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शब्दों की बनावट मुझे आती नहीं
तुम अच्छी लगती हो मुझे .. सीधी सी बात है ...
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उम्र थी तो तमाम उलझनों में उलझता रहा
अब धीरे धीरे सुलझ रहा हूँ।
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चाहते रहे उम्र भर पर उनको फर्क नहीं
अब उनको शौंक हुआ पर अब अपना मन नहीं
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चाहत
मेरी चाहत का आज मुझे ही नुकसान हो गया..
मैने उसे इतना चाहा कि
वो मेरे चाहने से परेशान हो गया.
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Friendship
We are friends, born to fight
We love huge, thugs a light
All around you, just not at sight
O! Rascal... My bro my BAE(1)
We are friends born to fight..
We kicked you out, like blowfly
You still among us, even not shy
Ha ha ha! Yo’r delicious, just like pie
Make a shout O Behan O Bhai!
We are friends born to shine.
We love you.. be in heart
Come in neat, not with dirt
Clear the path of your cozy nose..
Else you will surely get a dose. ..
We’r kind heart.. like a rose
We may hurt you not by heart
Gives you happiness, full a cart
Come! enjoy the friendship shore
Open your hands .. get them galore
We are day and we are night
We are friends, born to fly..
[1]Before anyone else.
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Mashu
मिड हिमालय के बीच में स्थित हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर का एक अति रमणीय गांव.... जो कि राष्ट्रीय राजधानी से लगभग 450 कि0मी0 की दूरी पर अर्धपर्वर्तीय श्रृंखला में वासित है। यह गांव लगभग 500 से 700 वर्ष पूर्व बसा है। यह गांव पूर्णतः अल्कोहल फ्री मतलब की यहां पर मदिरा पर पूर्णतः प्रतिबंध है। न ही गांव का कोई भी सदस्य मदिरा सेवन करता है। इसके पहले यहाँ पर पुन्द्रोऊ का राज था। गांव के पूर्वज पुन्द्रोऊ के पास काम करते थे।
बाद में काफी समय बाद जब पुन्द्रोऊ ने गांव के लोगो के साथ अभद्र व्यवहार किया तो लोगो ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। व्यवहार इतना गिरा हुआ था की लोगो को अपने बचाव के पक्ष में श्री रेणुका जी से भगवान् परशुराम जी का चिन्ह लाना पड़ा। चिन्ह को गांव के मध्य में चीड़ के पेड़ के नीचे स्थापित क�� दिया था। उसके बाद पुन्द्रोऊ का आतंक काम हो गया और उनकी जमीन यहाँ के बाशिन्दे के पास आ गई।
यह गांव समुन्द्र तल से 790 मी0 की ऊंचाई पर स्थित है। मौसम बहुत सुहाना है। हिमालय की सर्द हवाओं से मौसम ज्यादा गर्म नहीं होता। गांव में 80 से 90 परिवार रहते है । इनमे 9 प्रकार की जातियां रहती है।लगभग 1300 लोंगो की जनसँख्या वाला यह गाँव, इसका साक्षरता दर 90% है और लगभग 180 लोग नोकरी करते है। शिलाई विधानसभा क्षेत्र का यह सबसे उन्नत गांव है।
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