा ‘धोखा’ कर दिया है|
उधर आर.बी.आई. के रिजर्व फंड में से तीन लाख साठ हजार करोड़ रुपये के लिए मोदी सरकार ने अलग से एक अभियान चलाया हुआ है कि, यह पैसा हमें हर हालात में चाहिए ही चाहिए- इससे चाहे आर.बी.आई की पूरी साख खत्म हो जाए, रुपया और रसातल में चला जाए- या देश की अर्थव्यवस्था ही बदहाली की चपेट में आ जाए-
आप आँख मूंद कर परिवार सहित जरा एक ऐसे देश में रहने की कल्पना भर कीजिए जहाँ आर्थिक बदहाली फैली हुई हो और न्यायपालिका भी पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हो-
और सबसे मजेदार बात यह है कि आश्रम की गद्दार टीम व मोदी समर्थक आज भी मिलकर जनता को समझाए ही चले जा रहे हैं कि मोदी जी को वोट तो इस बार फिर से देना ही पडेगा, क्या करें और कोई नेता है भी तो नहीं, राहुल गाँधी तो बेचारा पप्पू है, वगैरहा-वगैरहा|
अंत में मेरा तो अपने गुरुभक्त भाई-बहनों से इतना ही कहना है कि ऐसे व्यक्तियों की बातों के जाल में फंस कर धर्म-द्रोही बनने का घोर-पाप बिल्कुल ना करें| जिस परमात्मा ने ऋषि-मुनियों का यह देश बनाया है इसकी चिंता वो स्वयं अपने आप करेगा- यह गैरजिम्मेदार आततायी तो कब माल इकट्ठा करके छू-मंतर हो जाएगा, इसका कोई भी भरोसा नहीं है, मेरी बात ना मानो तो गुजरात की श्रीमति जसोदा बेन से पूछ लो-
दिनांक 08-11-2018 -सुनन्दा पी तंवर अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता लंदन, यू,के
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thetruthbysunanda · 7 years ago
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मायाधारी का माया जाल..
आज फिर दीपावली आ गई है, इस युग के एक महान ब्रह्मज्ञानी हिन्दू संत की कारागार में यह छठी दीवाली है| आज अपनी इस पोस्ट में मैं अपने गुरुभक्त भाईयों-बहनों व हिन्दू भक्त समाज की ओर से मैं भगवान श्रीराम से एक प्रार्थना कर रही हूँ कि- *‘हे प्रभु राम,* जिस प्रकार त्रेता में आपने माया-धारी रावण की माया समाप्त कर ‘संत-समाज व गौमाता’ का उद्धार किया था, आज इस कलिकाल में भारतवासियों को एक बार फिर से आपकी उसी कृपा व आशीर्वाद की जरुरत आन पड़ी है| हे भगवान, हमारे पूज्य गुरुदेव हिन्दू संत आशारामजी बापू को इस युग के एक अति अहंकारी व मायाधारी नरेन्द्र मोदी नाम के एक व्यक्ति ने पिछली छ: दीवालियों से कारागार में रखा हुआ है| इसके अतिरिक्त इस समय गौमाता पर अत्याचारों का अनुमान तो आप इस एक बात से ही लगा सकते हैं कि इस व्यक्ति ने गौमाता की रक्षा करने वालों को ही ‘गुन्डा’ घोषित करके उन पर कड़ी कार्यवाई के आदेश जारी करवा दिए हैं-
सिर्फ पैसे के लिए रोजाना हजारों गायें कत्ल की जा रही हैं- और कितने आश्चर्य की बात है कि फिर भी यह मायाधारी व्यक्ति अपनी माया के बल पर हिन्दू व हिन्दू धर्म के नाम पर हिन्दुस्तान के लोगों को बड़ी आसानी से मूर्ख बनाए ही चला जा रहा है-
हे राम, मुझे लगता है कि यह आततायी व्यक्ति व इसके सहयोगी वही *बीच वाले लोग* हैं, जो आपके वन गमन के पश्चात भी 14 वर्ष तक वहीँ इसलिए रह गए थे क्योंकि आपने जाते समय सभी नर-नारियों को तो अयोध्या वापिस लौट जाने के लिए कह दिया था किन्तु इस ‘जनखा समुदाय’ से ऐसा नहीं कहा था-
फिर 14 वर्ष बाद आप जब वापिस लौटे तो इस समाज के लोगों को वहीँ रहते देखकर आपको जब इन लोगों के वहाँ रहने का कारण मालूम पड़ा था तो प्रभु आपने ही प्रसन्न होकर इन्हें कलियुग में कुछ समय तक राज-पाट भोगने का आशीर्वाद दे दिया था-
हे प्रभु, यह लोग अब पिछले कई सालों से इस देश को लूटे ही चले जा रहे हैं| खजाना बिल्कुल खाली कर दिया है, और जहाँ-कहीं से इन्हें देश के नाम पर उधार मिला सकता था वो भी इन्होंने उठा लिया है| नोट-बंदी के नाम पर यहाँ के हर आदमी, औरत व बच्चे की पूरी झाड़ा-तलाशी ले ली है| उन सब का एक-एक पैसा अपने पास जमा करवा के उसका एक बहुत बड़ा हिस्सा अपने यार-दोस्तों को थमाकर उन्हें बाहर भगा भी दिया है-
इसीलिए मार्केट में अब पैसे की कमी हो जाने पर अब रिजर्व बैंक के खजाने को हड़पने का प्लान भी इन्होंने बना लिया है-
और हे स्वामी, इन्हें अब आपसे भी कोई डर या भय बाकी नहीं रह गया है| यह लोग जनता को आप के नाम से ही लगातार मूर्ख बनाए जा रहे हैं, सिर्फ चुनाव निकट आने पर ही इन्हें आपका मंदिर याद आता है तथा चुनाव जीतते ही फिर मंदिर क्या यह आपका नाम तक भी भूल जाते हैं-
एक बार फिर चुनाव निकट आते ही अब इनका ड्रामा फिर से शुरु हो गया है| इनकी पार्टी का अब छोटे से छोटे को लेकर बड़े से बड़ा नेता तक ‘राम-नाम’ जपता नजर आ रहा है, किन्तु चुनाव जीतते ही प्रभु-फिर यह पराये माल को अपना बनाना शुरू कर देते हैं|
