Ratan Tata was so happy for the first time when he gave wheel chairs to 200 disabled children
Ratan Tata was so happy for the first time when he gave wheel chairs to 200 disabled children
मैं आपका चेहरा याद रखना चाहता हूं ताकि जब मैं आपसे स्वर्ग में मिलूं,तो मैं आपको पहचान सकूं और एक बार फिर आपका धन्यवाद कर सकूं।
जब एक टेलीफोन साक्षात्कार में भारतीयअरबपति रतनजी टाटा से रेडियो प्रस्तोता ने पूछा:“सर आपको क्या याद है कि आपको जीवन में सबसे अधिक खुशी कब मिली”?
रतनजी टाटा ने कहा:“मैं जीवन में खुशी के चार चरणों से गुजरा हूं, और आखिरकार मुझे सच्चे सुख का अर्थ समझ में आया।”पहला चरण धन और…
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भीख मांगने बाले कितने अमीर होते हैं और वो क्यों भीख मांगते है एक ऐसी स्टोरी एक बूढ़ी माँ की
भीख मांगने बाले कितने अमीर होते हैं और वो क्यों भीख मांगते है एक ऐसी स्टोरी एक बूढ़ी माँ की
🧋लस्सी का कुल्हड़🧋
भीख मांगने बाले कितने अमीर होते हैं और वो क्यों भीख मांगते है एक ऐसी स्टोरी एक बूढ़ी माँ की
एक दूकान पर लस्सी का ऑर्डर देकर हम सब दोस्त- आराम से बैठकर एक दूसरे की खिंचाई और हंसी-मजाक में लगे ही थे कि, लगभग 70-75 साल की बुजुर्ग स्त्री पैसे मांगते हुए हमारे सामने हाथ फैलाकर खड़ी हो गई।
उनकी कमर झुकी हुई थी, चेहरे की झुर्रियों में भूख तैर रही थी। नेत्र भीतर को धंसे हुए किन्तु सजल…
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Who is Mahatma Gandi in india , why proud of mahatma Gandhi
Who is Mahatma Gandi in india , why proud of mahatma Gandhi
महात्मा गांधी कौन थे जो कि लोग महात्मा गांधी को इतना प्यार और सन्देह करते है ऐसा क्या किया था महात्मा गांधी ने जो एक नाम हर वो व्यक्ति लेता है जिसे पता भी नही की गांधी क्या थे
गांधी जी बहुत कुछ किया हमारे लोगों और देश के लिए जब देश अपना अंग्रेजों के बंदी मैं था तब गांधी अपनी पढ़ाई लौ करके फिर सारी सभ्यता को सीखने के पश्चात उन्होंने अपने देश को बचाने के लिए आंदोलन करना चालू किया फिर लोगों एक साथ…
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आप सभी मित्रो को #हिंदी #दिवस की हार्द्धिक #शुभकामनाएं एवं बधाइयां*
आप सभी मित्रो को #हिंदी #दिवस की हार्द्धिक #शुभकामनाएं एवं बधाइयां*
हिन्दी की कहानी, वर्णमाला की जुबानी*
आप सभी को #विश्व #साक्षरता #दिवस (8 सितंबर) की हार्द्धिक #शुभकामनाएं।मानव विकास और समाज के लिये उनके अधिकारों को जानने और साक्षरता की ओर मानव चेतना को बढ़ावा देने के लिये अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
सफलता और जीने के लिये खाने की तरह ही साक्षरता भी महत्वपूर्णं है। गरीबी को मिटाना, बाल मृत्यु दर को कम करना, जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना,…
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पिता की #कलम से:- मेरे बच्चे अब बड़े हो गए हैं और हम अकेले हो गए हैं।
पिता की #कलम से:- मेरे बच्चे अब बड़े हो गए हैं और हम अकेले हो गए हैं।
