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क्या कोई भी देश बना सकता है परमाणु बम? जानिए NPT संधि और तकनीकी चुनौतियाँ
क्या कोई भी देश बना सकता है परमाणु बम? परमाणु बम बनाना सिर्फ तकनीकी क्षमता का मामला नहीं है, बल्कि इसमें अंतरराष्ट्रीय राजनीति, कूटनीति और वैश्विक संधियाँ भी बड़ी भूमिका निभाती हैं। अगर सवाल उठे कि क्या कोई भी देश परमाणु बम बना सकता है — तो जवाब है: “तकनीकी रूप से हाँ, लेकिन व्यावहारिक रूप से नहीं।” NPT संधि: परमाणु अप्रसार की अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था NPT (Non-Proliferation Treaty) यानी “परमाणु…
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ब्लैक बॉक्स क्या होता है और कैसे करता है काम? जानिए फ्लाइट रिकॉर्डर की पूरी जानकारी
हाल ही में अहमदाबाद में एयर इंडिया के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से मीडिया और लोगों में एक शब्द की बार-बार चर्चा हो रही है – ब्लैक बॉक्स। टेक्निकल भाषा में इसे फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (Flight Data Recorder) कहा जाता है। यह हर सिविल, मिलिट्री विमान और हेलीकॉप्टर में मौजूद होता है और इसकी भूमिका विमान हादसों की जांच में सबसे अहम होती है। ब्लैक बॉक्स होता क्या है? हालांकि इसका नाम “ब्लैक…
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मसालों में मिलावट कैसे पहचानें? जानिए असली और नकली मसालों का फर्क
आज के समय में मिलावटखोरी एक गंभीर समस्या बन चुकी है। चाहे दूध हो, तेल हो या मसाले — हर दूसरी चीज़ में मिलावट देखने को मिलती है। खासतौर पर मसाले, जो हर रसोई का अहम हिस्सा होते हैं, वो भी इस मिलावट से अछूते नहीं हैं। क्यों की जाती है मसालों में मिलावट? मिलावटखोर लोग मसालों का वजन और मात्रा बढ़ाने के लिए सस्ते और हानिकारक पदार्थ मिलाते हैं। उदाहरण के लिए: हल्दी में चूना या सीसा युक्त रंग मिर्च…
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सांड: ताकत, परंपरा और पौराणिक कथाओं से जुड़ा प्रतीक
सांड को आमतौर पर एक शक्तिशाली और जुझारू पशु के रूप में देखा जाता है, लेकिन उसका महत्व केवल ताकत तक सीमित नहीं है। भारतीय संस्कृति, धार्मिक परंपराओं और पौराणिक कथाओं में सांड का स्थान अत्यंत सम्मानित और प्रतीकात्मक रहा है। पौराणिक कथाओं में सांड की भूमिका 1. नंदी – भगवान शिव का वाहन हिंदू धर्म में सांड का सबसे प्रसिद्ध रूप है नंदी, जो भगवान शिव का वाहन है। नंदी को केवल वाहन नहीं, बल्कि भक्तों…
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अब टिकट कन्फर्म हुआ या नहीं, 4 नहीं 24 घंटे पहले मिलेगा अपडेट!
रेलवे में यात्रा करने वाले लाखों यात्री हर दिन इस चिंता में रहते हैं कि उनका वेटिंग टिकट कन्फर्म होगा या नहीं। अब इस चिंता को खत्म करने के लिए रेलवे ने एक बड़ी सुविधा शुरू की है, जिसके तहत अब यात्रियों को यह जानकारी यात्रा से 24 घंटे पहले ही मिल जाएगी। पहले सिर्फ 4 घंटे पहले मिलती थी जानकारी अब तक ऐसा होता था कि वेटिंग टिकट की स्थिति केवल चार्ट बनने के 4 घंटे पहले ही स्पष्ट होती थी। इससे…
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परमाणु बम का इतिहास: कौन बना पहला परमाणु देश और किसे मिली किससे मदद?
