कोटा के आर्यन सिंह ने किसानों के लिये बनाया ‘एग्रो बोट 2.0’
राजस्थान से इकलौते छात्र आर्यन को राष्ट्रपति से मिला राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार, केंद्र सरकार ने बनाया ब्रांड एम्बेसेडर
न्यूजवेव @कोटा
देश के किसानों को अपने खेत में फसलों की बुवाई, कटिंग, हार्वेेस्टिंग, पैदावार और मिट्टी की उर्वरकता बढाने के लिये महंगे उपकरण खरीदने की आवश्यकता नहीं रहेगी। कोटा के छात्र आर्यन सिंह ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित ऐसा सस्ता ‘एग्रो बोट-2.0’ तैयार किया है, जिसकी मदद से किसान कहीं भी बैठकर अपनी पैदावार की प्रभावी मॉनिटरिंग कर सकेंगे।
कोटा के आर्यन सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी क्षेत्र में नये इनोवेशन के लिये 22 जनवरी को राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मिनट आर्यन से मिले और भारतीय किसानों के लिये बनाये गये अनूठे एग्रो बोट 2.0 की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने विश्वास दिलाया कि तुमने फसलों की गुणवत्ता बढाने के लिये अनूठा सस्ता रोबोट तैयार किया है, इसे देश के आम किसानों तक पहुंचाने के लिये केंद्र सरकार मदद करेगी। प्रधानमंत्री ने मेरा साथी एप बनाने पर उसे माय जीओवी डॉट इन वेबसाइट पर ब्रांड एम्बेसेडर बनाया है।
एसआर पब्लिक स्कूल कोटा में कक्षा-9वीं से उसने अटल टेंकरिंग लैब में इस प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ किया था। कोरोना महामारी के दौरान मेंटर ओपी सोनी के साथ वह लगातार इस पर काम करता रहा। 2023 में उसने एक बगीचे में सौर उर्जा के साथ इस एग्रो रोबोट का सफल परीक्षण किया।
दादा की खेती से मिला आइडिया
शहर के इंद्रा गांधी नगर निवासी 19 वर्षीय आर्यन सिंह ने बताया कि दादा उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में छोटी सी खेती करते थे। ट्रेक्टर व अन्य मशीनें खरीदने के लिये उनके पास पैसे नहीं थे। तब उसने सोचा था कि वह बडा होकर किसानों के लिये सस्ता उपकरण तैयार करेगा। इंद्रा गांधी नगर में 20 साल से ईमित्र की दुकान चला रहे पिता जितेंद्र सिंह व मां मनसा देवी ने बताया कि आर्यन एसआर पब्लिक स्कूल में पढते हुये एग्रीकल्चर में इनोवेशन करने में जुटा रहा। घर पर किताबें पढना और कम्प्यूटर पर खोज करना उसकी रूचि रही। स्कूल में जाकर अटल टेंकरिंग लैब में कई घंटे बैठकर वह रोबोट तैयार करने में जुटा रहा।
तीन देशों में जीते मेडल
आर्यन बूंदी के सरकारी पॉलिटेक्नीक कॉलेज से कम्प्यूटर सांइस में बीटेक कर रहे हैं। उसे 5 अंतरराष्ट्रीय और 10 भारतीय अवार्ड मिल चुके हैं। इसमे यंग साइंटिस्ट ऑफ इंडिया अवार्ड 2020, रशियन यंग इनोवेटर अवार्ड 2021 व रशियन यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा, कनाडा (टोरंटो) यंग इनोवेटर अवार्ड 2021 व सिल्वर मेडल, एटीएल टिंकर प्रिन्योर (शीर्ष 100 छात्र में शामिल) और एटीएल टिंकर प्रिन्योर मोस्ट कंसिस्टेंट स्टूडेंट्स में उसे चुना गया।
किसान परिवार से होने के कारण उसका लक्ष्य छोटे किसानों तक सस्ता रोबोट पहुंचाने का है। अब वह आई स्टार्ट के जरिए इनक्यूबेशन ले रहा है, ताकि अपने स्टार्टअप आइडिया को बाजार तक पहुंचा सके। एआई बेस्ड एग्रोबोट को तैयार करने में 50 हजार की लागत आई है। कोटा में जबकि इसके लिए किसानों को लाखों रुपए की मशीन खरीदनी पड़ती है.