पिता की #कलम से:- मेरे बच्चे अब बड़े हो गए हैं और हम अकेले हो गए हैं।
बिस्तरों पर अब सलवटें नहीं पड़तीना ही इधर उधर छितराए हुए कपड़े हैं।
रिमोट के लिए भी अब झगड़ा नहीं होताना ही खाने की नई नई फ़रमायशें हैं।
मेरे बच्चे अब बड़े हो गए हैं और हम अकेले हो गए हैं।
सुबह जल्दी उठने के लिए भी नहीं होती मारा मारीघर बहुत बड़ा और सुंदर दिखता है।पर हर कमरा बेजान सा लगता हैअब तो वक़्त काटे भी नहीं कटताबचपन…
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लाहौर की फिजाओं में अब भी बसते हैं सरदार भगत सिंह वो दिन याद आयंगे भगत सिंह के
लाहौर की फिजाओं में अब भी बसते हैं सरदार भगत सिंह वो दिन याद आयंगे भगत सिंह के
लाहौर की फिजाओं में अब भी बसते हैं सरदार भगत सिंह
व्यक्ति को मारा जा सकता है लेकिन उसके विचारों को नहीं। भगत सिंह द्वारा जेल से अपने भाई को लिखी आखिरी चिट्ठी की ये लाइनें आज भी युवा पीढ़ी को प्रेरित करती हैं। साल 1907 में पाकिस्तान के पंजाब के लयालपुर जिले की तहसील जरनवाला के बंगा चक 105 जी में पैदा हुए भगत सिंह आज भी दोनो देशों के हीरो है। इस सूबे में आज भी बच्चे उनकी कहानियां सुनकर बड़े होते…
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मेरा घोंसला वैसा ही है जैसा अभी होना चाहिए, खाली।सुव्यवस्थित, आदेशित, शांत।
मेरा घोंसला वैसा ही है जैसा अभी होना चाहिए, खाली।सुव्यवस्थित, आदेशित, शांत।
खाली घोंसला
मेरा घोंसला वैसा ही है जैसा अभी होना चाहिए, खाली।सुव्यवस्थित, आदेशित, शांत।मेरे बच्चे बड़े हो गए हैं, खूबसूरती से, और उड़ गए हैं।ठीक वैसे ही जैसे मैंने उन्हें सिखाया था।और मेरा हृदय गर्व और प्रेम से भरा है, फिर भी प्रेम से भरा है।
लेकिन ओह वहाँ एक दर्द है, एक धड़कन है, एक वेदना है।मैंने खुद को इस तरह से दिया है कि केवल एक मां ही कर सकती है।तो उपभोग वह उपहार है,बहुत कुछ पनपने के लिए…
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हैदराबाद के निजाम ने खुद को भारत से अलग होने का ऐलान कर दिया था।
हैदराबाद के निजाम ने खुद को भारत से अलग होने का ऐलान कर दिया था।
हैदराबाद के निजाम ने खुद को भारत से अलग होने का ऐलान कर दिया था। सरदार पटेल ने उसे संधि के लिए दिल्ली बुलाया, निजाम ने अपने दीवान को उनसे मिलने भेजा, जब निजाम पटेल जी से मिलने आया तो पटेल जी ने उनका पूरा आदर सत्कार किया, भोजन किया और उसके बाद मंत्रणा करने बैठे।
पटेल जी ने पूछा की जब हैदराबाद के 80% हिन्दू भारत में मिलना चाहते है तो आपके निजाम क्यों पाकिस्तान के बहकावे में आ रहे है। निजाम के…
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भगत सिंह की बैरक की साफ सफाई करने वाले भंगी का नाम बोघा था।
भगत सिंह की बैरक की साफ सफाई करने वाले भंगी का नाम बोघा था।
भगत सिंह की बैरक की साफ-सफाई करने वाले भंगी का नाम बोघा था। भगत सिंह उसको बेबे (मां) कहकर बुलाते थे। जब कोई पूछता कि भगत सिंह ये भंगी बोघा तेरी बेबे कैसे हुआ? तब भगत सिंह कहता, मेरा मल-मूत्र या तो मेरी बेबे ने उठाया, या इस भले पुरूष बोघे ने। बोघे में मैं अपनी बेबे (मां) देखता हूं। ये मेरी बेबे ही है।