परमाणु बम केवल हथियार नहीं, बल्कि राजनीतिक दबदबे, राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक प्रभाव का प्रतीक बन चुका है। जब 1945 में अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराया, तो वह सिर्फ युद्ध का अंत नहीं था, बल्कि यह परमाणु युग की शुरुआत भी थी। इस ऐतिहासिक घटना के बाद दुनिया के कई देशों ने परमाणु तकनीक हासिल करने की दौड़ शुरू कर दी। परंतु यह सफर हर देश के लिए अलग था – कुछ ने वैज्ञानिक…
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Kisan ki Baat: भांग की खेती कैसे करें? भारत में भांग की खेती के नियम और प्रक्रिया
भांग की खेती, जिसे अंग्रेजी में Hemp Cultivation कहा जाता है, एक विशेष प्रकार की खेती है जिसमें भांग के पौधे उगाए जाते हैं। भांग का उपयोग औद्योगिक, चिकित्सा और अन्य कई क्षेत्रों में किया जाता है। यह खेती सही तकनीक और सरकारी नियमों के पालन के साथ लाभकारी हो सकती है। इस लेख में हम भांग की खेती के तरीके, उसके लाभ और साथ ही भारत में इसके नियमों के बारे में विस्तार से जानेंगे। भांग क्या है? भांग…
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Krishi Yatra: सरकारी नौकरी की तैयारी छोड़ें और शुरू करें खेती, कमाएं लाखों हर साल
आज के युग में सरकारी नौकरी पाने का सपना लाखों युवाओं का है, लेकिन इसमें सफलता की संभावनाएं सीमित और प्रतिस्पर्धा बेहद कड़ी है। कई बार लंबे समय तक मेहनत करने के बावजूद भी नौकरी नहीं मिल पाती। ऐसे में खेती एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ कम निवेश और सही ज्ञान के साथ लाखों रुपये सालाना कमाना संभव है। खेती आज भी भारत की रीढ़ है और आधुनिक तकनीकों ने इसे बेहद लाभकारी बना दिया है। क्यों छोड़ें सरकारी नौकरी की…
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Krishi Yatra: 20 जून 2025 तक खरीफ फसलों की बुवाई में 12.97 लाख हेक्टेयर की वृद्धि
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की रिपोर्ट कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने 20 जून 2025 तक खरीफ फसलों के अंतर्गत क्षेत्रीय कवरेज की स्थिति जारी की है। इस रिपोर्ट में वर्ष 2024 की तुलना में वर्ष 2025 में अब तक की बुवाई के आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। धान की बुवाई में उल्लेखनीय वृद्धि धान की सामान्य बुवाई का क्षेत्रफल 403.09 लाख हेक्टेयर है। 2025 में अब तक 13.22 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई हो चुकी…
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Krishi Yatra: आम, लीची और कटहल की संयुक्त बागवानी, कैसे करें लाखों की कमाई?
आम, लीची और कटहल जैसे फलों की संयुक्त बागवानी आज के कृषि क्षेत्र में एक सफल और लाभकारी मॉडल बन चुकी है। इस पद्धति के माध्यम से किसान न केवल अपनी आय में वृद्धि कर रहे हैं बल्कि भूमि का बेहतर उपयोग कर पर्यावरणीय स्थिरता भी बनाए रख रहे हैं। संयुक्त बागवानी के सही तकनीक और प्रबंधन से लाखों रुपये की कमाई संभव हो पाती है। संयुक्त बागवानी क्या है? संयुक्त बागवानी में एक ही खेत या बगीचे में दो या अधिक…
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Krishi Yatra: गर्मी में पौधों पर कीटों का अटैक? जानें बचाव के आसान और प्रभावी उपाय
गर्मी का मौसम पौधों के लिए चुनौतियों से भरा होता है, खासकर जब कीटों का प्रकोप बढ़ जाता है। गर्मी में कई प्रकार के कीट पौधों पर हमला करते हैं, जिससे पौधों की वृद्धि रुक जाती है और उत्पादन प्रभावित होता है। ऐसे में सही समय पर कीट नियंत्रण और बचाव के उपाय अपनाना बहुत जरूरी हो जाता है। गर्मी में पौधों पर कीटों के बढ़ने के कारण तापमान का प्रभाव गर्मी के मौसम में तापमान अधिक होता है, जिससे कीटों का…
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Kheti ki Baat: मिट्टी की सेहत, कारण, महत्व और सुधार के उपाय