इन्होंने इनके पाँच सालों के दौरान आम आदमी की हालत पूरी तरह से खस्ता कर दी है| यहाँ का किसान लगातार आत्महत्या कर रहा है| श्रम-सुधारों के नाम पर ‘मजदूरों’ को ‘अप्रेन्टिस’ बना कर उनके घरों में भी डाका डाला जा चुका है| सेना से डेढ़ लाख जवानों की संख्या में कटौती करने का प्रोग्राम शुरू कर दिया गया है| हवाई सेना को 126 की जगह सिर्फ छत्तीस जहाज दिए जा रहे हैं क्योंकि पाँच की चीज पन्द्रह में खरीदने के कारण अब और पैसे बचे नहीं हैं-
हे मायापति श्री राम, आपकी माया अतुलनीय-बलशाली व दुस्तर है, इसका एक कर्ण पाकर भी जीव मतवाला हो जाता है| रावण, कंस, हिरण्यकश्यप आदि जैसे कई उदाहरण इतिहास में भरे पड़े हैं| इस कलिकाल में एक और उदाहरण बनाने का समय अब और आ गया है, प्रभू-
पूरा देश इस समय त्राहि-त्राहि कर रहा है| यहाँ की आधी आबादी को तो पेट-भर खाना भी नहीं मिल रहा है, इसीलिए वह कुपोषित घोषित की जा चुकी है| महँगाई के कारण बच्चों के मुँह से दूध छीना ही जा चुका है, जो मिल भी रहा उसमें भी 80% कास्टिक सोडा सहित ऐसे केमिकल्स व रसायनों की मिलावट है कि यू.एन.ओ के एक स्वास्थ संगठन ने कहा है कि- इण्डिया में दूध में ऐसे तत्वों की मिलावट के कारण वर्ष 2030 तक वहाँ के 78% तक लोगों को कैंसर हो सकता है-
हे प्रभु, इस जनखा पार्टी ने हिन्दुस्तान में ‘हिन्दुओं’ का धर्म लूटने की ईसाई मिशनरियों को भी पूरी छूट दे रखी है| लोगों का हिन्दू धर्म लूट कर उनके गले में क्रास लटकाया जा रहा है, और सबसे पहले उन्हें अभिवादन स्वरुप ‘राम-राम कहने से ही रोका जा रहा है-
इसीलिए हे विश्व के स्वामी राम, इस देश के करोड़ों-करोड़ों हिन्दू भक्त इस दीपावली पर आपसे प्रार्थना कर रहे है कि हे प्रभु, अब इस मायाधारी आततायी से अपनी माया की शक्ति आप पूरी तरह से वापिस ले लें- वरना यह तो पूरे देश का ही ‘राम नाम सत्य’ कर देगा-’
अंत में मैं अपने सभी गुरुभक्त भाई-बहनों से इस अभियान में इसी प्रकार उत्साह से जुटे रहने का आग्रह कर रही हूँ क्योंकि अब चारों ओर से ही ‘शुभ-समाचार’ मिलने शुरू हो गए हैं, एक अति अहंकारी व आततायी मायाधारी का मायाजाल अब टूट रहा है-
दिना��क 07-11-2018 -सुनन्दा पी तंवर अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता लंदन, यू,के
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thetruthbysunanda · 7 years ago
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तेली रे तेली, तेरे सिर पर कोल्हू..
वैसे तो देश के सभी भाजपाइयों को मोदी जी में भगवान की सूरत नजर आ रही है, किन्तु कुछ ऐसे भी हैं, जो केवल भगवान का प्रशाद खा-खा कर जय-जयकारे ही नहीं लगा रहे हैं बल्कि मोदी जी की कई बड़ी-बड़ी मुश्किलों को सुलझाने के प्रयत्न करते भी दिखाई पड़ जाते हैं|
ऐसे ही एक मनोज सिन्हा साहेब हैं| मनोज सिन्हा मोदी कैबिनेट में संचार एवं रेल मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं तथा मोदी जी के इतने विश्वसनीय व वफादार हैं कि उ०प्र० विधान सभा चुनावों में बम्पर जीत के बाद मोदी जी उ०प्र० का मुख्यमंत्री इन्हें ही बनाना चाहते थे, किन्तु फिर उ०प्र० की ताकतवर ‘ठाकुर लाबी’ ने मोदी जी के इस फैसले के खिलाफ जब बगावती तेवर अख्तियार कर लिए तो फिर मजबूरन गोरखपुर के योगी आदित्यनाथ को वहाँ हकुमत सौपनी पड़ी|
खैर...,मोदी जी के एक विश्वासपात्र मनोज सिन्हा जी ने मोदी जी की एक बहुत बड़ी मुश्किल हल कर दी है, भाजपा की जीत के बाद से ही देश की जनता जो मोदी जी से पन्द्रह-पन्द्रह लाख रुपये का तगादा कर रही थी, मनोज सिन्हा जी ने उसका हिसाब ही लगभग चुकता सा कर दिया है|
मनोज सिन्हा जी ने कहा है कि देश की जनता को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लगभग साढ़े बारह लाख रुपये तो अब तक मोदी जी ने दे भी दिए हैं, रही ढाई लाख की बात तो- अभी तो 2019 के चुनावों से पहले-पहले यह भी चुकता कर दिए जायेंगे| साढ़े बारह लाख रुपयों के हिसाब में इन्होंने गरीबों को दो लाख का घर, दो लाख का दुर्घटना बीमा तथा पाँच लाख की स्वास्थ बीमा योजना भी गिनवाई है|
अब जरा आप मनोज सिन्हा साहब का हिसाब चुकता सिस्टम भी देख लीजिए, जिसे दुर्घटना बीमा के एकाउंट में से दो लाख रुपये वसूलने हों तो पहले तो किसी दुर्घटना में जाकर पहले वह स्वयं मरे और जिसे ‘स्वास्थ बीमा योजना’ के पाँच लाख वसूल करने हों तो वो पहले गंभीर बीमारियों से ग्रस्त होकर अस्पताल पहुँच जाए फिर पैसे मिलेंगे और वो भी नकद नहीं अस्पताल के एकाउंट में जायेंगे|
और अगर किसी को ऐसे पैसे नहीं वसूलने हों तो फिर तो सारा प्राफिट अनिल अम्बानी की बीमा कम्पनियों के एकाउंट में जाएगा ही ना, इसमें बेचारे मोदी जी का क्या कसूर है?
