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संत रामपाल जी के 11 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इसमें निःशुल्क नामदीक्षा, रक्तदान शिविर, दहेज व आडंबर रहित आदर्श विवाह आदि का भी आयोजन किया जा रहा है। इस विशाल भंडारे में आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
#निमंत्रण_संसारको_सम्मानकेसाथ
#GodKabirNirvanDiwas
#SantRampalJiMaharaj



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📗सभी प्रभु की भक्ति करते हैं
फिर भी संसार में दुख और रोग क्यों हैं?
जानने के लिए अवश्य पढ़ें पुस्तक ज्ञान गंगा।

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#RepublicDayपरमेश्वर के संविधान के अनुसार सद्गुरु की शरण ग्रहण करना क्यों आवश्यक है?जानने के लिए#गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर आज ही संत र
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🎈गरीब, काल डरै करतार से, जय-जय-जय जगदीश।
जौरा जोरी झाड़ती, पग रज डारे शीश।।
गरीब, काल जो पीसै पीसना, जौरा है पनिहार।
ये दो असल मजूर हैं, सतगुरू कबीर के दरबार।।
संत गरीबदास ने कबीर साहेब की समर्थता बताते हुए कहते हैं कि ब्रह्मा विष्णु शिव जी का पिता काल (ब्रह्म) और जौरा (मौत) तो कबीर साहेब के दरबार के नौकर हैं। कबीर जी के हुक्म बिना ये कुछ भी नहीं कर सकते।

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♦️नानकदेव जी को कबीर साहेब सुल्तानपुर (वर्तमान पाकिस्तान) में बेई नदी पर जिंदा महात्मा के वेश में आकर मिले थे। उन्हें सचखंड यानी सत्यलोक के दर्शन कराए थे उन्होंने कबीर साहेब की महिमा गाते हुए कहा है :-
फाही सुरत मलूकी वेस, उह ठगवाड़ा ठगी देस।।
खरा सिआणां बहुता भार, धाणक रूप रहा करतार।।
(गुरु ग्रन्थ साहिब राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ नं. 24 पर शब्द नं. 29)

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