सोना स्टॉक एग्जिट पोल्स और पाकिस्तान की धमकी 4 जून को!
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अब्दुल रहमान मक्की अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित
अब्दुल रहमान मक्की अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित ।
(हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं)
भारत को यूनाइटेड नेशंस में एक और बड़ी सफलता प्राप्त हुई उसके प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूंखार आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया गया वह किसी भी देश में आसानी से प्रवेश नहीं कर पाएगा। उसकी भूमिका भारत के जम्मू कश्मीर और अमेरिका में कई सीरियल ब्लास्ट में प्रमुख रही है वह…
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पुतिन-शी कॉल के बाद, अमेरिका ने रूस के साथ चीन के संबंधों पर चिंता व्यक्त की
पुतिन-शी कॉल के बाद, अमेरिका ने रूस के साथ चीन के संबंधों पर चिंता व्यक्त की
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि रूस के साथ चीन के संरेखण से अमेरिका चिंतित ह��।
वाशिंगटन:
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच एक वीडियो बैठक के बाद शुक्रवार को अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि रूस के साथ चीन के संरेखण से संयुक्त राज्य अमेरिका चिंतित है क्योंकि मास्को ने यूक्रेन पर अपना आक्रमण जारी रखा है।
विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, “बीजिंग तटस्थ होने का दावा…
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अमेरिका ने पाकिस्तान से बाढ़ के बीच चीन से कर्ज माफी की मांग की
अमेरिका ने पाकिस्तान से बाढ़ के बीच चीन से कर्ज माफी की मांग की
ब्लिंकन ने पाकिस्तान के लिए मजबूत अमेरिकी समर्थन का वादा किया क्योंकि यह सूख गया और बाढ़ से पुनर्निर्माण किया।
वाशिंगटन:
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को पाकिस्तान से अपने करीबी सहयोगी चीन से कर्ज राहत की मांग की क्योंकि बाढ़ ने दक्षिण एशियाई देश को तबाह कर दिया।
ब्लिंकन ने पाकिस्तान के लिए मजबूत अमेरिकी समर्थन का वादा किया क्योंकि यह सूख जाता है और बाढ़ से पुनर्निर्माण करता है,…
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गुजरात के पास पहुंची परमाणु बम से लैस अमेरिकी पनडुब्बी, मची सनसनी, निशाने पर चीन या पाकिस्तान?
गुजरात के पास पहुंची परमाणु बम से लैस अमेरिकी पनडुब्बी, मची सनसनी, निशाने पर चीन या पाकिस्तान?
अमेरिका ने दुनियाभर में बढ़ रहे तनाव के बीच अरब सागर में गुजरात और पाकिस्तान की जलसीमा के पास अपनी महाविनाशक परमाणु पनडुब्बी को तैनात किया है। यही नहीं अमेरिका ने परमाणु बम से लैस मिसाइलों को ले जाने में सक्षम पनडुब्बी ‘यूएसएस वेस्ट वर्जीनिया’ को तैनात करने की खबर का सार्वजनिक रूप से ऐलान भी किया है। विश्लेषकों के मुताबिक अमेरिका का यह ऐलान अपने आप में बहुत ही दुर्लभ मामला है। अमेरिका अपनी परमाणु…
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तकनीकी खराबी के कारण बंगाल की खाड़ी में क्रैश हुआ लीज पर किया अमेरिकी ड्रोन, भारतीय नौ सेना कर रही थी प्रयोग
तकनीकी खराबी के कारण बंगाल की खाड़ी में क्रैश हुआ लीज पर किया अमेरिकी ड्रोन, भारतीय नौ सेना कर रही थी प्रयोग
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MQ-9B SeaGuardian Drone Crash: भारतीय नौसेना द्वारा अमेरिका से लीज पर लिया गया MQ-9B SeaGuardian ड्रोन बुधवार को बंगाल की खाड़ी में एक तकनीकी खराबी के कारण क्रैश हो गया। ये घातक ड्रोन चीन तक के इलाकों तक निगरानी करता था। नौसेना ने एक बयान में कहा कि यह घटना एक नियमित निगरानी मिशन के दौरान हुई, जिसमें ड्रोन को पानी में आपातकालीन लैंडिंग (डिचिंग) करनी पड़ी। ड्रोन को अब समुद्र से वापस नहीं लाया जा…
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1.संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद (UN Organisation Security Council),संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद और उसके कार्य (United Nations Organisation Security Council and Their Functions):
संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद (UN Organisation Security Council) संयुक्त राष्ट्र संघ का हृदय है।द्वितीय विश्व महायुद्ध की समाप्ति के बाद विश्व में स्थायी शांति स्थापित करने के लिए सन 1945 में इस संगठन की स्��ापना की गई।इसके घोषणा-पत्र (Charter) पर सैन फ्रांसिस्को सम्मेलन में 26 जून 1945 को 51 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए।बाद में 24 अक्टूबर 1945 को चीन,ब्रिटेन,संयुक्त राज्य अमेरिका,फ्रांस और सोवियत संघ की सरकारों ने इस घोषणा-पत्र की पुष्टि कर दी और उसी दिन से यह घोषणा-पत्र प्रभावी हो गया।
Read More:UN Organisation Security Council
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Rahul Gandhi ko Desh Virodhi Taakaton se Milane ki Aadat hai: Giriraj Singh
नई दिल्ली। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राहुल गांधी की इल्हान उमर से मुलाकात, अमेरिका में चीन की तारीफ, सिखों को न्याय दिलाने का समर्थन और देश में लगातार हो रही घटनाओं पर खुलकर बात की।
Read More: https://www.deshbandhu.co.in/states/rahul-gandhi-has-a-habit-of-meeting-anti-national-forces-giriraj-singh-492811-1
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भारत के UPI System की जबरदस्त छलांग, पीछे छूट गये चीन अमेरिका, खुलासा दे...