महाराष्ट्र के एक किसान नेता कह रहे हैं कि हमारे प्रदेश में ‘फसल किसान बीमा योजना’ के माध्यम से जो घोटाला किया गया है वो ‘राफेल’ हवाई जहाज खरीदीके घोटाले से भी एक बड़ा घोटाला है| उन्होंने बताया कि फसल बीमा योजना के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार व किसानों ने जितने पैसे अनिल अम्बानी की कम्पनी में दिए थे किसानों की पूरी फसल खराब हो जाने की बावजूद भी किसानों को तो वहाँ नाम मात्र पैसा ही मिला है, बाकी इस योजना का मोटा लाभ तो केवल अम्बानी को ही मिला है|
वैसे मोदी जी ने अपने ऊपर लग रहे सभी आरोपों का एक ही जवाब देकर पूरा निपटारा कर दिया है| उन्होंने कह दिया है कि विरोधी जो भी आरोप उनके ऊपर लगा रहे हैं वो सब झूठे हैं- इसलिए इनका अब क्या जवाब दिया जाये|
मेरे विचार में तो मोदी जी अगर ऐसे सभी आरोपों का स्वयं जवाब देते तो वो अपने दरबारियों से कहीं बेहतर दे सकते थे- मोदी जी के एक दरबारी ने कहा है कि महंगे पैट्रोल का रोना तो विपक्षी रोते ही रहते हैं, जनता कुछ नहीं कह रही है, क्योंकि जो कार खरीद सकता है वो महँगा पैट्रोल भी खरीद सकता है|
महाराष्ट्र का एक मंत्री पहले बोल ही चुका है कि किसान कोई आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या नहीं कर रहे हैं बल्कि यह या तो लाखों रुपये के मुआवजे के लिए करते हैं या फिर आजकल ‘आत्महत्या’ किसानों में एक फैशन-सा भी बन गया है|
एक भाजपा नेता व वकील पी.एस श्रीधरन पिल्लई ने अपने कार्यकर्ताओं को सुप्रीम कोर्ट के ‘सबरीमाला आर्डर’ को एक स्वर्णिक मौके की तरह भुनाने की सलाह दे डाली है| उन्होंने कहा है कि मंदिर के पुजारी ने उनसे स्वयं महिला प्रवेश के समय मंदिर का गर्भगृह बंद करने के बारे में क़ानूनी सलाह भी माँगी थी|
यानि 2019 के चुनावी एजेंडे की तस्वीर भाजपा ने अब पूरी तरह से साफ़ कर दी है| इस बार भाजपा वायदों व जुमलों के अलावा राम मंदिर व सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश जैसे धार्मिक व भावनात्मक मुद्दों के सहारे हिन्दुओं को बेवकूफ बना कर फिर से सत्ता हथियाना चाहती है|
कुल मिलाकर मामला अब यह बन गया है कि गौ-माता व हिन्दू संत पूज्य आशारामजी बापू के साथ विश्वासघात करके इस बार भाजपा की हालत धोबी के एक कुत्ते की तरह होने जा रही है, क्योंकि इनका मध्यमवर्ग का हिन्दू वोट-बैंक तो इनसे पूरी तरह से बिदका ही हुआ है और नया कोई इनके जाल में अब फंसने वाला है नहीं -
यह जिम्मेदार लोग बिल्कुल नहीं हैं- हर बात का केवल जवाब देना जानते हैं और जवाब की चाहे तुक मिले या ना मिले पर जवाब हर हालत में भारी देना चाहते हैं- किसी गाँव में एक तेली ने अपने एक जाट मित्र को छेड़ते हुए कहा कि- जाट रे जाट तेरे सिर पर खाट... इस पर जाट ने जवाब दिया कि- तेली रे तेली तेरे सर पर कोल्हू, तो तेली ने कहा कि- भाई चौधरी तुक तो मिली ही नहीं, जाट ने इस पर कहा कि- तुक मिले या ना मिले, बेटा बोझा तो ढोना ही पड़ेगा! ऐसे ही कुछ जवाब आज कल भाजपाइयों के चल रहे हैं-
दिनांक 06-11-2018 -सुनन्दा पी तंवर अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता लंदन, यू,के
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thetruthbysunanda · 7 years ago
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एके-47 वाला माफिया डॉन..
कई सदियों की गुलामी व अत्याचारों के बावजूद भी यदि हिन्दू कौम आज भी पूरे विश्व में अपनी चमकदार उपस्थिति दर्ज करवा पा रही है तो इसका एकमात्र कारण एक आम हिन्दू के पास उसके एक अत्यंत वैज्ञानिक धर्म की शक्ति है| हमारे ऋषि-मुनियों एवं पूर्वजों ने मानवमात्र के सम्पूर्ण बौद्धिक व शारीरिक विकास के लिए जरुरी सभी नियम व कायदों को खोज-खोज कर एक धर्म के माध्यम से इन्हें हमारी जीवन शैली में ही समाहित करने का प्रयास किया था- उन्होंने हमें यह भी वचन दिया था कि- धर्मो रक्षति रक्षत: अर्थात जो मनुष्य भी इन ‘शाश्वत नियमों एवं कायदों’ अथवा धर्म की रक्षा करेगा, तो धर्म भी उसकी रक्षा करेगा
तो इसका एक अर्थ यह भी हो गया कि जो व्यक्ति सनातन हिन्दू धर्म को नष्ट करने का प्रयास करेगा, तो वह स्वयं भी नष्ट हो जाएगा| हिन्दुओं के वोटों से जीत ���र आई आज मोदी-सरकार भी आज इसी कारण से संकट में पड़ गई है|