फसलों की आसानी से कटिंग होगी
आर्यन ने दावा किया कि इस सस्ते रोबोट को किसान उबड़-खाबड़ जमीन पर भी चल सकता है। गड्ढे से लेकर समतल जगहों तक ये काम करता है। साथ ही बीज बोने और फसलों की कटिंग में यह बहुत मददगार है। इसकी मदद से मिट्टी की उर्वरकता, पौधों की गणना, पानी की आवश्यकता के बारे में जान सकते ह। यह भी पता लगा सकते हैं कि कितनी फस्ल खराब हुई है, बाकी किस हालात में है। यह पूरी जानकारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस पर देता है। खरपतवार को अलग रंग देने के लिए उस पर तुरंत स्प्रे कर दिया जाता है, ताकि जब खेत में जाए तो उन पौधों को तुरंत उखाड़ कर अलग किया जा सके।, यह रोबोट फसलों में कीट पतंगे, टिड्डी दल या फिर किसी जानवर के प्रवेश की जानकारी देता है। इसमें लगे सिक्यूरिटी कैमरे से पता चलता है कि खेत में किसी व्यक्ति ने प्रवेश किया है या जानवर ने।
देश की प्रथम एटीएल को मिला अवार्ड
Honour at SRPS,Kota
एसआर सीनियर सैकंडरी पब्लिक स्कूल के निदेशक अंकित राठी ने बताया कि डीएसटी व नीति आयोग द्वारा देशभर में कई स्कूलों में अटल टेंकरिंग लैब खोली गई हैं। इनमें राजस्थान के कोटा शहर की एटीएल से पहले छात्र ने किसानों के लिये उपयोगी व सस्ता रोबोट तैयार कर साइंस एंड टेक्नोलॉजी में नया अनुसंधान किया है। इसी आधार पर उसे राष्ट्रीय बाल शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया गया है। आर्यन बीटेक की पढाई में छुट्टियों में अटल टिंकरिंग लैब आकर अपने रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम करते हैं। राठी ने कहा कि एटीएल प्लेट��ार्म से हम तकनीकी संसाधन व गाइडेंस देकर बच्चों को उनकी कल्पनाओं को साकार करने का अवसर दे रहे हैं।
5 हजार किसान एग्रो बोट खरीदने के इच्छुक
गत वर्ष लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर कोटा में आयोजित एग्रो फिस्ट में तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आर्यन सिंह का यह रोबोट देख बहुत प्रभावित हुये थे। उन्होंने कहा था कि जब यह प्रोडक्ट लॉन्च होगा तो वो पहला ऑर्डर स्वयं देंगे। इस कृषि मेले में विभिन्न जिलों के 5 हजार किसानों ने एग्रो बोट खरीदने में रूचि दिखाई थी।
कोटा व राजस्थान का मान बढाया
एसआर पब्लिक स्कूल में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथी राजेश कृष्ण बिरला ने कहा कि कोटा के बेटे ने खेती में नई क्रांति लाने के लिये सस्ती तकनीक विकसित कर शहर व प्रदेश का नाम रोशन किया है। स्कूल चेयरमैन आनंद राठी ने कहा कि शहर के मध्यमवर्गीय परिवार के एक होनहार छात्र को राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के हाथों अवार्ड मिलना गर्व की बात है। इस अवसर पर स्टार्टअप इक्की फूड्स के सह संस्थापक अमित कुमार व आई स्टार्ट कोटा के कौस्तुभ भट्टाचार्य, अशोक मीणा, मनोज राठी सहित गणमान्य नागरिक, शिक्षक व स्कूली छात्र मौजूद रहे। प्रिंसिपल आलेखा कपलाश ने सबका आभार जताया।
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एसबीआई रिसर्च | ब्याज़ दरों के कम होने से आई कमी, लोगों ने रिटेल क्रेडिट में किया निवेश
कोरोना महामारी के दौरान रिजर्व बैंक ने रेपो दर स्थिर रखी थी और इसमें कोई बदलाव नहीं किया था। जिसके चलते लोगों ने घरेलू बचत करने की बजाय संपत्तियों में निवेश किया है। एसबीआई की एक रिसर्च रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिसर्च के अनुसार, बीते दो सालों में रिटेल क्रेडिट का 55 फीसदी हिस्सा घर खरीदने, उच्च शिक्षा और वाहनों की खरीद में इस्तेमाल किया गया है।
