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ईरानी फिल्मकार जफर पनाही को इट वाज जस्ट ऐन एक्सीडेंट के लिए मिला पाल्मा डोर पुरस्कार
अजित राय (कान फ्रांस से) विश्व प्रसिद्ध ईरानी फिल्मकार जफर पनाही (Jafar Panahi) ने अपनी फिल्म इट वाज जस्ट ऐन एक्सीडेंट (It Was Just an Accident) के लिए 78वें कान फिल्म समारोह का सबसे बड़ा पुरस्कार पाल्मा डोर (Palma dOr award) जीत लिया। कान के ग्रैंड थियेटर लूमिएर में 78वें कान फिल्म समारोह के समापन समारोह में मशहूर अभिनेत्री निकोल किडमैन ने जूरी की अध्यक्ष जुलिएट बिनोश के साथ जफर पनाही को बेस्ट…
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कान क्लासिक में सत्यजित राय की 'अरण्येर दिन रात्रि', मौजूद रहीं- शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल
अजित राय (कान, फ्रांस से) 78वें कान फिल्म समारोह के कान क्लासिक खंड में भारत के विश्व प्रसिद्ध फिल्मकार सत्यजित राय (Satyajit Ray) की साल 1969 में आई फिल्म अरण्येर दिन रात्रि (Aranyer Din Ratri) का प्रदर्शन किया गया। यह भारत के लिए गौरव का क्षण था। कान के बुनुएल थियेटर में कान फिल्म समारोह के निर्देशक थियरी फ्रेमों ने सत्यजित राय के साथ इस समारोह के लंबे रिश्ते को याद करते हुए विश्व सिनेमा में…
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करण जौहर और नीरज घायवान की फिल्म 'होमबाउंड' का कान फिल्म समारोह में जबरदस्त स्वागत
अजित राय (कान, फ्रांस से) 78वें कान फिल्म समारोह के दूसरे सबसे महत्वपूर्ण खंड अन सर्टेन रिगार्ड में बुधवार 21 मई को डेबुसी थियेटर में करण जौहर (Karan Johar) और डायरेक्टर नीरज घायवान (Neeraj Ghaywan) की फिल्म होमबाउंड (Homebound) का जबरदस्त स्वागत हुआ। फिल्म के प्रदर्शन के बाद दर्शक खड़े होकर दस मिनट तक तालियां बजाते रहे। ईशान खट्टर, जाह्नवी कपूर और विशाल जेठवा ने इस फिल्म में मुख्य भूमिकाएं निभाई…
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अनुपम खेर की तन्वी द ग्रेट के वर्ल्ड प्रीमियर में कान में उमड़े दर्शक, क्या है कहानी?
-अजित राय (कान, फ्रांस से) भारतीय फिल्म अभिनेता अनुपम खेर के निर्देशन में बनी हिन्दी फ़िल्म तन्वी द ग्रेट का यहां कान फिल्म समारोह के फिल्म बाजार के ओलंपिया थिएटर में शनिवार 17 मई की रात भव्य प्रीमियर हुआ। इस फिल्म में अनुपम खेर, ईयान ग्लेन, बोमन ईरानी, पल्लवी जोशी, अरविंद स्वामी, करण टाकेर और शुभांगी दत्त ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। इस अवसर पर अनुपम खेर के साथ फिल्म के सभी मुख्य कलाकार उपस्थित…
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78वें कान फिल्म समारोह में भी डोनाल्ड ट्रम्प के सिनेमा टैरिफ का कड़ा विरोध
अजित राय (कान, फ्रांस से) हॉलीवुड के दिग्गज फिल्मकार क्वेंतिन तारंतीनों ने दुनिया भर से आए फिल्मी हस्तियों की उपस्थिति में ग्रैंड थियेटर लूमिएर में 78वें कान फिल्म समारोह (78th Cannes Film Festival) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे 78वें कान फिल्म समारोह के शुभारंभ की घोषणा कर रहे हैं। समारोह की शुरुआत फ्रांस की युवा फिल्मकार एमिली बोनिन की फिल्म ‘पार्टीर अन जूर’ (लीव वन डे)…
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यूक्रेनी फिल्म टू प्रॉसिक्यूटर्स रिव्यू... स्टालिन से पुतिन तक रूस में क्या बदला?