कितने शर्म की बात है कि अपने जन्म से ही गौरक्षा का नारा लगाने वाली ‘भाजपा’ ने मोदी जी के नेतृत्व में हकूमत मिलते ही सबसे पहला प्रहार गौ-माता पर ही किया है| आटोमेटिक कत्ल खानों के लिए विदेशों से इम्पोर्ट होने वाली भारी मशीनरी पर केंद्र में मोदी जी के हकुमत संभालते ही सरकारी टैक्स कि दरें एक दम से कम कर दी गईं थीं, फिर इन कत्लखानों को ‘कच्चा माल’ यानि काटने के लिए ‘गौ-माता व उसके बछड़े’ रोजाना बिना किसी रोक-टोक के कत्लखानों तक पहुँचते रहें, इस लिए भाजपा के इस हिन्दू ह्रदय-सम्राट नरेंद्र मोदी ने खुद अपने श्रीमुख से प्रेस को एक बयान देकर गौमाता की रक्षा करने वालों को ना केवल ‘गुन्डा’ घोषित कर दिया बल्कि उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने की आदेश भी जारी करवा दिए|
अब आँकड़े बता रहे हैं कि मोदी जी के इन ‘वचनों’ के बाद से ही ऋषि-मुनियों की इस पवित्र भूमि से ‘गौमांस’ का निर्यात अब और भी 20 प्रतिशत बढ़ गया है|
इसे घोर कलि काल में भी एक आध्यात्मिक क्रान्ति के प्रणेता हिन्दू संत पूज्य आशारामजी बापू को केवल इसलिए कारगार में डाल दिया गया है क्योंकि उनके कुछ शिष्यों ने *मोदी जी द्वारा सैकड़ों हिन्दू मंदिरों के ध्वंस का विरोध जो कर दिया था-*
पढ़े-लिखे व चतुर ईसाई मिशनरीज इन ‘अनपढ़’ व ‘गंवारों’ की सरकार से आज पूरी तरह से बैखौफ होकर बहुत भारी संख्या में हिन्दुओं में से ही हिन्दुओं के दुश्मन पैदा कर रही हैं| जी हाँ, *विवेकानंद ने कहा था कि धर्मान्तरण से केवल एक हिन्दू कम नहीं होता, बल्कि हिन्दू जाति का एक दुश्मन और बढ़ जाता है|* आप स्वयं भी आँखें खोल कर देख सकते हैं कि पकिस्तान के लगभग सभी मुसलमानों के पूर्वज पहले हिन्दू ही तो थे|
एक दूसरा समाचार जो कल ज्यादा वायरल हो रहा था, वह भी माननीय मोदी जी के चरित्र के उसी पहलू पर रोशनी डालता नजर आता है जिसकी कथा मैं पिछले कई महीनों से आपको लगातार सुना रही हूँ-
सोहराबुद्धीन व उसकी पत्नी की ह्त्या के मामले में एक गवाह ने बयान दिया है कि *सोहराबुद्धीन ने ही गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री हीरेन पांडया की हत्या की थी| यह हत्या उसने डी.आई.जी बंजारा के कहने पर की थी|*
कुल मिलाकर इस गवाह के बयान से जो कहानी निकल कर आती है, वो वैसी ही है जैसी हम आम-अपराध माफिया डॉन की फिल्मों में अक्सर देखते हैं, कि किसी अपराधी ‘डॉन’ ने कोई कत्ल करवाया, फिर इस कत्ल को राज बनाए रखने के लिए उस कत्ल करने वाले का कत्ल भी करवा दिया-
डी.आई.जी बंजारा उस समय अमित शाह का खास आदमी था और इसीलिए इस केस में डी.आई.जी बंजारा के साथ अमित शाह भी एक मुलजिम था, और अमित शाह फिर किसका आदमी था यह तो सभी जानते ही हैं-
मेरे सूत्रों व इस गवाह के बयान से ‘सोहराबुद्धीन मर्डर केस’ की जो कहानी बनती है वो इस प्रकार है- कि मोदी जी व अमित शाह की जोड़ी गुजरात से ही चली आ रही है| सी.एम. व होम मिनिस्टर के रुप में इन्हें गुजरात की पूरी हकूमत ही मिल गई थी *किन्तु अपराध वृत्ति का कीड़ा इनमें फिर भी कुलबुला रहा था|* इसीलिए सरकारी पुलिस के अलावा भी इन्होंने अपने कुछ प्राइवेट गुन्डे भी पाल रखे थे जो इनके लिए काम करते थे| सोहराबुद्धीन शेख भी इनका एक पालतू गुन्डा था| वह गुजरात में मार्बल पत्थर खदानों के धनी मालिकों से अपने ‘साहबों’ के लिए हफ्ता वसूलने के अलावा ‘हीरेन पांडया’ जैसे उनके खास काम भी निपटा दिया करता था- किन्तु जैसा कि हर अपराध कथा के अंत में होता है कि अपराधी के पापों का जब घड़ा भर जाता है तो उसकी पोल खुल जाती है और उसका फिर अंत हो जाता है|
मोदी-शाह की इस जोड़ी का भी ऐसा ही कुछ प्रोग्राम अब शुरू हो गया है| क्योंकि कल ही तो प्रशांत भूषण जी ने राफेल हवाई जहाजों में में हुए भ्रष्टाचार का प्रमाणों सहित सिलसिलेवार पूरा खुलासा किया था- और कल ही इस गवाह का बयान भी आ गया है यानि पूरी दुनिया के सामने मोदी-शाह की इस जोड़ी का पूरा चरित्र उजागर हो गया है और अब इनके पास जवाब देने के लिए कोई ‘जुमला’ भी बाकी नहीं रह गया है, और इसीलिए अब मोदी जी अपने भक्तों से कह रहे हैं कि विरोधियों की बातों पर विश्वास मत करो क्योंकि यह सब तो झूठ बोलने की मशीन हैं जो एके-47 कि रफ़्तार से झूठ बोल रहे हैं|
तो मेरा तो इस विषय में इतना ही कहना है कि धर्म विरोधी कारनामों के कारण ही मोदी-शाह की इस जोड़ी का एके-47 की स्पीड से पतन प्रारम्भ हो भी गया है- इस 11 दिसम्बर को आप देख भी लेना- दिनांक 05-11-2018 -सुनन्दा पी तंवर अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता लंदन, यू,के
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thetruthbysunanda · 7 years ago
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आप स्वयं अनुमान लगायें..