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मुंबई : अनिल बेदाग- आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर व भारत के लीडिंग होम हेल्थ केयर सर्विस प्रोवाइडर डॉक्टर 365 द्वारा आयोजित किए जा रहे फ्री मेडिकल कैम्प में सैकड़ों डॉक्टर्स, नर्स होंगे उपस्थित, 30 हजार चश्मे और 500 व्हीलचेयर दी जाएंगी।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर के अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र कुमार (Dr. Dharmendra Kumar) और क्रिएटिव आई लिमिटेड के निर्माता निर्देशक धीरज कुमार द्वारा आगामी 26 मार्च रविवार को बॉलीवुड और मीडिया के लिए मुम्बई में मुफ्त महा आरोग्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। सिनेमा के इतिहास में फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़े तमाम टेक्नीशियन, मीडिया, उनकी फैमिली के लिए इस तरह का इतना बड़ा फ्री मेडिकल कैम्प पहली बार होने जा रहा है।
इस संदर्भ में मुम्बई में स्थित वल्चर क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जहां भारत के लीडिंग होम हेल्थ केयर सर्विस प्रोवाइडर डॉक्टर 365 के डॉ धर्मेंद्र कुमार और धीरज कुमार के अलावा बीएन तिवारी, मनीष कुमार वर्मा, संगीता तिवारी, डॉ. दिलीप पवार, महेंद्र पोद्दार, अमित दोषी, फैशन डिजाइनर अर्चना कोचर, अविनाश राय, दिनेश चतुर्वेदी, जावेद खान, प्राची बेडेकर और सुंदरी ठाकुर सहित कई महत्वपूर्ण हस्तियां शामिल हुईं।
आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर के अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि बॉलीवुड इंडस्ट्री और मीडिया से जुड़े लोगों के लिए महा आरोग्य शिविर 26 मार्च को सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक चित्रकूट ग्राउंड वीरा देसाई रोड, अंधेरी वेस्ट मुम्बई में लगाया जा रहा है।
उसके बाद उसी शाम को 7 बजे से फ़िल्म टेक्नीशियन और मीडिया प्रोफेशनल्स के लिए ���म्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। फिल्म उद्योग से जुड़े टेक्नीशियन, मीडिया और उनकी फैमिली के साथ ही मुम्बई पुलिस व उनके परिवार के लाखों लोग इस निःशुल्क महा आरोग्य चिकित्सा शिविर का लाभ लेंगे।
डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने आगे कहा कि कोरोना काल के बाद इंसानों में मेंटल हेल्थ, दिल की बीमारियों सहित कई रोगों ने हमला किया है। ऐसे में तमाम लोगों की जांच होनी जरूरी है,समय पर उनका इलाज होना महत्वपूर्ण है। भारत देश के तमाम वासियों को हम स्वस्थ देखना चाहते है, इसी उद्देश्य के अंतर्गत हम मेडिकल कैम्प का आयोजन पिछले कई वर्षों से करते आ रहे हैं।
डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि डॉक्टर 365 व आर.के. एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर ने दिसंबर 2022 तक 3,55,00,000 (तीन करोड़ पचपन लाख) से अधिक लाभार्थियों के साथ 29,000 से अधिक चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया है। मुंबई में 26 मार्च को बॉलीवुड और मीडिया बिरादरी के लिए मुफ्त महा आरोग्य शिविर में मुंबई के शीर्ष अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टर सहित 900 डॉक्टर्स दिनभर मौजूद रहेंगे।
