Tumgik
hindvicharak-blog · 8 years
Photo
Tumblr media
Swami Vivekananda Motivational Hindi Story : स्वामी विवेकानन्द के मन की एकाग्रता भारत के स्वाधीन होने से पहले एक बार अमेरिका में कुछ धनवान घरों के लड़के नदी के किनारे निशाना लगाने का अभ्यास कर रहे थे। वह सभी नदी के किनारे एक स्थान पर गुब्बारे बांध कर दूर से गुब्बारों पर निशाना लगाने की कोशिश  कर रहे थे। सभी लड़के एक-एक करके निशाना लगाने की कोशिश करते परन्तु निशाना लगाते समय उनका ध्यान लक्ष्य से भटक जाता था। उनके कई बार प्रयास करने पर भी वह एक भी गुब्बारा नहीं फोड पाये। उनके इस क्रियाकलाप को एक व्यक्ति ध्यान से देख रहा था। वह व्यक्ति उन लडकों के पास आया, उसने पुरे शरीर पर गेरूए रंग के वस्त्र तथा गेरूए रंग की ही पगड़ी पहन रखी थी। उस व्यक्ति के मुखमंडल से तेजस्वी संतो जैसी आभा प्रकट हो रही थी। उस व्यक्ति को देखते ही उन लड़कों को लगा की यह कोई संत हैं। वह लड़के काफी देर तक उस संत को देखते ही रहे। उस संत ने उन लडकों से गुब्बारों पर निशाना लगाने के लिए बन्दूक मांगी। वह लड़के सोचने लगे की हम इतने अभ्यास के बाद भी एक भी गुब्बारा नहीं फोड़ पाये तो यह संत बिना किसी अभ्यास के कैसे गुब्बारा फोड़ लेंगे।उन्हें लगा की यह संत निशाना नहीं लगा पायेंगे। संत ने बन्दुक अपने हाथ में ली और गुब्बारों की ओर एकाग्र मन से देखते हुए जैसे ही बन्दुक का बटन दबाया तो वही हुआ जो लड़को ने सोचा भी नहीं था। पहली गोली में ही गुब्बारा फूंट गया और सारे लड़के संत की तरफ हैरानी से देखने लगे। सब लड़कों के मन में कई सवाल उठने लगा की हम इतनी देर से कोशिश कर रहे हैं परन्तु हम एक भी गुब्बारा नहीं फोड़ पाये और इस संत ने बिना किसी अभ्यास के एक ही बारी में गुब्बारा फोड़ दिया। उस संत ने सभी प्रश्नो का एक ही उत्तर दिया कि "मन की एकाग्रता ही लक्ष्य प्राप्ति है। उन्होंने लड़कों को समझाया की एकाग्र मन से ही कठिन लक्ष्य की प्राप्ति हो सकती है। ये संत थे - भारतीय धर्म तथा संस्कृति को विदेशों में गौरवान्वित कर प्रचारित करने वाले परम् पूज्नीय स्वामी विवेकान्द जी। यदि आपको यह प्रसंग अच्छा लगा हो तो कृपया इसे Like और Share करें | 
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
Motivational story of Swami Ramtirth in Hindi
Motivational story of Swami Ramtirth in Hindi
  बोध कथा
Motivational story of Swami Ramtirth in Hindi चुनोती और दृढ़ निश्चय : स्वामी रामतीर्थ बोध कथा
एक बार की बात है, जब स्वामी रामतीर्थ जी सन्यास लेने से बहुत पहले एम. ए में पढ़ते थे । उस समय उनका नाम तीर्थराम था । गण��त उनका प्रिय विषय था। उनकी एक आदत थी कि यदि प्रश्न-पत्र में लिखा होता कि किन्ही पाँच प्रश्नों के उत्तर दीजिए, तो भी वह सभी प्रश्न हल कर देते थे । वह नहीं चाहते थे की कोई प्रश्न…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
जन्मदिवस है मित्र तुम्हारा आई है मंगल बेला
जन्मदिवस है मित्र तुम्हारा आई है मंगल बेला
  कविता
जन्मदिवस है मित्र तुम्हारा 
आई है मंगल बेला 
आशीष मिले तुम्हे नारायण का 
हो सब मंगल मंगल 
सुख समृद्धि मिले तुम्हे अपार 
हृदय ने यह बोला 
सुखमय बीते जीवन तुम्हारा
युहीं चले जीवन कि नांव  
जन्मदिवस है मित्र तुम्हारा 
    आई है मंगल बेला ||1||   
मातृभूमि दे आशीष तुम्हे 
 मिले सेवा का अवसर अपार 
अर्जित करो जो सुख, समृद्धि तुम 
आए वो देश सेवा के काम 
धन्य बने जीवन तुम्हारा 
करके सेवा अपार
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
रामसेतु निर्माण के पूण्य कार्य में गिलहरी का योगदान
रामसेतु निर्माण के पूण्य कार्य में गिलहरी का योगदान
  गिलहरी का पुण्य कार्य में योगदान
रामसेतु बनाने का कार्य चल रहा था। भगवान राम को काफी देर तक एक ही दिशा में निहारते हुए देख लक्ष्मण जी ने पूछा भैया क्या देख रहें हैं आप इतनी देर से ?