-अजित राय विश्व प्रसिद्ध यूक्रेनी फिल्मकार सर्जेई लोजनित्स (Sergei loznitsa) ने अपनी नई फिल्म टू प्रोसिक्यूटर्स (Two Prosecutors) में 88 साल पहले के रूस में घटित राजनीतिक घटनाओं के माध्यम से आज के रूस की छवियां दिखाने की कोशिश की है। तब स्टालिन थे, आज पुतिन है। हालांकि कान फिल्म समारोह में दिखाई गई उनकी पिछली फिल्में (अ जेंटिल क्रिएचर, 2017 और डोनबास, 2018) भी इसी विषय पर थीं। यह फिल्म एक…
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टाम क्रूज की 'मिशन इंपॉसिबल-द फाइनल रेकोनिंग' और कान में हॉलीवुड का बढ़ता वर्चस्व
-अजित राय 78वें कान फिल्म समारोह में सबसे अधिक दीवानगी टाम क्रूज की फिल्म ‘मिशन इंपॉसिबल-द फाइनल रेकोनिंग’ के लिए देखी गई। रेड कार्पेट से लेकर ग्रैंड थियेटर लूमिएर के दोनों शो के लिए भारी भीड़ उमड़ी और हजारों दर्शक टिकट न मिलने के कारण फिल्म नहीं देख सके। इस फिल्म के निर्देशक क्रिस्टोफर मैकक्वेरी है जिन्होंने इस सीरीज की चार फिल्में निर्देशित की है। टाम क्रूज और क्रिस्टोफ़र मैकक्वेरी इस फिल्म के…
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कला, सिने समीक्षा एवं फिल्म रसास्वादन की... पुस्तक मेले में विनोद तिवारी की पुस्तक का लोकार्पण
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले के अंतिम दिन (9 फरवरी 2025) प्रख्यात और अनुभवी मीडिया कर्मी तथा फिल्म पत्रिका माधुरी के संपादक रहे विनोद तिवारी की पुस्तक, “कला, सिने समीक्षा एवं फिल्म रसास्वादन की ” का भव्य लोकार्पण किया गया। लोकार्पण समारोह में प्रख्यात कथाकार पंकज बिष्ट,प्रख्यात पटकथा लेखक अशोक मिश्र , कवि एवं फिल्म निर्देशक दिनेश लखनपाल , सीएसडीएस के प्रोफ़ेसर रविकांत, न्यू देहली फिल्म फाउंडेशन के…
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मनोज बाजपेयी की क्राइम थ्रिलर डिस्पैच... कॉरपोरेट-राजनीति के आपराधिक गठजोड़ की पड़ताल
-अजित राय पिछले अक्टूबर में आयोजित मुंबई फिल्म फेस्टिवल मामी में मनोज बाजपेई और युवा निर्देशक कनु बहल की फिल्म ‘डिस्पैच’ के वर्ल्ड प्रीमियर की खूब चर्चा रही। मुख्य वजह थी मनोज बाजपेई के नग्न दृश्य। ऐसे दृश्य उन्होंने अपने फिल्मी करियर में पहली बार दिए हैं। इस फिल्म में मनोज बाजपेई ने एक उम्रदराज क्राइम रिपोर्टर की मुख्य भूमिका निभाई है। अजित राय ‘डिस्पैच’ युवा फिल्मकार कनु बहल की तीसरी फिल्म है…
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रीमा कागती-फरहान अख्तर की 'सुपर ब्वायज ऑफ मालेगांव'... कस्बाई दीवानगी की फिल्मी कहानियां
-अजित राय* महाराष्ट्र में मुंबई से दो सौ किलोमीटर दूर एक मुस्लिम बहुल कस्बा है मालेगांव। यह कस्बा अखबारों की सुर्खियों में तब आया जब 29 सितंबर 2008 को यहां की एक मस्जिद के पास मोटरसाइकिल में रखे बम धमाके में छह लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। यह कस्बा हमेशा भयानक गरीबी और सांप्रदायिक तनाव का शिकार रहा। इसके बावजूद मालेगांव एक और बात के लिए दुनिया भर में जाना जाता है, वह है- बॉलीवुड…
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फिल्मी हस्तियों को भी मिलना चाहिए भारत रत्न अवॉर्ड, केंद्र सरकार करे विचार
सिनेमा और भारत रत्न: बहस ; भाग-एक -अजय ब्रह्मात्मज* (‘भारत रत्न’ सम्मान के संदर्भ में हमारी सरकारों का ध्यान सिने जगत की हस्तियों की ओर क्यों नहीं जाता? इसकी क्या वजह है? इस मुद्दे पर पिक्चर प्लस पत्रिका ने नवंबर-दिसंबर-2024 का विशेष अंक प्रकाशित किया। बहस में शामिल प्रसिद्ध कलाकारों और नामी लेखकों के लेखों व टिप्पणियों को हम यहां क्रमवार तरीके से प्रकाशित कर रहे हैं। यहां पढ़ें देश के…
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पायल कपाड़िया की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' की कहानी में क्या है, जिसने इतिहास रच दिया