यहां हम लोगों के लिए हेल्थ चेकअप, हड्डी सम्बंधित रोग, ईसीजी टेस्ट, ईएनटी, हार्ट चेकअप, आई चेकअप, चश्मा वितरण, दवा वितरण, डेंटल चेकअप, ट्राई साइकिल वितरण और ब्लड ग्रुप चेकअप जैसी सुविधाएं प्रदान करेंगे। डॉक्टर्स जिन्हें ऑपरेशन के लिए रेफर करेंगे हम उनकी मुफ्त सर्जरी के लिए भी इंतजाम करेंगे। 30 हजार चश्मे और 500 व्हीलचेयर दी जाएंगी।
इस अवसर पर सुंदरी ठाकुर ने शॉल पहनाकर धर्मेंद्र कुमार और धीरज कुमार का सम्मान किया। धीरज कुमार ने कहा कि धर्मेंद्र कुमार इस तरह के हजारों महा आरोग्य शिविर का आयोजन कर चुके हैं मगर 26 मार्च को होने जा रहे महा आरोग्य शिविर की विशेषता यह है कि यहां इंडस्ट्री से जुड़े लोगों, मीडिया, पुलिस और सबकी फैमिली के लिए हेल्थ सुविधाएं रखी गई हैं।
डॉ धर्मेंद्र कुमार के जज़्बे और उनकी टीम की मेहनत को सलाम, मैं इसी वजह से इस मुहिम में शामिल हुआ। इंडस्ट्री के ढेर सारी हस्तियों ने इस पहल का सपोर्ट किया है जिनमे हेमा मालिनी, मधुर भंडारकर, शंकर महादेवन, शान, अनूप जलोटा, मधु, जॉनी लीवर, दिव्या दत्ता, सुनील पाल सहित कई नाम उल्लेखनीय है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री श्री तानाजी सावंत भी इस पहल के सपोर्ट में आगे आए हैं। लीलावती अस्पताल, जसलोक अस्पताल, सैफी अस्पताल सहित मुम्बई के कई बड़े अस्पताल इस कैम्प का सपोर्ट कर रहे हैं।
मेयर ऑफ लंदन सहित कई महत्वपूर्ण हस्तियां 26 मार्च को आ रही हैं। यहां ई-श्रम कार्ड कैम्प भी रखा गया है, जिसमें ई-श्रम कार्ड रखने वालों को काफी लाभ मिलेंगे। 60 वर्ष की आयु होने के बाद प्रतिमाह 3,000 रुपये की पेंशन मिलेगी।
2,00,000 रुपये का बीमा है। गरीब और कमजोर परिवार को अस्पताल में भर्ती के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख का लाभ मिलेगा। मैं सभी लोगों खास कर फ़िल्म इंडस्ट्री और मीडिया जगत से जुड़े लोगों से अपील करूंगा वे इस कैम्प में
अपने परिवार के सदस्यों को भी लेकर आएं और इस महा शिविर का लाभ उठाएं। साथ ही अपने दोस्तों, परिचितों को भी इस कैम्प के बारे में बताएँ।
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बीता वर्ष भारत की जनता के लिए धोखा एवं घाटे का वर्ष रहा:आनंद माधव
बीता वर्ष भारत की जनता के लिए धोखा एवं घाटे का वर्ष रहा:आनंद माधव
पटना:बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सह चेयरमैन रिसर्च विभाग एवं मेनिफेस्टो कमेटी आनन्द माधव ने एक बयान जारी कर कहा कि कहा जाता है कि गुजरे हुए के बारे में बुरा नहीं कहना चाहिए लेकिन नव वर्ष कि शुभकामनाओं के साथ ये भी आवश्यक है कि बीते वर्ष का आकलन कर लिया जाये।बीता वर्ष भारत की जनता के लिए एक धोखा एवं घाटे का वर्ष रहा. एक तो कोरोना ने 2020- 2021 में लोगों को आर्थिक रूप से तोड़ दिया था,…
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राज्य सरकार के 4 वर्ष पूर्ण होने पर श्री राहुल गांधी के साथ सिकन्दरा, दौसा में आयोजित दो दिवसीय विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान राहुल जी ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और लाभार्थियों से मिलकर उनको मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी ली।
प्रदर्शनी के दौरान मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों से मिले। लाभार्थी अंतिमा शर्मा ने बताया कि योजना से उनको लंग कैंसर का महंगा उपचार निःशुल्क मिल रहा है। वहीं साढ़े तीन वर्षीय लाभार्थी देवांश सैनी के परिजन ने बताया कि योजना से देवांश का निःशुल्क कॉकलियर इम्प्लांट हो पाया है।
