Swami Vivekananda Motivational Hindi Story : स्वामी विवेकानन्द के मन की एकाग्रता भारत के स्वाधीन होने से पहले एक बार अमेरिका में कुछ धनवान घरों के लड़के नदी के किनारे निशाना लगाने का अभ्यास कर रहे थे। वह सभी नदी के किनारे एक स्थान पर गुब्बारे बांध कर दूर से गुब्बारों पर निशाना लगाने की कोशिश कर रहे थे। सभी लड़के एक-एक करके निशाना लगाने की कोशिश करते परन्तु निशाना लगाते समय उनका ध्यान लक्ष्य से भटक जाता था। उनके कई बार प्रयास करने पर भी वह एक भी गुब्बारा नहीं फोड पाये। उनके इस क्रियाकलाप को एक व्यक्ति ध्यान से देख रहा था। वह व्यक्ति उन लडकों के पास आया, उसने पुरे शरीर पर गेरूए रंग के वस्त्र तथा गेरूए रंग की ही पगड़ी पहन रखी थी। उस व्यक्ति के मुखमंडल से तेजस्वी संतो जैसी आभा प्रकट हो रही थी। उस व्यक्ति को देखते ही उन लड़कों को लगा की यह कोई संत हैं। वह लड़के काफी देर तक उस संत को देखते ही रहे। उस संत ने उन लडकों से गुब्बारों पर निशाना लगाने के लिए बन्दूक मांगी। वह लड़के सोचने लगे की हम इतने अभ्यास के बाद भी एक भी गुब्बारा नहीं फोड़ पाये तो यह संत बिना किसी अभ्यास के कैसे गुब्बारा फोड़ लेंगे।उन्हें लगा की यह संत निशाना नहीं लगा पायेंगे। संत ने बन्दुक अपने हाथ में ली और गुब्बारों की ओर एकाग्र मन से देखते हुए जैसे ही बन्दुक का बटन दबाया तो वही हुआ जो लड़को ने सोचा भी नहीं था। पहली गोली में ही गुब्बारा फूंट गया और सारे लड़के संत की तरफ हैरानी से देखने लगे। सब लड़कों के मन में कई सवाल उठने लगा की हम इतनी देर से कोशिश कर रहे हैं परन्तु हम एक भी गुब्बारा नहीं फोड़ पाये और इस संत ने बिना किसी अभ्यास के एक ही बारी में गुब्बारा फोड़ दिया। उस संत ने सभी प्रश्नो का एक ही उत्तर दिया कि "मन की एकाग्रता ही लक्ष्य प्राप्ति है। उन्होंने लड़कों को समझाया की एकाग्र मन से ही कठिन लक्ष्य की प्राप्ति हो सकती है। ये संत थे - भारतीय धर्म तथा संस्कृति को विदेशों में गौरवान्वित कर प्रचारित करने वाले परम् पूज्नीय स्वामी विवेकान्द जी। यदि आपको यह प्रसंग अच्छा लगा हो तो कृपया इसे Like और Share करें |
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Motivational story of Swami Ramtirth in Hindi
Motivational story of Swami Ramtirth in Hindi
बोध कथा
Motivational story of Swami Ramtirth in Hindi चुनोती और दृढ़ निश्चय : स्वामी रामतीर्थ बोध कथा
एक बार की बात है, जब स्वामी रामतीर्थ जी सन्यास लेने से बहुत पहले एम. ए में पढ़ते थे । उस समय उनका नाम तीर्थराम था । गण��त उनका प्रिय विषय था। उनकी एक आदत थी कि यदि प्रश्न-पत्र में लिखा होता कि किन्ही पाँच प्रश्नों के उत्तर दीजिए, तो भी वह सभी प्रश्न हल कर देते थे । वह नहीं चाहते थे की कोई प्रश्न…
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जन्मदिवस है मित्र तुम्हारा आई है मंगल बेला
जन्मदिवस है मित्र तुम्हारा आई है मंगल बेला
कविता
जन्मदिवस है मित्र तुम्हारा
आई है मंगल बेला
आशीष मिले तुम्हे नारायण का
हो सब मंगल मंगल
सुख समृद्धि मिले तुम्हे अपार
हृदय ने यह बोला
सुखमय बीते जीवन तुम्हारा
युहीं चले जीवन कि नांव
जन्मदिवस है मित्र तुम्हारा
आई है मंगल बेला ||1||
मातृभूमि दे आशीष तुम्हे
मिले सेवा का अवसर अपार
अर्जित करो जो सुख, समृद्धि तुम
आए वो देश सेवा के काम
धन्य बने जीवन तुम्हारा
करके सेवा अपार
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रामसेतु निर्माण के पूण्य कार्य में गिलहरी का योगदान
रामसेतु निर्माण के पूण्य कार्य में गिलहरी का योगदान
गिलहरी का पुण्य कार्य में योगदान
रामसेतु बनाने का कार्य चल रहा था। भगवान राम को काफी देर तक एक ही दिशा में निहारते हुए देख लक्ष्मण जी ने पूछा भैया क्या देख रहें हैं आप इतनी देर से ?