मिट्टी हमारे कृषि और पर्यावरण का आधार है। इसकी सेहत सीधे तौर पर फसलों की उपज, पौधों की वृद्धि और पर्यावरण की गुणवत्ता पर प्रभाव डालती है। आज के समय में बढ़ती जनसंख्या और औद्योगिकीकरण के कारण मिट्टी की गुणवत्ता लगातार घट रही है, जिससे कृषि उत्पादन और जैव विविधता को खतरा पैदा हो गया है। इसलिए मिट्टी की सेहत को समझना और उसे सुधारना अत्यंत आवश्यक हो गया है। मिट्टी की सेहत क्या है? मिट्टी की सेहत का…
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Krishi Yatra: प्लांट नर्सरी व्यवसाय कैसे शुरू करें? प्रभावशाली टिप्स
पौधों की बढ़ती मांग के चलते प्लांट नर्सरी व्यवसाय आजकल काफी लोकप्रिय हो गया है। चाहे आप एक छोटे स्तर पर शुरुआत करना चाहते हों या बड़े पैमाने पर, सही दिशा और योजना के बिना सफलता पाना मुश्किल होता है। भारत में हरियाली और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, जिससे पौधों की जरूरत भी बढ़ रही है। इस लेख में प्लांट नर्सरी व्यवसाय शुरू करने के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण बातें विस्तार से बताई गई…
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Kisan ki Baat: बासमती धान की सीधी बुवाई के लिए टॉप 5 किस्में: कम पानी में अधिक उपज
धान की खेती भारत में किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण फसलों में से एक है। खासकर बासमती धान की मांग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत अधिक है। परंतु पारंपरिक पद्धति से धान की खेती में पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है, जिससे संसाधनों की कमी और लागत बढ़ जाती है। ऐसे में सीधी बुवाई (Direct Seeding of Rice – DSR) की तकनीक तेजी से लोकप्रिय हो रही है, जो कम पानी में अधिक उत्पादन देती है। इस लेख…
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भगवद्गीता और जीवन: गीता के उपदेशों से जीवन जीने की कला
भगवद्गीता: केवल ग्रंथ नहीं, जीवन दर्शन भगवद्गीता को प्राचीन भारत का आध्यात्मिक रत्न माना जाता है। यह महाभारत के भीषण युद्ध क्षेत्र में अर्जुन और भगवान श्रीकृष्ण के संवाद के रूप में सामने आता है, जो न केवल धर्म और अधर्म के बीच युद्ध का प्रतीक है, बल्कि मानव जीवन की जटिलताओं और आंतरिक संघर्षों का समाधान भी प्रस्तुत करता है। जीवन की उलझनों में गीता का मार्गदर्शन संदेह और भ्रम में आत्मबोध जब…
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Krishi Yatra: कृषि की त्रिमूर्ति – किसान, पानी और मिट्टी, एक-दूसरे के बिना अधूरे
भारतीय कृषि का अस्तित्व तीन मुख्य स्तंभों पर टिका है – किसान, पानी और मिट्टी। ये तीनों एक-दूसरे के पूरक हैं और एक की अनुपस्थिति में बाकी दो का अस्तित्व अधूरा सा लगता है। ठीक उसी तरह जैसे शरीर बिना आत्मा के या जीवन बिना साँस के अधूरा होता है, वैसे ही किसान, पानी और मिट्टी भी एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं। किसान: जो इस त्रिकोण को जीवंत करता है 1. किसान – धरती का पोषक किसान केवल फसल उगाने वाला मजदूर…
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Krishi Yatra: छत या बालकनी में ग्रो बैग से खेती करें, कम लागत में अधिक मुनाफा
आज के समय में खेती के लिए ज़मीन की कमी एक बड़ी समस्या बन चुकी है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप खेती का सुख और लाभ नहीं उठा सकते। यदि आपके पास छत या बालकनी जैसी छोटी जगह है तो आप ग्रो बैग खेती कर सकते हैं। यह एक सरल, सस्ता और अधिक मुनाफा देने वाला तरीका है, जिससे आप ताजी सब्जियां, जड़ी-बूटियां, और फल उगा सकते हैं। ग्रो बैग खेती क्या है? ग्रो बैग एक प्रकार का पोर्टेबल और पर्यावरण अनुकूल बैग होता…
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