लाभार्थी मोहन लाल मीणा ने कहा कि योजना के तहत उनका जयपुर में हार्ट का ऑपरेशन तथा किडनी ट्रांसप्लांट निःशुल्क हुआ है। लाभार्थियों ने कहा कि चिंरजीवी योजना पूरे देश में लागू होनी चाहिए जिससे गंभीर बीमारी से ग्रसित आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
इसके बाद राहुल जी ने महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के विद्यार्थियों से अंग्रेजी में संवाद करते हुए उनके सपनों के बारे में पूछा। इस पर एक विद्यार्थी ने कहा कि वह कस्टम ऑफिसर बनकर देश में गैर कानूनी कार्यों की रोकथाम करना चाहता है। प्रदर्शनी में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना, राजीविका और उड़ान योजना के लाभार्थियों से बातचीत की। लाभार्थी महिलाओं ने बताया कि उन्हें इन योजनाओं से रोजगार मिलने से आर्थिक संबल मिला है। वहीं निःशुल्क सैनेटरी नेपकिन मिलने से उनका स्वास्थ्य प्रबंधन बेहतर हुआ है। इस अवसर पर ऋण माफी के लाभार्थी किसानों से भी संवाद किया। लाभार्थी किसानों ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उनका लाखों का ऋण माफ किया गया है, जिससे उन्हें राहत मिली है।
प्रदर्शनी में शामिल हुए राजीव गांधी सेन्टर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी (आर-केट) के विद्यार्थियों ने बताया कि संस्थान में उन्हें रोबोटिक्स, रिसर्च आदि क्षेत्रों में उच्चस्तरीय शिक्षण प्राप्त हो रहा है, जो पहले राजस्थान में उपलब्ध नहीं था। प्रदर्शनी में श्री राहुल गांधी ने राज्य में पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने से हुए लाभों के बारे में जानकारी ली।
इस अवसर पर राज्य में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना, निर्भया स्क्वाड, मुख्यमंत्री एकल नारी सम्मान पेंशन योजना, जन आधार योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान/हथलेवा योजना, मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग, योजना, कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस, देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण योजना आदि के बारे में भी जानकारी ली।
विकास प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों से आए व स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार की य��जनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दो दिवसीय प्रदर्शनी में देश के पहले शांति एवं अहिंसा विभाग के गठन, राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक्स के आयोजन, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को फिर से लागू करने, आई. टी. नवाचारों, इन्वेस्ट राजस्थान समिट, श्रेष्ठ कोरोना प्रबंधन, कोई भूखा ना सोए अभियान, निरोगी राजस्थान अभियान, शुद्ध के लिए युद्ध अभियान, राजस्थान सिलिकोसिस नीति, स्टार्टअप्स जैसे विषयों और फ्लैगशिप योजनाओं को आकर्षक रूप से प्रदर्शित किया गया है। इस अवसर पर सांसद, एआईसीसी महासचिव इंचार्ज कम्युनिकेशन श्री जयराम रमेश, पीसीसी अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, चेयरमैन एआईसीसी मीडिया एंड पब्लिसिटी श्री पवन खेड़ा, मंत्रीगण एवं राज्य सरकार के अधिकारी उपस्थित थे।