भगवान राम ने इशारा करते हुए दिखाया कि वो देखो लक्ष्मण एक गिलहरी बार – बार समुद्र के किनारे जाती है और रेत पर लोटपोट करके रेत को अपने शरीर पर चिपका लेती है। जब रेत उसके शरीर पर चिपक जाता है फिर वह सेतु पर जाकर अपना…
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shaheed-lance-naik-hanumanthappa-biography-in-hindi
अमर शहीद लांस नायक हनुमनथप्पा जीवन परिचय
पुण्यभूमि भारत जहां भगवान और देवता भी जन्म लेते हैं । ऐसी महान पुण्यभूमि भारत को भारतवासी अपनी माता मानते हैं और उसकी वंदना करते हैं। भारत वासियों के दिलों से जब भारत माता की जय और वन्देमातरम जैसे जयघोष निकलते हैं, तब सम्पूर्ण देश में सकरात्मक ऊर्जा और देश भक्ति की भावना का संचार होता है। भारत माता की रक्षा और सेवा के लिए हजारों वर्षों से माँ भारती के…
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पढ़ाई देर रात तक करें या फिर सुबह जल्दी उठकर ?
पढ़ाई देर रात तक करें या फिर सुबह जल्दी उठकर ?
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वर्तमान परिस्थितियों और जीवन संघर्ष में उच्च शिक्षा का महत्व काफी बड़ गया है । अधिकतर विधार्थी अच्छे अंकों से उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। अच्छे अंकों के लिए पूर्ण लगन से पढ़ाई करनी पड़ती है परन्तु अनेकों विधार्थीयों ने एक उपाय ढूंढ लिया है कि अच्छे अंकों के लिए देर रात तक पढ़ाई करो । पढ़ाई करना अच्छी बात है परन्तु ऐसी पढ़ाई किस काम की जो…
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श्री गुरुजी जीवन प्रेरक प्रसंग : चन्दन है इस देश की माटी
श्री गुरुजी जीवन प्रेरक प्रसंग : चन्दन है इस देश की माटी
एक नवयुवक का प्रतिदिन प्रातः व्यायामशाला में जाने का नियम था। एक दिन किसी कारणवश वह व्यायाम करने न जा सका। नियम न टूटे इस बात को ध्यान में रखते हुए वह कॉलेज जाते समय व्यायामशाला में गया और उसकी माटी को मस्तक पर लगाकर सीधे कॉलेज चला गया। पश्चिमी सभ्यता के रंग में रंगे हुए छात्र उसके मस्तक पर लगे माटी के टीके को देखकर हैरान हो गए।
एक ने व्यंग्य के स्वर में पूछा – तुमने कौन सा सौन्दर्य प्रसाधन…
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shaheed-bhagat-singh-poem-in-hindi
कविता
नव जवानी जिसे मिला फांसी का फन्दा
वो शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह अपना।।
जन्म लिया लायलपुर में
खेती की बन्दुक की
यातनाएं सहीं अनेको बार
लेटा बरफ पर अंग्रेजों ने मारे कोड़े कई हज़ार
जख्मो पर रगडे नमक मिर्च कई-कई बार
पर भारत माँ के लाल के मुख से आह न निकली
निकली आवाज जब भी निकली
तो भारत माँ के गान की निकली
नव जवानी जिसे मिला फांसी का फन्दा
वो शहीद-ए-आजम सरदार भगत…
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Sanskrit shlok in hindi and english about elders respect
Sanskrit shlok in hindi and english about elders respect
अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविन: ।
चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशोबलम् ।।
हिंदी में अर्थ :- जो अपने बड़ों को सदैव नमस्कार करता है, किसी प्रकार से उनका अभिवादन करता है और जो
वृद्धों की नित्य सेवा किया करता है, उसकी चार चीजें बढ़ती हैं – आयु, विद्या, कीर्ति और शक्ति ।
In English :- One who daily respect and serve the elders. Who greets elders by any way, his four…
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hindu culture food eating tips for better health in hindi
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स्वस्थ शरीर एवं मन के लिए भोजन सम्बंधित अति महत्वपूर्ण बातें
स्वस्थ शरीर और मन के लिए भोजन का काफी बड़ा महत्व है। भोजन हमारे शरीर की ऊर्जा का स्त्रोत है। यदि किसी समय भोजन न किया जाय तो ऐसा आभास होता है, कि जैसे शरीर में प्राण ही न हो। परंतु उचित एवं संतुलित भोजन हमारे शरीर को अच्छी ऊर्जा प्रदान करता है। भोजन करना सबको अच्छा लगता है, परंतु यदि भोजन से सम्बंधित नियमों एवं कुछ महत्वपूर्ण बातों का…
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Arjun ki krishan bhakti
Arjun ki krishan bhakti