भगवान राम ने इशारा करते हुए दिखाया कि वो देखो लक्ष्मण एक गिलहरी बार – बार समुद्र के किनारे जाती है और रेत पर लोटपोट करके रेत को अपने शरीर पर चिपका लेती है। जब रेत उसके शरीर पर चिपक जाता है फिर वह सेतु पर जाकर अपना…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
shaheed-lance-naik-hanumanthappa-biography-in-hindi
  अमर शहीद लांस नायक हनुमनथप्पा जीवन परिचय
पुण्यभूमि भारत जहां भगवान और देवता भी जन्म लेते हैं । ऐसी महान पुण्यभूमि भारत को भारतवासी अपनी माता मानते हैं और उसकी वंदना करते हैं। भारत वासियों के दिलों से जब भारत माता की जय और वन्देमातरम जैसे जयघोष निकलते हैं, तब सम्पूर्ण देश में सकरात्मक ऊर्जा और देश भक्ति की भावना का संचार होता है। भारत माता की रक्षा और सेवा के लिए हजारों वर्षों से माँ भारती के…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
पढ़ाई देर रात तक करें या फिर सुबह जल्दी उठकर ?
पढ़ाई देर रात तक करें या फिर सुबह जल्दी उठकर ?
    पढ़ाई देर रात तक करें या फिर सुबह जल्दी उठकर ?
वर्तमान परिस्थितियों और जीवन संघर्ष में उच्च शिक्षा का महत्व काफी बड़ गया है ।  अधिकतर विधार्थी अच्छे अंकों से उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। अच्छे अंकों के लिए पूर्ण लगन से पढ़ाई करनी पड़ती है परन्तु अनेकों विधार्थीयों ने एक उपाय ढूंढ लिया है कि अच्छे अंकों के लिए देर रात तक पढ़ाई करो । पढ़ाई करना अच्छी बात है परन्तु ऐसी पढ़ाई किस काम की जो…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
श्री गुरुजी जीवन प्रेरक प्रसंग : चन्दन है इस देश की माटी
श्री गुरुजी जीवन प्रेरक प्रसंग : चन्दन है इस देश की माटी
  एक नवयुवक का प्रतिदिन प्रातः व्यायामशाला में जाने का नियम था। एक दिन किसी कारणवश वह व्यायाम करने न जा सका। नियम न टूटे इस बात को ध्यान में रखते हुए वह कॉलेज जाते समय व्यायामशाला में गया और उसकी माटी को मस्तक पर लगाकर सीधे कॉलेज चला गया। पश्चिमी सभ्यता के रंग में रंगे हुए छात्र उसके मस्तक पर लगे माटी के टीके को देखकर हैरान हो गए। 
एक ने व्यंग्य के स्वर में पूछा – तुमने कौन सा सौन्दर्य प्रसाधन…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
shaheed-bhagat-singh-poem-in-hindi
    कविता
नव जवानी जिसे मिला फांसी का फन्दा
  वो शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह अपना।।  
   जन्म लिया लायलपुर में
 खेती की बन्दुक की 
यातनाएं सहीं अनेको बार
लेटा बरफ पर अंग्रेजों ने मारे कोड़े कई हज़ार 
जख्मो पर रगडे नमक मिर्च कई-कई बार
पर भारत माँ के लाल के मुख से आह न निकली
 निकली आवाज जब भी निकली
 तो भारत माँ के गान की निकली
नव जवानी जिसे मिला फांसी का फन्दा
              वो शहीद-ए-आजम सरदार भगत…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
Sanskrit shlok in hindi and english about elders respect
Sanskrit shlok in hindi and english about elders respect
    अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविन: । 
चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशोबलम् ।।  
हिंदी में अर्थ :- जो अपने बड़ों को सदैव नमस्कार करता है, किसी प्रकार से उनका अभिवादन करता है और जो
वृद्धों की नित्य सेवा किया करता है, उसकी चार चीजें बढ़ती हैं – आयु, विद्या, कीर्ति और शक्ति । 
  In English :-  One who daily respect and serve the elders. Who greets elders by any way, his four…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
hindu culture food eating tips for better health in hindi
hindu culture food eating tips for better health in hindi
  स्वस्थ शरीर एवं मन के लिए भोजन सम्बंधित अति महत्वपूर्ण बातें
स्वस्थ शरीर और मन के लिए भोजन का काफी बड़ा महत्व है। भोजन हमारे शरीर की ऊर्जा का स्त्रोत है। यदि किसी समय भोजन न किया जाय तो ऐसा आभास होता है, कि जैसे शरीर में प्राण ही न हो। परंतु उचित एवं संतुलित भोजन हमारे शरीर को अच्छी ऊर्जा प्रदान करता है। भोजन करना सबको अच्छा लगता है, परंतु यदि भोजन से सम्बंधित नियमों एवं कुछ महत्वपूर्ण बातों का…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
Arjun ki krishan bhakti
Arjun ki krishan bhakti