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चीन और पाकिस्तान मिलकर बना रहे कोरोना से भी खतरनाक वायरस! रावलपिंडी की सीक्रेट लैब में बन रहा 'बायो वीपन'
चीन और पाकिस्तान मिलकर बना रहे कोरोना से भी खतरनाक वायरस! रावलपिंडी की सीक्रेट लैब में बन रहा ‘बायो वीपन’
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Laboratory
दुनिया अभी कोरोना संकट से पूरी तरह उबर भी नहीं पाई है कि एक और खबर ने दुनिया की नींद उड़ा दी है। दुनिया को कोरेना देने वाला चीन अब पाकिस्तान के साथ मिलकर रावलपिंडी की रिसर्च लैब में कोरोना से भी खतरनाक वायरस तैयार करने में के मंसूबे में जुटा हुआ है। बता दें कि दुनिया में आई कोरोना महामारी 2019 में चीन के वुहान से ही दुनियाभर में फैली थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार…
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लिखने का है शौक तो आज ही शुरू करें ये 5 बिज़नेस, लाखों में होगी कमाई
अगर आपको लिखना अच्छा लगता है तो आज बाज़ार में आपके लिए कई अवसर मौजूद है। कोरोना काल के बाद से तो परिस्थितियां कुछ ऐसी बदली हैं जिसके बाद घर आप घर बैठे ही वो आराम से लिखने का काम कर सकते है साथ ही अपने शौक को पूरा कर सके और अच्छे पैसे भी कमा सकते हैं। ज्यादातर काम ऑनलाइन होने के कारण आज बाजार में अच्छे राइटर्स की मांग तेजी से बढ़ी है। आज कई बड़ी कंपनियां ऐसे लोगों की तलाश में रहती हैं जो अपनी बातों को स्पष्ट और रोचक ढंग से कहने में माहिर हो। अगर आपको लिखने का शौक है तो आप इस फील्ड में बेहतरीन करियर बना सकते है। लेखन का करियर हमेशा से ही डिमांडिंग रहा है, साथ ही इस काम को आप कहीं से भी कर सकते हैं। अगर आपको भी लिखने का शौक है तो आज का यह लेख आपके लिए ही है। आज इस लेख में हम आपको 5 ऐसे करियर ऑपशन बताएंगे जिनमें आप अच्छे लेखक के रूप में अपना करियर बना सकते हैं और बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं।
1. टेक्निकल राइटर
हर रोज नई टेक्नोलॉजी अपडेट होने से टेक्निकल राइटर की काफी मांग बढ़ी है। आज हर रोज नई-नई टेक्नोलॉजी मार्केट में आ रही है, नई टक्नोलॉजी और नए प्रॉडक्ट को लोगों तक पहुंचाने के लिए कंपनियों को टेक्निकल राइटर की जरूरत पड़ती है। ये टेक्निकल राइटर अपने लेखन कौशल से उस प्रॉडक्ट के बारे में लिखते है ताकि टार्गेट ऑडियंस उस प्रॉडक्ट की क्वालिटी के बारे में अच्छे से जान सके। इस प्रकार के लेखक इंजीनियरिंग और मैन्यूफैक्चरिंग से जुड़े होते हैं। आप इस काम को एक फ्रिलांसर के तौर पर भी कर सकते हैं और एक बिज़नेस मॉडल बना कर अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं। एक टेक्निकल राइटर प्रॉडक्ट के मैन्युअल, अपेन्डिक्स और कैटलॉग को डेवलप करने का काम करता है। आज एक टेक्निकल राइटर के जॉब की मार्केट में अच्छी खासी मांग है।
2. वेब कंटेंट राइटर
डिजिटल मीडिया के आने से इस फील्ड में वेब कंटेंट राइटर रूप में एक बेहतरीन करियर उपलब्ध हुआ है। आज के समय में अच्छे वेब कंटेंट राइटर की मार्केट में भारी मांग है। हालाँकि प्रिंट की तुलना में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम में लिखना थोड़ा टफ माना जाता है। एक वेब कंटेंट राइटर के रूप में आपको आकर्षक और टार्गेट ऑडियंस के इंट्रेस्ट के हिसाब से लिखना होता है। आजकल सबकुछ इंटरनेट पर मिल रहा है इसलिए हर फील्ड से संबंधित वेब कंटेंट राइटर की जॉब के लिए मार्केट में अच्छी खासी मांग है। आप अलग-अलग टॉपिक के अलग अलग पहलुओं पर लिखते हैं। आप वेब कंटेंट राइटर के रूप में वेबसाइट को नया रूप दे सकते हैं।