यह कहकर भगत सिंह बोघे को अपनी बाहों में भर लेता।भगत सिंह जी अक्सर बोघा से कहते, बेबे मैं तेरे…
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मासिक धर्म रक्त पृथ्वी पर सबसे पवित्र पदार्थ हुआ करता था, और अब विज्ञान अपनी अविश्वसनीय उपचार शक्तियों की खोज कर रहा है …
मासिक धर्म रक्त पृथ्वी पर सबसे पवित्र पदार्थ हुआ करता था, और अब विज्ञान अपनी अविश्वसनीय उपचार शक्तियों की खोज कर रहा है …
हमारे बुद्धिमान रक्त को पुनः प्राप्त करना
मासिक धर्म रक्त की पवित्र शक्तिमासिक धर्म रक्त पृथ्वी पर सबसे पवित्र पदार्थ हुआ करता था, और अब विज्ञान अपनी अविश्वसनीय उपचार शक्तियों की खोज कर रहा है …
गूढ़ज्ञानवादी ईसाई अपने धर्म को Synesaktism कहते थे – अगापे के लिए एक और शब्द – जिसका अर्थ है ‘शक्तिवाद का मार्ग’, तांत्रिक योनि-पूजा का जिक्र है।
सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक मासिक धर्म के…
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हमारा भी एक #जमाना था जिसे हम अपनो के साथ जीते थे
हमारा भी एक #जमाना था जिसे हम अपनो के साथ जीते थे
हमें खुद ही स्कूल जाना पड़ता था क्योंकि साइकिल, बस आदि से भेजने की रीत नहीं थी, स्कूल भेजने के बाद कुछ अच्छा बुरा होगा ऐसा हमारे मां-बाप कभी सोचते भी नहीं थे उनको किसी बात का डर भी नहीं होता था।🤪 पास/ फैल यानि नापास यही हमको मालूम था… परसेंटेज % से हमारा कभी संबंध ही नहीं रहा।😛 ट्यूशन लगाई है ऐसा बताने में भी शर्म आती थी क्योंकि हमको ढपोर शंख समझा जा सकता था।🤣किता���ों में पीपल के पत्ते, विद्या के…
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मायका और माँ ( कितनी खूबसूरत सच्ची कहानी है ). जिससे आपको अपनी माँ की याद आयेगी
मायका और माँ ( कितनी खूबसूरत सच्ची कहानी है ). जिससे आपको अपनी माँ की याद आयेगी
मायका और माँ ( कितनी खूबसूरत सच्ची कहानी है ).माँ थीं तो मोहल्ले भर को मेरे आने का पता होता थामाँ थीं तो बने होते थे राजमाह चावल पुदीने की चटनीमाँ थीं तो बिलकुल बुरा नहीं लगता थाबिस्तर में लेटे रहना , सुस्ताना , टी वी देखना , चाय पीनामाँ थीं तो अपने साथ साथ मेरे लिए भी डाल लेती थीं आम का अचार साल भर के लिएले लेती साल भर के लिए देसी चावलजब छोटे छोटे बच्चों के साथ जातीतो कहतीभूल जाओ सब , आनंद करो ,…
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एक ऐसा क्रांतिकारी भी था, जिसका प्लान अगर कामयाब हुआ होता, साथी ने गद्दारी नहीं की होती तो देश 32 साल पहले ही यानी 1915 में स्वतंत्र हो गया होता
एक ऐसा क्रांतिकारी भी था, जिसका प्लान अगर कामयाब हुआ होता, साथी ने गद्दारी नहीं की होती तो देश 32 साल पहले ही यानी 1915 में स्वतंत्र हो गया होता
एक ऐसा क्रांतिकारी भी था, जिसका प्लान अगर कामयाब हुआ होता, साथी ने गद्दारी नहीं की होती तो देश 32 साल पहले ही यानी 1915 में स्वतंत्र हो गया होता। जब भय में लोग घरों में भी सहम कर रहते थे, वो अकेला जहां अंग्रेजों को देखता, उन्हें पीट देता था, यह थे जतीन्द्रनाथ मुखर्जी जो साथियों के बीच बाघा जतिन के नाम से प्रसिद्ध थे।
