कलयुग की कल्पना
कनक कटाक्ष कंगन सी, कोमल सी तेरी काया,
कादम्बनी के कलम से कल्पित तेरी काया ।
कंकर कंकर डाल काग ने, शिक्षक का स्वांग रचाया,
काल का रहस्य जानकर, समय का चक्कर लगाया ।
कर्ण में माँ कुंती कण कण में थी,
किंतु कुरुक्षेत्र की कहानी में एक अनकही अनबन भी थी ||
कपीश किशन के कानुश अर्जुन ही थे,
किंतु कौरव के साथ खड़े इस कौनतय के लिए कानून कुछ अलग थे |।
कब, क्यों, कौन, कहा और कैसे हर कहानी किशन के कनवी में कंठित थी ||
कर्म की कुंजी हो या धर्म की पूंजी,
चंद्रमा के कुरपता का राज़ को या काले पथ पर बिछा कांच हो,
हर कथा उन कृष्ण नैनो में अंकित थी ||
काम की कामना, ख्याति की वासना,
किरण्या की काशविनी में नाचना, यही तो है, इस कलयुग की विडंबना |
नारी का तिरस्कार, पुरुषो के अधिकारों का बहिष्कार,
पूज्य है तो केवल अंधकार,
तू नग्नता जानता है, तो तू है बहुत बड़ा कलाकार,
यह कलयुग है मेरे दोस्त,
निरर्थक – निराकार |
– अय्यारी
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4 युगों की कहानी: युगों का चक्र
हमारे धर्मग्रंथों में समय को चार युग में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक विशिष्ट विशेषताओं और गुणों से युक्त है। ये चार चार युग सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग और कलयुग हैं। ये युग न केवल समय की गणना करते हैं, बल्कि मानव जाति के आध्यात्मिक और नैतिक विकास के चरणों को भी दर्शाते हैं। आज हम इन 4 युगों की यात्रा पर निकलते हैं और उनकी खासियतों को समझने की कोशिश करते हैं।
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Future of 2024-2030
Bhavishya Malika के अनुसार 2022-2027 बिच होगा महाविनाश
Bhavishya Malika: वर्तमान में संत अच्युतानंदास महाराज की पुरानी उड़िया भाषा में लिखे गए ग्रंथ “भविष्य मालिका” की कुछ भविष्यवाणियां वायरल हो रही हैं। भविष्य मालिका को ओडिशा के महान संत अच्युतानंदास और पंचसखा ने लिखा है।
ध्यान रहे, वैसे तो दुनिया में भविष्य बताने वाले कई ग्रंथ हैं, लेकिन उनकी तुलना में भविष्य मालिका सबसे सटीक है क्योंकि…
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नारी का नारी से सवाल है
बेटे की पत्नी बहू है अभी.. दामाद की पत्नी ही बेटी है
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ… जाने क्यों दुनिया कहती है 😕
जब बेटी समझना है नहीं तो बेटी बेटी क्यों करें ?
सब हक बेटी के लिए है बहू के लिए बस कर्तव्य है
कहते हैं हम शिक्षित हैं.. आजाद सोच के मालिक हैं
कथनी कुछ और है करनी है कुछ और
अपनी बेटी लगे पाकीज बड़ी
लगे बहू बेहया बदतमीज बड़ी
ऐसे नीच जज्बात …बड़ी शर्मनाक बात
ढोल शूद्र और नारी ..आज भी ताड़न…
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Kalyug Me Kya Hoga : जैसे-जैसे कलयुग बढ़ेगा, कैसी हो जाएगी दुनिया, किसका होगा राज...
Kalyug Me Kya Hoga : जैसे-जैसे कलयुग बढ़ेगा, कैसी हो जाएगी दुनिया, किसका होगा राज…
अभी तो कलियुग के 5000 से कुछ ही अधिक वर्ष बीते हैं, लेकिन इतने ही दिनों में मानव जाति का कितना मानसिक ह्रास और नैतिक पतन हो चुका है, यह सभी जानते हैं. यही स्थिति उत्तरोत्तर बढ़ती जाएगी. हालांकि, अभी तो कलयुग का प्रथम चरण ही चल रहा है, अतः अभी तो बीच-बीच में कई प्रकार के सुधार होते रहेंगे.
अच्छा, जरा ���क अंतर देखिए-
रामायण में राजा दशरथ जी के समय की (त्रेतायुग) अयोध्या का वर्णन करते हुए लिखा है कि,…
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#धरती_पर_अवतार
कबीर परमेश्वर ने आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व कलयुग के 5505 वर्ष बीत जाने पर, जिस महापुरुष के अवतरण के लिए कहा था वह कोई और नहीं बल्कि संत रामपाल जी महाराज हैं। जिनके तत्वज्ञान का डंका आज पूरी दुनिया में बज रहा है।
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