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ब्रिटेन अब ग्रेट नहीं, भारत कौ सौंप दे UNSC की अपनी सीट... पीएम मोदी के दौरे से पहले सिंगापुर के राजनयिक का बड़ा बयान
सिंगापुर: सिंगापुर के पूर्व राजनयिक और जानेमाने शिक्षाविद किशोर महबूबानी ने (यूएनएससी) में तत्काल सुधार की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि भारत को स्थायी सदस्यता मिले। उन्होंने कहा कि भारत परिषद में स्थायी सीट की हकदार है और उसे ये हक मिलना चाहिए। किशोर महबूबानी का ये बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंगापुर यात्रा से ठीक पहले आया है। भारत भी अलग-अलग मंचों से बीते कई वर्षों से लगातार यूएनएससी में स्थायी सीट की मांग करता रहा है। एनडीटीवी के साथ एक साक्षात्कार में महबूबानी ने कहा कि अगर फिलहाल काउंसिल का विस्तार नहीं हो रहा है तो यूके के बजाय भारत इसका स्थायी सदस्य बने। उन्होंने कहा, 'भारत आज के समय में अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली देश है। वहीं ग्रेट ब्रिटेन अब 'ग्रेट' नहीं रह गया है। ऐसे में यूके को यूएनएससी की अपनी स्थायी सीट भारत को दे देनी चाहिए।'
ब्रिटेन को अपनी सीट छोड़ने का फायदा ही होगा: महबूबानी
महबूबानी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि ब्रिटेन ने बीते कई दशक से यूएनएससी में अपनी वीटो शक्ति का प्रयोग नहीं किया है। ब्रिटेन वीटो का इस्तेमाल करने पर होने वाली प्रतिक्रिया से डरता है। ऐसे में ब्रिटेन के लिए तार्किक कदम यही है कि वह अपनी सीट भारत को सौंप दे। वैसे भी अगर ब्रिटेन अपनी सीट छोड़ देता है तो उसे वैश्विक मंच पर अधिक स्वतंत्र रूप से काम करने की स्वतंत्रता मिलेगी। उन्होंने कहा कि यूएनएससी को आज की महान शक्तियों का प्रतिनिधित्व करना चाहिए ना कि अतीत की शक्तियां ही इसमें बनी रहनी चाहिए। यूएनएससी में व्यापक सुधारों की आवश्यकता प महबूबानी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के संस्थापकों ने संगठन को अपने समय की प्रमुख शक्तियों को शामिल करने के लिए डिजाइन किया था। ऐसा इन देशों की प्रभावशीलता को बनाए रखने के स्वार्थ के तहत किया गया। उनका ये बयान भारत के पक्ष से मिलता है। भारत भी ये कहता रहा है कि यूएनएससी में स्थायी-पांच सदस्य देशों के विशेषाधिकार 1945 में दूसरे विश्व युद्ध बाद की मानसिकता को दिखाता है। इस स्थिति में बदलाव किया जाना चाहिए। वर्तमान में यूएनएससी के पांच स्थायी सदस्य- चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका हैं। यूएनएससी में केवल स्थायी सदस्यों के पास ही किसी प्रस्ताव पर वीटो करने की शक्ति है। ऐसे में भारत काउंसिल में स्थायी सीट चाहता है। हालांकि तमाम जतन के बावजूद भारत अपनी कोशिश में फिलहाल कामयाब होता नहीं दिख रहा है। http://dlvr.it/TCfCV0
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चीन से यात्रियों के लिए अनिवार्य COVID-19 टेस्ट लगाने के लिए अमेरिका
चीन से यात्रियों के लिए अनिवार्य COVID-19 टेस्ट लगाने के लिए अमेरिका
अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह चीन से यात्रियों पर अनिवार्य COVID-19 परीक्षण लागू करेगा।
वाशिंगटन:
संयुक्त राज्य अमेरिका चीन से यात्रियों पर अनिवार्य COVID-19 परीक्षण लागू करेगा, अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को कहा, भारत, इटली, जापान और ताइवान में बीजिंग के कठोर शून्य-सीओवीआईडी नीतियों को उठाने के फैसले के बाद नए उपाय करना।
अधिकारियों ने संवाददाताओं को बताया कि 5 जनवरी…
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व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की ओर बढ़े भारत और अमेरिका, राजनाथ सिंह ने 2 समझौतों पर किए हस्ताक्षर
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी अब एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में तब्दील हो रही है। यानी इसका दायरा अब और भी व्यापक होने जा रहा है। चीन और पाकिस्तान जैसे भारत के दुश्मनों को जाहिर तौर पर यह खबर पसंद नहीं आएगी। लेकिन भारत और अमेरिका के बीच यह दोस्ती दोनों देशों की ताकत को और बढ़ाएगी।
वाशिंगटन: भारत और अमेरिका ने अब व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की ओर कदम बढ़ा दिया है। इसका मतलब…