जब उन्होंने अपने क्षेत्र में एक बिगड़ेल घोड़े को नियंत्रित किया तो वह अपनी…
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IAS_अधिकारी बनने की चाह बालीं #मायावती_जी कैसे बन गईं UP की CM
IAS_अधिकारी बनने की चाह बालीं #मायावती_जी कैसे बन गईं UP की CM
दिल्ली की झुग्गी झोपड़ी कॉलोनी में पली-बढ़ी थीं बहन जी मायावती जी का जन्म 15 जनवरी 1956 को दिल्ली के लेडी हार्डिंग अस्पताल में हुआ था. उनके पिता प्रभु दयाल जी एक सरकारी क्लर्क और माता रामरती देवी (जो पढ़ी-लिखी नहीं थी) और एक गृहिणी थीं. प्रभु दयाल जी की सरकारी नौकरी के कारण उनका परिवार दिल्ली चला गया था.औऱ बहन मायावती ने खूब अच्छी तरीके से पढ़ाई की ओर बहुत कठोर परिश्रम किये थे दरअसल मायावती जी का…
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Apple company comedy show tv series award win today
Apple company comedy show tv series award win today
Apple compny comedy show main tv pr award jeet kr fir naam kr diya hai ese apple apne ko hr baar kuch nya krne main lagi rahti apne business ko kuch n kuch naye tarike se grow karne main lagi rahti hai fir tv series main jab se aaple ne kadam rkha hai tab se hr baar award winning karti aa rhi hai
Apple ke naam se logon ke mn main ek swal jarur aata hai ki sayad hum bhi ek apple ke mobile ko buy…
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तमिलनाडु में एक वृद्ध ब्राह्मण पूजा करते करते ही काया छोड़ गए। मैं हमेशा कहता हूं ब्राह्मण सनातन का वो सेतु है
तमिलनाडु में एक वृद्ध ब्राह्मण पूजा करते करते ही काया छोड़ गए। मैं हमेशा कहता हूं ब्राह्मण सनातन का वो सेतु है
तमिलनाडु में एक वृद्ध ब्राह्मण पूजा करते करते ही काया छोड़ गए। मैं हमेशा कहता हूं ब्राह्मण सनातन का वो सेतु है जिसने इतिहास के सारे थपेड़े झेल कर भी सनातन की पोथी नहीं छोड़ी,ओर ये इतिहास गवाह है ओर सदियों से सनातन को हिन्दुओ की एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में रोपते रहा..
#हजारों वर्षों से सनातन धर्म को हिंदुओं की एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में पहुंचाते रहे। ये सब जान कर भी हिन्दू धर्म चुप रहता है और एक…
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भगवान विष्णु के कितने रूप हैं और कँहा भगवान मिलेंगे क्या आप जानते है आइये जान लेते है
भगवान विष्णु के कितने रूप हैं और कँहा भगवान मिलेंगे क्या आप जानते है आइये जान लेते है
भगवान को जानने के लिए आपको कुछ नही करना बस आपको अपने मन में धैर्य रखना होगा तभी आपको भगवान से मिलने की मनन्त पूरी होगी कभी आपने भगवान को देख ही लेकिन आप भगवान को मानते हैं क्यों कि आप भगवान मैं श्रद्धा रखते हो अगर आप को मिलना चाहते हो तो आपको एक काम करना होगा
कैसे भगवान की प्राप्ति होगी ये सब गीता में भगवान ने कहा कुछ ऐसे सब्द जो आपके ओर मेरे दिल के पार हो जाये लेकिन हम को भगवान से मिलना ही नही…
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