विवेकानंद ने कहा था कि- ‘जहाँ पर विज्ञान की सीमा समाप्त होती है, हमारा धर्म वहाँ से तो प्रारम्भ होता है|’ इसका अर्थ यह हुआ कि हमारा हिन्दू धर्म विज्ञान से बहुत-बहुत आगे है| आईन्स्टाईन ने ‘एक्शन व रिएक्शन’ के सिद्धांत की खोज कर हमारे हिन्दू धर्म के कर्मफल के सिद्धांत को प्रतिपादित किया है| किन्तु कितने आश्चर्य का विषय है कि धर्म के नाम पर ही सत्ता में आई भाजपा के स्टार नेता मोदी जी तो कर्म करते समय यह सिद्धांत बिल्कुल भूल ही जाते हैं कि बाद में कभी इसका फल भी उन्हें भुगतना पड़ेगा-
किन्तु मोदी जी के कुछ कर्मों का भुगतान अब शुरू हो चुका है| यह सिर्फ मैं ही नहीं कह रही हूँ बल्कि अन्य कई पत्रकार व राजनेता भी अब यही कहने लगे हैं| अब एक बड़े सरकारी अफसर रुपक दत्ता भी यही कह रहे हैं| रुपक दत्ता सी.बी.आई में एक बड़े अधिकारी थे किन्तु सी.बी.आई में अस्थाना का रास्ता साफ़ करने के लिए इन्हें यहाँ से ट्रांसफर कर दिया गया था| उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि इस समय सी.बी.आई में जो चल रहा है वह अत्यंत दुःखद एवं अभूतपूर्व है *इसलिए यह पूरी तरह से परमात्मा द्वारा किया जा रहा एक काम लगता है|*
भूतपूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा है कि देश कि आर्थिक स्थिति उससे कहीं ज्यादा खराब हो चुकी है जितनी हमें इस समय दिखाई दे रही है| उन्होंने कहा कि वैसे तो आजादी से लेकर अब तक सभी सरकारें विदेशों से लोन लेती रही हैं, किन्तु मोदी सरकार ने जितनी तेजी से और कम समय में ही 100 अरब रुपये से ज्यादा का लोन आई.एम.एफ व कुछ अन्य वित्तीय संस्थाओं से ले लिया है, उससे देश की अर्थव्यवस्था की री��� पूरी तरह से झुक गई है| उन्होंने आगे कहा कि आर.बी.आई के नियम सात के अंतर्गत सरकार को आर.बी.आई में दखल का कुछ अधिकार तो अवश्य मिला हुआ है, किन्तु केन्द्रीय बैंक की स्वायत्तता का सम्मान करते हुए आज तक किसी भी सरकार ने इस नियम का कभी भी प्रयोग नहीं किया था, किन्तु मोदी जी की सरकार नियम सात के अंतर्गत अब हस्तक्षेप करके *पूरी दुनिया में भारत की नाक कटवा रही है, यही कारण है कि भारतीय मुद्रा की कीमत इतनी नीचे आ गई है-*
गुजरात विधान सभा चुनावों के समय ई.वी.एम. के साथ छेड़छाड़ करने के गंभीर आरोप तो भाजपा पर लगे ही थे- इस बार 2019 के आम चुनावों से पूर्व ही इन पर विरोधी दलों के लाखों वोटर समर्थकों के नाम मतदाता सूची से ही उड़वा दिए जाने के आरोप लग रहे हैं|
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मोदी सरकार पर मतदाता सूचियों में एक-एक संसदीय क्षेत्र से कई-कई लाख नाम उड़वा देने के आरोप लगाए हैं| उनकी पार्टी के कुछ नेताओं ने पुख्ता प्रमाणों सहित ऐसी ही कुछ शिकायतें जब निर्वाचन कार्यालय में दीं तो वहाँ के अधिकारीयों ने इनकी जाँच कर इसे एक भूल या लापरवाही कहकर मामले को तुरन्त रफा-दफा करने का प्रयत्न भी किया था-
इस समय एक आम नागरिक केजरीवाल जी के आरोपों को इसलिए हलके में ले रहा है क्योंकि वह सोचता है कि मतदाता सूची में से विरोधी दलों के इतने समर्थकों के नाम ढूंढ लेना एक असम्भव सा काम है, किन्तु हमारे स्कीमबाज मोदी जी ने इस असम्भव से काम को भी एक स्कीम बना कर बहुत आसानी से सम्भव बना दिया है- उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के डाकियों ने जिला कार्यालय के बड़े अफसरों से शिकायत की है कि उन्हें अब डाक बाँटने के अतिरिक्त हर परिवार से एक फार्म भरवाने का अतिरिक्त काम भी दे दिया गया है| इस फार्म में परिवार की पूरी जानकारी के अलावा डाकिये को परिवार से बातचीत के आधार पर उसके राजनैतिक रुझान की जानकारी भी देनी होती है| डाकियों को एक मौखिक आदेश देकर कहा गया है कि यह मोदी जी का काम है तथा हमें इसकी जानकारी सीधे पी.एम.ओ. को भेजनी है|
अब इन दोनों समाचारों को एक साथ पढ़ कर हम केजरीवाल जी के आरोपों की गंभीरता का अनुमान बहुत आसानी से लगा सकते हैं- मैं स्वयं व्यक्तिगत रुप से केजरीवाल जी की बुद्धिमता की प्रशंसक रही हूँ, केजरीवाल जी ने ही इससे पहले मोदी जी के ‘मनो-रोगी’ व ‘कायरता’ जैसे गुणों को पहचान कर सार्वजनिक किया था| इसके अतिरिक्त कांग्रेस के संजय निरुपम ने तो अभी हाल ही में कहा था कि मोदी जी ‘अनपढ़’ और ‘गंवार’ हैं, किन्तु केजरीवाल जी ने तो कई वर्ष पूर्व मोदी जी की डिग्रियों की खोज करने की खूब कोशिशें की थीं- किन्तु ‘मोदी पावर’ के सामने इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली थी|
म०प्र० में ‘स्टेट इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट’ की एक खुफिया रिपोर्ट मीडिया में सार्वजनिक होने से भाजपा के हौसले वहाँ ढीले पड़ गए हैं जबकि कांग्रेसियों के हौसले और भी बढ़ गए हैं| इस रिपोर्ट में भाजपा को केवल 92 सीट और कांग्रेस को 128 से भी जयादा सीटों पर जीत का अनुमान बताया गया है- यानि कि एक निर्दोष ब्रह्मज्ञानी संत पूज्य आशाराम जी बापू तथा गौ-माता उत्पीड़न के कर्म परिपक्व होकर भाजपा को फल देने को अब उत्सुक होने लगे हैं, किन्तु मोदी जी फिर भी इतिहास के पूर्ववर्ती अन्य अहंकारी रावणों की तरह अभी भी किसी की भी सुनने को ��तई तैयार नहीं हैं-
मोदी जी ने कल भाजपा कार्यकताओं से कहा है कि- विपक्षी झूठ बोलने वाली एक मशीन बन चुके हैं जो एके-47 की रफ़्तार से झूठ बोल रहे हैं| अब झूठ मोदी जी बोल रहे हैं या उन पर आरोप लगाने वाले, इसका फैसला आप स्वयं ही करें, इतना मैं आपको एक मजेदार ट्वीट पढ़ कर सुनाती हूँ इसमें लिखा है कि- ‘अपनी पत्नी को छोड़कर भागने से हर कोई महात्मा बुद्ध नहीं बन जाता तथा गंजा होने से सभी चाणक्य नहीं बन जाते|’ अब यह ट्वीट भाजपा के किन दो बड़े नेताओं की ओर इशारा कर रहा है- इसका अनुमान भी आज आप स्वयं ही लगा लें-
दिनांक 04-11-2018 -सुनन्दा पी तंवर अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता लंदन, यू,के
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thetruthbysunanda · 7 years ago
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मोदी जी के मन की गाँठ..
