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28 posts
जनता से संवाद स्थापित करती साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था
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jankriti · 3 months ago
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स्वाधीन भारत में हिंदी का विस्तार- श्रीमती श्वेता सिंघल
स्वाधीन भारत में हिंदी का विस्तार श्रीमती श्वेता सिंघल, आई.एस.एस. सचिव राज्यपाल, महाराष्ट्र राज्य शोधार्थी,हिंदी विभाग, मुंबई विश्वविद्यालय सारांश जब हम भाषा के क्रमिक विकास पर विचार करते हैं तो पाते हैं कि कोई भी भाषा प्रारंभ में केवल बोलचाल की भाषा होती है। धीरे धीरे लोक परम्परा की अभिव्यक्ति का ��ाध्यम जाती है। यह लोकगीतों, लोकनाटकों, नुक्कड नाटकों में मनुष्य व समाज की हार्दिक इच्छाओं का…
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jankriti · 3 months ago
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Exploring Translation Approaches for "Ain i Akbari"-Nodirbek Salimbekov
Exploring Translation Approaches for “Ain i Akbari” Nodirbek Salimbekov Researcher, Tashkent State University of Oriental Studies Tashkent, Uzbekistan Email: [email protected] Mobile: +998974777122 Abstract             The “Ain i Akbari” is a well-known historical source written by Abul Fazl, which gives us valuable information about the Mughal (Baburid’s) Empire during Emperor Akbar’s…
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jankriti · 3 months ago
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अनुवाद की संकल्पना में संज्ञा की अनुवादनीयता का प्रश्न (हिंदी से अनुवाद करने के विशेष संदर्भ में)- शिवानी पंवार
अनुवाद की संकल्पना में संज्ञा की अनुवादनीयता का प्रश्न (हिंदी से अनुवाद करने के विशेष संदर्भ में) शिवानी पंवार शोधार्थी पीएच्.डी. (हिंदी) अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ [email protected] सारांश अनुवाद करते समय साहित्य की समतुल्यता एवं अनुवादनीयता का विशेष महत्त्व है। प्रत्येक स्थान की भाषा एवं साहित्य स्वंय में विलक्षण होता है, जो अपने अंदर क्षेत्र एवं समाज के गूढ़ अर्थों को…
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jankriti · 2 years ago
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JANKRITI ISSUE 91
जनकृति- वर्ष 8, अंक 91, नवंबर 2022 विषय सूची संपादकीय 4 कला-विमर्श  उत्तराखंड की लोक गाथाएँ : जागर के संदर्भ में / दिवाकर भटेले   8 धारावाहिक की एक कड़ी का संरचनावादी अध्ययन / मोहित कुमार नागर 17 तुग़लक़ नाटक में चारित्रिक विरोधाभास / ज्योति  27 जयशंकर प्रसाद के नाटकों में नए रंग-प्रयोग (सन्दर्भ :  स्कंदगुप्त तथा चन्द्रगुप्त) / कंचन 36 चिंतन का नया धरातल : ‘अंबेडकर और गांधी’/ कुसुमलता मलिक 42 दलित…
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jankriti · 3 years ago
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JANKRITI ISSUE 89-90 (COMBINED ISSUE)
JANKRITI ISSUE 89-90 (COMBINED ISSUE)
जनकृति अंक 89-90, सितंबर-अक्टूबर 2022 (सयुंक्त अंक) विषय सूची- संपादकीय 4 कला-विमर्श  हबीब तनवीर के लोक कलाकार / उमा चौधरी   8 कथा और पटकथा का अंतर्संबंध/ नीरज छिलवार 13 हिन्दी सिनेमा : कल, आज और कल / मोहन कुमार 25 उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपराओं में लोक गाथाएँ / दिवाकर भटेले 30 राजस्थान की चित्रकला में किशनगढ़ शैली का स्वरूप / हेमलता सैनी 38 मीडिया-विमर्श   उत्तराखण्ड में सामुदायिक रेडियोः…
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jankriti · 3 years ago
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JANKRITI ISSUE 88