महाभारत के युद्ध के बाद एक बार भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन द्वारिका गये, इस बार रथ अर्जुन चला के ले गाये। द्वारिका पहुँच कर अर्जुन जी को काफी थकावट हो गयी, तो वह विश्राम करने के लिए अतिथि गृह में चले गये। संध्या के समय देवी रुक्मणी जी ने भगवान श्री कृष्ण को भोग अर्पित किया, तो भगवान बोले कि घर में अतिथि आये हुए हैं। मैँ अर्जुन के साथ ही भोजन करूँगा, रुक्मणी जी ने कहा प्रभु आप भोजन प्रारम्भ…
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एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जीवन परिचय
एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जीवन परिचय
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भारत भू की मिटटी इतनी महान है कि इसने अपनी गोद में ऐसे महान महापुरुषों को जन्म दिया है कि जिन्होंने अनेक प्रकार की विपदाओं का सामना करते हुए भी मातृ भूमि की सेवा की है और भारतवासियों का मार्ग दर्शन किया है । इसी भारत की मिटटी पर एक भारत माता के पुत्र हुए हैं पंडित दीनदयायल उपाध्याय जी। पंडित दीनदयायल उपाध्याय जी का जन्म 25,…
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धोकेबाज बेटे की बेसहारा विधवा माँ
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मित्रों कुछ दिन पूर्व में कुछ सम्माननीय व्यक्तियों से बातचीत कर रहा था। बातचीत करते – करते एक घटना के बारे में मुझे पता लगा, तो मुझे लगा की इस विषय पर अवश्य लिखना चाहिए। इसलिए में वो घटना एक लेख के माध्यम से आप सब के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ।
एक सम्पन्न परिवार(Rich Family) में एक बालक का जन्म हुआ। माता पिता ने उसे बचपन से ही काफी लाड़ प्यार से पाला। उसे अंग्रेजी शिक्षा दिलाई और बड़ा होकर वह…
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Netaji subhash chandra bose inspirational story in hindi | निर्भीकता
Netaji subhash chandra bose inspirational story in hindi | निर्भीकता
Netaji subhash chandra bose inspirational story in hindi नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की निर्भीकता
एक बार नेताजी सुभाषचन्द्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) जर्मनी में हिटलर (Adolf Hitler) से बातचीत कर रहे थे। नेताजी भारत को आजाद करवाने के लिए वे दुनिया भर की मदद चाहते थे। सुभाष बाबू को हिटलर यह प्रस्ताव अच्छा नहीं लगा कि अपने प्रिय देश भारत पर बमबारी की जाये या एक इंच भूमि भी किसी को दी जाये।…
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रक्तदान है महादान नही कोई आम दान
रक्तदान है महादान नही कोई आम दान
कविता
रक्तदान है महादान नही कोई आम दान
रक्तदान है महादान।।
मिलता इससे नर को नव जीवन दान
मिलती उसके स्वप्नो को नव उमंग
देखे थे स्वप्न नर ने मातृभूमि की सेवा के
परन्तु दुर्घटनावश अधर में अटके हैं उसके प्राण
रक्त ने दिया उसे नव जीवन दान
रक्तदान है महादान नहीं कोई आम दान
रक्तदान है महादान ||1||
पूज्य स्वामी विवेकानन्द ने कहा
नर को तुम नारायण समझो
नर सेवा का व्रत लो महान
मातृभूमि की सेवा में
मा…
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Navratri puja vidhi mhatva evam vrat niyam in hindi
Navratri puja vidhi mhatva evam vrat niyam in hindi
नवरात्रि की प्रत्येक बात जो आपको जाननी चाहिए Navratri puja vidhi mhatva evam vrat niyam in hindi
भारत विश्व में सबसे बड़ा आध्यात्मिक देश है। अध्यात्म भारत के मानों प्राण हैं। भारत की महानता इसके त्यौहारों से कई गुना बढ़ जाती है। नवरात्रि भी भारत में हिन्दुओं का काफी प्रमुख त्यौहार है। नवरात्रि ( Navratri Festival ) में माँ भगवती की विशेष कृपा अपने बच्चों को प्राप्त होती…
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hindu culture food eating tips for better health in hindi
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स्वस्थ शरीर और मन के लिए भोजन का काफी बड़ा महत्व है। भोजन हमारे शरीर की ऊर्जा का स्त्रोत है। यदि किसी समय भोजन न किया जाय तो ऐसा आभास होता है कि जैसे शरीर में प्राण ही न हो। परंतु उचित एवं संतुलित भोजन हमारे शरीर को अच्छी ऊर्जा प्रदान करता है। भोजन करना सबको अच्छा लगता है, परंतु यदि भोजन से सम्बंधित नियमों एवं कुछ महत्वपूर्ण बातों का…
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