  महाभारत के युद्ध के बाद एक बार भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन द्वारिका गये, इस बार रथ अर्जुन चला के ले गाये। द्वारिका पहुँच कर अर्जुन जी को काफी थकावट हो गयी, तो वह विश्राम करने के लिए अतिथि गृह में चले गये। संध्या के समय देवी रुक्मणी जी ने भगवान श्री कृष्ण को भोग अर्पित किया, तो भगवान बोले कि घर में अतिथि आये हुए हैं। मैँ अर्जुन के साथ ही भोजन करूँगा, रुक्मणी जी ने कहा प्रभु आप भोजन प्रारम्भ…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जीवन परिचय
एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जीवन परिचय
  एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जीवन परिचय
भारत भू की मिटटी इतनी महान है कि इसने अपनी गोद में ऐसे महान महापुरुषों को जन्म दिया है कि  जिन्होंने अनेक प्रकार की विपदाओं का सामना करते हुए भी मातृ भूमि की सेवा की है और भारतवासियों का मार्ग दर्शन किया है । इसी भारत की मिटटी पर एक भारत माता के पुत्र हुए हैं पंडित दीनदयायल उपाध्याय जी। पंडित दीनदयायल उपाध्याय जी का जन्म 25,…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
धोकेबाज बेटे की बेसहारा विधवा माँ
धोकेबाज बेटे की बेसहारा विधवा माँ
मित्रों कुछ दिन पूर्व में कुछ सम्माननीय व्यक्तियों से बातचीत कर रहा था। बातचीत करते – करते एक घटना के बारे में मुझे पता लगा, तो मुझे लगा की इस विषय पर अवश्य लिखना चाहिए। इसलिए में वो घटना एक लेख के माध्यम से आप सब के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ।
एक सम्पन्न परिवार(Rich Family) में एक बालक का जन्म हुआ। माता पिता ने उसे बचपन से ही काफी लाड़ प्यार से पाला। उसे अंग्रेजी शिक्षा दिलाई और बड़ा होकर वह…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
Netaji subhash chandra bose inspirational story in hindi | निर्भीकता
Netaji subhash chandra bose inspirational story in hindi | निर्भीकता
  Netaji subhash chandra bose inspirational story in hindi नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की निर्भीकता
एक बार नेताजी सुभाषचन्द्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) जर्मनी में हिटलर (Adolf Hitler) से बातचीत कर रहे थे। नेताजी भारत को आजाद करवाने के लिए वे दुनिया भर की मदद चाहते थे। सुभाष बाबू को हिटलर यह प्रस्ताव अच्छा नहीं लगा कि अपने प्रिय देश भारत पर बमबारी की जाये या एक इंच भूमि भी किसी को दी जाये।…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
रक्तदान है महादान नही कोई आम दान
रक्तदान है महादान नही कोई आम दान
कविता
रक्तदान है महादान नही कोई आम दान
रक्तदान है महादान।।  
मिलता इससे नर को नव जीवन दान
मिलती उसके स्वप्नो को नव उमंग
देखे थे स्वप्न नर ने मातृभूमि की सेवा के
परन्तु दुर्घटनावश अधर में अटके हैं उसके प्राण
रक्त ने दिया उसे नव जीवन दान
रक्तदान है महादान नहीं कोई आम दान 
रक्तदान है महादान ||1||
पूज्य स्वामी विवेकानन्द ने कहा
नर को तुम नारायण समझो
 नर सेवा का व्रत लो महान 
मातृभूमि की सेवा में
मा…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
Navratri puja vidhi mhatva evam vrat niyam in hindi
Navratri puja vidhi mhatva evam vrat niyam in hindi
                      नवरात्रि की प्रत्येक बात जो आपको जाननी चाहिए      Navratri puja vidhi mhatva evam vrat niyam in hindi
भारत विश्व में सबसे बड़ा आध्यात्मिक देश है। अध्यात्म भारत के मानों प्राण हैं। भारत की महानता इसके त्यौहारों से कई गुना बढ़ जाती है। नवरात्रि भी भारत में हिन्दुओं का काफी प्रमुख त्यौहार है। नवरात्रि ( Navratri Festival ) में माँ  भगवती की विशेष कृपा अपने बच्चों को प्राप्त होती…
View On WordPress
0 notes
hindvicharak-blog · 8 years
Text
hindu culture food eating tips for better health in hindi
hindu culture food eating tips for better health in hindi
Hindu culture food eating tips for better health in hindi
  स्वस्थ शरीर और मन के लिए भोजन का काफी बड़ा महत्व है। भोजन हमारे शरीर की ऊर्जा का स्त्रोत है। यदि किसी समय भोजन न किया जाय तो ऐसा आभास होता है कि जैसे शरीर में प्राण ही न हो। परंतु उचित एवं संतुलित भोजन हमारे शरीर को अच्छी ऊर्जा प्रदान करता है। भोजन करना सबको अच्छा लगता है, परंतु यदि भोजन से सम्बंधित नियमों एवं कुछ महत्वपूर्ण बातों का…
View On WordPress
0 notes