3. साइंस राइटर
रिसर्च और डेवलपमेंट की फील्ड में लगातार काम होने से साइंस राइटर की मांग तेजी से बढ़ने लगी है। एक साइंस राइटर को साइंटिस्ट और रिसर्चर को उनके रिसर्च बनाने जैसे काम के अलावा साइंस जर्नल, प्रजेंटेशन, लैब रिपोर्ट बनाने जैसे काम करने होते है। साइंस के क्षेत्र में लगातार हो रहे परिवर्तन की वजह से साइंस राइटर के लिए जॉब के कई ऑप्शन्स उपलब्ध है। अगर आप एक साइंस राइटर के रूप में करियर बनाना चाहते है तो आपकी संबंधित विषय में पकड़ होना जरूरी है। ऐसे लेखक ज्यादातर विज्ञान लैब में ही कार्यरत होते हैं।
4. होस्ट राइटर
आजकल लोगों को अपनी ऑटोबायोग्राफी लिखने का काफी शौक है। खासकर कोई सेलेब्रिटी अपनी लाइफ पर ऑटोबायोग्राफी लिखना पसंद करते है। लेकिन क्या आप जानते है कि इन फेमस लोगों की ऑटोबायोग्राफी के पीछे होस्ट राइटर का हाथ होता है। दरअसल इन सेलिब्रिटी के पास इतना समय नही होता है कि वे बैठकर अपनी ऑटोबायोग्राफी लिख सके, ऐसे में ये लोग होस्ट राइटर को हायर करते है। हालांकि होस्ट राइटर को किताब या बायोग्राफी लिखने का क्रेडिट कभी नही मिलता है लेकिन उन्हें अच्छा खासा पैमेंट दिया जाता है।
5. कॉपीराइटर
इस प्रकार के लेखकों की जरूरत लगभग हर कंपनी में होती है। आज ई-कॉमर्स के क्षेत्र में तो कॉपीराइटर्स की बहुत मांग है। यदि आप आकर्षक लेख लिखकर लोगों को अपने लेख की ओर आकर्षित करते हैं तो आप और भी अधिक पैसे कमा सकते हैं। इस प्रकार के लेखकों से अक्सर ऐसा कंटेंट लिखवाया जाता है जो कि कंपनी और प्रोडक्ट का प्रमोशन करे और संस्थान द्वारा बेची जा रही वस्तु के बारे मे लोगों को बता सके। आप नोटिफिकेशन, मैसेज के जरिए कम शब्दों में अपनी बात ज्यादा लोगों तक पहुंचा सकते हैं और बढ़ियां कमाई कर सकते हैं।
लिखना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन अगर आप इस शौक को अपना प्रोफेशन बनाते हैं तो इसमें करियर की बहुत अधिक संभावनाएं है। अगर आप राइटिंग की फील्ड में आना चाहते है तो जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन की डिग्री और डिप्लोमा के कोर्स कर सकते है। इसके अलावा इंग्लिश या हिंदी लिटरेचर करके भी आप राइटिंग की फील्ड में आ सकते है। आप इसके जरिए अच्छी कमाई कर सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं।
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Business Coaching Program का चुनाव जरूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।
Source: https://hindi.badabusiness.com/business-motivation/if-you-have-passion-for-writing-start-these-5-business-today-11660.html
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कोरोनोवायरस एक्सपोज़र को हवाई जहाजों पर खाली होने वाले मध्य सीटों को ध्यान में रखते हुए 57 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है, सीडीसी रिसर्च - कोरोना से बचाव: विमान में बीच की सीट खाली रखने से 57 प्रतिशत तक कम हो सकती है
कोरोनोवायरस एक्सपोज़र को हवाई जहाजों पर खाली होने वाले मध्य सीटों को ध्यान में रखते हुए 57 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है, सीडीसी रिसर्च – कोरोना से बचाव: विमान में बीच की सीट खाली रखने से 57 प्रतिशत तक कम हो सकती है
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