सुप्रीम कोर्ट में केवल 48 घंटों में चार जजों की नियुक्ति हो जाने पर सी.जे.आई श्री रंजन गोगाई ने भी आश्चर्य व्यक्त किया है| किसी भी सरकारी पद पर चुनाव हो जाने के बाद ‘मेडिकल टेस्ट’ वगैरह की औपचारिकतायें पूरी करके कार्यभार संभालने में अमूमन एक सप्ताह का समय तो जरुर लग ही जाता है, इसीलिए सी.जे.आई महोदय का आश्चर्य व्यक्त करना बिल्कुल जायज सी बात है|
लगता है कि राफेल के भूत ने मोदी जी को इतना भयभीत कर दिया है कि वो अब सुप्रीम कोर्ट को जल्दी से जल्दी फिर से मिश्रा जी वाली सुप्रीम कोर्ट बना लेना चाहते हैं|
पिछले पाँच सालों में मोदी-सरकार द्वारा हथियारों की बहुत भारी खरीदी की गई है, इसीलिए अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा मोदी जी के बुलाने पर गणतंत्र दिवस समारोह में आए भी थे तथा मोदी जी द्वारा उनसे एक अन्तरंग-मित्र जैसा व्यवहार करने पर भी वो कोई नखरे नहीं दिखा रहे थे-
अब चूँकि इस बार मिसाईलों का आर्डर तो रुस को दे दिया है तथा गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रित अमरीका के राष्ट्रपति ट्रम्प को कर रहे हैं, तो ट्रम्प साहब कोई मोदी जी के मौसेरे भाई तो हैं नहीं- इसलिए उन्होंने ना केवल मोदी सरकार के इस आमंत्रण को ठुकरा दिया है बल्कि इण्डिया से इम्पोर्ट की जाने वाली 50 चीजों पर टैक्स भी बढ़ा दिया है| इंटरनेशनल मार्केट में इसे मोदी सरकार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है-
इंटरनेशनल मार्केट में दूसरा बड़ा झटका ‘इंटरनेशनल मोनेटरी फंड’ यानि आई.एम.एफ. के गैरी राईस ने दिया है| उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि इण्डिया में रिजर्व बैंक व सरकार के बीच तनातनी व झगड़े से वो काफी आहत हुए हैं क्योंकि दुनिया में कोई भी सरकार अपनी केन्द्रीय बैंक कि स्वायत्तता व स्वतंत्रता में दखलंदाजी नहीं करती है-
राफेल हवाई जहाजों की खरीद में हुए घोटाले के कारण दुनिया भर की सरकारें ही मोदी जी का असली चेहरा तो देख ही चुकी हैं, अब मोदी जी का एक चेहरा और दिखाने वाला एक अन्य समाचार भी कल आया है| मोदी जी ने कुछ वर्ष पूर्व सरदार पटेल के ऊपर गुजराती भाषा में एक किताब लिखी थी| वर्ष 2014 में इसका हिंदी अनुवाद ‘ज्योति पुंज’ नाम से प्रकाशित भी हुआ है- अब हो सकता है कि मोदी जी ने उस समय सरदार पटेल को केवल एक कांग्रेसी नेता मानकर यह पुस्तक लिखी हो, किन्तु मोदीजी की उस पुस्तक में सरदार को बार, धूम्रपान व ताश का शौकीन बताते हुए उन्हें पाश्चात्य संस्कृति से प्रभावित बताया था| मोदी जी कि भक्त-मंडली अब इस पर किस प्रकार से उनका बचाव कर रही है, जरा उसकी एक बानगी भी देखिए- कह रहे हैं कि मोदी जी ने लिखा था कि सरदार बार जाने के शौकीन थे, किन्तु यह तो कहीं नहीं लिखा है कि वो बार में जाकर शराब पीते थे-
दूसरा मोदी जी ने लिखा है कि सरदार पटेल को ताश का ‘ब्रिज’ खेल बहुत प्रिय था, किन्तु यह तो नहीं लिखा है वो खेलते भी थे- वगैरहा, वगैरहा|
विदेशों में तो मोदी जी का ड्रामा खत्म सा हो ही गया है, इण्डिया में भी अब मायावती कह रही हैं कि मैंने जब मुख्यमंत्री रहते कुछ बहुजन नेताओं की मूर्तियाँ लगवाईं थीं तो सभी भाजपाई इसे ‘मूर्तियों की राजनीति’ घोषित करके मेरा खूब विरोध कर रहे थे, किन्तु अब जब मोदी जी वास्तव में ही मूर्तियों की राजनीति कर रहे हैं तो भाजपाई तालियाँ पीट रहे हैं|
मायावती जी, भाजपाई मोदी जी की ‘मूर्ति-राजनीति’ पर केवल तालियाँ ही नहीं पीट रहे हैं, वो तो मोदी जी की इस राजनीति के इतने कायल भी हो गए हैं कि वो अब स्वयं भी जल्दी से जल्दी ‘मूर्ति-राजनीति’ का लाभ उठा लेना चाहते हैं|
इसीलिए इसी दीपावली पर उ०प्र० के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अयोध्या में भगवान राम की 108 फुट ऊँची प्रतिमा लगवाने की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं| क्योंकि उन्हें अब एक बढ़िया मूर्ती बनाने वाला तो मिल ही गया है तथा टिकट लगा कर पैसा कमाने की पूरी स्कीम भी मिल गई है-फिर जो देर करे वह मूर्ख|
प्रकाश राज चार-बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एक सिने-अभिनेता हैं, उन्होंने मोदी जी के दो ‘क्लिपिंग्स’ डाल कर मोदी जी से पूछा है कि इन दोनों में से आप किस में सच बोल रहे हैं- आप इतना श्रेष्ठ अभिनय करते हैं कि मुझे समझ ही नहीं आ रहा कि आप इनमें से किस में सच बोल रहे हैं| पहली क्लिपिंग कलकत्ता में एक फ्लाईओवर गिरने पर 31-03-2016 की है तथा दूसरी मोदी जी के चुनावी क्षेत्र वाराणासी में पुल टूटने पर 15 मई 2018 की है|
गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी जी ने जब ‘सैक्यूलर’ बनने के लिए 300-400 हिन्दू मंदिरों को ध्वस्त करवा दिया था तब इसका विरोध हिन्दू संत आशारामजी बापू के कुछ शिष्यों ने सड़कों पर आकर लिया था, तो बस वहीँ से इस हिन्दू नेता ने इस महान हिन्दू संत के खिलाफ अपने मन में ऐसी गाँठ बाँध ली है कि पिछले साढ़े पाँच वर्षों से लगातार जेल में रह रहे इस 82 वर्षीय वयोवृद्ध संत की पैरोल की अर्जी भी अब खारिज ‘करवा’ दी गई है| ‘करवा दी गई है’- मैंने इसलिए कहा है क्योंकि जिस अदालत में यह अर्जी लगाई गई थी उसके बारे में मोदी जी के पालतू जानवरों को जब कुछ यह सूंघ लगी कि इस अदालत का रुख कुछ न्यायपूर्ण हो सकता है तो अर्जी पर फैसले से एक दिन पहले ही उन ज�� साहिबा का तबादला करवा दिया गया था| अब मोदी जी की ऐसी ‘मन की गाँठ’ के बारे में मैं क्या कहूँ, इस बारे में तो भगवान ने स्वयं गीता में कहा है कि ‘मन’ ही मनुष्य का मित्र है और ‘मन’ ही उसका सबसे बड़ा शत्रु भी है-
दिनांक 03-11-2018 -सुनन्दा पी तंवर अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता लंदन, यू,के
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thetruthbysunanda · 7 years ago
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स्वयं देख लें, महामाया प्रकृति हमें आशीर्वाद दे रही है
आज और कल इस बार दो दिन अमावस है परसों यानि 10 तारीख से शारदीय नवरात्रे शुरु हो रहे हैं| हम निश्चित रुप से अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं, कुछ ऐसे ही संकेत हमारे पिछले तीन महीने के प्रयासों के आने भी शुरू हो गए हैं| हालांकि इस समय अधिकांश न्यूज़-चैनल भाजपा समर्थक हैं- फिर भी राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के सभी चुनावी सर्वों में इस बार हिन्दू-द्रोही भाजपा की हार सुनिश्चित ही बता रहे हैं| यह समाचार हम सभी गुरुभक्त साधकों व हिन्दू भक्त समुदाय के पिछले कुछ माह के परिश्रम का महामाया प्रकृति-प्रदत्त आशीर्वाद उपहार है|
इस युग के महान हिन्दू संत पूज्य आशारामजी बापू व उनके पूरे परिवार को ही नेस्त-नाबूद  करने पर तुली बैठी ‘भाजपा’ के एक ‘महाअहंकारी नेता’ के लिए यह एक ‘अवेकनिंग काल’ है| यदि इसके बाद भी यह संत व गौ-उत्पीड़क आततायी नेता, हमारे निर्दोष गुरुदेव के साथ न्याय नहीं करता है, तो यह बिल्कुल पक्की बात है कि 2019 के चुनावों में  ‘प्रकृति माता’ इसे अवश्य ही भूतपूर्व बना देगी|
तीन-चार माह पूर्व हमने जब इन तीन राज्यों में इस बार भाजपा को हरा कर एक ‘अवेकनिंग काल’ देने का संकल्प  किया था, उस समय इन राज्यों में भाजपा का इतना विरोध शुरू नहीं हुआ था, किन्तु आज स्थिति यह आ गई है कि मोदी जी के खासम-ख़ास अमित शाह के आगमन पर भी रतलाम में पूरी तरह से बंद रखा जाता है तथा शहर के सभी घरों व दुकानों पर काले झण्डे लगा कर उसके वहाँ आने का विरोध खुलेआम प्रदर्शित किया जाता है|
इसका बहुत सीधा सा अर्थ यह भी है कि हम सभी गुरुभक्त साधक व हिन्दू अमुदाय मिलकर निर्दोष हिन्दू संत पूज्य आशारामजी बापू व उनके परिवार के न्याय हेतु जो भी प्रयास कर रहे हैं- वो बिल्कुल सही दिशा में हैं तथा इसीलिए ‘प्रकृतिमाता’ भी हमारा भरपूर सहयोग कर रही है|
दूसरी तरफ हमारी इस सफलता से संत-उत्पीड़क खेमे में बुरी तरह से खलबली मची हुई है, इसका अनुमान अब सोशल मीडिया पर इनकी पोस्ट्स व मैसेजस से भी बहुत आसानी से लगाया जा सकता है| इन्होंने गुरुभक्त लोगों को ‘हिंदुत्व व भय’ की दो धारी तलवार से रोकने का असफल प्रयास शुरू कर दिया है| उन्होंने इस तरह की पोस्ट्स डालनी शुरू कर दी हैं कि- अब चुनाव संहिता लागू हो चुकी है, अत: राजनैतिक विषयों के मैसेजस व पोस्ट्स पढ़ना व शेयर करना एक अपराध है| दुसरे कुछ गुरुद्रोही मिल कर गुरुभाक्तों को समझाने का प्रयत्न कर रहे हैं कि यदि भाजपा को वोट नहीं दिया तो फिर कांग्रेस आ जाएगी और यह पार्टी हिंदुत्व विरोधी पार्टी है इसलिए फिर हिन्दुओं का जीना मुश्किल हो जाएगा, इत्यादि-इत्यादि| तो सबसे पहले तो मैं सभी गुरुभक्त साधकों व हिंदु समुदाय को बता दूँ कि यह दोनों ही बातें भाजपा के पिट्ठू लोग कर रहे हैं, क्योंकि भाजपा ने आज तक हिन्दुओं को भयभीत करके नैगेटिव वोट बंटोरने की राजनीति ही की है| वर्ष 2014 के चुनावों में तो इसे भरपूर ‘पोजीटिव’ समर्थन इसलिए मिल गया था, क्योंकि कांग्रेस सरकार ने हिन्दू संत पूज्य आशारामजी बापू के विरुद्ध उस समय एक झूठा मुकद्दमा जो घड़ दिया था, उस समय गुरुभाक्तों को पूरी उम्मीद थी कि भाजपा आ जाएगी तो ‘संत श्री’ को शीघ्र ही न्याय मिल जाएगा|