जनकृति अंक 88 विषय सूची- संपादकीय 4 कला-विमर्श  मध्यकालीन नाट्यकर्म : स्थिति और अवलोकन / अभिषेक कुमार यादव  8 लोकगीतों में महिला स्वर: विशेष संदर्भ: हिमाचल प्रदेश / प्रीति 16 मीडिया-विमर्श   हिंदी पत्रकारिता आज में / विरेश 28 दलित एवं आदिवासी-विमर्श   हिंदी भाषा और साहित्य के विकास में दलित-पिछड़ों का योगदान / हरिनारायण ठाकुर 31 स्त्री-विमर्श मुक्ति चेतना और स्त्री लेखन/ डॉ. संगीता यादव…
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jankriti · 3 years ago
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खुदी को बुलंद करना सबसे ज़्यादा जरूरी : डॉ. अपाला मिश्र
खुदी को बुलंद करना सबसे ज़्यादा जरूरी : डॉ. अपाला मिश्र
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jankriti · 3 years ago
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JANKRITI ISSUE 87
जनकृति- वर्ष 8, अंक 87, जुलाई 2022, विषय सूची-  संपादकीय 4  कला-विमर्श  नुक्कड़ नाटकों का भारतीय समाज और संस्कृति पर प्रभाव / डॉ. प्रदीप कुमार   8 रूपान्तर और संवाद की भारतीय परम्परा: प्रबोधचन्द्रोदय / नवीन प्रकाश सिंह 19 डबिंग : अर्थ एवं महत्त्व (बांगला एवं हिन्दी फिल्मों का एक तुलनात्मक अध्ययन) / डॉ. जोतिमय बाग 58 लाल सिंह चड्डा: सेलेक्टिव राष्ट्रवाद की फिल्म बनकर रह गई / रमेश ठाकुर 65 साहित्य…
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jankriti · 3 years ago
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Art Writers’ Award 2022 | TAKE on art Writing series
Art Writers’ Award 2022 | TAKE on art Writing series
Art Writers’ Award 2022 | TAKE on art Writing series TAKE on Art Writing series was conceived to foster a writers’ and critics’ community, to generate discourses and keep conversations alive in the field of art. In continuation of TAKE on Art’s commitment to art writing and Swiss Arts Council Pro Helvetia’s sustained efforts in promoting critical discourse, we are pleased to announce the fourth…
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jankriti · 3 years ago
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Dr. D.C. Pavate Memorial Fellowship in Cambridge 2023
Dr. D.C. Pavate Memorial Fellowship in Cambridge 2023
Dr. D.C. Pavate Memorial Fellowship in Cambridge 2023 Dr. D.C. Pavate Memorial Fellowship in Cambridge 2023 The Dr.D.C.Pavate Foundation in collaboration with Karnatak University, Dharwad and Sidney Sussex College, Cambridge offer three visiting fellowships annually for a period of four months to be held at the Centre of International Studies / Department of Politics and International Studies,…
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jankriti · 3 years ago
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SHODHCHAKRA- A Gateway to Researchers for Resources
SHODHCHAKRA- A Gateway to Researchers for Resources
SHODHCHAKRA- A Gateway to Researchers for Resources ABOUT SHODHCHAKRA Shodh-Chakra is an initiative of Information and Library Network (INFLIBNET) Centre under the guidance of University Grants Commission (UGC) to help the academic community during their research life cycle. Shodh-Chakra provides a unique space to the researcher, guide/supervisor and university to manage the research lifecycle…
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jankriti · 3 years ago
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ओटीटी प्लैटफ़ार्म में दिव्यांग की प्रस्तुति : मानव अधिकार के संदर्भ में
ओटीटी प्लैटफ़ार्म में दिव्यांग की प्रस्तुति : मानव अधिकार के संदर्भ में
ओटीटी प्लैटफ़ार्म में दिव्यांग की प्रस्तुति : मानव अधिकार के संदर्भ में डॉ॰ यशार्थ मंजुल  सहायक प्रोफेसर(फिल्म अध्ययन) प्रदर्शनकारी कला विभाग महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय,वर्धा  ई मेल आईडी: [email protected] सारांश- सिनेमा अपने आगमन से ही एक महत्वपूर्ण माध्यम की तरह स्थापित हो गया। इसके प्रभाव का एक विस्तृत इतिहास है। भारत की आज़ादी से पहले और बाद में यहाँ बन…