द्वारा प्रकाशित: गौरव पाण्डेय
Updated Wed, 14 Apr 2021 10:27 PM IST
सांकेतिक चित्र
– फोटो: पेक्सेल्स
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एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि अगर विमानों में बीच की सीट को खाली रखा जाए तो यात्रियों के कोरोनावायरस से अस्थिर होने का खतरा काफी कम हो सकता है। अमेरिकन सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की ओर से बुधवार को एक अध्ययन…
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वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Updated Tue, 20 Oct 2020 04:27 PM IST
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : पिक्साबे
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नई दिल्ली: खतरनाक कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण की शुरुआत से ही वैज्ञानिकों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) द्वारा कई बड़े-बड़े दावे किए गए हैं. इस दौरान वैज्ञानिकों ने कई पहलुओं पर रिसर्च करने के बाद लोगों को सतर्क किया है. एक ऐसा ही रिसर्च अमेरिका (America) में भी हुई है. जिसके अनुसार वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमित 80 प्रतिशत…
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वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मास्को
Updated Sat, 01 Aug 2020 11:52 AM IST
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कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच दुनियाभर के वैज्ञानिक इससे बचने के उपाय ढूंढ रहे हैं। कोरोना वायरस से बचने के लिए हाथों की साफ-सफाई, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को महत्वपूर्ण माना…
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Covid 19 Pfizer Medicine : कोरोना की ये दवा इतनी कारगर कि बीच में ही रोकनी पड़ी रिसर्च
Covid 19 Pfizer Medicine : कोरोना की ये दवा इतनी कारगर कि बीच में ही रोकनी पड़ी रिसर्च
वॉशिंगटनवह दिन अब दूर नहीं जब दूसरी बीमारियों की तरह कोविड-19 को भी खाने वाली गोलियों से ठीक किया जा सकेगा। कोरोना वायरस की दवाओं की रेस में अब फाइजर भी शामिल हो गई है। शुक्रवार को कंपनी ने कोविड-19 की दवा के रूप में Paxlovid नामक गोली दुनिया के सामने रखी। दावा किया गया कि यह गोली पहले से मौजूद मर्क की गोली से ज्यादा कारगर है। कंपनी ने कहा कि यह दवा कोविड-19 से मौत और अस्पताल में भर्ती होने वाले…
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सिर्फ 30 सेकंड में मुंह के अंदर Coronavirus को खत्म कर सकता है माउथवॉश: स्टडी
सिर्फ 30 सेकंड में मुंह के अंदर Coronavirus को खत्म कर सकता है माउथवॉश: स्टडी
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वॉशिंगटन
आम माउथवॉश को 30 सेकंड में खत्म कर सकता है। कार्डिफ यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स का कहना है कि कुछ माउथवॉश में एक खास एलिमेंट होता है जिससे वायरस से लड़ने के सबूत मिले हैं। यूनिवर्सिटी के प्रफेसर डेविड थॉमस ने इस रिसर्च को लीड किया था जिसमें पाया गया है कि cetypyridinium chloride (CPC) जिन माउथवॉश में होता है वे वायरस से लड़ सकते हैं।
अभी की जाएगी स्टडी
करीब 12 हफ्ते चले ट्रायल की…
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