अजित राय भारत की युवा फिल्मकार पायल कपाड़िया की पहली हीं फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ ने वैश्विक स्तर पर इतिहास रच दिया। प्रतिष्ठित मुंबई फिल्म समारोह मामी की इस बार यह ओपनिंग फिल्म रही। हालांकि भारत के 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह गोवा में इसे विश्व सिनेमा खंड में दिखाया गया। दुनिया भर के फिल्म समारोहों में प्रशंसा बटोरने के बाद इसे नवंबर के आखिरी हफ्ते में भारतीय सिनेमा घरों में प्रदर्शित…
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संध्या सूरी की ब्रिटिश हिंदी फिल्म 'संतोष' को ऑस्कर में भेजने के मायने... जानें पूरी कहानी
-अजित राय* यह एक चमत्कार हीं माना जाएगा कि संध्या सूरी की हिंदी फिल्म ‘ संतोष’ को ब्रिटेन ने सैकड़ों अंग्रेजी फिल्मों को दरकिनार करते हुए आधिकारिक प्रविष्टि के रुप में ऑस्कर अवॉर्ड के लिए भेजा। यह फिल्म 85 देशों की फिल्मों के साथ प्रतियोगिता करती हुई दूसरे दौर की 15 फिल्मों में शामिल हो गई जबकि किरण राव की फिल्म ‘लापता लेडीज’ पहले दौर में ही ऑस्कर अवॉर्ड की प्रतियोगिता से बाहर हो गई। ब्रिटेन से…
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श्याम बेनेगल को भारत रत्न मिले तो पूरा फिल्म जगत सम्मानित होगा... आर्ट डायरेक्टर नितीश रॉय
(अंकुर, निशांत, मंथन, जुबैदा, कल���ुग जैसी समानांतर सिनेमा के डायरेक्टर श्याम बेनेगल का 23 दिसंबर, 2024 को 90 साल की आयु में निधन हो गया। पिक्चर प्लस पत्रिका के नवंबर-दिसंबर, 2024 अंक में सिनेमा दुनिया की किन हस्तियों को भारत रत्न मिलना चाहिए, इस मुद्दे पर बहस रखी गई थी। इसमें ज्यादातर लोगों ने श्याम बेनेगल को भारत रत्न देने की मांग की। यह अंक उनके जीवित रहते प्रकाशित हुआ था। वरिष्ठ फिल्म पत्रकार…
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मेरे पिता श्याम बेनेगल को मिलना चाहिए भारत रत्न…. बेटी पिया बेनेगल ने जताई इच्छा
(समानांतर सिनेमा के पुरोधा श्याम बेनेगल का 23 दिसंबर, 2024 को 90 साल की आयु में निधन हो गया। वो पिछले कई सालों से बीमार थे। 14 दिसंबर को ही उन्होंने 90वां जन्मदिवस मनाया था। इस दौरान दिग्गज कलाकार जुटे थे और उन्हें शुभकामनाएं दी थीं लेकिन किसे पता था कि चंद दिनों के बाद ही दुखद खबर आएगी और लाखों-करोड़ों साहित्य-सिनेमा प्रेमियों को गमजदा कर देगी। संयोगवश पिक्चर प्लस पत्रिका के नवंबर-दिसंबर, 2024…
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30वां कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, जहां कविता और संवेदना ने पर्दे पर दी दस्तक
*जय नारायण प्रसाद सिनेमा का संसार भी अनोखा है। पर्दे पर जब दृश्य उभरते हैं और संगीत व ध्वनि के माध्यम से एक अच्छी कहानी से हमारा साबका पड़ता है तब समझ में आता है हम एक ऐसी दुनिया में विचरण कर रहे हैं, जो संवेदनशील भी है और अनूठा भी। 30वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव-2024 में कुछ ऐसी ही फिल्में हमें देखने को मिलीं, जो लाजवाब ही नहीं रचनात्मकता से भरी हुई थीं। इसमें भारतीय फिल्में भी थीं और…
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शोमैन राज कपूर का कोलकाता शहर से क्या था कनेक्शन? जन्मशताब्दी पर विशेष
•जय नारायण प्रसाद* हिंदी सिनेमा के ‘शोमैन’ कहे जाने वाले अभिनेता राजकपूर का कोलकाता से भी गहरा नाता था। बहुत कम लोग जानते हैं राजकपूर ने एक बांग्ला फिल्म में अभिनय भी किया था। वह इस फिल्म के मुख्य अभिनेता थे। इस बांग्ला फिल्म का नाम था ‘एक दिन रात्रे’ (वन डे इन नाइट, 1956)। बाद में यह बांग्ला फिल्म हिंदी में बनीं ‘जागते रहो’ के नाम से। इस बांग्ला मूवी में पैसा भी राजकपूर ने ही लगाया था। राजकपूर…
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