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सिंगापुर में दो भारतवंशियों को जेल की सजा, 50 कंपनियों के जरिए अमेरिकी लोगों से ठगे थे लाखों डॉलर
दो भारतीय मूल के सिंगापुरी नागरिकों को ठगी के आरोप में जेल की सजा सुनाई गई। दोनों ने लगभग 50 कंपनियों के जरिए बैंक खातों के जरिए पैसे लूटे। इनमें से दो कंपनियों के जरिए चीन और यूएई से भी लेनदेन किया था। पिछले चार-पांच सालों से ये लोग कंपनियों के नाम पर लोगों से पैसे ठग रहे थे।
34 वर्षीय ईशान शर्मा और 36 वर्षीय कंधीबन लेचुमननसामी को अमेरिका में पीड़ितों को ठगने के आरोप में जेल की सजा सुनाई गई।…
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भारत ने अमेरिका से खरीदेगा 70 हजार से ज्यादा SiG Sauer असॉल्ट राइफलें, जानें क्या है खासियतें
Delhi News: भारतीय सेना के हथियारों में भारी इजाफा होने जा रहा है। ऐसी खबरें हैं कि अमेरिका के साथ 70 हजार से ज्यादा बंदूकों का सौदा हुआ है। पिछले साल दिसंबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई वाली परिषद ने इन बंदूकों की खरीद को मंजूरी दी थी। खास बात यह है कि यह खरीद ऐसे समय होने जा रही है, जब सीमा पर चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते तल्ख बने हुए हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के…
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सदी के अंत तक भूजल 3 डिग्री से ज़्यादा गर्म हो जाएगा, अध्ययन कहता है
Groundwater To Get Over 3 Degrees Warmer By End Of Century, Says Study
“दुनिया के पहले वैश्विक भूजल तापमान मॉडल” ने मध्य रूस, उत्तरी चीन और उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों और दक्षिण अमेरिका में अमेज़न वर्षावन में सबसे ज़्यादा तापमान वृद्धि की भविष्यवाणी की है।
भूजल के गर्म होने से उन पर निर्भर पारिस्थितिकी तंत्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
नई दिल्ली: नए शोध में पाया गया है कि इस सदी के अंत…
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मई में FPI ने अबतक शेयरों से निकाले 22,000 करोड़ रुपये
लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता और चीन के बाजारों के बेहतर प्रदर्शन के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अबतक भारतीय शेयरों से 22,000 करोड़ रुपये की भारी निकासी की है।इससे पहले मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल में निरंतर वृद्धि को लेकर चिंता के बीच एफपीआई ने अप्रैल में शेयरों से 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी।वहीं एफपीआई ने मार्च में शेयरों में 35,098 करोड़ रुपये और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।आगे चलकर जैसे-जैसे चुनाव के मोर्चे पर चीजें स्पष्ट होंगी, एफपीआई की भारतीय बाजार में लिवाली बढ़ेगी।जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि एफपीआई की लिवाली का सिलसिला चुनावी नतीजों से पहले भी शुरू हो सकता है।डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने (24 मई तक) शेयरों से शुद्ध रूप से 22,047 करोड़ रुपये निकाले हैं।उन्होंने कहा, ‘‘एफपीआई की भारी बिकवाली की वजह चीन के शेयर बाजार का बेहतर प्रदर्शन है।’’उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारत में आम चुनाव की वजह से भी एफपीआई बिकवाली कर रहे है।।मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘आम चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता के बीच विदेशी निवेशक इस समय भारतीय शेयर बाजारों में उतरने से कतरा रहे हैं। वे इसके लिए चुनावी नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।’’समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार में 2,009 करोड़ रुपये का निवेश किया है।इससे पहले एफपीआई ने मार्च में बॉन्ड बाजार 13,602 करोड़ रुपये, फरवरी में 22,419 करोड़ रुपये और जनवरी में 19,836 करोड़ रुपये का निवेश किया था।कुल मिलाकर इस साल एफपीआई शेयरों से 19,824 करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने बॉन्ड बाजार में 46,917 करोड़ रुपये डाले हैं।
First Published - May 26, 2024 | 12:50 PM IST
(बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)संबंधित पोस्ट
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