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Yessssd
reblog if u want the full video!
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Yesss



took some cute photos i thought all the daddies here might appreciate 🥰
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आज Tumblr पर मेरी 3वीं सालगिरह है 🥳
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बात उस समय की है,जब मैं बेरोजगार था मेरे पास कोई काम नहीं था और मैं काम की तलाश में दिल्ली के लिए निकल पड़ा।मेरे पास उस समय सिर्फ किराए के पैसे और कुछ दिन रहने के लिए पैसे थे,मैं अपने शहर सागर से रात 9.30 बजे ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुआ मैं थोड़ा-बहुत थक गया था इसलिए मेरी नींद लग गयी,मेरी ट्रेन करीब सुबह 8.00 बजे दिल्ली के स्टेशन हजरत निजामुद्दीन पहुंची और मैं ट्रेन से नीचे उतर गया और मुहं हाथ धोकर मैंने एक चाय ली और वहीं एक कुर्सी पर बैठ गया तभी मेरे पास ही उसी कुर्सी पर एक औरत रो रही थी उस समय स्टेशन पर बहुत से लोग उस औरत के पास से गुजर रहे थे मगर किसी ने उस औरत से उसके रोने का कारण नहीं पूछा,उस औरत की उम्र करीब 55 के करीब थी जो कि मेरी माँ के उम्र की थी मैंने थोड़ी हिम्मत करके उनसे पूछा मां जी आप इतना क्यों रो रहीं हैं तब उन्होंने मुझसे कहा बेटा मेरा बेटा फौज में है और मैं उसके साथ अमृतसर जाने के लिए ट्रेन में बैठ रही थी तभी मेरा बैग नीचे गिर गया और उसे जैसे ही उठाने गयी तभी मेरी ट्रेन छूट गयी,बेटा ट्रेन का टिकट और सारे प���से मेरे बेटे के पास थे अब मैं क्या करूं कैसे अपने घर जाऊं मेरे पास तो अब पैसे भी नहीं है तब मैंने उनसे कहा आप चिंता मत करिये मैं आपको आपके घर पहुंचा दूंगा तभी मैंने अपनी जेब में से सारे पैसे निकाल कर उनको दे दिए और अमृतसर जाने वाली ट्रेन में बैठा कर उनके पैर छुए और उनका आशीर्वाद लिया और उन्हें रवाना क�� दिया उस शायद मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन था उस दिन मुझे मां जी की मदद करके बहुत ही सुकून मिला।
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