किन्तु यह तो आज हिन्दुओं के लिए कांग्रेस से भी ज्यादा घातक साबित हो रही है, कांग्रेस ने तो केवल संत श्री आशारामजी बापू के खिलाफ एक झूठा मुकद्दमा घड़ा था, किन्तु इस ‘छप्पन इंची शेर’ की सरकार ने तो इनके पूरे परिवार को ही जेल में सड़ा कर मारने की ‘प्लान’ बना ली थी, पर शायद यह ‘शेर’ व इसकी पार्टी यह भूल गई थी, कि इनसे ऊपर भी कोई और ताकत है, और फिर उसी ताकत ने ‘मैया जी’ व भारती बहन की जमानत करवा दी थी- और फिर भाजपा के इस झुझलाए ‘शेर’ ने उसी शाम जमानत देने वाले जज का ट्रांसफर एक फैमिली कोर्ट में करवा कर अपनी झुंझलाहट उतारी थी|
कृपया भाजपा के पिट्ठू हमें बताएं कि:- गौमाता के रक्षकों को ‘गुन्डा’ घोषित करवाना तथा उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाई करने के लिए होम-मिनिस्टरी से सभी राज्यों के लिए एक एडवाइजरी जारी करवा देना- यह तो कसाई इंडस्ट्री से मोटे नोट लेकर उनके लिए काम करना हुआ- यह कहाँ का हिंदुत्व हुआ? इस समय देश में ईसाई-मिशनरियों द्वारा धर्म-परिवर्तन का जो भयंकर तांडव किया जा रहा है, इस पर पूरी भाजपा पार्टी व सरकार का मौन साध लेना तो ईसाई मिशनरियों द्वारा हिन्दू-धर्म को  खत्म करने के उनके प्रयासों का मूक समर्थन ही हुआ- *यह कहाँ का हिंदुत्व है|* मोदी के फर्स्ट लेफ्टिनेंट तथा भाजपा अध्यक्ष द्वारा कल साफ़-साफ़ कह देना कि उनकी पार्टी व सरकार किसी भी राज्य में ‘गौ-मांस’ पर प्रतिबन्ध नहीं लगाएगी, जिस किसी राज्य ने लगाना है वो अपने यहाँ लगाले- तो यह किस तरह का हिंदुत्व है| भाजपा ने क्या लाखों बेघर कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ किया है, क्या इस सरकार ने धारा 370 हटवाई, क्या भाजपा सरकार ने देश में समान नागरिक संहिता के लिए कोई प्रयास किया, बिल्कुल नहीं तो- फिर मुझे भाजपा के टट्टू यह तो बतायें कि यह ‘मोदी-भाजपा’ कहाँ की हिंदुत्व वादी पार्टी रह गई है|
सच तो यह है कि इस समय तो यह पार्टी मुसलमानों में अपनी पैठ बनाने के प्रयासों में लगी हुई है| तीन तलाक पर अध्यादेश लाना इसका एक बड़ा प्रमाण है| पश्चिमी बंगाल में हो रहे पंचायत चुनावों में इस बार भाजपा ने 852 रिकॉर्ड टिकट मुसलमानों को देकर भी अपनी यही मंशा जाहिर की है, और मध्य प्रदेश विधान सभा चुनावों स पूर्व भाजपा के इस कागजी ‘शेर’ व शिवराज सिंह चौहान का एक मस्जिद में जाकर उनके धार्मिक गानों में सुर से सुर मिलाकर गाना, यह भाजपा का मुस्लिम वोटरों में पैठ बनाने का एक प्रयास नहीं तो और क्या है-
देखिए आज, पूरी भाजपा पार्टी व उसके सभी टट्टू भी यह अच्छी तरह से अपने दोनों कान खोल कर सुन लें कि *आप लोग हिन्दू संतों पर अन्याय व अत्याचार करते रहें और उनके शिष्य व भक्त आपको वोट भी देते रहे हैं- ऐसा अब होने वाला नहीं है|* यदि शीघ्र ही हिन्दू संत पूज्य आशारामजी बापू के केरला उपचार का प्रबन्ध नहीं किया गया तथा 2019 के चुनावों से पूर्व ही उन्हें न्याय देकर ससम्मान रिहा नहीं किया गया तो 2019 के चुनावों में तुम्हें हराने का हम करोड़ों-करोड़ों गुरुभक्त मिलकर जी-जान से प्रयत्न करेंगे, करेंगे और जरुर करेंगे|
दूसरी बात यह है कि भाजपा के पास कुछ पढ़े-लिखे भाड़े के टट्टू भी हैं जो भोले-भाले हिन्दुओं को कानून का भय दिखा कर भाजपा के विरुद्ध बोलने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं, तो भाजपा के पढ़े-लिखे टट्टुओं मैं भी थोड़ा बहुत पढ़ी-लिखी हूँ तथा एक जिम्मेवार पत्रकार हूँ| मैं जो भी लिखती या कहती हूँ वह पूर्ण रुप से तथ्य-परक व कानून-सम्मत ही कहती हूँ- मैंने कभी भी भावावेश या क्रोध में भी कानून की सीमा नहीं तोड़ी है- भारतीय-संविधान के अनुच्छेद 19 (1) में भी सभी भारतीयों को किसी भी सूचना या विचार को बोलकर, लिखकर या अन्य किसी रुप में भी बिना किसी रोक-टोक के अभिव्यक्त करने की पूरी स्वतन्त्रता दी गई है| इस अधिकार के अंतर्गत कोई भी नागरिक ना केवल अपने राजनैतिक विचारों को व्यक्त कर सकता है बल्कि उनका आदान-प्रदान भी कर सकता है| हाँ, देश में इमरजेंसी की स्थिति में इन अधिकारों को राज्य द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है|
अंत में एक बात और ‘भाजपा-फोबिया’ से ग्रस्त कुछ साधक यह सवाल बार-बार पूछ  रहे हैं कि यदि हम भाजपा को वोट ना दें तो किसको दें- तो मेरा तो इस पर यही कहना है कि घोर हिन्दू-विरोधी भाजपा व कांग्रेस को छोड़ कर आप किसी को भी अपना वोट दे दें, या बिल्कुल बहिष्कार ही कर दें- धनुर्धारी अर्जुन की तरह इस बार अपना लक्ष्य निर्दोष गुरुदेव के विरुद्ध अन्याय व अत्याचार करने वालों को सबक सिखाना रखना है- बाकी का काम तो फिर हमारी माँ ‘महामाया प्रकृति’ स्वयं अपने आप कर लेगी, आप देख सकते हैं कि माँ कर भी तो रही है-
दिनांक 08-10-2018 –सुनन्दा पी तंवर अन्तर्राष्ट्रीय पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्त्ता लंदन, यू.के
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