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jankriti · 3 years ago
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वेबसीरीज में समाहित सामग्रियों का समाज पर प्रभाव
वेबसीरीज में समाहित सामग्रियों का समाज पर प्रभाव
वेबसीरीज में समाहित सामग्रियों का समाज पर प्रभाव डॉ. तारकेश्वर राव इप्पिली सहायक प्रोफ़ेसर, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, मंदसौर यूनिवर्सिटी, मंदसौर, ईमेल- [email protected], 9441130082 अरुण जैसवाल शोधार्थी, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, मंदसौर यूनिवर्सिटी, मंदसौर, ईमेल- [email protected], 9026053870 सारांश प्रस्तुत शोध आलेख में वेबसीरीज में समाहित आपत्तिजनक सामग्रियों का अध्ययन…
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jankriti · 3 years ago
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कथात्मक गद्य साहित्य में प्रयुक्त चरित्र- चित्रण की प्रणालियाँ-नीरज तिवारी
कथात्मक गद्य साहित्य में प्रयुक्त चरित्र- चित्रण की प्रणालियाँ-नीरज तिवारी
कथात्मक गद्य साहित्य में प्रयुक्त चरित्र- चित्रण की प्रणालियाँ (विशेष सन्दर्भ: जीवनी, उपन्यास और जीवनीपरक उपन्यास) नीरज तिवारी शोधार्थी, हिंदी विभाग झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय राँची, झारखण्ड-835222 मोबाइल: 9958603282 ईमेल: [email protected] सारांश कथात्मक साहित्य में रचनाकार द्वारा न्यूनाधिक मात्रा में पात्रों के चरित्र का चित्रण अवश्य किया जाता है । कारण यह है कि चित्रित…
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jankriti · 3 years ago
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नरेन्द्र कोहली की रामकथा में परिकल्पित प्रसंग- डॉ. एम. नारायण रेड्डी
नरेन्द्र कोहली की रामकथा में परिकल्पित प्रसंग- डॉ. एम. नारायण रेड्डी
नरेन्द्र कोहली की रामकथा में परिकल्पित प्रसंग डॉ. एम. नारायण रेड्डी, जेआरपी(हिन्दी), एनटीएस-आई, भारतीय भाषा संस्थान, मैसूरु, कर्नाटक, भारत। मोबाइल नंबर 9480405650, ईमेल: [email protected] सारांश भारतीय वाङ्मय में वाल्मीकि रामायण से प्रेरणा प्राप्त कर अनेक काव्य, नाटक, उपन्यास आदि लिखे गये हैं और अब भी लिखे जा रहे हैं। पुराणों में भी रामकथा को महत्त्वपूर्ण स्थान मिला है। उपन्यासकार…
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jankriti · 3 years ago
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आधुनिकता के आईने में वृद्ध- डॉ. रितु अहलावत
आधुनिकता के आईने में वृद्ध- डॉ. रितु अहलावत
आधुनिकता के आईने में वृद्ध डॉ. रितु अहलावत ईमेल: [email protected] सारांश आधुनिकता के आईने में वृद्धों की स्थिति तिरस्कृत नजर आती है। पीढ़ी दर पीढ़ी वृद्धों को केवल उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है। मनुष्य आधुनिक होता जा रहा है, परन्तु समाज में वृद्धों की समस्याएं इस आधुनिकता पर एक प्रश्न चिन्ह लगाती नजर आ रही हैं। आज का युवा वर्ग टी.वी और इंटरनेट में ही अपनी दुनिया तलाश रहा है। उनकी दोस्ती…
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jankriti · 3 years ago
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वर्ण व्यवस्था के बंधन तोड़ती दलित आत्मकथाएं-निर्मल सुवासिया
वर्ण व्यवस्था के बंधन तोड़ती दलित आत्मकथाएं निर्मल सुवासिया, शोधार्थी (हिंदी), मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर प्राध्यापक शिक्षा विभाग, राजस्थान E-mail – [email protected] शोध सार दलित आत्मकथाएँ दलित समाज में व्याप्त धार्मिक बंधनों एवं जकड़नों पर प्रहार करती है। धार्मिक रुढियों को जिस प्रकार दलित आत्मकथाएँ प्रामाणिकता के साथ प्रस्तुत करती है वह जातिगत साजिशों को अनावृत करने का…
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